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तत्काल शिकायत निवारण के लिए आईटीबीपी ने शहीद सैनिकों के परिवार को बांटे स्मार्टफोन

स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ मनाने के लिए कई कार्यक्रमों की श्रृंखला में, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) की कल्याण शाखा, हिमवीर वाइव्स वेलफेयर एसोसिएशन ने शनिवार को एक विशेष अभिनंदन समारोह का आयोजन किया।

इसके अंतर्गत 12 वीर नारियों को एचडब्ल्यूडब्ल्यूए की अध्यक्ष और आईटीबीपी की महानिदेशक, रितु अरोड़ा ने वीर नारियों को स्मार्टफोन भेंट किए साथ ही अन्य कई कार्यक्रमों की श्रृंखला में उनका अभिनंदन भी किया।

वीर नारियों को मोबाइल भेंट करने का एक ही मकसद है कि स्वतंत्रता के बाद महिला सशक्तिकरण विषय पर डिजिटल जागरूकता, ऑनलाइन वाद-विवाद व शिकायतों का निपटारा जल्द से जल्द किया जा सके। जिससे वीर नारियों को अपनी पेंशन, नौकरी या किसी भी प्रकार की सरकार शिकायत कर अपनी शिकायतों का निवारण कर सकें।

सभा को संबोधित करते हुए रितु अरोड़ा ने कहा कि, “इन स्मार्ट फोनों के माध्यम से किसी भी प्रकार की समस्या और शिकायत डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से शिकायत निवारण तंत्र को भेजी जा सकती है। जिस पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी। आने वाले दिनों में फोर्स के प्रत्येक वीर नारी को ये स्मार्टफोन दिए जाएंगे और एचडब्ल्यूडब्ल्यूए हमेशा शहीद परिवारों का समर्थन करता रहेगा।”

राज्यपाल से मिले मान, 16 को लेंगे खटकड़ कलां में सीएम की शपथ

पंजाब में आम आदमी पार्टी (आप) के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार भगवंत मान ने शनिवार को राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित से मुलाकात करके सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया। मान 16 मार्च को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।

पिछले कल मोहाली में आप विधायकों की बैठक हुई जिसमें भगवंत सिंह मान आप राय से आप विधायक दल के नेता चुने गए। मान 16 मार्च को दोपहर 12:30 बजे शपथ लेंगे। भगवंत मान ने आप के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को अपने शपथ ग्रहण समारोह के लिए आमंत्रित किया है।

भगवंत मान कह चुके हैं कि वे नवांशहर जिले में महान स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह के पैतृक गांव खटकड़ कलां में पंजाब के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। फिलहाल उनके मंत्रिमंडल के लिए हरपाल सिंह चीमा, अमन अरोड़ा, बलजिंदर कौर, सरवजीत कौर मनुके, गुरमीत सिंह मीत हेयर, बुद्ध राम, कुंवर विजय प्रताप सिंह, जीवनज्योत कौर और चरणजीत सिंह जैसे विधायकों के नाम मंत्री पद के लिए चर्चा में हैं।

आम आदमी पार्टी के एक प्रवक्ता ने कहा कि रविवार को मान और केजरीवाल दोनों स्वर्ण मंदिर, दुर्गियाणा मंदिर और श्री राम तीरथ मंदिर में दर्शन करेंगे। वे आप की जीत के लिए मतदाताओं को धन्यवाद अमृतसर में एक रोड शो में करेंगे।

यूक्रेन की राजधानी कीव के मेयर का अपहरण, धमाकों की आवाजें

रूस की सेना के यूक्रेन की राजधानी कीव में घुसने की खबर है। रिपोर्ट्स के मुताबिक हथियारबंद लोगों ने (रूस के सैनिक) कीव के मेयर इवान फेडोरोव का अपहरण कर लिया है। यूक्रेन की राजधानी कीव में धमाकों की आवाज सुनी गई हैं।

रिपोर्ट्स के मुताबिक यूक्रेन की संसद ने एक ट्वीट में कहा – ‘दस कब्जाधारियों के एक समूह ने मेलिटोपोल के मेयर इवान फेडोरोव का अपहरण कर लिया।’ इसके बाद  राष्ट्रपति जेलेंस्की ने भी मेयर के अपहरण की पुष्टि की है। जेलेंस्की के मुताबिक  फेडोरोव ने शहर पर कब्जा करने वाली रूसी सेना के साथ सहयोग करने से मना कर दिया था जिसके बाद उन्हें सिटी क्राइसिस सेंटर में हिरासत में लिया गया था।

फिलहाल रूस-यूक्रेन तनाव कम नहीं हो रहा और आशंका तो यह जताई जा रही कि रूस रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल कर सकता है। इसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने शुक्रवार को रूस को चेतावनी दी कि उसे रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल की गंभीर कीमत चुकानी पड़ेगी। बाइडेन ने कहा – ‘यूक्रेन में रूस से अमेरिका नहीं लड़ेगा क्योंकि नाटो और मास्को के बीच सीधा टकराव से तीसरे विश्व युद्ध की शुरुआत हो जाएगी।’

अभी तक दुनिया के कई देश रूस पर आर्थिक प्रतिबंध लगा चुके हैं लेकिन इसका  रूस के राष्ट्रपति पुतिन पर कोई असर नहीं पड़ा है। अब खबर है कि रूस की सेना कीव में प्रवेश कर गयी है और वहां धमाकों की आवाजें सुनी गई हैं। शहर के पूर्व में, नीपर नदी के पार, ब्रोवरी में भी लड़ाई तेज हो गई है।

गली -गली में भाजपा और आप पार्टी का जश्न

उत्तर प्रदेश सहित चार राज्यों में मिली भाजपा को जीत और पंजाब में आप पार्टी को मिली ऐतिहासिक जीत से दोनों पार्टी के नेता और कार्यकर्ता  दिल्ली की गली -गली में होली जैसा मश्न मनाया जा रहा है। लोग जीत की खुशी एक दूसरे को रंग और गुलाल लगा कर बधाई दे रहे है।बताते चलें इस बार दूसरे राज्य की जीत का असर पहली बार ऐसा देखा जा रहा  है। कि भाजपा और आप पार्टी के नेता दिल्ली में अपनी-अपनी पार्टी के झंडे और बैनर को लेकर घूम रहे है। जबकि जानकारों का कहना है कि पहले भी कई राज्यों में जीत होती थी। लेकिन दिल्ली में गली-गली इस तरह का जश्न नहीं मनाया जाता था। लेकिन अब बार इस लिये मनाया जा रहा है क्योंकि दिल्ली में अलगे ही महीने एमसीडी के चुनाव हो सकते है। और  एमसीडी के चुनाव में आप पार्टी और भाजपा के बीच चुनावी मुकाबला हो सकता है। सो दोनों दलों के नेता अभी से दिल्ली चुनावी माहौल बनाने में लगे है।क्योंकि दोनों दल के नेता इस बार दावा कर रहे है। कि उनकी ही एमसीडी में जीत होगी। दिल्ली की राजनीति के जानकार आशुतोष तिवारी का कहना है कि  एमसीडी का चुनाव दिल्ली की राजनीति में अहम है। क्योंकि दिल्ली में कहने को तो विधायक बड़ा होता है। लेकिन जमीनी स्तर पर दिल्ली की राजनीति में एमसीडी के चुने हुये नेताओं(पार्षद) की अच्छी खासी चलती है।सो इस लिहाज से दिल्ली की राजनीति का आधार एमसीडी की राजनीति से माना जाता है।उन्होंने बताया कि इस बार कांग्रेस जरूर चर्चा में नहीं है। लेकिन कांग्रेस का कहना है कि हम चुनाव हारे है। मनोबल नहीं हारे है। हमारा मनोबल एमसीडी का चुनाव जरूर जीत दिलाएंगा।कांग्रेस और आप पार्टी को एमसीडी में दिल्ली की जनता नहीं लाएगी। कांग्रेस को मौका देगी और दिल्ली में रूके हुये विकास को गति देगी।

कश्मीर हेलीकॉप्टर हादसे में सेना के पायलट की मौत, दूसरा घायल

कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास के पास शुक्रवार को सेना के हेलीकॉप्टर हादसे में पायलट की मौत हो गयी है जबकि को-पायलट गंभीर हालत में अस्पताल में  भर्ती है। यह हेलीकॉप्टर सेना के एक बीमार कर्मी को लाने जा रहा। था

रिपोर्ट्स के मुताबिक सेना का चीता हेलीकॉप्टर उत्तरी कश्मीर के गुरेज सेक्टर के तुलियाल इलाके में हादसे का शिकार हुआ। हादसे में सेना के एक पॉयलट की मौत हो गई। सह-पायलट गंभीर रूप से घायल है। सेना के एक प्रवक्ता के मुताबिक  हादसे से पहले हेलीकॉप्टर ने गुजरान, बरौब में आगे की पोस्ट के साथ संचार संपर्क खो दिया था।

हादसे की आशंका होते ही तुरंत सेना ने हेलीकॉप्टर की खोज शुरू कर दी। दुर्घटनाग्रस्त हेलीकॉप्टर का मलबा बर्फ से ढके गुजरान इलाके में पाया गया। हादसे के बाद 92 बेस अस्पताल में एक पायलट मेजर संकल्प यादव ने दम तोड़ दिया। वह 29 साल के थे। मेजर यादव 2015 में कमीशन हुए थे और राजस्थान के जयपुर के रहने वाले थे।

रिपोर्ट्स में दूसरे पायलट की हालत नाजुक बताई गयी है। फिलहाल वह आईसीयू में है। हादसे के कारणों का पता किया जा रहा है। हादसे की जगह पूरी तरह से बर्फ से ढकी है।

सपा की हार का कारण बना अत्याधिक आत्मविश्वास का होना

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी (सपा) के चुनाव में हारने की वजह अगर है तो वह है अत्याधिक आत्मविश्वास का होना है। क्योंकि सपा के नेताओं से लेकर चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों के बीच ये मैसेज कूट-कूट कर भर हुआ था। कि भाजपा का विकल्प अगर है। तो वह सपा है।
ऐसे में सपा के नेताओं ने चुनावी महामसर में अपना चुनाव कई सीटों पर लापरवाही से लड़ा है। जिसका नतीजा चुनाव हार में दिखा है। सपा के नेता ने तहलका को बताया कि मुलायम सिंह के परिवार की अंर्तकलह की लड़ाई जो 2017 में खुलकर दिखी थी। वो अंर्तकलह इस चुनाव में जरूर खुलकर नहीं दिखी लेकिन अंर्तकलह रही है। जिससे परिवार के नेता चुनाव प्रचार में कम दिखे है। और तो और सपा मुखिया अखिलेश यादव को ये भी विस्वास था। उनके साथ जो नेता और प्रत्याशी भाजपा को छोड़कर आ रहे है। उससे सपा का वोट बैंक बढ़ रहा है। लेकिन ऐसा माहौल में ही दिखा है। लेकिन धरातल पर कुछ असर नहीं दिखा।
अखिलेश यादव ने जिस अंदाज में पश्चिमी उत्तर में रालोद के नेता ज्यंत चौधरी से तालमेल किया था। कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के साथ-साथ उन्हें जाट बाहुल्य क्षेत्र से भी लाभ मिलेगा। लेकिन इसका भी कोई लाभ नहीं मिल सका। समाजवादी के कुछ नेता ऐसे है। जो चुनाव के पहले ही तटस्थ नेता की भूमिका में दिख रहे थे। और वे मौके की तलाश में थे। कि अगर उन्हे किसी अन्य दल से बुलावा आता है तो वे  दूसरे दल में जा सकते है। वहीं चुनावी महसमर में देखने को मिला है। मुलायम सिंह के समय के नेता जो कट्टर समाजवादी नेता थे। उन्होंने भी भाजपा का दामन थाम लिया। सूत्रों की माने तो अखिलेश यादव के कुछ खास लोग ही भाजपा को जिताने के लिये पर्दे के पीछे काम करते रहे है। जिसकी भनक अखिलेश यादव तक को नहीं लग सकी। और भाजपा अपने में कामयाब हो गयी। 

एमसीडी चुनाव पर दिखेगा, उत्तर प्रदेश में भाजपा और पंजाब में आप पार्टी का असर !

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा को मिली जीत से भाजपा के नेता और कार्यकर्ता  गदगद है। तो वहीं आप पार्टी के नेता पंजाब में मिली जीत से गदगद है। इन दोनों पार्टियों के नेताओं ने दिल्ली में जश्न मनाया और बताया कि अब दिल्ली के अगामी एमसीडी चुनाव में उनकी जीत पक्की है।
दिल्ली में पंजाबी वोटरों और उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल मतदाताओं की अच्छी-खासी तादाद है। इस लिहाज से दोनों दलों के नेता अपने-अपने पक्ष में राजनीतिक समीकरण साधने में लगे है। दोनों राज्यों में कांग्रेस का कोई जनाधार ही नहीं नहीं दिखा। जिससे कांग्रेस हासिये पर अब दिखने लगी है।
चुनाव परिणाम के पहले कांग्रेस के हौंसले दिल्ली एमसीडी के चुनाव को लेकर बुलंद थे। कांग्रेस को उम्मीद थी। उनकी पंजाब में तो सरकार बनेगी ही। और उत्तर प्रदेश सहित अन्य राज्यों में कांग्रेस अच्छा प्रदर्शन करेगी। लेकिन ऐसा कुछ कांग्रेस नहीं कर सकी जिससे कांग्रेस के नेताओ का मनोबल बढ़ सकें।
जानकरों का कहना है कि सियासत में एक जीत से दूसरे का ताल्लुक कभी-कभार मेल नहीं खाता है। इसलिये एमसीडी चुनाव को लेकर कुछ कहा नहीं जा सकता है। कि कांग्रेस का एमसीडी के चुनाव में खराब प्रदर्शन हो सकता है।
दिल्ली एमसीडी के चुनाव की तारीख फिलहल टाली जा चुकी है। संभवता चुनाव अप्रैल माह के अंत मे हो सकते है। या फिर मई के महीनें में हो सकते है। चुनाव जरूर गर्मी होगे। लेकिन दिल्ली की सियासत में अभी से गर्मी का तापमान दिखने लगा है। दिल्ली की राजनीति के जानकार पवन कुमार का कहना है कि फिलहाल जिस तरह का माहौल दिख रहा उस लिहाज से भाजपा और आप पार्टी के बीच ही चुनाव हो सकता है। क्योंकि दोनों दलों के नेताओं में चुनावी महक कुछ ज्यादा आ रही है। 

भाजपा और आप पार्टी के कार्यालय पर जश्न और कांग्रेस कार्यालय में सन्नाटा

पांच राज्यों के विधानसभा के चुनाव परिणाम आज घोषित किये गये है। जिसमें उत्तर प्रदेश, मणिपुर, उत्तराखंड और गोवा में भाजपा को मिली जीत और पंजाब में आप पार्टी को मिली एतिहासिक जीत पर आप पार्टी कार्यालय और भाजपा के कार्यालय पर जश्न मनाया गया और मिठाईंयां खिलाई गयी। वहीं कांग्रेस को इन राज्यों में मिली करारी हार के कारण कांग्रेस कार्यालय में सन्नाटा देखा गया है।
बताते चलें आप पार्टी के नेताओं का कहना है कि पंजाब में जीत हासिल कर आप पार्टी ने ये साबित कर दिया है। उसकी ईमानदार पार्टी वाली की छवि है।जो आप पार्टी चुनाव में जनता से वादा करती है। उसको चुनाव में जीत के बाद हर हाल में पूरा करती है। आप पार्टी की जीत से गदगद कार्यकर्ताओं ने कहा कि आगामी दिल्ली नगर निगम के चुनाव में आप पार्टी की जीत निश्चित है।
वहीं भाजपा मुख्यालय में जीत के जश्न में कार्यकर्ता जम कर झूमें। भाजपा के नेताओं ने कहा कि उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में भाजपा की दोबारा वापसी हुई है। जो अपने आप में इतिहास है। उनका कहना है कि उत्तर प्रदेश में सपा को बुरी हार का सामना करना पड़ा। क्योंकि वो जिन्ना की राजनीति कर रहे थे। और भाजपा देश के विकास और प्रदेश के विकास की राजनीति करती है। इसलिये जनता भाजपा को दोबारा चुना है। उन्होंने जनता को धन्यवाद देते हुये कहा कि ये जनता की जीत है।
वहीं कांग्रेस कार्यालय में सन्नाटा देखने को मिला है। कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता का कहना है कि अब कांग्रेस में बड़े बदलाव की जरूरत है। पार्टी में नेता हो या कार्यकर्ता हो जब तक जिम्मेदारी तय नहीं होगी तब तक कांग्रेस में सुधार नहीं होगा। उन्होंने कहा कि दिल्ली के एमसीडी के चुनाव को लेकर कांग्रेस  को अभी से पार्टी की नीतियों को जनता तक ले जाना होगा। क्योंकि कांग्रेस को अपने खोये हुये जनाधार को पाने के लिये बड़ी मेहनत की जरूरत है। 

मतगणना रुझानों में भाजपा की बल्ले-बल्ले, पंजाब में आप आगे  

देश के पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों में अभी तक के मतगणना रुझानों में भाजपा चार राज्यों में अपने प्रतिद्वंदियों से काफी आगे है जबकि पंजाब में अरविन्द केजरीवाल की आम आदमी पार्टी का जादू चल गया है। उत्तर प्रदेश में अभी तक के कड़े मुकाबले के कयासों के विपरीत भाजपा बड़े बहुमत से सत्ता में लौटती दिख रही है। यह पहली बार होगा कि यूपी में कोइ पार्टी सत्ता में लगातार दूसरी बार लौट रही। है।

सुबह 10 बजे तक के रुझानों के मुताबिक उत्तर प्रदेश में भाजपा 367 के रुझानों में 248 जबकि सपा 115 और कांग्रेस 6 पर आगे चल रहे थे। बसपा चौथे नंबर पर है उसकी 5 सीटों पर बढ़त है। वहां भाजपा के सभी बड़े सभी बड़े नेता जीत रहे हैं जबकि विपक्ष के कई

पंजाब में केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (आप) सभी 117 सीटों के रुझानों में 85 सीटों जबकि सत्तारूढ़ कांग्रेस महज 17 और अकाली दल 10 सीटों पर आगे है। भाजपा और  साथियों को महज 4 सीटों पर बढ़त है। वहां मुख्यंमत्री चरणजीत सिंह चन्नी दोनों सीटों पिछड़ रहे हैं।  प्रदेश कांग्रेस

उत्तराखंड में सभही 70 सीटों के रुझान में भाजपा 46 और 20 सीटों पर आगे है।

गोवा में सभी 40 सीटों के रुझान में भाजपा 20 और कांग्रेस 12 सीटों पर आगे है। टीएमसी भी 4 सीटों पर आगे है।

मणिपुर में सभी 60 सीटों के रुझान में भाजपा 26, कांग्रेस 13, एनपीपी 7, जेडीयू 5  सीटों पर आगे है।

इस तरह यह नतीजे एग्जिट पोल के हिसाब से ही दिख रहे हैं। भाजपा ने नतीजों में जिस तरह की बढ़त बनाई है उससे 2024 के लोकसभा चुनाव में उसको मनोवैज्ञानिक लाभ मिलेगा।

बुन्देलखंड में भाजपा और सपा के बीच रस्साकशी जारी रूझान में

उत्तर प्रदेश के हिस्से वाले बुन्देलखंड की 19 विधानसभा वाली सीटों में सुबह 10 बजे तक के रूझानों में सपा और भाजपा के बीच काफी कांटे की टक्कर रही है। भाजपा को बुन्देलखंड में 2017 में 19 में 19 सीटो पर जीत मिली थी।
इस बार 2022 के चुनाव के पहले भी भाजपा को लगने लगा था कि चुनाव में 2017 वाला दबदबा नहीं रहेगा। फिलहाल जो भी रूझान भाजपा के पक्ष में आ रहे है।उससे भाजपा काफी खुश है।भाजपा के नेताओं ने तहलका को बताया कि जिस प्रकार विरोधी दल भाजपा की हार को लेकर जो बातें कर रहे थे। वे सारी बातें व्यर्थ गयी है।
सपा का मानना है जब तक पूरी तरह से चुनाव परिणाम घोषित नहीं हो जाते है। तब तक कुछ कहा नहीं जा सकता है। खैर चुनाव में जो भी परिणाम बुन्देलखंड में सामने आये । पर पूरे प्रदेश मेंं भाजपा की ही सरकार बन रही है। इससे भाजपा गदगद है।जहां तक बसपा और कांग्रेस का सवाल है। सो इन दोनों के नेताओं और चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों का पहले ही पता चल गया था। कि चुनाव में उनका बुन्देलखंड में कोई जनाधार नहीं दिख रहा है।लेकिन बसपा और कांग्रेस  ने यहां चुनाव अपने अस्तित्व बनाये रखने के लिये ही लड़ा था। 
सबसे चौंकाने वाली बात तो ये है कि प्रदेश में बुन्देलखंड राज्य को लेकर जरूर भाजपा के विरोध में जो माहौल बना था। लेकिन वो सारा का सारा माहौल धरा का धरा ही रह गया है। लोगों ने दोबारा भाजपा के पक्ष में अपना मतदान कर बता दिया है कि प्रदेश में योगी बाबा की सरकार बनेगी। सुबह  से ही बुन्देलखंड के नेताओं के बीच सरकार बनाने के लेकर हलचल तेज हो गयी थी। बुन्देलखंड में चुनाव परिणामों के बीच रूझान आ रहे थे। तब सपा और भाजपा के बीच काफी तीखीं झड़पें हुई है। और ईवीएम मशीनों  पर हेरा-फेरी के आरोप लगाये गये।