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उदयपुर में कांग्रेस का ‘चिंतन शिविर’ नहीं बल्कि ‘चिंता शिविर’ है: भाजपा उपाध्यक्ष डॉ रमन सिंह

छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उपाध्यक्ष डॉ रमन सिंह ने हाल ही में राजस्थान के उदयपुर में हुए कांग्रेस के ‘चिंतन शिविर’ पर कटाक्ष करते हुए कहा कि, वर्ष 2013 में कांग्रेस ने चिंतन शिविर किया था, और उस समय देश के 13 राज्यों में कांग्रेस की सरकार थी। और आज 2022 में फिर से चिंतन शिविर किया गया है, जबकि अब केवल दो ही राज्यों में कांग्रेस की सरकार बची है। किंतु अब मुझे लगता है इस चिंतन शिविर के बाद शायद ही किसी राज्य में कांग्रेस की सरकार बचेगी।

उन्होंने आगे कहा कि, कांग्रेस की नीति और सोच के अनुसार यह ‘चिंतन शिविर’ नहीं ‘चिंता शिविर’ है। जयपुर में शुक्रवार को भाजपा की राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए उन्होंने यह सब बातें कहीं।

राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि, यह लोग ऐसे व्यक्ति को कप्तान बनाना चाहते है जो कि राहुल गांधी न ही कप्तान बनना चाहते है और न ही फील्ड में उतरना चाहते है।

गांधी परिवार पर कटाक्ष करते हुए रमन सिंह ने कहा कि, यह पार्टी केवल तीन ही लोगों तक सीमित है और यह इससे ऊपर नहीं उठ सकती और न ही इससे ज्यादा आगे बढ़ सकते। कांग्रेस पार्टी ने जनता में अपना विश्वास खो दिया है। इन्होंने कई सालों से देश को लूटा है। पर अब आगे ऐसा नहीं होगा।

सिंह ने भूपेश बघेल के छत्तीसगढ़ मॉडल की भी आलोचना की और बघेल ने मॉडल के नाम पर असम व उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के लिए वोच मांगे परंतु उन्हें दोनों ही राज्यों में हार का सामना करना पड़ा था।

ज्ञानवापी मामला: हिंदू कॉलेज के एसोसिएट प्रोफेसर भारतीय दंड संहिता की धारा 153 ए और 295 ए के तहत गिरफ्तार

वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद केस में दिल्ली यूनिवर्सिटी के हिंदू कॉलेज के एसोसिएट प्रोफेसर को सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के अपराध में भारतीय दंड संहिता की धारा 153 ए (जाति, धर्म, जन्म स्थान, निवास, भाषा आदि के आधार पर लोगों में वैमनस्य फैलाने) और 295 ए (जानबूझकर किसी धर्म का अपमान तक धार्मिक भावना को आहत करना) के तहत साइबर पुलिस ने शुक्रवार की रात गिरफ्तार कर लिया है।

प्रोफेसर रतन लाल के खिलाफ यह शिकायत सुप्रीम कोर्ट के एक वकील विनीत जिंदल ने धार्मिक भावनाओं को आहत करने के तहत यह शिकायत दर्ज करवाई थी। प्रोफेसर रतन लाला की गिरफ्तारी की पुष्टि दिल्ली पुलिस ने भी की है।

कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर रतन लाल की गिरफ्तारी की कड़ी निंदा की है। और ट्वीट कर कहा कि, मैं प्रोफेसर रतन लाल की गिरफ्तारी की कड़ी निंदा करता हूं, उन्हें अपने विचार और अभिव्यक्ति को प्रकट करने का संवैधानिक अधिकार है।

आपको बता दे, इससे पहले सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल होने के बाद उन्होंने वीडियो पोस्ट करते हुए कहा था कि, “उन्हें ऑनलाइन कर्इ धमकियां मिली थीं, और इस बारे में उन्होंने पुलिस से मदद और सुरक्षा भी मांगी थी। फुले, रविदास और अंबेडकर से हिंदू धर्म में आलोचना की एक लंबी परंपरा रही है। किंतु मैंने इसकी आलोचना नहीं की है यह केवल एक अवलोकन है। हमारे देश में किसी भी बात को लेकर धार्मिक भावनाएं आहत होती है। लोग क्या कहेंगे, बस उनके मुंह पर पट्टी बांध दो?”

पटियाला कोर्ट में सिद्धू ने किया सरेंडर, 34 साल पुराने रोड रेज मामले में एक वर्ष की सजा

पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने पटियाला कोर्ट में 34 साल पुराने रोड रेज मामले में सरेंडर कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में एक वर्ष की सश्रम कैद की सजा सुनाई है।

सिद्धू के पटियाला कोर्ट में सरेंडर करने के बाद कानूनी प्रक्रिया के अनुसार उनका मेडिकल कराया जाएगा। और आगे की कार्रवाई की जाएगी।

आपको बता दे, नवजोत सिंह सिद्धू को सुप्रीम कोर्ट ने वर्ष 1988 के रोड रोज मामले में एक साल की सजा सुनाई है जिसके लिए उन्हें आज सरेंडर करना था। और सिद्धू ने सेहत खराब के चलते कोर्ट में सरेंडर से राहत की अर्जी लगाई थी।

इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में सिद्धू के लिए पेश हुए वकील अभिषेक मनु सिंघवी को जस्टिस एएम खानविलकर ने भारत के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना से संपर्क करने के लिए भी कहा था।

हालांकि, कोर्ट में पंजाब का प्रतिनिधित्व करने वाले वकील ने सिद्धू के अनुरोध का विरोध किया और कहा था कि, “34 साल का मतलब यह नहीं है कि अपराध मर जाता है। अब कोर्ट ने फैसला सुनाया है तो वे फिर से तीन से चार सप्ताह का समय चाहते है।“

सिद्धू ने कल कोर्ट के आदेश के बाद ट्वीट कर कहा था कि, “कानून की महिमा को प्रस्तुत करेंगे।“ जिसके बाद से ही यह कयास लगाए जा रहे थे कि सिद्धू पटियाला कोर्ट में किसी भी वक्त सरेंडर कर सकते है।

सुप्रीम कोर्ट ने पेगासस जासूसी जांच समिति का कार्यकाल बढ़ाया

सर्वोच्च न्यायालय ने शुक्रवार पेगासस मामले की जांच कर रही न्यायमूर्ति रवींद्रन समिति का कार्यकाल चार हफ्ते बढ़ा दिया है। अदालत ने कहा कि उसे तकनीकी कमेटी की अंतरिम रिपोर्ट मिली है जिसने बताया है कि 29 मोबाइल फोन की जांच की गयी है। साथ ही पत्रकारों और कार्यकर्ताओं से बातचीत भी की है। निगरानी जज ने रिपोर्ट को अंतिम रूप देने के लिए 20 जून तक का समय मांगा है, हम जुलाई में मामले की सुनवाई करेंगे।

प्रधान न्यायाधीश एनवी रमना, जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस हिमा कोहली पर आधारित बेंच मामले की सुनवाई कर रही है। प्रधान न्यायाधीश ने कहा कि तकनीकी कमेटी ने फाइनल रिपोर्ट तैयार करने के लिए कुछ समय मांगा था। सुनवाई के बाद पीठ ने रिटायर्ड जस्टिस आरवी रवींद्रन की अगुवाई वाली कमेटी को चार हफ्ते में अंतिम रिपोर्ट दाखिल करने को कहा।

उन्होंने कहा कि कमेटी की अंतरिम रिपोर्ट मिली है। तकनीकी कमेटी ने बताया है कि 29 मोबाइल फोनों की जांच की है। साथ ही पत्रकारों और कार्यकर्ताओं से बातचीत भी की है।

प्रधान न्यायाधीश ने कहा कि हालांकि अभी कुछ एजेंसियों से जवाब आना बाकी है। ये रिपोर्ट मई के अंत तक फाइनल हो जाएगी। कमेटी ने कुछ मुद्दों पर जनता की राय भी मांगी थी। लोगों ने बड़ी तादाद में अपनी राय भेजी है, लेकिन कुछ विशेषज्ञ एजेंसियों की राय का इंतजार है।

सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ताओं की ओर से वकील कपिल सिब्बल ने कहा कि रिपोर्ट को सार्वजनिक किया जाए। हालांकि, इसका केंद्र की ओर से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने विरोध किया और कहा कि रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं किया जाना चाहिए।

देशद्रोह के मामले में जेल जाने के डर से हार्दिक पटेल ने कांग्रेस से दिया इस्तीफा: जगदीश ठाकोर

गुजरात में विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में उतथ-पुथल का दौर जारी है। हाल ही में कांग्रेस नेता व राज्य में पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष और पाटीदार नेता हार्दिक पटेल के कांग्रेस पार्टी छोड़ने के बाद गुजरात कांग्रेस के अध्यक्ष जगदीश ठाकोर ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि हार्दिक ने कांग्रेस को इसीलिए छोड़ा क्योंकि उन्हें डर था कि उनके खिलाफ दर्ज देशद्रोह के मामले में उन्हें जेल ना जाना पड़े।

जगदीश ठाकोर ने कहा है कि, “पार्टी ने हाल ही में हुए पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में हार्दिक पटेल को स्टार प्रचारक बनाया था। और ऊंचा पद देने के साथ ही उन्हें एक हेलीकॉप्टर भी दिया गया था। यदि फिर भी आज वे ये कहते है कि पार्टी ने उन्हें कुछ भी नहीं दिया तो मुझे लगता है कि यह सच नहीं है।“

ठाकोर ने यह भी दावा किया है कि पटेल ने अपने त्याग पत्र और प्रेस वार्ता में जो भी कुछ कहा वह सब भाजपा द्वारा स्क्रिप्टेड था। और आज जो भी कुछ पटेल बोल रहे है वह सब भाजपा उससे बुलवा रही है। साथ ही उन्होंने हार्दिक पटेल की भाजपा में शामिल होने की भी आशंका जताई है।

राजस्थान में भाजपा की राष्ट्रीय पदाधिकारी बैठक, पीएम मोदी ने बैठक को किया संबोधित

राजस्थान के जयपुर में शुक्रवार (यानी आज) को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक चल रही है। इस बैठक मे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअल तौर पर हिस्सा लिया।

इस बैठक को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि, “दुनिया आज भारत को बहुत उम्मीद से देख रही है और ठीक इसी प्रकार भारत में भाजपा के प्रति जनता का भी एक विशेष स्नेह है। और हमें देश की उम्मीदों पर खरा उतरना है।“

बैठक के दौरान भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बताया कि, “इस बैठक में सभी ज़रूरी मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। जैसे कि हम किस प्रकार देश की जनता के लिए काम कर सकते है, पार्टी को किस प्रकार आगे ले जाया जा सकता है। साथ ही लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा कार्यकर्ताओं के लिए प्रशिक्षण कार्य का भी विश्लेषण करने जा रहे है। और हम बूथ स्तर पर पार्टी संगठन को मजबूत करने की बात भी करेंगे।“

नड्डा ने आगे कहा कि, “कोरोना महामारी के दौरान जब सभी विपक्षी दल आइसोलेशन हो गए थे उस वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा के सभी कार्यकर्ताओं को ‘सेवा ही संगठन’ का मंत्र दिया था। और मोदी जी के दिखाए दिखाए रास्ते पर हर भाजपा कार्यकर्ता चला।“

आपको बता दे, इस वर्ष के अंत में गुजरात और हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने है। साथ ही छत्तीसगढ़, राजस्थान, तेलंगाना, त्रिपुरा, मध्य प्रदेश, कर्नाटका, मेघालय, मिजोरम और नागालैंड में अगले साल चुनाव होंगे।

सपा नेता आज़म खान 27 महीने बाद जेल से किये गए रिहा

आखिर समाजवादी पार्टी के नेता आज़म खान 27 महीने जेल में रहने के बाद शुक्रवार सुबह जेल से रिहा हो गए। उन्हें उच्चतम न्यायालय से गुरुवार को जमानत मिली थी। पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने आज़म खान के रिहा होने पर कहा कि पार्टी के वरिष्ठ नेता आज़म ख़ान के जमानत पर रिहा होने पर उनका हार्दिक स्वागत।

जानकारी के मुताबिक आज़म खां को जेल से बाहर आने पर लेने के लिए उनके बेटे  अब्दुल्ला आज़म और वरिष्ठ सपा नेता शिवपाल यादव ख़ास तौर पर सीतापुर जेल पहुंचे। आज़म खां साल 2020 से जेल में बंद थे। यूपी पुलिस ने भाजपा के सत्ता में आने के बाद हाल के सालों में उनके खिलाफ 88 मामले दर्ज किए  हैं। आज़म खान को सर्वोच्च अदालत से फिलहाल 88वें मामले में अंतरिम जमानत मिली है।

कथित धोखाधड़ी के एक मामले में जेल में बंद रहे आज़म खां आज सुबह सीतापुर जेल से रिहा किये गए। आजम की रिहाई के तुरंत बाद सपा नेता अखिलेश यादव ने ट्वीट में कहा – ‘पार्टी के वरिष्ठ नेता विधायक आज़म ख़ान जी के जमानत पर रिहा होने पर उनका हार्दिक स्वागत है। जमानत के इस फ़ैसले से सर्वोच्च न्यायालय ने न्याय को नये मानक दिये हैं। पूरा ऐतबार है कि वो अन्य सभी झूठे मामलों-मुक़दमों में बाइज़्ज़त बरी होंगे। झूठ के लम्हे होते हैं, सदियाँ नहीं !’

याद रहे आज़म खां के खिलाफ 2019 के लोकसभा चुनाव में रामपुर सीट पर भाजपा उम्मीदवार जया प्रदा के खिलाफ जीतने के बाद  87 मामले दर्ज किए गए थे। उन्हें बाद में 2020 में सीतापुर जेल भेज दिया गया।

कानूनी लड़ाई के बाद आजम को 86  मामलों में जमानत मिल गई, लेकिन संपत्ति के एक मामले में कोर्ट का फैसला आना रह गया था। पिछले साल 4 दिसंबर को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने इसपर फैसला सुरक्षित रख लिया था। चार महीने बाद आजम खां ने अंतरिम जमानत के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की जिसके बाद उन्हें पिछले कल जमानत मिल गयी।

जम्मू के रामबन के पास सुरंग का हिस्सा गिरा, 10 लोग भीतर फंसे

जम्मू कश्मीर के रामबन जिले में गुरुवार देर रात जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर निर्माणाधीन सुरंग का एक हिस्सा ढह गया है। इस घटना के बाद 10 लोग (निर्माण कंपनी के कर्मचारी) भीतर फंसे हैं जबकि चार घायल हुए हैं।  भीतर फंसे लोगों को बचाने की कोशिश की जा रही है। इस घटना में एक बुलडोजर और ट्रक साहित काफी वाहन और मशीनें क्षतिग्रस्त हो गयी हैं।

जानकारी के मुताबिक यह घटना गुरुवार रात की है जब खूनी नाले के पास बनी सुरंग (टनल) का अगली तरफ का एक छोटा हिस्सा ढह गया। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस और सेना के जवान मौके पर पहुंचे। उन्होंने बचाव अभियान शुरू किया।

अभी तक की जानकारी के मुताबिक चार लोगों को तो मलबे से बचाकर निकाल लिया गया लेकिन 10 लोग अभी भी सुरंग के भीतर फंसे हैं। बचाये गए चारों लोग घायल हैं।

अधिकारियों के मुताबिक सुरंग के अगले हिस्से की तरफ खड़े बुलडोजर और ट्रक समेत कई वाहन और मशीनें क्षतिग्रस्त हो गयीं हैं। रामबन के डीसी एम इस्लाम और एसएसपी मोहित शर्मा घटनास्थल पर हैं और बचाव कार्यों का नेतृत्व कर रहे हैं। सुरंग में फंसे लोग निरीक्षण का काम कर रही कंपनी के कर्मचारी हैं। घटनास्थल पर  एम्बुलेंस भेजी गयी हैं।

लालू यादव के ठिकानों पर सीबीआई छापेमारी, बेटी सहित मामला दर्ज

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव, जो हाल में चारा घोटाला मामले में जमानत पर बाहर आए हैं, के खिलाफ उनके कार्यकाल के दौरान कथित भर्ती अनियमितताओं को लेकर सीबीआई ने नया मामला दर्ज़ किया है। सीबीआई ने शुक्रवार को उनके कई ठिकानों पर छापेमारी की है। यह मामला उनकी बेटी के खिलाफ भी दर्ज हुआ है।

जानकारी के मुताबिक लालू और बेटी के खिलाफ इस मामले को लेकर सीबीआई टीम ने कार्रवाई करते हुए पटना स्थित लालू यादव के आवास, जहाँ अब राबड़ी देवी रहती हैं, समेत उनके 15 अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी की है।

याद रहे चारा घोटाला के डोरंडा कोषागार अवैध निकासी मामले में लालू यादव को झारखंड हाईकोर्ट ने 22 अप्रैल को जमानत दी थी जिसके बाद लालू यादव अपना इलाज करवाने के लिए ‘एम्स’ में भर्ती रहे थे। बाद में वे अपनी बेटी मीसा भारती के घर पर रहने आ गए थे।

पिछले महीने जब उनकी रिहाई होनी थी सुनवाई से पहले उनकी तबीयत बिगड़ने के  चलते लालू को एयर एंबुलेंस से दिल्ली एम्स लाना पड़ा था। लेकिन, वहां तब खूब   ड्रामा हुआ जब ‘एम्स’ के डॉक्टरों ने जांच के बाद उन्हें सामान्य बताया और वापस   रांची स्थित ‘रिम्स’ अस्पताल में इलाज को कहा। हालांकि, वापस लौटने से पहले ही उनकी तबीयत अचानक फिर बिगड़ गयी और उन्हें एम्स में ही भर्ती करना पड़ा था।

मोदी-बाइडेन 24 मई को क्वाड शिखर सम्मेलन में करेंगे द्विपक्षीय बैठक

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 24 मई को टोक्यो में हो रहे क्वाड शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन से मिलेंगे। अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलीवन ने यह जानकारी दी।

रिपोर्ट्स के मुताबिक पीएम मोदी सम्मेलन में भाग लेने के जापान जाएंगे। उनकी अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ द्विपक्षीय बैठक प्रस्तावित है। अमेरिका ने भी घोषणा की है कि राष्ट्रपति बाइडेन क्वाड शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए जापान जाएंगे और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे।

माना जाता है कि अमेरिका यूक्रेन युद्ध के दौरान रूस के नजदीक दिख रहे भारत को 500 डॉलर मिलियन की पैकेज दे सकता है। राजनयिक हलकों में चर्चा है कि अमेरिका भारत को मनाने की कोशिश कर रहा है कि वह हथियारों के मामले में रूस पर निर्भर न रहे। फिलहाल भारत अमेरिका सहित पश्चिम देशों की रूस की आलोचना करने के लिए भारत पर दबाव की कोशिशों को टालने में सफल रहा है।

बता दें क्वाड में भारत के अलावा अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान शामिल हैं। अमेरिका ने ही पिछले साल भारत को क्वाड में शामिल करवाया था। उधर अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलीवन ने  पिछले कल कहा – ‘हमारा मानना है कि यह सम्मेलन यह प्रदर्शित करेगा कि लोकतंत्र काम करता है और साथ मिलकर काम कर रहे ये चार देश खुले एवं स्वतंत्र हिंद-प्रशांत के सिद्धांत की रक्षा करेंगे और उसे बरकरार रखेंगे।’

सुलीवन के मुताबिक बाइडेन तोक्यो में एक महत्वाकांक्षी आर्थिक पहल की नींव रखेंगे। वर्तमान आर्थिक चुनौतियों से निपटने के लिए हिंद-प्रशांत आर्थिक मसौदा (आईपीईएफ) लाया जा रहा है। मसौदे में डिजिटल अर्थव्यवस्था के लिए नियम तैयार किए जाएंगे ताकि सुरक्षित और मजबूत आपूर्ति श्रृंखला सुनिश्चित की जा सके। इसके अलावा ऊर्जा के क्षेत्र में और स्वच्छ, आधुनिक उच्च स्तरीय अवसंरचना में निवेश आदि पर भी नियम बनाए जाएंगे।’