Home Blog Page 487

कांग्रेस को बुलाने के विरोध में ममता की बैठक से बाहर हुई टीआरएस

टीएमसी नेता ममता बनर्जी की राष्ट्रपति पद पर विपक्षी उम्मीदवार के नाम पर सहमति के लिए बुलाई बैठक से पहले पिछले कल वामपंथी दल बाहर हुए और अब तेलंगना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव इस कारण बाहर हो गए हैं क्योंकि उनके इस बैठक में कांग्रेस को न बुलाने के उनके आग्रह को ममता बनर्जी ने नहीं माना। यह बैठक आज 3 बजे दिल्ली के कांस्टीट्यूशनल क्लब में होनी प्रस्तावित है। कांग्रेस पहले ही इस बैठक में शिरकत की बात कह चुकी है।

ममता बनर्जी मंगलवार को ही दिल्ली पहुँच गयी थीं और उनकी शाम को एनसीपी नेता शरद पवार से उनके आवास पर मुलाकात भी हुई थी। ख़बरें हैं कि शरद पवार राष्ट्रपति उम्मीदवार बनने के इच्छुक नहीं हैं। कांग्रेस नेता गुलाम नबी आज़ाद का नाम भी विपक्ष के उम्मीदवार के रूप में चर्चा में है।

इस बैठक में राष्ट्रपति पद के लिए विपक्षी उम्मीदवार के नाम पर चर्चा होनी है। अभी तक कोई एक नाम सामने नहीं आया है। हो सकता है आज की बैठक में नाम तय करने के लिए कुछ वरिष्ठ नेताओं की एक कमेटी बनाई जाए। यह कमेटी एक या दो नामों पर सहमति बनाये और फिर 22-23 जून को बैठक करके नाम पर मुहर लगा दी जाए।

उधर तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने बुधवार को कहा कि उनकी पार्टी टीआरएस बैठक में भाग नहीं लेंगे। पार्टी ने कहा कि वह भाजपा और कांग्रेस से समान दूरी बनाए रखने के हक़ में है। टीआरएस की आपत्ति है कि उनके विरोध के बावजूद बैठक में कांग्रेस को आमंत्रित किया गया। तेलंगना में कांग्रेस की मुख्य विरोधी है।

अभी तक की जानकारी के मुताबिक ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक की बीजेडी ने भी बैठक को लेकर हामी नहीं भरी है। आम आदमी पार्टी (आप) भी अभी दुविधा में दिखती है क्योंकि उसके कुछ बड़े नेता चाहते हैं कि पहले उम्मीदवार घोषित हो उसके बाद ही हाँ या न का फैसला किया जाए।

ममता की बुलाई बैठक में कांग्रेस के तीन वरिष्ठ नेता लेंगे कल हिस्सा

कांग्रेस ने बुधवार को दिल्ली में बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तरफ से राष्ट्रपति चुनाव पर चर्चा के लिए बुलाई बैठक में हिस्सा लेने की घोषणा की है। ममता दिल्ली पहुंच गयी है। इस बीच चर्चा है कि एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने राष्ट्रपति की उम्मीदवारी के प्रति ‘अनिच्छा’ जताई है।
हालांकि, माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने मंगलवार शाम कहा कि ममता की बुलाई बैठक में उनकी पार्टी शामिल नहीं होगी।

इस बैठक में कांग्रेस की तरफ से वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, जयराम रमेश और रणदीप सिंह सुरजेवाला हिस्सा लेंगे। यह बैठक दिल्ली के रफ़ी मार्ग पर स्थित कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में दोपहर 3 बजे होगी। ममता की आज कोई बैठक निर्धारित नहीं है। खबर है कि वे सोनिया गांधी का हाल जानने के लिए अस्पताल जा सकती हैं, जो वहां कोविड पॉजिटिव होने के बाद दाखिल हैं।

बैठक में राष्ट्रपति चुनाव की रणनीति तैयार किये जाने की संभावना है। ममता आज शाम दिल्ली पहुंच गईं। उनकी आज कोई बैठक नहीं है। एनसीपी प्रमुख शरद पवार भी दिल्ली में हैं। वे सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी से मुलाकात कर रहे हैं।

राष्ट्रपति चुनाव से पहले कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी तमाम नेताओं से बातचीत कर चुकी हैं। अब ममता बनर्जी भी विपक्ष को भाजपा के खिलाफ लामबंद करने में जुटी हैं। ममता की तरफ से हाल में 22 विपक्षी दलों को आमंत्रित किया गया था।

उधर कांग्रेस ने घोषणा की है कि उसके तीन नेता इस बैठक में हिस्सा लेंगे। पार्टी ने इसके लिए वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, जयराम रमेश और रणदीप सिंह सुरजेवाला को अधिकृत किया है।

राहुल गांधी से ईडी ने आज फिर की 4 घंटे पूछताछ, कई कांग्रेस नेता लिए हिरासत में

प्रवर्तन निदेशालय ने अपने दफ्तर में मंगलवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी से नेशनल हेराल्ड अखबार से जुड़े धनशोधन मामले में चार घंटे तक पूछताछ की। उधर इसे राजनीतिक प्रतिशोध बताते हुए इसका विरोध कर रहे कांग्रेस नेताओं रणदीप सुरजेवाला, हरीश रावत समेत 100 से ज्यादा नेताओं को कांग्रेस दफ्तर के बाहर पुलिस ने हिरासत में लिया है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने आज फिर एक वीडियो शेयर किया है जिसमें पुलिस कांग्रेस की केरल से महिला राज्य सभा सदस्य को घसीट रही है। इस बीच राहुल पूछताछ के लिए अब से कुछ देर पहले दुबारा ईडी के दफ्तर पहुंचे है।

ईडी, जिसने पिछले कल राहुल गांधी से 10 घंटे पूछताछ की थी, से आज फिर अपने दफ्तर में चार घंटे तक पूछताछ की। निदेशालय ने नेशनल हेराल्ड अखबार से जुड़े कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ के लिए राहुल गांधी और उनकी मां सोनिया गांधी को भी पेश होने के लिए कहा है।

इस सारे मामले को कांग्रेस सत्तारूढ़ भाजपा की प्रतिशोध की राजनीति बता रही है। पार्टी के जो नेता आज राहुल गांधी के साथ ईडी दफ्तर की ओर मार्च करने की कोशिश कर रहे थे, उन्हें पुलिस ने पकड़ लिया। कांग्रेस दफ्तर और ईडी मुख्यालय के आसपास भी पुलिस ने धारा 144 लगा रखी है।

कांग्रेस दफ्तर के आसपास पुलिस और पैरा मिलिट्री के जवान तैनात हैं। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने आज कहा – ‘क्रोनोलॉजी समझिए कि भाजपा ने हमला बोला है क्योंकि राहुल गांधी आप जनता की आवाज उठाते हैं। यह हमला सिर्फ राहुल और कांग्रेस पर नहीं बेरोजगारों और गरीबों पर है।’

यूपी में दमनकारी कार्रवाइयों का संज्ञान लें, पूर्व जजों-वकीलों ने सुप्रीम कोर्ट से किया आग्रह

सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के कई पूर्व जजों और नामी वकीलों ने सुप्रीम कोर्ट को एक चिट्ठी लिखकर उत्तर प्रदेश में पुलिस और प्रशासन पर दमनकारी कार्रवाई का आरोप लगाया है। साथ ही सर्वोच्च अदालत से गुहार लगाई है कि वह पुलिस और प्रशासन की प्रताड़ना और मौलिक अधिकारों का हनन करने के मामलों पर स्वत: संज्ञान (स्यू मोटो) ले।

चिट्ठी में हस्ताक्षर करने वालों में सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज जस्टिस बी सुदर्शन रेड्डी, जस्टिस वी गोपाला गौडा, जस्टिस एके गांगुली, दिल्ली हाईकोर्ट के पूर्व जज जस्टिस एपी शाह, मद्रास हाईकोर्ट के पूर्व जज जस्टिस के चंद्रू, कर्नाटक हाईकोर्ट के पूर्व जज जस्टिस मोहम्मद अनवर के अलावा सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील शांति भूषण, इंदिरा जयसिंह, चंदर उदय सिंह, आनंद ग्रोवर, मद्रास हाईकोर्ट के वरिष्ठ वकील श्रीराम पंचू और सुप्रीम कोर्ट के वकील प्रशांत भूषण शामिल हैं।

चिट्ठी में सुप्रीम कोर्ट से यूपी में नागरिकों पर राज्य शासन की तरफ से हाल की हिंसा और दमन की घटनाओं का स्वत: संज्ञान लेने का आग्रह किया गया है। इन जजों और वकीलों ने कहा कि भाजपा प्रवक्ताओं की पैगंबर मोहम्मद पर हाल की टिप्पणी से यूपी सहित देश में कई जगह विरोध प्रदर्शन हुए हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को सुनने और शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन का अवसर देने की जगह खासकर यूपी प्रशासन ने उन लोगों के खिलाफ हिंसक कार्रवाई की मंज़ूरी दे दी।

इन नामी वकीलों और जजों ने कहा कि ‘राज्य के सीएम ने कथित तौर पर अधिकारियों को इन लोगों के खिलाफ ऐसी कार्रवाई करने को प्रोत्साहित किया जो एक उदाहरण स्थापित करे ताकि कोई भी ऐसा अपराध न करे या भविष्य में कानून अपने हाथ में न ले। उन्होंने आगे निर्देश दिया है कि राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम, 1980, और उत्तर प्रदेश गैंगस्टर और असामाजिक गतिविधियों (रोकथाम) अधिनियम, 1986, को दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ लागू किया जाए।’

चिट्ठी में आरोप लगाया गया है कि ‘इन्हीं टिप्पणियों ने पुलिस को प्रदर्शनकारियों को बेरहमी से और गैरकानूनी तरीके से प्रताड़ित करने के लिए प्रोत्साहित किया है। इसके तहत यूपी पुलिस ने 300 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है और विरोध कर रहे नागरिकों पर एफआईआर दर्ज की है। हिरासत में लिए युवकों को लाठियों से पीटा जा रहा है, जिसके वीडियो भी सार्वजनिक हुए हैं। प्रदर्शनकारियों के घरों-दुकानों को बिना किसी नोटिस या कार्रवाई के बुलडोजर से ध्वस्त किया जा रहा है।

भारतीय सेना में भर्ती होने का नया तरीका, चार साल की होगी नौकरी कहलाएंगे ‘अग्निवीर’

दिल्ली में आज रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अग्निपथ भर्ती योजना की घोषणा की है। इसके अंतर्गत देश के युवाओं को राष्ट्र की सेवा करने का मौका मिलेगा। इसमें भर्ती होने के लिए युवाओं का मानसिक और शारीरिक फिट होना बेहद जरूरी है। इसके जरिये युवाओं को रोजगार भी मिलेगा।

राजनाथ सिंह ने कहा कि, “रक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए कई कदम उठाए है और भारतीय सेना को विश्व की बेहतरीन सेना बनाने के लिए अग्निपथ योजना ला रहे है। इस योजना से देश की सुरक्षा को मजबूत करने के लिए अग्निवीर आएंगे व नौकरी के अवसर बढ़ेंगे।”

इसके अंतर्गत युवाओं को सेना में चार साल के लिए भर्ती कराया जाएगा और नौकरी छोड़ते समय सेवा निधी पैकेज भी दिया जाएगा। इस योजना के तहत सेना में भर्ती होने वाले युवाओं को अग्निवीर कहा जाएगा।

इसमें भर्ती होने के लिए 17.5 साल से 21 साल की आयु के लोगों को मौका मिलेगा। साथ ही ट्रेनिंग 10 हफ्ते से 6 महीने तक की होगी। दसवीं व बारहवीं के छात्र आवेदन कर सकेंगे।

यदि कोई अग्निवीर देश सेवा के दौरान शहीद हो जाता है तो उसके परिजनों को सेवा निधि समेत 1 करोड़ रुपए की राशि ब्याज समेत दी जाएगी। साथ ही बाकी बची नौकरी का भी वेतन उन्हें दिया जाएगा। और यदि कोई अग्निवीर डिसेबल हो जाता है तो उसे 44 लाख रुपए तक की राशि व वेतन दी जाएगी।

पीएम: डेढ़ साल में 10 लाख रोजगार देंगे; कांग्रेस ने कहा वादा तो हर साल 2 करोड़ नौकरी का था

विपक्ष, खासकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बेरोजगारी को लेकर लगातार ट्वीट के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार सुबह एक ट्वीट में कहा है कि उन्होंने विभिन्न सरकारी विभागों और मंत्रालयों से कहा है कि वे ‘मिशन मोड’ में काम करते हुये अगले डेढ़ साल में दस लाख लोगों की भर्ती करें। उधर कांग्रेस ने इसके बाद कहा कि पीएम का वादा था कि हर साल 2 करोड़ लोगों को नौकरी दी जाएगी और अब पीएम 2024 तक 10 लाख नौकरी देने की बात रहे हैं।

प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने मंगलवार को कहा – ‘सभी सरकारी विभागों और मंत्रालयों में मानव संसाधन की स्थिति की समीक्षा के बाद प्रधानमंत्री का यह निर्देश आया है।’

पीएमओ ने कहा कि ‘प्रधानमंत्री नरेंद मोदी ने सभी सरकारी विभागों और मंत्रालयों में मानव संसाधन की स्थिति की समीक्षा की और सरकार द्वारा मिशन मोड में अगले डेढ़ साल में दस लाख लोगों की भर्ती करने का निर्देश दिया है।

इस बीच कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने पीएम की घोषणा के बाद कहा -‘वादा था 2 करोड़ हर साल देने का, 8 साल में देनी थी 16 करोड़ नौकरियां। अब कह रहे हैं साल 2024 तक केवल 10 लाख नौकरी देंगे। 60 लाख पद तो केवल सरकारों में खाली पड़े हैं, 30 लाख पद केंद्रीय सरकार में खाली पड़े हैं।’

उधर भाजपा नेता वरुण गांधी ने पीएमओ के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा – ‘बेरोजगार युवाओं की पीड़ा और मर्म समझने के लिए धन्यवाद प्रधानमंत्री जी। नए रोजगार का सृजन करने के साथ साथ हमें एक करोड़ से अधिक ‘स्वीकृत परंतु रिक्त’ पदों को भरने के लिए सार्थक प्रयास करना होगा। हर वर्ष 2 करोड़ रोजगार देने का संकल्प पूरा करने के लिए और तेज गति से कदम बढ़ाने होंगे।’

कोरोना के 6,594 नए मामले, पहले से घटे

देश में पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 6,594 नए मामले आए हैं। उधर मुंबई में कोरोना मामलों में उछाल देखने को मिला है जहाँ सोमवार को 1,118 नए मामलों की पुष्टि हुई जबकि राजधानी दिल्ली में इसी दौरान 614 नए मामले सामने आए हैं, हालांकि मुम्बई की तरह कोई मौत नहीं हुई।

स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक आज सुबह 8 देश में 4,035 लोग कोरोना से ठीक हुए हैं। अब तक कुल 4,26,61,370 लोग कोरोना से ठीक हो चुके हैं। रोजाना की पॉजिटिविटी डर 2.05 फीसदी है। भारत में सक्रिय मामलों की संख्या अब 50,548 है।

उधर मुंबई में सोमवार वायरस के 1,118 नए मामलों की पुष्टि हुई और किसी भी संक्रमित की मौत नहीं हुई। रविवार की तुलना में 38 फीसदी कम मामले आए हैं। दिल्ली में सोमवार को 614 नए मामले सामने आए लेकिन किसी मरीज की मौत नहीं हुई जबकि संक्रमण दर बढ़कर 7.06 फीसदी हो गई।

केंद्र की भाजपा सरकार हर मोर्चे पर असफल

इसी साल दो राज्यों गुजरात और हिमाचल प्रदेश में होने वाले विधानसभा के चुनाव में कांग्रेस का खोया हुआ जनाधार बढ़ने की संभावना जताई जा रही है। कांग्रेस के रणनीतिकारों का कहना है कि जिस अंदाज में मोदी सरकार अपने विरोधियों पर सीबीआई, ईडी और तमाम जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। उससे जनता की सहानुभूति कांग्रेस सहित विरोधियों दल को मिल रही है।

लोगों का कहना है कि मोदी सरकार बढ़ती महंगाई पर काबू पाने में असफल रही है। लोगों को रोजगार नहीं मिल रहे है। देश में दो समुदायों के बीच तनावपूर्ण माहौल चल रहा है। ऐसे हालात में लोगों का गुस्सा सरकार के प्रति बढ़ रहा है। कांग्रेस का मानना है कि अगर मोदी सरकार लगातार अपने विरोधियों को चुन-चुन कर निशाना बनाता रही तो विरोधी दल एक सुर में सरकार के विरोध में सड़कों पर उतरने को मजबूर होगे। जिससे देश में तनावपूर्ण माहौल बन सकता है।

आपको बता दें, 13 जून को कांग्रेस के नेता राहुल गांधी को ईडी ने बुलाकर तमाम पूँछताछ की और फिर से 14 जून (यानी आज) को बुलाया है। इससे कांग्रेस सहित अन्य नेताओं में एक मैसेज जा रहा है कि जरूर सियासत मुद्दे से भटक कर हो रही है।

कांग्रेस नेता सुंधाशु का कहना है कि कांग्रेस को ईडी ने एक अवसर दे दिया है। अब कांग्रेस सत्याग्रह के रास्ते पूरे देश में जन आंदोलन चलाएंगी। और गांव-गांव तक जाकर केन्द्र की मोदी सरकार की पोल खोलेगी। उन्होने बताया कि केन्द्र सरकार की नीतियों से अभी देश का किसान खफा है। केन्द्र सरकार ने जो वादा किसान से किया था उसको पूरा नहीं किया मुद्दे को लटका कर रख दिया, जिससे किसानों में भारी आक्रोश है। इन्ही तमाम मामलों को लेकर कांग्रेस जनता को जागरूक करेगी ताकि केन्द्र सरकार की कथनी और करनी को जनता के बीच ले जाया जा सकें।

राहुल से आज फिर पूछताछ करेगी ईडी, कांग्रेस विरोध जारी

कांग्रेस नेता राहुल गांधी से सोमवार को 10 घंटे से भी ज्यादा तक पूछताछ करने वाले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उन्हें आज (मंगलवार) को फिर पूछताछ के लिए बुलाया है। यह ‘पूछताछ’ 11 बजे शुरू होगी। इस बीच कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने अपने ट्वीटर हैंडल पर एक वीडियो डाला है जिसमें दिख रहा है कि पुलिस पार्टी के वरिष्ठ नेता किसी वेणुगोपाल को प्रदर्शन करने के कारण लगभग घसीटते हुए ले जा रही है। उधर कांग्रेस नेता सुरजेवाला ने सवाल उठाया है कि ईडी हिमंता विस्वा सरमा या येदियुरप्पा को क्यों नहीं बुलाती जिनके खिलाफ आरोप लगे हैं।

कांग्रेस ने घोषणा की है कि वह भाजपा सरकार के ईडी का इस्तेमाल राजनीतिक उद्देश्यों के लिए करने के खिलाफ मंगलवार को भी प्रदर्शन करेगी। बता दें ईडी नेशनल हेराल्ड अखबार से जुड़े धनशोषण मामले में राहुल गांधी से पूछताछ कर रही है। पूरी कांग्रेस कह चुकी है कि इस मामले में कुछ नहीं है और मोदी सरकार राजनीतिक बदले की भावना से राहुल को परेशान कर है क्योंकि भाजपा राहुल गांधी से डरती है।

ईडी ने राहुल गांधी को आज फिर 11 बजे पूछताछ के लिए बुलाया है। सोमवार को भी ईडी ने राहुल गांधी से 10 घंटे से ज्यादा तक पूछताछ की थी। उधर कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने मंगलवार को भाजपा सरकार पर हमला बोला और पूछा कि ईडी हिमंता विस्वा सरमा या येदियुरप्पा को क्यों नहीं बुलाती?

सुरजेवाला ने कहा – ‘राहुल गांधी के खिलाफ ईडी की जांच उनकी आवाज दबाने की कोशिश है क्योंकि उन्होंने हमेशा मोदी सरकार से चीन के भारतीय क्षेत्र पर कब्जे, , महंगाई, ईंधन की कीमतों में वृद्धि, बेरोजगारी, धार्मिक प्रतिशोध जैसे मुद्दों पर सवाल उठाए हैं। भाजपा मीडिया और वाट्सएप यूनिवर्सिटी का इस्तेमाल कर मुद्दों को दबाने की कोशिश कर रही है।’

कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी उद्योगपतियों के एजेंट के तौर पर काम कर रहे हैं और उन्हें विदेशों में ठेके दिला रहे हैं। उन्होंने कहा, क्रोनोलॉजी समझिए कि भाजपा ने हमला बोला है क्योंकि राहुल गांधी जनता की आवाज उठाते हैं। राहुल उनकी आंखों में आंखें डालकर उनकी सरकार पर सवाल उठाते हैं। यह हमला सिर्फ राहुल और कांग्रेस पर नहीं बेरोजगारों और गरीबों पर है।

इस बीच कांग्रेस के कई नेताओं ने आरोप लगाया है कि पुलिस उन्हें पार्टी दफ्तर 24 अकबर रोड जाने से रोका और जबरन हिरासत में लेकर मंदिर मार्ग थाने पहुंच गई। कांग्रेस मुख्यालय के चारों ओर पुलिस ने बैरिकेडिंग की है। वहां सड़क जाम का स्थिति है और बड़ी संख्या में पुलिस और पैरा मिलिट्री के जवान हैं। उधर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने अपने ट्वीटर हैंडल पर एक वीडियो डाला है जिसमें दिख रहा है कि पुलिस पार्टी के वरिष्ठ नेता किसी वेणुगोपाल को प्रदर्शन करने के कारण लगभग घसीटते हुए ले जा रही है।

राहुल गांधी की आज ईडी के सामने पेशी से पहले कड़ी सुरक्षा

कांग्रेस नेता राहुल गांधी की प्रवर्तन निदेशलय (ईडी) के सामने पेशी को देखते हुए राजधानी दिल्ली में सोमवार को सरकार की तरफ से सुरक्षा के जबरदस्त इंतजाम देखने को मिले। कई जगह सड़कें ट्रैफिक के लिए बंद हैं ताकि कांग्रेस के कार्यकर्ता घोषणा के मुताबिक सत्याग्रह प्रदर्शन न कर सकें। कई जगह धारा 144 भी लगाई गयी है कार्यकर्ता न जुट सकें। कांग्रेस दफ्तर के बाहर विरोध प्रदर्शन के चलते कई कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं को हिरासत में लिया गया है।

राहुल के घर के सामने सोमवार को एक पोस्टर दिखा जिसमें पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को संबोधित करते हुए लिखा गया है – यह राहुल गांधी है, झुकेगा नहीं। एक अन्य पोस्टर में लिखा है- राहुल जी संघर्ष करो, हम आपके साथ है।

इस बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने सोमवार को कहा कि राहुल गांधी को ईडी की तरफ से भेजा गया समन निराधार और राजनीतिक है। उन्होंने कहा – ‘ऐसा प्रतीत होता है कि जांच एजेंसी का अधिकार क्षेत्र भाजपा नेताओं या पार्टी के द्वारा शासित राज्यों तक नहीं है। धनशोधन के अपराध में ‘धन’ और ‘धन शोधन’ होना चाहिये। नेशनल हेराल्ड मामले में कर्ज को हिस्सेदारी में बदला गया है और उधार देने वाले बैंक नियमित आधार पर ऐसा करते हैं। इस मामले में पैसे का कोई लेन-देन नहीं हुआ, लिहाजा इसे धनशोधन का मामला कैसे कहा जा सकता है ?’

बता दें राहुल गांधी को नेशनल हेराल्ड मामले में आज पूछताछ के लिए केन्द्रीय जांच एजेंसी के सामने पेश होना है। हालांकि, राहुल गांधी के घर के बाहर इससे पहली ही बड़ी संख्या में पुलिस तैनात कर दी गई। ईडी ऑफिस के बाहर भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है। कांग्रेस दफ्तर के बाहर विरोध प्रदर्शन के चलते कई कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं को हिरासत में लिया गया है।

कांग्रेस ने भाजपा पर बदले की राजनीति करने का आरोप लगाया है। कांग्रेस ने फैसला किया है कि पार्टी के सभी शीर्ष नेता और सांसद दिल्ली में ईडी के मुख्यालय तक विरोध मार्च निकालेंगे और सत्याग्रह करेंगे। राज्यों में भी कांग्रेस नेता सोमवार को जांच एजेंसी के कार्यालयों तक मार्च निकालेंगे और सत्याग्रह करेंगे। याद रहे रविवार को कांग्रेस नेताओं ने राहुल गांधी के प्रति एकजुटता दिखाने और भाजपा पर बदले की राजनीति करने का आरोप लगाने के लिए देशभर में प्रेस कांफ्रेंस की थीं।