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रोहित शेखर हत्याकांड में पत्नी अपूर्वा गिरफ्तार

पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत एनडी तिवारी के बेटे रोहित शेखर की हत्या के मामले में उनके पत्नी अपूर्वा को गिरफ्तार कर लिया गया है। रोहित की नौ दिन पहले संदिग्ध हालात में मौत हो गयी थी।
जानकारी के मुताबिक दिल्ली पुलिस ने शेखर की पत्नी अपूर्वा को गिरफ्तार कर लिया है। अभी तक की जांच में पुलिस के शक की सुई तीन लोगों के इर्द गिर्द घूम रही थी जिनमें रोहित की पत्नी, उसके ड्राइवर और नौकर शामिल है। शक के घेरे में सबसे ऊपर शेखर की पत्नी अपूर्वा ही थी। उनकी शादी साल भर पहले ही रोहित से हुई थी। अपूर्वा पेशे से वकील हैं।
पुलिस ने दावा कि उसने रोहित की ह्त्या क मामला सुलझा लिया है। इस हत्याकांड के मामले में आखिरकार क्राइम ब्रांच ने रोहित की पत्नी अपूर्वा शुक्ला को गिरफ्तार कर लिया है। ये गिरफ्तारी अपूर्वा के खिलाफ ठोस सबूत मिलने के बाद की गई है।   इस मामले में शुरू से ही शक की सुई रोहित की पत्नी की तरफ घूम रही थी।
पुलिस के मुताबिक रोहित की पत्नी अपूर्वा लगातार इस मामले में बयान बदल रही थी। उससे सारा शक उसी के इर्ग-गिर्द आकर ठहर जाता था। बारदात वाली रात को लेकर अपूर्वा ने अब तक तीन अलग-अलग बयान दिए। जिसकी वजह से पुलिस का शक पुख्ता होने लगा था। पुलिस वारदात के बाद से रोहित की पत्नी समेत घर के छह लोगों से पूछताछ कर रही थी।

सीजेआई को फंसाने का दावा करने वाले वकील से जवाब माँगा सुप्रीम कोर्ट ने

सर्वोच्च न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई के खिलाफ यौन प्रताड़ना आरोप के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को उन वकील उत्सव बैंस से जवाब मांगा है, जिन्होंने यह सनसनीखेज दावा किया है कि प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई को यौन उत्पीड़न के झूठे मामले में फंसाकर उन्हें इस्तीफा देने के लिए मजबूर करने के मकसद से षड्यंत्र रचा गया था।
न्यायमूर्ति अरुण मिश्रा की अगुवाई में न्यायमूर्ति आरएफ नरीमन और न्यायमूर्ति दीपक गुप्ता की एक विशेष पीठ ने वकील उत्सव सिंह बैंस को नोटिस जारी किया और इस दावे के संबंध में उनसे जवाब मांगा। गौरतलब है कि बैंस ने दावा किया था कि उन्हें शीर्ष अदालत की पूर्व महिला कर्मचारी का प्रतिनिधित्व करने के लिए और यहां प्रेस क्लब ऑफ इंडिया में संवाददाता सम्मेलन का आयोजन करने वाले व्यक्ति का इंतजाम करने के लिए डेढ़ करोड़ रुपये की पेशकश की गई थी।
पीठ ने मामले की आगे की सुनवाई के लिए बुधवार को सुबह साढ़े १० बजे का समय तय किया है। मामले की ”न्यायपालिका की स्वतंत्रता से जुड़े अति महत्वपूर्ण” विषय के तौर पर सुनवाई की जा रही है। वकील  बैंस ने सोमवार को शपथपत्र दायर किया था। इससे पहले शनिवार को अप्रत्याशित सुनवाई हुई थी जिसमें प्रधान न्यायाधीश ने कहा था कि इन आरोपों के पीछे एक बड़ी साजिश है।

तीसरे चरण में करीब ६२ फीसदी मतदान

देश में लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में मंगलवार को १३ राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों की ११७ लोकसभा सीटों के लिए करीब ६२ फीसदी मतदान हुआ है।
 बंगाल में कुछ जगह हिंसक झड़पें हुईं जिनमें एक व्यक्ति की मौत हुई है। अन्य जगह मतदान कमोवेश शांतिपूर्ण रहा। आज पूर्व उपप्रधानमंत्री वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी, पीएम मोदी और पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने भी अन्य के साथ वोट डाला।
चुनाव आयोग के मुताबिक तीसरे चरण में देश भर में करीब ६२.१७ प्रतिशत वोट पड़े हैं। इन १३ राज्यों और दो केंद्रशासित प्रदेशों की ११७ सीटों में २०१४ में भाजपा-सहयोगियों ने ६६ सीटें जीती थीं जबकि कांग्रेस-सहयोगियों ने २७ पर परचम लहराया था। अन्य सीटें दूसरे दलों/निर्दलियों के हिस्से गयी थीं।
आजके चरण में गुजरात की सभी २६, केरल की सभी २० सीटों के साथ असम की चार, बिहार की पांच, छत्तीसगढ़ की सात, कर्नाटक और महाराष्ट्र की १४-१४  ओडिशा की छह, उत्तर प्रदेश की १०, पश्चिम बंगाल की पांच, गोवा की दो और दादर नगर हवेली, दमन दीव तथा त्रिपुरा की एक-एक सीट शामिल है।
तीसरे चरण के मतदान में चुनाव आयोग ने २.१० लाख मतदान केंद्र बनाये और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये। इस चरण में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (वायनाड) और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह (गांधीनगर) सहित कई केंद्रीय मंत्रियों की किस्मत भी दांव पर है।
उधर पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में कांग्रेस और टीएमसी कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक झड़प की घटना पर चुनाव आयोग ने ज़िला प्रशासन से रिपोर्ट मांगी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अहमदाबाद में वोट डाला। इससे पहले उन्होंने गांधीनगर में अपनी मां हीराबेन से मिलकर आशीर्वाद लिया। पीएम ने वोट देने के बाद कहा – ” तंकवाद का शस्त्र आईईडी होता है और लोकतंत्र का शस्त्र वोटर आईडी होता है। मुझे विश्वास है कि वोटर आईडी की ताक़त आईईडी से अनेक अनेक गुना ज़्यादा है। हम इस वोटर आईडी कार्ड का महत्व समझें और अधिकतम वोट करें।”
उधर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने दिसपुर में वोट डाला। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने अहमदाबाद और दुर्ग में छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने मत डाला।
समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने भी परिवार समेत अपने मताधिकार का उपयोग किया।

आईएस ने ली श्रीलंका धमकों की जिम्मेवारी

दुर्दांत आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ( आईएस) ने श्रीलंका में हुए सीरियल ब्लास्ट  की जिम्मेदारी ली है। इन धमाकों में अब तक ३२१ लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें दस  भारतीय भी शामिल हैं।
ब्लास्ट की जिम्मेवारी इस्लामिक स्टेट ने अमाक समाचार एजेंसी के जरिये ली है जो उसकी समर्थक एजेंसी मानी जाती है। आईएस ने श्रीलंका में यह बम विस्फोट करने का दावा किया है। श्रीलंका में रविवार को ईस्टर के मौके पर गिरजाघरों और आलीशान होटलों को निशाना बनाकर आत्मघाती हमले और आठ सिलसिलेवार शक्तिशाली धमाके किये गये थे। इन धमाकों में अब तक १० भारतीयों समेत ३२१  लोगों की मौत हो चुकी है।
श्रीलंका ने इन धमाकों को देश के अब टेक के सबसे भयंकर ब्लास्ट बताया है। रविवार के हमले के बाद श्रीलंका में तत्काल कर्फ्यू लगा दिया गया था। चर्चा थी कि श्रीलंका में पिछली रात इमरजेंसी लग सकती है हालाँकि ऐसा नहीं हुआ है।

बंगाल में वोटिंग के दौरान झड़प में एक की मौत

पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों की झड़प में वोट देने के लिए लाइन में खड़े एक व्यक्ति की मौत हो गई। वहां बम फेंकने की घटना भी हुई है। झड़पों में एक व्यक्ति की जान जाने की खबर है। कांग्रेस ने इस व्यक्ति को अपना कार्यकर्ता बताया है। उधर दिनाजपुर में एक पोलिंग अफसर ने सुसाइड कर लिया है।
लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण मतदान के लिए पश्चिम बंगाल सहित १३ राज्यों और २ केंद्र शासित प्रदेशों की ११७ सीटों पर मतदान हो रहा है। इनमें पश्चिम बंगाल की ५ लोकसभा सीटें हैं।
मुर्शिदाबाद में कांग्रेस और टीएमसी समर्थकों के बीच भीषण झड़प हुई। जिसमें पोलिंग बूथ की लाइन में लगे एक व्यक्ति की जान चली गई। कांग्रेस प्रत्याशी अबु हीना का दावा है कि जिस व्यक्ति की मौत हुई है, वह कांग्रेस कार्यकर्ता है।
इस बीच बंगाल के दिनाजपुर में एक पोलिंग अधिकारी के सुसाइड करने की खबर है।  रिपोर्ट्स के मुताबिक चुनाव की जिम्मेदारियों को पूरा करने के बाद वह अपने घर चला गया था। आज के मतदान में इस अफसर की ड्यूटी थी, लेकिन वह अपने बूथ पर नहीं पहुंचा।  बाद में पता चला कि ड्यूटी से पहले ही अफसर ने घर पर सुसाइड कर लिया है। उधर पुलिस ने शुरुआती जांच में इसके पीछे पारिवारिक कारण बताया है।
कड़े सुरक्षा इंतजामों के बावजूद मतदान को प्रभावित करने की कोशिश होती देखी गयी। सुबह ७ बजे जैसे मतदान शुरू हुआ तो वोटरों की लंबी लाइन देखने को मिली  लेकिन १० बजे तक माहौल पूरी तरह से बदल गया और अचानक हिंसा बढ़ गई। मालदा में भाजपा दफ्तर पर हमला हुआ। आरोप कि टीएमसी समर्थकों ने तोड़फोड़ की  टीएमसी ने सरासर झूठ बताया है।
मुर्शिदाबाद के रानीनगर में स्थित पोलिंग बूथ नंबर २७ और २८ के पास कुछ अनजान लोगों ने बम भी फेंका है। वीडियों में बम फेकता हुआ व्यक्ति साफ नजर आ रहा है और बम एक जाली वाली दीवार के पार फटता और धुंआ उठता हुआ दिख रहा है।

सुप्रीम कोर्ट ने गैंगरेप पीड़िता बिलकिस बानो को ५० लाख, घर देने का आदेश दिया गुजरात सरकार को

सर्वोच्च न्यायालय ने गुजरात सरकार को २००२ गुजरात दंगों की गैंगरेप पीड़िता   बिलकिस बानो को ५० लाख रूपये का मुआवज़ा, सरकारी नौकरी और आवास उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई ने फैसला सुनाते वक्त गुजरात सरकार की स्थायी वकील से कहा कि आप खुद को भाग्यशाली मानें कि हम आपकी सरकार के खिलाफ कोई फैसला नहीं ले रहे हैं।
गौरतलब है कि पहले  बिलकिस बानो ने ५ लाख रुपए का मुआवज़ा स्वीकार करने से इंकार कर दिया था। गोधरा कांड के बाद हुए दंगों में  बिलकिस के परिवार के सात सदस्यों की हत्या हुई थी। याद रहे २७ फरवरी को गोधरा कांड के बाद पूरे गुजरात में सांप्रदायिक दंगे भड़क गए। इस दंगे में बड़े पैमाने पर जनसंहार हुआ।
इसके कुछ दिन बाद ३ मार्च, २००२ को अहमदाबाद से २५० किमी दूर रंधीकपुर गांव में  बिलकिस बानो के परिवार पर भीड़ ने हमला कर दिया था। इस हमले में  बिलकिस के तीन साल की बेटी सहित उसके परिवार के सात लोगों की हत्या कर दी गई थी। इसके बाद उस वक्त १९ साल की पांच माह की गर्भवती बिलकिस बानो के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया था। बिलकिस बानो ने इसके अगले दिन यानी ४ मार्च, २००२ को पंचमहल के लिमखेड़ा पुलिस स्टेशन में अपनी शिकायत दर्ज करायी थी।
यूडी साल्वी की विशेष अदालत ने २१ जनवरी, २००८ को दिए अपने फैसले में  बिलकिस के साथ सामूहिक दुष्कर्म करने और उसके परिवार के सात सदस्यों की हत्या करने के मामले में ११ लोगों को दोषी ठहराया था। अब सर्वोच्च अदालत की तरफ से बानो के लिए उपरोक्त फैसला आया है।

शीला दीक्षित ने दिल्ली में नामांकन दाखिल किया

शीला दीक्षित ने दिल्ली में
नामांकन दाखिल किया
तहलका ब्यूरो
कांग्रेस उम्मीदवार और दिल्ली की पूर्व सीएम शीला दीक्षित और पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन ने मंगलवार को लोकसभा चुनाव के लिए अपने नामांकन  दाखिल किये। इनके आलावा मशहूर बॉक्सर विजेंदर सिंह भी अपना नामांकन दाखिल किया।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और तीन बार दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं दीक्षित ने उत्तर पूर्वी दिल्ली से पर्चा भरा। यहां उनका मुकाबला भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी और आप के दिलीप पांडे से होगा।
दक्षिण दिल्ली से कांग्रेस उम्मीदवार और ओलंपिक पदक विजेता मशहूर बाॅक्सर विजेंदर सिंह ने नामांकन दाखिल किया। वे हरियाणा में पुलिस की नौकरी (डीएसपी) छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए हैं।
उधर पूर्व अध्यक्ष अजय माकन ने नई दिल्ली संसदीय सीट से नामांकन दाखिल किया। भाजपा ने इस सीट पर मौजूदा सांसद मीनाक्षी लेखी को उतारा है तो आप के उम्मीदवार ब्रजेश गोयल हैं।
शीला दीक्षित ने इस मौके पर पत्रकारों से बातचीत भी की। उन्होंने कहा – ”यह क्षेत्र मेरी भावनाओं से जुड़ा हुआ है। इस क्षेत्र में मैंने दिल्ली में अपना राजनीतिक जीवन शुरू किया, जो भी यहां मेरे मुकाबले में खड़ा है मेरे लिए चुनौती है और यह बात कोई मायने नहीं रखती कि वह किस पार्टी का उम्मीदवार है। हम चुनाव लड़ेगें और जीतेंगे।”
आप के साथ गठबंधन पर दीक्षित ने कहा – ”गठबंधन की बातचीत अब पूरी तरह खत्म हो चुकी है।” साल २००४ में दिल्ली की ६ सीटों पर कांग्रेस, एक पर भाजपा जबकि २००९ में सभी सात कांग्रेस ने जीती थीं। हालाँकि, २०१४ में मोदी की लहर में  भाजपा ने सातों सीटें जीत ली थीं। अब बिना लहर का चुनाव है और देखना दिलचस्प होगा कि क्या नतीजे रहते हैं।

साध्वी प्रज्ञा को दिखाए काले झंडे

भोपाल से भाजपा प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा को उनके रोड शो के दौरान मंगलवार को कुछ्ह लोगों ने काले झंडे दिखाए गए। हालांकि, प्रज्ञा समर्थकों ने इन लोगों को पकड़कर उनकी जमकर पिटाई की। बाद में पुलिस ने मामले में बीच बचाव किया।
दिलचस्प यह है कि भोपाल में भाजपा कार्यकर्ताओं ने एसडीएम के ऑफिस में ही काला झंडा दिखाने वाले इस व्यक्ति, जो एनसीपी कार्यकर्ता बताया गया है, की पिटाई कर दी। भाजपा प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा ने आज नामांकन दाखिल कर दिया। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के अलावा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह उनके साथ मौजूद रहे।
इससे पहले प्रदेश भाजपा के आला नेताओं की मौजूदगी में साध्वी प्रज्ञा रोड शो के रूप में नामांकन के लिए निकलीं। उनके रोड शो में बड़ी संख्या में भाजपा नेताओं के अलावा कार्यकर्ता भी मौजूद थे। रास्ते भर मोदी-मोदी के नाम के नारे गूंजे।
जब वो कलेक्ट्रेट पहुंचीं तो एनसीपी के एक कार्यकर्ता ने उन्हें काला झंडा दिखाया। जिसके बाद वो भागकर एसडीएम ऑफिस में घुस गया। गुस्साए भाजपा कार्यकर्ताओं ने एसडीएम ऑफिस में घुसकर उसे पीटा। विवाद बढ़ता देख पुलिस ने बीच-बचाव किया। प्रज्ञा के साथ ही आलोक संजर ने पार्टी के डमी कैंडीडेट के तौर पर अपना नामांकन जमा किया।

बॉक्सर विजेंद्र कांग्रेस, अभिनेता सनी देओल भाजपा में शामिल

जाने माने बॉक्सर विजेंदर सिंह कांग्रेस में शामिल हो गए तो मशहूर अभिनेता सनी देओल ने भाजपा का दामन थाम लिया है। कांग्रेस ने विजेंदर सिंह को दक्षिण दिल्ली  सीट से मैदान में उतारा है जबकि देओल को भाजपा ने पंजाब के गुरदासपुर से चुनाव लड़ाने की तैयारी कर ली है जहाँ से दिवंगत फिल्म अभिनेता विनोद खन्ना तीन बार सांसद रहे हैं।
कांग्रेस ने पिछली रात दक्षिण दिल्ली सीट पर विजेंदर सिंह को उम्मीदवार के रूप में उतारा। विजेंदर सिंह का मुकाबला भाजपा के रमेश बिधूड़ी और आम आदमी पार्टी के राघव चड्ढा से होगा। मंगलवार को इस मशहूर बॉक्सर ने नामांकन दाखिल किया और इस मौके पर कहा – ”यहाँ मेरा मुकाबला किसी राजनीतिक दल से नहीं बल्कि उन समस्यायों से हैं जिन्हें यहाँ के लोग फेस कर रहे हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि दक्षिण दिल्ली उनका घर है और वे चुनाव के बाद भी बॉक्सिंग जारी रखेंगे।
इससे पहले विजेंदर ने ट्वीट में कहा – ”बीस साल से अधिक के अपने मुक्केबाजी के कैरियर में मैंने रिंग में रहते हुए अपने देश को सदा गौरवान्वित किया। अब समय आ गया है कि मैं अपने देशवासियों के लिए कुछ करूं और उनकी सेवा करूं। मैं इस अवसर को स्वीकार करता हूं और इस जिम्मेदारी के लिए कांग्रेस, राहुल गांधीजी और प्रियंका गांधीजी का आभार प्रकट जताता हूं।”
उधर धमेंद्र के अभिनेता पुत्र सनी देओल भाजपा में शामिल हो गए हैं। इस परिवार से हेमा मालिनी पहले से ही भाजपा में हैं और मथुरा से चुनाव मैदान में हैं। सनी कुछ दिन पहले पार्टी अध्यक्ष अमित शाह से मिले थे। सनी ने पार्टी की सदस्यता लेते हुए कहा – ”मेरे पिता अटलजी के साथ जुड़े थे और अब मैं मोदीजी के साथ जुड़ रहा हूं।”   धर्मेंद्र खुद सांसद रह चुके हैं। सनी गुरदासपुर सीट से चुनाव लड़ सकते हैं।

राफेल अवमानना मामले में राहुल को सुप्रीम कोर्ट का नोटिस

सर्वोच्च न्यायालय ने राफेल फैसले पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की टिप्पणियों को लेकर मंगलवार को उन्हें अवमानना का नोटिस जारी किया है। गांधी की टिप्पणियों के बारे में सर्वोच्च अदालत ने कहा था कि उसे गलत तरीके से उद्धत किया गया है।
अदालत ने अवमानना याचिका को खत्म करने के राहुल गांधी के अनुरोध को अस्वीकार कर दिया और कहा कि वह उनके जवाब से संतुष्ट नहीं है। अदालत अब इस मामले पर ३० अप्रैल को सुनवाई करेगी। याद रहे राहुल गांधी ने राफेल डील पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का हवाला देते हुए कहा था कि ”अब सुप्रीम कोर्ट ने भी कह दिया है कि चौकीदार चोर है” जिसे लेकर भाजपा सांसद मीनाक्षी लेखी ने अवमानना का मामला दायर किया था।
प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई, जस्टिस दीपक गुप्ता और जस्टिस संजीव खन्ना की पीठ ने अपने आदेश में कहा कि अवमानना याचिका पर राहुल गांधी की ओर से दलीलें सुनने के बाद उन्हें नोटिस जारी करना उचित समझते हैं। कोर्ट ने कहा कि अब इस मामले की सुनवाई भी राफेल पर पिछले साल १४ दिसंबर के फैसले पर पुनर्विचार के लिए दायर याचिका के साथ ही की जाएगी।
अदालत में मंगलवार को राहुल गांधी के वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि १८  महीने से चुनाव प्रचार चल रहा है। हम अपनी बात पर अभी भी कायम हैं कि चौकीदार चोर है। मीनाक्षी लेखी की ओर से पेश वकील मुकुल रोहतगी ने कहा राहुल गांधी ने मान लिया है कि उन्होंने गलत बयान दिया है और कोर्ट ने कभी नहीं कहा कि चौकीदार चोर है। रोहतगी ने कहा कि राहुल गांधी ने अपने बयान पर खेद जताया है। राहुल गांधी ने माना है कि उन्होंने गलती की है लेकिन जिस तरह से यह खेद जताया गया है, उस तरह यह कोई माफीनामा नहीं है।