Home Blog Page 1081

श्रीलंका में इमरजेंसी की तैयारी

अभी तक के सबसे भयंकर बम धमाकों में एक, जिनने २९० से ज्यादा लोगों की जान ले ली है, के बाद श्रीलंका में सोमवार-मंगलवार की अर्ध रात्री से इमरजेंसी की तैयारी है। राष्ट्रपति मैत्रीपाला श्रीसेना इसकी घोषणा करेंगे। इधर भारतीय तटरक्षक दल कोस्ट गार्ट ने श्रीलंका से जुड़ी सीमा पर चौकसी बढ़ा दी है, ताकि श्रीलंका में आतंकी घटना को अंजाम देने के बाद किसी तरह की घुसपैठ भारत में न हो सके।
रविवार को ईस्टर के मौके पर श्रीलंका की चर्चों में हुए बम धमाकों के बाद सरकार यह कदम उठाएगी। रविवार को श्रीलंका में हुए सिलसिलेवार ८ धमाकों में में २९० से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। इनमें ६ भारतीय नागरिक भी हैं।
श्रीलंका में कुछ महीने पहले हुई राजनीतिक उठापठक के बाद देश का यह सबसे बड़ा संकट काल है। एक संभावना यह भी जताई जा रही है कि इमरजेंसी के दौरान देश में आतंकी संगठनों के खिलाफ बड़ा अभियान भी चलाया जा सकता है। हालांकि, यह अभी अटकलें ही हैं। वैसे श्रीलंका सरकार ने अभी किसी संगठन का नाम इस हमले के पीछे होने के लिए नहीं लिया है। वैसे एनटीजे श्रीलंका का एक कट्टरपंथी मुस्लिम संगठन है जिसके नाम की चर्चा कुछ हलकों में ली जा रही है। पिछले साल बुद्ध प्रतिमाओं को नुकसान पहुंचाने में इस संगठन का नाम सामने आया था। हालांकि  हमले की ज़िम्मेदारी अबतक किसी संगठन ने नहीं ली है।
इधर विदेश मंत्री सुषमा स्वाराज ने ट्वीट कर बताया है कि कोलंबो स्थित भारतीय उच्चायोग ने ६ भारतीयों की मौत की जानकारी दी है जिनमें लक्ष्मी, नारायण चंद्रशेखर, रमेश, पीएस रसायिना, केजी हनुमंतरायप्पा और एम रंगयप्पा के नाम शामिल हैं।
अभी तक की जांच में सामने आया है कि ग्रैंड होटल के रेस्टोरेंट में एक आत्मघाती हमलावर ने विस्फोट कर खुद को उड़ा दिया। विस्‍फोट करने के एक रात पहले ही वो होटल के एक कमरे में ठहरा था और धमाके वाली सुबह नाश्ते के लिए लाइन में सबसे आगे आकर खड़ा हो गया और इसी दौरान ब्लास्ट कर दिया।
इधर भारतीय तटरक्षक दल कोस्ट गार्ट ने भी श्रीलंका से लगती सीमा पर चौकसी बढ़ा दी है, आत्मघाती आतंकियों के श्रीलंका से बचकर निकलने की किसी भी आशंका को खत्म करने के लिए कोस्ट गार्ड ने यह कदम  उठाया है।

राहुल ने चौकीदार वाले ब्यान पर सुप्रीम कोर्ट में खेद जताया

राफेल लड़ाकू विमान डील मामले में पीएम मोदी पर टिप्पणी के मामले में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सर्वोच्च न्यायालय में सोमवार को अपना स्पष्टीकरण दाखिल किया। इसमें राहुल ने ”चौकीदार चोर है” वाले अपने बयान पर न्यायालय से खेद जताया है और माना है कि सर्वोच्च अदालत ने नहीं कहा था कि चौकीदार चोर है। राहुल ने कोर्ट में अंडरटेकिंग भी दी है कि कोर्ट के हवाले से तभी कहेंगे जब रेकार्ड में हो। बिना रेकार्ड वाली बात नहीं कहेंगे।
सर्वोच्च अदालत में राहुल गांधी ने हलफनामा दाखिल कर अदालत के शब्दों को सही तरीके से पेश न करने पर खेद प्रकट किया है। साथ ही सफाई देते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि चुनाव प्रचार के दौरान उतेजना में उनके मुंंह से यह बयान निकल गया। गांधी ने माना है कि सुप्रीम कोर्ट ने ऐसा नहीं कहा था कि ”चौकीदार चोर है”। सुप्रीम कोर्ट इस मामले पर मंगलवार को सुनवाई करेगा।
गौरतलब है कि भाजपा सांसद मीनाक्षी लेखी की अवमानना याचिका पर सुनवाई करते हुए १५ अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि हम ये साफ करना चाहते हैं कि उत्तरदाता ने जो कुछ सुप्रीम कोर्ट के हवाले से कहा है वो गलत है। कोर्ट ने ऐसी कोई टिप्पणी नहीं की थी और कोर्ट के सामने ऐसी टिप्पणी का कोई अवसर भी नहीं था क्योंकि उस वक्त सिर्फ दस्तावेज की स्वीकार्यता पर फैसला लेना था। सुप्रीम कोर्ट ने राहुल को २२ अप्रैल तक जवाब देने को कहा था और २३ अप्रैल को सुनवाई की बात कही थी।

अमेठी में राहुल के नामांकन सही

अमेठी के रिटर्निंग अफसर ने कांग्रेस अध्यक्ष और अमेठी से कांग्रेस उम्मीदवार राहुल गांधी के नामांकन को वैध करार दिया है। रिटर्निंग ऑफिसर ने राहुल गांधी के नामांकन को लेकर उठाए गए सवालों को जांच में गलत माना और उनकी उम्मीदवारी को वैध करार दिया। उनके खिलाफ भाजपा की स्मृति ईरानी हैं जो उनसे २०१४ में एक लाख से ज्यादा वोटों से हार गयी थीं।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी उत्तर प्रदेश की अमेठी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। राहुल अमेठी से ही सांसद हैं। यहां ये चुनाव लड़ रहे निर्दलीय प्रत्याशी ने राहुल की नागरिकता और डिग्री में गलत जानकारी देने की बात कहते हुए उनका पर्चा रद्द करने की मांग की थी।
गौरतलब है कि अमेठी संसदीय निर्वाचन क्षेत्र के रिटर्निंग ऑफिस में को स्क्रूटनी के दौरान राहुल गांधी के नाम पर आपत्ति दर्ज कराई गई थी, इसमें उनकी नागरिकता और डिग्री को लेकर सवाल थे। आपत्ति के बाद राहुल गांधी के वकील ने इसका जवाब देने के लिए समय मांगा। इसके बाद रिटर्निंग ऑफिसर ने स्क्रूटनी की तारीख आगे बढ़ाते हुए 22 अप्रैल कर दी। आज रिटर्निंग ऑफिसर ने गांधी के नामांकन और उनकी ओर से दी जानकारी को सही पाया है।
गांधी पर अपने नामांकन पत्र में गलत जानकारी देने का आरोप लगाते हुए रिटर्निंग आफिसर से इसकी जांच करने की मांग की गई थी। अमेठी के एक उम्मीदवार ने राहुल की ब्रिटिश नागरिकता और राउल विंसी नाम होने का आरोप लगाया था।

हिमाचल भाजपा के पूर्व अध्यक्ष चंदेल कांग्रेस में हुए शामिल

लम्बी जद्दोजहद के बाद आखिर हिमाचल भाजपा के पूर्व अध्यक्ष सुरेश चंदेल कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। वे तीन बार हमीरपुर सीट से सांसद रहे हैं और संसद में ”कैश फॉर क्वशन” स्टिंग में उनका पद चला गया था और राजनीतिक करियर पर ग्रहण लग गया था।
चंदेल ने सोमवार को दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के समक्ष कांग्रेस की सदस्यता स्वीकार कर ली। लोकसभा चुनाव के लिए चंदेल ने हमीरपुर से कांग्रेस  टिकट चाहा था लेकिन पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया जिसके बाद उनके भाजपा में ही रहने की चर्चा रही। हालांकि, अब वो कांग्रेस में शामिल हो गए हैं।
हमीरपुर सीट से पूर्व मंत्री रहे रामलाल ठाकुर को कांग्रेस ने टिकट दिया है। चंदेल पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से भी मिले थे लेकिन भाजपा में उनकी बात नहीं बनी। चंदेल आज दिल्ली में अपने बेटे देवेश के साथ  कांग्रेस में जाने का ऐलान किया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राठोड भी उनके साथ थे। अभी यह साफ़ नहीं कि कांग्रेस में चंदेल की क्या भूमिका होगी।

श्रीलंका गए कर्नाटक जेडीएस के ७ सदस्य लापता

श्रीलंका में रविवार को ईस्टर पर हुए सीरियल बम धमाकों में मरने वाले लोगों की संख्या २९० पहुँच गयी है जिनमें ५ भारतीय हैं। इस बीच खबर है कि कर्नाटक से जेडीएस के ७ सदस्य भी इस दौरान श्रीलंका के दौरे पर थे जिनके बारे में अभी कोइ खबर नहीं मिल पाई है। सीएम कुमारस्वामी ने इसकी जानकारी दी है। अभी तक श्रीलंका में २४ लोगों को गिरफ्तार किया है और उनसे पूछताछ की जा रही है।
अभी मृतकों को लेकर श्रीलंका सरकार के तरफ से कोइ भी आधिकारिक जानकारी नहीं दी गयी है न ही यह बताया गया है कि इन ब्लास्ट्स में किसका हाथ है। श्रीलंका में कुछ महीने पहले ही राजनीतिक अस्थिरता देखी गयी थी हालांकि कोइ तीन महीने के बाद इसे सुलझा लिया गया था। अब देश में इन रहस्य भरे धमाकों को लेकर कयासों का दौर जारी है। जिन लोगों को श्रीलंका पुलिस ने अभी तक हिरासत में लिया है उनके बारे में भी जानकारी को अभी सार्वजानिक नहीं किया गया है।
गिरजाघरों और पांच-सितारा होटलों में हुए इन आत्मघाती हमलों समेत आठ  धमाकों में २९० लोगों की जान चली गयी जबकि करीब ६०० लोग घायल हो गये हैं।    धमाके में ३५ विदेशी नागरिकों की मौत हुई है जिनमें से ५ भारतीय हैं।
देश भर में कर्फ्यू लगा दिया गया था जिसे आज सुबह ६ बजे हटा लिया गया है।   श्रीलंका में हालांकि,  सोशल मीडिया पर प्रतिबंध जारी है ताकि अफवाहों पर रोक लग सके। खबर है कि सोमवार सुबह कोलंबो एयरपोर्ट पर बम मिले, जिसे एयरफोर्स ने निष्क्रिय कर दिया। अब तक २४ लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस प्रवक्ता रूवन गुणशेखरा ने बताया – ”यह श्रीलंका में हुए अब तक के सबसे खतरनाक हमलों में से एक है।” रिपोर्ट्स के मुताबिक पुलिस प्रमुख पी जयसुंदरा ने ११ अप्रैल को एक गुप्त चेतावनी शीर्ष अधिकारियों को भेजी थी जिसमें कहा गया था कि एक विदेशी खुफिया एजेंसी ने जानकारी दी है कि एनटीजे (नेशनल तोहिद जमात) गिरजाघरों और कोलंबो में भारतीय उच्चायोग पर फिदायीन हमले की योजना बना रहा है। एनटीजे श्रीलंका का कट्टरपंथी मुस्लिम संगठन है। पिछले साल बुद्ध प्रतिमाओं को नुकसान पहुंचाने में इस संगठन का नाम सामने आया था।
श्रीलंका में भारतीय दूतावास ने भारतीय नागरिकों के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं। मदद या किसी जानकरी के लिए भारतीय नागरिक इन नंबरों पर संपर्क कर सकते हैं –  +94777903082 +94112422788 +94112422789 जबकि श्रीलंका के नंबरों के अलावा इन भारतीय नंबरों +94777902082 +94772234176 पर भी संपर्क किया जा सकता हैं।

पूर्व सीएम हुड्डा सोनीपत से कांग्रेस उम्मीदवार

लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने हरियाणा की पांच नामों की सूची जारी की है जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा का नाम भी शामिल है। उन्हें सोनीपत से मैदान में उतारा गया है जबकि दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल के पोते भव्य बिश्नोई को हिसार से टिकट दी गयी है। भाजपा ने भी दिल्ली के लिए ४ नामों का ऐलान किया है जिनमें अध्यक्ष मनोज तिवारी का नाम भी शामिल है।
रविवार शाम जारी सूची के मुताबिक कांग्रेस की हरियाणा लिस्ट में सोनीपत से भूपिंदर सिंह हुड्डा, कुरुक्षेत्र से निर्मल सिंह, हिसार से भावना बिश्नोई, करनाल से कुलदीप शर्मा और फरीदाबाद से अवतार सिंह भड़ाना को मैदान में उतारा गया है।  फरीदाबाद में ललित नगर की जहग अवतार सिंह भड़ाना को टिकट दिया गया है।
गौरतलब है कि कुछ देर पहले ही भाजपा ने भी अपने ७ उम्मीदवारों की एक लिस्ट जारी की थी।
जानकारी के मुताबिक देर रात कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस सूची को हरी झंडी दी जिसके बाद पार्टी की ओर से उम्मीदवारों की घोषणा कर दी गई।
भाजपा की दिल्ली सूची
इस बीच भाजपा ने दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी को नॉर्थ ईस्ट दिल्ली, हर्षवर्धन सिंह को चांदनी चौक, वेस्ट दिल्ली से प्रवेश वर्मा और रमेश बिधुरी को साउथ दिल्ली से उम्मीदवार बनाया है। वहीं पंजाब की अमृतसर सीट से हरदीप पुरी को खड़ा किया गया है। पहले अमृतसर से भाजपा की तरफ से बॉलीवुड अभिनेता सनी देओल का नाम सामने आ रहा था। पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने उनसे मुलाक़ात भी की थी।
पार्टी ने इसके अलावा मध्यप्रदेश के इंदौर से शंकर लालवानी को उम्मीदवार बनाया है। वहीं उत्तर प्रदेश की घोसी सीट से हरिनारायण राजभर को चुनाव मैदान में उतारा गया है।

श्रीलंका ब्लास्ट के मृतकों में ३ भारतीय

श्रीलंका में रविवार सुबह चर्च और होटलों में हुए सीरियल धमाकों में मरने वालों की संख्या २१५ पहुँच गयी है जिनमें तीन भारतीयों सहित ३५ विदेशी शामिल हैं। घायलों की संख्या ४५० के पार है जिनमें कई की हालत नाजुक है। इन धमाकों के सिलसिले में सात लोगों को गिरफ्तार कर उनसे पूछताछ की जा रही है। अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि इस हमले में किस संगठन का हाथ है।
राष्ट्रपति कार्यालय की तरफ से एक बयान जारी कर बताया गया है कि देश भर में शाम छह बजे से कल सुबह छह बजे तक कर्फ्यू रहेगा। यह भी बताया गया कि २२-२३  अप्रैल को सरकारी छुट्टी रहेगी। सुरक्षा बलों को अगले दस दिन तक हाई अलर्ट पर रहने का आदेश दिया गया है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गई है। अधिकारियों के मुताब‍िक, मारे गए लोगों में ३५ विदेशी नागरिक शामिल हैं जिनमें ३ भारतीय हैं।
अभी तक २१५ लोगों की जान जाने की सूचना है हालांकि सरकारी स्तर पर मृतकों की संख्या नहीं बताई गयी है। कुछ खरों के मुताबिक मृतकों की तादाद ज्यादा हो सकती है। घायलों की संख्या भी ४५० से ज्यादा बताई जा रही है जिनमें कई की हालत गंभीर है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक सुबह ६ ब्लास्ट होने के बाद रविवार दोपहर बाद भी एक होटल में ब्लास्ट हुआ जिसमें काफी लोगों के मौत की खबर है। कुल आठ ब्लास्ट हुए हैं। अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि इस हमले में किस संगठन का हाथ है।
अपुष्ट ख़बरों के मुताबिक किसी एनटीजे नाम के आतंकी संगठन का नाम ब्लास्ट्स में उछला है जो कट्टरपंथी मुस्लिम संगठन माना जाता है। हालांकि, न तो इस संगठन ने घटना की जिम्मेवारी ली है और न ही सरकार ने किसी संगठन का नाम इन धमाकों के लिए लिया है। श्रीलंका के पीएम विक्रमसिंघे ने देश में हुए धमाकों की निंदा की है।

किसी शहीद पर ऐसे ब्यान दुख देते हैं : हुड्डा

भोपाल से भाजपा प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा के २६/११ के हीरो हेमंत करकरे को लेकर अपमानजनक ब्यान, जिसपर वे माफी भी मांग चुकी हैं, पर प्रज्ञा की आलोचना का क्रम थम नहीं रहा है। मुंबई पुलिस पहले ही इसपर साध्वी के खिलाफ नाराजगी जाता चुकी है और अब ले. जनरल (रि.) डीएस हुड्डा ने कहा है कि अगर किसी शहीद के बारे में इस तरह के बयान आते हैं तो बहुत दुख होता है, फिर चाहे शहीद पुलिस फोर्स से हो या सेना से।
हुड्डा ने कहा – ”इस तरह के बयान आना ठीक नहीं है”। गौरतलब है कि  हुड्डा की ही अगुवाई में २०१६ में पीओके आतंकी ठिकानों के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक की गई थी। जनरल हुडा अब डिफेंस मामलों में कांग्रेस को सलाह दे रहे हैं।
इससे पहले आईपीएस अफसरों की एसोसिएशन ने भी ट्वीट करते हुए प्रज्ञा के बयान की आलोचना की थी। उधर विशेष लोक अभियोजक रोहिणी सालिआन ने साध्‍वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के बयान को बेबुनियाद बताया है। उन्‍होंने कहा – ”एटीएस चीफ हेमंत करकरे अपने काम को लेकर प्रतिबद्ध थे और साध्‍वी का प्रताड़ना का आरोप सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान टिक नहीं पाया था।”
पूर्व पुलिस अधिकारी जूलियो रिबेरो ने हेमंत करकरे के साथ अपनी आखिरी मुलाकात को याद करते हुए बताया वह किसी दवाब में थे। उन्होंने कहा – ”वह (हेमंत करकरे) अज्ञात दबाव में थे। मैंने उनसे कहा था कि आप एक अच्‍छे हिंदू हैं और जॉब को अपना धर्म समझकर करिए।”
रिबेरो ने बताया कि मालेगांव बलास्ट के बाद साध्‍वी प्रज्ञा को अरेस्‍ट कर लिया गया था। साध्वी के अरेस्ट होने पर वरिष्‍ठ भाजपा नेता एलके आडवाणी ने तत्‍कालीन पीएम मनमोहन सिंह से बात की थी और प्रज्ञा ठाकुर को प्रताड़ित नहीं करने के लिए भी कहा था। ”मनमोहन सिंह ने एटीएस का बचाव किया था”।
रिबेरो के मुताबिक ”करकरे इन सब चीजों को लेकर चिंतित थे। मैंने उनसे कहा था कि परेशान नहीं हों, क्‍योंकि मैं आडवाणी को जानता हूं और मैं उनसे बात करूंगा।”  रिबेरो ने कहा कि पुलिस फोर्स में सभी लोग जानते हैं और किसी ने भी करकरे के खिलाफ उंगली नहीं उठाई थी। ”उनकी डिपार्टमेंट में अच्‍छी ख्‍याति थी”।

श्रीलंका में २ और ब्लास्ट, मरने वालों की संख्या १८७ हुई

श्रीलंका में दो और धमाकों के बाद कुल आठ धमाके अब तक हो चुके हैं। इनमें मरने वालों की संख्या १८७ पहुँच गयी है। देश भर में कर्फ्यू लगा दिया गया है। किसी आतंकी या अन्य संगठन ने ब्लास्ट्स की जिम्मेवारी अभी नहीं ली है।
सुबह के छह धमाकों के बाद तीन बजे के आसपास एक विस्‍फोट राजधानी कोलंबो के कोच्चीकेड में सेंट एंथोनी चर्च के पास किया जबकि दूसरा विस्‍फोट कटुवापिटिया, कटाना में हुआ है और इनमें भी कम से कम २ लोगों की मौत की खबर है। अब तक इन ब्लास्ट्स में १८७ लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें ३५ विदेशी भी शामिल हैं। हालांकि, भारतीय दूतावास ने कहा है इनमें किसी भारतीय के होने की कोइ जानकारी नहीं है। पीएम मोदी ने श्रीलंका के राष्ट्रपति से बात कर ब्लास्ट्स पर दुःख जताते हुए सहयोग का हाथ बढ़ाया है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी ब्लास्ट्स पर गहरा क्षोभ और दुःख जताया है।
किसी संगठन या आतंकी समूह ने अभी तक इन ब्लास्ट्स की जिम्मेवारी नहीं ली है। न ही इस मामले में किसी की अभी तक गिरफ्तारी हुई है। सरकार की तरफ से भी अभी तक कोइ जानकारी नहीं दी गयी गयी है। सरकार ने पूरे श्रीलंका में इंटरनेट सेवा पर रोक लगा दी है। लोगों में दहशत है और सरकार उनसे आग्रह कर रही है कि अफवाहों में न आएं।
सरकार ने कहा है कि जिसका भी इस हमले में हाथ है उसे छोड़ा नहीं जाएगा। श्रीलंका के इन धमाकों में घायलों की संख्या ५०० से भी ज्यादा है और अस्पतालों में खून की कमी के बाद अपील जारी की गयी है कि लोग खून डोनेट करें। अस्पतालों में भी दिक्कत आ रही है क्योंकि घायलों की संख्या बहुत ज्यादा है। अपुष्ट  मृतकों की संख्या कहीं ज्यादा हो सकती है।

कोलम्बो में सेना तैनात

छह सीरियल धमाकों के बाद श्रीलंका की राजधानी कोलम्बो में सेना तैनात कर दी गयी है। प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने आपात बैठक बुलाई है। पीएम मोदी, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी सहित दुनिया भर के नेताओं ने इन धमाकों की कड़ी निंदा करते हुए इतने लोगों की जान जाने पर दुःख व्यक्त किया है। अभी तक १६३ लोगों के मरने की गैर सरकारी सूचना है। मरने वालों में ९ विदेशी भी बताये गए हैं हालांकि अभी इनकी राष्ट्रीयता की जानकारी नहीं है।
धमाकों के बाद सुरक्षा को देखते हुए कोलंबो में सेना के २०० जवानों को तैनात किया गया है। श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में ईसाईयों के पवित्र त्योहार ईस्टर के मौके पर सिलसिलेवार धमाकों ने लिट्टे के जमाने की याद दिला दी है। इन धमाकों में ४०० से ज्यादा लोग घायल हैं जिनमें कई की हालत खराब बताई गयी है। मृतकों की सही संख्या की जानकारी सरकार की बैठक के बाद आने की सम्भावना है।
इन हमलों में तीन चर्च और तीन होटलों को निशाना बनाया गया है। इसाइयों को निशाना बनाते हुए चर्च में हुए इन धमाको में कोलंबो में ५१, नेगोंबो में ७२ और बट्टिकालोआ में ३८ लोग मारे गए हैं।
श्रीलंका में इससे पहले बड़ा हमला २००६ में हुआ था। इस १६ अक्टूबर की घटना में  दिगमपटाया में करीब ११२ लोगों की हत्या कर दी गयी थी। लिट्टे से जुड़े उग्रवादियों ने श्रीलंकाई सेना को निशाना बनाकर एक ट्रक को सेना की १५ गाड़ियों के काफिले  में घुसा दिया था।
श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने ब्लास्ट्स के बाद आपात बैठक बुलाई है। प्रधानमंत्री ने अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की अपील की है और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए सेना को बुला लिया गया है। सुरक्षा को देखते हुए कोलंबो में सेना के २०० जवानों को तैनात कर दिया गया है। श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना ने धमाकों पर शोक जताते हुए लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने सुरक्षा एजेंसियोँ को जल्द जांच कर हमले के दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने को कहा है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक इन धमाकों को लेकर पुलिस ने पहले ही आलर्ट जारी किया था इसके बावजूद इन्हें टाला नहीं जा सका। जिन तीन चर्च में धमाका हुआ उनमे कोलंबो का सेंट एंटनी चर्च, पश्चिमी तटीय शहर नेगोंबो में सेंट सेबेस्टियन चर्च और पूर्वी शहर बट्टिकालोआ के एक चर्च को निशाना बनाया गया। इसके अलावा जिन तीन होटलों को निशाना बनाया गया, उनमें पांच सितारा होटल, शांगरीला, द सिनामॉन ग्रैंड और द किंग्सबरी शामिल है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक धमाकों के बाद चीख पुकार मच उठी और लोग जान बचाने के लिए इधर-उधर भागते दिखाई दिए। जब धमाके हुए उस समय चर्च में ईस्टर की प्रार्थना हो रही थी। पहला धमाका कोलंबो के एक चर्च में हुआ और इसके बाद सीरियल ब्लास्ट्स हुए। आधे घंटे के दौरान सेंत एंथोनी चर्च कोलंबो, वहां से ३० किलोमीटर दूर चर्च सेंट सेबेस्टियन कोलंबो और तीसरा २५० किलोमीटर दूर से 30 किलोमीटर दूर पूर्व में स्थित बट्टीकलोया में हुए।