पुष्कर सिंह धामी उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री होंगे। भाजपा आलाकमान की पसंद धामी को भाजपा विधायक दल ने औपचारिक रूप से शनिवार शाम अपना नेता चुना। नेता चुने जाने के बाद धामी राज्यपाल बेबी रानी मौर्य से मिले हैं और वे आज या कल शपथ ग्रहण कर सकते हैं।
सुबह से चर्चा थी कि भाजपा आलाकमान ने पर्यवेक्षकों नरेंद्र तोमार और पुरंदेश्वरी को अपनी पसंद बता दी है और विधायक दल की बैठक में उन्हें नेता चुने जाने की औपचारिकता पूरी की जाएगी। उनके नाम की अन्य नामों के साथ चर्चा भी थी। मुख्यमंत्री पद की दौड़ में सतपाल महाराज और धन सिंह रावत जैसे वरिष्ठ नेता भी थे। धामी को पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोशियारी का बेहद करीबी माना जाता है और एक समय में उनके ओएसडी भी रहे हैं।
धामी उत्तराखंड भाजपा में युवा नेता हैं। धामी का जन्म पिथौरागढ़ के टुंडी गांव में हुआ और वे ऊधम सिंह नगर के खटीमा विधानसभा हलके से पिछले चुनाव में दूसरी बार विधायक बने थे। धामी को चुने जाने की एक और बजह उनकी आरएसएस की पृष्ठभूमि होना है।
छात्र राजनीति के समय धामी एबीवीपी के कई अहम पदों पर रहे। यही नहीं वे दो बार भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष भी रहे हैं। धामी के नाम का एलान निवर्तमान मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने किया और सभी विधायकों ने हाट खड़े करके उनका समर्थन किया।
विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद धामी ने पहली प्रतिक्रिया में कहा – ‘मेरी पार्टी ने एक सामान्य से कार्यकर्ता को सेवा का अवसर दिया है। जनता के मुद्दों पर हम सबका सहयोग लेकर काम करेंगे।’ उत्तराखंड के गठन के 20 साल में अब तक 10 मुख्यमंत्री बन चुके हैं। धामी संभवता राज्य के सबसे कम उम्र के सीएम होंगे।
तीरथ सिंह रावत इस्तीफा देंगे ! उत्तराखंड में गतिविधियां तेज
भाजपा उत्तराखंड में एक बार फिर मुख्यमंत्री बदलने की तैयारी है। महज चार महीने पहले मुख्यमंत्री पद सँभालने वाले तीरथ सिंह रावत की छुट्टी तय हो गयी है। पिछले तीन दिन से दिल्ली में बैठे तीरथ दिल्ली से देहरादून लौट रहे हैं और उन्होंने राज्यपाल बेबी रानी मौर्य से मिलने का वक्त माँगा है। जानकारी के मुताबिक कल भाजपा विधायक दल की बैठक होगी और किसी विधायक को ही भाजपा विधायक दल का नेता चुना जाएगा। इसमें केंन्द्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर पार्टी प्रेक्षक के रूप में उपस्थित होंगे।
तीरथ, जो कि इस समय सांसद हैं, को 10 सितंबर तक किसी भी सूरत में विधानसभा का सदस्य बनना जरूरी है। हालांकि, ‘तहलका’ की जानकारी के मुताबिक भाजपा आलाकमान ने तीरत को बता दिया है कि उन्हें इस्तीफा देना है। तीरथ के मुख्यमंत्री पद से जाने की ख़बरें तब सामने आई हैं जब जल्दी ही मोदी मंत्रिमंडल के विस्तार की भी चर्चा तेज है।
जानकारी के मुताबिक कल उत्तराखंड भाजपा विधायक दल की बैठक होगी और किसी विधायक को ही भाजपा विधायक दल का नेता चुना जाएगा। इसमें केंन्द्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर पार्टी प्रेक्षक के रूप में उपस्थित होंगे।
तीरथ यदि इस्तीफा देते हैं तो सतपाल महाराज और धन सिंह रावत के उनकी जगह लेने की चर्चा है। महाराज और रावत के भी आज ही दिल्ली में होने की जानकारी है। उत्तराखंड में अगले साल ही चुनाव हैं और भाजपा वहां खुद को बहुत मजबूत नहीं मान रही।
यहाँ यह बताना भी दिलचस्प है कि बंगाल में भी ममता बनर्जी को भी नवंबर से पहले विधानसभा का सदस्य बनना होगा। हिमाचल में एक लोकसभा और दो विधानसभा सीटों के लिए भी उपचुनाव होना है। कुछ और जगह भी उपचुनाव होने हैं। हालांकि, अभी तक चुनाव आयोग ने इन उपचुनावों के लिए कोई संकेत नहीं दिए हैं। वैसे यह पहली बार है कि उपचुनावों को लेकर चुनाव आयोग खामोश बैठा है। ऐसे में यह भी कहा जा रहा है कि यदि उपचुनावों की घोषणा नहीं होती है, तो बंगाल सहित अन्य उपचुपानों का क्या होगा?
फिलहाल उत्तराखंड में राजनीतिक हलचल तेज है। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने आज राज्यपाल से मुलाकात के लिए समय मांगा है। वे इस समय दिल्ली से देहरादून लौट रहे हैं। चर्चा तेज है कि वे मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने वाले हैं। रावत ने शुक्रवार को भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के आवास पर उनसे और गृह मंत्री अमित शाह से भी मुलाक़ात की थी। तीन दिन में वे दो बार नड्डा से मिले हैं। इसके बाद ही उनके इस्तीफे की चर्चा तेज हुई है।
कश्मीर में मुठभेड़, पांच आतंकी ढेर और एक जवान शहीद
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में शुक्रवार को सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा के पांच आतंकी ढेर कर दिए। कार्रवाई के दौरान सेना का एक जवान भी शहीद हो गया। मारे गए आतंकवादियों में से एक पाकिस्तानी था लेकिन उसकी अभी पहचान नहीं हो सकी है।
पुलिस की ओर से बताया गया कि आतंकियों की मौजूदगी की जानकारी मिलने के बाद सुरक्षा बलों ने कश्मीर के पुलवामा जिले के राजपुरा के हाजिन गांव में घेराबंदी कर तलाशी अभियान शुरू किया था।
उन्होंने बताया कि आतंकवादियों के सुरक्षा बल पर गोलियां चलाने से अभियान मुठभेड़ में तब्दील हो गया। सुरक्षा बल ने भी गोलीबारी का मुंहतोड़ जवाब दिया। पूरे इलाके को घेर लिया गया। अधिकारी ने बताया कि शुरुआती गोलीबारी में एक जवान घायल हो गया था, जिनकी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई।
उन्होंने मौके पर अतिरिक्त बल भेजा गया और मुठभेड़ में पांच आतंकवादी मारे गए। कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार ने बताया कि मारे गए आतंकवादियों का संबंध लश्कर-ए-तैयबा से था और इनमें से एक निशाज लोन उर्फ खिताब संगठन का जिला सरगना था। बताया गया कि इलाके में आतंकियों से निपटने को महिला कमांडो भी तैनात की गई हैं।










