डाँक्टर्स डे पर डाँक्टरों ने कहा  कि स्वास्थ्य के प्रति सजग रहें

राजधानी दिल्ली में आज विश्व डाक्टर्स डे के अवसर पर विभिन्न स्वास्थ्य संगठनों द्वारा जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया गया और स्वास्थ्य संबंधी जानकारी दी गयी। आई एम ए के पूर्व अध्यक्ष डाँ नरेन्द्र सैनी का कहना है कि डाक्टरों का काम है मरीजों को बेहत्तर स्वास्थ्य सेवायें मुहैया कराने ताकि, रोगी जल्दी स्वस्थ्य हो जाये। मैक्स अस्पताल के कैथ लैब के डायरेक्टर डाँ विवेका कुमार का कहना है कि कोरोना काल में डाक्टरों ने अपनी जान पर खेल कर मरीजों की जानें बचायी है। डाँक्टर और मरीजों के बीच एक विश्वास का रिश्ता होता है।

डाँ विवेका का कहना है कि कोरोना काल हो, अन्य महामारी हो, डाँक्टरों ने मरीजों के लिये सदैव सकारात्मक काम किया है ताकि, मरीज अपना –जीवन यापन स्वस्थ्य व्यतीत कर सकें। इंडियन हार्ट फाउंडेशन के अध्यक्ष डाँ आर एन कालरा का कहना है कि देश में महामारी काल चल रहा है। ऐसे में डाक्टरों ने अपने फर्ज और दायित्व को निभाया है। उन्होंने इस मौके पर लोगों से अपील की है कि कोरोना काल में सावधानी के तौर पर मास्क लगाये और सोशल डिस्टेसिंग का पालन करें ताकि कोरोना से जल्दी आजादी मिल सकें।

एम्स के मनोरोग विभाग के डाँ अभिजीत का कहना है कि कोरोना काल में मानसिक तनाव के कारण बच्चे, युवा और बुजुर्गों को स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में सावधानी को बरतें और सकारात्मक सोच को अपनाये ताकि मानसिक तनाव हावी ना हो सकें। नियमित व्यायाम  करें और जमकर हसें ताकि दवा से बच सकें। डी एम के पूर्व अध्यक्ष डाँ अनिल बंसल ने बताया कि डाक्टरी पेशा एक जिम्मेदारी का है। जिसमें रोगी को स्वस्थ्य करना उसकी पहली जिम्मेदारी है। जो कोरोना काल में डाक्टरों ने भली भाँति निभायी है।