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चुनाव आयोग की घोषणा, 15 राज्यों की 57 राज्यसभा सीटों पर 10 जून को होगा चुनाव

भारत में राष्ट्रपति चुनाव से पहले संसद के उच्च सदन राज्यसभा के चुनाव होने वाले है। राज्यसभा में जून से अगस्त के बीच कुल 57 सीटें रिक्त होने जा रही है इन रिक्त पदों के लिए यह चुनाव 10 जून को करवाया जाएगा।

जिन सदस्यों का कार्यकाल खत्म होने जा रहा है उन नामों में केंद्र में सत्तासीन भारतीय जनता पार्टी व केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल, अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी शामिल है।

विपक्षी दल कांग्रेस के पी. चिदंबरम, कपिल सिब्बल, जयराम रमेश व अंबिका सोनी भी इसमें शामिल है जिनका कार्यकाल खत्म होने जा रहा है।

आपको बता दे, इस चुनाव में उत्तर प्रदेश की 11 सीटें, तमिलनाडु की 6, महाराष्ट्र की 6, बिहार की 5, कर्नाटक, राजस्थान की 4, आंध्र प्रदेश की 4, मध्य प्रदेश की 3, ओडिशा की 3, पंजाब, झारखंड, हरियाणा, छत्तीसगढ़ की 2, तेलंगाना की 2 और उत्तराखंड की एक सीट शामिल है।

चुनाव की अधिसूचना 24 मई 2022, नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 31 मर्इ, मतदान 10 सुबह 9 बजे से सायं 4 बजे तक होगा साथ ही मतगणना उसी दिन शाम 5 बजे शुरू की जायेगी।

ताजमहल में 22 बंद कमरों के सर्वे की मांग करने वाली याचिका हाईकोर्ट में खारिज

इलाहाबाद हाईकोर्ट ने गुरुवार को वह याचिका खारिज कर दी जिसमें आगरा स्थित ताजमहल में 22 कमरों के सर्वे की मांग की गयी थी। हाईकोर्ट ने कहा कि ताजमहल किसने बनवाया ये तय करना कोर्ट का काम नहीं है। कोर्ट ने कहा कि याचिका समुचित और न्यायिक मुद्दों पर आधारित नहीं है और वह उन पर फैसला नहीं दे सकता।

हाईकोर्ट की लखनऊ पीठ में जस्टिस डीके उपाध्याय और जस्टिस सुभाष विद्यार्थी की पीठ ने मामले की सुनवाई के दौरान कहा कि वह याचिकाकर्ता की मांग के मुताबिक फैक्ट फाइंडिंग कमेटी गठित नहीं कर सकती। अदालत इस मामले में हस्तक्षेप नहीं करेगी।

अदालत ने कहा कि उसका काम ऐतिहासिक तथ्यों की पुष्टि और रिसर्च करने का नहीं है। ये काम इसके विशेषज्ञों और इतिहासकारों पर छोड़ देना उचित है। हम ऐसी याचिका पर विचार नहीं कर सकते।

हाईकोर्ट ने कहा कि याचिकाकर्ता की अदालत से मांग और गुहार जिन मुद्दों पर हैं वो न्यायिक समीक्षा के दायरे में नहीं हैं। कोर्ट ने आदेश में कहा कि स्मारक अधिनियम 1951 में क्या ये जिक्र या घोषणा है कि ताजमहल मुगलों ने ही बनाया था?

यह याचिका अयोध्या इकाई के मीडिया प्रभारी रजनीश सिंह ने दाखिल की थी। याचिका उन्होंने दावा किया था कि चूँकि ताजमहल को लेकर झूठा इतिहास पढ़ाया जा रहा है, वह सच्चाई जानने के लिए उन 22 कमरों में जाकर शोध करना चाहते हैं।

जस्टिस डीके उपाध्याय ने याचिकाकर्ता को नसीहत देते हुए कहा कि पहले किसी संस्थान से इस बारे में एमए पीएचडी कीजिए। तब हमारे पास आइए। अगर कोई संस्थान इसके लिए आपको दाखिला न दे तो हमारे पास आइए। याचिकाकर्ता ने फिर कहा कि मुझे ताज महल के उन कमरों तक जाना है, कोर्ट इसकी इजाजत दे। इस पर भी अदालत के तेवर सख्त ही रहे।

कैंपबेल विल्सन एयर इंडिया के सीईओ/प्रबंध निदेशक नियुक्त किए गए

टाटा संस ने गुरुवार को बताया कि कैंपबेल विल्सन को एयर इंडिया का सीईओ और प्रबंध निदेशक नियुक्त किया है। टाटा संस के बयान के मुताबिक एयर इंडिया बोर्ड ने विल्‍सन की नियुक्ति को मंजूरी दी है जो आवश्‍यक नियामक अनुमोदन के अधीन है।

बयान के मुताबिक विल्‍सन (50 साल) को पूर्व सेवा और कम लागत वाली एयरलाइंस में करीब 26 वर्ष का अनुभव है। एयर इंडिया के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने कहा – ‘विल्‍सन उड्डयन जगत के दिग्गज हैं जिन्‍होंने कई क्षेत्रों में वैश्विक बाजार में काम किया है। एयर इंडिया को एशिया में एक एयरलाइन ब्रांड बनाने के लिए उनका अनुभव उपयोगी साबित होगा।’

टाटा संस के मुताबिक विल्‍सन वर्ष 2011 में सिंगापुर एयरलाइंस की लो कॉस्ट कंपनी स्कूट के संस्थापक सीईओ थे और उन्होंने 2016 तक यह जिम्मेदारी संभाली। इसके बाद उन्होंने एसएआई के वरिष्‍ठ उपाध्‍यक्ष सेल्स और मार्केटिंग के तौर पर भी सेवाएं दीं।

उधर नियुक्ति पर अपनी प्रतिक्रिया में विल्‍सन ने कहा – ‘प्रतिष्ठित एयर इंडिया का नेतृत्व करने और बेहद सम्मानित टाटा ग्रुप का हिस्सा बनने के लिए चुना जाना अपने आप में बेहद सम्मान की बात है। एयर इंडिया दुनिया की सर्वश्रेष्ठ एयरलाइनों में से एक बनने की ओर अग्रसर है। मैं इस महत्वाकांक्षा को साकार करने के लिए मिशन में एयर इंडिया और टाटा के सहयोगियों के साथ जुड़ने को लेकर उत्साह से भरा हूं।’

राजीव कुमार होंगे देश के नए मुख्य चुनाव आयुक्त, 15 मई से संभालेंगे कार्यभार

देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने गुरुवार को वरिष्टतम चुनाव आयुक्त राजीव कुमार को देश का नया मुख्य चुनाव आयुक्त नियुक्त किया है। राजीव कुमार सुशील चंद्रा का पद संभालेंगे।

केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने ट्वीट कर यह जानकारी दी और कहा कि, “संविधान के अनुच्छेद 324 (2) के तहत राष्ट्रपति ने राजीव कुमार को देश का मुख्य चुनाव आयुक्त नियुक्त करते हुए प्रसन्नता जताई है। राजीव कुमार 15 मई 2022 को अपना पद संभालेंगे। राजीव कुमार को मेरी शुभकामनाएं।“

आपको बता दे, राजीव 1984 के झारखंड कैडर के सेवानिवृत भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी है। उन्होंने सार्वजनिक नीति और स्थिरता में पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री, बीएससी, और एलएलबी की डिग्री भी हासिल की हुई है।

राजीव कुमार लोक उद्यम चयन बोर्ड (पीएससीबी) के अध्यक्ष भी रह चुके है साथ ही सितंबर 2020 में चुनाव आयुक्त के रूप में भारत के चुनाव आयोग में शामिल हुए थे।

फेसबुक पर आईएसआई के हनीट्रैप में फंसा वायुसेना जवान गिरफ्तार, जासूसी के आरोप

आईएसआई के हनीट्रैप में फंसे वायु सेना के जवान को दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया है। देवेंद्र शर्मा को हनी ट्रैप में फंसा कर वायुसेना से जुड़ी संवेदनशील जानकारियां लेने की कोशिश की गई है।

सूत्रों अनुसार, आरोपी से एयरफोर्स के सभी सीनियर अधिकारियों के नाम, पता साथ ही कितने रडार व किस-किस जगह तैनात है जैसी खुफिया जानकारियां पूछी गई है। साथ ही पुलिस को आरोपी की पत्नी के बैंक अकाउंट से कुछ संदिग्ध ट्रांजेक्शन भी मिले है।

पुलिस ने देवेंद्र शर्मा को 6 मई धौलाकुआं से गिरफ्तार किया। वैसे तो देवेंद्र शर्मा मूल रूप से कानपुर का रहने वाला है। और फेसबुक पर एक महिला प्रोफाइल से उसकी दोस्ती हुई, जिसके बाद मोबाइल नंबरों का भी आदान-प्रदान हुआ। यह कथित महिला मोबाइल पर देवेंद्र से बातचीत किया करती थी।

देवेंद्र की गिरफ्तारी के बाद से ही पुलिस इस बात का पता लगाने की कोशिश कर रही है कि यह फेसबुक प्रोफाइल का लिंक कहा से जुड़ा हुआ है। और पुलिस का शक है कि इस पूरे मामले में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई   का हाथ हो सकता है।

जहांगीरपुरी हिंसा मामले में दिल्ली पुलिस ने किया एक और आरोपी को गिरफ्तार

दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने जहांगीरपुरी हिंसा मामले में 25 वर्षीय अब्दुल उर्फ राजा को किया गिरफ्तार है। अब्दुल पर हिंसा के दिन भीड़ में शामिल होकर लोगों को उकसाने का आरोप है।

इस मामले में पुलिस ने अन्य लोगों के साथ दो मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार किया है जिसमें पहला तबरेज अंसारी और दूसरा अब्दुल उर्फ राजा शामिल है। दोनों ही आरोपी फिलहाल क्राइम ब्रांच की कस्टडी में है।

यह हिंसा रामनवमी के दिन हुई थी, इस मामले में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने 34 बालिग और तीन नाबालिग लोगों को गिरफ्तार किया है। हिंसा का मुख्य आरोपी तबरेज हिंसा के बाद आराम से इलाके में पुलिस अधिकारियों की टीम के ही बीच बड़े आराम से घूम रहा था। किंतु पुलिस इस बात से अंजान थी। पूरे मामले की जांच के बाद उसे पुलिस ने पकड़ लिया और आगे की कार्रवाई जारी है।

जानकारी अनुसार, तबरेज एआर्इएमआर्इएम पार्टी का सदस्य भी रह चुका है किंतु बाद मे उसने यह पार्टी छोड़ कांग्रेस को ज्वाइन कर लिया था। और फिलहाल वह निगम चुनावों की तैयारी में लगा हुआ था। साथ ही पथराव के बाद से ही वो लगातार इलाके में घूम-घूमकर अमन कायम करने की बातें भी कर रहा था।

यमुना एक्सप्रेस वे पर भीषण हादसे में पांच लोगों की मौत, दो अभी भी गंभीर

यमुना एक्सप्रेस वे पर सुबह 5 बजे भीषण हादसा हुआ। जिसमें चार महिलाएं और एक पुरुष की मौत हो गर्इ साथ ही अन्य दो व्यक्ति अभी भी गंभीर हालत में है। यह हादसा तेज रफ्तार बोलेरो कार के उसके आगे जा रहे डंपर में जा घुसने से हुआ।

दोनों घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है किंतु दोनों घायल जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे है। बताया जा रहा है कि बोलेरो में पूना और कर्नाटक से दो परिवार सवार थे।

आपको बता दे, जेवर टोल प्लाजा के पास तेज रफ्तार बोलेरो कार अनियंत्रित हो गई और डंपर में जा घुसी। दुर्घटना की सूचना मिलते ही मौके पर कोतवाली पुलिस और रेस्क्यू टीम पहुंच गर्इ और घायलों को कैलाश अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है।

पुलिस ने दुर्घटनास्थल पर जांच कर यातायात को खुलवा दिया है और डंपर को भी कब्जे में ले लिया गया है जिससे दुर्घटना के कारणों की जांच शुरू की जाएगी।

बुलडोजर के चलते लोगों को परेशानी

दिल्ली में बुलडोजर चलने से जो भी सियासी हंगामा चल रहा है। उससे सियासतदानों को जरूर सियासी लाभ हो सकता है। लेकिन बुलडोजर के चलने से स्थानीय लोगों को भारी नुकसान हो रहा है।
तहलका संवाददाता को शाहीन  बाग और नजफगढ़ सहित अन्य लोगों ने बताया कि बुलडोजर को तो कम चलाया जा रहा है पर हंगामा ज्यादा मचाया जा रहा है। लोगों को हर रोज पुलिसिया तांडव से जूझना पड़ता है। और हर रोज स्कूल से आने-जाने वाले बच्चों को ट्रैफिक जाम से जूझना पड़ता है।
शाहीन बाग के निवासी सलीम खान का कहना है कि, बुलडोजर तो वापस कर दिया था उसके बाद जो बुलडोजर का भय बना हुआ है वो ठीक नहीं है। ऐसे में एमसीडी के कर्मचारी बुलडोजर का भय दिखाकर लोगों से सांठगांठ करने में लगे है। नजफगढ़ के धर्मपाल सिंह का कहना है कि जैसे ही दिल्ली में एमसीडी के चुनाव हो जायेगे तो फिर सियासी बुलडोजर देखने को नहीं मिलेगे।
उन्होंने आगे कहा कि, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश की तरह दिल्ली में बुलडोजर सफल नहीं होगे।
दिल्ली का भौगोलिक ढांचा और इमारतों की स्थिति कुछ और है। ऐसे में बुलडोजर का जो भय दिखाया जा रहा है। वो पूरी तरह से गलत है।
व्यापारियों ने बताया कि बुलडोजर का हो हल्ला दिखा कर दुकानों का बंद करना पड़ता है। जिससे रिहायशी इलाकों में  खुली दुकानों पर काफी असर पड़ता है। दुकानदारों का कहना है कि बुलडोजर जो चल रहा है वो तो ठीक है पर दुकानें बंद हो रही है। सरकार को इस मामले में कोई कारगर कदम उठाने की जरूरत है।ताकि आम जनमानस को कोई दिक्कत न हो सकें।

पुनरीक्षण तक वर्तमान राजद्रोह कानून पर रोक: सुप्रीम कोर्ट

वर्तमान राजद्रोह कानून पर बुधवार को सर्वोच्च न्यायालय ने रोक लगा दी है। अब  इस क़ानून पर पुनरीक्षण होने तक नया मामला दर्ज नहीं हो सकेगा। सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के दौरान कहा कि राजद्रोह कानून पर पुनर्विचार तक इसका इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए।

सर्वोच्च अदालत ने कहा कि केंद्र हो या राज्य सरकार, 124ए के तहत कोई एफआईआर दर्ज नहीं की जाएगी। सुप्रीम कोर्ट में देशद्रोह कानून को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुनवाई हो रही है।

प्रधान न्यायाधीश एनवी रमना की अगुवाई वाली तीन-न्यायाधीशों की पीठ मामले की सुनवाई कर रही है। सुनवाई के दौरान केंद्र की ओर से एसजी ने कहा कि हमने एक प्रस्ताव तैयार किया है।  हम एक संज्ञेय अपराध को नहीं रोक सकते जो कि किया जाएगा। लेकिन हमने एक प्रस्ताव तैयार किया है। एफआईआर तभी दर्ज हो, जब एसपी स्तर के अधिकारी या उससे ऊपर के अधिकारी को लगता है कि देशद्रोह का आरोप लगाया जाना चाहिए।

अदालत में एसजी ने कहा कि आप (सुप्रीम कोर्ट) निर्देश दे सकते हैं कि जमानत के आदेश पर शीघ्र निर्णय किया जाए। लेकिन इससे परे एक ऐसे कानून पर बने रहना गलत होगा, जिसकी संवैधानिकता को पहले ही आंका जा चुका है। याचिकाकर्ता की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने कहा कि हम इस प्रस्ताव का विरोध करते हैं। उन्होंने कहा इस क़ानून पर रोक लगनी चाहिए।

हिमाचल विधानसभा परिसर में खालिस्तानी झंडा मामले में एक गिरफ्तार

हिमाचल प्रदेश विधानसभा के मुख्य द्वार और चहारदीवारी पर रविवार को खालिस्तानी झंडा लगाने और नारे लिखने के मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया। विशेष जांच टीम ने पंजाब के रोपड़ जिले में यह गिरफ्तारी की है।

इस मामले में एक शख्स फरार है। हिमाचल पुलिस की विशेष जांच टीम ने पंजाब में  रोपड़ जिले के मोरिंडा से हरबीर सिंह नाम का एक युवक गिरफ्तार किया है। एक युवक फरार होने में सफल रहा।

याद रहे 8 मई की सुबह हिमाचल विधानसभा परिसर के मुख्य द्वार पर खालिस्तानी झंडे बंधे पाए गए थे। बाहर की ओर से दीवारों पर खालिस्तान के नारे लिखे हुए थे।  इस घटना के बाद हड़कंप मच गया था और झंडों को हटाकर दीवारों पर तुरंत पुताई कराई गई थी।

प्रारंभिक जांच के बाद एसआईटी का गठन किया गया था। इस घटना के बाद पता चला था कि खुफिया अलर्ट मिला था कि कोई घटना हो सकती है। यह अलर्ट 26 अप्रैल को जारी किया गया था कि जिसमें सिख फॉर जस्टिस के प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू ने मुख्यमंत्री जयराम को पत्र भेजकर कहा था कि शिमला में भिंडरावाला और खालिस्तान का झंडा फहराया जाएगा।

इसके बाद पुलिस ने रविवार को ही गुरपतवंत सिंह पन्नू के खिलाफ गैर-कानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) समेत अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर लिया था। अब एक व्यक्ति की गिरफ्तारी हुई है।