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भतीजे अजित का शरद पवार पर उम्र और सेवानिवृत्ति को लेकर बड़ा हमला

राष्ट्रवादी पार्टी से अलग होकर भाजपा-शिंदे के साथ सरकार में शामिल हुए नेता और उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने आज मुंबई में अपने गुट के सम्मलेन में अपने भाषण में जैसी भाषा शरद पवार की उम्र और उनकी रिटायरमेंट को लेकर की है, उसे साफ़ हो गया है कि दोनों का ‘पुनर्मिलन’ अब संभव नहीं है। उधर सुप्रिया सुले ने इसे लेकर कहा कि हमारा अपमान करें, लेकिन हमारे पिता शरद पवार का नहीं।

किस के साथ कितने विधायक हैं, यह तस्वीर अभी साफ़ नहीं हुई है। अजित गुट ने 29 विधायकों की सम्मलेन में उपस्थिति का दावा किया और यह भी कहा कि बाकी विधायक बाहर हैं, लेकिन उनके साथ हैं। उधर शरद पवार के साथ 14 विधायक होने की बात कही गयी है। लिहाजा बाकी विधायक वास्तव में हैं कहाँ, यह भी एक रहस्य बन गया है।

खैर, आज अजित पवार की शरद पवार को लेकर भाषा से यह साफ़ हो गया है कि एनसीपी के इस बटबारे के पीछे शरद पवार का कोई रोल नहीं है। अजित अपनी राजनीतिक जरूरतों के कारण ही बाहर गए हैं। अजित ने अपने भाषण में कहा – ‘2024 के चुनाव में मोदी ही सत्ता में आएंगे।’

उधर एनसीपी की अध्यक्ष और सांसद सुप्रिया सुले ने इसके जवाब में पीएम मोदी को निशाने पर लिया और कहा – ‘उन्होंने (पीएम) हमारी पार्टी को भ्रष्टाचारी कहा। कहा कि न खाऊंगा और न खाने दूंगा, लेकिन जब जरूरत पड़ी तो पार्टी को ही खा गए। आप (अजित पवार) हमारा अपमान करें, लेकिन हमारे पिता शरद पवार का नहीं। यह लड़ाई भाजपा सरकार के खिलाफ है। भाजपा देश की सबसे भ्रष्ट पार्टी है। सुले ने कहा कि मूल राकांपा शरद पवार के साथ है और मूल प्रतीक हम हैं।’

उधर अजित पवार ने नाम न लेकर शरद पवार और उनकी उम्र पर हमला करते हुए कहा – ‘नौकरीपेशा लोग 58 साल में रिटायर हो जाते हैं। आईपीएस-आईएएस 60 साल में रिटायर होते हैं। नेता 75 की उम्र में रिटायर हो जाते हैं। आडवाणी-मुरली मनोहर जोशी भी रिटायर हुए थे। आपकी (शरद पवार) उम्र ज्यादा हो गई है। आप रिटायर होंगे या नहीं? आप कभी रुकेंगे या नहीं?’

इसके बाद अजित पवार ने सुप्रिया सुले पर भी हमला किया। उन्होंने कहा – ‘साहेब (शरद पवार) बोले कि सुप्रिया को अध्यक्ष बनाओ। हम तैयार हो गए। फिर उन्होंने इस्तीफा वापस ले लिया। आपको जब इस्तीफा वापस ही लेना था तो दिया ही क्यों? मैं झूठ नहीं बोलता। झूठ बोला तो पवार की औलाद नहीं कहलाऊंगा। मुझे लगता है कि हमारे वरिष्ठों को आराम करना चाहिए। जिद नहीं करनी चाहिए।’

अजित ने कहा – ‘कश्मीर से कन्याकुमारी तक मोदी का प्रभाव है। ऐसे में हम उनका साथ क्यों न दें। हम उनके पीछे क्यों न खड़े रहें।’ शरद पवार के करीबी रहे और अब अजित पवार के साथ प्रफुल्ल पटेल ने कहा – ‘जब हम शिवसेना की विचारधारा को स्वीकार कर सकते हैं तो फिर भाजपा के साथ जाने में क्या आपत्ति है? हम एक स्वतंत्र इकाई के रूप में इस गठबंधन में शामिल हुए हैं।’

अजित अगरकर सीनियर क्रिकेट टीम के मुख्य चयनकर्ता नियुक्त किये गए

यह दिलचस्प ही है कि देश में बीसीसीआई की टीम की बागडोर जहां पूर्व भारतीय ऑल राउंडर रोज़र बिन्नी के हाथ में है, वहीं अब सीनियर टीम के मुख्य चयनकर्ता भी एक ऑल राउंडर अजित अगरकर बन गए हैं। अजित अगरकर 2007 में पहला टी-20 वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम इंडिया का हिस्सा थे। उन्हें चेतन शर्मा की जगह यह पद मिला है जो इस साल के शुरू में एक स्टिंग ऑपरेशन सामने आने किए बाद बाहर हो गए थे।

अगरकर को पिछली रात बीसीसीआई की कमेटी ने चयनकर्ताओं की टीम के नए चेयरमैन के रूप में चुना। उन्होंने हाल में दिल्ली कैपिटल्स की आईपीएल टीम के साथ असिस्टेंट कोच के रूप में अपना करार ख़त्म कर दिया था जिसके बाद उनके मुख्य चयनकर्ता बनने की चर्चा तेज हो गयी थी।

यह माना जाता है कि वे बीसीसीआई के सचिव जय शाह की पसंद हैं। इधर उनके चयन को लेकर बोर्ड ने बताया – ‘अगरकर को टेस्ट मैचों में सीनियरिटी के आधार पर चीफ सिलेक्टर बनाया गया है’। बीसीसीआई ने अगरकर के चयन का रास्ता साफ़ करने के लिए इस पद की आयु सीमा को भी 60 साल से काम करके 45 साल कर दिया था।

अगरकर भारत के लिए तीनों फॉर्मेट में खेले हैं और अंतर्राष्ट्रीय करियर में उन्होंने  विकेट लिए हैं। उन्होंने टेस्ट में 58, वनडे में 288 और टी-20 इंटरनेशनल में 3 विकेट लिए हैं। अजित अगरकर 2007 में पहला टी-20 वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम इंडिया का हिस्सा थे।

बता दें अगरकर वनडे में सबसे तेज अर्धशतक जमाने वाले भारतीय बल्लेबाज हैं। उन्होंने 2000 में जिम्बाब्वे के खिलाफ 21 बॉल पर अर्धशतक जमाया था। यही नहीं वे सबसे तेज 50 विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज भी हैं। उन्होंने 23 मुकाबले में यह कारनामा किया था।

एमपी में विक्षिप्त आदिवासी पर पेशाब करने वाला भाजपा नेता प्रवेश गिरफ्तार

मध्य प्रदेश में एक विक्षिप्त आदिवासी किशोर पर पेशाब करने वाले भाजपा नेता प्रवेश शुक्ला को गिरफ्तार कर लिया गया है। ऐसी गंदी हरकत करने के बाद भाजपा नेता का वीडियो वायरल हो गया और लोगों का गुस्सा भड़क उठा। लोगों ने उसे तुरंत गिरफ्तार कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की।

मामला बिगड़ते देख सरकार भी सक्रिय हो गयी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पुलिस को आदेश दिया कि आरोपी पर कार्रवाई की जाए। मानसिक रूप से विक्षिप्त आदिवासी युवक पर सिगरेट पीते हुए पेशाब कर देश भर में गुस्सा पैदा कर देने वाले भाजपा नेता प्रवेश शुक्ला को आधी रात 2 बजे गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस ने उसे सीधी जिले से कुबरी गांव के खैरहवा से साइबर सेल की मदद से गिरफ्तार किया। वह लगातार लोकेशन बदलकर पुलिस को चकमा दे रहा था। उसकी गिरफ्तारी होने के बाद ही पुलिस ने उसकी पत्नी और मां को छोड़ा। बेटे की हालत देख मां वहीं रोने लगी। पुलिस ने उन्हें तुरंत घर रवाना किया। पुलिस अब आरोपी से पूछताछ कर रही है।

प्रवेश शुक्ला भाजपा नेता केदारनाथ शुक्ला का पूर्व विधायक प्रतिनिधि है।  उसका यह वीडियो 9 दिन पुराना बताया जा रहा है। वीडियो सीधी जिले के कुबरी बाजार का है।  यहां मानसिक रूप से विक्षिप्त आदिवासी युवक बैठा था। प्रवेश शुक्ला ने नशे की हालत में उसके ऊपर पेशाब कर दिया। किसी ने इसका वीडियो बना लिया और सोशल मीडिया पर डाल दिया। 

आईएमडी ने दिल्ली में जारी किया येलो अलर्ट

मौसम विभाग ने दिल्ली में येलो अलर्ट जारी जारी किया है और कहा कि बारिश से निचले इलाकों में बाढ़ आने और प्रमुख सड़कों पर यातायात की आवाजाही बाधित होने की चेतावनी दी हैं।

दिल्ली के कुछ हिस्सों में मंगलवार को बारिश दर्ज की गर्इ। दिल्ली के प्रमुख मौसम केंद्र सफदरजंग वेधशाला ने न्यूनतम तापमान 27.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया हैं।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बताया कि अगले छह से सात दिन बादल छाए रहने और बारिश होने की संभावना है। अधिकतम तापमान 32 से 35 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना बनी हुर्इ हैं।

आईएमडी ने जुलाई में देश में सामान्य बारिश 94 से 106 प्रतिशत का अनुमान जताया है। साथ ही उत्तर पश्चिमी, पूर्वोत्तर और दक्षिण पूर्वी भारत के कर्इ हिस्सों में सामान्य से कम बारिश का अनुमान भी जताया है।

आपको बता दें, आईएमडी मौसम की चेतावनी देने के लिए चार रंगों का उपयोग करता है। इसमें हरा- कोई कार्रवाई आवश्यक नहीं, पीला- नजर रखें और तत्पर रहें, नारंगी- तैयार रहें और लाल- कार्रवाई करें। इन रंगों का इस्तेमाल आईएमडी अलर्ट जारी करने के लिए करता है।

जम्मू के राजौरी में सड़क हादसे में चार लोगों की मौत, आठ घायल

एक बड़े हादसे में बुधवार सुबह जम्मू संभाग के राजौरी जिले में कार के सड़क से फिसलकर खाई में गिर जाने से 4 लोगों की मौत हो गई और 8 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस के मुताबिक हादसा थानामंडी उपमंडल में हुआ।

यह हादसा तब हुआ जब यह कार में लोग पुंछ से भांगई लौट रहे थे। कार सवार लोग पुंछ में एक अंतिम संस्कार में शामिल होने गए थे। पुलिस ने बताया कि चालक अपने गंतव्य से महज कुछ मीटर की दूरी पर ही थानामंडी भांगई रोड पर कार से नियंत्रण खो बैठा, जिससे यह घटना हुई।

एक पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘हादसे के समय गाड़ी में कुल 12 लोग सवार थे। स्थानीय लोगों और पुलिस ने सभी को बाहर निकाला और थानामंडी के उप-जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां उनमें से चार को मृत घोषित कर दिया गया’। घायलों को राजौरी के जीएमसी एसोसिएटेड अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

कार्यकर्ता शीतलवाड़ की याचिका पर सर्वोच्च अदालत में आज है सुनवाई

सर्वोच्च न्यायालय की तीन जजों की पीठ आज (बुधवार) को सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ की याचिका पर सुनवाई करेगी। गुजरात उच्च न्यायालय ने तीस्ता को तुरंत आत्म समर्पण करने के आदेश दिए थे, जिसे लेकर उन्होंने सर्वोच्च अदालत में याचिका दायर की है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक सुप्रीम कोर्ट से तीस्ता को एक हफ़्ते की राहत मिली थी। सुप्रीम कोर्ट ने स्पेशन बेंच का गठन कर तीस्ता को एक हफ्ते के लिए गिरफ्तारी से संरक्षण दिया था। सुप्रीम कोर्ट ने शनिवार को कहा था कि तीस्ता सीतलवाड़ पिछले 8-9 महीने से जमानत पर हैं, अगर वो तुरंत सरेंडर नहीं करेंगी, तो आसमान नहीं टूट पड़ेगा।

गुजरात सरकार की दलील पर सुप्रीम कोर्ट ने सवाल उठाते हुए कहा कि हाईकोर्ट को कम से कम सांस लेने का वक्त देना चाहिए था। हालांकि सुप्रीम कोर्ट के 3 जजों की इस मुद्दे पर राय अलग-अलग रही, इस कारण इस मामले को सीजेआई के पास भेज दिया गया है। अदालत ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने दो सितंबर को अंतरिम जमानत दी थी। उस बात को 8-9 महीने बीत गए हैं। हाईकोर्ट को सरेंडर के लिए इतना वक्त तो देना चाहिए था कि बड़ी अदालत विचार कर सके।

गुजरात उच्च न्यायालय ने सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ की नियमित जमानत याचिका शनिवार को खारिज कर दी थी और उन्हें 2002 के गोधरा कांड के बाद हुए दंगों में निर्दोष लोगों को फंसाने के लिए सबूत गढ़ने से जुड़े एक मामले में तत्काल आत्मसमर्पण करने को कहा गया था। न्यायमूर्ति निर्जर देसाई की अदालत ने सीतलवाड़ की जमानत याचिका खारिज की और उन्हें तत्काल आत्मसमर्पण करने को कहा था, क्योंकि वह पहले ही अंतरिम जमानत पर जेल से बाहर हैं।

मुंबई में आज एनसीपी धड़ों की बैठक; केबिनेट मीटिंग शुरू, अजित शामिल

मुंबई में आज हाल में दोफाड़ हुई राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के दोनों धड़ों की बैठकें होंगी। एनसीपी की बैठक एक तरह का शक्ति परीक्षण होगी जिस्मने यह पता चलेगा कि किस गुट के साथ कितने विधायक हैं। दोनों की तरफ से विधायकों को बैठक के लिए व्हिप जारी किया गया है। उधर मंत्रालय भवन में एनसीपी के विस्तार और शामिल होने के बाद पहली केबिनेट बैठक शुरू हो गई है जिसमें अजित और उनके साथ अलग गुट बनाने वाले सभी 8 मंत्री भी उपस्थित हैं।

आज की केबिनेट बैठक में एनसीपी के बागी होकर सरकार में शामिल हुए 9 मंत्रियों को विभाग आवंटित किए जा सकते हैं। महाराष्ट्र में पवार बनाम पवार की लड़ाई रोमांचक हो गई है। आज एनसीपी प्रमुख शरद पवार और बागी नेता अजित पवार ने अपने-अपने समर्थक विधायकों, सांसदों की बैठक बुलाई है। अनिल देशमुख, जीतेंद्र आह्वाड, जयंत पाटिल, रोहित पवार, संदीप क्षीरसागर और प्राजक्त प्रसादराव तनपुरे ने शरद पवार के साथ अपनी तस्वीरें शेयर कर समर्थन की बात कही है।

इस बैठक किए बाद ही साबित होगा कि किसके साथ कितने विधायक हैं। यदि अजित बहुमत के विधायक अपने साथ नहीं ला पाए तो उन्हें बहुत दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है। शरद गुट की बैठक दोपहर 3 बजे दक्षिण मुंबई के यशवंतराव चव्हाण सेंटर में होगी, जबकि अजित गुट की बैठक 11 बजे बांद्रा के भुजबल नॉलेज सिटी में होने जा रही है।

एनसीपी के कुल 53 विधायकों में से जिस गुट में जितने ज्यादा विधायक, वही असली एनसीपी होने का संवैधानिक दावा कर सकेगा। शरद गुट की बैठक में आने वालों से एफिडेविट लाने को कहा गया है। इसके लिए व्हिप भी जारी किया गया है। उधर,  अजित गुट ने अपने साथ 42 विधायक होने का दावा किया है। अजित पवार और एनसीपी नेताओं की बैठक से पहले अजित के समर्थक उनके देवगिरी बंगले पर मुलाकात करने पहुंचे।

इस बीच महाराष्ट्र विधानसभा के स्पीकर राहुल नार्वेकर ने कहा – ‘अभी किसी भी पक्ष ने दावा नहीं किया है कि पार्टी का विभाजन हुआ है। अजित पवार और शरद पवार गुटों के बीच अभी लंबी लड़ाई चलेगी। संभावना है कि आगामी मानसून सत्र में इस बारे में यह स्थिति साफ हो सकेगी कि विधानसभा में पार्टी का मुख्य सचेतक कौन होगा।’

शरद पवार गुट के लोगों ने उनके घर सिल्वर ओक के बाहर पोस्टर लगाए हैं, जिनमें कहा गया है कि 83 साल का एक योद्धा लड़ाई लड़ने के लिए अकेले जा रहा है। अजित गुट का दावा है कि उसके पास 42 विधायक हैं। इनके हस्ताक्षर वाला पत्र राज्यपाल को दिया है, हालांकि, काफी विधायकों ने कहा है कि उनसे अनजाने में हस्ताक्षर लिए गए और वे शरद पवार के साथ हैं।

अजित के साथ फिलहाल शपथ लेने वाले विधायक ही दिख रहे हैं। उधर विधान परिषद सदस्य अमोल मिटकरी ने कहा – ‘अजित गुट को तीन निर्दलियों का भी समर्थन है’। शरद पवार ने भी मंगलवार को वाईबी चव्हाण सेंटर (एनसीपी) दफ्तर में पार्टी की बैठक की थी। इसमें कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले समेत कई नेता मौजूद रहे।

एनसीपी के 53 में से 37 से ज्यादा विधायक अजित के साथ जाते हैं तो दल-बदल कानून से बच जाएंगे। यदि 36 से कम रहे तो उनका निलंबन तय है। सीएम शिंदे के खिलाफ उद्धव गुट फिर सुप्रीम कोर्ट पहुंचा है। मांग है कि शिंदे के विधायकों की लंबित अयोग्यता याचिकाओं पर जल्द फैसला हो।

उधर एकनाथ शिंदे वाली शिवसेना में भी हलचल तेज है। मंगलवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की अगवानी करने नागपुर गए मुख्यमंत्री देर रात मुंबई वापस आ गए। बैठक के बाद वे फिर वापस चले गए।

भाजपा ने बदले पंजाब, झारखंड और तेलंगाना के प्रदेश अध्यक्ष

भाजपा ने मंगलवार को कई राज्यों में अपने प्रदेश अध्यक्षों को बदल दिया है। ये बड़ा फैसला अगले वर्ष होने वाले लोकसभा चुनावों और आम चुनावों को देखते हुए लिया गया है।

राज्यों के पार्टी मुखिया बदलने के बाद संगठन में बदलाव से कई नेताओं को दूसरी जिम्मेदारियां सौंपी जाएंगी। जी. किशन रेड्डी को तेलंगाना भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है।

पंजाब में सुनील जाखड़ को नया प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है। जाखड़ अश्विनी शर्मा की जगह लेंगे।। सुनील जाखड़ पहले कांग्रेस में थे और कुछ समय पहले ही पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हुए हैं। जाखड़ कांग्रेस के पूर्व वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री रहे बलराम जाखड़ के बेटे हैं।

आंध्र प्रदेश में डी. पुरंदेश्वरी को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है। पुरंदेश्वरी पूर्व केंद्रीय मंत्री रही हैं। यह पहले कांग्रेस में थी। ये भाजपा में 9 साल पहले ही शामिल हुई हैं।

झारखंड में बाबूलाल मरांडी को प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई हैं। मरांडी विधायक एवं पूर्व मुख्यमंत्री भी रहे हैं।

राहुल गांधी को मोदी सरनेम मानहानि मामले में झारखंड हाई कोर्ट से राहत

मोदी सरनेम मानहानि मामले में झारखंड उच्च न्यायालय ने मंगलवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी को राहत देते हुए उनके खिलाफ किसी भी तरह की दंडात्मक कार्रवाई पर रोक लगा दी है। उच्च अदालत इस मामले में अब 16 अगस्त को सुनवाई करेगी।

राहुल गांधी के खिलाफ मानहानि के इस मामले पर झारखंड हाईकोर्ट के जस्टिस संजय कुमार द्विवेदी की अदालत में सुनवाई हुई। सुनवाई के दौरान सभी पक्षों को सुनने के बाद अदालत ने याचिका दायर करने वाले प्रदीप मोदी को जवाब पेश करने का निर्देश दिया। साथ ही अदालत ने राहुल गांधी को राहत देते हुए अगली सुनवाई तक किसी भी दंडात्मक कार्रवाई पर रोक लगा दी है।

यद् रहे कांग्रेस नेता को अपने बयान के कारण सूरत सेशन कोर्ट से दो साल की सजा मिल चुकी है। इसके चलते जनप्रतिनिधि कानून के तहत राहुल गांधी की संसद सदस्यता चली गई थी।

रांची में भाजपा नेता प्रदीप मोदी ने राहुल गांधी के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दर्ज कराया था। मामले की सुनवाई एमपी-एमएलए कोर्ट में चल रही थी। एमपी एमएलए कोर्ट ने राहुल गांधी को व्यक्तिगत रूप से अदालत में पेश होने का निर्देश दिया था। 

विवाद, तनाव, महामारी के दौर में मिलकर काम जरूरी, एससीओ बैठक में बोले मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि विश्व विवाद, तनाव और महामारी से घिरा हुआ है, ऐसे में हमें मिलकर काम करना है। मोदी मंगलवार को संघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन की वर्चुअल बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे जिसमें अन्य के अलावा रूस के नेता पुतिन, चीन के नेता जिनपिंग और पाकिस्तान के नेता शहबाज़ शरीफ भी शामिल हुए। पीएम ने ईरान के एससीओ परिवार में नए सदस्य के रूप में शामिल होने पर खुशी जताई।  

पीएम मोदी ने एससीओ में सुधार के प्रस्ताव का भी समर्थन किया। इस मौके पर अपने संबोधन में आतंकवाद को वैश्विक शांति के लिए सबसे बड़ा खतरा बताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिना नाम लिए पाकिस्तान पर निशाना साधा। मोदी ने कहा – ‘आतंकवाद क्षेत्रीय और वैश्विक शांति के लिए प्रमुख खतरा बना हुआ है। इस चुनौती से निपटने के लिए निर्णायक कार्रवाई आवश्यक है।’

उन्होंने कहा कि आतंकवाद चाहे किसी भी रूप में हो, किसी भी अभिव्यक्ति में हो, हमें इसके विरुद्ध मिलकर लड़ना होगा। मोदी ने कहा – ‘कुछ देश, क्रॉस-बॉर्डर टेररिज्म को अपनी नीतियों के टूल के रूप में इस्तेमाल करते हैं। आतंकवादियों को पनाह देते हैं। एससीओ को ऐसे देशों की आलोचना में कोई संकोच नहीं करना चाहिए।’

अपने संबोधन में मोदी ने अफगानिस्तान को लेकर सभी सदस्य देशों से मिलकर काम करने की अपील की। उन्होंने कहा – ‘अफगानिस्तान की स्थिति का सीधा असर का हम सभी की सुरक्षा पर पड़ा है। अफगानिस्तान को लेकर भारत की चिंताएं और अपेक्षाएं एससीओ के अधिकांश सदस्य देशों की तरह ही हैं। हमें अफगानिस्तान के लोगों के कल्याण के लिए एकजुट प्रयास करने होंगे। यह महत्वपूर्ण है कि अफगानिस्तान की भूमि का उपयोग पड़ोसी देशों में अशांति फैलाने या चरमपंथी विचारधारा को बढ़ावा देने के लिए न किया जाए।’

पीएम ने कहा कि भारत ने एससीओ के भीतर सहयोग के पांच स्तंभ स्थापित किए हैं जिनमें स्टार्टअप और इनोवेशन, पारंपरिक चिकित्सा, युवा सशक्तिकरण, डिजिटल समावेशन और साझी बौद्ध विरासत शामिल हैं। उन्होंने कहा – ‘पिछले दो दशक में एससीओ पूरे यूरेशिया क्षेत्र में शांति, समृद्धि और विकास के लिए एक महत्वपूर्ण मंच बनकर उभरा है। इस क्षेत्र के साथ भारत के हजारों साल पुराने सांस्कृतिक और लोगों के आपसी संबंध हमारी साझा विरासत का जीवंत प्रमाण हैं।’