बलात्कार…

कुठोंद के सनगढ़ गांव की राम कटोरी के पोते का पुलिस थाने में शारीरिक उत्पीड़न हुआ था.

राज्य के जालौन जिले के कुठौंद थाना क्षेत्र में 8 साल के एक बच्चे के साथ पुलिस चौकी में हुए शारीरिक उत्पीड़न का एक वीभत्स मामला कमोबेश कम चर्चा में रहा. क्षेत्र की शंकरपुर चौकी में हुई इस घटना की पड़ताल के लिए तहलका की टीम पीड़ित परिवार के गांव सनगड़ पहुंची. गांव के हरिजन टोले में मनोज लाल उर्फ पप्प्पू की  छोटी-सी झोपड़ी में हमारी मुलाकात उनकी मां राम कटोरी से होती है.

पूछने पर राम कटोरी बताती हैं कि उनके बहू-बेटे सब मजदूरी करने के लिए औरैया जा चुके हैं. कुछ और इधर-उधर की बातें करने के बाद जब हम उनके आठ वर्षीय पोते ओमू के बारे में उनसे पूछते हैं तो वे चुप हो जाती हैं. कुछ देर की खामोशी और दो-तीन बार पूछने के बाद राम कटोरी धीरे से बताती हैं कि उनका पोता पास ही के सरकारी स्कूल में पढ़ने गया है. हमारे आगे पूछने पर पुलिसिया अत्याचारों से परेशान अपने परिवार के बारे में बताते हुए वे कहती हैं, ‘उस दिन ओमू दो और बच्चों के साथ खेल रहा था. वे दोनों भी मेरे ही बेटे केशवचंद के लड़के हैं. लड़कों ने खेलते हुए पास की दुकान से 10 रुपये उठा लिए. दुकानवाले ने लड़कों को उठाकर शंकरपुर चौकी के सिपाही कृपासिंधु भारती को दे दिया. उसने मेरे बच्चों को दो दिन चौकी में बंद करके रखा. उनसे झाड़ू-पोछा करवाया और फर्श धुलवाया. फिर उनसे मालिश भी करवाई.’

इसके बाद आस-पास खड़ी भीड़ को देखकर वे खामोश हो जाती हैं. गावंवालों को पीछे हटाने के बाद वे धीरे से आगे जोड़ती हैं, ‘मैडम, उन्होंने हमारे पोते के साथ बहुत गलत काम किया. घर वापस आने के बाद उसके पूरे गाल सूज गए थे. जब उसने आठ दिन तक खाना नहीं खाया तो हम लोग परेशान हो गए. हमेशा घबराया-घबराया सा रहता था. बहुत पूछने पर उसने बताया कि सिपाही ने उसके साथ गलत काम किया है. उसकी तबीयत ज्यादा खराब होने लगी तो उसके मां-बापू उसे औरैया ले गए इलाज करवाने.’ पिछले 6 महीने में जुलाई के मध्य में हुई इस घटना के कुछ दिन बाद राम कटोरी के परिवार को अपने बच्चे के साथ हुए शारीरिक उत्पीड़न का पता चला तो वे इसकी शिकायत करने पुलिस के पास गए.

राज्य में पुलिसिया हिरासत में हुए शारीरिक उत्पीड़न के चर्चित मामले :-

  • मई 2012- बदायूं जिले की लालपुर चौकी में 17 वर्षीया लड़की के साथ बलात्कार
  • जून 2012 – लखनऊ जिले के मॉल पुलिस स्टेशन में एक सब इंस्पेक्टर द्वारा एक महिला के साथ बलात्कार का प्रयास
  • जुलाई 2012- कुशीनगर जिले के खड्डा पुलिस थाने में 35 वर्षीया महिला के साथ सामूहिक बलात्कार 
  • सितंबर 2012- महोबा जिले की बजरिया पुलिस चौकी में तैनात एक दरोगा ने अपने थाना क्षेत्र की एक दलित महिला के साथ बलात्कार किया
  • सितंबर 2012- 5 सितंबर की सुबह गोंडा जिले में एक पुलिस कांस्टेबल ने 14 वर्षीया नाबालिग लड़की का बलात्कार किया

मामले के सामने आते ही पीड़ित परिवार पर राजीनामा के लिए दबाव बढ़ने लगा. राम कटोरी कहती हैं, ‘पिछले महीने सिपाही रात को शराब पीकर हमारे घर आया था. वह हमें राजीनामा करने की धमकी देने लगा. हम गरीब हरिजन लोग हैं,  इसलिए हमारी कहीं कोई सुनवाई नहीं है. लेकिन हमने राजीनामा नहीं किया. हमारे बच्चों के साथ इतना बुरा हुआ है. हमारे अंदर जितनी हिम्मत है उसमें हम पूरी तरह लड़ेंगे.’

घटना के सामने आने के बाद गांव के लोग सिपाही के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाने जालौन पुलिस अधीक्षक के दफ्तर भी गए थे. इसके बाद कार्रवाई के नाम पर भारती का तबादला करके उसे सिर्फ लाइन-अटैच कर दिया गया. यहां यह रेखांकित करना जरूरी है कि बाल न्याय अधिनियम के तहत किसी भी नाबालिग बच्चे को सामान्य पुलिस अपनी हिरासत में नहीं रख सकती. तहलका से बातचीत में जिले के वर्तमान पुलिस अधीक्षक आरपी चतुर्वेदी सिर्फ इतना कहते हैं कि मामले की तहकीकात जारी है. सिपाही को निलंबित करके उसके खिलाफ मामला दायर करने के बारे में पूछने पर वे कहते हैं, ‘देखिए मैं अभी यहां नया आया हूं और मेरे सभी साथी भी नए हैं. लेकिन मैं मामले की जांच करवा रहा हूं. आगे मामला दायर किया जाएगा.’

राज्य में पुलिस कर्मचारियों द्वारा किए जा रहे अत्याचारों का यह अकेला मामला नहीं है. बीते छह महीने के दौरान उत्तर प्रदेश में पुलिस हिरासत में होने वाले बलात्कारों और शारीरिक उत्पीड़न के कम से कम छह शर्मनाक मामले सामने आ चुके हैं (बॉक्स देखें). पुलिसिया हिरासत में होने वाले इन बलात्कारों से इतर राज्य में होने वाले सामान्य बलात्कारों के सरकारी आंकड़ों पर नजर डालें तो मालूम पड़ता है कि यहां रोजाना करीब 6 बलात्कार दर्ज हो रहे हैं. यौन उत्पीड़न की इन बढ़ती घटनाओं  की वजह से एक ओर जहां राज्य के पुलिसिया महकमे की किरकिरी हो रही है वहीं समाजवादी पार्टी की सरकार की भी कड़ी आलोचना हो रही है.

 (पहचान छुपाने के लिए पीड़ित का नाम बदल दिया गया है)