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ऑपरेशन मासूम में २३ बंधक बच्चों को बचाया, आरोपी मारा गया

उत्तर प्रदेश के फरूखाबाद के मोहम्मदाबाद इलाके के कठरिया गांव में बच्चों को बंधक बनाने वाले अपराधी को आखिर पुलिस ने एनकाउंटर कर मार गिराया है और सभी २३ बच्चों को सुरक्षित छुड़ा लिया है। उसकी पत्नी, जिसे पति के मारे जाने के बाद बाहर आने पर लोगों ने पीट-पीटकर अधमरा कर दिया था, की भी बाद में मौत हो गयी।

रिपोर्ट्स के मुताबिक पुलिस ने आधी रात एक बजे कार्रवाई कर बच्चों को बंधक बनाने वाले अपराधी को सरेंडर करने के लिए कहा लेकिन ऐसा नहीं करने पर आपरेशन चलाया गया जिसमें वो मारा गया। सभी बच्चे, हालांकि, सुरक्षित बचा लिए गए। मारे गए अपराधी का नाम सुभाष बाथम था और उसे यूपी पुलिस और एटीएस की टीम के साझे आपरेशन में मार गिराया गया।

याद रहे इस व्यक्ति, जो एक अपराधी था ने गुरूवार शाम अपनी बेटी के जन्मदिन के बहाने २३ बच्चों को घर बुलाकर बंधक बना लिया था। बच्चों को बाहर निकालने के लिए ”ऑपरेशन मासूम” चलाया गया। एटीएस और एनएसजी की टीम के आने से पहले जब आरोपी ने जब धमकियां देनी शुरू की तो पुलिस ने कार्रवाई शुरू की।  इस दौरान आरोपी की तरफ से फायरिंग भी की गई। जवाब में पुलिस की तरफ से फायरिंग की गयी जिसमें वो मारा गया

इस आपरेशन के सफल होने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस टीम को १० लाख रुपये के पुरस्कार की घोषणा की है। आरोपी ने घर के बेसमेंट में बच्चों को रखा था और मकान के अंदर से छह फायर भी किये। वह स्थानीय विधायक से बात करना चाहता था, विधायक वहां गये लेकिन उसने उनसे बात नहीं की। पुलिस ने उसके एक रिश्तेदार को भी बातचीत के लिये घर के करीब भेजा लेकिन उस व्यक्ति ने रिश्तेदार पर भी गोली चला दी जिससे वह घायल हो गये।

उधर बाद में उसकी पत्नी को स्थानीय लोगों ने पीट पीटकर मार डाला। पुलिस के मुताबिक मुठभेड़ के वक्त महिला (आरोपी की पत्नी) भागने का प्रयास किया, और जब उसके पति (आरोपी) ने गोली चलाई तो आक्रोशित गांव के लोगों ने महिला को ईंट-पत्थर से मारा पीटा गया। महिला अस्पताल भेजी गई, जो घायल थी और उसके सिर से खून निकल रहा था। पोस्टमार्टम से पता चलेगा कि उसकी मौत किन कारणों से हुई।

जामिया गोलीकांड के बाद तनाव, जांच का जिम्मा क्राइम ब्रांच को

दिल्ली की जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी के छात्रों का आंदोलन तेज हो गया है। दिन में वहां गोली चलने की घटना और उसमें एक छात्र के घायल होने के बाद तनाव बना हुआ है। बड़ी संख्या में छात्र वहां बने हुए हैं और राजघाट जाने की बात पर अड़े हैं। पुलिस छात्रों को हटाने की कोशिश कर रही है। इस बीच गोलीकांड की जांच का जिम्मा क्राइम ब्रांच को सौंपा गया है।

दोपहर में गोली चलने की घटना को लेकर पुलिस पर आरोपों की झड़ी लग गयी है। हाथ में पिस्तौल लहरा अहा व्यक्ति पुलिस के बहुत पास था लेकिन उसे रोकने की कोइ कोशिश नहीं की गयी।  जिस तरह पुलिस ने उस वयक्ति को आखिर में पकड़ा वह भी बहुत फ़िल्मी लग रहा था जिससे कई आशंकाएं पैदा हो गयी हैं।

कांग्रेस और आप ने गोली की घटना की कड़ी निंदा की है। दोनों दलों ने कहा कि साफ़ तौर पर पुलिस ने वहां कुछ नहीं किया। उन्होंने मामले की उच्च स्तरीय जांच की भी मांग की है।

उधर गृह मंत्री अमित शाह ने  शाम को दिल्ली पुलिस प्रमुख से बात की और पूरी घटना की जानकारी ली है। शाह ने ट्वीट करके इस बात की जानकारी दी। शाह ने बताया कि घटना के संबंध में उन्होंने दिल्ली पुलिस कमिश्नर से बात की और कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। शाह के मुताबिक केंद्र सरकार इस तरह की किसी भी घटना को बर्दाश्त नहीं करेगी और दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।

उधर राजनीतिक हलकों में यह चर्चा भी अंदरखाने शुरू हो गयी है कि कहीं दिल्ली विधानसभा के चुनाव टालने के बहाने तो नहीं ढूंढ़े जा रहे। इन लोगों को लगता है कि एक पार्टी चुनाव में हार देखते हुए ऐसी कोशिश कर सकती है।
उधर जिस युवक को गोली चलने के मामले में पकड़ा गया है उसका नाम गोपाल बताया गया है। दिलचस्प यह है कि यह युवक हटना से पहले खुद को फेसबुक पर लाइव दिखा रहा था। उसने फेसबुक पर कुछ पोस्ट डाली हैं जिनसे जाहिर होता है कि वह योजना बनाकर वहां आया। फेसबुक ने उसका अकाउंट बंद कर दिया है। गोली चलाते वक्त गोपाल को ”यह लो आज़ादी” कहते हुए भी सुना गया था।

इस बीच उसकी गोली से घायल छात्र शादाब फारुक की बांह में गोली लगी है और उसका दिल्ली ”एम्स” में इलाज चल रहा है। संशोधित नागरिकता कानून के विरोध में महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर प्रस्तावित छात्रों के मार्च ने गोली की घटना के बाद तनावपूर्व रूप ले लिया है। शाहीन बाग से होकर राजघाट तक मार्च कर रहे इन छात्रों को पुलिस ने जामिया नगर में रोक दिया है जहाँ तनाव बना हुआ है। हजारों की संख्या में छात्र वहां जुटे हैं। कुछ छात्रों को पुलिस ने पकड़कर वहां से हटाया भी है।

फर्रुखाबाद में अपराधी ने १९ बच्चों को घर में बंधक बनाया, गोलियां भी चलीं

उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले में एक अपराधी ने कुछ बच्चों को अपने घर में बंधक बना लिया है। पुलिस ने अभी तक एक बच्चे को छुड़ाया है जबकि १९ बच्चे अभी भी उसके कब्जे में हैं।

जानकारी के मुताबिक गुरुवार शाम इस अपराधी ने जन्मदिन के बहाने २० से ज्यादा   बच्चों को अपने घर बुलाया और बंधक बना लिया। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस से लेकर जिला प्रशासन तक में खलबली मच गयी। घटना मोहम्मदाबाद कोतवाली स्थित करथिया गांव की है। जानकारी के मुताबिक पुलिस पर भी बदमाश ने गोलियां चलाईं।

अपुष्ट ख़बरों के मुताबिक हैंड ग्रिनेड भी फेंका गया। इससे एक इंस्पेक्टर सहित तीन पुलिस कर्मी घायल हो गए। ख़बरों के मुताबिक वहां पहुंचे विधायक पर उस व्यक्ति ने  गोली चलाई। इसमें एक ग्रामीण घायल हो गया। क्विक रिस्पॉन्स टीम और स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसपीजी) की टीम मौके पर पहुँच गयी हैं।

एटीएस को भी वहां बुलाया गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक जिस अपराधी ने अच्छों को बंधक बनाया है वो करथिया गांव का सुभाष बाथम है और एक एक शातिर बदमाश है। उसने गुरुवार दोपहर घर पर अपनी बेटी गौरी का जन्मदिन होने के नाम पर गांव के बच्चों को बुलाया था। दोपहर तीन बजे तक उसने गांव के २४ बच्चों को इकट्ठा कर लिया। फिर उसने सभी बच्चो को घर में बंद कर लिया।

बच्चे जब घर नहीं लौटे तो एक पड़ोसी की पत्नी अपने बच्चों को बुलाने के उसके घर  गई। उसने दरवाजा खटखटाया तो सुभाष ने खोलने से मना कर दिया। जब उसने ज्यादा जिद की तो उसने कहा कि पहले गांव के लालू को बुलाकर लाओ। जब उसने मना किया तो वह गाली गलौज करने लगा। इस पर बबली अपने घर आई और परिजनों को जानकारी दी। गांव वालों ने पुलिस को खबर दी। पुलिस के कहने पर भी  उसने दरवाजा नहीं खोला।

भारत में कोरोनावायरस का पहला पॉसिटिव मामला केरल में मिला

चीन से शुरू हुआ कोरोना वायरस का भारत में पहला पॉज़िटिव मामला केरल में मिला है। अभी तक भारत में २० से ज्यादा लोगों को इस वायरस से मिलते जुलते लक्षणों के कारण ऐहतियातन अस्पतालों में भर्ती किया गया था लेकिन उन्हें पाज़ीटिव नहीं पाया गया था। लेकिन बड़ी संख्या में संदिग्ध मरीज निगरानी में रखे गए हैं।

रिपोर्ट्स के मुताबिक केरल में कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आया है जिसकी अधिकारिक पुष्टि की गयी है। केरल का जो मरीज कोरोना वायरस से संक्रमित हुआ है, वह चीन के वुहान यूनिवर्सिटी का छात्र है। उसकी हालत स्थिर बताई गयी है और सघन निगरानी में रखा गया है।

चीन में कोरोना वायरस से अबतक २०० के करीब लोगों की जान जा चुकी है। अभी करीब ७००० लोग इसकी चपेट में बताये जा रहे हैं।

अभी भारत के कुछ ससे अलावा देश के कई राज्यों में सैकड़ों लोगों को निगरानी में रखा गया है। सिर्फ केरल में ८०० से ज्यादा लोग निगरानी में हैं जो कोरोना वायरस से संक्रमित हो सकते हैं। वहीं देश की दो विमानन कंपनियों इंडिगो और एअर इंडिया ने उस देश के लिए अपनी अधिकतर उड़ानें निलंबित करने की घोषणा की जो कोरोना वायरस से जूझ रहा है। भारत ने हुबेई प्रांत से अपने नागरिकों को वापस लाने के लिए चीन से दो उड़ानें संचालित करने की अनुमति देने का अनुरोध किया है।

जामिया के पास सीएए विरोधी मार्च में एक युवक ने गोलिया चलाईं, छात्र घायल

जामिया इलाके में नागरिकता क़ानून के खिलाफ राजघाट की तरफ जा रहे मार्च वाले स्थल पर फायरिंग हुई है। इस गोलीबारी में एक छात्र घायल हो गया है। पुलिस ने उस व्यक्ति को पकड़ लिया है जिसने फायरिंग की।

पुलिस ने कहा कि अभी यह कहना मुश्किल है कि यह व्यक्ति कौन है। मार्च राजघाट की तरफ जा रहा था तो अचानक एक व्यक्ति ने बीच में गोलियां चलानी शुरू कर दीं। उसके हाथ में एक पिस्तौल था और वह कुछ चिल्लाते हुए और पिस्तौल लहराते हुए गोलियां चलने लगा।

हैरानी की बात है कि जहाँ यह घटना हुई वहां पुलिस उस वयक्ति के बिलकुल नजदीक थी लेकिन शुरू में उसने इस वयक्ति को रोकने की कोइ कोशिश नहीं की। यह व्यक्ति उलटे क़दमों से जाता हुआ पिस्तौल हवा में लहरा रहा था। उसकी चलाई गोली से  एक छात्र घायल हो गया जिसे अस्पताल में भर्ती किया गया है। उसके हाथ में गोली लगी है।

भाजपा की तरफ से खुद को आतंकी कहे जाने से काफी आहत केजरीवाल  

एक चुनावी रैली में भाजपा की तरफ से उन्हें ‘आतंकी’ कहने पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल मीडिया को सम्बोधित करते हुए भावुक हो गए और उन्होंने कहा कि ‘आज यह दिल्ली वालों पर फैसला छोड़ते हैं कि वो मुझे भाई मानते हैं, बेटा या आतंकवादी मानते हैं।’ उधर आप ने इसे लेकर चुनाव आयोग में शिकायत करने का फैसला किया है।

गौरतलब है कि दिल्ली से भाजपा सांसद प्रवेश वर्मा ने अपनी एक चुनाव सभा में बार-बार मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को आतंकी कहा था। अब वर्मा के बयान पर केजरीवाल ने दुख जताया और कहा – ”मेरे माता-पिता को कल बहुत दुःख हुआ, उनका कहना है कि बेटा कट्टर देश भक्त है। आज मैं दिल्ली वालों पर फैसला छोड़ता हूं कि वो मुझे भाई मानते हैं, बेटा या आतंकवादी।”

मीडिया कांफ्रेंस में  केजरीवाल ने कहा कि कल भाजपा नेताओं ने ‘केजरीवाल आतंकवादी है’ कहा, क्या शिक्षा, स्वास्थ्य के लिए इंतजाम करने वाला आतंकवादी होता है ? बुजुर्गों को तीर्थयात्रा पर भेजा तो क्या मैं आतंकवादी बन गया ? शहीद के परिवार का ख्याल रखा, तो मैं आतंकवादी हूं ? मैं चाहता तो आईआईटी के बाद विदेश चला जाता, लेकिन देश को ठीक करना था।”

भाजपा पर हमला करते हुए केजरीवाल ने कहा कि इनकम टैक्स कमिश्नर की नौकरी भ्रष्टाचार आंदोलन में शामिल होने के लिए छोड़ी, क्या कोई आतंकवादी ऐसा करता है? बड़े-बड़े भ्रष्टाचार को उजागर किया, इतने केस मुझ पर हुए, क्या आतंकवादी ऐसा करता है। ”मैं डायाबिटीज का मरीज हूं. इसके बावजूद दो बार भ्रष्टाचारियों के खिलाफ अनशन किया।”

प्रेस कांफ्रेंस में उनके साथ उपस्थित आम आदमी पार्टी सांसद संजय सिंह ने भाजपा  नेताओं की ओर से अमर्यादित और भड़काऊ भाषण देने पर कहा कि चुनाव आयोग को सख्ती से निपटना चाहिए। ”हम आतंकवादी वाले बयान पर शिकायत के लिए चुनाव आयोग जा रहे हैं। हमें अभी समय नहीं मिला है। प्रवेश वर्मा और भाजपा वालों पर कार्रवाई होनी चाहिए।”

केजरीवाल का ट्वीट –

@ArvindKejriwal
भाजपा वाले कह रहे हैं कि केजरीवाल आतंकवादी है। मैंने ५ साल आपका बेटा बन कर काम किया है। ये निर्णय मैं आप पर छोड़ता हूँ कि मैं आपका बेटा हूँ या आतंकवादी।

पुण्यतिथि पर बापू को याद किया

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की ७२वीं पुण्यतिथि पर आज देश उनको याद कर रहा है। पीएम  नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी समेत कई बड़े नेताओं ने गुरुवार सुबह राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की।

इस मौके पर राजघाट पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और पूर्व उपप्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी और अन्य भी पस्थित थे। महात्मा गांधी की ३० जनवरी, १९४८  को दिल्ली के बिड़ला हाउस में प्रार्थना सभा के लिए जाते हुए महात्मा गांधी की हत्या कर दी गई थी।

इससे पहले सुबह पीएम मोदी, कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर बापू को याद किया। मोदी ने ट्वीट में लिखा – ”राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर उन्हें कोटि-कोटि नमन। पूज्य बापू के व्यक्तित्व, विचार और आदर्श हमें सशक्त, सक्षम और समृद्ध न्यू इंडिया के निर्माण के लिए प्रेरित करते रहेंगे।”

उधर कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी एक वीडियो ट्वीट कर महात्मा गांधी को नमन किया। प्रियंका ने लिखा – ”बापू तुम जिंदा हो, खेतों में खलिहानों में न्याय, सत्य और प्रेम के अरमानों में # महात्मा गांधी।

इस बीच दिल्ली में महात्मा गांधी की पुण्यतिथि के अवसर पर नागरिकता संशोधन एक्ट के खिलाफ राजघाट पर सैकड़ों स्टूडेंट यूनियन मिलकर एक मानव श्रृंखला बनाएंगे और एकता का परिचय देंगे। वहीं यशवंत सिन्हा की गांधी यात्रा का समापन भी आज राजघाट पर होगा।

बिलखते मासूम के लिए पिघला पत्रकार और जज का दिल, रात में ही जेल में माँ से मिलवाया

कहते हैं बच्चे भगवान समान होते हैं। अगर किसी के जिगर के टुकड़े को अलग करके उसकी माँ को जेल पहुंचा दिया जाए तो उस बच्चे का क्या हाल होगा, इसका अंदाजा शायद गिरफ्तार करवाने वालों को भी नहीं होगा। दरअसल, ये मामला है मध्य प्रदेश के सागर का है। यहां पर एक आपराधिक मामले में परिवार के तीन-चार सदस्यों को आरोपी बनाया गया है। इनमें से एक चार साल के मासूम की माँ भी शामिल है। इन सबको पुलिस ने गिरफ्तार करके केंद्रीय जेल सागर भेज दिया।
इसके बाद शायद आरोप लगाने वालों ने भी नहीं सोचा होगा कि उस मासूम का क्या होगा? जो पिछले चार साल से माँ के दामन से चिपका रहा हो। इस बच्चे को आँसू देखकर दैनिक भास्कर के पत्रकार अभिषेक यादव का दिल पिघल गया। उससे रहा नहीं गया। उसने तत्काल केंद्रीय जेल सागर के अफसरों से बातचीत की। उनको बताया कि ऐसी-ऐसी बात है और बच्चे को लेकर जेल परिसर पहुँच गया। अफसरों ने भी उसकी बात सुनी और बच्चे को लंबे समय से सिसकता देखकर माँ से मिलाने को राजी हो गए। पर कानूनी प्रक्रिया का पालन करना भी उनके लिए जरूरी होता है। इसके लिए कोर्ट की मंजूरी जरूरी थी। लिहाजा जेल अफसरों ने कोर्ट पहुंचकर आवेदन किया और जज साहब भी मामले को सुनने के लिए उसी समय तैयार हो गए।
विशेष न्यायाधीश एडीजे डीके नागले को मामला बताया। उन्होंने बच्चे की माँ की ओर से लिखित आवेदन मांगा। जज बुधवार रात करीब 8.30 बजे जिला अदालत पहुंच गए। यहां से जेलर नागेंद्र सिंह चौधरी, माँ और सुपरिटेंडेन्ट संतोष सिंह सोलंकी की ओर से लिखी चिट्ठी लेकर अदालत में हाजिर हो गए। जज ने मामला सुना और मासूम को माँ से मिलने की अनुमति दे दी।
जिंदगी में पहली बार कोर्ट खुलवाया, दिली सुकून मिला
जेल के सुपरिटेंडेन्ट सोलंकी बोले, मेरे जिंदगी में ये पहला ऐसा मामला हैं, जिसमें मैंने कोर्ट खुलवाने के लिए आवेदन किया। मासूम की हालत देख कोई भी ऐसा करने से खुद को नहीं रोक सकता था। माँ-बेटे को मिलाने के बाद मुझे दिली सुकून मिला है।

प्रशांत किशोर को जेडीयू से बाहर किया नीतीश ने

भाजपा से अपने रिश्ते खराब न करते हुए बिहार के सीएम और जेडीयू के प्रमुख नीतीश कुमार ने अपने लोगों पर कार्रवाई करने को प्राथमिकता दी है। सीएए और एनसीआरर का बहुत मुखरता से विरोध करने वाले प्रशांत किशोर और वरिष्ठ नेता पवन वर्मा को नीतीश ने पार्टी से बाहर कर दिया है।

एक प्रेस रिलीज जारी कर जेडीयू ने यह जानकारी सार्वजानिक की है। पार्टी से निकाले जाने के बाद प्रशांत किशोर ने ट्वीट कर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को ‘थैंक्स’ कहा है।

पिछले कुछ दिन से जेडीयू में सीएए और एनसीआर का जबरदस्त विरोध करने वाले प्रशांत किशोर और पवन वर्मा को लेकर गहमगहमा थी। पार्टी के कुछ नेता खुले में न आकर चुपचाप इन दोनों की बातों का समर्थन कर रहे थे क्योंकि उन्हें लगता है कि सीएए और एनसीआर पर चुप्पी साधकर जेडीयू का बिहार में बहुत नुक्सान होगा। खुद नीतीश ने गिने चुने मौकों पर कहा था एनसीआर को बिहार में लागू नहीं करेंगे लेकिन बाद में एक तरह से भाजपा के सामने समर्पण करते हुए चुप्पी साध ली।

बहुत से राजनीतिक जानकारों को लगता है कि नीतीश साल के आखिर में होने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा के साथ ही जाने को मजबूर हैं क्योंकि जेडीयू सरकार की उपलब्धियां ऐसी नहीं रही हैं कि वह अपने बूते चुनाव जीत सके। भले नीतीश भाजपा के साथ सरकार में हैं हाल के उपचुनावों में दोनों का प्रदर्शन कुछ अच्छा नहीं रहा है। आरएलडी अभी भी ज़मीन पर मजबूत दिखती है।

अब नीतीश ने भाजपा को नाराज न करते हुए पार्टी लाइन से बाहर जाकर बयान देने के बहाने अपने नेताओं पवन वर्मा और प्रशांत किशोर को जदयू से बाहर निकाल दिया है। दोनों को पार्टी से बर्खास्त कर पार्टी की सभी जिम्मेदारियों से भी मुक्त कर दिया गया है। सीएए, एनआरसी और दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा के साथ गठबंधन को लेकर प्रशांत किशोर और पवन वर्मा पार्टी लाइन से बाहर जाकर बयान दे रहे थे जिसके कारण पार्टी ने दोनों नेताओं पर ये बड़ी कार्रवाई की है।

इससे पहले नीतीश कुमार ने कहा था अमित शाह ने उन्हें प्रशांत किशोर को जेडीयू में शामिल करने के लिए कहा था तब मैंने उन्हें पार्टी में शामिल किया था। उन्हें रहना है तो पार्टी लाइन में रहना होगा, नहीं तो जहां जाना है जाएं। हम किसी को पकड़ कर नहीं रखते हैं।

इसके जवाब में प्रशांत किशोर ने ट्वीट कर कहा था – ‘आपने कैसे और क्यों मुझे जदयू में शामिल किया, इस बारे में झूठ बोलने के लिए क्या हुआ ! आपने मुझे अपने रंग में रंगने की भरसक कोशिश की और यदि मैं सच कहूं तो कौन विश्वास करेगा कि जिसकी सिफारिश अमित शाह ने की हो, उसकी बात नहीं सुनने का आप साहस रखते हैं ?’

सुपर ओवर में न्यूजीलैंड को हराकर भारत ने टी-२० की सीरीज जीती

एक बहुत ही रोमांचक तीसरे टी-२० मैच में हेमिल्टन में सुपर ओवर में न्यूजीलैंड को हराकर सीरीज में ३-० की अजय बढ़त बनाकर सीरीज को जीत लिया है। अभी २ मैच और होने हैं। भारत ने पहली बार न्यूजीलैंड में सीरीज जीती है।
इस तरह पांच मैचों की सीरीज का स्कोर अब ३-० हो गया है। न्यूजीलैंड ने पहले बल्लेबाजी कर बुमराह के इस एक ओवर में १७ रन बनाये और भारत को १८ रन का लक्ष्य दिया। भारत के रोहित शर्मा ने टीम सऊदी के ओवर की आख़िरी दो गेंदों पर छक्के लगाकर मैच जीत लिया।
इससे पहले भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए न्यूजीलैंड को १८० रन का लक्ष्य दिया। न्यूजीलैंड ५० ओवर में ६ विकेट पर १७९ रन ही बना पाया जिससे यह मैच टाई हो गया। इसके बाद नियमों के मुताबिक मैच का फैसला अतिरिक्त ओवर में किया गया इसमें पहले न्यूजीलैंड ने एक ओवर में  रन बनाये।
भारत के लिए रोहित शर्मा ने ४० गेंदों में ६५ रन बनाये जबकि कप्तान विराट कोहली ने २७ गेंदों में ३८ रन बनाये। कील राहुल ने भी १९ गेंदों में २७ रन जबकि श्रेयश अय्यर ने १७ और पांडे ने १४ रन बनाये। न्यूजीलैंड के लिए बेन्नेट ने ३ और सैंटनर औरग्रांड ने १-१ विकेट लिया।
न्यूजीलैंड के लिए कप्तान विलियमसन ने ४८ गेंदों में शानदार ९५ रन बनाये। जबकि गप्टिल ने २१ गेंदों में ३१ रन बनाये। टेलर ने १७ रन बनाये। भारत के लिए शार्दुल और शमी ने २-२ और चाहल और जडेजा ने १-१ विकेट लिया
इस तरह मैच टाई रहा जिसके बाद दोनों टीमों को नियम के मुताबिक एक-एक ओवर खेलने को दिया गया।