Wednesday, September 17, 2025
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चीनी सेना भारत के बॉर्डर की ओर बढ़ गई है : अमेरिकी विदेश मंत्री  

भारत और चीन के बीच लद्दाख के पास बॉर्डर पर चल रहे तनाव के बीच अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने मंगलवार को कहा कि ”बॉर्डर पर हालात तनावपूर्ण हैं और चीनी सेना भारत के बॉर्डर की ओर बढ़ गई है”।

दोनों देशों के बीच पिछले एक महीने से तनाव जारी है। दोनों में बातचीत भी हो रही है ताकि बातचीत से तनाव को ख़त्म किया जा सके। वैसे इसका अभी कोइ हल नहीं  निकला है। इस तनाव के बीच अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने स्वीकार किया है कि सीमा पर हालात तनावपूर्ण हैं। एक इंटरव्यू में पोम्पियो ने भारत-चीन को लेकर कहा कि पिछले कुछ दिनों में चीनी सेना भारत के उत्तरी हिस्से की ओर बढ़ी है, लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर भारतीय बॉर्डर के पास चीनी सेना को देखा जा सकता है।

पोम्पियो ने इस इंटरव्यू में कहा कि ”चीन लगातार ऐसा कर रहा है, फिर चाहे किसी भी क्षेत्र में हो। उसने कोरोना वायरस की सच्चाई दुनिया से छिपाई, अब भारत के साथ बॉर्डर पर तनावपूर्ण हालात हैं और इससे पहले दक्षिणी चीन सागर में स्थिति बेहतर नहीं थी। अमेरिका चीन के हर कदम पर नज़र रखे है। चीन सिर्फ कुछ महीनों नहीं बल्कि कई सालों से ऐसा ही करता आया है”।

यह दिलचस्प है कि इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत-चीन के बीच तनाव सुलझाने के लिए मध्यस्ता का प्रस्ताव रखा था,  हालांकि, इसे भारत और उसके बाद चीन ने भी ठुकरा दिया था।

इस बीच चीन ने सोमवार को कहा कि भारत से लगती सीमा पर स्थिति कुल मिलाकर स्थिर और नियंत्रण योग्य है। वार्ता और चर्चा के जरिए मुद्दों के समाधान के लिए दोनों देशों के पास बे-रोक-टोक एक-दूसरे के साथ संपर्क की व्यवस्था है। दोनों देशों की सेनाओं के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर जारी गतिरोध की पृष्ठभूमि में चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजान की यह टिप्पणी आई। झाओ ने यह बात भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की टिप्पणी से संबंधित एक सवाल के जवाब में कही।

‘निसर्ग’ के ३ जून को उत्तरी महाराष्ट्र ; दक्षिणी गुजरात के तटों से टकराने की संभावना, मानसून ने केरल में दी दस्तक, बारिश  

केरल में मानसून ने समय पर दस्तक दे दी, वहीं अरब सागर से उठा चक्रवाती तूफान ”निसर्ग’ उत्तरी महाराष्ट्र और दक्षिणी गुजरात की तरफ बढ़ रहा है। इसके ३ जून को इन दोनों क्षेत्रों से टकराने की संभावना है, लिहाजा भारतीय मौसम विभाग ने पश्चिम  भारत के राज्यों महाराष्ट्र (मुंबई, पालघर, ठाणे, रायगड़) गोवा और गुजरात में निसर्ग चक्रवात की वजह से ११५ किलो मीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने और तेज बारिश की चेतावनी जारी की है। एनडीआरएफ ने सभी संवेदनशील क्षेत्रों में अपनी टीमें तैनात कर दी हैं।
मौसम वभाग ने कहा है कि ४१ फीसदी संभावना है कि इस बार मानसून सामान्य रहेगा।  विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने बताया कि मानसून (जून से सितंबर) में १०२ फीसदी बारिश होगी। इसमें चार फीसदी ज्यादा या कम की गुंजाइश है। यानी कम से कम ६ फीसदी और अधिकतम १०६ फीसदी तक बारिश की संभावना है। एनडीआरएफ ने सभी संवेदनशील क्षेत्रों में अपनी टीमें तैनात कर दी हैं।
विभाग के निदेशक के मुताबिक उत्तर पश्चिम भारत में १०७ फीसदी तक बारिश हो सकती है। मध्य भारत में १०३, दक्षिणी प्रायद्वीप में १०२ फीसदी और पूर्वोत्तर भारत में ९६ फीसदी बारिश के आसार हैं। देशभर में जुलाई और अगस्त के दौरान क्रमश: 103 और ९७ फीसदी बारिश हो सकती है, इसमें ९ फीसदी मॉडल एरर रहने की संभावना है। महापात्रा ने कहा कि वातावरणीय परिस्थितियां मानसून के अनुकूल बनी हुई हैं। ला-नीना स्थिति के कमजोर होने से अच्छी बारिश होगी।
मौसम विभाग ने कहा है कि ३ जून को ”निसर्ग” चक्रवाती तूफान के उत्तरी महाराष्ट्र और दक्षिणी गुजरात के तट को पार करने की संभावना है। दक्षिणी-पूर्वी और आसपास के पूर्वी मध्य अरब सागर और लक्षद्वीप क्षेत्र के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। विभाग ने इस खतरे को ध्यान में रखते हुए मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी है। मौसम विभाग ने यह भी कहा है कि जो मछुआरे अभी अरब सागर में है वह तुरंत तटों पर लौट आएं।
विभाग ने कहा है कि लक्षद्वीप क्षेत्र उत्तरी केरल और तटीय कर्नाटक में १२ घंटे के दौरान हल्की से भारी वर्षा देखने को मिल सकती है। इसके साथ ही अब से ३ जून के बीच दक्षिण कोकण और गोवा में और ३ से ४ जून के बीच दक्षिण गुजरात, दमन-दादरा और नगर हवेली में भी हल्की से भारी बारिश देखने को मिल सकती है।
”निसर्ग” तूफान उत्तर महाराष्ट्र और दक्षिण गुजरात के समुद्रतट की और बढ़ रहा है। इसके बुधवार को तट से टकराने की संभावना है। इसका लैंडफॉल मुंबई के करीब होने की संभावना है। मुंबई के पड़ोसी ठाणे, रायगड़, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग इसके दायरे में आ सकते है और ४ जून तक इन क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है।

राज्य सभा की १८ सीटों पर चुनाव १९ जून को

राज्यसभा
राज्य सभा की १८ सीटों के लिए चुनाव १९ जून को होगा। चुनाव आयोग ने इसकी घोषणा की है। कोरोना के प्रकोप के बीच इन चुनावों को आगे टाल दिया गया था।
जानकारी के मुताबिक राज्यसभा की ५५ सीटें खाली हुई थीं, जिनमें से ३७ पर निर्विरोध निर्वाचन हो चुका है। अब चुनाव के लिए १८ सीटें बची हैं जिनके लिए कार्यक्रम का ऐलान चुनाव आयोग ने किया है। इन सीटों के लिए चुनाव पहले मार्च के लिए तय हुआ था लेकिन कोरोवा वायरस के फैलने और देश में लॉक डाउन लगने से इन्हें आगे टालने का फैसला किया गया था।
जानकारी के मुताबिक १८ सीटों पर चुनाव होना है, जिसके लिए चुनाव आयोग ने  सभी राज्यों के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से रिपोर्ट मांगी थी। मध्यप्रदेश, जहाँ कोरोना के बीच कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार भाजपा ने गिराकर अपनी सरकार बना ली थी वहां तीन खाली सीटों पर चुनाव होना है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, ज्योतिरादित्य सिंधिया, फूलसिंह बरैया और सुमेर सिंह सोलंकी के भाग्य इस चुनाव में फैसला होगा।

एकता कपूर के खिलाफ बिग बॉस फेम भाऊ ने दर्ज कराई एफआईआर

बिग बॉस के पिछले सीजन में ‘हिंदुस्तानी भाऊ’ के नाम से चर्चित विकास पाठक अब फिर से चर्चा में आ गए हैं। इस बार उन्होंने टीवी इंडस्ट्री की दिग्गज हस्ती एकता कपूर के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज कराई है।
इसकी जानकारी हिंदुस्तानी भाऊ ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट पर शेयर करके दी है। इससे पहले रविवार को उन्होंने लिखा था कि वह बॉलीवुड की एक जानी-मनी हस्ती के खिलाफ ​शिकायत दर्ज करवाने वाले हैं। हालांकि रविवार की उस पोस्ट में उन्होंने किसी का भी नाम नहीं लिया था।
लेकिन अब सोमवार को भाऊ ने अपने ताजा इंस्टाग्राम पर शेयर किए गए एक वीडियो में इसका खुलासा किया है। वे मुंबई के खार स्टेशन के बाहर दिख रहे हैं और स्वयं ही वीडियो में बता रहे हैं कि उन्होंने एकता कपूर और उनकी मां शोभा के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है। शिकायत में आरोप लगाया गया है कि एकता ने अपनी ट्रिपल एक्स नामक वेब सीरीज में भारतीय फौजी का अपमान किया गया है।
क्या है मामला
दरअसल, हिंदुस्तानी भाऊ का कहना है कि एकता कपूर ने अपनी वेब सीरीज में सेना के जवान की कहानी को दिखाया है। इसमें एक जवान ड्यूटी पर चला जाता है और उसकी पत्नी किसी दूसरे के साथ संबंध बनाती है। इस दौरान वो दूसरे शख्स को मिलिट्री ड्रेस पहनाती है और उसे फाड़ती है। भाऊ ने इस सीन को लेकर आपत्ति जताई है और एकता और उनकी मां के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई है।

मंत्रिमंडल की बैठक में एमएसएमई को २० हजार करोड़ राहत पैकेज देने, ५० हजार रुपये के इक्विटी का भी प्रस्ताव  

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सोमवार को मंत्रिमंडल की बैठक हुई जिसमें एमएसएमई और किसानों से जुड़े कुछ बड़े फैसले किये गए। बाद में तीन वरिष्ठ मंत्रियों ने बैठक में किये फैसलों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि २० हजार करोड़ रुपये का प्रावधान संकट में पड़े एमएसएमई के लिए किया गया है। इससे संकट में पड़े दो लाख एमएसएमई को फायदा होगा। साथ-साथ ५० हजार रुपये के इक्विटी का प्रस्ताव भी पहली बार आया है।

प्रकाश जावड़ेकर, नितिन गडकरी और नरेंद्र सिंह तोमर ने बैठक में लिए गये फैसलों को लेकर बताया कि यह फैसले एमएसएमई और किसानों के हित से जुड़े हैं। जावड़ेकर ने कहा कि एमएसएमई को पर्याप्त फंड दिया गया है और उन्हें कर्ज देने के लिए कई योजना बनाई गई है। जावड़ेकर ने कहा कि अब छोटे और मध्यम कारोबार शेयर बाजार में सूचीबद्ध हो सकेंगे।

मंत्री ने कहा कि एमएसएमई में नई नौकरियां आएंगी। आज किसानों के लिए बड़े फैसले किये गए हैं। किसानों की फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य कुल लागत का डेढ़ गुना रखा जाएगा। इसके साथ-साथ सरकार ने खरीफ की १४ फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य ५० से ८३ फीसदी तक बढ़ा दिया गया है। जावड़ेकर ने कहा कि कैबिनेट के फैसले से देश के करोड़ों किसानों को फायदा होगा। उन्होंने कहा कि किसान अब जहां चाहेंगे अपनी फसल बेच सकेंगे। गरीबों को लेकर सरकार संवेदनशील है।

कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने इस मौके पर कहा कि खेती और उससे जुड़े काम के लिए तीन लाख रुपये तक के अल्पकालिक कर्ज के भुगतान की तिथि इस साल ३१ अगस्त तक बढ़ाई गई है। उन्होंने कहा – ”स्वामीनाथन आयोग की सिफारिश को पीएम मोदी के नेतृत्व में स्वीकार किया गया और अमल में लाया गया है। कृषि लागत और मूल्य आयोग की १४ फसलों के लिए सिफारिश आई थी, जिसे कैबिनेट ने मंजूरी दी है।”

उधर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि हमारे देश की जीडीपी में २९ फीसदी योगदान एमएसएमई का होता है। देश में अभी छह करोड़ एमएसएमई हैं और इस सेक्टर ने ११ करोड़ से ज्यादा रोजगार दिए हैं। उन्होंने कहा – ”बीस हजार करोड़ रुपये का प्रावधान संकट में पड़े एमएसएमई के लिए किया गया है। इससे संकट में पड़े दो  लाख एमएसएमई को फायदा होगा। साथ-साथ ५० हजार रुपये के इक्विटी का प्रस्ताव भी पहली बार आया है।”

पाकिस्तान एम्बेसी जासूसी के आरोप में पकड़े गए दोनों कर्मचारी वाघा रास्ते से वापस भेजे

नई दिल्ली में पाकिस्तानी हाई कमीशन के जिन दो अधिकारियों को जासूसी के आरोप में पकड़ा गया था, उन्हें सोमवार दोपहर वाघा बार्डर के रास्ते वापस पाकिस्तान भेज दिया गया है। इन दोनों, आबिद हुसैन और ताहिर हुसैन पर आईएसआई के लिए जासूसी करने का आरोप है। माना जाता है कि मिलिट्री इंटेलिजेंस के साथ आईबी और स्पेशल सेल लम्बे समय से उनपर नजर रखे था।

यह दोनों पाकिस्तानी एम्बेसी में वीज़ा असिस्टेंट के तौर पर काम कर रहे थे। भारत सरकार ने दोनों को रविवार को ही ४८ घंटे के भीतर वाघा सीमा से पाकिस्तान जाने के निर्देश दे दिए हैं। भारत ने पाकिस्तान से इस मामले में सख्त नाराजगी जाहिर की है।

दोनों की जानकारी सामने आने के बाद विदेश मंत्रालय से उनके निष्कासन के लिए कागजी कार्रवाई की। इसके बाद दोनों को पाकिस्तानी हाई कमशीन को सौंप दिया गया। जानकारी के मुताबिक मिलिटरी इंटेलीजेन्स लंबे समय से इन दोनों पर कड़ी नजर रखे हुए थी। उसे जानकारी मिली थी कि दिल्ली स्थित पाकिस्तान हाई कमीशन के कुछ कर्मचारी दूतावास की आड़ में जासूसी कर रहे हैं।

जानकारी के मुताबिक मोहम्मद ताहिर (यूडीसी, ४४ साल) और अब्दुल हुसैन (एएसएस, ४२ साल) २०१७ से ही भारत के खिलाफ जासूसी में लिप्त थे और इनकी जानकारी बहुत पहले भारतीय एजंसियों को चल गयी थी। उन्हें राडार पर लेकर उनपर कड़ी नजर राखी जा रही थी। यह लोग वास्तव में पाकिस्तानी खुफिया एजंसी आईएसआई के पेरोल पर भी काम कर रहे थे।

आरोप है कि यह दोनों देश, खासकर भारतीय सेना से जुड़ी गोपनीय जानकारी हासिल करने में जुटे थे। मिलिटरी इंटेलीजेन्स ने दोनों पर नजर रखने के लिए योजना बनाई और इसमें गुप्तचर ब्यूरो (आईबी) और स्पेशल सेल के अधिकारियों को साथ जोड़ा गया। आबिद हुसैन और ताहिर हुसैन पर आईएसआई के लिए जासूसी के  काफी प्रमाण जुटाए गए हैं।

सिंगर वाजिद खान का निधन

कोविड-१९ वायरस से हफ्ते से संक्रमित और किडनी सी समस्या से जूझ रहे बॉलीवुड के जाने माने सिंगर वाजिद खान का सोमवार सुबह निधन हो गया है। साजिद की वाजिद के साथ जोड़ी फिल्म इंडस्ट्री में बहुत मशहूर रही है। वाजिद केवल ४२ साल के थे।

वाजिद खान के अचानक निधन से फिल्म इंडस्ट्री में शोक की लहर है। तमाम  कलाकारों ने उनके निधन पर शोक जताया है। बताया गया है कि वाजिद के निधन की वजह उनकी किडनी की समस्या रही। हालांकि, किडनी के इलाज के दौरान उनका कोरोना की टेस्ट रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई थी। हफ्ते भर पहले यह रिपोर्ट आई थी।

साजिद ने वाजिद के साथ सबसे पहले १९९८ में सलमान खान अभिनीत ”प्यार किया तो डरना क्या” के लिए संगीत दिया था। साल १९९९ में, उन्होंने सोनू निगम की एल्बम ”दीवाना” के लिए संगीत दिया, जिसमें ”दीवाना तेरा”, ”अब मुझसे रात दिन” और ”इस कदर प्यार है” जैसे लोकप्रिय गीत थे।

साल १९९९ में ही उन्होंने ”हैलो ब्रदर” के लिए संगीत निर्देशकों के रूप में काम किया और ”हटा सावन की घाटा”, ”चुपके से कोई और” और ”हैलो ब्रदर” जैसे गाने लिखे। वाजिद खान के निधन पर एक्ट्रेस प्रियंका चोपड़ा ने ट्वीट किया – ”बहुत बुरी खबर।  वाजिद खान भाई के बारे में एक बात जो मुझे हमेशा याद रहेगी वो है वाजिद भाई की हंसी। हमेशा मुस्कुराते रहना। बहुत जल्दी चले गए। उनके परिवार और शोक व्यक्त करने वाले लोगों के प्रति मेरी संवेदना। तुम्हारी आत्मा को शांति मिले मेरे दोस्त। तुम हमेशा मेरी सोच और मेरी प्रार्थना में हो”।

…तो चीन ने तैयार कर ली कोरोना वैक्सीन

चीन के वुहान से ही कोरोना वायरस संक्रमण की शुरुआत हुई और बाद में यूरोप समेत पुरी दुनिया में इसने कहर बरपाना शुरू कर दिया। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसे महामारी घोषित कर दिया। इसके बाद तमाम देशों में वायरस से निपटने के लिए दवाओं और वैक्सीन बनाने के लिए काम जोर-शोर से चल रहा है। अब सबसे पहले चीन के वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि उसने कोरोना वायरस से निपटने की वैक्सीन बना ली है।

बीजिंग की बायोटेक कंपनी ‘सिनोवैक’ ने यह वैक्सीन बनाने का दावा किया है। चीन में एक हजार से ज्यादा वॉलंटियरों पर इसका क्लीनिकल ट्रायल चल रहा है। हालांकि अब इस वैक्सीन का स्टेज 3 ट्रायल ब्रिटेन में किए जाने की तैयारी है।

शोधकर्ता लुओ बैशन के अनुसार, यह वैक्सीन 99 फीसदी तक कारगर साबित होगी। फिलहाल कंपनी वैक्सीन का स्टेज 2 का ट्रायल कर रही है, लेकिन चीन में कोरोना संक्रमण के कम मामले को देखते हुए वॉलंटियर की कमी पड़ गई है। इसलिए अब आगे इसका ट्रायल यूरोप में करने का फैसला किया है।

‘सिनोवैक’ की ओर से कहा गया है कि हम ब्रिटेन समेत कई यूरोपीय देशों से ट्रायल के लिए बातचीत कर रहे हैं। हालांकि बातचीत अभी शुरुआती चरण में है। कंपनी का बीजिंग में एक प्लांट भी लगाया जा रहा है। एक रिपोर्ट की मानें तो इस प्लांट में करीब 10 करोड़ डोज तैयार किए जाएंगे। बता दें कि मई की शुरुआत में बड़ी ड्रग कंपनी एस्ट्रेजेनेका ने बी ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की बनाई वैक्सीन के 100 करोड़ डोज उपलब्ध करवाने की बात कही थी।

तम्बाकू का सेवन जानलेवा साबित हो सकता है, हर 6 सैकेंड में एक मौत तम्बाकू के सेवन से होती है

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दुनिया में सबसे अधिक मौत की वजह तम्बाकू का सेवन है। तम्बाकू का सेवन करना दुनिया की सबसे बडी स्वास्थ्य समस्या है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार 21 वीं सदी में तम्बाकू के सेवन से एक करोड मौतें भी हो सकती है। वहीं तम्बाकू के सेवन से कैंसर , हार्ट और तामाम बीमारियों की चपेट में लोग आ रहे है। विश्व तम्बाकू विरोधी दिवस के अवसर पर ये जानकारी देते हुये  डाक्टरों ने बताया कि कोरोना वायरस के कहर से एक ओर तो दुनिया जूझ रही है । ऐसे में तम्बाकू का सेवन और खतरनाक हो सकता है।

राजीव गांधी कैंसर संस्थान के सर्जिकल आँनकोलाँजी विभाग के निदेशक डाँ ए के दीवान ने बताया कि जान गंवाने वालों में ऐसे लोग ज्यादा है, जो धूम्रपान करते है। धूम्रपान से दिल , मधुमेह, उच्च रक्तचाप  क्रोनिक रेस्पिरेटरी या कैंसर जैसी समस्या बढती है।विश्व स्वास्थ्य संगठन की क्षेत्रीय निदेशक डाँ पूनम खेत्रपाल का कहना है। कि धूम्रपान करने वालों को कोरोना जैसी बीमारी जल्द चपेट में ले सकती है।इस बीमारी की चपेट में आने पर उन्हें सघन चिकित्सा और वेंटिलेटर की जरूरत भी हो सकती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक हर 6 सैकंड में तम्बाकू के सेवन से एक इंसान की जान जाती है और भारत में ही 10 लाख लोगों की हर साल जानें तम्बाकू के सेवन से ही जाती है।मैक्स अस्पताल के हार्ट रोग विशेषज्ञ डाँ विवेका कुमार ने बताया कि तम्बाकू का सेवन करने वालों में हार्ट रोग के लक्षण ज्यादा पाये जाते है, कई बार तो हार्ट के रोगी तम्बाकू के सेवन करने वाले ही पाये गये है। डाँ विवेका कुमार का कहना है , कि लोगों में ये भ्रम ज्यादा है। कि तम्बाकू और सिगरेट का सेवन करने से मानसिक तनाव दूर होता है । जबकि सच्चाई ये है, कि सिगरेट ही हार्ट ब्लाँकोज का सबसे बडा कारण है। कालरा अस्पताल के डायरेक्टर डाँ आर एन कालरा का कहना है कि इस समय देश- दुनिया में कोरोना का कहर तेजी से पैर पसार रहा है।कोरोना एक संक्रमित बीमारी है ।

ऐसे में लोगों को और भी सतर्कता व सावधानी बरतनी चाहिये। क्योंकि तम्बाकू और सिगरेट का धुंआ संक्रमण का कारण बन सकता है।धूम्रपान के कारण फेफडे कमजोर हो जाते है, जिससे सही मात्रा में आँक्सीजन तक की सप्लाई नहीं हो पाती है।एम्स के डाँ आलोक कुमार का कहना है कि जागरूकता के अभाव में लोगों में तम्बाकू, सिगरेट और तामाम नशीले पदार्थो का सेवन करने वालों की संख्या में दिन व दिन इजाफा हो रहा है। जिसके कारण देश के युवाओं में कैंसर, हार्ट, लीवर, और न्यूरों जैसी बीमारी की गिरफ्त में आ रहे है। फेफडों की बीमारी की जड में तम्बाकू व सिगरेट का सेवन करना आदि शामिल है। आईएमए के अध्यक्ष डाँ गिरीश त्यागी का कहना है कि तामाम सर्वे और शोधों से इस बात की पुष्टि हुई है कि तम्बाकू ही तामाम बीमारियों की जड है। इस लिये स्वस्थ्य सामाज के लिये तम्बाकू का बहिष्कार बहुत जरूरी है। अन्यथा घातक परिणाम सामने आयेगे।कोरोना काल में किसी भी प्रकार का नशा जान लेवा साबित हो सकता है। इसलिये नशा से बचें।

अर्थव्यवस्था का बड़ा हिस्सा चल पड़ा, कोरोना वैक्सीन पर हमारी लैब्स काम कर रहीं : मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने रेडियो कार्यक्रम ”मन की बात” में कहा कि देश में अब अर्थव्यवस्था का एक बड़ा हिस्सा चल पड़ा है, खुल गया है। ऐसे में, हमें और ज्यादा सतर्क रहने की आवश्यकता है। मोदी ने कहा कि कोरोना की वैक्सीन पर, हमारी लैब्स में जो काम हो रहा है उस पर तो दुनियाभर की नजर है और हम सबकी आशा भी।

अपने संबोधन में मोदी ने कहा कि जब उन्होंने पिछली बार जनता से ”मन की बात” की थी, तब यात्री ट्रेनें बंद थीं, बसें बंद थीं, हवाई सेवा बंद थी। इस बार, बहुत कुछ खुल चुका है। श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चल रही हैं, अन्य स्पेशल ट्रेनें भी शुरू हो गई हैं। तमाम सावधानियों के साथ, हवाई जहाज उड़ने लगे हैं, धीरे-धीरे उद्योग भी चलना शुरू हुआ है, यानी, अर्थव्यवस्था का एक बड़ा हिस्सा अब चल पड़ा है, खुल गया है। ऐसे में, हमें और ज्यादा सतर्क रहने की आवश्यकता है।

पीएम ने कहा – ”देश में, सबके सामूहिक प्रयासों से कोरोना के खिलाफ लड़ाई बहुत मजबूती से लड़ी जा रही है। हमारी जनसंख्या ज्यादातर देशों से कई गुना ज्यादा है, फिर भी हमारे देश में कोरोना उतनी तेजी से नहीं फैल पाया, जितना दुनिया के अन्य देशों में फैला। आपने देखा होगा, कि दूसरों की सेवा में लगे व्यक्ति के जीवन में, कोई डिप्रेशन या तनाव, कभी नहीं दिखता। उसके जीवन में, जीवन को लेकर उसके नजरिए में, भरपूर आत्मविश्वास, सकारात्मकता और जीवंतता प्रतिपल नजर आती है।”

मोदी ने कहा कि हमारे डॉक्टर्स, नर्सिंग स्टाफ, सफाईकर्मी, पुलिसकर्मी, मीडिया के साथी, ये सब जो सेवा कर रहे हैं, उसकी चर्चा मैंने कई बार की है। सेवा में अपना सब कुछ समर्पित कर देने वाले लोगों की संख्या अनगिनत है। इसमें उन्होंने तमिलनाडु के सी मोहन का जिक्र किया। कहा कई दुकानदारों ने दो गज की दूरी के लिए दुकान में बड़े पाइपलाइन लगा लिए हैं। पढ़ाई के क्षेत्र में भी कई अलग-अलग इनोवेशन शिक्षकों और छात्रों ने मिलकर किए हैं। ऑनलाइन क्लासिज, वीडियो क्लासिज, उसको भी, अलग-अलग तरीकों से इनोवेट किया जा रहा है।

पीएम ने कहा कि रेलवे के साथी दिन-रात लगे हुए हैं। केंद्र, राज्य, स्थानीय स्वराज की संस्थाएं- दिन-रात मेहनत कर रहें हैं। जिस प्रकार रेलवे के कर्मचारी आज जुटे हुए हैं, वे भी एक प्रकार से अग्रिम पंक्ति में खड़े कोरोना वॉरियर्स ही हैं। लाखों श्रमिकों को, ट्रेनों, बसों से सुरक्षित ले जाना, उनके खाने-पाने की चिंता करना, हर जिले में क्वारंटीन केंद्रों की व्यवस्था, सभी की टेस्टिंग, चेकअप, उपचार की व्यवस्था, ये सब काम लगातार चल रहे हैं और बड़ी मात्रा में चल रहे हैं।
एक महत्वपूर्ण बात जो मोदी वह यह कि ”कोरोना की वैक्सीन पर, हमारी लैब्स में जो काम हो रहा है उस पर तो दुनियाभर की नजर है और हम सबकी आशा भी। किसी भी परिस्थिति को बदलने के लिए इच्छाशक्ति के साथ ही बहुत कुछ इनोवेशन पर भी निर्भर करता है”।

उन्होंने कहा कि कोरोना एक ऐसी आपदा जिसका पूरी दुनिया के पास कोई इलाज नहीं है। पहले का अनुभव नहीं है। ऐसे में नई चुनौतियां, परेशानियां हम अनुभव कर रहें हैं। ये दुनिया के हर देश में हो रहा है इसलिए भारत भी इससे अछूता नहीं है।

केंद्र सरकार ने अभी जो फैसले लिए हैं, उससे गांवों में रोजगार, स्वरोजगार, लघु उद्योगों से जुड़ी विशाल संभावनाएं खुली हैं। अगर, हमारे गांव, कस्बे, जिले, राज्य, आत्मनिर्भर होते, तो अनेक समस्याओं ने, वो रूप नहीं लिया होता, जिस रूप में वो आज हमारे सामने हैं। मुझे पूरा भरोसा है आत्मनिर्भर भारत अभियान, इस दशक में देश को नई ऊंचाई पर ले जाएगा।

पीएम ने कहा – ”एक तरफ हम महामारी से लड़ रहें हैं, तो दूसरी तरफ हमें हाल में पूर्वी भारत के कुछ हिस्सों में प्राकृतिक आपदा का भी सामना करना पड़ा है। पिछले कुछ हफ्तों के दौरान हमने पश्चिम बंगाल, ओडिशा में चक्रवात अम्फान का कहर देखा। हालात का जायजा लेने के लिए मैं पिछले हफ्ते ओडिशा, पश्चिम बंगाल गया था। पश्चिम बंगाल और ओडिशा के लोगों ने जिस हिम्मत और बहादुरी के साथ हालात का सामना किया है”।

मोदी ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान पिछले कुछ हफ़्तों में जीवन की रफ्तार ”थोड़ी धीमी” जरुर हुई है लेकिन इससे हमें अपने आसपास, प्रकृति की समृद्ध जैव-विविधता को देखने का अवसर भी मिला है I सालों बाद पक्षी की आवाज़ को लोग अपने घरों में सुन रहे हैं।