Wednesday, September 17, 2025
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ट्रंप ने जी-७ बैठक स्थगित की; भारत, ऑस्ट्रेलिया रूस, दक्षिण कोरिया को शामिल करने पर जोर

कोविड-१९ का असर जी-७ की बैठक पर भी पड़ा है और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इसे सितंबर तक टाल दिया है। साथ ही ट्रंप ने आर्थिक रूप से ताकतवर सात देशों के इस समूह जी-७ में भारत, रूस, दक्षिण कोरिया और ऑस्ट्रेलिया को भी शामिल करने की भी इच्छा जताई है।

जी-७ समूह की बैठक १० से १२ जून तक होनी प्रस्तावित थी लेकिन वर्तमान स्थिति के चलते इसे ट्रंप ने इसे अब सितंबर तक के लिए टालने का ऐलान किया है। वर्तमान में जी-७ देशों के समूह में अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, कनाडा, जर्मनी, इटली और जापान शामिल हैं।

बैठक टालने का ऐलान करते हुए ट्रंप ने जो सबसे महत्वपूर्ण बात कही वो यह है कि वे यह चाहते हैं कि भारत, रूस, दक्षिण कोरिया और ऑस्ट्रेलिया को भी इस समूह में  शामिल किया जाये।

ट्रंप ने बैठक स्थगित करने का ऐलान करते हुए कहा – ”मैं जी-७ समिट स्थगित कर रहा हूं क्योंकि मुझे ये नहीं लगता कि दुनिया में जो चल रहा है, उसकी ये सही नुमाइंदगी करता है। यह देशों का बहुत ही पुराना समूह हो गया है। इसमें भारत, रूस, दक्षिण कोरिया, और ऑस्ट्रेलिया को भी होना चाहिए।”

जी-७ के सदस्यों देशों को इलीट क्लब का सदस्य माना जाता है और दुनिया की जीडीपी के ४० फीसदी पर उनका प्रभुत्व है। दिलचस्प यह भी है कि चीन जी-७ समूह में शामिल नहीं है, अलवत्ता वह जी-२० का हिस्सा जरूर है।

ज्यादा रियायतों के साथ लॉक डाउन ३० जून तक बढ़ा,  होटल, धार्मिक स्थल, रेस्टोरेंट ८ जून से शर्तों के साथ खुलेंगे

देश में लॉकडाउन की अवधि ३० जून तक बढ़ा दी गयी है। ये पहली जून से ३० जून तक लागू रहेगा, हालांकि अब पहले के मुकाबले ज्यादा रियायतें दी गयी हैं। शर्तों के साथ होटल, धार्मिक स्थल, रेस्टोरेंट ८ जून से खोल दिए जाएंगे। हालांकि सरकार ने शर्तों के साथ खोलने की इजाजत दी है। गाइडलाइन भी जारी कर दी गयी हैं।

रात नौ बजे से सुबह ५ बजे तक कर्फ्यू रहेगा। लॉकडाउन ५.० की गाइडलाइंस सरकार ने जारी कर दी है। कंटेनमेंट जोन के बाहर सरकार की ओर से चरणबद्ध तरीके से छूट दी गई है।

लॉकडाउन पांच पहली जून से ३० जून तक रहेगा। स्कूल-कॉलेज खोलने का फैसला केंद्र ने राज्यों पर छोड़ दिया है। जुलाई में राज्य इसपर फैसला लेंगे। होटल, धार्मिक स्थल, रेस्टोरेंट ८ जून से खोल दिए जाएंगे। हालांकि सरकार ने शर्तों के साथ खोलने की इजाजत दी है।

देश भर में रात ९ बजे से सुबह ५ बजे तक कर्फ्यू लागू रहेगा। लोग एक राज्य से दूसरे राज्य जा सकेंगे। लोगों को अब पास दिखाने की भी जरूरत नहीं पड़ेगी। वहीं, शॉपिंग मॉल्स और सैलून को भी खोलने की इजाजत दे दी गई है।

लॉकडाउन-५ के एलान से पहले शनिवार सुबह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पीएम  मोदी से मुलाकात की थी। इसमें लॉकडाउन समेत कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई थी।  पीएम और गृह मंत्री के बीच करीब एक घंटे तक मुलाकात चली। शुक्रवार को भी दोनों नेताओं के बीच करीब दो घंटे बैठक हुई थी।

मरने वालों का आंकड़ा ५,००० के पास
देश में जानलेवा कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ रहा है। पिछले २४ घंटों में २६५  लोगों की मौत हुई है, जो एक दिन में मौत का सबसे बड़ा आंकड़ा है। पिछले एक दिन में सबसे ज्यादा सात हजार ९६४ मामले सामने आए हैं। इतना ही नहीं ११ हजार २६४  लोग एक दिन में ठीक हुए हैं। अब तक ४९७१ लोगों की मौत हो चुकी है।

पॉयलट कोरोना संक्रमित, आधे रास्ते से लौटी एयर इंडिया की दिल्ली से मास्को की फ्लाइट

एयर इंडिया की वंदे भारत मिशन की एक फ्लाइट को शनिवार दोपहर आधे रास्ते से वापस बुलवा लिया गया। कारण यह था कि इस फ्लाइट के पॉयलट को कोरोना संक्रमित पाया गया है। इसमें यात्री नहीं थे। अब इस मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं।
जानकारी के मुताबिक एयर इंडिया की यह फ्लाइट दिल्ली से मॉस्को जा रही थी। यह फ्लाइट उड़ान भर कर जा चुकी थी और आधे रस्ते में थी जब इस प्लेन के एक पॉयलट को कोरोना संक्रमित पाया गया। जब प्लेन को वापस आने लिए कहा गया तब यह उज़्बेकिस्तान पहुँच चुकी थी। प्लेन उड़ने से पहले पॉयलट और क्रू की जांच की जाती है और रिपोर्ट नेगेटिव आने पर ही प्लेन को रवाना किया जाता है। हालांकि, इस मामले में पॉजिटिव रिपोर्ट को एक्सल शीट में चूक से नेगेटिव पढ़ लिया गया।
जब तक पॉजिटिव रिपोर्ट होने का पता चला, तब फ्लाइट उज्बेकिस्तान पहुँच चुकी थी और इसे वहीं से वापस बुलवा लिया गया। एयर इंडिया की यह फ्लाइट शनिवार सुबह दिल्ली से रूस के लिए उड़ान भर चुकी थी। हालांकि, इस बीच एक फोन से जानकारी मिली कि प्लेन उड़ा रहा पायलट कोरोना पॉजिटिव है। इसके तुरंत बाद हरकत में आकर फ्लाइट को रास्ते में से ही दिल्ली वापस बुला लिया गया। यह प्लेन मॉस्को में फंसे भारतीयों को लेन जा रहा था और इसमें कोई यात्री नहीं था।
फ्लाइट को जब वापस आने के लिए कहा गया उस समय प्लेन उज़्बेकिस्तान पहुंचा था। अब इस प्लेन के पॉयलट और क्रू को क्वारंटाइन कर दिया गया है। जानकारी के मुताबिक रिपोर्ट पढ़ने में चूक से ऐसा हुआ। फ्लाइट दोपहर साढ़े १२ बजे दिल्ली वापस लौट आई थी। अब मास्को से भारतीयों को लाने के लिए दूसरे प्लेन को मॉस्को भेजा गया है।

श्रमिकों, प्रवासी मजदूर, छोटे कारीगर, अन्य गरीबों ने असीमित कष्ट सहा, सभी मिलकर उनकी परेशानियां दूर करने की कोशिश कर रहे : सरकार का साल पूरा होने पर मोदी की चिट्ठी

अपनी सरकार के दूसरे कार्यकाल की पहली वर्षगांठ पर पीएम नरेंद्र मोदी ने देश  की जनता के नाम चिट्ठी में देशवासियों की हिम्मत बढ़ाते हुए कहा है कि हमें यह हमेशा याद रखना है कि १३० करोड़ भारतीयों का वर्तमान और भविष्य कोई आपदा या कोई विपत्ति तय नहीं कर सकती। हम अपना वर्तमान भी खुद तय करेंगे और अपना भविष्य भी। हम आगे बढ़ेंगे, हम प्रगति पथ पर दौड़ेंगे, हम विजयी होंगे।

अपनी चिट्ठी में मोदी ने कहा – ”हमारे श्रमिक साथी, प्रवासी मजदूर भाई-बहन, छोटे-छोटे उद्योगों में काम करने वाले कारीगर, पटरी पर सामान बेचने वाले, रेहड़ी-ठेला लगाने वाले, हमारे दुकानदार भाई-बहन, लघु उद्यमी, ऐसे साथियों ने असीमित कष्ट सहा है। इनकी परेशानियां दूर करने के लिए सभी मिलकर प्रयास कर रहे हैं।”

मोदी ने कहा – ”कई लोगों ने आशंका जताई थी कि जब कोरोना भारत पर हमला करेगा, तो भारत पूरी दुनिया के लिए संकट बन जाएगा। लेकिन आज सभी देशवासियों ने भारत को देखने का नजरिया बदलकर रख दिया है। आपने यह सिद्ध करके दिखाया है कि विश्व के सामर्थ्यवान और संपन्न देशों की तुलना में भी भारतवासियों का सामूहिक सामर्थ्य और क्षमता अभूतपूर्व है।”

पीएम ने चिट्ठी में अपनी सरकार के पहले कार्यकाल की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा कि कुछ महत्वपूर्ण निर्णय ज्यादा चर्चा में रहे और इस वजह से इन उपलब्धियों का स्मृति में रहना भी बहुत स्वाभाविक है।

मोदी ने कहा – ”साल २०१४ में आपने, देश की जनता ने, देश में एक बड़े परिवर्तन के लिए वोट किया था, देश की नीति और रीति बदलने के लिए वोट किया था। उन पांच वर्षों में देश ने व्यवस्थाओं को जड़ता और भ्रष्टाचार के दलदल से बाहर निकलते हुए देखा है। उन पांच वर्षों में देश ने अंत्योदय की भावना के साथ गरीबों का जीवन आसान बनाने के लिए गवर्नेंस को परिवर्तित होते देखा है। उस कार्यकाल में जहां विश्व में भारत की आन-बान-शान बढ़ी, वहीं हमने गरीबों के बैंक खाते खोलकर, उन्हें मुफ्त गैस कनेक्शन देकर, मुफ्त बिजली कनेक्शन देकर, शौचालय बनवाकर, घर बनवाकर, गरीब की गरिमा भी बढ़ाई। जहां सर्जिकल स्ट्राइक हुई, एयर स्ट्राइक हुई, वहीं हमने वन रैंक, वन पेंशन, वन नेशन, वन टैक्स (जीएसटी), किसानों की एमएसपी की बरसों पुरानी मांग को पूरा करने का काम किया।”

उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय एकता-अखंडता के लिए आर्टिकल ३७० की बात हो, सदियों पुराने संघर्ष के सुखद परिणाम – राम मंदिर निर्माण की बात हो, आधुनिक समाज व्यवस्था में रुकावट बना ट्रिपल तलाक हो, या फिर भारत की करुणा का प्रतीक नागरिकता संशोधन कानून हो, ये सारी उपलब्धियां आप सभी को स्मरण हैं। एक के बाद एक हुए इन ऐतिहासिक निर्णयों के बीच अनेक फैसले, अनेक बदलाव ऐसे भी हैं, जिन्होंने भारत की विकास यात्रा को नई गति दी है, नए लक्ष्य दिए हैं, लोगों की अपेक्षाओं को पूरा किया है।

मोदी ने कहा कि चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के पद के गठन ने जहां सेनाओं में समन्वय को बढ़ाया है, वहीं मिशन गगनयान के लिए भी भारत ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। इस दौरान गरीबों को, किसानों को, महिलाओं-युवाओं को सशक्त करना हमारी प्राथमिकता रही है। अब पीएम किसान सम्मान निधि के दायरे में देश का प्रत्येक किसान आ चुका है। बीते एक वर्ष में इस योजना के तहत ९.५० करोड़ से ज्यादा किसानों के खातों में ७२,००० करोड़ रुपये से अधिक राशि जमा कराई गई है।

कोरोनावायरस पर मोदी – ”ताली-थाली बजाने और दीया जलाने से लेकर भारत की सेनाओं  की तरफ से कोरोना वॉरियर्स का सम्मान हो, जनता कर्फ्यू या देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान नियमों का निष्ठा से पालन हो, हर अवसर पर आपने ये दिखाया है कि एक भारत ही श्रेष्ठ भारत की गारंटी है। निश्चित तौर पर, इतने बड़े संकट में कोई ये दावा नहीं कर सकता कि किसी को कोई तकलीफ और असुविधा न हुई हो।

नड्डा की प्रेस कांफ्रेंस
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने  शनिवार को कार्यकर्ताओं को बधाई दी और कहा कि पिछले छह साल की तरह वे पूरी ताकत से पीएम मोदी के साथ उनकी ही तरह देश सेवा में जुटे रहें।

नड्डा ने कहा कि हम जब सरकार के दूसरे कार्यकाल का एक साल पूरा कर रहे हैं और पूरा विश्व कोरोना के साये में है तो प्रधानमंत्री मोदी स्वदेशी-स्वावलंबन मंत्र को लेकर आगे बढ़े हैं। दूसरे देशों के मुकाबले भारत ने पीएम की अगुवाई में कोरोना के खिलाफ लड़ाई इस तरह लड़ी जिसमें भारत की स्थिति संभली हुई है।

भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि लॉकडाउन के समय भारत की कोरोना टेस्ट की क्षमता महज १०,००० टेस्ट रोजाना थी और आज ये क्षमता डेढ़ लाख से भी ज्यादा है। देश में करीब ४.५० लाख पीपीई किट्स प्रतिदिन देश में बन रहे हैं। करीब ५८ हजार  वेंटिलेटर देश में तैयार हो रहे हैं।

कश्मीर के कुलगाम में २ आतंकी ढेर

कश्मीर में सुरक्षा बलों ने एक मुठभेड़ में दो आतंकियों को ढेर कर दिया है। यह मुठभेड़ दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले में हुई। वहां बड़े पैमाने पर हथियार भी मिले हैं।

जानकारी के मुताबिक यह अभियान अभी ख़त्म नहीं किया गया है। सुरक्षाबलों की यह मुठभेड़ कुलगाम जिले के वानपोरा में हुई जहाँ आतंकवादियों के होने की सूचना मिलने पर सुरक्षा बलों ने इलाके को घेर लिया और तलाश अभियान चलाया। पुलिस के मुताबिक आतंकवादियों ने सुरक्षाबलों पर गोलियां चलानी शुरू कर दीं।

इसके बाद हुई मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गए। पुलिस के मुताबिक  आतंकवादियों की अभी पहचान नहीं हुई है। इलाके में अभी भी तलाशी अभियान चल रहा है। मुठभेड़ स्थल पर बड़ी मात्रा में गोला-बारूद भी मिला है। सुबह सुरक्षा बलों को वानपोरा में २-३ आतंकियों के छिपे होने की जानकारी मिली थी, जिसके बाद उनके खिलाफ अभियान चलाया गया।

इस आपरेशन में सेना, एसओजी और सीआरपीएफ की साझी टीम ने हिस्सा लिया। इससे पहले कश्मीर में सुरक्षाबलों ने गुरूवार को भी बड़ी सफलता हासिल करते हुए  पुलवामा में एक कार को उड़ा दिया था जिसमें ४० किलो से ज्यादा आईईडी एक बड़े कनस्तर में भरा हुआ था।

टिक टॉक वीडियो बनाने के चक्कर में गंगा में पांच युवा डूबे

टिक टॉक वीडियो बनाने का शौक शुक्रवार को चार किशोरों और एक युवक की जिंदगी पर भारी पड़ा। बनारस के सिपहिया घाट में गंगा में वीडियो बनाने के दौरान एक किशोर का पैर फिसला और वह गहरे पानी में चला गया तो उसे बचाने के चक्कर में एक-एक कर पांचों युवा डूब गए।
मल्लाहों, स्थानीय गोताखोरों और पुलिस की मदद से पांचों को निकाल कर रामनगर स्थित शास्त्री अस्पताल ले जाया गया तो डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटना से रामनगर कस्बे के वारीगढ़ही, वाजिदपुर सीवान और कोदोपुर मोहकलों में कोहराम मचा गया। हर कोई ग़मज़दा है।
रामनगर थाना अंतर्गत वारीगढ़ही के तौसीफ (18), फरदीन (16), मोहम्मद सैफ (15), रिजवान (15), मोहम्मद रेहान खान उर्फ लकी (15) और दो अन्य किशोर साहिल अली व मलिक शुक्रवार सुबह को सिपहिया घाट पर पहुंचे। साहिल और मलिक रेत पर ही बैठे रहे, जबकि अन्य पांचों इधर-उधर घूमने और वीडियो बनाने के बाद गंगा में उतर गए।
 वीडियो बनाने के दौरान ही लकी का पैर फिसला तो वह गहरे पानी में चला गया। उसे डूबता देख कर चारों अन्य बचाने के लिए दौड़े तो वह भी एक-एक कर डूबने लगे। पांचों को डूबता देख रेत पर बैठे साहिल ने शोर मचाया, पर कोई नहीं मिला।
जानकारी मिलने पर मोहल्ले के लोग, पुलिस-प्रशासन के अधिकारी, मल्लाह और गोताखोर मौके पर पहुंचे। लगभग एक घंटे की मशक्कत के बाद पांचों के शव निकाले।

भूकंप के झटके, तीव्रता ४.६ और केंद्र रोहतक

डेढ़ महीने से कम समय में राजधानी दिल्ली में चौथी बार भूकंप आने से लोगों में दहशत भर गयी है। शुक्रवार को एक से ज्यादा तेज झटके आये। ख़बरों के मुताबिक रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता ४.६ थी और इसका केंद्र रोहतक बताया गया है। हरियाणा और पंजाब में भी झटके महसूस किये गए हैं।

भूकंप के यह झटके करीब ९.०८ बजे आये हैं। झटके तेज होने से लोग डर कर घरों से बाहर निकल आये। अभी तक किसी जान-माल की कोइ खबर नहीं है। एनसीएस के मुताबिक भूकंप का केंद्र रोहतक था और इसकी तीव्रता ४.६ थी।

अभी तक आये तीन झटकों में से यह सबसे तेज झटके थे। इसमें तीव्रता भी पहले से ज्यादा थी। आज ९.०८ बजे जब भूकंप आया तो लोग डरकर घरों से बाहर भाग आये। कोरोना के बीच लगातार भूकंप से झटकों से लोग परेशान है क्योंकि खुले  भी डर रहे हैं।

जानकारी के मुताबिक हरियाणा और पंजाब में भी झटके महसूस किये गए हैं। किसी कभी तरह के नुक्सान की कोइ खबर नहीं है।

लोगों ने माना कि लाँक डाउन खत्म यानि कोरोना खत्म इसी लापरवाही के कारण सोशल डिस्टेसिंग की उडा रहे है धज्जियां

राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस का प्रकोप दिन व दिन बढता ही जा रहा है । उसकी मूल वजह में सोशल डिस्टेसिंग का पालन का ना होना है। जानकारों का कहना है, कि भारत जैसे 130 करोड वाले देश में जहां पर संशाधनों का अभाव है, तो ऐसे में सोशल डिस्टेसिंग की उम्मीद रखना बेमानी है। क्योंकि लाँक डाउन तो एक समय तक ही संभव है । क्योंकि दो महीनें तक लाँक डाउन के कारण जो देश की अर्थ व्यवस्था लडखडाने लगी थी। इसलिये अर्थ व्यवस्था के साथ –साथ अगर सरकार ने कोरोना से बचाव के लिये कारगर व समय पर ठोस उपाय ना किये तो कोरोना के मामलों की संख्या में दिन व दिन बढोत्तरी ही होगी। आई एम ए के पूर्व संयुक्त सचिव डाँ अनिल बंसल ने बताया कि देश वासियों को कोरोना से बचाव के साथ जीना होगा और ऐसे में जो भी संभव हो सकें, जैसे मास्क का लगाना , सैनिटाइजर का प्रयोग करना , आँखों से संक्रमण ना हो इसके लिये चश्मा का प्रयोग करना आदि शामिल है। डाँ बंसल ने बताया कि दिल्ली –एनसीआर में कोरोना के मामलों में इजाफा की जड ये है । कि जिस अंदाज में बसों में लोग चलने लगे है , ये जरूर है। कि बस में 20 से ज्यादा सवारी को नहीं बिठाया जा रहा है । पर बस स्टैण्डों में यात्रियों की भीड सोशल डिस्टेसिंग की धज्जियां उडाती देखी जा सकती है।बाजारों में भीड कोरोना युग के पहले की तरह देखी जा रही है। लोगों में अब ये मैसेज है कि लाँकडाउन का हटना यानि कोरोना का हटना है । ऐसे में लोग निर्भीक होकर बाजारों में घूम रहे है और जाने – अनजानें में कोरोना पाँजिटिव रोगियों के संपर्क में आकर कोरोना रोगियों की संख्या में इजाफा कर रहे है।ऐसे में सरकार को जनता को जागरूक करने के साथ सख्ती से ये कोरोना से बचाव के उपाय करने होगे अन्यथा देश में कोरोना बढते मामले घातक हो सकते है।इंडियन हार्ट फाउण्डेशन के अध्यक्ष डाँ आर एन कालरा ने तहलका को बताया कि आने वाले दिनों में कोरोना का प्रकोप काफी नुकसान वाला हो सकता है। क्योंकि अब मौसमी बीमारियों के दिन भी आने वाले है जिसमें हैजा, चिकनगुनिया, डेंगू, स्वाइन फ्लू और जलजनित बीमारियों के कारण काफी स्वास्थ्य संबंधी दिक्कत आ सकती है। तो इन बीमारियों के साथ कोरोना से कैसे बचा जा सकें इसके लिये जनता और स्वास्थ्य विभाग को सतर्क रहने की जरूरत है। क्योंकि मौसमी बीमारी और कोरोना महामारी दोनों ही संक्रमित बीमारियाँ है । ऐमे सोशल डिस्टेसिंग का पालन करना और संक्रमित व भीड –भाड वाले इलाके से बचना जरूरी है। डाँ कालरा का कहना है कि कोरोना से डरो मत अगर कोरोना के लक्षण है या आशंका है तो जरूर कोरोना की जाँच करवाये , क्योंकि कोरोना के मरीज पूरी तरह से ठीक होकर अपने घरों में जा रहे है। इसलिये रोग को छिपाये ना बल्कि इलाज करवायें।

अजीत जोगी का निधन

छत्तीसगढ़ के पहले मुख्यमंत्री अजीत जोगी का शुक्रवार को निधन हो गया। वे ७४ साल के थे और छतीसगढ़ के एक निजी अस्पताल में भर्ती थे।

जानकारी के मुताबिक अजीत जपगी का निधन अब से कुछ देर पहले हुआ। उन्हें २ बजे दिल का दौरा पड़ा और ३.३० बजे उनका निधन हो गया। अजीत जोगी आईएएस थे और कलेक्टर के पद पर भी रहे। उन्हें एक बेहतरीन प्रशासक माना जाता था।

उन्हें छत्तीसगढ़ का एक बड़ा नेता माना जाता था। वे कलेक्टर का पद छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए थे और छत्तीसगढ़ के पहले मुख्यमंत्री बने। कांग्रेस में वे हमेशा से महत्वपूर्ण रहे लेकिन पिछले कुछ साल से उनका कांग्रेस से अलगाव चल रहा था और उन्होंने अपनी अलग पार्टी बना ली थी।

उनके बेटे ने ट्वीट कर जोगी की मृत्यु की पुष्टि की है। जोगी के निधन पर कई नेताओं ने शोक जताया है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश भगेल ने जोगी के निधन पर शोक जताते हुए उन्हें जनता से जुड़ा नेता बताया।

कोरोना की चपेट में आए भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा

कोरोना वायरस का संक्रमण यूं तो सेना, पुलिसकर्मी, मेडिकल स्टाफ सबको निशाना बना चुका है, पर बड़े राजनेता इससे बचे हुए थे। अब भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा को गुड़गांव के 5 स्टार मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया है। संक्रमण की चपेट में आने के बाद पात्रा को अस्पताल के आईसीयू-7 में भर्ती कराया गया है।  फिलहाल उनकी हालत सामान्य बताई जा रही है।
इससे पहले बताया गया था कि कोरोना जैसे लक्षण दिखाई देने के बाद भाजपा प्रवक्ता को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एक सूत्र ने कहा था कि भाजपा नेता में कोरोना वायरस जैसे लक्षण दिखाई दिए। देश में वायरस का संक्रमण कम होने के बजाय दिन ब दिन बढ़ता ही जा रहा है।
बता दें संबित पात्रा सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय रहते हैं और कई न्यूज चैनल पर भाजपा के चेहरे के तौर पर दिखाई देते हैं। उन्होंने कई बार अनूठे तर्क और कुतर्क के जरिये चर्चा बटोरी है।