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कड़े मुकाबले में फंसे नीतीश की जनता से अपील ‘यह मेरा अंतिम चुनाव, अंत भला तो सब भला’, पीएम मोदी ने भी लिखी चिट्ठी

बिहार विधानसभा चुनाव में अपने लिए गंभीर चुनौती देखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने चुनाव प्रचार के आखिरी दिन जनता से वोट की भावुक अपील करते हुए कहा है कि ‘यह उनका अंतिम चुनाव है’। उधर पीएम मोदी ने भी बिहार में कड़े मुकाबले को देखते हुए राज्य की जनता के नाम एक चिट्ठी में कहा – ‘मुझे विश्वास है, डबल इंजन की ताकत, इस दशक में बिहार को विकास की नई ऊंचाई पर पहुंचाएगी।’

बता दें बिहार चुनाव में एनडीए को आरजेडी-कांग्रेस-वाम गठबंधन से बहुत कड़ी टक्कर मिल रही है। अब नीतीश और मोदी दोनों ने प्रचार के आखिरी दिन भावुक अपील कर जनता से वोट मानगा है। देखना होगा कि बिहार की जनता पर इसका क्या असर होता है, क्योंकि दो चरण का मतदान पहले ही हो चुका है।

पहले बात मुख्यमंत्री और जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार की। यह माना जा रहा है कि इस चुनाव में नीतीश कुमार राजनीतिक जीवन के सबसे मुश्किल चुनाव में फंसे हैं। लिहाजा उन्होंने गुरूवार को प्रचार के अंतिम दिन जनता से भावुक अपील करते हुए कहा कि यह उनका अंतिम चुनाव है। बता दें 2017 में पंजाब में ऐसी ही अपील शिअद नेता और पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने भी जनता से की थी लेकिन जनता ने कांग्रेस को बंपर बहुमत दे दिया था।

नीतीश कुमार ने आज पूर्णिया के धमदाह में एनडीए प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार करते हुए जनता से कहा – ‘जान लीजिए, आज चुनाव प्रचार का आखिरी दिन है। परसों मतदान होगा और ये मेरा अंतिम चुनाव है। अंत भला तो सब भला।’  नीतीश 2005 से बिहार के मुख्यमंत्री हैं और माना जा रहा है कि उनकी सरकार के खिलाफ ‘एंटी इनकमबैंसी’ भी काफी दिख रही है।

चुनाव प्रचार के दौरान नीतीश और मोदी दोनों बिहार की जनता को ‘जंगलराज’ का डर दिखा चुके हैं। दोनों का कहना है कि यदि तेजस्वी आ गए तो ‘बिहार में फिर से जंगलराज’ आ जाएगा और विकास थम जाएगा। हालांकि, यह भी सच है कि बिहार के चुनाव में रोजगार सबसे बड़ा मुद्दा बन गया है और इसके चलते एनडीए को कठिनाई झेलनी पड़ रही है। लॉक डाउन में बुरी तरह परेशान हुए युवा और मजदूर वर्ग को इस चुनाव में संभालना ही नीतीश-मोदी के लिए सबसे बड़ी चुनौती रही है।  तेजस्वी ने चुनाव की घोषणा होते हे 10 लाख सरकारी नौकरी देने की बात कहकर बाजी मार ली और भाजपा-जदयू संभल ही नहीं पाए।

फ़िलहाल आज नीतीश ने कहा कि वे (तेजस्वी) सिर्फ अपने परिवार की बात करते हैं और एनडीए बिहार के करोड़ों परिवार की बात करता है। अब बिहार के लोगों को चुनना है कि उन्हें कौन सरकार चाहिए। नीतीश ने कहा कि हर राज्य से आंकड़े के अनुसार बिहार में अपराध में नियंत्रण हुआ है और विकास का दर और आय में वृद्धि हुई है। दोबारा सरकार में आने का मौका जनता देती है तो  पूरे राज्य में उद्योग का जाल बिछाया जाएगा ताकि न केवल बिहार के लोगों को रोजगार मिलेगा बल्कि बाहर के लोग भी बिहार रोजगार करने आएंगे।

उधर पीएम मोदी ने बिहार की जनता के नाम एक खत में कहा – ‘मुझे बिहार में नीतीश की जरूरत है। बिहार में बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर और कानून का राज ये दोनों चीजें एनडीए की सरकार ही दे सकती है। अव्यवस्था और आरजकता के वातावरण में नव-निर्माण असंभव होता है। साल 2005 के बाद से बिहार में माहौल भी बदला और नव-निर्माण की प्रक्रिया भी आरंभ हुई। बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर और कानून का राज, ये सामाजिक और आर्थिक संपन्नता के लिए अनिवार्य है। ये दोनों एनडीए ही दे सकता है।’

बिहार में नाव पलटी ; 5 लोगों की मौत, कई अभी भी लापता

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बिहार में गुरुवार को एक बड़े हादसे में गंगा में नाव पलटने से 50 लोग लापता हैं। अभी तक 5 लोगों की मौत की खबर है जबकि स्थानीय डीएम ने एक वयक्ति की मौत की पुष्टि की है। कुछ लोगों को बचा लिया गया है। नाव में 60 से ज्यादा लोग सवार थे। एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंच गयी है और लोगों को बचाने की कोशिश की जा रही है।

जानकारी के मुताबिक बिहार के भागलपुर के नौगछिया इलाके में यह हादसा हुआ है। बताया गया है कि नौगछिया के करारी तीनटंगा दियारा में गंगा की उपधारा में नाव पलट गई। कुछ अपुष्ट ख़बरों के मुताबिक इस नाव पर 100 लोग सवार थे।

रिपोर्ट्स के मुताबिक आज सुबह तिनटंगा से कई लोग दियारा के लिए नाव से निकले थे, जिनमें महिलाएं भी शामिल हैं। नाव महतो बहियार घाट से रवाना हुई लेकिन जब दर्शनियां धार में पहुंची तो तेज बहाव में भंवर में फंस जाने के कारण पलट गई। इन लोगों में ज्यादातर किसान और मजदूर हैं।

नाव डूबते ही वहां खेतों में काम कर रहे मजदूरों ने कुछ लोगों को बचा लिया। कहा  गया है कि इनमें से 15 की हालत नाजुक है। स्थानीय प्रशासन रेस्क्यू ऑपरेशन चला  रहा है। एसडीआरएफ की टीम मौके को रवाना की गई है। अभी तक पांच शव बरामद किये जा चुके हैं जबकि कई लोग लापता हैं।

रिपोर्ट्स में कहा गया है कि 30 लोगों को बचाकर अस्पताल में भर्ती कराया गया है और 20 लोग अभी लापता हैं। बताया जा रहा कि सभी लोग अपने खेतों में मकई की बुआई के लिए नाव से निकले थे। गोताखोरों ने कुछ लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया है।

ग्रीन पटाखों के साथ बारूद के पटाखों की बिक्री धड़ल्ले से

दीपावली के पर्व को लेकर बाजारों में रौनक बढ़ रही है। कोरोना काल में भी लोग बाजारों से खरीददारी करने को निकल रहे है। लेकिन इन दिनों दिल्ली –एनसीआर में धुंध की चादर लोगों के जीवन पर विपरीत असर डाल रही है। धुंध –प्रदूषण से लोगों को बचाने के लिये सरकार ने सख्त आदेश दिये है, कि इस बार दीपावली के पर्व पर ग्रीन पटाखे ही जलाये जायेगे और ग्रीन पटाखों की ही बिक्री होगी।

लेकिन हकीकत में हो रहा कुछ और है। तहलका संवाददाता को बाजार के व्यापारियों ने बताया कि बड़े बाजारों में पुलिस की चौकसी के चलते ग्रीन पटाखें ही बेचें जा रहे है। लेकिन दिल्ली के पिछड़े इलाकों में ग्राहकों की मांग पर पटाखा विक्रेता दुकान से दूर रखकर, बारूद भरे पटाखों की जमकर बिक्री कर रहे है।

व्यापारी जे. पी. चावला ने बताया कि पटाखा व्यापारी भली- भाँति जानता है कि पटाखों की दुकानों पर छापा पड़ सकता है। इसलिये पटाखा व्यापारियों ने अपनी दुकान के पास बारूद के पटाखें जमा कर रख लिये है। और मोटी कमाई कर रहे है। उनका कहना है कि फिछले साल भी ग्रीन पटाखों की अनुमति दी गई थी । लेकिन लोगों ने जमकर बारूद वाले पटाखों को जलाया था। इसलिये सरकार को चाहिये कि सख्ती से कानून का पालन करें, ताकि प्रदूषण के कहर को बढ़ावा ना मिल सकें । मयूर बिहार के व्यापारियों का कहना है कि दुकानों में तो ग्रीन पटाखों को सजा कर ऱखा गया है। पर ग्राहकों के मांगने पर बारूद के पटाखों की बिक्री की जा रही है।उनका कहना है कि ये सब  प्रशासन से मिलीभगत का नतीजा है। जिससे बाजारों में धड़ल्ले से  ग्रीन पटाखों के साथ बारूद के पटाखें बेचें जा रहे है।

बिडेन 264 मतों के साथ बहुमत के करीब, ट्रंप को अभी तक 214 वोट, गिनती को लेकर जारी है विवाद    

अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटों की गिनती अभी जारी है और व्हाइट हाउस कौन जाएगा इसका फैसला होने में अभी कुछ वक्त लगेगा। गुरूवार सुबह 7 बजे (भारतीय समय) के मुताबिक डेमोक्रेटिक उम्मीदवार जो बिडेन 264 वोट लेकर बहुमत के आंकड़े (270/538) से सिर्फ 6 वोट दूर हैं। रिपब्लिकन डोनाल्ड ट्रंप को अभी तक 214 ही वोट मिले हैं। हालांकि, अमेरिका में इन नतीजों को लेकर तनाव है और हिंसा की आशंका बन रही है। ट्रंप ने वोटों की गिनती को लेकर कोर्ट की शरण ली है, जिससे संभावना बन रही है कि नतीजे लटक सकते हैं और सुप्रीम कोर्ट के पाले में गेंद चली जाएगी। ट्रंप कह चुके हैं कि नतीजों को वह यूं ही स्वीकार नहीं कर लेंगे। बिडेन ने राष्ट्रपति चुनाव में सबसे ज्यादा व्यक्तिगत इलेक्टोरल वोट हासिल करने का रेकार्ड बना दिया है। यदि ट्रंप चुनाव हारते हैं तो पिछले काफी चुनावों के बाद ऐसा होगा कि कोई राष्ट्रपति एक बार के बाद ही चुनाव हार जाए।

इन सब के कारण दोनों उम्मीदवारों के समर्थकों के बीच जबरदस्त तनाव दिख रहा है। देश भर में सुरक्षा बढ़ा दी गयी है। बहुत जगह देखा गया है कि शॉपिंग केंद्रों को निचले हिस्से में लकड़ी के कवर से ढक दिया गया है ताकि हिंसा होने की सूरत में इन्हें नुक्सान न पहुंचे।

राष्ट्रपति ट्रंप ने वोटों की गिनती को लेकर सवाल उठा दिया है जिसके बाद बिडेन की उप राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार कमला हैरिस ने आज कहा है कि हरेक वोट की गिनती होनी चाहिए। ट्रंप पेंसिल्बिनिया और जार्जिया में गिनती को लेकर अपनी शिकायतों के साथ कोर्ट चले गए हैं। नेबादा के वोटों की गिनती इस समय चल रही है और यदि बिडेन इस राज्य को जीत लेते हैं तो व्हाइट हाउस जाने का उनका रास्ता साफ़ हो जाएगा।

बुधवार को जो बिडेन और ट्रंप के बीच ट्वीटर पर भी जबरदस्त जंग दिखी थी और दोनों ने अपनी-अपनी जीत के दावे किये थे। बढ़त के बाद अमेरिका में काफी जगह बिडेन के समर्थक अपने घरों और बाज़ारों में नीले रंग की रोशनी का प्रदर्शन करते दिखे हैं जबकि ट्रंप समर्थक लाल रंग का इस्तेमाल करते हैं।

फिलहाल पूरी दुनिया की निगाहें अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों पर लगी हुई हैं। भारतीय समय के मुताबिक बुधवार देर रात पेन्सिलवेनिया, जॉर्जिया, मिशिगन और विस्कॉन्सिन में मतों की गणना रोक दी गई। डोनाल्ड ट्रंप ने एक ट्वीट करके बड़ा आरोप लगाते हुए कहा है कि पेंसिल्वेनिया में 5 लाख वोट ‘गायब’ हो गए हैं। ट्रंप ने कहा कि पेंसिल्वेनिया, विस्कॉन्सिन और मिशिगन, जहां पर जो बिडेन को वोट मिल रहे हैं, वह देश के लिए बहुत बुरा है। अब यह भी तय हो गया है कि इन आरोप-प्रत्यारोप को देखते हुए लगता है कि ट्रंप और बिडेन कानूनी लड़ाई में जा सकते हैं।

भारत की नजर भी अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव नतीजों पर लगी है। यदि बिडेन जीतते हैं तो यह देखना होगा कि उनका चीन, पाकिस्तान और कश्मीर को लेकर क्या रुख रहता है। भारत के लिए यह सभी मुद्दे बहुत महत्पूर्ण हैं। एच1वी वीजा को लेकर भी भारत, खासकर यहां के प्रोफेशनल्स की नजर बिडेन पर रहेगी, जिसे ट्रंप ने रद्द कर दिया है। अभी तक भारत के पीएम मोदी और ट्रंप के बीच गहरी मित्रता रही है, हालांकि, कुछ मुद्दों पर ट्रंप को लेकर मोदी तो रक्षात्मक भी होना पड़ा है।

जो बिडेन ने इस चुनाव में 7 करोड़ से ज्यादा व्यक्तिगत इलेक्टोरल वोट हासिल किये हैं जो अभी तक सबसे ज्यादा वोट लेने वाले बराक ओबामा के 6.94 करोड़ से ज्यादा हैं। बिडेन ओबामा की ही डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रत्याशी हैं।

आज सुबह जो बिडेन ने दवा किया था कि गिनती पूरी होने के बाद उनकी जीत तय है। उन्होंने कहा कि वे इस समय जीत का दावा नहीं कर रहे लेकिन उन्हें पक्का भरोसा है कि गिनती के बाद वे जीत रहे हैं।

इस बार चुनाव में अधिकतर वोट मेल-इन (पोस्टल या डाक वोट) के जरिए डाले गए हैं, लिहाजा इन वोटों को लेकर ही सबसे ज्यादा विवाद है। सभी राज्यों में मेल-इन वोटों की गिनती को लेकर अलग-अलग नियम हैं। इसी को लेकर ट्रंप धांधली का आरोप लगा रहे हैं, और कुछ राज्यों को लेकर वे कोर्ट गए हैं। ट्रंप बिडेन को ‘भ्रष्ट’ बता चुके हैं जबकि बिडेन ने इसके बाद ट्रंप पर हमले किये हैं।

इस बार के वोटों के रुझानों से लगता है कि अश्वेत और मुस्लिम बिडेन के पक्ष में गए हैं। अश्वेतों का बिडेन के साथ जाने का एक मुख्य कारण कुछ महीने पहले की जार्ज लॉयड से जुड़ी घटना है जिन्हें पुलिस से झड़प के बाद अपनी जान गंवानी पड़ी थी और ट्रंप पुलिस के साथ खड़े दिखे थे।

अमेरिकी मीडिया भी कल चुनाव नतीजों को लेकर बंटा हुआ दिख रहा था। आज सीएनएन 253 वोटों के साथ बिडेन के बढ़त दिखा रहा है जबकि उसके मुताबिक ट्रंप को 213 वोट मिले हैं। उधर द न्यूयॉर्क टाइम्स ने ट्रंप को 214 और बिडेन को 253 वोट दिखाए हैं। द न्यूयॉर्क टाइम्स का कहना है कि बिडेन का पलड़ा भारी जरूर है, लेकिन अमेरिका की संसद यानी कांग्रेस के उच्च सदन सीनेट में बहुमत हासिल करने के लिए बिडेन की पार्टी को कड़ा संघर्ष है। यदि डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रत्याशी जो बिडेन राष्ट्रपति बन भी जाते हैं तो सीनेट में बहुमत के बिना उनके लिए काम करना आसान नहीं होगा।

जंतर-मंतर में धरने पर बैठे पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह

केंद्र सरकार और गैर भाजपा राज्यों में बढ़ती दूरी की ख़बरों के बीच किसानों के मुद्दों पर पंजाब और केंद्र सरकार के बीच जबरदस्त तनातनी बन गयी है। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बुधवार को अपने विधायकों और मंत्रियों के साथ दिल्ली में धरना दिया। पंजाब सीएम कार्यालय ने 21 अक्टूबर को राष्ट्रपति भवन को पत्र भेजकर मुलाकात का समय मांगा था, लेकिन 29 अक्टूबर को ज्ञापन के जवाब में सीएमओ के बैठक के आग्रह को रद्द कर दिया।

अमरिंदर सिंह और अन्य को पहले राजघाट पर धरना देना था, लेकिन दिल्ली पुलिस ने उनसे राजघाट पर धरना नहीं देने का अनुरोध किया। सीएम अमरिंदर ने इसे स्वीकार करते हुए जंतर मंतर पर धरना देने का फैसला किया। पंजाब से दिल्ली पहुंचते ही अमरिंदर और अन्य नेता पहले राजघाट गए। वहां उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद जंतर-मंतर पर पहुंचकर धरना दिया।

रेल मंत्रालय ने पंजाब में मालगाड़ियों की आवाजाही पर 7 नवंबर तक रोक लगा दी है जिससे पंजाब में ‘ब्लैक आउट’ का खतरा बढ़ गया है। ऐसा हुआ तो बिजली का संकट बढ़ सकता है, क्योंकि कोयले की आपूर्ति नहीं हो रही है। केंद्र सरकार की तरफ से कहा गया है कि पंजाब सरकार रेलवे ट्रैक और मालगाड़ियों की सुरक्षा सुनिश्चित करती है तो मालगाड़ियों का परिचालन शुरू कर दिया जाएगा।

मुख्यमंत्री अमरिंदर ने केंद्र से प्रदेश में बढ़ते संकट की ओर ध्यान देने की अपील की थी लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। पंजाब सीएम कार्यालय ने 21 अक्टूबर को राष्ट्रपति भवन को पत्र भेजकर बैठक के लिए समय मांगा, हालांकि, 29 अक्टूबर को ज्ञापन के जवाब में सीएमओ के बैठक के आग्रह को इस आधार पर रद्द कर दिया गया कि प्रांतीय संशोधन बिल अभी राज्यपाल के पास लंबित पड़े हैं।

अमरिंदर सिंह इससे बहुत खफा हैं। प्रदेश के दो मंत्रियों ने भी रेलवे और वित्त मंत्रालयों से मालगाड़ियों के निलंबन और जीएसटी बकाया की अदायगी न होने के मामले में चर्चा को समय मांगा था, लेकिन उन्हें भी मंत्रियों ने समय नहीं दिया। जाहिर है इससे केंद्र और पंजाब के बीच तनातनी बढ़ी है। अन्य गैर भाजपा राज्य भी केंद्र से भेदभाव का आरोप लगा रहे हैं।

सीएम अमरिंदर सिंह का ट्वीट –

Capt.Amarinder Singh

@capt_amarinder

At Raj Ghat to pay homage to the Father of the Nation. His ideal of persistent struggle in the face of opposition is our guiding light. We will fight to uphold Punjab’s right to dignity and respect. #KhetiBachao

अहमदाबाद में आग लगने से गोदाम की छत गिरी, 9 लोगों की मौत

गुजरात के अहमदाबाद में बुधवार को कपड़े के एक गोदाम में आग लगने के बाद उसके ढह जाने से 9 लोगों की मौत हो गयी है।

आग लगने के बाद वहां धमाका हो गया जिससे गोदाम की छत नीचे आ गिरी। यह लोग उसमें दबने और झुलसने से जान गँवा बैठे। अभी कुछ लोग मलबे में दबे होने की आशंका है।

अभी तक की रिपोर्ट्स के मुताबिक हादसे में 9 लोगों की मौत हो गई है जबकि कमसे कम 4 अन्य घायल हो गए हैं। दमकल विभाग की गाड़ियां मौके पर पहुँच गयी जिसके बाद आग बुझाई गयी। अभी कुछ लोग मलबे में दबे होने की आशंका है।

मलबे में 12 लोग दब गए थे जिन्हें मलबे से बाहर निकाल कर एलजी अस्पताल ले जाया गया। वहां डाक्टरों ने 4 लोगों कोमृत घोषित कर दिया जबकि 4 की हालत बहुत नाजुक थी। इनकी भी बाद में मौत हो गयी।

हादसा पिराना-पिपलाज रोड स्थित इमारत में हुआ। आग लगने के कारण ईमारत में विस्फोट हो गया जिसमें गोदाम बना था। अस्पताल के अधिकारियों के मुताबिक घायलों का इलाज किया जा रहा है। उनकी हालत फिलहाल नाजुक बनी हुई है।

वोटों की गिनती के बीच बिडेन और ट्रंप में शुरू हुआ ट्वीट ‘वार’

अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटों की गिनती के बीच दोनों प्रतिद्वंदियों  रिपब्लिकन डोनाल्ड ट्रंप और डेमोक्रेटिक उम्मीदवार जो बिडेन के बीच ट्वीटर पर जबरदस्त जंग छिड़ गयी है। दोनों ने अपनी-अपनी जीत के दावे किये हैं। इस बीच ट्वीटर ने ट्रंप का वह ट्वीट आपत्तिजनक मानते हुए हाइड कर दिया है जिसमें उन्होंने कहा था कि वो चुनाव  में धांधली (स्टील) नहीं होने देंगे। अभी तक की गिनती में बिडेन ने 237 वोट लेकर ट्रंप (213) के मुकाबले बढ़त बनाई हुई है। दिलचस्प यह है कि अमेरिकी मीडिया में नतीजों को लेकर अलग-अलग रिपोर्टस आ रही हैं। स्काई न्यूज ने ट्रम्प को आगे बताया है जबकि फॉक्स न्यूज और सीएनएन बिडेन को आगे  बता रहे हैं। उधर समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, रुझानों में डोनाल्ड ट्रंप ने बढ़त हासिल कर ली है। अब 213 इलेक्टोरल वोट डोनाल्ड ट्रंप के खाते में हैं, जबकि जो बाइडेन के खाते में 210 इलेक्टोरल वोट हैं।
अमेरिका में इस समय दोनों की उम्मीदवारों के समर्थकों के बीच तनाव की स्थिति है। जैसे ही जिसकी जीत की कोई खबर आती है, उसके समर्थक नाचने गाने लगते हैं। दोनों के बीच भिड़ंत की स्थिति भी बन रही है। कुल 270 वोटों के जादूई अंक तक पहुंचने की लड़ाई के बीच ट्रंप के बीच ट्वीटर पर  भी जबरदस्त जंग चली हुई है। अब से कुछ देर पहले दोनों ने अपनी-अपनी जीत के दावे किये हैं।
पहले जो बिडेन ने एक वीडियो पोस्ट के जरिये अपनी बड़ी जीत का दावा किया। उन्होंने कहा – ‘नतीजे हमारी उमीदों के मुताबिक आ रहे हैं और हम बड़ी जीत की तरफ बढ़ रहे हैं।’  इसके बाद ट्रंप ने ट्वीट करके इसकविया और आरोप लगे कि विरोधी नतीजे चुराने (स्टील) की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव का समय   ख़त्म होने के बाद वोट नहीं डाले जा सकते।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप काफी राज्यों में आगे चल रहे हैं। नेवादा, ऐरिजोना, जॉर्जिया, नॉर्थ कैरिलोना में रिपब्लिकन पार्टी आगे है।  इस बीच वोटों की गिनती के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट कर बड़ा आरोप लगाया है। ट्रंप ने ट्वीट कर लिखा कि हम लोग बड़ी जीत की ओर बढ़ रहे हैं, लेकिन विरोधी नतीजों को चुराने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि, ट्वीटर ने उनके इस ट्वीट को ‘आपत्तिजनक’ बताते हुए हाइड कर दिया है।
जो बिडेन ने भी कुछ देर पहले देश को संबोधित किया। बिडेन ने कहा -‘हम चुनाव जीतने जा रहे हैं, हमें पता था कि नतीजों में वक्त लगेगा। हमें इंतजार करना होगा, जबतक हर एक बैलेट की गिनती नहीं हो जाती है हम इंतजार करेंगे। हमने ऐरिजोना, मैनिसोटा में जीत दर्ज की है, जॉर्जिया में कड़ी टक्कर है और अंत में हम पेंसेलवेनिया भी जीत जाएंगे। अंत में अमेरिकी लोगों की जीत होगी, जिन लोगों ने बाहर निकलकर वोट दिया उनका शुक्रिया।
दिलचस्प यह है कि अमेरिकी मीडिया में नतीजों को लेकर अलग-अलग रिपोर्टस आ रही हैं। स्काई न्यूज ने ट्रम्प को आगे बताया है जबकि फॉक्स न्यूज बिडेन को आगे  बता रहा है। समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, रुझानों में डोनाल्ड ट्रंप ने बढ़त हासिल कर ली है। अब 213 इलेक्टोरल वोट डोनाल्ड ट्रंप के खाते में हैं, जबकि जो बिडेन के खाते में 210 इलेक्टोरल वोट हैं।
अब तक अमेरिका के 42 राज्यों के चुनावी नतीजे आ चुके हैं और 8 में गिनती जारी है। इनमें कुछ बड़े राज्य हैं जहां इलेक्टोरल कालेज बड़ा है और इनमें ट्रम्प 6 में आगे हैं। दो में बिडेन आगे हैं। हालांकि, इनके अंतिम नतीजे कल सुबह तक ही आ पाएंगे। जॉर्जिया में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप आगे चल रहे हैं। टेक्सास, साउथ कैरोलिना और ओक्लाहोमा में ट्रंप जीत हासिल कर चुके हैं। बिडेन बहुमत के आंकड़े से करीब 33 वोट पीछे हैं। फ्लोरिडा भी ट्रंप के हिस्से गया है। यह कहा जाता है कि  फ्लोरिडा जीते बिना कोई अमेरिका का राष्ट्रपति नहीं बन सकता।
बिडेन ने अब तक न्यू मेक्सिको, कैलिफोर्निया, न्यूयॉर्क, मैसाचुसेट्स, न्यू जर्सी, मैरीलैंड, वरमोंट, कनेक्टिकट, डेलावेयर, कोलोराडो के अलावा न्यू हैम्पशायर में भी जीत दर्ज कर ली है। बिडेन गृह राज्य डेलावेयर में भी जीत गए हैं।
ट्रम्प का ट्वीट (ट्वीटर ने अब हाइड किया) 
Donald J. Trump
@realDonaldTrump
इस ट्वीट में शेयर की गई सभी या कुछ सामग्री विवादित है और इसमें चुनाव या किसी अन्य नागरिक प्रक्रिया में भाग लेने के बारे में भ्रामक जानकारी हो सकती है।
यह था ट्वीट –
We are up BIG, but they are trying to STEAL the Election. We will never let them do it. Votes cannot be cast after the Polls are closed!

रिपब्लिक टीवी के प्रधान संपादक अर्नब गोस्वामी गिरफ्तार

मुंबई पुलिस ने बुधवार को रिपब्लिक टीवी के प्रधान संपादक अर्नब गोस्वामी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने बताया कि अर्नब की इंटीरियर डिजाइनर को कथित रूप से आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में गिरफ्तारी की गई है।
मुंबई पुलिस सुबह-सुबह अर्णब के घर पहुंच गई थी और यहां पुलिस ने उनको हिरासत में लेने की कोशिश की। उसके घर से ही उसे जबरन कार में डालकर ले जाया गया। एएनआई के मुताबिक, रिपब्लिक टीवी चैनल पर फुटेज शेयर किया है, जिसमें मुंबई पुलिस अर्नब के घर में घुसती नजर आ रही है और घर के अंदर अर्नब से बदसलूकी कर रही है। फुटेज में एक पुलिस अधिकारी अर्नब का हाथ पकड़कर खींच रहा है। बताया गया है कि मुम्बई पुलिस ने पहले इस केस को बंद कर दिया था, लेकिन पिछले दिनों आत्महत्या से जुड़े इस मामले को फिर से खोल दिया गया था। पिछले कुछ समय से मुम्बई पुलिस और अर्नब तकरीबन आमने-सामने की स्थिति में थे।
बता दें कि अर्णब गोस्वामी का चैनल पहले ही टीआरपी रेटिंग में छेड़छाड़ किए जाने के आरोपों का सामना कर रहा है। मुंबई पुलिस ने पिछले दिनों केस दर्ज किया था, जिसकी जांच की जा रही है। आरोप है कि रिपब्लिक टीवी समेत कुछ चैनलों ने दर्शकों को अपना चैनल देखने के लिए पैसे दिए थे।

अमेरिका राष्ट्रपति चुनाव में बिडेन को 227 इलेक्टोरेल वोट के साथ बढ़त, ट्रंप को अभी तक 204 वोट

अमेरिका के राष्ट्रपति के चुनाव में कड़ी टक्कर दिखने को मिल रही है। बिडेन बढ़त पर हैं, लेकिन ट्रंप अंतर को कम करते दिख रहे हैं क्योंकि कई महत्वपूर्ण राज्यों में वो बढ़त पर दिख रहे हैं। अभी तक की ख़बरों के मुताबिक 10 बजे तक (भारतीय समय) जो बिडेन को 227 और डोनाल्ड ट्रंप को 204 इलेक्टोरेल वोट मिले हैं। कुल 538 इलेक्टोरेल वोट में राष्ट्रपति का चुनाव जीतने के लिए कुल 270 इलेक्टोरेल वोट चाहिए होते हैं। इस बार अधिकतर वोट मेल-इन के जरिए डाले गए हैं, लिहाजा अभी तक के वोटों और अंतिम नतीजों में अंतर की संभावना है। इस बीच व्हाइट हाउस के नजदीक बड़ी संख्या में भीड़ जुटी हुई है और वहां तनाव की स्थिति है।
भारत की इन चुनावों पर गहरी नजर है। इसका एक कारण भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से मित्रता होना भी है। दुनिया के दूसरे हिस्सों में भी अमेरिका के राष्ट्रपति के चुनाव पर नजर है।  इस बार वोटिंग वाले दिन से पहले ही लाखों लोग मेल या बैलट के जरिए वोट कर चुके हैं। बैलट के जरिए अब तक 9.30  करोड़ से ज्यादा लोग वोट कर चुके हैं।
अभी तक के अपडेट के मुताबिक रिपब्लिकन प्रत्याशी डोनाल्ड ट्रंप और उनके डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंदी जो बिडेन के बीच कांटे की टक्कर है। नतीजों को लेकर हिंसा की आशंका भी है लिहाजा सुरक्षा के जबरदस्त इंतजाम किए गए हैं। व्हाइट हाउस समेत प्रमुख वाणिज्य क्षेत्रों और बाजारों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक डेमोक्रेटिक उम्मीदवार जो बिडेन ने 55 इलेक्टोरल वोट वाले कैलिफोर्निया में बड़ी जीत दर्ज की है। इससे बिडेन को मिले इलेक्टोरल वोट की संख्या 227 हो गई है। ट्रंप के अभी तक 204 इलेक्टोरल वोट हैं। वोटों की गिनती के बीच राष्ट्रपचि डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट किया है जिसमें उन्होंने लिखा है – ‘हम पूरे देश में अच्छी स्थिति में दिख रहे हैं, थैंक्यू।’
जो बिडेन ने मैसचूसेट्स, न्यू जर्सी, मैरीलैंड, डेलावेयर, वर्जीनिया और वर्मोन के अलावा न्यूयॉर्क में जीत हासिल की है। राष्ट्रपति ट्रंप ने टेनेसी, वेस्ट वर्जीनिया, साउथ कैरोलिना, ओक्लाहोमा, केंटकी और इंडियाना के अलावा अरकंसास में जीत दर्ज की है। फ्लोरिडा में ट्रंप और बिडेन में कड़ी टक्कर है जहाँ 29 इलेक्टोरल वोट हैं।  यहाँ कहा जाता है कि दोनों के लिए यह स्टेट जीतना बहुत जरूरी है। जो बि़डेन ने न्यू जर्सी, अपने गृह राज्य डेलावेयर, वर्जीनिया में जीत दर्ज की है।

कोरोना का दिल्ली में बढ़ना और देश भर में कम होना ये आंकड़ों का खेल तो नहीं

जिस अंदाज में देश भर में कोरोना के मामले कम हो रहे है और उसी अंदाज में दिल्ली में कोरोना के मामले बढ़ रहे है। ऐसे में लोगों में एक तरह का भ्रम पैदा हो रहा है, कि ये चमत्कार है या कुछ और है। लेकिन जानकार का कहना है दिल्ली में इसलिये कोरोना के मामले सामने आ रहे है। क्योंकि कोरोना की जांच हो रही है। अन्य राज्यों में कोरोना की जांच कम हो रही है। जिसके कारण कोरोना के सही आंकड़े सामने नहीं आ रहे है।

डाक्टरों का कहना है अगर कोरोना की जांच में किसी भी प्रकार की लापरवाही सामने आती है। तो वो घातक साबित हो सकती है। लैबों से जुड़े पैरामेडिकल वालों का कहना है कि दिल्ली में कोरोना की जांच कराने वालों की संख्या बढ़ी है। डीएमए के पूर्व अध्यक्ष डाँ अनिल बंसल का कहना है कि कोरोना के मामले दिल्ली में बढ़ना चिंता जनक है। लेकिन पूरे देश में मामलों का कम होना राहत वाली बात है ।

हैल्थ सेक्टर से जुड़े लोगों का दावा है कि कोरोना को लेकर सियासत का खेल है। कहीं –कहीं तो कोरोना को लेकर फिक्र ही नहीं दिखाई दे रही है। लेकिन दिल्ली में कोरोना को लेकर शोर है। उनका कहना है कि अगर कोरोना की जांच में आंच आती है तो ये लोगों के स्वास्थ्य के लिये ठीक ना होगा। क्योंकि लोगों में कोरोना को लेकर लापरवाही देखी जा रही है। ना तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो रहा है और कम ही लोग मुंह में मास्क लगा रहे है।