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राहुल गांधी ने ‘सबको कोरोना वैक्सीन की जरूरत नहीं’ वाले ब्यान पर केंद्र को घेरा

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को केंद्र सरकार के उस ब्यान को लेकर निशाना साधा है जिसमें उसने कहा है कि देश में सभी लोगों को कोरोना वैक्सीन की जरूरत नहीं पड़ेगी। गांधी ने पीएम मोदी से सवाल किया है कि वो देश को बताएं कि आखिर  इस मामले पर उनका रुख है क्या। याद रहे बिहार चुनाव में भाजपा ने सभी को मुफ्त में कोरोना वैक्सीन देने का ऐलान किया था, जबकि हाल में पीएम ने कहा था कि वैक्सीन कब आएगी, यह अभी बताना मुश्किल है।

अब राहुल गांधी ने एक बार फिर मोदी सरकार पर निशाना साधा है। गांधी ने केंद्र से सवाल किया कि आखिर इस मसले पर पीएम नरेन्द्र मोदी का रुख क्या है ? उन्होंने ट्वीट में कहा – ‘प्रधानमंत्री कहते हैं कि सभी के लिए टीका उपलब्ध होगा। बिहार चुनाव में भाजपा कहती है कि प्रदेश में सभी के लिए कोरोना का टीका मुफ्त में उपलब्ध होगा। अब भारत सरकार का कहना है कि उसने कभी ऐसा नहीं कहा कि सभी को टीका मिलेगा। आखिर प्रधानमंत्री का रुख क्या है?’

बता दें मंगलवार को ही केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा है कि पूरे देश की आबादी को कोविड-19 का टीका लगाने के बारे में कभी कोई बातचीत नहीं हुई।  उन्होंने कहा – ‘मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि सरकार ने पूरे देश की आबादी के टीकाकरण के बारे में कभी नहीं कहा।’ अब इस ब्यान के बाद केंद्र के कोरोना को लेकर रुख पर सवाल खड़े हो गए हैं।

राहुल गांधी का ट्वीट –
Rahul Gandhi
@RahulGandhi
PM- Everyone will get vaccine. BJP in Bihar elections- Everyone in Bihar will get free vaccine. Now, GOI- Never said everyone will get vaccine. Exactly what does the PM stand by?

रजनीकांत 31 दिसंबर को नई पार्टी का ऐलान करेंगे, तमिलनाडु में चुनाव लड़ेंगे

तमिल सुपरस्टार रजनीकांत अब राजनीतिक पारी खेलने की तैयारी में हैं। गुरुवार को रजनीकांत ने एक ट्वीट करके जानकारी दी है कि वो 31 दिसंबर को पार्टी के नाम की घोषणा करके जनवरी में इसका गठन कर देंगे। रजनीकांत की यह घोषणा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के तमिलनाडु दौरे के कुछ दिन बाद ही सामने आई है।

अटकलें थीं कि रजनीकांत राजनीति में जाएंगे। उन्हें तमिल क्षेत्र में ‘थलैवा’ कहा जाता है। उन्होंने अपने समर्थकों को बताया है कि नई पार्टी का गठन नए साल के शुरू में ही कर दिया जाएगा। पार्टी के नाम का ऐलान रजनीकांत 31 दिसंबर को कर देंगे।

तमिल स्टार ने एक ट्वीट में कहा कि वे 31 दिसंबर को अपनी राजनीतिक पार्टी का ऐलान करेंगे और फिर अगले साल जनवरी में इसे लांच करेंगे। रजनीकांत के ट्वीट से साफ़ जाहिर होता है कि वे अपनी नई पार्टी को विधानसभा के चुनाव में पूरी ताकत के साथ उतार सकते हैं।

अपने ट्वीट में रजनीकांत ने कहा – ‘हम निश्चित रूप से विधानसभा चुनाव जीतेंगे। हम एक ईमानदार, पारदर्शी, भ्रष्टाचार मुक्त और आध्यात्मिक राजनीति करेंगे। निश्चित रूप से एक आश्चर्य और चमत्कार होगा।’ इस ट्वीट से पहले हफ्ते के शुरू में चेन्नई में रजनीकांत ने अपने समर्थकों के साथ बैठक की थी। इसमें नई पार्टी को लेकर चर्चा की गयी थी। रजनीकांत पहले ही ‘रजनी मक्कल मंद्रम’ का गठन कर चुके हैं जिसकी  जिला स्तर तक शाखाएं हैं।

बता दें तमिलनाडु में 2021 के मध्य में (अप्रैल या मई) में विधानसभा चुनाव होने हैं। भाजपा नेता और गृह मंत्री अमित शाह हाल में तमिलनाड का दौरा कर चुके हैं। भाजपा तमिलनाड पर पूरा फोकस कर रही है। रजनीकांत के अपनी पार्टी बनाने के ऐलान पर भाजपा की प्रतिक्रिया क्या होगी, यह अभी पता नहीं है, क्योंकि पार्टी में यह चर्चा थी कि वह रजनीकांत को साथ लेकर सीएम के रूप में आगे कर सकती है।

किसानों के हक़ में अवार्ड वापसी का ऐलान, पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल ने अपना पदम् विभूषण लौटाया

मोदी सरकार के नए कृषि कानूनों के प्रति देश भर में विरोध बढ़ता जा रहा है। अब तो देश के कई हिस्सों से खिलाड़ियों और अन्य हस्तियों ने किसानों के हक़ में अपने अवार्ड वापस करने का ऐलान करना शुरू कर दिया है। पंजाब के खिलाड़ियों के बाद अब गुरुवार को पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने अपना पदम् विभूषण सम्मान लौटाने का ऐलान किया है।

बादल ने मोदी सरकार से किसानों के मसले पर जबरदस्त नाराजगी जताई है। बता दें उनकी पार्टी शिअद पहले ही मोदी सरकार से अपनी मंत्री का इस्तीफा करवा चुकी है। पार्टी ने एंडी से अलग होने का भी ऐलान कर रखा है।

बादल की यह घोषणा पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह की किसानों के मसले पर गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के तुरंत बाद आई है। अमरिंदर ने शाह से मुलाकात के दौरान किसानों का मसला जल्दी हल करने की मांग की है।

याद रहे तीन कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली बॉर्डर पर डटे किसानों के समर्थन में पूर्व खिलाड़ी भी आ गए हैं। सोमवार को जलंधर में पूर्व खिलाड़ियों ने किसानों की मांगे न माने जाने पर केंद्र सरकार से मिले अवार्ड वापस लौटाने की चेतावनी दी है। इसके लिए केंद्र सरकार को 5 दिसंबर तक का अल्टीमेटम दिया गया है।

पद्मश्री पहलवान करतार सिंह, अर्जुन अवार्डी सज्जन सिंह चीमा, गोल्डन गर्ल के नाम से जानी जाती हॉकी ओलंपियन खिलाड़ी राजवीर कौर, ओलंपियन गुरमेल सिंह और पूर्व क्रिकेट कोच प्रोफेसर राजिंदर सिंह ने कहा कि वह भी किसान परिवार से हैं। पंजाब में किसानों की बुरी हालत को वह अच्छे तरीके से जानते हैं। उन्होंने कृषि सुधार कानूनों को किसान विरोधी करार देते हुए कहा कि केंद्र सरकार को अड़ियल रवैया छोड़ना चाहिए। किसान पहले शांतमयी प्रदर्शन कर रहे थे लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं की गई, जिस वजह से मजबूर होकर उन्हें दिल्ली कूच करना पड़ा। उन्होंने कहा कि अगर किसानों की मांगे न मानी गई तो वह भी सैकड़ों पूर्व नेशनल और इंटरनेशनल खिलाड़ियों के साथ दिल्ली कूच करेंगे और खेलों में दिए योगदान के बदले उन्हें मिले सभी केंद्रीय सम्मान वापस लौटा देंगे।

नहीं रहे मसालों के बादशाह एमडीएच कंपनी के मालिक महाशय धर्मपाल

अपनी मेहनत के बूते ऊंचाई छूने वाले और अपनी कम्पनी एमडीएच के मासलों के विज्ञापन से बेहद लोकप्रिय हुए मसालों के बादशाह और एमडीएच ग्रुप के मालिक महाशय धर्मपाल का आज सुबह निधन हो गया। वह 98 साल के थे। कोरोना से स्वस्थ  होने के बाद दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हुआ।

बता दें पिछले साल ही उन्हें पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। सुबह 5.38 पर उन्होंने अंतिम सांस ली। एक समय  अपनी गुजर बसर करने वाले महाशय धर्मपाल

जीबट की जीती ज्यादती मिसाल थे। गुलाटी का जन्म 27 मार्च, 1923 को सियालकोट (पाकिस्तान) में हुआ था। साल 1947 में देश विभाजन के बाद वह भारत आ गए। तब उनके पास महज 1,500 रुपये थे।

धर्मपाल गुलाटी कक्षा पांचवीं तक ही पढ़े थे, लेकिन उन्होंने व्यापार  बुद्धि का लोहा सबसे मनवा लिया।  गुलाटी अपने वेतन का करीब 90 फीसदी दान में दे देते थे। वह 20 स्कूल और एक अस्पताल भी चला रहे थे।

उनके जीवन परिचय के मुताबिक भारत आकर उन्होंने परिवार के भरण-पोषण के लिए तांगा चलाना शुरू किया। लेकिन साथ ही वे परिवार के लिए पैसा भी जोड़ते रहे। आखिर उन्होंने कुछ पैसा जोड़कर दिल्ली के करोल बाग स्थित अजमल खां रोड पर मसाले की एक दुकान खोली। इस दुकान से मसाले का कारोबार धीरे-धीरे इतना फैलता गया कि आज उनकी भारत और दुबई में मसाले की 18 फैक्ट्रियां हैं।

इन फैक्ट्रियों में तैयार एमडीएच मसाले दुनियाभर में पहुंचते हैं। एमडीएच के 62 प्रॉडक्ट्स हैं। कंपनी उत्तरी भारत के 80 प्रतिशत बाजार पर कब्जे का दावा करती है। धर्मपाल गुलाटी अपने उत्पादों का विज्ञापन भी खुद ही करते थे। उन्हें दुनिया का सबसे उम्रदराज ‘ऐड स्टार’ भी कहा जाता था।

सीएम अमरिंदर गृह मंत्री शाह से मिले, किसानों के मसले जल्दी हल करने की अपील ; कहा इससे पंजाब का नुक्सान

पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टेन अमरिंदर सिंह ने गुरुवार को गृह मंत्री अमित शाह के साथ किसानों के मसले पर दिल्ली में मुलाकात की। बैठक के बाद अमरिंदर सिंह ने कहा कि उन्होंने बैठक में किसानों के मसले पर जल्दी हल निकालने की अपील सरकार से की है और कहा है कि आंदोलन लंबा खिंचने से पंजाब के लोगों को बड़ा नुक्सान झेलना पड़ रहा है।

दोनों के बीच करीब आधा घंटा बातचीत हुई। पहले यह बैठक सुबह 9 बजे होनी थी लेकिन बाद में इसका समय 12 बजे तय किया गया था। बैठक में किसानों के मसले पर बातचीत हुई है लेकिन किन मुद्दों को लेकर सरकार का क्या रुख रहा इसकी जानकारी अभी नहीं मिल पाई है।

उन्होंने कहा कि मसले का जल्दी हल निकलना चाहिए। उन्होंने किसानों से भी अपील की कि इसका जल्दी हल निकालने की कोशिश करें। अमरिंदर ने बताया कि उन्होंने कहा कि आंदोलन लंबा खींचने पर इसका फायदा आसामाजिक तत्व भी उठा सकते हैं लिहाजा इसका हल जल्दी निकलना चाहिए।

सीएम ने कहा कि देश की एकता के लिए भी इन मसलों का हल होना जरूरी है। अमरिंदर ने कहा – ‘हम चाहते हैं कि इनका हल निकलना चाहिए। किसानों से भी अपील है कि जल्दी हल निकले। इसका पंजाब की आर्थिक स्थिति पर असर पड़ रहा है और साथ ही राष्ट्रीय सुरक्षा पर भी।’

इस बैठक में कृषि महकमे के अधिकारी भी बैठक में उपस्थित थे। अमरिंदर ने कहा कि ‘मैं सिर्फ यह कहना आया हूं कि इस आंदोलन से पंजाब में मेरे लोगों का नुक्सान हो रहा है।’

अदालतों में ‘यौन उत्पीड़न’ की टिप्पणी पर हाईकोर्ट के पूर्व जज कर्णन गिरफ्तार

हाईकोर्ट के पूर्व जज जस्टिस सीएस कर्णन को चेन्नई में पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार कर लिया है। उनके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के कई मौजूदा और पूर्व जजों पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया था।
चेन्नई पुलिस की साइबर सेल ने 27 सितम्बर को मद्रास हाईकोर्ट के वकील की शिकायत पर पूर्व जज के खिलाफ मामला दर्ज किया था। मामले में एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि वकील की शिकायत से पहले मद्रास हाईकोर्ट के वरिष्ठ वकीलों द्वारा भारत के मुख्य न्यायाधीश एसए बोबडे को सीएस कर्णन के खिलाफ पत्र लिखा गया था। आरोप है कि एक वीडियो सामने आया,  जिसमें जस्टिस कर्णन ने कथित तौर पर महिलाओं के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी।
पूर्व जज सीएस कर्णन ने वीडियो में सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के कुछ जजों पर अदालतों की महिला कर्मचारियों और महिला जजों के यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। देश के प्रधान न्यायाधीश को लिखे गए वकीलों के पत्र में पूर्व जज सीएस कर्णन के बयानों को ‘हिंसा की भयावह कार्रवाई और सभी महिलाओं की गरिमा का अपमान’ और ‘महिलाओं से गहरा द्वेष’ करार दिया था। साथ ही इस पर कार्रवाई की मांग की गई थी।
2017 में अवमानना में करार दिए गए थे दोषी
न्यायपालिका और न्यायिक प्रक्रिया की अवमानना ​​के लिए सर्वोच्च अदालत की सात जजों की पीठ द्वारा दोषी पाए जाने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने मई 2017 में कर्णन को छह माह जेल की सजा सुनाई थी। उन्हें उस वक्त सजा मिली थी, जब उनका सेवा काल छह महीने बचा था। उन्होंने न्यायपालिका में व्याप्त कथित भ्रष्टाचार को लेकर आवाज़ उठाई थी। बाद में, जस्टिस कर्णन ने दावा किया था कि वह दलित समुदाय से हैं, इसलिए उनको निशाना बनाया गया।

सरकार संसद का विशेष सत्र बुलाकर तीन कृषि क़ानून वापस ले; आंदोलन जारी रहेगा,   इंडियन ट्रांसपोर्ट यूनियन भी साथ आई

किसानों ने सरकार को चेतावनी दी है कि यदि उसने उनकी मांग नहीं मानी तो उनका आंदोलन बड़ा रुख अख्तियार कर लेगा। किसानों ने कहा है कि समिति में उनकी रूचि नहीं है और तीनों क़ानून रद्द करना उनकी मुख्य मांग है। इस बीच अब देश के अन्य हिस्सों से भी किसान दिल्ली की तरफ कूच करने लगे हैं, जहां पहले ही लाखों किसान जमा हो चुके हैं।

किसान नेताओं ने आज शाम प्रेस कांफ्रेंस करके साफ़ कर दिया कि केंद्र से बातचीत के लिए किसानों की छोटी कमेटी नहीं बनेगी। उन्होंने कहा कि हम दस पेज तक का मसौदा सरकार को भेजेंगे। यदि सरकार नहीं मानेगी तो आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने मांग की है कि संसद का विशेष सत्र बुलाकर कृषि क़ानून को रद्द किये जाएं। किसानों ने कहा जब तक सरकार तीनों क़ानून वापस नहीं लेती तब तक ये आंदोलन ऐसे ही चलता रहेगा और अगर ऐसे ही चलता रहा तो आंदोलन और बड़ा होगा।

दिल्ली बॉर्डर पर किसान संगठनों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में आरोप लगाया कि सरकार लंबी चर्चा करके उन्हें टरकाने की कोशिश कर रही है। पांच दिसंबर को कॉरपोरेट के विरोध में देश व्यापी विरोध करेंगे। उस दिन सरकार समेत कारपोरेट के ख़िलाफ़ उग्र प्रदर्शन होगा। सात दिसंबर को खिलाड़ी भी किसानों के समर्थन में आएंगे और देश भर में अवार्ड वापसी का आंदोलन शुरू होगा।

उधर कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर किसानों का आंदोलन बुधवार को 7वें दिन भी जारी है। क्रांतिकारी किसान यूनियन के अध्यक्ष दर्शन पाल ने कहा कि सरकार कानूनों को खत्म करने के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाए। भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष स्वराज सिंह ने कहा – ‘हम सड़क पर नहीं बैठे हैं। प्रशासन ने बैरिकेड्स और जवान खड़े करके हमारा रास्ता रोका है और इसीलिए हम यहां रुके हैं। हमें यह जगह अस्थाई जेल जैसी लगती है और हमें रोका जाना गिरफ्तारी की तरह है। हम जैसे ही यहां से छूटे तो सीधा दिल्ली जाएंगे।’

भारत ने ऑस्ट्रेलिया से आखिरी मैच जीता लेकिन सीरीज 1-2 से हारा

कैनबरा के मनुका ओवल मैदान पर तीसरा और आखिरी एक दिवसीय मैच 13 रन से जीतकर भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में एकतरफा हार से खुद को । , भारत यह सीरीज 1-2 से हार गया। इस जीत का सेहरा ‘मैन आफ द मैच’ हार्दिक पांड्या के सर बंधा  जिन्होंने 76 गेंदों में शानदार 92 रन बनाए। ऑस्ट्रेलिया के स्टीव स्मिथ ‘मैन ऑफ द सीरीज’ चुने गए।

टॉस जीतकर भारत ने पहले बल्लेबाजी करते 50 ओवर में 5 विकेट खोकर 302 रन का बड़ा स्कोर बनाया और ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए 303 रन का लक्ष्य मिला। भारत के लिए हार्दिक पंड्या ने सर्वाधिक 92 रन बनाए। उन्होंने 76 गेंदों की अपनी नाबाद पारी में 7 चौके और 1 छक्का लगाया। हार्दिक ने जडेजा (66 नाबाद) के साथ छठे विकेट के लिए नाबाद 150 रन जोड़े। जडेजा ने 50 गेंदों की अपनी नाबाद पारी में 5 चौके, 3 छक्के लगाए। भारत के कप्तान विराट कोहली ने भी शानदार पारी  खेली और 63 रन बनाए।

भारत से मिले 303 रन के लक्ष्य का पीछा करने के लिए ऑस्ट्रेलिया की तरफ से आरोन फिंच और मार्नस लाबुशाने की जोड़ी मैदान पर उतरी। नियमित ओपनर डेविड वार्नर चोट की वजह से तीसरा वनडे नहीं खेल रहे हैं। पहला वनडे खेलने उतरे टी नटराजन ने लाबुशाने को बोल्ड कर भारत को पहली सफलता दिलाई और अपना पहला इंटरनेशनल विकेट भी हासिल किया।

कंगारू टीम की तरफ से कप्तान फिंच और मैक्सवेल ने अर्धशतक लगाए, लेकिन वो टीम को जीत नहीं दिला पाए। भारत की तरफ से शर्दुल ठाकुर ने तीन, बुमराह और  नटराजन ने दो-दो जबकि कुलदीप यादव व जडेजा ने एक-एक विकेट लिए।

सिंघु बार्डर पर किसानों की बैठक, 4 बजे करेंगे प्रेस कांफ्रेंस, बढ़ रहा उन्हें समर्थन

देश भर में लगातार मिल रहे समर्थन के बीच आंदोलनकारी किसानों ने बुधवार को सिंघु बार्डर में एक बैठक की है। इसमें उन्होंने भविष्य की रणनीति की चर्चा की जिसे लेकर वे 4 बजे प्रेस कांफ्रेंस करके सकी जानकारी देंगे। मंगलवार को किसानों के साथ सरकार के तीन मंत्रियों ने बात करके समिति का सुझाव दिया लेकिन किसानों ने इसे सिरे से खारिज कर दिया और अपनी मूल मांगें माने जाने तक आंदोलन जारी रखने का ऐलान  किया। इस बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज फिर किसानों का समर्थन करते हुए तीन कृषि कानून ख़त्म करने की मोदी सरकार से मांग की है।

लाखों किसान सिंघु और चिल्ला बार्डर पर शांति से आंदोलन में डटे हुए हैं। पिछले दो दिन में किसानों के आंदोलन को विदेशों से भी समर्थन मिलने की ख़बरें सामने आने लगी हैं, जबकि भारत में भी उनका समर्थन लगातार बढ़ता जा रहा है जिससे केंद्र सरकार दबाव में हैं। सिंघु बार्डर पर किसानों का प्रदर्शन सातवें दिन में प्रवेश कर चुका है। कल केंद्र सरकार के मंत्रियों से बातचीत फ्लॉप रहने के बाद आज किसानों ने सिंघू बॉर्डर पर एक बैठक की जिसमें 32 किसान संगठनों ने हिस्सा लिया। अब किसान नेता शाम चार बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करके अपने अगले फैसले के प्रति जानकारी देंगे।

यूपी से भी बड़ी संख्या में किसान अब दिल्ली की तरफ कुछ कर चुके हैं। हजारों यहाँ पहुँच चुके हैं और चिल्ला बार्डर पर जमा हैं। किसान संसद और जंतर मंतर जाने की मांग कर रहे हैं। दिल्ली पुलिस ने अवरोध लगा कर किसानों का रास्ता रोक दिया है।  भारतीय किसान यूनियन (भानु) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर भानु प्रताप सिंह ने मोदी  सरकार से किसान आयोग के गठन की मांग की है और कहा कि नौकरशाहों और नेताओं को इससे दूर रखा जाए।

इस बीच आज दिल्ली में गृहमंत्री अमित शाह के आवास पर एक बैठक हुई है। इसमें कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और रेलमंत्री पीयूष गोयल मौजूद रहे जो पिछले कल किसानों के साथ बैठक में उपस्थित थे। समझा जाता है दोनों ने बैठक में बातचीत की जानकारी शाह को दी है। किसानों के साथ 3 दिसंबर को भी एक बैठक प्रस्तावित है और यह अभी तय नहीं है कि किसान इसे लेकर क्या फैसला करते हैं।

हरियाणा में फोगाट खाप किसानों को समर्थन देने के लिए आज दिल्ली कूच करेगी। हरियाणा में एक निर्दलीय विधायक ने पिछले कल खट्टर सरकार से किसानों के मसले पर समर्थन वापस ले लिया था। किसानों ने साफ़ कहा कहा है कि सरकार को कानूनों पर चर्चा करने के लिए समिति बनाने की जरूरत नहीं क्योंकि किसान तीन कानूनों को ही वापस लेने की मांग कर रहे हैं।

तेंदुलकर को पीछे छोड़ विराट ने वन डे में सबसे तेज 12000 रन बनाए  

भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली ने बुधवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ केनबरा में तीसरे वन डे में अपनी 63 रनों की पारी के दौरान 23 रन बनाते ही वनडे इंटरनेशनल में सबसे तेज 12000 रन पूरे करने का विश्व रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया। करीब 32 साल के कोहली ने सबसे कम पारियों (242) में यह उपलब्धि हासिल की है जबकि उनसे पहले यह रेकॉर्ड सचिन तेंदुलकर के नाम था जिन्होंने कोहली से कहीं ज्यादा (300) पारियों में यह रेकॉर्ड बनाया था।

कोहली ने इस तरह एक और उपलब्धि अपने नाम दर्ज कर ली। अब कोहली एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे तेजी से 12000 रन बनाने वाले बल्लेबाज बन गए हैं। कोहली ने अपने 251 मैच की 241वीं पारी में 12000 एक दिवसीय रन पूरे किए। उन्होंने सचिन तेंडुलकर का रेकॉर्ड तोड़ा जिन्होंने 309 मैच की 300वीं पारी में 12000 वनडे रन पूरे किए थे।

बता दें तेंडुलकर ने 2003 वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के खिलाफ सेंचुरियन में खेली गई अपनी 98 रन की यादगार पारी में यह मुकाम हासिल किया था। कोहली 12000 वनडे इंटरनैशनल रन बनाने वाले दुनिया के छठे और भारत के दूसरे खिलाड़ी हैं।

कोहली को इस मैच से पहले 12000 के आंकड़े के लिए 23 रन की जरूरत थी। दूसरे मैच में ऐसा लग रहा था कि वह इसे हासिल कर लेंगे लेकिन वह 89 रन बनाकर आउट हो गए थे।

रेकॉर्ड्स के मुताबिक विराट कोहली (भारत) के अलावा भारत के सचिन तेंडुलकर,  ऑस्ट्रेलिया के रिकी पॉन्टिंग, श्रीलंका के कुमार संगाकारा, श्रीलंका के ही सनथ जयसूर्या और महेला जयवर्धने भी वन डे अंतर्राष्ट्रीय में 12000 रन बना चुके हैं। तेंडुलकर के बाद दूसरे नंबर पर ऑस्ट्रेलिया के रिकी पॉन्टिंग आते हैं जिन्होंने 2 अक्टूबर 2009 को इंग्लैंड के खिलाफ 12000 वनडे इंटरनैशनल रन पूरे किए। श्रीलंका के कुमार संगाकारा ने 359 मैचों में 336 पारियां, सनथ जयसूर्या ने 390वें मैच की 379 पारियों और महेला जयवर्धने ने 426 मैचों की 399 पारियों में 12000 वनडे इंटरनैशनल रन पूरे किए थे।

बेशक ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मौजूदा वनडे सीरीज टीम इंडिया ने गंवा दी है, तीसरे और आखिरी मुकाबले में विराट कोहली ने रेकार्ड बनाकर भारत को कुछ राहत दी। तीसरे मैच में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए 303 रन का लक्ष्य दिया है जबकि पहले दो मैचों में भारत क्रमश: 66 और 51 रनों से हार झेल चुका है।

बता दें विराट कोहली के नाम सबसे तेज 8000, 9000, 10000 और 11000 रन बनाने का रिकॉर्ड पहले से ही दर्ज है।

विराट वन डे में
विराट कोहली ने अब तक 251 वनडे मैचों की 242 पारियों में 59.31 की औसत से 12040 रन बनाए हैं। उन्होंने 43 शतक और 60 अर्धशतक जमाए हैं। सिर्फ सचिन तेंदुलकर शतकों के मामले में उनसे आगे हैं जिनके नाम वनडे करियर में 49 शतक हैं।

विराट की उपलब्धि पर आईसीसी का ट्वीट –
He has become the fastest batsman to reach the milestone, in just 242 innings ? #AUSvIND