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सीएम अमरिंदर गृह मंत्री शाह से मिले, किसानों के मसले जल्दी हल करने की अपील ; कहा इससे पंजाब का नुक्सान

पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टेन अमरिंदर सिंह ने गुरुवार को गृह मंत्री अमित शाह के साथ किसानों के मसले पर दिल्ली में मुलाकात की। बैठक के बाद अमरिंदर सिंह ने कहा कि उन्होंने बैठक में किसानों के मसले पर जल्दी हल निकालने की अपील सरकार से की है और कहा है कि आंदोलन लंबा खिंचने से पंजाब के लोगों को बड़ा नुक्सान झेलना पड़ रहा है।

दोनों के बीच करीब आधा घंटा बातचीत हुई। पहले यह बैठक सुबह 9 बजे होनी थी लेकिन बाद में इसका समय 12 बजे तय किया गया था। बैठक में किसानों के मसले पर बातचीत हुई है लेकिन किन मुद्दों को लेकर सरकार का क्या रुख रहा इसकी जानकारी अभी नहीं मिल पाई है।

उन्होंने कहा कि मसले का जल्दी हल निकलना चाहिए। उन्होंने किसानों से भी अपील की कि इसका जल्दी हल निकालने की कोशिश करें। अमरिंदर ने बताया कि उन्होंने कहा कि आंदोलन लंबा खींचने पर इसका फायदा आसामाजिक तत्व भी उठा सकते हैं लिहाजा इसका हल जल्दी निकलना चाहिए।

सीएम ने कहा कि देश की एकता के लिए भी इन मसलों का हल होना जरूरी है। अमरिंदर ने कहा – ‘हम चाहते हैं कि इनका हल निकलना चाहिए। किसानों से भी अपील है कि जल्दी हल निकले। इसका पंजाब की आर्थिक स्थिति पर असर पड़ रहा है और साथ ही राष्ट्रीय सुरक्षा पर भी।’

इस बैठक में कृषि महकमे के अधिकारी भी बैठक में उपस्थित थे। अमरिंदर ने कहा कि ‘मैं सिर्फ यह कहना आया हूं कि इस आंदोलन से पंजाब में मेरे लोगों का नुक्सान हो रहा है।’

अदालतों में ‘यौन उत्पीड़न’ की टिप्पणी पर हाईकोर्ट के पूर्व जज कर्णन गिरफ्तार

हाईकोर्ट के पूर्व जज जस्टिस सीएस कर्णन को चेन्नई में पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार कर लिया है। उनके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के कई मौजूदा और पूर्व जजों पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया था।
चेन्नई पुलिस की साइबर सेल ने 27 सितम्बर को मद्रास हाईकोर्ट के वकील की शिकायत पर पूर्व जज के खिलाफ मामला दर्ज किया था। मामले में एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि वकील की शिकायत से पहले मद्रास हाईकोर्ट के वरिष्ठ वकीलों द्वारा भारत के मुख्य न्यायाधीश एसए बोबडे को सीएस कर्णन के खिलाफ पत्र लिखा गया था। आरोप है कि एक वीडियो सामने आया,  जिसमें जस्टिस कर्णन ने कथित तौर पर महिलाओं के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी।
पूर्व जज सीएस कर्णन ने वीडियो में सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के कुछ जजों पर अदालतों की महिला कर्मचारियों और महिला जजों के यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। देश के प्रधान न्यायाधीश को लिखे गए वकीलों के पत्र में पूर्व जज सीएस कर्णन के बयानों को ‘हिंसा की भयावह कार्रवाई और सभी महिलाओं की गरिमा का अपमान’ और ‘महिलाओं से गहरा द्वेष’ करार दिया था। साथ ही इस पर कार्रवाई की मांग की गई थी।
2017 में अवमानना में करार दिए गए थे दोषी
न्यायपालिका और न्यायिक प्रक्रिया की अवमानना ​​के लिए सर्वोच्च अदालत की सात जजों की पीठ द्वारा दोषी पाए जाने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने मई 2017 में कर्णन को छह माह जेल की सजा सुनाई थी। उन्हें उस वक्त सजा मिली थी, जब उनका सेवा काल छह महीने बचा था। उन्होंने न्यायपालिका में व्याप्त कथित भ्रष्टाचार को लेकर आवाज़ उठाई थी। बाद में, जस्टिस कर्णन ने दावा किया था कि वह दलित समुदाय से हैं, इसलिए उनको निशाना बनाया गया।

सरकार संसद का विशेष सत्र बुलाकर तीन कृषि क़ानून वापस ले; आंदोलन जारी रहेगा,   इंडियन ट्रांसपोर्ट यूनियन भी साथ आई

किसानों ने सरकार को चेतावनी दी है कि यदि उसने उनकी मांग नहीं मानी तो उनका आंदोलन बड़ा रुख अख्तियार कर लेगा। किसानों ने कहा है कि समिति में उनकी रूचि नहीं है और तीनों क़ानून रद्द करना उनकी मुख्य मांग है। इस बीच अब देश के अन्य हिस्सों से भी किसान दिल्ली की तरफ कूच करने लगे हैं, जहां पहले ही लाखों किसान जमा हो चुके हैं।

किसान नेताओं ने आज शाम प्रेस कांफ्रेंस करके साफ़ कर दिया कि केंद्र से बातचीत के लिए किसानों की छोटी कमेटी नहीं बनेगी। उन्होंने कहा कि हम दस पेज तक का मसौदा सरकार को भेजेंगे। यदि सरकार नहीं मानेगी तो आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने मांग की है कि संसद का विशेष सत्र बुलाकर कृषि क़ानून को रद्द किये जाएं। किसानों ने कहा जब तक सरकार तीनों क़ानून वापस नहीं लेती तब तक ये आंदोलन ऐसे ही चलता रहेगा और अगर ऐसे ही चलता रहा तो आंदोलन और बड़ा होगा।

दिल्ली बॉर्डर पर किसान संगठनों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में आरोप लगाया कि सरकार लंबी चर्चा करके उन्हें टरकाने की कोशिश कर रही है। पांच दिसंबर को कॉरपोरेट के विरोध में देश व्यापी विरोध करेंगे। उस दिन सरकार समेत कारपोरेट के ख़िलाफ़ उग्र प्रदर्शन होगा। सात दिसंबर को खिलाड़ी भी किसानों के समर्थन में आएंगे और देश भर में अवार्ड वापसी का आंदोलन शुरू होगा।

उधर कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर किसानों का आंदोलन बुधवार को 7वें दिन भी जारी है। क्रांतिकारी किसान यूनियन के अध्यक्ष दर्शन पाल ने कहा कि सरकार कानूनों को खत्म करने के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाए। भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष स्वराज सिंह ने कहा – ‘हम सड़क पर नहीं बैठे हैं। प्रशासन ने बैरिकेड्स और जवान खड़े करके हमारा रास्ता रोका है और इसीलिए हम यहां रुके हैं। हमें यह जगह अस्थाई जेल जैसी लगती है और हमें रोका जाना गिरफ्तारी की तरह है। हम जैसे ही यहां से छूटे तो सीधा दिल्ली जाएंगे।’

भारत ने ऑस्ट्रेलिया से आखिरी मैच जीता लेकिन सीरीज 1-2 से हारा

कैनबरा के मनुका ओवल मैदान पर तीसरा और आखिरी एक दिवसीय मैच 13 रन से जीतकर भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में एकतरफा हार से खुद को । , भारत यह सीरीज 1-2 से हार गया। इस जीत का सेहरा ‘मैन आफ द मैच’ हार्दिक पांड्या के सर बंधा  जिन्होंने 76 गेंदों में शानदार 92 रन बनाए। ऑस्ट्रेलिया के स्टीव स्मिथ ‘मैन ऑफ द सीरीज’ चुने गए।

टॉस जीतकर भारत ने पहले बल्लेबाजी करते 50 ओवर में 5 विकेट खोकर 302 रन का बड़ा स्कोर बनाया और ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए 303 रन का लक्ष्य मिला। भारत के लिए हार्दिक पंड्या ने सर्वाधिक 92 रन बनाए। उन्होंने 76 गेंदों की अपनी नाबाद पारी में 7 चौके और 1 छक्का लगाया। हार्दिक ने जडेजा (66 नाबाद) के साथ छठे विकेट के लिए नाबाद 150 रन जोड़े। जडेजा ने 50 गेंदों की अपनी नाबाद पारी में 5 चौके, 3 छक्के लगाए। भारत के कप्तान विराट कोहली ने भी शानदार पारी  खेली और 63 रन बनाए।

भारत से मिले 303 रन के लक्ष्य का पीछा करने के लिए ऑस्ट्रेलिया की तरफ से आरोन फिंच और मार्नस लाबुशाने की जोड़ी मैदान पर उतरी। नियमित ओपनर डेविड वार्नर चोट की वजह से तीसरा वनडे नहीं खेल रहे हैं। पहला वनडे खेलने उतरे टी नटराजन ने लाबुशाने को बोल्ड कर भारत को पहली सफलता दिलाई और अपना पहला इंटरनेशनल विकेट भी हासिल किया।

कंगारू टीम की तरफ से कप्तान फिंच और मैक्सवेल ने अर्धशतक लगाए, लेकिन वो टीम को जीत नहीं दिला पाए। भारत की तरफ से शर्दुल ठाकुर ने तीन, बुमराह और  नटराजन ने दो-दो जबकि कुलदीप यादव व जडेजा ने एक-एक विकेट लिए।

सिंघु बार्डर पर किसानों की बैठक, 4 बजे करेंगे प्रेस कांफ्रेंस, बढ़ रहा उन्हें समर्थन

देश भर में लगातार मिल रहे समर्थन के बीच आंदोलनकारी किसानों ने बुधवार को सिंघु बार्डर में एक बैठक की है। इसमें उन्होंने भविष्य की रणनीति की चर्चा की जिसे लेकर वे 4 बजे प्रेस कांफ्रेंस करके सकी जानकारी देंगे। मंगलवार को किसानों के साथ सरकार के तीन मंत्रियों ने बात करके समिति का सुझाव दिया लेकिन किसानों ने इसे सिरे से खारिज कर दिया और अपनी मूल मांगें माने जाने तक आंदोलन जारी रखने का ऐलान  किया। इस बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज फिर किसानों का समर्थन करते हुए तीन कृषि कानून ख़त्म करने की मोदी सरकार से मांग की है।

लाखों किसान सिंघु और चिल्ला बार्डर पर शांति से आंदोलन में डटे हुए हैं। पिछले दो दिन में किसानों के आंदोलन को विदेशों से भी समर्थन मिलने की ख़बरें सामने आने लगी हैं, जबकि भारत में भी उनका समर्थन लगातार बढ़ता जा रहा है जिससे केंद्र सरकार दबाव में हैं। सिंघु बार्डर पर किसानों का प्रदर्शन सातवें दिन में प्रवेश कर चुका है। कल केंद्र सरकार के मंत्रियों से बातचीत फ्लॉप रहने के बाद आज किसानों ने सिंघू बॉर्डर पर एक बैठक की जिसमें 32 किसान संगठनों ने हिस्सा लिया। अब किसान नेता शाम चार बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करके अपने अगले फैसले के प्रति जानकारी देंगे।

यूपी से भी बड़ी संख्या में किसान अब दिल्ली की तरफ कुछ कर चुके हैं। हजारों यहाँ पहुँच चुके हैं और चिल्ला बार्डर पर जमा हैं। किसान संसद और जंतर मंतर जाने की मांग कर रहे हैं। दिल्ली पुलिस ने अवरोध लगा कर किसानों का रास्ता रोक दिया है।  भारतीय किसान यूनियन (भानु) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर भानु प्रताप सिंह ने मोदी  सरकार से किसान आयोग के गठन की मांग की है और कहा कि नौकरशाहों और नेताओं को इससे दूर रखा जाए।

इस बीच आज दिल्ली में गृहमंत्री अमित शाह के आवास पर एक बैठक हुई है। इसमें कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और रेलमंत्री पीयूष गोयल मौजूद रहे जो पिछले कल किसानों के साथ बैठक में उपस्थित थे। समझा जाता है दोनों ने बैठक में बातचीत की जानकारी शाह को दी है। किसानों के साथ 3 दिसंबर को भी एक बैठक प्रस्तावित है और यह अभी तय नहीं है कि किसान इसे लेकर क्या फैसला करते हैं।

हरियाणा में फोगाट खाप किसानों को समर्थन देने के लिए आज दिल्ली कूच करेगी। हरियाणा में एक निर्दलीय विधायक ने पिछले कल खट्टर सरकार से किसानों के मसले पर समर्थन वापस ले लिया था। किसानों ने साफ़ कहा कहा है कि सरकार को कानूनों पर चर्चा करने के लिए समिति बनाने की जरूरत नहीं क्योंकि किसान तीन कानूनों को ही वापस लेने की मांग कर रहे हैं।

तेंदुलकर को पीछे छोड़ विराट ने वन डे में सबसे तेज 12000 रन बनाए  

भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली ने बुधवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ केनबरा में तीसरे वन डे में अपनी 63 रनों की पारी के दौरान 23 रन बनाते ही वनडे इंटरनेशनल में सबसे तेज 12000 रन पूरे करने का विश्व रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया। करीब 32 साल के कोहली ने सबसे कम पारियों (242) में यह उपलब्धि हासिल की है जबकि उनसे पहले यह रेकॉर्ड सचिन तेंदुलकर के नाम था जिन्होंने कोहली से कहीं ज्यादा (300) पारियों में यह रेकॉर्ड बनाया था।

कोहली ने इस तरह एक और उपलब्धि अपने नाम दर्ज कर ली। अब कोहली एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे तेजी से 12000 रन बनाने वाले बल्लेबाज बन गए हैं। कोहली ने अपने 251 मैच की 241वीं पारी में 12000 एक दिवसीय रन पूरे किए। उन्होंने सचिन तेंडुलकर का रेकॉर्ड तोड़ा जिन्होंने 309 मैच की 300वीं पारी में 12000 वनडे रन पूरे किए थे।

बता दें तेंडुलकर ने 2003 वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के खिलाफ सेंचुरियन में खेली गई अपनी 98 रन की यादगार पारी में यह मुकाम हासिल किया था। कोहली 12000 वनडे इंटरनैशनल रन बनाने वाले दुनिया के छठे और भारत के दूसरे खिलाड़ी हैं।

कोहली को इस मैच से पहले 12000 के आंकड़े के लिए 23 रन की जरूरत थी। दूसरे मैच में ऐसा लग रहा था कि वह इसे हासिल कर लेंगे लेकिन वह 89 रन बनाकर आउट हो गए थे।

रेकॉर्ड्स के मुताबिक विराट कोहली (भारत) के अलावा भारत के सचिन तेंडुलकर,  ऑस्ट्रेलिया के रिकी पॉन्टिंग, श्रीलंका के कुमार संगाकारा, श्रीलंका के ही सनथ जयसूर्या और महेला जयवर्धने भी वन डे अंतर्राष्ट्रीय में 12000 रन बना चुके हैं। तेंडुलकर के बाद दूसरे नंबर पर ऑस्ट्रेलिया के रिकी पॉन्टिंग आते हैं जिन्होंने 2 अक्टूबर 2009 को इंग्लैंड के खिलाफ 12000 वनडे इंटरनैशनल रन पूरे किए। श्रीलंका के कुमार संगाकारा ने 359 मैचों में 336 पारियां, सनथ जयसूर्या ने 390वें मैच की 379 पारियों और महेला जयवर्धने ने 426 मैचों की 399 पारियों में 12000 वनडे इंटरनैशनल रन पूरे किए थे।

बेशक ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मौजूदा वनडे सीरीज टीम इंडिया ने गंवा दी है, तीसरे और आखिरी मुकाबले में विराट कोहली ने रेकार्ड बनाकर भारत को कुछ राहत दी। तीसरे मैच में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए 303 रन का लक्ष्य दिया है जबकि पहले दो मैचों में भारत क्रमश: 66 और 51 रनों से हार झेल चुका है।

बता दें विराट कोहली के नाम सबसे तेज 8000, 9000, 10000 और 11000 रन बनाने का रिकॉर्ड पहले से ही दर्ज है।

विराट वन डे में
विराट कोहली ने अब तक 251 वनडे मैचों की 242 पारियों में 59.31 की औसत से 12040 रन बनाए हैं। उन्होंने 43 शतक और 60 अर्धशतक जमाए हैं। सिर्फ सचिन तेंदुलकर शतकों के मामले में उनसे आगे हैं जिनके नाम वनडे करियर में 49 शतक हैं।

विराट की उपलब्धि पर आईसीसी का ट्वीट –
He has become the fastest batsman to reach the milestone, in just 242 innings ? #AUSvIND

शिरडी साईं मंदिर में दर्शन के लिए ड्रेस कोड ‘अनिवार्य’

महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में स्थित प्रसिद्ध शिरडी में साईं बाबा मंदिर में भी अब ड्रेस कोड का नियम लागू कर दिया गया है। दरअसल, शिरडी साईं ट्रस्ट को कई सारे श्रद्धालुओं की ओर से शिकायतें मिली थीं कि कुछ भक्त आपत्तिजनक ड्रेस पहनकर पूजा अर्चना के लिए पहुंच रहे हैं।

इसके बाद ट्रस्ट को लगा कि इसके लिए भारतीय परिधान का नियम बनाना चाहिए। हालांकि ट्रस्ट की ओर से कहा गया है कि भक्तों के लिए ड्रेस कोड अनिवार्य नहीं किया गया है, पर उनसे ऐसी ही अपेक्षा की गई है। भक्तों से उम्मीद जताई गई है कि वे शालीन तरीके से भारतीय संस्कृति वाले परिधान में आएं।

मंदिर के ट्रस्टियों ने महज अपील कहा है। मंदिर में ड्रेस को लेकर शिकायतें मिलने के बाद मंदिर प्रांगण में मराठी, हिंदी और अंग्रेजी में बैनर लगाए गए हैं कि लोग भारतीय परिधान में ही दर्शन करने आएं। वहीं, मंदिर प्रबंधकों का कहना है कि मंदिर पवित्र स्थल है, इसलिए हमने श्रद्धालुओं से शालीन पोशाक में या भारतीय संस्कृति वाले परिधान में आने की गुजारिश की है।

बैठक में किसानों ने कृषि कानूनों को ‘डेथ वारंट’ बताते हुए सरकार के समिति के प्रस्ताव को ठुकराया, 3 दिसंबर को चौथे दौर की बैठक

आंदोलनकारी किसानों के साथ बैठक बेनतीजा होती लग रही है। सरकार के तीन मंत्रियों ने एक समिति बनाने का सुझाव रखा जिसमें कृषि विशेषज्ञों, किसानों के अलावा सरकार के भी प्रतिनिधि होंगे। लेकिन जानकारी के मुताबिक किसानों ने इस समिति के सुझाव पर कहा है कि उन्हें समिति में कोई दिलचस्पी नहीं और उन्होंने इस प्रस्ताव को सिरे से खारिज कर दिया है। अलवत्ता उन्होंने मोदी सरकार के कृषि कानूनों को ‘डेथ वारंट’ बताते हुए साफ़ कर दिया है कि आंदोलन जारी रहेगा। साथ ही उन्होंने तीनों कृषि क़ानून वापस लेने और एमएसपी को कानूनी मान्यता देने की मांग पर जोर दिया है। बैठक के बाद कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर ने कहा तीन दौर की बातचीत हुयी है और चौथे की 3 दिसंबर को होगी।

‘तहलका’ की जानकारी के मुताबिक मंत्रियों ने किसान प्रतिनिधियों से समिति में शामिल करने के लिए 4-5 नाम मांगे लेकिन किसानों ने समिति के प्रस्ताव को बहुत उत्साह के साथ स्वीकार नहीं किया और इसे खारिज कर दिया है। सरकार ने यह तक कहा कि समिति हर रोज बैठक करके बात कर सकती है। लेकिन किसानों ने मोदी सरकार के कृषि कानूनों को ‘डेथ वारंट’ जैसा बताया है। किसान नेताओं ने बैठक में साफ़ कर दिया है कि उनकी मांगों के हिसाब से नतीजे आने तक आंदोलन रोका नहीं जाएगा।

सरकार की तरफ से पहले इस बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह बात करने वाले थे लेकिन इस मसले पर अध्यक्ष जेपी नड्डा के घर हुई भाजपा नेताओं की बैठक में कृषि मंत्री के नेतृत्व में बात करने का फैसला हुआ।

भाजपा नेताओं की राय थी कि वरिष्ठ नेताओं को बैठक में भेजने से कहीं यह संदेश न जाए कि सरकार दबाव में हैं, लिहाजा कृषि मंत्री तोमर के साथ दो और मंत्रियों पियूष गोयल और राज्य मंत्री सोमप्रकाश की टीम बनाई गयी। इसका एक और कारण भविष्य में किसी संभावित बैठक के लिए वरिष्ठ मंत्रियों की ऑप्शन बनाये रखना था। सुबह नड्डा के घर हुई इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह दोनों शामिल हुए थे।

अभी तक की जानकारी के मुताबिक सरकार के मंत्रियों ने मामले को खींचने की कोशिश की और समिति बनाने पर जोर दिया लेकिन किसान नेता इसपर बिलकुल सहमत नहीं हुए और उन्होंने कहा कि समिति बनाने का समय तो कब का गुजर चुका है। अब तो फैसला करने का समय है। क़ानून वापस करने और एमएसपी को कानूनी दर्जा देने का समय है।

जेके के बालाकोट सेक्टर में पाकिस्तानी गोलीबारी में बीएसएफ जवान शहीद

जम्मू कश्मीर में बालाकोट सेक्टर में मंगलवार दोपहर पाकिस्तानी गोलीबारी में एक जवान शहीद हो गया। पिछले काफी समय से पाकिस्तान की तरफ से लगातार युद्ध  विराम का उल्लंघन किया जा रहा है।

जानकारी के मुताबिक मंगलवार को बालाकोट सेक्टर में पाकिस्तान की तरफ से गोलीबारी की गयी जिसका भारतीय सेना ने मुहंतोड़ जवाब दिया है। हालांकि, पाकिस्तानी गोलीबारी में बीएसएफ का एक जवान शहीद हो गया है।

हाल के समय में पाकिस्तानी गोलीबारी में भारतीय सेना और सुरक्षा बलों के करीब 15 जवान और नागरिक शहीद हो चुके हैं। अब मंगलवार को फिर पाकिस्तान ने युद्धविराम का उल्लंघन किया और गोलीबारी की।

यह माना जाता है कि सर्दियों में पाकिस्तानी गोलीबारी का मकसद आतंकवादियों की घुसपैठ करवाना भी रहता है। हाल के दिनों में भारतीय सुरक्षा बलों ने इस तरह की घुसपैठ के कई प्रयास असफल करते हुए कई आतंकिओं को मौत के घाट उतारा है।

कांग्रेस छोड़ चुकीं उर्मिला मातोंडकर शिव सेना में शामिल, पार्टी बना सकती है उन्हें विधान परिषद की सदस्य

फिल्म अभिनेत्री उर्मिला मातोंडकर मंगलवार को शिव सेना में शामिल हो गईं। उर्मिला ने 2019 का लोकसभा चुनाव कांग्रेस के टिकट पर लड़ा था लेकिन हार गयी थीं। बाद में उन्होंने पार्टी छोड़ दी थी। आज उन्होंने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की मौजूदगी में शिवसेना की सदस्यता हासिल कर ली।

उर्मिला के शिव सेना में जाने की अटकलें कुछ दिन से लग रही थीं। उनसे पहले कांग्रेस की ही एक महिला नेता प्रियंका चतुर्वेदी भी कुछ महीने पहले शिव सेना में शामिल हो गयी थीं जो अब राज्य सभा सदस्य हैं। पता चला है कि शिव सेना उर्मिला मातोंडकर को विधान परिषद् में राज्यपाल कोटे से नामित करवा सकती है।

वैसे उर्मिला का राजनीतिक अनुभव बहुत पुराना नहीं है लेकिन वे कांग्रेस के साथ काफी समय से जुड़ी रही हैं। उन्होंने 2019 में कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा का चुनाव लड़ा था और बाद में पार्टी छोड़ दी थी।

मांतोंडकर ने यह लोकसभा चुनाव मुंबई उत्तरी सीट से कांग्रेस टिकट पर लड़ा था। हार के बाद उर्मिला ने कांग्रेस की मुंबई इकाई के कामकाज के तरीके पर सवाल उठाए थे। बाद में उर्मिला ने कांग्रेस छोड़ दी थी। हाल में उन्होंने मुंबई की तुलना पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) से करने के लिए सह फिल्म नेत्री कंगना रणौत की कड़ी निंदा की थी।

रिपोर्ट्स के मुताबिक अब शिवसेना उर्मिला को विधान परिषद में ‘एडजस्ट’ कर सकती है। पार्टी ने राज्यपाल बीएस कोश्यारी के पास मांतोंडकर का नाम विधान परिषद में राज्यपाल कोटे से नामित करने की सिफारिश की है। वैसे महाराष्ट्र विधान परिषद् के लिए महाविकास अघाडी ने कुल 12 नाम भेजे हैं, जिनमें एक उर्मिला का भी है।