पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को सोमवार शाम कोरोना पॉजिटिव होने के बाद एम्स, दिल्ली में भर्ती किया गया है। याद रहे मनमोहन सिंह (88) को कोरोना की दोनों डोज लग चुकी हैं। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और कई अन्य नेताओं ने सिंह के जल्द स्वस्थ होने की कामना की है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद दिल्ली एम्स में भर्ती किया गया है। मनमोहन सिंह को कोरोना की दोनों डोज लग चुकी हैं लेकिन वे इसके बाद भी वह कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं।
पूर्व पीएम को एम्स में ट्रामा सेंटर में भर्ती किया गया हैऔर उनका ईलाज किया जा रहा है। मनमोहन सिंह के संक्रमित होने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी , कमलनाथ और दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया समेत कई नेताओं ने ट्वीट कर जल्द स्वस्थ होने की कामना की है। दिल्ली में भी कोरोना के ग्राफ में तेजी से बढ़ोतरी रात 10 बजे से 26 अप्रैल तक लॉक डाउन लगाने की घोषणा की जताई है।
कोरोना की दोनों डोज़ ले चुके पूर्व पीएम मनमोहन सिंह पॉजिटिव हुए, एम्स में भर्ती
दिल्ली में कोरोना की दहशत से, अब अपने घर गांव जाने को मजबूर है लोग
देश में बढ़ते कोरोना के बीच लोगों में इस बात की दहशत हो रही है। कि आने वाले दिनों में कोरोना का कहर ना रूका तो, वो कहां जायेगे और क्या करेगें। देश के सरकारी और निजी अस्पतालों में कोरोना मरीजों के लिये बिस्तरों की कमी पड़ रही है। कई अस्पतालों में तो आँक्सीजन के अभाव में मरीज दम तोड़ रहे है। बताते चलें दिल्ली में आज तीस हजार के आस –पास मरीजों की संख्या पहुंचने पर, दिल्ली में रह रहे बिहार, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश सहित अन्य राज्यों के लोगों में दहशत है।
उत्तर प्रदेश के जिला बलिया निवासी तेजेन्द्र कुमार ने बताया कि दिल्ली में कोरोना के मामलों में इजाफों हो रहा है और मौतों का आंकड़ा बढ़ रहा है। ऐसे में वे अपने घर- गांव जाने को मजबूर है। मध्य प्रदेश के जिला छतरपुर के नौगांव तहसील के निवासी जगदीश का कहना है कि देश में कोरोना की कहर लोगों में डर पैदा कर रही है। जगदीश के परिजनों का कहना है कि जो भी शुभ और अशुभ हो अपने घर गांव में हो । इस लिये वे अब अपना काम धंधा बंद कर हमेशा के लिये नौगांव जा रहे है। जगदीश 5 साल से दिल्ली में गन्ना का रस बेचतें थे। अब धंधा भी चौपट हो रहा है। मकान का किराया निकालना मुश्किल हो रहा था।
बिहार निवासी प्रभु रंजन का कहना है कि कोरोना का कहर अब महीनों तक का नहीं है । बल्कि सालों साल का है। दिल्ली में ऐसे तामाम लोग है जिन्होंने तहलका संवाददाता को बताया कि वे सालों साल से रेहड़ी पटरी लगाकर काम करके अपने घर परिवार का अच्छे से पालन पोषण करते रहे है। लेकिन पिछले साल 2020 में कोरोना काल के लाँकडाउन को तो सहन कर गये थे। लेकिन इस बार का कोरोना तो पूरी तरह से धंधा पानी को चौपट कर रहा है और स्वास्थ्य से खेल रहा है। इसलिये मजबूरी में वे दिल्ली को छोड़ कर अपने घर –गांव जाने को मजबूर है।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री येदियुरप्पा दोबारा संक्रमित, अस्पताल में भर्ती
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा दोबारा से कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। उन्हें बेंगलुरु की अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर जानकारी देते हुए बताया कि ‘हल्का बुखार आने के बाद मैंने कोरोना जांच करवाई और मेरी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
उन्होंने लिखा- मैं ठीक हूं, डॉक्टरों की सलाह पर अस्पताल में भर्ती हो रहा हूं। मैं उन सभी से अनुरोध करता हूं जो हाल के दिनों में मेरे संपर्क में आए हैं। वे सतर्क रहें और एकांतवास में रहें। ऐसे लोगों को जांच जरूर करवा लेनी चाहिए।
इससे पहले 77 वर्षीय येदियुरप्पा पिछले साल दो अगस्त को कोरोना संक्रमित पाए गए थे। उस समय भी उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था। बाद में रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद राहत की सांस ली थी। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री ने तेज बुखार और थकान के बाद वीरवार को बेलगावी में उपचुनाव प्रचार के लिए निर्धारित अपना दौरा छोटा कर दिया था। इससे पहले आज उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री के. सुधाकर और शीर्ष अधिकारियों के साथ करीब डेढ़ घंटे तक राज्य में कोविड-19 के हालात पर आपातकालीन बैठक की अध्यक्षता की थी और 18 अप्रैल को सर्वदलीय बैठक बुलाने की बात कही थी।
कर्नाटक में कोरोना के नए मामलों में तेजी से बढ़ोतरी देखी जा रही है। एक दिन पहले राज्य में 14,738 नए मामले आए थे और 66 मरीजों की मौत हुई थी। स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि कर्नाटक में संक्रमितों की कुल संख्या 11.09 लाख हो गई है और अब तक 13,112 लोग जान गंवा चुके हैं।
देश में ऑक्सीजन की कमी और आपूर्ति पर पीएम ने की बैठक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में चिकित्सा ग्रेड की ऑक्सीजन की कर्मी की तमाम खबरों के बीच पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए शुक्रवार को समीक्षा बैठक की। पीएमओ के ओर से जारी बयान के अनुसर, बैठक के दौरान स्वास्थ्य, औद्योगिक नीति एवं संवर्धन विभाग, इस्पात, सड़क परिवहन व अन्य मंत्रालयों की ओर से संबंधित जानकारियां प्रधानमंत्री से साझा की गई। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने सभी मंत्रालयों के बीच आपसी समन्वय और राज्य सरकारों के साथ सहयोग सुनिश्चित करने को कहा।
मोदी ने देश में ऑक्सीजन आपूर्ति की वर्तमान स्थिति और कोरोना से प्रभावित 12 राज्यों में अगले 15 दिनों में इसके अनुमानित इस्तेमाल की स्थिति की समीक्षा की है। बता दें कि देश में कोरोना से सबसे ज्यादा 12 राज्य प्रभावित हैं। इसमें महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, गुजरात, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान शामिल हैं। गौरतलब है कि सरकार ने विदेशों से ऑक्सीजन आयत करने का फैसला किया है।










