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कृषि कानून के विरोध में 4 अप्रैल को आप पार्टी की महापंचायत

कृषि कानून के विरोध में आम आदमी पार्टी (आप) आगामी 4 अप्रैल को हरियाणा के जींद जिले महापंचायत करेगी। यह जानकारी तहलका संवाददाता को आप पार्टी हरियाणा के सहप्रभारी व राज्य सभा सांसद सुशील गुप्ता ने दी।

उन्होंने बताया कि इस महासभा को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवील संबोधित करेगे। सुनील गुप्ता का कहना है कि किसान आंदोलन में शामिल किसानों को डराया और धमकाया जा रहा है। झूठे मुकदमें में फंसाया जा रहा है।आप पार्टी के कार्यकर्ता किसान आंदोलन में बैठे किसानों की सेवा कर रहे है। सुशील गुप्ता का कहना कि किसानों की आवाज आप पार्टी संसद से लेकर सड़क तक उठाती रही है और आज भी उठा रही है। किसानों की आवाज बुलंद करने के लिये और उनके अधिकारों के लिये अरविन्द केजरीवाल हरियाणा जा रहे है। ताकि समय रहते किसानों को  उनके अधिकार मिल सकें।

केन्द्र की भाजपा मोदी सरकार लगातार किसानों पर दमनकारी नीतियों के तहत किसानों परेशान कर रही है। किसानों के विरोध में कृषि कानूनों को थोप कर किसानों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। लेकिन आम आदमी पार्टी ऐसा नहीं होने देगी। और तब तक संघर्ष करेगी जब तक कृषि कानून वापस नहीं हो जाता है।

कोरोना के कहर से बेरंग हुई होली : बेरौनक बाजार, व्यापारी संकट में

कोरोना का कहर देश में तेजी से बढ़ने लगा है। कोरोना की अगर सबसे अधिक दुश्मनी है तो वो होली के पर्व से। दिल्ली के व्यापारियों ने तहलका संवाददाता को बताया कि पिछले साल 2020 में होली के पर्व पर कोरोना के कारण ना तो बाजारों में रंगों की बिक्री हुई ना ही चाइनीज पिचकारियों की जो दिल्ली के बाजारों में होली के पर्व के 15 दिनों पहले से सजने लगती थी।

दिल्ली के व्यापारी मोहन गुप्ता का कहना है कि कोरोना के कारण देश में जान –माल का नुकसान हो रहा है। सदर बाजार एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश यादव का कहना है कि होली का त्यौहार आते ही कोरोना का कहर लोगों के बीच कहर बनकर टूटने लगता है। बाजारों में नाम मात्र की पिचकारी बिक रही है। रंग की बिक्री भी नहीं हो रही है। लोगों में अजीब से डर है। जबकि होली के त्यौहार के पहले ही बाजारों में रौनक दिखने लगती थी।

लेकिन इस बार बाजारों में मायूसी देखने को मिल रही है। करोड़ो का नुकसान हो रहा है। दिल्ली –एनसीआर में छोटे-बड़े बाजारों में होली के सामान ना के बराबर देखने को मिल रहे है। व्यापारी जगत सेठ का कहना है कि कोरोना का कहर अगर त्यौहार पर ऐसा ही टूटता रहा तो देश की आर्थिक स्थिति बिगड़ने के साथ –साथ देश का छोटा और मझौला व्यापारी का व्यापार जरूर चौपट हो जायेगा। वैसे ही व्यापार की हालत बिगड़ी हुई है।

दिवंगत कांग्रेस अध्यक्ष की पत्नी सहित दो नेताओं को बिना पूछे भाजपा टिकट, दोनों ने कर दिया लड़ने से साफ़ मना

बंगाल विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि और अमित शाह की रणनीति के बूते 200 सीट जीतने का दावा कर रही भाजपा को टिकट वितरण (टीएमसी के नेताओं को टिकट देने) से जहाँ अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं के जबरदस्त विरोध का सामना करना पड़ रहा है, वहीं प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष की पत्नी को टिकट देकर उसे काफी शर्मिंदगी झेलनी पड़ी है क्योंकि उन्होंने भाजपा का टिकट लेने से साफ़ मना कर दिया है। यही नहीं एक और वरिष्ठ नेता तरुण साहा ने भी भाजपा टिकट ठुकरा दिया है और कहा कि भाजपा ने अपनी तरफ से ही उन्हें टिकट दे दिया और उनसे बात तक नहीं की गयी।
मामला पश्चिम बंगाल कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष, दिवंगत सोमेन मित्रा की पत्नी शिखा चौधरी मित्रा को भाजपा टिकट देने का है। भाजपा ने उन्हें चौरांगी सीट से टिकट घोषित कर दिया था। लेकिन भाजपा को तब बहुत शर्मिंदगी झेलनी पड़ी जब शिखा चौधरी ने यह टिकट ठुकरा दिया और कहा कि बिनापूछे कैसे भाजपा ने उन्हें टिकट दे दिया। शिखा चौधरी ने बाकायदा एक वीडियो जारी करके अपनी उम्मीदवारी से इनकार कर दिया और कहा कि इसके लिए उनसे अनुमति नहीं ली गई थी।
यही नहीं एक और वरिष्ठ नेता तरुण साहा ने भी भाजपा टिकट ठुकरा दिया है और कहा कि भाजपा ने अपनी तरफ से ही उन्हें टिकट दे दिया और उनसे बात तक नहीं की गयी।
अब भाजपा के इस तरह बिना पूछे शिखा चौधरी तो टिकट देने और उनके मना करने के बाद अब टीएमसी नेता महुआ मोइत्रा ने आरोप लगाया है कि भाजपा ने दो और नेताओं को भी अपनी तरफ करने की कोशिश की थी मोइत्रा के मुताबिक भाजपा ने उन्हें पार्टी में शामिल होने और चुनाव लड़ने का ऑफर दिया था, लेकिन दोनों नेताओं ने उनके ऑफर को ठुकरा दिया। भाजपा पर तंज कस्ते हुए मोइत्रा ने एक ट्वीट में कहा – ‘क्या यही बीजेपी का ‘आसोल परिवर्तन’  है। इससे साफ पता चलता है कि केंद्र के ‘आसोल परिवर्तन’ का असली मतलब क्या है।’
उधर बंगाल कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष दिवंगत सोमेन मित्रा की पत्नी शिखा मित्रा तो भाजपा टिकट के मामले में उनके पुत्र और पश्चिम बंगाल कांग्रेस के महासचिव रोहन मित्रा ने एक वीडियो शेयर किया, जिसमें शिखा मित्रा ने कहा कि ‘मैं बीजेपी के लिए चुनाव में नहीं खड़ी होउंगी और मेरी उम्मीदवारी की खबर बिल्कुल गलत है।’ मित्रा के बेटे ने कहा कि, जब उन्हें टिकट मिलने की खबर आई, उस वक्त वे सो रही थीं और जैसे ही उन्हें इस बात का पता चला, उन्होंने इससे इनकार कर दिया। रोहन ने कहा – ‘मेरी मां चुनाव में खड़ी नहीं हो रही हैं। भाजपा के लिए तो बिल्कुल भी नहीं। इसके लिए हमसे अनुमति तक नहीं ली गई।’
बता दें फिलहाल शिखा मित्रा, आधिकारिक रूप से टीएमसी की सदस्य हैं और  राजनीति में उनकी गतिविधियों 2014 में विधायक के पद से इस्तीफा देने के बाद से ही ठप्प हैं। हाल में टीएमसी से भाजपा में गए सुवेंदु अधिकारी ने उनसे घर जाकर  मुलाकात की थी जिसके बाद उनके भाजपा में जाने के अटकलें लगी थीं।
रोहन मित्रा के मुताबिक सुवेंदु अधिकारी ने उनसे भाजपा में शामिल होने और पार्टी टिकट पर चुनाव लड़ने का आग्रह किया था। उनकी मां ने कहा था कि वे इस प्रस्ताव पर विचार करेंगई और अगले ही दिन उन्होंने मना भी कर दिया था। इसके बावजूद भाजपा ने अपनी तरफ से ही उन्हें टिकट दे दिया। मित्रा ने कहा कि उनकी मां सक्रिय राजनीति से दूर रहना चाहती हैं और ‘सोमेन मित्रा फाउंडेशन’ के जरिए जरुरतमंद लोगों की मदद करना चाहती हैं।
मित्रा ने कहा कि सुवेंदु अधिकारी से उनके पारिवारिक संबंध जरूर हैं और उनकी मां ने तो 2014 में भाजपा का टिकट ऑफर ठुकरा दिया था। मित्र ने कहा – ‘हम अपने पिता सोमेन मित्रा की विरासत (कांग्रेस) के साथ हैं। हम जहां भी हैं, खुश हैं।’

किसान आंदोलन में कूदेगें स्कूली छात्र, किसान आंदोलन को समाप्त करने की साजिश को रोकेगे

किसानों के आंदोलन में स्कूली छात्र शामिल होगें और तब तक आंदोलन में भाग लेगें जब तक कृषि कानून वापस नहीं हो जाता है। किसान आंदोलन में महिलाओं ने भाग लिया है। अब तक किसानों के परिजन ही किसान आंदोलन में आर –पार की लड़ाई में शामिल है। पर अब वे स्कूली छात्र  जो, खास कर किसान परिवार  तक से नहीं है। दिल्ली यूनिवर्सिटी के छात्रों के साथ-साथ हाई स्कूल और इंटरमीडियट के छात्र भी शामिल होगे।

हाई स्कूल में पढ़ने वाले छात्र विमल कुमार का कहना है कि उनके पास कोई खेती बाड़ी नहीं है। लेकिन आंदोलन को देखते हुये और सरकार की हठ नीति के कारण देश में जो नुकसान हो रहा है। उसके लिये सरकार की दमन कारी नीतियां ही जिम्मेदार है। सरकार की जिद के कारण देश का किसान परेशान है। उनकी मांगों को सरकार कुचल रही है। जिससे देश के किसानों में एक भय है। कि देश का अन्नदाता आज अपने ही अधिकारों के लिये जूझ रहा है। सरकार सुनने को राजी तक नहीं है।

तहलका संवाददाता को स्कूली छात्र राकेश सिंह, सुमेश कुमार सहित अन्य छात्रों ने बताया कि देश के किसान अपने बच्चों के साथ आंदोलन में आ रहे है। राकेश टिकैत और नरेश टिकैत के छोटे –छोटे बच्चे आंदोलन में आ रहे है। तो देश के अन्य बच्चें क्यों शामिल नहीं हो सकते है।स्कूली छात्रों ने आशंका व्यक्त करते हुये कहा है कि कोरोना की आड़ में देश की शिक्षा चौपट तो कर दी गयी है । उसी तरह अब किसान आंदोलन को चौपट करने की साजिश रची जा रही है। जिसको अब स्कूली छात्र कभी सफल नहीं होने देगें।

नंदीग्राम में केंद्रिय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की रैली में हमला, कार्यकर्ता घायल

नंदीग्राम में केंद्रिय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की रैली में भारतीय जनता पार्टी (BJP) कार्यकर्ताओं पर हमला कराया गया है। बताया जा रहा है कि ये हमला तृणमूल कांग्रेस (TMC) कार्यकर्ताओं द्वारा कराया गया है।

धर्मेंद्र प्रधान की यह चुनावी रैली नंदीग्राम के सोनचुरा में हो रही थी। घायल कार्यकर्ता को केंद्रीय मंत्री ने हॉस्पिटल पहुंचाया। पूरे मामले की जानकारी देकर चुनाव आयोग से हिंसा रोकने की मांग की गई है।

गौरतलब है कि हमले में एक भाजपा कार्यकर्ता बुरी तरह जख्मी हुआ है।  नंदीग्राम-1 दक्षिण मंडल के युवा मोर्चा अध्यक्ष पूरन चन्द्र पात्रो का सिर फटा है।

माना जा रहा है, चुनावों में तृणमूल कांग्रेस को भारतीय जनता पार्टी की कठिन चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। पश्चिम बंगाल में 294 सीटों के लिए इस बार चुनावी माहौल काफी गरम है।

राज्‍य में आठ चरणों में वोटिंग होनी है। पश्चिम बंगाल में पहले चरण की वोटिंग 27 मार्च को होगी और 29 अप्रैल को अंतिम राउंड की वोटिंग होगी। वोटों की गिनती दो मई को होगी और इसी दिन परिणाम घोषित किए जाएंगे।

 

 

 

परमबीर सिंह का तबादला, हेमंत नंगराले मुंबई के नए पुलिस कमिश्नर

मुकेश अंबानी की सुरक्षा से जुड़े मामले में मुंबई के पुलिस कमिश्‍नर परम बीर सिंह को मुंबई पुलिस प्रमुख पद से हटा दिया गया है। इस बात की घोषणा महाराष्‍ट्र सरकार द्वारा बुधवार को की गई।

हेमंत नंगराले मुंबई के नए पुलिस कमिश्नर बनाए गए हैं जबकि परमबीर सिंह को होमगार्ड का डीजी बनाया गया है। मुकेश अंबानी मामले में एक पुलिस अफसर के गिरफ्तारी और सामने आए सनसनीखेज खुलासों का खामियाजा परम बीर सिंह को भुगतना पड़ा है।

पुलिस अधिकारी सचिन बजे की गिरफ्तारी के बाद इस मामले में मुंबई के पुलिस महकमे में शीर्ष स्‍तर पर यह बदलाव आया है।

गौरतलब है कि मुकेश अंबानी के मुंबई स्थित निवास एंटीलिया के पास विस्‍फोटक से लदी SUV लावारिस हालत में पाए जाने के मामले में राष्‍ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने पिछले सप्‍ताह पुलिस अधिकारी सचिन बजे को गिरफ्तार किया था।

विस्फोटक लदे वाहन की बरामदगी मामले की जांच कर रही एन. आई. ए ने गिरफ्तार पुलिस अधिकारी सचिन वजे के दफ्तर की भी तलाशी ली है। इस मामले में एन. आई. ए ने एक काली मर्सिडीज कार को भी जब्त किया है।

दिल्ली के जंतर-मंतर पर आम आदमी पार्टी का प्रदर्शन

दिल्ली के जंतर-मंतर पर बुधवार को आम आदमी पार्टी (आप) द्वारा संसद में एनसीटी एक्ट से संबंधित एक बिल के विरोध में प्रदर्शन किया जा रहा है। इस प्रदर्शन में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, आप पार्टी के सांसद, विधायक, मंत्री, पार्षद व अन्य सभी कार्यकर्ता भाग लेंगे।

दिल्ली के कैबिनेट मंत्री गोपाल राय ने प्रेसवार्ता को संबोधित कर कहा कि, “केंद्र सरकार इस विधेयक को लाकर दिल्ली की सरकार को कमज़ोर करना चाहती है। यदि यह विधेयक पास होता है तब सारी शक्तियां उपराज्यपाल के पास होंगी।

हाल ही में हुए दिल्ली के विधानसभा चुनाव में भाजपा को करारी हार का सामना करना पड़ा व लगातार लोग आप का समर्थन कर रहें है। जिसके चलते भाजपा परेशान है। और इसीलिए वह इस विधेयक को लाकर दिल्ली पर नियंत्रण पाने की कोशिश कर रही है।“

यह बिल साफतौर पर उपराज्यपाल को मिलने वाली शाक्तियों को बढ़ाता है। केंद्र सरकार द्वारा यह बिल लाने के उपरांत किसी भी प्रकार के बिल या फिर कानून बनाने के लिए दिल्ली सरकार को उपराज्यपाल से अनुमति की आवश्यकता होगी।

आपकों बता दें, आम आदमी पार्टी (आप) के साथ-साथ कांग्रेस भी लगातार इस बिल का विरोध कर रही है। व इस बिल के विरोध में कांग्रेस भी बुधवार को प्रदर्शन करेगी।

भाजपा सांसद का शव दिल्ली स्थित आवास पर लटका मिला

हिमाचल प्रदेश के मंडी से भाजपा सांसद रामस्वरूप शर्मा बुधवार को दिल्ली स्थित अपने आवास पर संदिग्ध हालात में मृत पाए गए। फंदे से लटके सांसद को राममनोहर लोहिया अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। दिल्ली पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
पिछले महीने ही सात बार के निर्दलीय सांसद ने मुम्बई के एक होटल में खुदकुशी कर ली थी। शर्मा के निधन के कारण आज होने वाली भाजपा संसदीय दल की बैठक को रद्द कर दिया गया है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि सांसद के एक स्टाफ ने सुबह 8.30 बजे जानकारी दी कि आरएमएल अस्पताल के पास गोमती अपार्टमेंट में भाजपा सांसद रामस्वरूप शर्मा ने आत्महत्या कर ली है। घटनास्थल पर जब अधिकारी पहुंचे तो उनका कमरा अंदर से बंद था। दरवाजा तोड़कर खोला गया को उनका शव फंदे से लटका मिला। रामस्वरूप शर्मा मंडी से दूसरी बार सांसद चुने गए थे।
फिलहाल उनकी खुदकुशी के कारण का पता नहीं चल सका है। वहीं, लोकसभा में रामस्वरूप शर्मा और मनोहर लाल सैनी को श्रद्धांजलि देने के बाद बुधवार को सदन की कार्यवाही दोपहर एक बजे तक के लिए स्थगित तक दी गई।
निर्दलीय सांसद का होटल में मिला था शव
मुंबई के एक होटल में गत 22 फरवरी को दादरा नगर हवेली के सांसद मोहन भाई सांजीभाई डेलकर का शव मिला था। मरीन ड्राइव स्थित होटल में डेलकर के शव के साथ ही गुजराती में लिखा सुसाइड नोट भी बरामद किया गया था। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
महाराष्ट्र और गुजरात से सटे केंद्रशासित प्रदेश दादरा और नागर हवेली से सात बार के लोकसभा सांसद 58 वर्षीय डेलकर ने अफसरों के प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था। कई दलों ने संसद सत्र में भी डेलकर की मौत मामले की जांच कराए जाने और इसमें संलिप्त अफसरों पर कार्रवाई की मांग की है।

उत्तर प्रदेश के पंचायत चुनाव के रास्ते, 2022 विधानसभा चुनाव के बदलाव की तैयारी में किसान

उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव में भले ही आरक्षण को लेकर पेंच फंसा हो लेकिन, प्रत्याशियों के बीच चुनावी माहौल दिन व दिन गर्म होता जा रहा है। बताते चले कि 2020 में कोरोना के कारण पंचायत के चुनाव होने थे। लेकिन लाँक डाउन के कारण चुनाव ना हो सकें।

तहलका संवाददाता को उत्तर प्रदेश के पंचायत चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों ने बताया कि इस बार का चुनाव देश की और उत्तर प्रदेश की राजनीति में अहम् भूमिका निभाने वाले है। इस लिहाज से प्रदेश में चुनाव में चाहे वर्ष 2015 के आधार पर हो या 2021 के आरक्षण के आधार वाले योगी सरकार के आरक्षण वाले फार्मूले के आधार पर हो। इससे चुनाव में पंचायत के चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों पर कोई असर पड़ने वाला नहीं है।

पंचायत का चुनाव लड़ने वाले नेता धीरज सिंह ने बताया कि इस बार के चुनाव में केन्द्र और उत्तर प्रदेश सरकार की नीतियों और बढ़ती महंगाई को चुनावी मुद्दा बनाया जायेगा। जो कि अभी तक ग्राम पंचायत के चुनाव में नहीं होता था। बताते चले ग्राम पंचायत के रास्ते प्रदेश के नेता आगामी 2022 के विधान सभा चुनाव की राजनीति तय करना चाहते है। क्योंकि इस बार ग्राम पंचायत के चुनाव में किसान आंदोलन को चुनाव में प्रमुखता से सपा , कांग्रेस, और अन्य राजनीतिक दल बढ़े जोर शोर से चुनाव में मुद्दा बनाएंगे।

कांग्रेस पार्टी के नेता अमरीश रंजन ने बताया कि उत्तर प्रदेश के पंचायत चुनाव से ही प्रदेश की योगी सरकार की सारी राजनीति सामने आ जायेगी क्योंकि योगी सरकार में किसान और मजदूर परेशान ही नहीं बल्कि दुखी है। इसलिये ग्रामीण नेता ये चाहते है कि जैसे भी जल्दी चुनाव हो ताकि प्रदेश और देश  की राजनीति नया रास्ता खुल सकें।

मौजूदा वक्त में किसान आंदोलन और बढ़ती मंहगाई के कारण देश के किसानों को काफी परेशानी का समाना करना पड़ रहा है। जिसके कारण गांव के किसान बदलाव के मूड़ में है। किसानों का कहना है कि पंचायत के चुनाव में ही 2022 के बदलाव की आहट् सुनाई देगी।

अभिनेत्री गौहर खान दो महीने तक नहीं कर सकेंगी शूटिंग

मुंबई में फिल्म कामगारों की सबसे बड़ी संस्था फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लायज (एफडब्लूआईसीई) ने मंगलवार को फिल्म अभिनेत्री गौहर खान पर  दो महीने तक शूटिंग लिए प्रतिबंध लगा दिया है। इस दौरान अभिनेत्री का फिल्मी कार्यों से जुड़े सभी तरह की गतिविधियों में हिस्सा नहीं ले सकेंगी। दरअसल, गौहर पर आरोप है कि कोरोना संक्र्रमित होने के बावजूद शूटिंग करती रहीं। इससे दूसरे कलाकारों पर संक्रमित होने का खतरा रहा।
गौहर खान ने कथित रूप से कोवडि-19 नियमों का पालन नहीं किया और पूरी यूनिट को खतरे में डाला। इस मामले में गौहर खान के खिलाफ आपराधिक केस भी दर्ज किया गया है। इस बीच, कुछ लोगों ने मामले में गौहर खान की गलती नहीं होने की बात भी कही।
हाल ही में विवादों में रही वेब सीरीज ‘तांडव’ में काम कर चुकीं अभिनेत्री गौहर खान के खिलाफ मुंबई शहर की महानगर पालिका ने सोमवार को आपराधिक मामला दर्ज कराया था। बीएमसी ने गौहर खान के घर का निरीक्षण करने पर पाया था कि कोरोना संक्रमित होने की रिपोर्ट आने के बाद भी उन्होंने क्वारंटीन अवधि के दौरान घर पर रहने की अनिवार्यता का पालन नहीं किया। अपने घर पर रहकर पूरी नहीं की। इतना ही नहीं, गौहर पर निगेटिव रिपोर्ट हासिल करने का भी आरोप है।
बता दें कि पिछले दो हफ्तों से देशभर में खासकर महाराष्ट्र, पंजाब, मध्य प्रदेश, गुजरात में तेजी से कोरोना संक्रमण के मामले बढ़े हैं। महाराष्ट्र में लगातार बढ़ रहे कोरोना के मामलों से एक बार फिर फिल्म उद्योग पर प्रभावित होने की आशंका में एफडब्लूआईसीई बेहद चिंतित है। इससे लाखों लोगों की रोजी रोटी चलती है। फिल्मों, टीवी सीरियल और वेब सीरीज की शूटिंग शुरू हो जाने के बाद अब धीरे-धीरे इंडस्ट्री गति पकड़ ही रही है, कि मामले फिर से बढ़ने शुरू हो गए हैं।
ऐसे हालात में किसी भी संक्रमित शख्स के शूटिंग में शामिल होने को बेहद गंभीरता से लिया गया है और आगे भी लिया जाएगा। इस बारे में फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लाईज (एफडब्लूआईसीई) की मंगलवार बैठक हुई। काफी विचार-विमर्श के बाद इस नतीजे पर पहुंचे कि उन पर दो महीने का प्रतिबंध लगा दिया है। इस अवधि के बाद भी कोई फिल्म, टीवी या सीरीज निर्माता उनसे काम ले सकेगा या नहीं, इस बारे में फिर से निर्देश जारी किया जाएगा।

इसका मतलब ये है कि गौहर खान जिस किसी भी फिल्म, सीरियल या वेब सीरीज में बीएमसी की सीमा के अंदर काम करेंगी, उस पर फेडरेशन से संबद्ध किसी भी यूनियन का कर्मचारी काम नहीं करेगा। फेडरेशन ने ये चेतावनी भी दी है कि अगर कोई निर्माता इस बारे में गौहर खान की मदद करता पाया गया तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।