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गली -गली में भाजपा और आप पार्टी का जश्न

उत्तर प्रदेश सहित चार राज्यों में मिली भाजपा को जीत और पंजाब में आप पार्टी को मिली ऐतिहासिक जीत से दोनों पार्टी के नेता और कार्यकर्ता  दिल्ली की गली -गली में होली जैसा मश्न मनाया जा रहा है। लोग जीत की खुशी एक दूसरे को रंग और गुलाल लगा कर बधाई दे रहे है।बताते चलें इस बार दूसरे राज्य की जीत का असर पहली बार ऐसा देखा जा रहा  है। कि भाजपा और आप पार्टी के नेता दिल्ली में अपनी-अपनी पार्टी के झंडे और बैनर को लेकर घूम रहे है। जबकि जानकारों का कहना है कि पहले भी कई राज्यों में जीत होती थी। लेकिन दिल्ली में गली-गली इस तरह का जश्न नहीं मनाया जाता था। लेकिन अब बार इस लिये मनाया जा रहा है क्योंकि दिल्ली में अलगे ही महीने एमसीडी के चुनाव हो सकते है। और  एमसीडी के चुनाव में आप पार्टी और भाजपा के बीच चुनावी मुकाबला हो सकता है। सो दोनों दलों के नेता अभी से दिल्ली चुनावी माहौल बनाने में लगे है।क्योंकि दोनों दल के नेता इस बार दावा कर रहे है। कि उनकी ही एमसीडी में जीत होगी। दिल्ली की राजनीति के जानकार आशुतोष तिवारी का कहना है कि  एमसीडी का चुनाव दिल्ली की राजनीति में अहम है। क्योंकि दिल्ली में कहने को तो विधायक बड़ा होता है। लेकिन जमीनी स्तर पर दिल्ली की राजनीति में एमसीडी के चुने हुये नेताओं(पार्षद) की अच्छी खासी चलती है।सो इस लिहाज से दिल्ली की राजनीति का आधार एमसीडी की राजनीति से माना जाता है।उन्होंने बताया कि इस बार कांग्रेस जरूर चर्चा में नहीं है। लेकिन कांग्रेस का कहना है कि हम चुनाव हारे है। मनोबल नहीं हारे है। हमारा मनोबल एमसीडी का चुनाव जरूर जीत दिलाएंगा।कांग्रेस और आप पार्टी को एमसीडी में दिल्ली की जनता नहीं लाएगी। कांग्रेस को मौका देगी और दिल्ली में रूके हुये विकास को गति देगी।

कश्मीर हेलीकॉप्टर हादसे में सेना के पायलट की मौत, दूसरा घायल

कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास के पास शुक्रवार को सेना के हेलीकॉप्टर हादसे में पायलट की मौत हो गयी है जबकि को-पायलट गंभीर हालत में अस्पताल में  भर्ती है। यह हेलीकॉप्टर सेना के एक बीमार कर्मी को लाने जा रहा। था

रिपोर्ट्स के मुताबिक सेना का चीता हेलीकॉप्टर उत्तरी कश्मीर के गुरेज सेक्टर के तुलियाल इलाके में हादसे का शिकार हुआ। हादसे में सेना के एक पॉयलट की मौत हो गई। सह-पायलट गंभीर रूप से घायल है। सेना के एक प्रवक्ता के मुताबिक  हादसे से पहले हेलीकॉप्टर ने गुजरान, बरौब में आगे की पोस्ट के साथ संचार संपर्क खो दिया था।

हादसे की आशंका होते ही तुरंत सेना ने हेलीकॉप्टर की खोज शुरू कर दी। दुर्घटनाग्रस्त हेलीकॉप्टर का मलबा बर्फ से ढके गुजरान इलाके में पाया गया। हादसे के बाद 92 बेस अस्पताल में एक पायलट मेजर संकल्प यादव ने दम तोड़ दिया। वह 29 साल के थे। मेजर यादव 2015 में कमीशन हुए थे और राजस्थान के जयपुर के रहने वाले थे।

रिपोर्ट्स में दूसरे पायलट की हालत नाजुक बताई गयी है। फिलहाल वह आईसीयू में है। हादसे के कारणों का पता किया जा रहा है। हादसे की जगह पूरी तरह से बर्फ से ढकी है।

सपा की हार का कारण बना अत्याधिक आत्मविश्वास का होना

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी (सपा) के चुनाव में हारने की वजह अगर है तो वह है अत्याधिक आत्मविश्वास का होना है। क्योंकि सपा के नेताओं से लेकर चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों के बीच ये मैसेज कूट-कूट कर भर हुआ था। कि भाजपा का विकल्प अगर है। तो वह सपा है।
ऐसे में सपा के नेताओं ने चुनावी महामसर में अपना चुनाव कई सीटों पर लापरवाही से लड़ा है। जिसका नतीजा चुनाव हार में दिखा है। सपा के नेता ने तहलका को बताया कि मुलायम सिंह के परिवार की अंर्तकलह की लड़ाई जो 2017 में खुलकर दिखी थी। वो अंर्तकलह इस चुनाव में जरूर खुलकर नहीं दिखी लेकिन अंर्तकलह रही है। जिससे परिवार के नेता चुनाव प्रचार में कम दिखे है। और तो और सपा मुखिया अखिलेश यादव को ये भी विस्वास था। उनके साथ जो नेता और प्रत्याशी भाजपा को छोड़कर आ रहे है। उससे सपा का वोट बैंक बढ़ रहा है। लेकिन ऐसा माहौल में ही दिखा है। लेकिन धरातल पर कुछ असर नहीं दिखा।
अखिलेश यादव ने जिस अंदाज में पश्चिमी उत्तर में रालोद के नेता ज्यंत चौधरी से तालमेल किया था। कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के साथ-साथ उन्हें जाट बाहुल्य क्षेत्र से भी लाभ मिलेगा। लेकिन इसका भी कोई लाभ नहीं मिल सका। समाजवादी के कुछ नेता ऐसे है। जो चुनाव के पहले ही तटस्थ नेता की भूमिका में दिख रहे थे। और वे मौके की तलाश में थे। कि अगर उन्हे किसी अन्य दल से बुलावा आता है तो वे  दूसरे दल में जा सकते है। वहीं चुनावी महसमर में देखने को मिला है। मुलायम सिंह के समय के नेता जो कट्टर समाजवादी नेता थे। उन्होंने भी भाजपा का दामन थाम लिया। सूत्रों की माने तो अखिलेश यादव के कुछ खास लोग ही भाजपा को जिताने के लिये पर्दे के पीछे काम करते रहे है। जिसकी भनक अखिलेश यादव तक को नहीं लग सकी। और भाजपा अपने में कामयाब हो गयी। 

एमसीडी चुनाव पर दिखेगा, उत्तर प्रदेश में भाजपा और पंजाब में आप पार्टी का असर !

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा को मिली जीत से भाजपा के नेता और कार्यकर्ता  गदगद है। तो वहीं आप पार्टी के नेता पंजाब में मिली जीत से गदगद है। इन दोनों पार्टियों के नेताओं ने दिल्ली में जश्न मनाया और बताया कि अब दिल्ली के अगामी एमसीडी चुनाव में उनकी जीत पक्की है।
दिल्ली में पंजाबी वोटरों और उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल मतदाताओं की अच्छी-खासी तादाद है। इस लिहाज से दोनों दलों के नेता अपने-अपने पक्ष में राजनीतिक समीकरण साधने में लगे है। दोनों राज्यों में कांग्रेस का कोई जनाधार ही नहीं नहीं दिखा। जिससे कांग्रेस हासिये पर अब दिखने लगी है।
चुनाव परिणाम के पहले कांग्रेस के हौंसले दिल्ली एमसीडी के चुनाव को लेकर बुलंद थे। कांग्रेस को उम्मीद थी। उनकी पंजाब में तो सरकार बनेगी ही। और उत्तर प्रदेश सहित अन्य राज्यों में कांग्रेस अच्छा प्रदर्शन करेगी। लेकिन ऐसा कुछ कांग्रेस नहीं कर सकी जिससे कांग्रेस के नेताओ का मनोबल बढ़ सकें।
जानकरों का कहना है कि सियासत में एक जीत से दूसरे का ताल्लुक कभी-कभार मेल नहीं खाता है। इसलिये एमसीडी चुनाव को लेकर कुछ कहा नहीं जा सकता है। कि कांग्रेस का एमसीडी के चुनाव में खराब प्रदर्शन हो सकता है।
दिल्ली एमसीडी के चुनाव की तारीख फिलहल टाली जा चुकी है। संभवता चुनाव अप्रैल माह के अंत मे हो सकते है। या फिर मई के महीनें में हो सकते है। चुनाव जरूर गर्मी होगे। लेकिन दिल्ली की सियासत में अभी से गर्मी का तापमान दिखने लगा है। दिल्ली की राजनीति के जानकार पवन कुमार का कहना है कि फिलहाल जिस तरह का माहौल दिख रहा उस लिहाज से भाजपा और आप पार्टी के बीच ही चुनाव हो सकता है। क्योंकि दोनों दलों के नेताओं में चुनावी महक कुछ ज्यादा आ रही है। 

भाजपा और आप पार्टी के कार्यालय पर जश्न और कांग्रेस कार्यालय में सन्नाटा

पांच राज्यों के विधानसभा के चुनाव परिणाम आज घोषित किये गये है। जिसमें उत्तर प्रदेश, मणिपुर, उत्तराखंड और गोवा में भाजपा को मिली जीत और पंजाब में आप पार्टी को मिली एतिहासिक जीत पर आप पार्टी कार्यालय और भाजपा के कार्यालय पर जश्न मनाया गया और मिठाईंयां खिलाई गयी। वहीं कांग्रेस को इन राज्यों में मिली करारी हार के कारण कांग्रेस कार्यालय में सन्नाटा देखा गया है।
बताते चलें आप पार्टी के नेताओं का कहना है कि पंजाब में जीत हासिल कर आप पार्टी ने ये साबित कर दिया है। उसकी ईमानदार पार्टी वाली की छवि है।जो आप पार्टी चुनाव में जनता से वादा करती है। उसको चुनाव में जीत के बाद हर हाल में पूरा करती है। आप पार्टी की जीत से गदगद कार्यकर्ताओं ने कहा कि आगामी दिल्ली नगर निगम के चुनाव में आप पार्टी की जीत निश्चित है।
वहीं भाजपा मुख्यालय में जीत के जश्न में कार्यकर्ता जम कर झूमें। भाजपा के नेताओं ने कहा कि उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में भाजपा की दोबारा वापसी हुई है। जो अपने आप में इतिहास है। उनका कहना है कि उत्तर प्रदेश में सपा को बुरी हार का सामना करना पड़ा। क्योंकि वो जिन्ना की राजनीति कर रहे थे। और भाजपा देश के विकास और प्रदेश के विकास की राजनीति करती है। इसलिये जनता भाजपा को दोबारा चुना है। उन्होंने जनता को धन्यवाद देते हुये कहा कि ये जनता की जीत है।
वहीं कांग्रेस कार्यालय में सन्नाटा देखने को मिला है। कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता का कहना है कि अब कांग्रेस में बड़े बदलाव की जरूरत है। पार्टी में नेता हो या कार्यकर्ता हो जब तक जिम्मेदारी तय नहीं होगी तब तक कांग्रेस में सुधार नहीं होगा। उन्होंने कहा कि दिल्ली के एमसीडी के चुनाव को लेकर कांग्रेस  को अभी से पार्टी की नीतियों को जनता तक ले जाना होगा। क्योंकि कांग्रेस को अपने खोये हुये जनाधार को पाने के लिये बड़ी मेहनत की जरूरत है। 

मतगणना रुझानों में भाजपा की बल्ले-बल्ले, पंजाब में आप आगे  

देश के पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों में अभी तक के मतगणना रुझानों में भाजपा चार राज्यों में अपने प्रतिद्वंदियों से काफी आगे है जबकि पंजाब में अरविन्द केजरीवाल की आम आदमी पार्टी का जादू चल गया है। उत्तर प्रदेश में अभी तक के कड़े मुकाबले के कयासों के विपरीत भाजपा बड़े बहुमत से सत्ता में लौटती दिख रही है। यह पहली बार होगा कि यूपी में कोइ पार्टी सत्ता में लगातार दूसरी बार लौट रही। है।

सुबह 10 बजे तक के रुझानों के मुताबिक उत्तर प्रदेश में भाजपा 367 के रुझानों में 248 जबकि सपा 115 और कांग्रेस 6 पर आगे चल रहे थे। बसपा चौथे नंबर पर है उसकी 5 सीटों पर बढ़त है। वहां भाजपा के सभी बड़े सभी बड़े नेता जीत रहे हैं जबकि विपक्ष के कई

पंजाब में केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (आप) सभी 117 सीटों के रुझानों में 85 सीटों जबकि सत्तारूढ़ कांग्रेस महज 17 और अकाली दल 10 सीटों पर आगे है। भाजपा और  साथियों को महज 4 सीटों पर बढ़त है। वहां मुख्यंमत्री चरणजीत सिंह चन्नी दोनों सीटों पिछड़ रहे हैं।  प्रदेश कांग्रेस

उत्तराखंड में सभही 70 सीटों के रुझान में भाजपा 46 और 20 सीटों पर आगे है।

गोवा में सभी 40 सीटों के रुझान में भाजपा 20 और कांग्रेस 12 सीटों पर आगे है। टीएमसी भी 4 सीटों पर आगे है।

मणिपुर में सभी 60 सीटों के रुझान में भाजपा 26, कांग्रेस 13, एनपीपी 7, जेडीयू 5  सीटों पर आगे है।

इस तरह यह नतीजे एग्जिट पोल के हिसाब से ही दिख रहे हैं। भाजपा ने नतीजों में जिस तरह की बढ़त बनाई है उससे 2024 के लोकसभा चुनाव में उसको मनोवैज्ञानिक लाभ मिलेगा।

बुन्देलखंड में भाजपा और सपा के बीच रस्साकशी जारी रूझान में

उत्तर प्रदेश के हिस्से वाले बुन्देलखंड की 19 विधानसभा वाली सीटों में सुबह 10 बजे तक के रूझानों में सपा और भाजपा के बीच काफी कांटे की टक्कर रही है। भाजपा को बुन्देलखंड में 2017 में 19 में 19 सीटो पर जीत मिली थी।
इस बार 2022 के चुनाव के पहले भी भाजपा को लगने लगा था कि चुनाव में 2017 वाला दबदबा नहीं रहेगा। फिलहाल जो भी रूझान भाजपा के पक्ष में आ रहे है।उससे भाजपा काफी खुश है।भाजपा के नेताओं ने तहलका को बताया कि जिस प्रकार विरोधी दल भाजपा की हार को लेकर जो बातें कर रहे थे। वे सारी बातें व्यर्थ गयी है।
सपा का मानना है जब तक पूरी तरह से चुनाव परिणाम घोषित नहीं हो जाते है। तब तक कुछ कहा नहीं जा सकता है। खैर चुनाव में जो भी परिणाम बुन्देलखंड में सामने आये । पर पूरे प्रदेश मेंं भाजपा की ही सरकार बन रही है। इससे भाजपा गदगद है।जहां तक बसपा और कांग्रेस का सवाल है। सो इन दोनों के नेताओं और चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों का पहले ही पता चल गया था। कि चुनाव में उनका बुन्देलखंड में कोई जनाधार नहीं दिख रहा है।लेकिन बसपा और कांग्रेस  ने यहां चुनाव अपने अस्तित्व बनाये रखने के लिये ही लड़ा था। 
सबसे चौंकाने वाली बात तो ये है कि प्रदेश में बुन्देलखंड राज्य को लेकर जरूर भाजपा के विरोध में जो माहौल बना था। लेकिन वो सारा का सारा माहौल धरा का धरा ही रह गया है। लोगों ने दोबारा भाजपा के पक्ष में अपना मतदान कर बता दिया है कि प्रदेश में योगी बाबा की सरकार बनेगी। सुबह  से ही बुन्देलखंड के नेताओं के बीच सरकार बनाने के लेकर हलचल तेज हो गयी थी। बुन्देलखंड में चुनाव परिणामों के बीच रूझान आ रहे थे। तब सपा और भाजपा के बीच काफी तीखीं झड़पें हुई है। और ईवीएम मशीनों  पर हेरा-फेरी के आरोप लगाये गये। 

सुप्रीम कोर्ट से राजीव गांधी हत्या के दोषी पेरारीवलन को जमानत

सर्वोच्च न्यायालय ने बुधवार को पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या के मामले में  दोषी पेरारीवलन को जमानत दे दी। सर्वोच्च अदालत ने साथ ही तमिलनाडु सरकार की सितंबर 2018 की रिहाई की सिफारिश पर फैसला न लेने को लेकर राज्यपाल पर सवाल उठाया है।

पेरारीवलन पिछले 32 साल से जेल में है। आज सुनवाई के दौरान रिहाई की सिफारिश पर सवाल उठाते हुए सर्वोच्च अदालत ने कहा कि क्या इस संबंध में राज्य के राज्यपाल का कोई विवेक है? राज्यपाल की तरफ से 2 साल 5 महीने बाद राष्ट्रपति को राज्य सरकार की सिफारिश भेजने की भी सर्वोच्च अदालत ने आलोचना की।

याद रहे पेरारीवलन को टाडा अदालत और सुप्रीम कोर्ट ने मौत की सजा सुनाई थी।  बाद में उसकी दया याचिका की सुनवाई में हुई देरी के चलते उसकी मौत की सजा को उम्र कैद में बदल दिया गया था। तमिलनाडु सरकार ने पेरारीवलन की उम्र कैद को भी खत्म कर रिहा करने के लिए प्रस्ताव पास किया था।

फिलहाल यह मामला राज्यपाल और राष्ट्रपति के पास लंबित है। अब सर्वोच्च अदालत  ने पेरारीवलन को जमानत दे दी है। इसका आदेश देते हुए कोर्ट ने कहा कि जेल में रहते हुए उसके आचरण, शैक्षिक योग्यता और बीमारी के आधार पर जमात दी जा रही है।

आज शाम 5 बजे होगी निकाय चुनाव कार्यक्रम की घोषणा

आज शाम 5 बजे राज्य चुनाव आयोग (एसईसी)  दिल्ली में तीन नगर निगमों (272 वार्ड) के चुनावों के कार्यक्रम की घोषणा करेगा। घोषणा में नामांकन की तारीख, उनकी जांच, उम्मीदवारी वापस लेने, मतदान की तारीख समेत मतगणना की विस्तृत जानकारी दी जाएगी।

मंगलवार को चुनाव के लिए समीक्षा बैठक करने वाले एसईसी अधिकारियों ने कहा कि, मतदाता सूची में संशोधन और मतदान केंद्रों की पहचान जैसी सभी तैयारियां पूरी की जा चुकी है। साथ ही मतदान 23 अप्रैल से पहले होने की संभावना है।

आपको बता दें, चुनाव की तैयारियों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस महीनों पहले से ही लगी है। वर्ष 2017 में भाजपा ने 272 वार्डों मे से 181 जीतकर तीनों निगमों पर अपनी सत्ता वापसी की थी। इसी के साथ आप पार्टी दूसरे और कांग्रेस तीसरे नंबर पर रही थी। पिछले 15 साल से नगर निकाय चुनाव में बीजेपी का दबदबा रहा है।

वर्ष 2020 में लगातार दूसरी बार दिल्ली में सरकार बनाने वाली आप पार्टी भाजपा को निकाय चुनावों में हराने के लिए सभी संभव प्रयास कर रही है। हालांकि भाजपा, आप और कांग्रेस के अलावा बहुजन समाज पार्टी (बसपा), बिहार की सत्ताधारी जनता दल (यूनाइटेड) पार्टियां दिल्ली के नगरपालिका चुनावों में अपने उम्मीदवार उतारती है।

फिलहाल देश में उत्तर प्रदेश सहित पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की हवा चल रही है। पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजे 10 मार्च (यानी कल) को घोषित होने है। इसके बाद नगर निगम के चुनाव होंगे।

दो साल बाद, 27 मार्च से फिर से शुरू होंगी अंतरराष्ट्रीय उड़ान संचालन सेवाएं

कोविड-19 के चलते दो साल से बंद अंतरराष्ट्रीय उड़ान संचालन 27 मार्च से फिर से शुरू होगा। सरकार का यह फैसला कोरोना महामारी के मामलों में गिरावट के चलते मंगलवार को लिया गया है। जिसमें अंदर व बाहर सभी अंतरराष्ट्रीय विमान सेवाएं को शुरू किया जाएगा।

भारत ने 23 मार्च 2020 को निर्धारित अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को निलंबित करने का फैसला किया था। हालांकि जुलाई 2020 से 37 देशों के साथ एक तथाकथित एयर बबल व्यवस्था के तहत भारत के साथ 37 देशों के बीच विशेष अंतरराष्ट्रीय उड़ानें संचालित रही।

नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि, “हितधारकों के साथ विचार-विमर्श और कोविड-19 केस लोड में गिरावट को ध्यान में रखते हुए, हमने 27 मार्च से अंतरराष्ट्रीय यात्रा फिर से शुरू करने का फैसला किया है। और इस कदम के साथ मुझे विश्वास है कि यह क्षेत्र नयी ऊंचाइयों को छुएगा।“

हालांकि, मंत्रालय के एक बयान ने निर्णय को और स्पष्ट करते हुए कहा कि, “दुनिया भर में बढ़े टीकाकरण कवरेज पर आधारित है।“

रेटिंग एजेंसी आईसीआरए के अनुसार घटती ओमाइक्रोन लहर के परिणामस्वरूप घरेलू हवाई यात्री यातायात में लगभग 19 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। जो कि जनवरी 2022 में 6.4 मिलियन थी वह अब फरवरी 2022 में बढ़कर लगभग 7.6 मिलियन रही।

आपको बता दें, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के बुधवार के डाटा के अनुसार भारत में कोविड-19 टीकाकरण कवरेज 179.33 करोड़ से अधिक हो गया है। पिछले 24 घंटों में 18.69 लाख से अधिक वैक्सीन डोज दी जा चुकी है। इसी के साथ रिकवरी रेट 98.69 प्रतिशत है। बीते 24 घंटों में नए मामलों की संख्या 4,575 है।