Home Blog Page 539

जम्मू एयरपोर्ट टेक्निकल एरिया में धमाके ने सुरक्षा एजेंसियों को गहरी चिंता में डाला, ड्रोन का भी इस्तेमाल होने की आशंका

कश्मीर के नेताओं से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बैठक के तीन दिन के भीतर शनिवार-रविवार की आधी रात को जम्मू एयरपोर्ट के टेक्निकल एरिया में धमाके की घटना ने सुरक्षा एजेंसियों को गहरी चिंता में डाल दिया है। यह घटना तब हुई है जब इस जगह में आधुनिक तकनीक और उच्चतम क्षमता वाले गैजेट्स लगे हैं और किसी भी हरकत को इनमें पकड़ा जा सकता है। इस घटना में भारतीय वायुसेना के दो जवान घायल हुए हैं। सुरक्षा एजेंसियों ने इसके आतंकी घटना होने की संभावना से इंकार नहीं किया है।
अभी तक की  जांच में सामने आया है कि एयरपोर्ट क्षेत्र में विस्फोटक पहुंचाने के लिए संभवता ड्रोन इस्तेमाल किये गए हैं। राष्ट्रीय जांच दल (एनआईए) की टीम मौके पर पहुँच गयी है और उसने कुछ साक्ष्य जुटाए हैं। एयरपोर्ट अधिकारियों के मुताबिक वहां सभी फ्लाइट्स का संचालन सामान्य चल रहा है, हालांकि, ऑपरेशनल कारणों से  रविवार को दो फ्लाइट्स पहले ही रद्द की गई थीं।
जांच में ऐसा प्रतीत होता है कि ड्रोन का संभावित लक्ष्य शायद डिसपर्ल एरिया में खड़े एयरक्राफ्ट थे। भारतीय वायु सेना का एक उच्च स्तरीय जांच दल भी जम्मू पहुंच रहा है। अभी तक की जानकारी से जाहिर होता है कि दो धमाके हुए जो कम तीव्रता के थे।भारतीय वायुसेना के दो जवान इस घटना में घायल हुए हैं, हालांकि, उनकी चोटें गंभीर नहीं हैं। जांचकर्ता यह देख रहे हैं कि कड़े सुरक्षा तामझाम के बावजूद ड्रोन (यदि ड्रोन का इस्तेमाल हुआ) वहां विस्फोटक लाने में कैसे सफल रहे !
‘तहलका’ की जानकारी के मुताबिक घटना वाले पूरे क्षेत्र में आधुनिक तकनीक से लैस और उच्चतम क्षमता वाले गैजेट्स लगे हैं और किसी भी हरकत को इनमें पकड़ा जा सकता है। लेकिन ड्रोन का इनकी पकड़ में नहीं आना हैरानी पैदा करने वाला है। पाकिस्तान के साथ सीमा होने के कारण यहाँ आधुनिकतम गैजेट्स स्थापित हैं।
यह धमाके एक ही जगह नहीं हुए हैं। एक ब्लास्ट में इमारत की छत को कुछ नुकसान पहुंचा है। दूसरा ब्लास्ट खाली (खुली) जगह में हुआ है। धमाकों में किसी भी तरह किसी उपकरण को नुक्सान नहीं पहुंचा है। ब्लास्ट शनिवार-रविवार की आधी रात करीब पौने दो बजे हुए बताये गए हैं। घटना के बाद वहां बम डिस्पोजल स्क्वॉड और फरेंसिक टीम को बुलाया गया।
यह जगह सुरक्षा की दृष्टि से अति संवेदनशील है क्योंकि भारतीय वायुसेना स्टेशन हेडक्वार्टर और जम्मू का मुख्य एयरपोर्ट भी इसी परिसर में हैं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जम्मू वायु सेना स्टेशन पर हुई इस घटना को लेकर वाइस एयर चीफ एयर मार्शल एचएसअरोड़ा से बात कीम्है। एयर मार्शल विक्रम सिंह भी जम्मू जा रहे हैं। घटना के बाद जम्मू और कश्मीर सीमा पर रेड-अलर्ट जारी किया गया है। पड़ौसी पंजाब और हिमाचल प्रदेश में भी अलर्ट जारी किया गया है और संवेदनशील जगह सुरक्षा चाक चौबंद की गयी है। तमाम चेक-प्वाइंट्स पर पेट्रोलिंग बढ़ा दी गई है। डीआईजी सीआरपीएफ़ भी घटना स्थल पर पहुंचे हैं।

चार मई से 30वीं बार बढ़ाए गए पेट्रोल-डीजल के दाम

कोरोना काल में महंगाई की मार बढ़ती जा रही है। इस भड़कती आग को पेट्रोल और डीजल की कीमतें और ज्यादा दहका रही हैं। पिछली चार मई से अब तक 30 बार ईधन के दामों में इजाफा किया जा चुका है। शनिवार को पेट्रोल और डीजल के दाम में प्रति लीटर 35-35 पैसे की बढ़ोतरी की गई।
मई महीने से लेकर अब 30 बार दाम में इज़ाफे के बाद में पेट्रोल 7.71 रुपये प्रति लीटर महंगा हो चुका है और डीजल के लिए 8.12 रुपये प्रति लीटर ज्यादा चुकाने पड़ रहे हैं।

तमिलनाडु में भी पेट्रोल 100 रुपये के पार

पेट्रोल और डीजल की कीमतों में शनिवार की वृद्धि के बाद इतिहास में पहली बार तमिलनाडु में भी पेट्रोल का दाम 100 रुपये प्रति लीटर से ज्यादा हो गए हैं। पेट्रोल के दामों में हाल के समय में यह कीमतों में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी है। देश में पेट्रोल और डीजल के दाम ऐतिहासिक उच्चस्तर पर चल रहे हैं। तमिलनाडु उन राज्यों में शामिल हो गया है जहां पेट्रोल 100 रुपये प्रति लीटर के पार जा चुका है।

दिल्ली में पेट्रोल अपने सर्वकालिक उच्चस्तर 98.11 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गया है। वहीं डीजल 88.65 रुपये प्रति लीटर पर है।

दस राज्यों में पेट्रोल सौ के पार
राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, जम्मू-कश्मीर, ओडिशा, लद्दाख एवं तमिलनाडु के कई शहरों में पेट्रोल की कीमतें शतक लगा चुकी हैं। इन राज्यों के शहरों जैसे कि सेलम, वेल्लौर, कुडालोर में पेट्रोल 100 रुपये प्रति लीटर के पार हो गया है। चेन्नई में पेट्रोल 99.19 रुपये प्रति लीटर और डीजल 93.23 रुपये प्रति लीटर है। मुंबई में पेट्रोल के दाम 104.22 रुपये प्रति लीटर हैं। यहां पर डीजल 96.16 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है।

राजस्थान-ओडिशा में डीजल भी 100 के पार
सबसे अधिक इस्तेमाल वाला ईंधन डीजल राजस्थान के श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ के साथ ओडिशा में कुछ स्थानों पर 100 रुपये प्रति लीटर के पार निकल चुका है।

हिमाचल की प्रशानिक अधिकारी पत्नी के भाजपा विधायक पति पर शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना के आरोप से पहाड़ी सूबे में राजनीतिक तूफ़ान

प्रशासनिक अधिकारी (एचएएस) पत्नी के अपने भाजपा विधायक पति पर कथित तौर पर शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना के गंभीर आरोप लगाने के बाद हिमाचल की राजनीति में तूफ़ान उठ खड़ा हुआ है। इन एचएएस अधिकारी का पति पर आरोपों वाला वीडियो वायरल हो गया है।  महिला अधिकारी ओशीन शर्मा ने विधायक पति विशाल नेहरिया के खिलाफ बाकायदा शिकायत दर्ज करके मारपीट के आरोप लगाते हुये पुलिस से सुरक्षा की मांग की है।
विशाल नेहरिया धर्मशाला से भाजपा के विधायक हैं और 2019 में एक उपचुनाव में उनकी जीत हुई थी। कुल्लू में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के दौरे में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के बीच मारपीट की घटना के बाद अब इन आरोपों से प्रदेश भाजपा और जयराम ठाकुर सरकार की मुसीबतें बढ़ गयी हैं।
उधर विधायक विशाल नेहरिया ने जिला पुलिस प्रमुख विमुक्त रंजन से मिलकर आपका पक्ष रखा है। विधायक का कहना है कि उन दोनों की पहसे से पहचान और दोस्ती थी और यही विवाह में बदली। विधायक के मुताबिक शादी के कुछ समय बाद
ओशीन के परिवार ने कथित तौर पर उनके और परिवार के ऊपर मानसिक दबाव बनाने शुरू कर दिए। विधायक के मुताबिक चूँकि यह परिवार का मामला था उन्होंने घर के भीतर ही इसे निपटाने की कोशिश की और पत्नी को भी समझाया। विधायक के मुताबिक पद की गरिमा को समझते हुए उन्होंने घर की बात घर में सुलझाने की कोशिश की और अब भी यही चाहते हैं कि इसे सामजिक और राजनीतिक तूल न दिया जाए। कांगड़ा पुलिस अधीक्षक विमुक्त रंजन ने भाजपा विधायक विशाल नेहरिया के खिलाफ उनकी एचएएस अधिकारी पत्नी ओशीन की तरफ से शिकायत और विधायक के अपना पक्ष रखने की पुष्टि की है।
उधर एचएएस अधिकारी ओशीन शर्मा ने साढ़े सात मिनट के वीडियो में भाजपा विधायक पति पर गंभीर आरोप लगाए हैं। एक जगह वह कह रही हैं कि चंडीगढ़ में जब वह एक होटल में रुके थे, तब भी विधायक पति ने उन से जमकर मारपीट की। यहाँ तक कि हाल में  कोरोना से संक्रमित होने के बावजूद उनसे पति ने मारपीट की और आधी रात घर से निकाल दिया। यही नहीं उनका फोन तक छीन लिया गया। घर से बाहर  जब वह सड़क किनारे खड़ी थी तो नेहरिया वहां पहुंचे और उन्हें वापस घर जाने की बात कही। महिला अधिकारी के मुताबिक साथ ही पति ने कहा कि अगर वह घर नहीं जाएंगी तो वह खुद को कोई नुकसान पहुंचा लेंगे।
वीडियो में महिला अधिकारी कहती सुन रही हैं कि बचने के लिए उन्होंने खुद को कमरे में बंद कर लिया। उनके मुताबिक विधायक पति चाहते थे कि वह गर्भवती हों, लेकिन इस तरह के हालात में वह ऐसा नहीं चाहती हैं। वीडियो में ओशीन ने नेहरिया की मां पर भी आरोप लगाया है।
ओशिन शर्मा के आरोप के मुताबिक विधायक पति ने गुरुवार को भी उन्हें तीन बार थप्पड़ मारे। उन्हें यह आरोप लगाते हुए भी सुना जा सकता है कि नेहरिया ने पहले भी कई बार शारीरिक और मानसिक यातना दी हैं। नेहरिया और ओशिन की इसी 26 अप्रैल को शादी हुई थी। ओशिन गुरुवार की कथित घटना के बाद मायके चली गयी हैं। उनके मुताबिक कुछ समय बाद उन्हें ट्रेनिंग पर जाना है और वे नहीं चाहतीं कि उनके पति उनके पीछे आएं।
वीडियो में एक जगह ओशीन शर्मा मारपीट के बाद अपने गाल पर थप्पड़ से बनी उँगलियों के निशान भी दिखा रही हैं। ओशीन खंड विकास अधिकारी (बीडीओ) के पद पर तैनात हैं। इतने गंभीर आरोपों के बाद भाजपा विधायक की मुश्किलें बढ़ गयी हैं क्योंकि यह मामला राजनीतिक रूप से तूल पकड़ गया है। जानकारी के मुताबिक धर्मशाला के ही कई भाजपा नेताओं, जो नेहरियाँ से राजनीतिक मतभेद रखते हैं, ने दिल्ली में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को भी महिला अधिकारी के आरोपों वाला वीडियो भेजा है।
महिला अधिकारी ने पुलिस में दर्ज करवाई अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि उनके पति राजनीतिक रूप से प्रभावशाली हैं लिहाजा उन्हें अपनी सुरक्षा को लेकर  खतरा है। उन्होंने पुलिस में अपनी शिकायत में सुरक्षा की मांग की है।
ओशिन शर्मा के अपने साथ अमानवीय व्यवहार के दो वीडियो अब वायरल हो गए हैं।  ओशिन ने अपने साथ मारपीट के निशान भी दिखाये हैं। वीडियो में ओशीन ने यह भी बताया है कि कालेज समय से ही वह और विशाल प्रेम में हैं। हालांकि, उनके आरोप के मुताबिक कॉलेज समय में भी विशाल उनके साथ मारपीट करते थे। इससे तंग आकर उन्होंने अलग जाना बेहतर समझा और अपने करियर पर फोकस किया। लेकिन जब वे विधायक बने तो 2019 में उनके पास आए और फिर उन्हें विश्वास में लिया जिसके बाद उन्होंने विशाल को एक मौका देने का फैसला किया।
महिला अधिकारी के मुताबिक उसके बाद उनका रिश्ता आगे बढ़ा। विवाह से पहले जब वे एकबार चंडीगढ़ में एक होटल में रुके उस दौरान फिर विशाल ने ड्रिंक करके  उनसे मारपीट की और उन्हें इमोशनली ब्लैकमेल किया। हालांकि, इसके बाद वे विशाल से विवाह के लिए मान गईं और कोर्ट मैरिज कर ली। महिला अधिकारी के मुताबिक शादी के बाद भी उनसे पति की मारपीट जारी रही और उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है। मजबूरन उन्हें अब यह सब सार्वजनिक करना पड़ रहा है।

मास्क नहीं पहना तो बैंक के गार्ड ने मार दी गोली

कोरोना महामारी में खौफ के साथ आपा खोने का मामला सामने आया है। बरेली में शुक्रवार को मास्क की जागरूकता के लिए जान लेने पर उतारू होना गले से उतरने वाला नहीं है। यहां बैंक ऑफ बड़ौदा के क्षेत्रीय कार्यालय में शुक्रवार को एक ग्राहक बिना मास्क के अंदर आ गया। इसके बाद गार्ड से कुछ कहासुनी हुई और हथियार से लैस गार्ड ने युवक को गोली मार दी। बैंक में पड़े कस्टमर का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। गोली पैर में लगी और उसका बहुत सारा खून भी बह गया। बाद में युवक को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

गोली लगने वाले युवक का नाम राजेश कुमार बताया जा रहा है। 35 वर्षीय राजेश कुमार राठौड़ बरेली जंक्शन के पास नॉर्थ रेलवे कॉलोनी मे रहते हैं। बताया गया कि टेलीकॉम डिपार्टमेंट में हेल्पर का काम करते है। राजेश कुमार शुक्रवार सुबह किसी काम से सिविल लाइंस स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा के क्षेत्रीय कार्यालय में गए थे। राजेश कुमार ने मास्क नहीं लगा रखा था। और बिना मास्क अंदर चले गए। जिस पर गार्ड से उनकी कहासुनी हुई। इसके बाद वह लौट आए।

दोबारा फिर बैंक के अंदर बगैर मास्क लगाए जा रहे थे। जिस पर गार्ड केशव कुमार ने विरोध किया। गार्ड ने कोरोना गाइडलाइन के तहत मास्क लगाने के लिए कहा। लेकिन राजेश नहीं माने और अपनी जिद पर अड़े रहे। इसको लेकर दोनों के बीच नोकझोंक हुई। इसके बाद गुस्साए गार्ड ने अपनी दोनाली बंदूक से राजेश को गोली मार दी। गोली उसके बाएं पैर में लगी। हालांकि उसकी हालत खतरे से बाहर है।

अस्पताल में युवक का इलाज चल रहा है। इधर मामले की सूचना पर सीओ, इंस्पेक्टर कोतवाली पुलिस टीम के साथ पहुंच गये। घायल को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गार्ड केशव कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। गार्ड ने सफाई दी कि दोनाली बंदूक लोड थी। इस वजह से चल गई। गोली उसने नहीं मारी है।

संबित पात्रा के दिल्ली सरकार के ज्यादा आक्सीजन मांगने के दावे पर बवाल, सिसोदिया ने झूठ कहते हए प्रमाण माँगा

भाजपा के चर्चित प्रवक्ता संबित पात्रा के सुप्रीम कोर्ट की गठित ऑडिट कमेटी की रिपोर्ट का हवाला देते हुए दिल्ली सरकार पर ज़रुरत से ज्यादा ऑक्सीजन मांगने के दावे पर बबाल मच गया है। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने इसे सफ़ेद झूठ बताते हुए इसे भाजपा के दफ्तर में बैठकर तैयार की गयी रिपोर्ट बताया है और पात्रा और भाजपा से इस रिपोर्ट में कमेटी के सदस्यों के हस्ताक्षर सार्वजानिक करने की मांग की है।

सुबह पात्रा ने एक वर्चुअल प्रेस कांफ्रेंस में दिल्ली सरकार पर सुप्रीम कोर्ट की गठित एक ऑडिट कमेटी की रिपोर्ट होने का दावा करते हुए आरोप लगाया कि ”अरविंद केजरीवाल के झूठ के कारण 12 राज्यों में ऑक्सीजन की सप्लाई बाधित हुई क्योंकि सभी जगहों से ऑक्सीजन काटकर दिल्ली भेजना पड़ी। अगर इन राज्यों को ऑक्सीजन मिल जाती तो कितने लोगों की जान बच सकती थी।”
हालांकि, इसके कुछ देर बाद ही दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने वर्चुअल प्रेस कांफ्रेंस में बहुत कड़े शब्दों का इस्तेमाल करते हुए इसे सफ़ेद झूठ बताया है। उन्होंने भाजपा पर झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए दावा किया – ”ऐसी कोई भी रिपोर्ट है ही नहीं। भाजपा झूठ बोल रही है। ऑक्सीजन ऑडिट कमेटी के सदस्यों ने अभी कोई रिपोर्ट अप्रूव ही नहीं की है तो ये रिपोर्ट कहां से आई।”
सिसोदिया ने कहा – ”एक तथाकथित रिपोर्ट बताई जा रही है कि दिल्ली में जब कोरोना का पीक था तो ऑक्सीजन की कमी नहीं थी और ऑक्सीजन की मांग 4 गुना बढ़ा-चढ़ाकर बताई गई थी। भाजपा के नेता जिस तथाकथित रिपोर्ट के हवाले से अरविंद केजरीवाल को गाली दे रहे हैं, ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं है। ये रिपोर्ट भाजपा के ऑफिस में बैठकर बनाई गई है। अगर ऐसी कोई रिपोर्ट है तो बताएं कि कमेटी के किस-किस सदस्य के इसपर हस्ताक्षर हैं।”
इससे पहले भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा आरोप लगाया कि ”अरविंद केजरीवाल ने ये जघन्य अपराध किया है, इसके लिए उन्हें सुप्रीम कोर्ट में दोषी ठहराया जाना चाहिए। केजरीवाल सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में कहा कि उन्होंने आईसीएमआर की गाइडलाइंस के मुताबिक ऑक्सीजन की कैल्कुलेशन की। लेकिन जब सुप्रीम कोर्ट की गठित कमेटी ने अरविंद केजरीवाल से आईसीएमआर की गाइडलाइन की कॉपी मांगी तो उन्होंने हाथ खड़े कर दिए। इसका मतलब अरविंद केजरीवाल ने सुप्रीम कोर्ट में झूठ बोला।”
पात्रा ने कहा – ”6 मई को केजरीवाल प्रेस कॉन्फ्रेंस कर 700 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की मांग करते हैं। उसके कुछ घंटे बाद राघव चड्डा (आप नेता) कहते हैं कि उन्हें 976 मीट्रिक टन ऑक्सीजन चाहिए। एक ही दिन में दो-दो अलग आंकड़े बताये गए। ये कहीं न कहीं एक साजिश के तहत किया गया है, दिल्ली सरकार ने अपनी गलती छिपाने के लिए केंद्र पर ठीकरा फोड़ दिया।”
अब उपमुख्यमंत्री सिसोदिया ने कहा है कि हमने ऑडिट कमेटी के कई सदस्यों से बात की, सबका कहना है कि उन्होंने किसी रिपोर्ट पर हस्ताक्षर ही नहीं किए हैं। सिसोदिया ने कहा – ”मैं भाजपा नेताओं को चुनौती देता हूं कि वो रिपोर्ट लेकर आओ जिसे ऑक्सीजन ऑडिट कमेटी के सदस्यों ने मंजूरी दी हो।”

पीएम के साथ जम्मू कश्मीर के नेताओं की बैठक में भविष्य में राज्य में चुनाव होने के संकेत

जम्मू कश्मीर के नेताओं के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बुलाई बैठक ख़त्म हो गयी है। इसमें मुख्यता परिसीमन को लेकर ही चर्चा हुई। बैठक के संकेत यही लगते हैं कि परिसीमन का काम ख़त्म होने के बाद मोदी सरकार जम्मू कश्मीर में चुनाव करवा सकती है। वहां पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल किया जाएगा या नहीं, यह अभी स्पष्ट नहीं है। कांग्रेस ने बैठक में कहा कि जिस तरह से राज्य का विशेष दर्जा ख़त्म हुआ वो नहीं होना चाहिए था। पार्टी ने अपनी पांच बड़ी मांगों में जम्मू कश्मीर को जल्दी स्टेटहुड देने की भी मांग की है। पीएम ने बैठक के अंत में कहा कि दिल्ली की दूरी और दिल की दूरी कम होगी।
साढ़े तीन घंटे चली बैठक में जम्मू-कश्मीर के 8 राजनीतिक दलों के 14 नेता शामिल हुए। दिल्ली में प्रधानमंत्री आवास में यह बैठक हुई। जम्मू-कश्मीर के नेताओं के साथ हुई बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि पूर्ण राज्य का दर्जा देने के लिए वचनबद्ध हैं। दिल्ली की दूरी और दिल की दूरी कम होगी। परिसीमन की प्रक्रिया के बाद चुनाव होगा।
बैठक के बाद पीडीपी की मुखिया महबूबा मुफ्ती ने कहा – ‘बहुत ही अच्छे माहौल में बात हुई। 5 अगस्त, 2019 के बाद से जम्मू-कश्मीर के लोग बहुत मुश्किल में हैं। धारा 370 को गैरकानूनी तरीके से हटाया गया। जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 बहाल हो। मैं फिर कह रही हूं कि पाकिस्तान से बातचीत हो। लोगों की भलाई के लिए पाकिस्तान से भी बात हो।’
पूर्व मुख्यमंत्री और एनसी नेता उमर अब्दुल्ला ने कहा – ‘जम्मू-कश्मीर को जो केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा दिया गया वो चाहे जम्मू के लोग हों या कश्मीर के, इसे पसंद नहीं करते हैं। वहां के लोग चाहते हैं कि फौरी तौर पर जम्मू-कश्मीर को रियासत का दर्जा दिया जाए। पाकिस्तान पड़ोसी देश है, उससे भी बातचीत होनी चाहिए। मुझे लगता है कि पाकिस्तान से बातचीत हो रही है। बंद कमरे में ही पाक से बातचीत हो रही है। एक मुलाकात से दिल की दूरी कम नहीं होगी। दिल्ली और दिल की दूरी कम करने की पहल अच्छी जरूर है।’
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा – ‘हमने चर्चा के दौरान बताया कि जिस तरह से स्टेस डिजॉल्व हुआ वो नहीं होना चाहिए था। चुने गए प्रतिनिधियों से पूछे बगैर ये किया गया। लेकिन सभी चीजें कहने के बाद हमने पांच बड़ी मांगें सरकार के सामने रखीं। हमने मांग रखी कि स्टेटहुड जल्दी देना चाहिए। हमने ये भी मांग की कि कश्मीर के पंडितों को वापस लाएं और उनके पुर्नवास में मदद करें। राजनीति से जुड़े हुए जो लोग (पॉलिटिक प्रिजनर्स) बंद हैं उन्हें छोड़ने की मांग की। हमने सरकार से कहा कि ये पूर्ण राज्य का दर्जा देने का माकूल वक्त है। विधानसभा चुनाव तत्काल करवाने की मांग भी रखी।’ कश्मीरी नेता अल्फात बुखारी ने कहा – ‘जम्मू-कश्मीर के परिसीमन पर बात हुई।’
इस बीच जम्मू-कश्मीर पर पीएम मोदी की बैठक के बीच विदेश मंत्रालय का बयान सामने आया है। विदेश मंत्रालय ने कहा – ‘कश्मीर भारत का आंतरिक मामला है।  पाकिस्तान से संबंधों को लेकर हम पुराने रुख पर कायम हैं। बातचीत के लिए पाकिस्तान को आतंकवाद पर लगाम लगाना होगा। पाकिस्तान बातचीत के लिए माहौल बनाए।’

नीरव मोदी को प्रत्यर्पण मामले में ब्रिटेन की अदालत से झटका

14 हजार करोड़ के पंजाब नेशनल बैंक घोटाला और मनी लॉन्ड्रिंग का मुख्य आरोपी हीरा कारोबारी नीरव मोदी को ब्रिटेन की अदालत से बड़ा झटका लगा है। अदालत ने भारत प्रत्यर्पण से रोकने वाली उसकी याचिका को खारिज कर दी है।

ब्रिटेन में हाईकोर्ट के जज ने प्रस्तुत किए गए आवेदन पत्र को पढ़ने के बाद फैसला लिया कि धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों का सामना करने के लिए मोदी के प्रत्यर्पण रोकने के लिए वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट कोर्ट के फरवरी के फैसले के खिलाफ अपील करने का कोई आधार नहीं है। अब उस पर शिकंज और सकता नजर आ रहा है।

गुजरात निवासी भगोड़ा कारोबारी नीरव मोदी और उनके साथियों ने साल 2011 में बिना तराशे हुए हीरे आयात करने को लाइन ऑफ क्रेडिट के लिए पंजाब नेशनल बैंक की एक शाखा से संपर्क साधा। आमतौर पर बैंक विदेश से आयात को लेकर होने वाले भुगतान के लिए लेटर ऑफ अंडरटेकिंग जारी करता है, लेकिन पीएनबी बैंक के कुछ कर्मचारियों ने बैंक मैनेजमेंट को अंधेरे में रखकर कथित तौर पर नीरव मोदी की कंपनियों को फर्जी एलओयू जारी किया।

साजिश रचने वाले अधिकारियों ने सोसायटी फॉर वर्ल्डवाइड इंटरबैंक फाइनेंशियल टेलीकम्युनिकेशन का गलत इस्तेमाल करते हुए नीरव और मेहुल चोकसी को फंड जारी करने की हरी झंडी दे दी। इस तरह इन्होंने बैंको बड़ा चूना लगाया। साथ हीरा व्यापार में भी फर्जीवाड़ा करने का मामला सामने आया।

 मामले का खुलासा सात साल बाद उस वक्त हुआ जब ये भ्रष्ट अधिकारी रिटायर्ड हो गए और नीरव मोदी की कंपनी ने जनवरी 2018 में दोबारा इसी तरह की सुविधा शुरू करने की गुजारिश की। नए अधिकारियों ने फर्जीवाड़े को पकड़ा और घोटाले की जांच से पर्दा हटाने के लिए जांच शुरू की। इसके बाद पंजाब नेशनल बैंक ने जनवरी 2018 में पहली बार नीरव मोदी, मेहुल चोकसी और उनके साथियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।

बैंक घोटाले में जब्त संपत्ति में 9000 करोड़ बैंकों को लौटाए: ईडी

बैंक घोटालों के मामले में केंद्र सरकार की सख्ती का असर दिखने लगा है। सरकारी बैंकों के साथ धोखाधड़ी के आरोपी विजय माल्या, मेहुल चोकसी और नीरव मोदी की जब्त की गई संपत्तियों में से 9,371 करोड़ रुपये बैंकों को ट्रांसफर कर दी गई है। यह जानकारी प्रवर्तन निदेशालय ने दी है।

प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने ट्वीट कर कहा कि पीएमएलए के तहत विजय माल्या, नीरव मोदी और मेहुल चोकसी के मामले में 18,170.02 करोड़ रुपये (बैंकों को हुए कुल नुकसान का 80.45 फीसदी) की संपत्ति जब्त की गई है। इनमे से 9371.17 करोड़ रुपये की कुड़र्की या जब्त संपत्ति का एक हिस्सा भी सरकारी बैंकों और केंद्र सरकार को ट्रांसफर कर दिया गया है।

ईडी ने कहा कि विजय माल्या और पीएनबी बैंक धोखाधड़ी मामलों में बैंकों की 40 फीसदी राशि पीएमएलए के तहत जब्त की और उसके शेयरों को बेचकर वसूली की गई है। ईडी ने कहा कि माल्या को उधार देने वाले गठजोड़ की ओर से कर्ज वसूली न्यायाधिकरण (डीआरटी) ने बुधवार को यूनाइटेड ब्रेवरीज लिमिटेड (यूबीएल) के 5,800 करोड़ रुपये से अधिक के शेयर बेचे, जिन्हें एजेंसी ने पीएमएलए प्रावधानों के तहत जब्त किया था। ईडी ने यह कार्रवाई माल्या के खिलाफ आपराधिक जांच के हिस्से के रूप में की।

ईडी ने कहा कि मुंबई में विशेष पीएमएलए अदालत के निर्देश पर उसने जब्त किए गए शेयर (यूबीएल के लगभग 6,600 करोड़ रुपये के शेयर) एसबीआई की अगुवाई वाले बैंकों के गठजोड़ को सौंपा, जिसके बाद डीआरटी ने यह कार्रवाई की। एजेंसी ने कहा कि माल्या और वांछित हीरा नीरव मोदी और मेहुल चोकसी, जो पीएनबी घोटाले में शामिल थे। इन्होंने पंजाब नेशनल बैंक समेत सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को कंपनियों के जरिए धन की हेराफेरी की। धोखाधड़ी के चलते सरकारी बैंकों को कुल 22,586 करोड़ रुपये का नुकसान झेलना पड़ा।

जनसंघ संस्थापक, श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि पर मोदी और भाजपा नेताओं ने दी श्रद्धांजलि

भारतीय जनसंघ के संस्थापक डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी की आज पुण्यतिथि है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत भाजपा के कई बड़े नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।
भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू द्वारा वर्ष 1947 में श्यामा प्रसाद मुखर्जी को देश की पहली कैबिनेट में उद्योग एवं आपूर्ति मंत्री बनाया गया था, और मात्र 33 वर्ष की आयु में मुखर्जी कलकत्ता विश्वविद्यालय के कुलपति बन गये थे।
“एक राष्ट्र, एक विधान, एक निशान” यह नारा भी मुखर्जी ने दिया था और ये नारा देते हुए वे जम्मू-कश्मीर पहुंचे थे।
गौरतलब है कि, मुखर्जी बिना परमिट के जम्मू-कश्मीर पहुंचे थे जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था। उनकी गिरफ्तारी के करीब 35 से 40 दिनों के भीतर ही उनकी मृत्यु जम्मू की जेल में ही हो गई थीं। हालांकि उनकी मृत्यु पर कई सवाल उठाए गए थे। लेकिन नेहरू ने उनकी मौत को स्वाभाविक बताया था।
भारतीय जनसंघ के बाद ही भारतीय जनता पार्टी का उदय हुआ था। और कुछ समय पश्चात जनसंघ का विलय भाजपा में कर दिया गया था।
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर कहा, “श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि पर उनके आदर्शों, समृद्ध और महान विचारों, और उनकी लोगों की सेवा करने की प्रतिबद्धता हमें हमेशा प्रेरित करती रहेगी। देश हित में राष्ट्रीय एकता के लिए उनके द्वारा किए गए प्रयासों को कभी भी भुलाया नहीं जा सकता।”
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा समेत तमाम बीजेपी के नेताओं ने दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय से उन्हे नमन कर श्रद्धांजलि दी।

लाहौर में आतंकी सरगना हाफिज सईद के घर के बाहर बड़ा धमाका

आतंकी सरगना हाफिज सईद के पाकिस्तान के लाहौर स्स्थित घर के बाहर अब से कुछ देर पहले जबरदस्त ब्लास्ट हुआ है। अभी यह पता नहीं है कि इसमें हाफिज सईद को कोई नुक्सान पहुंचा है या नहीं, लेकिन 10 से ज्यादा लोगों के गंभीर घायल होने की खबर है। वीडियो में उसके घर के परखचे उड़े हुए दिखाई दे रहे हैं। सईद भारत का मोस्ट वांटेड आतंकी है। अभी किसी ने इस हमले का जिम्मा नहीं लिया है।
जानकारी के मुताबिक घायलों को जिन्नाह अस्पताल में भर्ती किया गया है। लाहौर के जवाहर टाउन इलाके में यह ब्लास्ट हुआ है। धमाके की आवाज दूर-दूर तक सूनी गयी जिससे पता चलता है कि यह धमाका बहुत बड़ा था। वहां आसपास भवनों को इस ब्लास्ट से नुक्सान पहुँचाने की भी खबर है।
अभी यह भी जानकारी नहीं है कि ब्लास्ट के समय हाफीज सईद घर पर ही था या बाहर कहीं था। लेकिन शुरुआती तौर इस संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है कि ब्लास्ट सईद को निशाना बनाकर किया गया हो। सईद भारत का भी मोस्ट वांटेड आतंकी है। अभी किसी ने इस हमले का जिम्मा नहीं लिया है। वीडियो में उसके घर के परखचे उड़े हुए दिखाई दे रहे हैं।
ब्लास्ट की सूचना मिलते ही वहां पाकिस्तान एजेंसियों के लोग पहुँच गए और इलाके को घेरे में ले लिया गया है। ब्लास्ट के सोशल मीडिया पर चल रहे वीडियो में लोग धमाके वाली जगह से भागते हुए दिखाई दे रहे हैं। वहां धुआं दिखाई दे रहा है और भवनों का मलवा सड़क पर बिखरा पड़ा है। वाहनों को भी नुकसान पहुंचा है।