Home Blog Page 471

नक्सल अभियान में 17 लोगों की जुडिशियल किलिंग की जांच से सुप्रीम कोर्ट का इनकार

सर्वोच्च न्यायालय ने गुरुवार को छत्तीसगढ़ में नक्सल विरोधी अभियान के दौरान आदिवासियों की जुडिशियल किलिंग (न्यायेतर हत्या) की स्वतंत्र जांच करने की मांग वाली याचिका को खारिज कर दिया। यह याचिका 2009 में दायर की गयी थी। सर्वोच्च अदालत ने याचिकाकर्ता को 5 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया है।

मामले के सुनवाई पूरी होने के बाद 19 मई को सर्वोच्च अदालत ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया। फैसले में सर्वोच्च अदालत ने इस चीज की जांच की भी अनुमति दी है कि कुछ लोग और संगठन न्यायालय का इस्तेमाल कथित तौर पर वामपंथी चरमपंथियों के बचाने के लिए तो नहीं कर रहे हैं।

न्यायमूर्ति एएम खानविलकर और न्यायमूर्ति जेबी पारदीवाला की पीठ ने आदिवासी अधिकार कार्यकर्ता हिमांशु कुमार और 12 अन्य लोगों की तरफ से दाखिल याचिका पर गुरुवार को फैसला सुनाया। अदालत ने याचिकाकर्ता कुमार को चार हफ्ते के भीतर 5 लाख रुपये जुर्माना जमा करने का आदेश दिया। राशि जमा नहीं करने की स्थिति में कुमार के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

याद रहे याचिकाकर्ता को माओवादियों के साथ सहानुभूति रखने वाले के तौर पर जाना जाता है। उन्होंने ने दंतेवाड़ा में साल 2009 में तीन अलग-अलग घटनाओं में 17 आदिवासियों की हत्या के मामले में छत्तीसगढ़ पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा बलों के खिलाफ सीबीआई जांच की मांग की थी। कुमार ने मौत को लेकर अपनी तरफ से रिकॉर्ड गए बयानों के आधार पर याचिका दायर की थी।

संसद में कुछ शब्दों और वाक्यों पर लगा बैन, विपक्ष ने शब्दों के चयन पर आपत्ति दर्ज की

लोकसभा सचिवालय ने असंसदीय शब्द 2021 शीर्षक के तहत कुछ शब्दों और वाक्यों की सूची तैयार की है, जिन्हें संसद की कार्यवाही के दौरान इस्तेमाल करना गलत और असंसदीय माना जाएगा। संसद के दोनों सदनों में शब्दों के इस्तेमाल को लेकर नई गाइडलाइन जारी की गई है।

बता दे इस सूची को सभी सांसदों को भेजा गया है और विपक्षी सासंद इसकी आलोचना कर रहे है। इन नए नियमों के मुताबिक गद्दार, घड़ियाली आंसू, जयचंद, शकुनी, भ्रष्ट जैसे कई शब्दों और मुहावरों पर रोक लगा दी गई है।

यदि कोई लोकसभा सचिवालय द्वारा जारी की नई बुकलेट के अनुसार ऐसे शब्दों का इस्तेमाल करेगा तो वह अमर्यादित आचरण माना जाएगा और ये सदन की कार्यवाही का हिस्सा नहीं होंगे। विपक्ष ने शब्दों के चयन पर गहरी आपत्ति दर्ज की है।

तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने ट्वीट कर कहा कि, “कुछ ही दिनों में संसद का सत्र शुरू होने वाला है। सांसदों पर पाबंदी लगाने वाला आदेश जारी किया गया है, अब हमें संसद में भाषण देते समय इन बुनियादी शब्दों का उपयोग करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। शर्म आनी चाहिए, दुर्व्यवहार किया, धोखा दिया, भ्रष्ट, पाखंड, अक्षम। मैं इन शब्दों का इस्तेमाल करूंगा। मुझे निलंबित कर दीजिए। लोकतंत्र के लिए लड़ाई लडूंगा।“

टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने भी ट्वीट कर कहा है कि, “आपके कहने का यह मतलब है कि अब मैं लोकसभा में यह भी नहीं बता सकती ही हिंदुस्तानियों को एक अक्षम सरकार ने कैसे धोखा दिया है, जिन्हें अपनी हिपोक्रेसी पर शर्म आनी चाहिए?”

भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के नेता जयराम रमेश ने ट्वीट कर कहा कि, “मोदी सरकार की असलियत बताने के लिए विपक्ष द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले सभी शब्दों को अब ‘असंसदीय’ माना जाएगा। अब आगे क्या विषगुरु?”

आपको बता दें, संसद की कार्यवाही के दौरान संसद के सदस्य कर्इ बार ऐसे शब्दों का इस्तेमाल कर जाते है जिन्हें सभापति या अध्यक्ष के आदेश से बाद में रिकॉर्ड या कार्यवाही से निकाल दिया जाता है।

देश में कोविड-19 के 20,139 नए मामले, 38 लोगों की मौत

पिछले दो हफ्ते से कोविड-19 के मामलों में बढ़ौतरी के बीच पिछले 24 घंटे में नए मामलों में 20,139 के बड़ी उछाल देखने को मिली है। यह पिछले मामलों के मुकाबले 19 फीसदी की उछाल है। इस दौरान 38 लोगों की मौत हुई है।

स्वास्थ्य मंत्रालय के आज सुबह जारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटे में 20,139 नए मामले दर्ज हुए हैं। देश में अब तक कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 43, 689,989 हो गई है।

कोरोना से मौत की बात करें तो पिछले 24 घंटे में 38 लोगों ने कोविड-19 की वजह से जान गंवाई है। अब तक कुल 525,557 लोगों की कोरोना की वजह से मौत हो चुकी है।

भारत में अभी कोरोना के सक्रिय मामलों की कुल संख्या 136,076 हो गई है। वहीं, पिछले 24 घंटे में 16,482 लोगों ने कोरोना वायरस को मात दी है। देश में कोरोना से ठीक होने वालों की संख्या बढ़कर 43,028,356 हो गई है।

श्रीलंका में इमरजेंसी का ऐलान, विक्रमसिंघे बने कार्यकारी राष्ट्रपति

श्रीलंका में प्रधानमंत्री कार्यालय ने देश में आपातकाल लगाने की घोषणा की है। और इससे गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने पीएम कार्यालय को घेर लिया है। हालांकि पुलिस प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए आंसू गैस के गोले दाग रही है किंतु प्रदर्शनकारी बेकाबू नजर आ रहे है। और पश्चिमी प्रांत में कर्फ्यू लगा दिया गया है।

श्रीलंका के आर्थिक संकट के बीच राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे आधी रात को ही देश छोड़कर भाग निकले। श्रीलंका में जारी विरोध प्रदर्शनों के बीच राजपक्षे वायुसेना के विशेष विमान से अपनी पत्नी व दो अंगरक्षकों के साथ मालदीव की राजधानी माला पहुंच गये है।

बता दे 13 जुलाई (यानी आज) को गोटबाया को राष्ट्रपति पद से इस्तीफा देना था किंतु गिरफ्तारी की बढ़ती आशंका को देखते हुए वे इस्तीफा देने से पहले ही देश छोड़ कर भाग निकले। इसके बाद से ही देश के गुस्साए लोग विरोध प्रदर्शन कर गोटाबाया के खिलाफ नारेबाजी कर रहे है और गोटबाया के साथ रानिल विक्रमसिंघे के इस्तीफे की भी मांग कर रहे है।

श्रीलंका में महंगाई और चीजों की किल्लत से जनता त्रस्त हो गई थी और मामला इस हद तक बिगड़ गया कि जनता ने पीएम आवास को जला दिया था। और अब राजपक्षे के देश छोड़ने की खबरों से प्रदर्शनकारी फिर से भड़क उठे है।

वैसे राष्ट्रपति बीते शुक्रवार से ही गायब थे और इस बीच 20 जुलाई को नए राष्ट्रपति नियुक्ति की तैयारी है। साथ ही सूत्रों के हवाले से यह खबर है कि गोटबाया तभी इस्तीफा देंगे जब वे मालदीव से साउथ एशिया के किसी देश में जांएगे।

दरअसल, श्रीलंका से राजपक्षे के भाई बासिल ने देश छोड़ने की कोशिश की थी किंतु वह नाकाम रहे थे लेकिन गोटबाया राजपक्षे वहां से निकल गये है।

आपको बता दे, राजपक्षे को एयर फोर्स के प्लेन से मालदीव पहुंचाया गया है और इस बात पर सफाई देते हुए श्रीलंका एयरफोर्स ने कहा है कि रक्षा मंत्रालय की तरफ से उन्हें प्लेन देने का आदेश मिला था जिसे उनको मानना पड़ा। साथ ही इमीग्रेशन विभाग ने अपनी सफाई मे कहा है कि ऐसा कोई भी कानून नहीं है जिसमें वे मौजूदा राष्ट्रपति को देश छोड़ने से रोक सके।

आगे की प्रक्रिया, श्रीलंका के कानून के मुताबिक यदि कोई राष्ट्रपति अपना कार्यकाल पूरा होने से पूर्व अपनी कुर्सी छोड़ता है तो इस अवस्था में एक महीने के भीतर संसद के किसी सदस्य को उस पद पर बैठाया जाता है।

राष्ट्रपति के रिजाइन देने के बाद तीन दिनों के अंदर संसद सत्र बुलाना होता है फिर इसके बाद एक दिन तय किया जाता है जब राष्ट्रपति पद के नॉमिनेशन के लिए, और यदि एक से ज्यादा लोग राष्ट्रपति बनने के इच्छुक है तो यह वोटिंग सीक्रेट बैलेट से वोटिंग कराई जाती है।

साथ ही जब तक नए राष्ट्रपति का चुनाव नहीं होता तब तक एक्टिंग प्रेसिडेंट सारे कामकाज को देखते है। यह एक्टिंग प्रेसिडेंट हमेशा प्रधानमंत्री को बनाया जाता है।

राष्ट्रपति चुनाव से पहले 16 जुलाई को दिल्ली में एकत्रित होंगे भाजपा सांसद

राष्ट्रपति चुनाव से पहले भाजपा अंतिम दौर के कवायद पर ध्यान दे रही है। इसके लिए भाजपा ने सभी सांसदों को शनिवार 16 जुलाई को रात्रि भोज पर आमंत्रित किया है। इस डिनर में प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और भाजपा के अध्यक्ष भी मौजूद रहेंगे।

बता दें, राष्ट्रपति चुनाव से पहले सभी सांसदों को शनिवार शाम 5 बजे दिल्ली पहुंचने का निर्देश दिया गया है। और 16 जुलाई शाम साढ़े सात बजे संसद भवन में जीएमसी बालयोगी ऑडिटोरियम में यह बैठक आयोजित की जाएगी।

इस बैठक में राष्ट्रपति चुनाव में वोट डालने की जानकारी दी जाएगी कि किस प्रकार बैलेट पेपर पर द्रौपदी मुर्मू के नाम को पहली प्राथमिकता देनी है साथ ही ट्रेनिंग में यह भी बताया जाएगा की वोट कैसे डालना है।

इस बैठक के बाद अगली बैठक ठीक उसी जगह 17 जुलाई को दोपहर 3 बजे बुलाई गई है। इसमें एनडीए के सभी सांसदों और मंत्रियों को उपस्थित रहने को कहा गया है। इस बैठक का उद्देश्य सभी भाजपा व सहयोगी दलों के सांसदों का सौ प्रतिशत मतदान प्राप्त करना है।

आपको बता दे, राष्ट्रपति चुनाव 18 जुलाई को होना है ठीक उसी दिन से संसद का मॉनसून सत्र भी शुरू हो रहा है। राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए की ओर से महिला आदिवासी नेता द्रौपदी मुर्मू और विपक्ष ने संयुक्त तौर पर पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा उम्मीदवार है। फिलहाल दोनों नेता अपने पक्ष में समर्थन जुटाने के लिए विभिन्न राज्यों के दौरे पर है, जहां वे राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से मिलकर समर्थन मांग रहे है।

एनसीबी चार्जशीट में आरोप रिया चक्रवर्ती दिया करती थी सुशांत सिंह राजपूत को गांजा

एक्टर सुशांत सिंह ड्रग्स केस में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने चार्जशीट फाइल की है। एनसीबी ने चार्जशीट में रिया चक्रवर्ती को आरोपी बनाया है। और कहा है कि रिया चक्रवर्ती गांजा खरीद कर सुशांत सिंह राजपूत को पहुंचाया करती थी। रिया पर गांजा खरीदने व खरीद को फाइनेंस करने का आरोप है।

एनसीबी की चार्जशीट में कहा गया है कि, “आरोपी नंबर 10 रिया चक्रवर्ती ने गांजा की कई डिलीवरी आरोपी नंबर 6 सैमुअल मिरांडा, आरोपी नंबर 7 शौविक चक्रवर्ती और आरोपी नंबर 8 दीपेश सावंत और अन्य से रिसीव की और सुशांत सिंह राजपूत को दी, साथ ही मार्च 2020 व सितंबर 2020 के बीच में शौविक और राजपूत के बदले में उन डिलीवरी के लिए पेमेंट की इसलिए वे आरोपी है।“

आपको बता दें, सुशांत सिंह राजपूत से जुड़े ड्रग्स केस में एजेंसी ने रिया चक्रवर्ती समेत अन्य 34 लोगों को आरोपी बनाया है। सितंबर 2020 में इस मामले में रिया चक्रवर्ती को गिरफ्तार किया गया था किंतु एक महीने तक जेल में बंद रहने के बाद उन्हें मुंबई हाईकोर्ट से जमानत मिल गई थी इसके बाद से जमानत पर वे बाहर है। यदि इस केस में रिया दोषी पाई गई तो उन्हें कम से कम 10 साल की सजा हो सकती है।

यह मामला 14 जून 2020 बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत का शव बांद्रा के उनके घर से मिला था। हालांकि मुंबई पुलिस ने इसे सुसाइड बताया था किंतु सीबीआई इस मामले की जांच कर रही है।

अग्निपथ योजना के खिलाफ दायर याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट करेगा 15 जुलाई को सुनवाई

अग्निपथ योजना के खिलाफ दायर याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट 15 जुलाई को सुनवाई करेगा। इस मामले में सुनवाई जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ और जस्टिस ए एस बोपन्ना की बेंच करेगी।

केंद्र सरकार द्वारा सेना में भर्ती के लिए लाई गई अग्निपथ योजना के खिलाफ दायर याचिका में कहा गया है कि वायुसेना में नियुक्ति का इंतजार कर रहे लोगों को आशंका है कि उनका करियर 20 साल की जगह चार साल में ही सिमट कर रह जाएगा।

याचिका में आगे कहा गया है कि वर्ष 2017 में 70 हजार से अधिक छात्रों को ट्रेनिंग दी गई थी, साथ ही आश्वासन भी दिया गया था कि नियुक्ति पत्र जारी किया जाएगा किंतु अब इस योजना के आने के बाद से उन सभी छात्रों का भविष्य दांव पर लग गया है।

आपको बता दें, केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में अग्निपथ योजना को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर कैविएट दाखिल कर कहा है कि कोर्ट इस मुद्दे पर कोई भी निर्णय लेने से पहले केंद्र का पक्ष भी अवश्य सुने।

ज्ञात रहें, अग्निपथ भर्ती योजना के लिए भारतीय वायुसेना (IAF) की ओर से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। और वायुसेना के अनुसार पूर्व में भर्ती के लिए 6,31,528 आवेदन आए थे और इस बार 7,49,899 आवेदन आए है।

राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए की प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देगी शिवसेना- सूत्र

राष्ट्रपति चुनाव में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना भाजपा नीत एनडीए की प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करेगी। यह फैसला 16 एमपी की अपील पर लिया गया है।

उद्धव के निवास मातोश्री में शिवसेना की बैठक हुई थी और इस बैठक में कई सांसदों ने द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने की बात कहीं जिसके बाद यह फैसला सामने आया। सूत्र अनुसार शिवसेना कार्यालय से कल तक समर्थन पत्र भी जारी हो सकता है।

बता दे, राष्ट्रपति पद के लिए वोटिंग 10 जुलाई को होनी है। एक तरफ एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू है तो वहीं दूसरी तरफ विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार यशवंत सिन्हा है।

नासा के ‘जेम्स वेब टेलीस्कोप’ द्वारा ली गई ब्रह्मांड की पहली रंगीन तस्वीर

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने सोमवार को व्हाइट में नासा के प्रशासक बिन नेल्सन की मौजूदगी में दुनिया के सबसे बड़े व शक्तिशाली अंतरिक्ष दूरबीन ‘जेम्स वेब टेलीस्कोप’ द्वारा ब्रह्मांड की पहली छवि को जारी किया।

‘जेम्स वेब टेलीस्कोप’ निया के सबसे बड़ी व शक्तिशाली अंतरिक्ष दूरबीन है और इसी के द्वारा ली गई पहली ब्रह्मांड की छवि को जारी किया गया है। साथ ही यह तस्वीर अब तक की ब्रह्मांड की सबसे उच्चतम रिज़ॉल्यूशन वाली तस्वीर है।

जो बाइडेन ने तस्वीर को जारी करते हुए ट्वीट कर कहा कि, “वेब स्पेस टेलीस्कोप से पहली छवि विज्ञान और प्रौद्योगिकी के लिए एक ऐतिहासिक क्षण का प्रतिनिधित्व करती है। खगोल विज्ञान और अंतरिक्ष अन्वेषण के लिए और अमेरिका और पूरी मानवता के लिए।“ जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप कैसे लोगों के ब्रह्मांड को देखने के तरीके को बदल देगा, इसकी पहली झलक।

वहीं दूसरी तरफ इस विषय में नेल्सन ने अपने एक बयान में कहा कि, यह हमारे ब्रह्मांड की अब तक की सबसे गहरी छवि है बाकी उच्च-रिज़ॉल्यूशन रंगीन छवियों को 12 जुलाई को जारी किया जाएगा। जिन्हें नासा की वेबसाइट पर भी जाकर देखा जा सकता है।

आपको बता दे, अंतरिक्ष में प्रक्षेपित सबसे शक्तिशाली दूरबीनों में से एक है जेम्स वेब टेलीस्कोप। नासा के उप प्रशासक पाम मेलरॉय ने अपने एक बयान के अनुसार, इस मिशन में 20 वर्षों तक संचालित करने के लिए पर्याप्त अतिरिक्त ईंधन क्षमता है।

नासा ने शुक्रवार को जेम्स वेब के पहले पांच ब्रह्मांडीय लक्ष्यों का खुलासा किया था। इनमें शामिल कैरिना नेबुला, WASP-96b, दक्षिणी रिंग नेबुला, स्टीफ़न की पंचक और SMACS 0723 थे। लक्ष्यों का चयन एक अंतरराष्ट्रीय समिति द्वारा किया गया था जिसमें नासा, यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी, कनाडार्इ अंतरिक्ष एजेंसी व बाल्टीमोर में स्पेस टेलीस्कोप साइंस इंस्टीट्यूट के सदस्य शामिल थे।

दिल्ली भाजपा की प्रवक्ता का यौन उत्पीड़न करने के मामले में प्राथमिकी दर्ज

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की दिल्ली इकाई की प्रवक्ता को बदनाम करने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किए जाने का मामला सामने आया है। पुलिस ने यह जानकारी दी है कि भाजपा की दिल्ली इकाई ने इस मामले में शिकायत दर्ज कराई थी।

शिकायत में कहा गया है कि, “इसका उद्देश्य प्रवक्ता का नाम वीडियो के लिंग में डालकर उनकी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाना और उन्हें सार्वजनिक रूप से बदनाम करना था।“

बता दें, पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी द्वारा यह जानकारी साझा की गई है कि नई दिल्ली जिले के साइबर पुलिस थाने में भारतीय दंड संहिता की धारा 354a (यौन उत्पीड़न) और 509 (एक महिला के शील का अपमान) व सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 67 (इलेक्ट्रॉनिक रूप से अश्लील सामग्री प्रसारित करना) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी थी। और मामले की जांच शुरू कर दी गई है।