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कश्मीर में आतंकियों ने हिन्दू शिक्षिका की हत्या की

जम्मू और कश्मीर में आतंकियों ने एक बार फिर अल्पसंख्यक हिन्दू समुदाय को निशाना बनाते हुए मंगलवार को एक शिक्षिका की गोली मारकर हत्या कर दी। यह घटना कुलगाम की है जहाँ आतंकियों की गोली से गंभीर घायल शिक्षिका की अस्पताल ले जाते हुए मौत हो गयी।

पुलिस ने इस घटना के बाद कहा है कि इस घटना में शामिल आतंकियों की जल्द ही पहचान कर उन्हें ढेर कर दिया जाएगा। जानकारी के मुताबिक घटना कुलगाम के गोपालपोरा इलाके की है और शिक्षिका वहां के हाई स्कूल में नियुक्त थी।

इलाके की घेराबंदी कर ली गई है। पुलिस और सुरक्षा बलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। पुलिस के मुताबिक गोली लगने के बाद गंभीर घायल शिक्षिका (कुलगाम निवासी रजनी भल्ला) को अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई।

दिल्ली: स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन की आज कोर्ट में होगी पेशी, ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग केस में किया था गिरफ्तार

दिल्ली के अरविंद केजरीवाल सरकार में स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन की आज प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की आज कोर्ट में पेशी की जाएगी। सत्येंद्र जैन को प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लांड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया है।

ईडी की जांच के मुताबिक सत्येंद्र जैन वर्ष 2015-16 की समय अवधि के दौरान एक लोक सेवक थे, और उनके द्वारा लाभकारी स्वामित्व वाली व नियंत्रित कंपनियों को हवाला मार्ग के माध्यम से कोलकाता बेस्ड एंट्री ऑपरेटरों को नकद ट्रांसफर के बदले शेल कंपनियों से करीब 4.81 करोड़ रूपये की स्थानीय एंट्री प्राप्त हुर्इ। साथ ही इस रकम का उपयोग जमीन की सीधी खरीद या दिल्ली व इसके आसपास के कृषि भूमि की खरीद हेतु लिए गए ऋण की अदायगी के लिए किया गया था।

इसी बीच दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया सत्येंद्र जैन पर लगे आरोपों को सिरे से नाकारते हुए ट्वीट कर कहा कि, “सत्येंद्र जैन के खिलाफ 8 साल से एक फर्जी केस चलाया जा रहा है। अभी तक कर्इ बार ईडी बुला चुकी है। बीच में कर्इ साल ईडी ने बोलना भी बंद कर दिया था, क्योंकि उन्हें कुछ मिला ही नहीं। अब फिर शुरु कर दिया क्योंकि सत्येंद्र जैन हिमाचल के इलेक्शन इंचार्ज हैं।”

आपको बता दें, दिल्ली सरकार में कैबिनेट मंत्री सत्येंद्र जैन पेशे से आर्किटेक्ट है। साथ ही जैन ने अन्ना आंदोलन में भी अहम भूमिका निभाई थी जिसके बाद से वे आम आदमी पार्टी (आप) से जुड़ गए थे।

महाराष्ट्र के रायगढ़ में महिला ने 6 बच्चों की कुएं में फेंक हत्या की

मुंबई के नजदीक रायगढ़ जिले में एक महिला ने अपने 6 बच्चों को कुएं में फेंक दिया। इन सभी की मौत हो गयी है। महिला को आत्महत्या करने की कोशिश करते हुए बचा लिया गया। उसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक यह घटना रायगढ़ के महाड की है जहाँ एक महिला ने अपने छह बच्चों को कुएं में फेंक दिया। पुलिस के मुताबिक यह महिला अपने पति की पिटाई से परेशान थी।

इस 30 साल की महिला ने अपने पति और उसके परिवार के सदस्यों की कथित रूप से पिटाई की शिकायत भी की लेकिन कोई असर नहीं हुआ।

बच्चों को कुएं में फेंकने के बाद महिला ने खुद अपनी जान देने की भी कोशिश की। लेकिन लोगों ने उसे ऐसा करते हुए देख लिया और बचा लिया। लेकिन सभी छह बच्चों की मौत हो गई।

पुलिस के मुताबिक महिला का नाम रूना चिखुरी साहनी है। उसके खिलाफ बच्चों की हत्या का मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।

टूटे और उखड़े पेड़ों को आज तक न उठाया गया

राजधानी दिल्ली में सोमवार शाम हुई मूसलाधार वर्षा से एक ओर तो लोगों को गर्मी से राहत मिल गई है। लेकिन वहीं शासन-प्रशासन की पोल खोलकर रख दी है। आलम ये है वर्षा के दूसरे दिन मंगलवार को लोगों को वर्षा के जलभराव से परेशान नहीं होना पड़ा बल्कि जगह-जगह पेड़ के टूटे होने के कारण लोगों को जाम का सामना करना पड़ रहा है। ओर तो ओर सड़को दोनों ओर पेड़ों की टूटी डाली और जड़ से उखड़े पेड़ के कारण लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा है।

पेड़ के टूटे होने के कारण ट्रैफिक पुलिस को बड़ी मशक्कत करनी पड़ी है। ट्रैफिक पुलिस का कहना है कि जो पेड़ टूटे है उनको उठाना समय पर क्रेन लेना जाना वन विभाग की जिम्मेदारी बनती है। लेकिन पेड़ों को दूसरे दिन तक नहीं उठाया गया है।जो ट्रैफिक जाम का कारण बन रहा है।
ट्रैफिक पुलिस का कहना है कि लोगों की संवेदनाओं का तो इस बात से पता चलता है कि जब आंधी -तूफान से जो पेड़ जिसकी कार पर गिरे है। उन्होंने तो बीमा एजेंट के बुलाने तक कारों के ऊपर से पेड़ों को तक नहीं उठाने दिया है। यानी लोगों अपना नुकसान नहीं उठाना चाहते है। चाहे जनता को कितना भी नुकसान क्यों न हो जाये।

जानकारों का कहना है कि जो पेड टूटे है उनको उठाने के लिये सरकार के पास क्रेन का अभाव है जिसके कारण दिल्ली की यातायात व्यवस्था चौपट हुई है।
तहलका संवाददाता को लोगों ने बताया कि सड़कों पर वन विभाग और ट्रैफिक पुलिस वाले आकर उठा रहे है।लेकिन जो रिहायशी इलाकों पर पेड़ टूटे है और उखड़े् है उनको कौन उटाएंगा इसको लेकर लोगों में असमंजस है जिससे रिहायशी लोगों को आने जाने में परेशानी हो रही है।

कश्मीर के अवंतीपोरा में मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गए

जम्मू-कश्मीर के अवंतीपोरा इलाके में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मंगलवार को एक मुठभेड़ में दो आतंकी मारे गए हैं। हाल के पांच महीनों में घाटी में सुरक्षाबलों की कार्रवाई में दो दर्जन आतंकी मारे गए हैं।

जानकारी के मुताबिक मारे गए आतंकियों में एक शाहिद राथर दो नागरिकों जिनमें एक महिला शकीला और लुरगाम त्राल का एक सरकारी कर्मचारी जावेद अहमद शामिल हैं, की हत्या में शामिल था।

मारे गए आतंकवादियों में दूसरे की पहचान शोपियां क्षेत्र के उमर यूसुफ के रूप में हुई है। जानकारी मिलने के बाद सुरक्षा बलों ने आतंकियों को घेर लिया। आतंकियों की तरफ से उनपर गोलीबारी होने के बाद सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ में दो आतंकियों को मार गिराया।

पिछले कुछ समय में कश्मीर में काफी संख्या में आतंकी मारे गए हैं। पांच महीनों के दौरान जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी समूहों लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) और जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े 26 आतंकवादियों को ढेर किया है।

यूपी के बरेली में सड़क हादसे में 7 की मौत

उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में एक बड़े सड़क हादसे में मंगलवार को चालक समेत 7 लोगों की मौत हो गई। मरने वाले सभी लोग एक ही परिवार के सदस्य थे जो अस्पताल से अपना चेकअप करवाकर लौट रहे थे।

जानकारी के मुताबिक, यह हादसा मंगलवार तड़के बरेली जिले में तब हुआ जब इन लोगों को ला रही तेज रफ्तार एंबुलेंस अनियंत्रित होकर पहले तो सड़क किनारे डिवाइडर से जा टकराई और फिर एक ट्रक से भिड़ गयी। एम्बुलेंस में चालक और अन्य छह सवार थे और सभी की मौके पर ही मौत हो गई।

रिपोर्ट्स में बताया गया है कि यह लोग दिल्ली के किसी अस्पताल से चेकअप करवाकर घर लौट रहे थे। सभी छह लोग एक ही परिवार के सदस्य थे जबकि चालक की भी मौत गयी।

इस बीच यूपी के मुख्यमंत्री ने घटना पर गहरा अफ़सोस जताया है। सीएमओ के ट्वीटर हैंडल से एक ट्वीट में कहा गया – ‘मुख्यमंत्री ने जनपद बरेली में सड़क दुर्घटना में हुई जनहानि पर गहरा शोक प्रकट किया है। मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्माओं की शांति की कामना करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है।’

एक अन्य ट्वीट में मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को घायलों का समुचित उपचार कराने के निर्देश दिए हैं।

कोरोना से अनाथ हुए बच्चों के खाते में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘पीएम केयर्स’ के तहत भेजी छात्रवृत्ति

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये कोरोना महामारी के चलते अनाथ हुए बच्चों के लिए पीएम केयर योजना के माध्यम से छात्रवृत्ति प्रदान करने की घोषणा की है। साथ ही कार्यक्रम के दौरान पीएम ने स्कूली बच्चों को पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन की पासबुक व आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत एक स्वास्थ्य कार्ड भी सौंपा।

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में प्रधानमंत्री ने कहा कि, “पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन ऐसे सभी बच्चों की मुश्किलों को कम करने का एक छोटा प्रयास है जिन्होंने कोविड-19 में अपने माता और पिता दोनों को ही खो दिया। साथ ही यह इस बात का भी प्रतीक है कि पूरी संवेदनशीलता के साथ देश आपके साथ है।“

उन्होंने आगे कहा कि, मुझे इस बात से संतोष है कि बच्चों की पढ़ाई के लिए उनके घर के पास के स्कूलों में ही दाखिला कराया जा चुका है और यदि किसी भी बच्चे को हायर एजुकेशन के लिए लोन की आवश्यकता हो तो वे पीएम केयर से मदद ले सकते है। पीएम केयर फंड ने कोरोना काल के दौरान अस्पताल को तैयार करने, वेंटिलेटर खरीदने, ऑक्सीजन प्लांट लगाने में भी बहुत मदद की है।“

पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन के माध्यम से आयुष्मान हेल्थ कार्ड भी दिया जा रहा है इससे 5 लाख तक के इलाज की मुफ्त सुविधा भी बच्चों को मिलेगी। साथ ही स्कूल की पढ़ाई पूरी कर लेने के बाद आगे की पढ़ाई के लिए बच्चों को रुपयों की जरूरत होगी तो इसके लिए भी 18 वर्ष से 23 वर्ष की आयु के युवाओं को प्रत्येक माह स्टाइपेंड मिलेगा और जब वो 23 साल के होंगे तब 10 लाख रुपए इन बच्चों को एक साथ मिलेगें।

आपको बता दे, कोरोना के समय जिन बच्चों ने अपने माता व पिता दोनों को ही खो दिया उनके लिए रोजाना की जरूरतें पूरी करने के लिए अन्य योजनाओं के माध्यम से सरकार द्वारा प्रत्येक महीने 4 हजार रुपए की भी व्यवस्था की गयी है।

श्रुति शर्मा यूपीएससी परीक्षा में टॉप पर, पहले तीन स्थानों पर लड़कियां

उत्तर प्रदेश के बिजनौर की श्रुति शर्मा ने यूपीएससी की परीक्षा में आईएएस में टॉप किया है। संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने सिविल सेवा परीक्षा 2021 का फाइनल रिजल्ट सोमवार को जारी कर दिया। ऑनलाइन जारी किये नतीजे के मुताबिक श्रुति शर्मा को यूपीएससी परीक्षा में पहली रैंक मिली है।

श्रुति ने सेंट स्टीफेन और जेएनयू से पढ़ाई की है जबकि कोचिंग जामिया मीलिया इसलामिया से की है। वे उत्तर प्रदेश के बिजनौर की रहने वाली हैं। यूपीएससी सीएसई 2021 टॉप 4 में लड़कियां ही हैं। यूपीएससी आईएएस फाइनल रिजल्ट 2021 पहला रैंक श्रुति शर्मा को, दूसरा रैंक अंकिता अग्रवाल और तीसरा गामिनी सिंगला को मिला है।

नतीजे के मुताबिक पहले 20 स्थानों पर निम्नलिखित छात्र रहे हैं। श्रुति शर्मा, अंकिता अग्रवाल, गामिनी सिंगला, ऐश्वर्य वर्मा, उत्कर्ष द्विवेदी, यक्ष चौधरी, समयक एस जैन, इशिता राठी, प्रीतम कुमार, हरकीरत सिंह रंधावा, शुभांकर प्रत्युष पाठक, यशार्थ शेखर, प्रियबंदा अशोक मडलकर, अभिनव जे जैन, सी यशवंतकुमार रेड्डी, अंशु प्रिया, मेहक जैन, रवि कुमार सिहाग, दीक्षा जोशी और अर्पित चौहान रहे हैं।

यूपीएससी सिविल सर्विस रिजल्ट 2021 फाइनल में कुल 685 अभ्यर्थियों का अंतिम रूप से चयन किया गया है। उन्हें उनकी रैंक और च्वाइस के अनुसार भारत सरकार की शीर्ष सेवाओं में नियुक्ति प्रदान की जाएगी।

यूपीएससी सिविल सर्विसेस रिजल्ट पीडीएफ फॉर्मेट में ऑफिशियल वेबसाइट्स upsc.gov.in और upsconline.nic.in पर अपलोड किया गया है।

बेंगलुरु में किसान नेता राकेश टिकैत पर फेंकी गयी स्याही

किसान नेता राकेश टिकैत के ऊपर बेंगलुरु में काली स्याही फेंकने की घटना हुई है। यह तब हुआ जब टिकैत वहां के प्रेस क्लब के गांधी भवन में एक मीडिया कार्यक्रम में थे।

कार्यक्रम के दौरान करीब एक दर्जन लोग अचानक भीतर घुस आये और उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस में बैठे राकेश टिकैत पर स्याही फेंक दी। जब उन पर स्याही फेंकी गई तब वो मीडिया को संबोधित कर रहे थे। इस घटना से वहां अफरा-तफरी मच गई और कुर्सियों को इधर-उधर फेंका जाने लगा।

टिकैत दरअसल निरस्त किए गए कृषि कानूनों के खिलाफ एक स्टिंग ऑपरेशन के बारे में प्रेस कांफ्रेंस में बोल रहे थे। इसमें कर्नाटक के एक किसान नेता को कथित तौर पर पैसे मांगते हुए पकड़ा गया था।

घटना के बाद टिकैत ने राज्य की भाजपा सरकार पर कार्यक्रम स्थल पर सुरक्षा प्रदान नहीं करने का आरोप लगाया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक टिकैत ने कहा कि यहां स्थानीय पुलिस ने किसी तरह की सुरक्षा प्रदान नहीं की थी।

उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव की आहट राज्यसभा चुनाव में

आगामी 2024 में होने वाले लोकसभा के चुनाव को लेकर पौने दो साल का समय है पर लोकसभा चुनाव की आहट इसी माह होने वाले राज्य सभा के चुनाव में देखी जा रही है। बताते चलें उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में इसी साल भाजपा को मिली ऐतिहासिक जीत से भाजपा गदगद है। लेकिन लोकसभा चुनाव में कोई सियासी समीकरण न बिगाड़ सकें सो, अभी से भाजपा वो सारे सियासी दांव चल रही है। ताकि लोकसभा के चुनाव में कोई सियासी अड़चन न आ सकें। उत्तर प्रदेश में सपा के अलावा कोई दूसरी पार्टी नहीं है जो राज्यसभा में अपने प्रत्याशी भेज सकें।इसलिहाज से सपा की सियासत पर प्रदेश के नेताओं के साथ राष्ट्रीय नेताओं की नजर उत्तर प्रदेश की सियासत में है।

उत्तर प्रदेश की राजनीति के जानकार प्रमोद गर्ग का कहना है कि मौजूदा समय में उत्तर प्रदेश में मुख्य रूप से दो ही राजनीतिक पार्टी है। जो सुर्खियों में है।सपा जानती है कि अगर लोकसभा के चुनाव में दो अंको का आंकडा वो पार करती है। तो निश्चित तौर सपा के साथ लोगों का जुड़ाव होगा और वोट बैंक बड़ेगा।अन्य़था सपा को अपने खोये हुये जनाधार को वापस लाना मुश्किल होगा। वहीं भाजपा का कहना है कि उत्तर प्रदेश के विधानसभा के चुनाव के पूर्व जो माहौल बना था कि भाजपा चुनाव में पिछड़ सकती है।

ऐसे में भाजपा के अंदर जीत का तो भरोसा था लेकिन हार का भी भरोसा था। लेकिन अब भाजपा लोकसभा के चुनाव के पूर्व अभी से वो मुद्दे बनाने में लगी है। जिसके दम पर उसने 2 सीटों से 300 सीटों का आंकड़ा प्राप्त किया है।मथुरा और बनारस जो भी सियासी माहौल बनाया जा रहा है उसका सीधा लाभ भाजपा को मिल सकता है। साथ ही नये सिरे से देश में ध्रुवीकरण की राजनीति का नया माहौल बनाया जा रहा है।