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बेंगलुरु में किसान नेता राकेश टिकैत पर फेंकी गयी स्याही

किसान नेता राकेश टिकैत के ऊपर बेंगलुरु में काली स्याही फेंकने की घटना हुई है। यह तब हुआ जब टिकैत वहां के प्रेस क्लब के गांधी भवन में एक मीडिया कार्यक्रम में थे।

कार्यक्रम के दौरान करीब एक दर्जन लोग अचानक भीतर घुस आये और उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस में बैठे राकेश टिकैत पर स्याही फेंक दी। जब उन पर स्याही फेंकी गई तब वो मीडिया को संबोधित कर रहे थे। इस घटना से वहां अफरा-तफरी मच गई और कुर्सियों को इधर-उधर फेंका जाने लगा।

टिकैत दरअसल निरस्त किए गए कृषि कानूनों के खिलाफ एक स्टिंग ऑपरेशन के बारे में प्रेस कांफ्रेंस में बोल रहे थे। इसमें कर्नाटक के एक किसान नेता को कथित तौर पर पैसे मांगते हुए पकड़ा गया था।

घटना के बाद टिकैत ने राज्य की भाजपा सरकार पर कार्यक्रम स्थल पर सुरक्षा प्रदान नहीं करने का आरोप लगाया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक टिकैत ने कहा कि यहां स्थानीय पुलिस ने किसी तरह की सुरक्षा प्रदान नहीं की थी।

उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव की आहट राज्यसभा चुनाव में

आगामी 2024 में होने वाले लोकसभा के चुनाव को लेकर पौने दो साल का समय है पर लोकसभा चुनाव की आहट इसी माह होने वाले राज्य सभा के चुनाव में देखी जा रही है। बताते चलें उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में इसी साल भाजपा को मिली ऐतिहासिक जीत से भाजपा गदगद है। लेकिन लोकसभा चुनाव में कोई सियासी समीकरण न बिगाड़ सकें सो, अभी से भाजपा वो सारे सियासी दांव चल रही है। ताकि लोकसभा के चुनाव में कोई सियासी अड़चन न आ सकें। उत्तर प्रदेश में सपा के अलावा कोई दूसरी पार्टी नहीं है जो राज्यसभा में अपने प्रत्याशी भेज सकें।इसलिहाज से सपा की सियासत पर प्रदेश के नेताओं के साथ राष्ट्रीय नेताओं की नजर उत्तर प्रदेश की सियासत में है।

उत्तर प्रदेश की राजनीति के जानकार प्रमोद गर्ग का कहना है कि मौजूदा समय में उत्तर प्रदेश में मुख्य रूप से दो ही राजनीतिक पार्टी है। जो सुर्खियों में है।सपा जानती है कि अगर लोकसभा के चुनाव में दो अंको का आंकडा वो पार करती है। तो निश्चित तौर सपा के साथ लोगों का जुड़ाव होगा और वोट बैंक बड़ेगा।अन्य़था सपा को अपने खोये हुये जनाधार को वापस लाना मुश्किल होगा। वहीं भाजपा का कहना है कि उत्तर प्रदेश के विधानसभा के चुनाव के पूर्व जो माहौल बना था कि भाजपा चुनाव में पिछड़ सकती है।

ऐसे में भाजपा के अंदर जीत का तो भरोसा था लेकिन हार का भी भरोसा था। लेकिन अब भाजपा लोकसभा के चुनाव के पूर्व अभी से वो मुद्दे बनाने में लगी है। जिसके दम पर उसने 2 सीटों से 300 सीटों का आंकड़ा प्राप्त किया है।मथुरा और बनारस जो भी सियासी माहौल बनाया जा रहा है उसका सीधा लाभ भाजपा को मिल सकता है। साथ ही नये सिरे से देश में ध्रुवीकरण की राजनीति का नया माहौल बनाया जा रहा है।

जेलेंस्की ने खार्किव सुरक्षा प्रमुख को हटाया, कहा सुरक्षा नहीं कर पाए

यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने खार्किव के दौरे के दौरान इस पूर्वोत्तर शहर के सुरक्षा प्रमुख को यह कहते हुए हटा दिया है कि वे शहर की सुरक्षा करने में नाकाम रहे। राष्ट्रपति ने फ्रंटलाइन पर पहुंचकर सैनिकों से मुलाकात भी की।

बता दें खार्किव यूक्रेन का दूसरा सबसे बड़ा शहर है, जो रूसी हमले से खंडहर हो चुका है। रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध जारी है और यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की पहली बार खार्किव के दौरे पर गए। ज़ेलेंस्की ने ऐलान किया कि उन्होंने शहर के सुरक्षा प्रमुख को काम न करने की वजह से निकाल दिया है।

राष्ट्रपति ने किसी अधिकारी का नाम नहीं लिया, हालांकि, यूक्रेनी मीडिया में हटाए गए अधिकारी का नाम खार्किव क्षेत्र की सुरक्षा सेवा के प्रमुख रोमन डुडिन बताया गया है।

उधर ज़ेलेंस्की ने अपने संबोधन में कहा कि सेवेरोडनेत्स्क में सभी महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को पहले ही नष्ट कर दिया गया है। शहर के दो-तिहाई से अधिक आवास स्टॉक पूरी तरह से नष्ट हो गए हैं। शहर में, जहां अनुमानित 15,000 नागरिक रहते हैं, वहां लगातार हो रही गोलाबारी ने लोगों का जीवन दूभर कर दिया है।’

नेपाली विमान के हादसे की जगह का पता चला, 22 लोग थे सवार

नेपाल में हादसे का शिकार हुए निजी एयरलाइंस के विमान के हादसास्थल का पता लगा लिया गया है। इस हादसे में चार भारतीयों सहित 22 यात्री सवार थे और यह रविवार सुबह पहाड़ी जिले में लापता हो गया था। नेपाल की सेना ने सोमवार को कहा कि हादसे की जगह का पता लगा लिया गया है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक नेपाल की सेना ने एक ट्वीट में कहा – ‘खोज और बचाव दल ने विमान ‘के हादसा होने की जगह का पता लगा लिया है। अधिक जानकारी जुटाई जा रही है।’ यह विमान उड़ान के दौरान लापता हो गया था और उसका कोई पता नहीं चला था।

हादसे के बाद स्थानीय ग्रामीणों ने सेना को जानकारी दी थी। यह प्लेन निजी कम्पनी तारा एयर का था और मनापति हिमालय के भूस्खलन प्रभावित लामचे नदी के मुहाने पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। सेना के प्रवक्ता नारायण सिलवाल ने कहा – ‘नेपाल सेना जमीन और हवाई मार्ग से घटनास्थल पर पहुँच रही है।’

चार भारतीयों सहित प्लेन में 22 यात्री सवार थे। मस्टैंग पुलिस के मुताबिक टिटी के स्थानीय लोगों ने उसे फोन पर जानकारी दी थी कि उन्होंने घमाके जैसी कोई आवाज सुनी है। तलाशी अभियान के लिए इलाके में हेलीकॉप्टर तैनात किया गया है।

सिद्धू मूसेवाला की मौत पर कांग्रेस नाराज कहा, यह एक ‘राजनीतिक हत्या’

पंजाब में आप सरकार के सुरक्षा वापस लेने के एक दिन बाद ही हत्यारे की गोलियों का शिकार हुए कांग्रेस नेता और लोकप्रिय गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या को कांग्रेस ने ‘राजनीतिक हत्या’ करार दिया है। इस बीच मान सरकार ने हत्या की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है।

मशहूर गायक सिद्धू मूसेवाला की रविवार हत्या कर दी गयी थी। एक दिन पहले ही 423 अन्य लोगों के साथ उनकी सुरक्षा मान सरकार ने वापस ले ली थी। उनकी सुरक्षा कम करने को लेकर पंजाब में विपक्षी दलों ने आम आदमी पार्टी सरकार पर निशाना साधा है।

कांग्रेस, जिसके वे नेता थे, ने इसे ‘राजनीतिक हत्या’ करार दिया है। पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने इसे बर्बर हत्या बताते हुए इसकी कड़ी निंदा की और इसे सोची समझी साजिश का हिस्सा बताया है। उधर मान सरकार ने हत्या की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है।

मूसेवाला की हत्या मानसा जिले में गोली मारकर कर दी गई। इस घटना में तीन और लोग घायल हुए हैं। मूसेवाला और उनके दो दोस्त जब मानसा जा रहे थे कि उनकी एसयूवी पर गोलियों की बौछार कर दी गई। उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घायल लोगों को मानसा अस्पताल में भर्ती किया गया है।

मूसेवाला जहाँ लोकप्रिय गायक थे वहीं वो काफी विवादों से भी घिरे थे। अकाली नेता विक्कू मिददुखेड़ा की हत्या की साज़िश का आरोप भी उनपर था। वो पिछले साल नवंबर में ही कांग्रेस में शामिल हुए थे और मनसा सीट से पार्टी की टिकट पर मैदान में उतरे थी, हालांकि आप के विजय सिंगला से हार गए थे, जिन्हें पिछले हफ्ते ही बतौर स्वास्थ्य मंत्री भ्रष्टाचार के आरोप में सीएम मान ने मंत्री पद से बर्खास्त कर दिया था।

पीएम मोदी गुजरात दौरा: पीएम ने गुजरात में मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल का किया उद्घाटन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज गुजरात दौरे पर है। पीएम ने आज राजकोट के अटकोट में मातुश्री केडीपी मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल का उद्घाटन किया। यह अस्पताल 40 करोड़ की लागत से बना है इसमे कुल 200 बेड और 64 आईसीयू के साथ विश्वस्तरीय सुविधाएं भी मुहैया कराई जाएगी।

नवनिर्मित अस्पताल का दौरा करने के बाद, पीएम सहकारी संस्थाओं के प्रमुखों के सम्मेलन को संबोधित करेंगे और नैनो यूरिया (तरल) संयंत्र का भी उद्घाटन करेंगे। साथ ही राजकोट व गांधीनगर के कई कार्यक्रमों मे भी हिस्सा लेंगे। पीएम मोदी ने अपने गुजरात दौरे के कार्यक्रम की जानकारी खुद सोशल मीडिया पर साझा की है।

पीएम ने ट्वीट कर कहा कि, “मैं आज गुजरात जा रहा हूं, वहां जाकर राजकोट और गांधीनगर में कार्यक्रमों में शिरकत करूंगा। इन कार्यक्रमों में स्वास्थ्य सेवा, सहकारिता, और किसान कल्याण जैसे प्रमुख क्षेत्र शामिल है।“

आपको बता दें, इस वर्ष गुजरात में विधानसभा चुनाव होने है। ऐसा माना जा रहा है कि चुनाव से पहले पीएम मोदी का गुजरात दौरा बेहद खास है और पीएम की कोशिश पाटीदार समाज को साधने की है। क्योंकि वर्ष 2017 के चुनाव में पाटीदार समाज भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से नाराज था।

जुलाई से सितंबर के बीच देश में फिर हो सकता है कोयले का गंभीर संकट

भारत में आने वाले समय में कोयले का संकट दोबारा खड़ा होने का गंभीर खतरा बना हुआ है। मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि बिजली मंत्रालय की एक कमेटी ने इस तरह की आशंका जताई है। उसके मुताबिक देश में कोयले की यह स्थिति बिजली कटौती का गंभीर संकट उत्पन्न कर सकती है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक सितंबर में ख़त्म होने वाली तिमाही के दौरान भारत को कोयले की गंभीर कमी झेलनी पड़ सकती है। उस समय बिजली की मांग ज्यादा रहती है। मंत्रालय की कमेटी की रिपोर्ट के मुताबिक आशंका है कि जुलाई से सितंबर के बीच कोयले की आपूर्ति में 42.5 मिलियन टन की कमी आ सकती है जो हाल के संकट से 15 फीसदी ज्यादा है।

रूस-यूक्रेन युद्ध का भी कोयले की आपूर्ति पर व्यापक असर पड़ा है। इस समय कोयले की वैश्विक कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर पहुँच चुकी हैं। देश में ज्यादातर राज्यों ने कोयला आयात करने का अनुबंध अभी तक नहीं दिया है। जाहिर है कोयला आयात नहीं होता है तो जुलाई तक कई बिजली संयंत्र कोयले का गंभीर संकट झेलने की स्थिति में पहुँच जाएंगे।

केंद्र ने परिस्थिति को देखते हुए हाल में बिजली संयंत्रों पर कोयले का आयात बढ़ाने के लिए दबाव बढ़ाते हुए चेतावनी दी है कि यदि बिजली संयंत्र आयात कर अपने कोल इनवेंट्रीज नहीं बनाते हैं तो घरेलू रूप से खनन किए गए कोयले की आपूर्ति में कटौती करनी पड़ेगी।

पंजाब सरकार का 424 वीआईपी की सुरक्षा वापस लेने का ऐलान

पंजाब में भगवंत मान सरकार ने एक बड़े फैसले में 424 वीआईपी की सुरक्षा वापस लेने की घोषणा की है। जिन लोगों की सुरक्षा वापस लेने की बात कही गयी है उनमें सेवानिवृत अधिकारी, पूर्व विधायक आदि शामिल हैं।

जानकारी के मुताबिक सुरक्षा वापस लेने का यह फैसला रिव्यू कमेटी की बैठक के बाद किया है। बैठक में वीआईपी की सुरक्षा जरूरतों के आधार पर कहा गया कि उपरोक्त 424 लोगों को सुरक्षा की जरूरत नहीं है।

बैठक में इन लोगों सुरक्षा हटाने या उसमें कटौती का फैसला होने के बाद सरकार ने इसके आदेश जारी कर दिए हैं। पंजाब पुलिस में फिलहाल कर्मचारियों की बड़ी कमी को भी सुरक्षा हटाने का एक कारण बताया गया है।

अप्रैल में सरकार बनने के तुरंत बाद सीएम मान ने पूर्व मंत्रियों, पूर्व विधायकों और अन्य नेताओं सहित 184 लोगों की सुरक्षा वापस लेने का आदेश दिया था। प्रमुख नेताओं में पंजाब के पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी, कैप्टन अमरिंदर सिंह के बेटे रणिंदर सिंह और कांग्रेस विधायक प्रताप सिंह बाजवा की पत्नी शामिल हैं जिनकी सुरक्षा पिछले महीने ही वापस ली गई थी।

लद्दाख: 26 सैनिकों को ले जा रहा वाहन श्योक नदी में गिरा, सात की मौत

लद्दाख क्षेत्र में 26 सैनिकों का एक दल वाहन में जा रहा था, अचानक ही वाहन के श्योक नदी मे गिरने से हादसा हुआ। इस हादसे में सात सैनिकों की मौत की खबर आई है।

26 जवानों का यह दल परतापुर के ट्रांजिट कैंप से सब सेक्टर हनीफ के फॉरवर्ड एरिया की ओर जा रहा था तभी यह दुर्घटना घटी। बताया जा रहा है कि वाहन के सड़क से फिसलने से यह दुर्घटना हुर्इ।

वाहन करीब 50 से 60 फीट नीचे गिरा जिसमें सात जवानों की मौत हो गर्इ, बाकी जवानों को निकालकर परतापुर के 403 फील्ड अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला को आय से अधिक संपत्ति के मामले में चार साल की सजा व 50 लाख रुपये का जुर्माना

हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला को आय से अधिक संपत्ति के मामले में सीबीआई की विशेष अदालत ने चार साल की कैद की सजा और 50 लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया गया है। साथ ही उनकी चार संपत्तियों को जब्त करने का भी आदेश दिया गया है।

हालांकि अदालत का फैसला आने के बाद ओमप्रकाश चौटाला के छोटे पुत्र और इनेलो महासचिव ने इस फैसले के खिलाफ हाई कोर्ट मे जाने की बात कही है।

आपको बता दें, कोर्ट का फैसला आते ही चौटाला को गिरफ्तार कर लिया गया है। इससे पहले शिक्षक भर्ती घोटाले में भी चौटाला को 10 साल की कैद हुई थी और कुछ समय पहले ही वे बाहर आए थे।

कोर्ट में कम सजा की मांग करते हुए चौटाला के वकील ने संपत्ति से अधिक मामले में दलील दी थी कि उनकी उम्र 90 वर्ष के करीब और शरीर का अधिकांश हिस्सा लकवाग्रस्त है इसलिए उनको कम सजा दी जाए।