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झूठ बोलकर विमान से उतारा गया, लंबी लड़ाई के लिए तैयार हूं- पवन खेड़ा

कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता पवन खेड़ा ने गुरुवार को कहा कि, “पुलिस अधिकारियों ने उन्हें झूठ बोलकर छत्तीसगढ़ जाने वाले विमान से उतरने के लिए झूठ बोला गया था। मुझे बताया गया कि मेरे सामान के साथ कुछ समस्या है हालांकि मेरे पास केवल हाथ में रखने वाला ही बैग था।“  

उन्होंने आगे बताया कि, “मुझे कहा गया कि आपके सामान को लेकर कुछ समस्या है, जबकि मेरे पास केवल एक हैंडबैग है। जब फ्लाइट से नीचे आया तो बताया गया कि आप नहीं जा सकते हैं। फिर कहा गया- आपसे डीसीपी मिलेंगे। मैं काफी देर से इंतजार कर रहा हूं। नियम, कानून और कारणों का कुछ अता-पता नहीं है।“

आपको बता दें, कांग्रेस नेता पवन खेड़ा पार्टी के अन्य नेताओं के साथ विमान में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) की बैठक के लिए छत्तीसगढ़ जा रहे थे। किंतु विमान में चढ़ने के कुछ क्षण बाद पवन खेड़ा को बोर्डिंग पास के बावजूद दिल्ली से इंडिगो की एक उड़ान से कथित रूप से बाहर निकलने के लिए मजबूर किया गया।

वहीं इंडिगो एयरलाइन के सूत्रों ने कहा कि, पवन खेड़ा को प्राथमिकी या प्रथम सूचना रिपोर्ट मिलने पर विमान से उतारा गया था। उड़ानों पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ा। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि पवन खेड़ा को बिना गिरफ्तारी वारंट के रोका गया। कांग्रेस की सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि, “यह और कुछ नहीं बल्कि एक घबराई हुई सरकार और उसकी मनमानी है।“

पंजाब: आप विधायक अमित रतन कोटफत्ता रिश्वत मामले में गिरफ्तार

पंजाब के बठिंडा ग्रामीण सीट से विधायक एवं आम आदमी पार्टी (आप) नेता अमित रतन कोटफत्ता को सतर्कता ब्यूरो ने रिश्वत मामले में गिरफ्तार किया है। इससे कुछ दिन पहले पंजाब सतर्कता ब्यूरो ने विधायक के निकट सहयोगी रशिम गर्ग को इसी मामले में गिरफ्तार किया था।

पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने अमित रतन कोटफत्ता को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। बृहस्पतिवार को एक शीर्ष अधिकारी ने यह जानकारी साझा की कि बीते हफ्ते रशिम गर्ग एक व्यक्ति से 4 लाख की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकडे गए थे। और आरोप था कि वे आप विधायक के पीए है।

विधायक को बुधवार शाम राजपुरा से गिरफ्तार किया गया था और बृहस्पतिवार को उन्हें अदालत में पेश किया जाएगा। गर्ग को बठिंडा में घुद्दा ग्राम प्रधान के पति द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के बाद 16 फरवरी को गिरफ्तार किया गया था। जिसमें आरोप लगाया गया था कि आरोपी 25 लाख रुपये का सरकारी अनुदान जारी कराने के बदले 5 लाख रुपये की रिश्वत की मांग कर रहा है।

वहीं बठिंडा में सतर्कता ब्यूरो के दल ने गर्ग को 4 लाख रुपये नकद राशि के साथ पकड़ा था। इससे पहले कोटफत्ता ने गर्ग के साथ किसी भी तरह के संबंध से इनकार किया था। और विपक्षी दलों पर पंजाब में आप की सरकार को बदनाम करने की कोशिश का आरोप लगाया है।

एमसीडी स्टैंडिंग कमेटी चुनाव: भाजपा-आप पार्षद सदन में भिड़े, भारी हंगामे के बीच कार्यवाही शुक्रवार तक स्थगित

दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) सदन गुरुवार की सुबह 8.30 बजे शुरू हुआ किंतु आप और भाजपा पार्षदों के भारी हंगामे, अराजकता और नारेबाजी के चलते पांचवी बार फिर से स्थगित कर दिया गया है। एमसीडी की कार्यवाही शुक्रवार सुबह 10 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गर्इ है।

आप और भाजपा के सदस्यों ने बुधवार रात एमसीडी हाउस के चैंबर में एक-दूसरे पर मारपीट और प्लास्टिक की बोतले फेंक खूब हंगामा किया और अराजकता की और स्थिति इतनी अराजक हो गर्इ कि पार्षदों ने मतपेटियों को ही फेंक दिया व कुछ ने मारपीट भी की।

यह बवाल उस समय हुआ जब स्थायी समिति के सदस्यों के चुनाव हो रहा था। जब भाजपा ने आरोप लगाया कि गुप्त मतदान के दौरान पार्षद अपने मोबाइल से मतपत्रों की तस्वीरे ले रहे थे जो कि गुप्तदान का उल्लंघन है। ठीक इसके बाद भाजपा ने डाले गए वोटों को खारिज करने की मांग की और सिरे से चुनाव की मांग की। और तभी सदन स्थगित कर दिया गया था।

दिल्ली की मेयर शैली ओबेरॉय ने ट्वीट कर आरोप लगाया है कि, “सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार, जब मैं स्थायी समिति के चुनाव करा रही थी, तब भाजपा पार्षदों ने मुझ पर हमला करने की कोशिश की। यह भाजपा की गुंडागर्दी की हद है कि वे एक महिला मेयर पर हमला करने की कोशिश कर रहे है। ”

इलाहाबाद हाई कोर्ट के पूर्व जज एसएन शुक्ला और उनकी पत्नी पर सीबीआई ने भ्रष्टाचार का मामला किया दर्ज

केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश एसएन शुक्ला और उनकी पत्नी के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का केस दर्ज किया गया है। पूर्व जज के खिलाफ भ्रष्टाचार का यह दूसरा मामला है।

आरोप है कि रिटायर्ड जस्टिस ने अप्रैल 2014 से दिसंबर 2019 तक इलाहाबाद और लखनऊ बेंच में जस्टिस रहते हुए करोड़ों की संपत्ति बनाई थी। शुक्ला और उनकी पत्नी ने आय के ज्ञात स्रोत से अधिक कथित रूप से 2.45 करोड़ रुपये की संपत्ति अर्जित की है। न्यायमूर्ति एसएन शुक्ला इलाहाबाद उच्च न्यायालय से जुलाई 2020 में सेवानिवृत्त हुए थे।

साथ ही सीबीआई ने उनकी संपत्ति व बैंक खातों की जांच में पाया है कि 165 फीसदी आय से अधिक संपत्ति निकाली। एसएन शुक्ला पर एमबीबीएस कोर्स में दाखिले के लिए एक निजी मेडिकल कॉलेज को कथित रूप से फायदा पहुंचाने का आरोप था। आरोप था कि उन्होंने एक प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में नामांकन की तारीख बढ़ा कर कॉलेज की मदद की थी।

सीबीआई ने 4 दिसंबर 2019 को इलाहाबाद उच्च न्यायालय के तत्कालीन न्यायाधीश एसएन शुक्ला के साथ आईएम कुद्दुसी, छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के सेवानिवृत न्यायाधीश और चार अन्य के खिलाफ लखनऊ स्थित एक मेडिकल कॉलेज के पक्ष में पैसे लेकर आदेश प्राप्त करने के आरोप में भ्रष्टाचार का केस दर्ज किया था।

आपको बता दें, सुप्रीम कोर्ट की इन-हाउस जांच में भी न्यायमूर्ति एसएन शुक्ला द्वारा किए गए भ्रष्टाचार का खुलासा हुआ था। और भारत के तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा ने 2018 में उनके ऊपर महाभियोग की सिफारिश की थी। किंतु न्यायमूर्ति मिश्रा के उत्तराधिकारी न्यायमूर्ति रंजन गोगोई के कार्यकाल में उनके ऊपर महाभियोग नहीं लगाया गया था।

बिहार में लोकसभा के लिए जाति आधारित समीकरण पर सजने लगा  विशाद

बीजेपी ने वाईजेड पर तो जदयू को कोयरी – कुर्मी को साधने का बनाया प्लान

लोकसभा चुनाव 2024 से पहले बीजेपी,कांग्रेस,जदयू,राजद बिहार में जातिगत समीकरण साधने में जुटी है। वहीं बीजेपी को पता है कि  बिहार फतह करना जरुरी है तो पिछड़े और अति पिछड़े को अपने साथ जोड़े रखना पड़ेगा। यही कारण है कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित साह निरंतर बिहार का दौरा कर रहे हैं।प्रदेश में नीतीश सरकार के खिलाफ महौल बनाने के बाद बीजेपी अब महागठबंधन के परंपरागत वोटरों की सेंघमारी में जूट गई है। बीजेपी ने इसके लिए ब्लू प्रिंट भी तैयार कर लिया है। पार्टी अब बिहार में महागठबंधन के परंपरागत वोटर दलित, पिछड़े और अति पिछड़े को अपने साथ जोड़ने के लिए  ‘ZY’ का घेरा में लेना शुरु कर दिया है।

लोकसभा चुनाव 2024 के लिए बीजेपी ने बिहार के लिए जो ब्लू प्रिंट तैयार किया है उसमें उसने यह तय कर लिया है कि हमें  किसे तोड़ना है, किसे जोड़ना है।बीजेपी ने अपने इस अभियान में सबसे पहले चिराग पासवान को साधा और  उन्हें “Z” कैटेगरी की सुरक्षा दी। चिराग पासवान बिहार में दलितों के बीच एक बड़ा चेहरा हैं।रामविलास पासवान के बाद दलित उनके बेटे चिराग पासवान अपना भरोसा करते हैं। बीजेपी  विधान सभा चुनाव में पर्दे के पीछे से नीतीश कुमार का कद कम करने के लिए उन्हें अंजाम भी चुकी है। चिराग पासवान वैसे भी अपने को पीएम नरेंद्र मोदी को अपना हनुमान कहते रहे हैं।यही कारण है कि नीतीश कुमार के साथ छोड़ने पर  उन्हें “Z” कैटेगरी की सुरक्षा दी है। इसी प्रकार  मुकेश साहनी यानी सन ऑफ मल्लाह को “Y” श्रेणी की सुरक्षा दी गई है।मुकेश सहनी पहले भी बीजेपी के साथ रह चुके हैं। लेकिन यूपी चुनाव के समय बीजेपी और वीआईपी पार्टी में अनबन होने पर दोनों ने एक दूसरे का साथ छोड़ दिया था।

बीजेपी ने मुकेश सहनी के विधायकों को तोड़कर अपने साथ मिला लिया था। लेकिन एक बार फिर उन्हें  “Y” श्रेणी की सुरक्षा देकर अपने साथ मिलाने का प्रयास किया है। बीजेपी ने वीआईपी प्रमुख मुकेश साहनी को जोड़कर बिहार के पिछड़े और अति पिछड़े वोट बैंक को साधने की कोशिश की है।बीजेपी के निशाने पर अब जेडीयू से अलग होकर अपनी पार्टी बनाने वाले उपेंद्र कुशवाहा पर भी है। कुशवाहा ने  2 दिनों पहले राष्ट्रीय लोक जनता दल पार्टी का निर्माण किया है। कहा जा रहा है कि बीजेपी उन्हें भी शीघ्र ही  वाई या जेड टाइप सुरक्षा देखकर अपने साथ मिलाने का प्रयास करेगी।ताकि कुर्मी और कोइरी वोट बैंक को साधा जा सके। बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जयसवाल की उपेंद्र कुशवाहा से हाल की मुलाकात को इसी से जोड़कर देखा जा रहा है। वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कोयरी  और कुर्मी समीकरण को अपनें साथ जोड़े रखना चाहते हैं। उनकी सहयोगी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल भी दलित, पिछड़े और अति पिछड़े के भरोसे 2024 की लोकसभा वैतरणी पार करने का मन बनाए बैठे हैं।इसी तेरा कांग्रेस भी पिछडे, महा दलित, मुस्लिम और यादवो के भरोसे अपनी विशाद बिछाने में लग गई है। सभी अपने हिसाब से जाति समीकरण बनाने में लगे हुए है।

यूपी बजट 2023-24: योगी सरकार ने 6.90 लाख करोड़ का बजट किया पेश

उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने बुधवार को अपने दूसरे कार्यकाल का दूसरा बजट पेश किया है। योगी आदित्यनाथ और वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने अपने कार्यकाल का दूसरा बजट वर्ष 2023- 24 का 6.90 करोड़ का बजट पेश किया है। वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने बजट शुरुआत एक शायरी से करते हुए कहा कि, “लहरों से मत सवाल कर, डूब के खुद गहरे पानी मे…पानी का फलसफा समझ! योगी का बजट बना है यूपी की खुशहाली का है। बजट में मूलभूत संरचना के विकास पर विशेष ध्यान केंद्रित किया गया है। जिसमें किसान, श्रमिक, महिलाओं युवाओं पर विशेषकर फोकस किया गया है। वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने कहां थी वर्ष 2023- 24 के लिए जीएसटी में वृद्धि दर 19% अनुमानित की गई है। वैश्विक मंदी के दौर में प्रदेश की अर्थव्यवस्था की विकास दर उत्साहजनक रहा है वर्ष 2017 के पूर्व प्रदेश की बेरोजगारी दर 14.4 प्रतिशत घटकर 4.2 प्रतिशत हो गई है यह प्रदेश के लिए महत्वपूर्ण उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि यह बजट प्रदेश में खुशियां लेकर आएगी सबको समान अधिकार मिलेगा और प्रदेश लगातार प्रगति के पथ पर निरंतर बढ़ता रहेगा।

बजट पर सीएम योगी ने कहा कि, एयर कनेक्टिविटी आज बहुत बेहतर हुई है। कुंभ को देखते हुए प्रदेश सरकार ने परिवहन निगम का बेड़ा बढ़ाने का निश्चय किया है। मुख्यमंत्री औद्योगिक क्षेत्र विस्तारीकरण योजना एवं नवीन आद्योगिक क्षेत्र सृजन योजना की शुरुआत की गई है। नई आद्यौगिक इकाइयों के विकास के लिए पॉलिसी लाई गई है। टैबलेट और स्मार्ट फोन की व्यवस्था बढ़ाई गई। 3600 करोड़ रुपए से स्नातक और स्नातकोत्तर युवाओं को टैबलेट और लैपटॉप मिलेंगे। 2 करोड़ युवाओं को टैबलेट और लैपटॉप मिलेंग।

बजट में विवाह योजना के लिए 600 करोड़, झांसी चित्रकूट लिंक एक्स्प्रेस के लिए 225 करोड़, वित्त मंत्री बोले- यूपी में बेरोजगारी घटी है। यूपी में निवेश बढ़ा है।

बजट के प्रमुख अंश-

भाग: 1

● उत्तर प्रदेश 24 करोड़ की देश की सर्वाधिक जनसंख्या वाला राज्य है हमारा प्रदेश न केवल भारत का सबसे बड़ा उपभोक्ता एवं श्रम बाजार है अपितु गंगा के उपजाऊ मैदानों के किनारे प्रदेश में प्रचुर प्राकृतिक संसाधन विद्यमान हैं। देश की जीडीपी में प्रदेश का योगदान 08 प्रतिशत से अधिक का हैं।
● मुझे यह बताते हुये हर्ष है कि वर्ष 2021 2022 में प्रदेश के सकल राज्य घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) में 16.8 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी जो देश की विकास दर से अधिक रही।
● वित्तीय वर्ष 2023 2024 के लिये जीएसडीपी में वृद्धि की दर 19 प्रतिशत अनुमानित की गयी है। वैश्विक मंदी के दौर में प्रदेश की अर्थव्यवस्था की विकास दर उत्साहजनक है।
● वर्ष 2017 के पूर्व, प्रदेश की बेरोजगारी दर 14.4 प्रतिशत थी, आज यह घटकर लगभग 4.2 प्रतिशत हो गयी है। यह प्रदेश की एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
● प्रदेश की राजधानी लखनऊ में दिनांक 10 से 12 फरवरी, 2023 के मध्य यू.पी. ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का भव्य एवं अत्यन्त सफल आयोजन किया गया। इस समिट के आयोजन के पूर्व प्रदेश सरकार के मंत्रियों एवं अधिकारियों के प्रतिनिधि मण्डल 16 देशों के 21 शहरों में भेजे गये जहाँ उनके द्वारा व्यापारिक समुदाय को प्रदेश में निवेश की संभावनाओं के संबंध में अवगत कराया गया और इसी थीम पर रोड शो आयोजित किये गये इन देशों में अमेरिका, कनाडा, यूके जर्मनी, बेल्जियम, स्वीडन, नीदरलैण्ड्स, फ्रांस, मैक्सिको, ब्राजील, अर्जेन्टीना, जापान, दक्षिण कोरिया, संयुक्त अरब अमीरात, सिंगापुर व ऑस्ट्रेलिया शामिल हैं। इसी क्रम में राज्य सरकार द्वारा भारत के 08 प्रमुख नगरों मुम्बई, बंगलूरू, हैदराबाद, चेन्नई, दिल्ली, कोलकाता, अहमदाबाद एवं चण्डीगढ़ में रोड शो का आयोजन किया
● इसके परिणामस्वरूप उ०प्र० ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 में 25,000 से अधिक निवेशकों द्वारा प्रतिभाग किया गया।

भाग-2:

● ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में लगभग 33.50 लाख करोड़ रूपये के 19,000 से अधिक समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किये गये अधिकांश समझौता ज्ञापन नवीकरणीय ऊर्जा ( 16 प्रतिशत), इलेक्ट्रॉनिक्स (12 प्रतिशत) औद्योगिक पार्क (11 प्रतिशत), शिक्षा (09 प्रतिशत) तथा लॉजिस्टिक्स (09 प्रतिशत), सेक्टर्स में किये गये हैं।

● सुधर गई कानून- व्यवस्था
उद्योगों की अलख जगी
यूपी बना ग्रोथ का इंजन
यह सब पहली दफा समझ
फकत किनारे बैठे-बैठे
लहरों से मत सवाल कर
डूब के खुद गहरे पानी में
पानी का फलसफा समझ

● यह हमारे लिये अत्यन्त गर्व का विषय है कि दिनांक 01 दिसम्बर, 2022 से 30 नवम्बर 2023 के मध्य विश्व के सबसे शक्तिशाली 20 देशों के समूह जी -20 के सम्मेलन की मेजबानी का गौरव भारत सरकार को प्राप्त हुआ है। इस सम्मेलन के अन्तर्गत भारत सरकार की अध्यक्षता में 200 से अधिक बैठकें होंगी, जिसमें उत्तर प्रदेश के 04 शहरों- लखनऊ, आगरा, वाराणसी एवं ग्रेटर नोएडा में 11 बैठकों का आयोजन किया जायेगा।
● जी-20 सम्मेलन की बैठकों की मेजबानी उत्तर प्रदेश के लिये बुनियादी ढांचे सांस्कृतिक विरासत तथा विकास के स्तर और सम्भावनाओं को दुनिया के सम्मुख प्रदर्शित करने का एक वृहद एवं व्यापक अवसर होगा जिसका लाभ प्रदेश की अर्थव्यवस्था एवं जनता को प्राप्त होगा।
● गवर्नेन्स के हर पहलू पर हमारे तेजस्वी मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व में समयबद्ध रूप से की गयी प्रभावी कार्यवाही के कारण आज उत्तर प्रदेश कई क्षेत्रों में देश के अग्रणी राज्य के रूप में उभरा है।
● इनमें से कुछ प्रमुख कार्यक्रमों के संबंध में मैं इस सम्मानित सदन के समक्ष संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत करना चाहूँगा।
● प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण एवं शहरी के अन्तर्गत आवास निर्माण, ग्रामीण स्वच्छ शौचालय निर्माण, सूक्ष्म लघु मध्यम उद्योगों की स्थापना, स्मार्ट सिटी मिशन के अंतर्गत इंडिया स्मार्ट सिटी अवॉर्ड कॉटेस्ट में तथा पीएफएमएस पोर्टल द्वारा डीबीटी के माध्यम से लाभार्थियों को धनराशि हस्तांतरण करने में उत्तर प्रदेश देश में प्रथम स्थान पर है।

भाग-03: दुग्ध उत्पादन, गन्ना एवं चीनी उत्पादन तथा एथेनॉल की आपूर्ति में उत्तर प्रदेश देश में प्रथम स्थान पर है। कृषि निवेशों पर किसानों को देय अनुदान डीबीटी के माध्यम से भुगतान करने वाला देश में उत्तर प्रदेश पहला राज्य बना।

● कोरोना के बचाव हेतु वैक्सीनेशन के 39.20 करोड़ से अधिक डोज लगाने वाला देश में उत्तर प्रदेश प्रथम स्थान पर है तथा चिकित्सा शिक्षण संस्थान स्थापित कर संचालित करने वाला देश का अग्रणी राज्य बन गया है।
● भारत सरकार द्वारा स्टार्टअप रैकिंग के तहत उत्तर प्रदेश को “इनस्पायरिंग लीडर” के रूप में सम्मानित किया गया है। उत्तर प्रदेश कौशल विकास नीति को लागू करने वाला देश का प्रथम राज्य बन गया है।
● अटल पेंशन योजना के अन्तर्गत पंजीकरण करने में उत्तर प्रदेश का देश में प्रथम स्थान पर है।
● आज हमारा प्रदेश न केवल देश के अन्दर बल्कि वैश्विक समुदाय के मध्य भी अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज करा रहा है। यह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के निरन्तर कठोर परिश्रम एवं अनुशासन से सम्भव हो सका है।


● हमारी सरकार द्वारा अपने पिछले कार्यकाल तथा वर्तमान कार्यकाल में प्रदेश के सर्वागीण विकास की ठोस नीतियां तैयार कर उन्हें घरातल पर प्रभावी रूप से मूर्त रूप प्रदान किया गया हैं । हमने न केवल प्रदेश में अवस्थापना विस्तार, निवेशानुकूल वातावरण तैयार करने और उद्योग स्थापित करने पर बल दिया अपितु समाज के विभिन्न समूहों, विशेषकर किसान, महिला, युवा, श्रमिक तथा आर्थिक एवं सामाजिक रूप से दुर्बल वर्ग के सशक्तिकरण एवं स्वावलम्बन की दिशा में निरन्तर कार्य किया।

भाग-04:

● हमारी सरकार द्वारा प्रदेश के लगभग 46 लाख 22 हजार गन्ना किसानों को वर्ष 2017 से अब तक 1,96,000 करोड रूपये से अधिक का रिकार्ड गन्ना मूल्य भुगतान कराया गया जो वर्ष 2012 से 2017 तक की अवधि में किये गये कुल गन्ना मूल्य भुगतान 95,125 करोड़ रूपये से 86,728 करोड़ रूपये अधिक है।
● गन्ना उत्पादकता में 1,00,875 टन प्रति हेक्टेयर की वृद्धि किसानों की आय में औसतन 349 रुपये प्रति कुन्तल की दर से 34,656 रुपये प्रति हेक्टेयर की वृद्धि हुई है। इसके अतिरिक्त, गन्ने के साथ अंतःफसली खेती से कृषकों को लगभग 25 प्रतिशत की अतिरिक्त आय हुई।
● रबी विपणन वर्ष 2022 2023 में 2015 रुपये प्रति कुन्तल गेहूँ, का न्यूनतम समर्थन मूल्य निर्धारित था विपणन वर्ष के दौरान 87991 किसानों से 3.36 लाख मीट्रिक टन गेहूँ का क्रय किया गया. जिसके सापेक्ष किसानों के खातों में पीएफएमएस पोर्टल के माध्यम से 675 करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है।
● खरीफ विपणन वर्ष 2022-23 के अंतर्गत भारत सरकार द्वारा कॉमन श्रेणी हेतु रु0 2040 तथा ग्रेड ए हेतु रु. 2060 प्रति कुन्तल मूल्य निर्धारित किया गया है। अद्यतन 62.66 लाख मीट्रिक टन धान क्रय किया गया है जिसके सापेक्ष सीधे किसानों के खातों में पीएफएमएस पोर्टल के माध्यम से 10.30 लाख किसानों के बैंक खातों में 12 हजार करोड़ रूपये का भुगतान किया है।
● प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अन्तर्गत वर्ष 2022 2023 में अब तक 51.639.68 करोड़ रुपये से अधिक धनराशि डीबीटी के माध्यम से किसानों के बैंक खातों में सीधे हस्तांतरित की गयी।
● किसानों के निजी नलकूपों के क्षतिग्रस्त परिवर्तकों को निर्धारित समय पर बदला जा रहा है।
● प्रदेश के डार्क जोन में किसानों को निजी नलकूप कनेक्शन देने पर लगे प्रतिबंध को हटाने से 01 लाख किसान लाभान्वित हुए हैं।


भाग-05:
● बालिकाओं के प्रति आमजन की सकारात्मक सोच विकसित करने हेतु संचालित “मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना” के अन्तर्गत प्रति लाभार्थी को रु० 15,000 तक की धनराशि से लाभान्वित किया जा रहा है। वित्तीय वर्ष 2023-2024 हेतु 1050 करोड़ रूपये की व्यवस्था प्रस्तावित है।
● सभी वर्गों की पुत्रियों की शादी हेतु संचालित मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना हेतु 600 करोड रूपये की व्यवस्था प्रस्तावित है। अन्य पिछड़ा वर्ग के निर्धन व्यक्तियों की पुत्रियों की शादी अनुदान योजना हेतु 150 करोड़ रूपये की व्यवस्था प्रस्तावित है।
● ग्रामीण महिलाओं को स्वावलम्बी बनाने के लिए महिला सामर्थ्य योजना के अन्तर्गत महिला स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से गठन किया जाता है। योजना हेतु वित्तीय वर्ष 2023-2024 के बजट में 83 करोड़ रूपये की व्यवस्था प्रस्तावित है।
● निराश्रित विधवाओं के भरण-पोषण अनुदान योजनान्तर्गत वर्तमान में 32 लाख 62 हजार निराश्रित महिलाओं को पेंशन दी जा रही है। इस हेतु वर्ष 2023 2024 के बजट में 4032 करोड़ रुपये की बजट व्यवस्था प्रस्तावित हैं।
● प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत गर्भवती महिलाओं एवं धात्री माताओं को लाभान्वित किया जा रहा है। प्रदेश में जननी सुरक्षा योजना, जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम, बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम आदि संचालित हैं।
● प्रदेश में नियमित टीकाकरण के अंतर्गत अक्टूबर, 2022 तक 95 प्रतिशत बच्चों को टीका लगाया गया। मिशन इन्द्र धनुष के अंतर्गत 36 लाख 82 हजार से अधिक बच्चों एवं 10 लाख 31 हजार से अधिक गर्भवती माताओं का टीकाकरण किया गया।
● प्रदेश में कानून एवं शान्ति व्यवस्था को दृष्टिगत रखते हुए महिलाओं की अधिक से अधिक भागीदारी सुनश्चित करने हेतु 03 महिला पीएसी बटालियन का गठन किया जा रहा है।

महिला एवं बाल विकास

● बालिकाओं के प्रति आमजन की सकारात्मक सोच विकसित करने हेतु संचालित ‘‘मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला यो जना’’ के अन्तगर्त प्रति लाभार्थी को रु0 15,000 तक की धनराशि से लाभान्वित किया जा रहा है। वित्तीय वर्ष 2023-2024 हेतु 1050 करोड़ रूपये की व्यवस्था प्रस्तावित है।

● सभी वर्गों की पुत्रियों की शादी हेतु संचालित मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना हेतु 600 करोड़ रूपये की व्यवस्था प्रस्तावित है।

● अन्य पिछड़ा वर्ग के निधर्न व्यक्तियाें की पुत्रियाें की शादी अनुदान योजना हेतु 150 कराेड़ रूपये की व्यवस्था प्रस्तावित है।

● ग्रामीण महिलाओं को स्वावलम्बी बनाने के लिए महिला सामर्थ्य याेजना के अन्तगर्त महिला स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से गठन किया जाता है। योजना हेतु वित्तीय वर्ष 2023-2024 के
बजट में 63 करोड़ रूपये की व्यवस्था प्रस्तावित है।

● निराश्रित विधवाओं के भरण-पोषण अनुदान योजनान्तर्गत वतर्मान में 32 लाख 62 हजार निराश्रित महिलाओं को पेंशन
दी जा रही है। इस हेतु वर्ष 2023-2024 के बजट में 4032 करोड़ रूपये की बजट व्यवस्था प्रस्तावित है।

● धानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान‘ के तहत गर्भवती महिलाओं एवं धात्री माताओं को लाभान्वित किया जा रहा है। प्रदेश में
जननी सुरक्षा योजना, जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम, बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम आदि संचालित हैं ।

● प्रदेश में नियमित टीकाकरण के अंतर्गत , अक्टूबर 2022 तक 95 प्रतिशत बच्चों को टीका लगाया गया। मिशन इन्द्र धनुष
के अंतर्गत 36 लाख 82 हजार से अधिक बच्चों एवं 10 लाख 31 हजार से अधिक गर्भवती माताओं का टीकाकरण किया गया ।

● प्रदेश में कानून एवं शान्ति व्यवस्था को दृष्टिगत रखते हुए महिलाें की अधिक से अधिक भागीदारी सुनश्चित करने हेतु 03 महिला पी0ए0सी0 बटालियन का गठन किया जा रहा है।

युवा

● स्वामी विवेकानन्द युवा सशक्तीकरण याेजना के पात्र छात्र-छात्राओं को टैबलटे /स्मार्टफोन देने हेतु वित्तीय वर्ष 2023-2024 के बजट में 3600 करोड़ रूपये की व्यवस्था प्रस्तावित है।

● उ0प्र0 स्टाट र्अप नीति-2020 के अन्तग र्त कृषि, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, ऊजा र्, खादी, शिक्षा, पय र्टन, परिवहन आदि क्षेत्रों में स्टाट र्अप को बढ़ावा दिया जा रहा है । प्रदेश में 50 इन्क्यूबेटर
तथा 7200 स्टाट र्अप्स काय र्रत हैं । नीति के अंतग र्त पीजीआई लखनऊ, आईआईटी कानपुर तथा नोएडा परिसर में


● टिर्फिशियल इन्टेलीजेन्स के क्षेत्र में परिचालन प्रारम्भ किया जा चुका है ।

● इन्क्यूबेटर्स को बढ़ावा देने तथा स्टाटर्अप्स के लिये सीड फण्ड हेतु 100 करोड़ रूपये की व्यवस्था की गई है।

● उत्तर प्रदेश सूचना प्राैद्याेगिकी एवं स्टाटर्अप्स नीति हेतु 60 करोड़ रूपये की व्यवस्था प्रस्तावित है।

● ग्रामीण क्षेत्रों में युवा उद्यमियों को एग्रीटेक-स्टाट र्-अप्स की स्थापना के लिए प्राेत्साहित करने के उद्देश्य से एग्रीकल्चर एक्सीलरेटर फण्ड के लिए 20 करोड़ रुपये प्रस्तावित हैं।

● प्रदेश के राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में अध्ययनरत छात्रों को रोजगारोन्मुख व्यावसायिक कोर्सेज/स्किल्स में प्रशिक्षण देने की योजना के तहत काैशल विकास मिशन के माध्यम से
06 वर्षों में 12 लाख से अधिक युवाओं को प्रशिक्षित किया गया तथा 4 लाख 88 हजार युवाओं को प्रतिष्ठित कंपनियों में सेवायोजित कराया गया।

● युवा अधिवक्ताओं को कार्य के शुरूआती 03 वर्षों के लिये किताब एवं पत्रिका क्रय करने हेतु आर्थिक सहायता प्रदान किये जाने के लिये 10 करोड़ रूपये तथा युवा अधिवक्ताओं के लिये काॅपर्स फण्ड हेतु 5 करोड़ रूपये की व्यवस्था प्रस्तावित है।

भाग-06:

● स्वामी विवेकानन्द युवा सशक्तीकरण योजना के पात्र छात्र-छात्राओं को टैबलेट / स्मार्टफोन देने हेतु वित्तीय वर्ष 2023-2024 के बजट में 3600 करोड़ रूपये की व्यवस्था प्रस्तावित है।
● उप्र स्टार्टअप नीति-2020 के अन्तर्गत कृषि, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, ऊर्जा, खादी, शिक्षा, पर्यटन, परिवहन आदि क्षेत्रों में स्टार्टअप को बढ़ावा दिया जा रहा है। प्रदेश में 50 इन्क्यूबेटर तथा 7200 स्टार्टअप्स कार्यरत हैं। नीति के अंतर्गत पीजीआई लखनऊ, आईआईटी कानपुर तथा नोएडा परिसर में आर्टिफिशियल इन्टेलीजेन्स के क्षेत्र में परिचालन प्रारम्भ किया जा चुका है।
● इन्क्यूबेटर्स को बढ़ावा देने तथा स्टार्टअप्स के लिये सीड फण्ड हेतु 100 करोड़ रूपये की व्यवस्था की गई है।
● उत्तर प्रदेश सूचना प्रौद्योगिकी एवं स्टार्टअप्स नीति हेतु 60 करोड़ रूपये की व्यवस्था प्रस्तावित है।
● ग्रामीण क्षेत्रों में युवा उद्यमियों को एग्रीटेक स्टार्ट-अप्स की स्थापना के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से एग्रीकल्चर एक्सीलरेटर फण्ड के लिए 20 करोड़ रुपये प्रस्तावित हैं।
● प्रदेश के राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में अध्ययनरत छात्रों को रोजगारोन्मुख व्यावसायिक कोर्सेज / स्किल्स में प्रशिक्षण देने की योजना के तहत कौशल विकास मिशन के माध्यम से 06 वर्षों में 12 लाख से अधिक युवाओं को प्रशिक्षित किया गया तथा 4 लाख 88 हजार युवाओं को प्रतिष्ठित कंपनियों में सेवायोजित कराया गया।
● युवा अधिवक्ताओं को कार्य के शुरूआती 03 वर्षों के लिये किताब एवं पत्रिका क्रय करने हेतु आर्थिक सहायता प्रदान किये जाने के लिये 10 करोड़ रूपये तथा युवा अधिवक्ताओं के लिये कॉपर्स फण्ड हेतु 5 करोड़ रूपये की व्यवस्था प्रस्तावित है।

रोजगार:

● मनरेगा योजना के अंतगर्त वित्तीय वर्ष 2022-2023 में अब तक प्रदेश में 26 लाख 29 हजार मानव दिवस सृजित कर प्रदेश द्वारा देश में प्रथम स्थान प्राप्त किया गया है।
● राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अन्तर्गत वित्तीय वर्ष 2022-2023 में अब तक लगभग 01 लाख 07 हजार स्वयं सहायता समूहों का गठन किया गया है एवं 81,283 स्वयं सहायता समूहों को रिवॉल्विंग फण्ड प्रदान करते हुये 3,497 स्वयं सहायता समहूो  को सामुदायिक निवेश निधि उपलब्ध करायी गयी है।
● प्रदेश सरकार द्वारा अधिकाधिक उद्यमाें की स्थापना हेतु अनुकूल वातावरण का सृजन किया गया है। एम0एस0एम0ई0 अधिनियम, 2020 के माध्यम से इकाईयों को 1000 दिवस तक किसी भी विभाग से निरीक्षण से छूट प्रदान की गई है। इसी प्रकार निवेश मित्र के माध्यम से उद्यमियों के उद्यम स्थापना के क्रम में वांछित अनापत्ति / लाइसेन्स/ अनुमति आदि को प्राप्त करने की प्रक्रिया पूर्णतया आनलाइन करने की व्यवस्था की गयी है जिसमें उद्यमी समयबद्ध रूप से स्वीकृतियाँ आदि प्राप्त कर रहा है। सरकार के इन प्रयासों से वित्तीय वर्ष 2022-2023 में 24 नवम्बर, 2023 तक 03 लाख 95 हजार से अधिक उद्यम पंजीकृत हुए जिसमें 25 लाख 64 हजार से अधिक रोजगार का सृजन हुआ ।
●एक जनपद-एक उत्पाद वित्त पाेषण योजनान्तर्गत 01 लाख 35 हजार से अधिक व्यक्तियों को रोजगार प्राप्त हुआ ।
● एक जनपद एक उत्पाद प्रशिक्षण एवं टूलकिट वितरण याेजना के अंतर्गत अब तक 83473 से अधिक हस्तशिल्पियों/ पारम्परिक कारीगरों को प्रशिक्षण एवं टूलकिट वितरण किया गया।
● विश्वकर्मा श्रम सम्मान याेजना के अंतगर्त 01 लाख 73 हजार से अधिक लाभाथिर्यों काे लाभान्वित किया गया। मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार याेजना अंतर्गत 17,147 लाभार्थी लाभान्वित हो चुके हैं तथा रोजगार के 01 लाख 37 हजार से अधिक अवसरों का सृजन हुआ है ।
● उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन द्वारा विगत 06 वर्षों में 12 लाख 50 हजार से अधिक युवाओ काे विभिन्न प्रकार के अल्पकालिक प्रशिक्षण काय र्क्रमों में पंजीकृत किया गया है। प्रमाणीकृत हुये युवाओ में से 4.88 लाख को विभिन्न प्रतिष्ठित कम्पनियों में सेवायोजित कराया गया है।
● प्रधानमंत्री राेजगार सृजन कार्यक्रम के अन्तग र्त अब तक 17,559 इकाइयां स्थापित करत े हुए 01 लाख 96 हजार से अधिक लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराये गये।
● मुख्यमंत्री ग्ग्रामोद्योग राेजगार याेजना के अन्तग र्त अब तक 4837 इकाइयां स्थापित करते हुए 88,808 लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराये गये ।
● वित्तीय वर्ष 2023-2024 में वस्त्रोद्योग के क्षेत्र में 40,000 रोजगार सृजन का लक्ष्य है ।
●अप्रेन्टिसशिप के माध्यम से युवाओं को उद्योगों में भत्ते के साथ प्रशिक्षण प्रदान किये जाने के क्रम में मुख्यमंत्री शिक्षुता प्राेत्साहन याेजना के अन्तर्गत 31 हजार युवाओं को प्रशिक्षण करने का लक्ष्य रखा गया है ।
●उत्तर प्रदेश पर्यटन नीति-2022 के अंतर्गत अगले 05 वर्षों में 10 लाख करोड़ रुपए का निवेश एवं 20 हजार रोजगार सृजन का लक्ष्य निर्धारितकिया गया है ।
● पुलिस विभाग के विभिन्न पदों पर 1,53,728 अभ्यर्थियों को चयनित किया जा चूका है।
● माध्यमिक शिक्षा विभाग में प्रदेश सरकार द्वारा अब तक राजकीय विद्यालयों में 6,314 सहायक अध्यापक 1,890 प्रवक्ता एवं 80 प्रधानाचार्यों का चयन किया गया है। सहायता प्राप्त विद्यालयों में 25,249 सहायक अध्यापक, 5,226 प्रवक्ता एवं 849 प्रधानाचार्यों का पारदर्शी प्रक्रिया अपनाते हुए चयन कर नियुक्त किया गया।

भाग-07:

● मनरेगा योजना के अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2022- 2023 में अब तक प्रदेश में 26 लाख 29 हजार मानव दिवस सृजित कर प्रदेश द्वारा देश में प्रथम स्थान प्राप्त किया गया है।
● राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अन्तर्गत वित्तीय वर्ष 2022-2023 में अब तक लगभग 01 लाख 07 हजार स्वयं सहायता समूहों का गठन किया गया है एवं 81,283 स्वयं सहायता समूहों को रिवॉल्विंग फण्ड प्रदान करते हुये 3,497 स्वयं सहायता समूहों को सामुदायिक निवेश निधि उपलब्ध करायी गयी है।
● प्रदेश सरकार द्वारा अधिकाधिक उद्यमों की स्थापना हेतु अनुकूल वातावरण का सृजन किया गया है। एमएसएमई अधिनियम, 2020 के माध्यम से इकाईयों को 1000 दिवस तक किसी भी विभाग से निरीक्षण से छूट प्रदान की गई है। इसी प्रकार, निवेश मित्र के माध्यम से उद्यमियों को उद्यम स्थापना के क्रम में वांछित अनापत्ति / लाइसेन्स /अनुमति आदि को प्राप्त करने की व्यवस्था की गयी है। जिसमें उद्यमी समयबद्ध रूप से स्वीकृतियाँ आदि प्राप्त कर रहा है।
● सरकार के इन प्रयासों से वित्तीय वर्ष 2022-2023 में 24 नवम्बर 2023 तक 03 लाख 95 हजार से अधिक उद्यम पंजीकृत हुये जिसमें 25 लाख 64 हजार से अधिक रोजगार का सृजन हुआ।
●एक जनपद एक उत्पाद वित्त पोषण योजनान्तर्गत 01 लाख 35 हजार से अधिक व्यक्तियों को रोजगार प्राप्त हुआ।
● एक जनपद एक उत्पाद प्रशिक्षण एवं टूलकिट वितरण योजना के अंतर्गत अब तक 83473 से अधिक हस्तशिल्पियों / पारम्परिक कारीगरों को प्रशिक्षण एवं टूलकिट वितरण किया गया।
● विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के अंतर्गत 01 लाख 73 हजार से अधिक लाभार्थियों को लाभान्वित किया गया।
● मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना अंतर्गत 17,147 लाभार्थी लाभान्वित हो चुके हैं तथा रोजगार के 01 लाख 37 हजार से अधिक अवसरों का सृजन हुआ हैं।
● उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन द्वारा विगत 06 वर्षों में 12 लाख 50 हजार से अधिक युवाओं को विभिन्न प्रकार के अल्पकालिक प्रशिक्षण कार्यक्रमों में पंजीकृत किया गया है। प्रमाणीकृत हुये युवाओं में से 4.88 लाख को विभिन्न प्रतिष्ठित कम्पनियों में सेवायोजित कराया गया है।
● प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के अन्तर्गत अब तक 17,559 इकाइयां स्थापित करते हुए 01 लाख 96 हजार से अधिक लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराये गए
● मुख्यमंत्री ग्रामोद्योग रोजगार योजना के अन्तर्गत अब तक 4837 इकाइयां स्थापित करते हुए 88,808 लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराये गये। वित्तीय वर्ष 2023-2024 में वस्त्रोद्योग के क्षेत्र में 40,000 रोजगार सृजन का लक्ष्य है।
● अप्रेन्टिसशिप के माध्यम से युवाओं को उद्योगों में भो के साथ प्रशिक्षण प्रदान किये जाने के क्रम में मुख्य मंत्री शिक्षुता प्रोत्साहन योजना के अन्तर्गत 31 हजार युवाओं को प्रशिक्षण करने का लक्ष्य रखा गया है।
● नई उत्तर प्रदेश पर्यटन नीति-2022 के अंतर्गत अगले 05 वर्षों में 10 लाख करोड़ रुपये का निवेश एवं 20 हजार रोजगार सृजन का लक्ष्य निर्धारितकिया गया है।
● पुलिस विभाग के विभिन्न पदों पर 153,728 अभ्यर्थियों को चयनित किया जा चुका है।
● माध्यमिक शिक्षा विभाग में प्रदेश सरकार द्वारा अब तक राजकीय विद्यालयों में 8,314 सहायक अध्यापक 1,890 प्रवक्ता एवं 80 प्रधानाचार्यों का चयन किया गया है। सहायता प्राप्त विद्यालयों में 25,249 सहायक अध्यापक 5,226 प्रवक्ता एवं 849 प्रधानाचार्यों का पारदर्शी प्रक्रिया अपनाते हुए चयन कर नियुक्त किया गया।

भाग-08:

● वृद्धावस्था / किसान पेंशन योजना हेतु वित्तीय वर्ष 2023 2024 के बजट में 7248 करोड़ रूपये का बजट प्राविधान प्रस्तावित है।
● दिव्यांग पेंशन योजना के अन्तर्गत लगभग दिव्यांग भरण पोषण अनुदान हेतु 1120 करोड़ रूपये की व्यवस्था प्रस्तावित है।
● कुष्ठावस्था पेंशन योजना हेतु 42 करोड़ रुपये की व्यवस्था प्रस्तावित है। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत इस वर्ष 35,950 जोड़ों का विवाह सम्पन्न कराया गया।
● प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के अंतर्गत देश में सर्वाधिक 10.33 लाख से अधिक पथ विक्रेताओं को 1190 करोड़ 49 लाख रुपये का ऋण वितरित कराते हुये उत्तर प्रदेश ऋण वितरण में देश में प्रथम स्थान पर रहा है।
● राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के फेज-03, 04 एवं फेज-05 में 81.25 लाख मीट्रिक टन खाद्यान्न निःशुल्क वितरित किया गया।

भाग-09:

●प्रदेश में अब तक 1.53 करोड़ से अधिक निर्माण श्रमिकों तथा 3,14,611 निर्माण स्थलों का पंजीकरण कराया जा चुका है।
● कामगार मृत्यु व दिव्यांगता सहायता योजना के तहत कार्यस्थल पर श्रमिक की मृत्यु की दशा में 05 लाख रुपये, स्थायी दिव्यांगता पर 04 लाख रुपये एवं आशिक दिव्यांगता पर 03 लाख रुपये की सहायता प्रदान किये जाने का प्रावधान है।
● श्रमिकों के बच्चों को निःशुल्क गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा देने हेतु प्रदेश के प्रत्येक मण्डल में एक-एक आवासीय विद्यालय की स्थापना की गयी है।
● प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजनान्तर्गत अब तक 6,65,977 लाभार्थियों का पंजीकरण किया जा चुका है।
● प्रदेश में 5021 रोजगार मेलों का आयोजन कराया गया। जिनके माध्यम से 7 लाख 29 हजार से अधिक अभ्यर्थियों को रोजगार उपलब्ध कराया गया।
● प्रदेश के सर्वाधिक बाल श्रम से प्रभावित जिलों के हॉट स्पॉट को चिन्हित करते हुए 490 ग्राम पंचायतों / शहरी वॉड़ों को बालश्रम मुक्त घोषित कर नया सवेरा योजना का संचालन किया गया जिनमें 30287 बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ा गया।
● असंगठित क्षेत्र के कर्मकारों हेतु संचालित “मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना हेतु 100 करोड़ रूपये की व्यवस्था प्रस्तावित है।
● असंगठित क्षेत्र के कर्मकारों हेतु संचालित “मुख्यमंत्री दुर्घटना बीमा योजना” के लिये 12 करोड़ रुपये की व्यवस्था प्रस्तावित है।
● बाल श्रमिक विद्या योजना के तहत 2000 बच्चों को योजना से आच्छादित कर लाभ दिया जा रहा है।

सामाजिक सुरक्षा

– वृद्धावस्था/किसान पेंशन योजना हेतु वित्तीय वर्ष 2023-2024 के बजट में 7248 करोड़ रूपये का बजट प्राविधान प्रस्तावित
है।
– दिव्यांग पेंशन याेजना के अन्तग र्त लगभग दिव्यांग भरण पोषण अनुदान हेतु 1120 करोड़ रूपये की व्यवस्था प्रस्तावित है।
– कुष्ठावस्था पेंशन योजना हेतु 42 करोड़ रूपये की व्यवस्था प्रस्तावित है।
– मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह याेजना के तहत इस वर्ष 35,950 जोड़ो का विवाह सम्पन्न कराया गया।
– प्रधानमंत्री स्वनिधि याेजना के अंतगर्त देश में सवार्धिक 10.33 लाख से अधिक पथ विक्रेताओं को 1190 करोड़ 49 लाख रुपये का ऋण वितरित कराते हुये उत्तर प्रदेश ऋण वितरण में देश मे प्रथम स्थान पर रहा है।
– राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के फेस-03, 04 एवं फेज-05 में 81.25 लाख मीट्रिक टन खाद्यान्न निःशुल्क वितरित किया गया।

भाग-10:

● प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के तहत मार्च, 2017 से अद्यतन 17.62 लाख आवासों की स्वीकृति प्रदान की गयी है।
● पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर यातायात संचालित है। एक्सप्रेस-वे के आसपास औद्योगिक क्लस्टर्स स्थापित करने की कार्यवाही प्रक्रियाधीन है।
● बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका हैं। एक्सप्रेस वे के आसपास औद्योगिक क्लस्टर्स स्थापित करने की कार्यवाही प्रक्रियाधीन है।
● गोरखपुर पूर्वांचल लिंक एक्सप्रेस-वे परियोजना का निर्माण प्रगति पर है तथा दिसम्बर, 2022 तक 56 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है ।
● मेरठ से प्रयागराज तक लगभग 594 किमी0 लम्बे लगभग रूपये 36230 करोड़ लागत से बन रहे गंगा एक्सप्रेस वे के निर्माण का कार्य प्रगति पर है।
● वित्तीय वर्ष 2023 2024 के बजट में झांसी लिंक एक्सप्रेस-वे तथा चित्रकूट लिंक एक्सप्रेस-वे की नई परियोजनाओं के प्रारम्भिक चरण हेतु 235 करोड़ रूपये की व्यवस्था प्रस्तावित है।
● बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे के साथ डिफेन्स कॉरीडोर परियोजना के लिए 550 करोड़ रुपये की व्यवस्था प्रस्तावित है।
● गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे के दोनों तरफ गोरखपुर में औद्योगिक गलियारा विकसित किये जाने हेतु 200 करोड़ रूपये की व्यवस्था प्रस्तावित है।
● यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण द्वारा 1000 एकड भूमि पर अन्तर्राष्ट्रीय फिल्म सिटी की स्थापना की जा रही फिल्म सिटी से लगभग 10,000 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश की सम्भावना के साथ-साथ रोजगार एवं वाणिज्यिक गतिविधियों में वृद्धि होगी ।
● वर्तमान सरकार के अब तक के कार्यकाल में लगभग 21,696. किलोमीटर लम्बाई में ग्रामीण मार्गो का निर्माण किया जा चुका है तथा लगभग 18,407 किमी0 लम्बाई में मार्गों का चौड़ीकरण / सुदृढीकरण किया जा चुका है ।
● 188 दीर्घ सेतु पहुंच मार्ग सहित पूर्ण किये जा चुके हैं तथा 74 रेल उपरिगामी सेतुओं का निर्माण कार्य पूर्ण कर आवागमन हेतु चालू किये जा चुके हैं ।
● प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने एवं जनसामान्य को यातायात की सुविधा देने के उद्देश्य से अन्तर्राष्ट्रीय/अन्तर्राज्यीय मार्गों का विकास, जिसके क्रम में 1024 किमी लम्बाई की 87 सड़कों में 75 सड़कों का निर्माण पूर्ण हो चुका है ।
● वित्तीय वर्ष 2022 -2023 में प्रदेश के 60.397 किलोमीटर लम्बाई की सड़कों को गड्ढामुक्त तथा 14,144 किलोमीटर लम्बाई के मार्गों को नवीनीकृत किया गया।

कानून व्यवस्था:

जनसामान्य को सुरक्षा प्रदान करने एवं कानून व्यवस्था के क्षेत्र में आने वाली चुनौतियों का सामना करने हेतु पुलिस व्यवस्था को और अधिक सक्षम एवं सुदृढ़ करना हमारी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। महिलाओं एवं समाज के कमजोर वर्गों के विरूद्ध अपराधों को नियन्त्रित करने हेतु प्रभावी कार्यवाही करके इनके लिए निरापद वातावरण उपलब्ध कराने के प्रति सरकार निरन्तर प्रयासरत है।
सरकार की अपराध एवं अपराधियों के प्रति जीरो टालरेन्स की नीति के अनुरूप प्रदेश की कानून व्यवस्था को और अधिक मजबूत बनाये जाने एवं आपराधिक/असामाजिक तत्वों पर प्रभावी नियन्त्रण करने के उद्देश्य से कार्ययोजना बनाकर अपराधियों के विरूद्ध कठोरतम विधिक कार्यवाही की जा रही है जिसके फलस्वरूप अपराध एवं कानून व्यवस्था की स्थिति सुदृढ़ है।
वर्ष 2022 में  वर्ष 2016 के सापेक्ष आलोच्य अवधि में डकैती में 80.31 प्रतिशतए लूट में 61.51 प्रतिशत, हत्या में 32.45 प्रतिशत, बलवा में 51.65 प्रतिशत, गृहभेदन में 5.59 प्रतिशत, चोरी में 17.22 प्रतिशत, रोड होल्डअप में 100 प्रतिशत व फिरौती हेतु अपहरण में 43.18 प्रतिशत की कमी आयी है। अपराधों पर अंकुश लगाये जाने हेतु निरन्तर प्रयास किये जा रहे हैं।
उक्त अवधि में  के विरूद्ध घटित अपराधों में दहेज मृत्यु में 15.81 प्रतिशत, बलात्कार में 21.75 प्रतिशत व अपहरण में 9.17 प्रतिशत की कमी आयी है। महिलाओं के विरूद्ध घटित होने वाले अपराधों पर पुलिस द्वारा नियंत्रण हेतु निरन्तर प्रयास किये जा रहे हैं। प्रदेश में एण्टी भू-माफिया पोर्टल पर अवैध कब्जे से सम्बन्धित 3,41,236 शिकायतें प्राप्त हुई हैं जिसमें से 3,39,552 शिकायतें निस्तारित की गई।
अभियान के अन्तर्गत 70 हज़ार हेक्टेयर से अधिक क्षेत्रफल  अवैध अतिक्रमण से अवमुक्त कराया गया है।
23,920 राजस्व वाद, 923 सिविल वाद एवं 4504 एफ0आई0आर0 दर्ज करायी गयी हैं। 847 अतिक्रमणकर्ताओं को भू-माफिया के रूप में चिन्हित किया गया है, वर्तमान में 196 भू-माफिया जेल में निरूद्ध हैं।
साइबर क्राइम की रोकथाम हेतु प्रदेश के प्रत्येक परिक्षेत्र में साइबर क्राइम पुलिस थाना की स्थापना की गयी है।
प्रदेश के समस्त थानों में (1531) साइबर हेल्प डेस्क की स्थापना की गयी है। परिक्षेत्रीय मुख्यालयों पर बेसिक साइबर फोरेसिंक लैब एवं पुलिस मुख्यालय पर एडवांस्ड डिजिटल साइबर फारेंसिक लैब की स्थापना करायी जा रही है।
कर्तव्य पालन के दौरान शहीद /मृत पुलिस कर्मियों एवं उत्तर प्रदेश राज्य के मूल निवासी केन्द्रीय अर्द्ध सैन्य बलों/अन्य प्रदेशों के अर्द्ध सैन्य बलों अथवा भारतीय सेना में कार्यरत रहते हुये 73 शहीद/मृत कर्मियों के आश्रितों को 17  करोड़ 96 लाख रूपये की आर्थिक सहायता प्रदान की गयी।
पुलिस विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के लिए आवासीय सुविधा उपलब्ध कराये जाने हेतु वित्तीय वर्ष 2023-2024 में 1000 करोड़ रूपये की व्यवस्था बजट में प्रस्तावित है।
नवसृजित पुलिस कमिश्नरेट के कार्यालय एवं अनावासीय भवनों आदि की व्यवस्था हेतु 850 करोड़ रूपये व्यवस्था प्रस्तावित है।
प्रदेश में पुलिस विभाग के अधिकारियोंध्कर्मचारियों को आवासीय सुविधा (शहरी क्षेत्र) उपलब्ध कराये जाने हेतु 400 करोड़रूपये की व्यवस्था प्रस्तावित है।
एस0डी0आर0एफ0 के सुदृढ़ीकरण हेतु नये वाहनों के क्रय के लिए 10 करोड़ रूपये की व्यवस्था प्रस्तावित है।

भाग-11:

● जनसामान्य को सुरक्षा प्रदान करने एवं कानून व्यवस्था के क्षेत्र में आने वाली चुनौतियों का सामना करने हेतु पुलिस व्यवस्था को और अधिक सक्षम एवं सुदृढ़ करना हमारी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
● महिलाओं एवं समाज के कमजोर वर्गों के विरूद्ध अपराधों को नियन्त्रित करने हेतु प्रभावी कार्यवाही करके इनके लिए निरापद वातावरण उपलब्ध कराने के प्रति सरकार निरन्तर प्रयासरत है।
● सरकार की अपराध एवं अपराधियों के प्रति जीरो टालरेन्स की नीति के अनुरूप प्रदेश की कानून व्यवस्था को और अधिक मजबूत बनाये जाने एवं आपराधिक /असामाजिक तत्वों पर प्रभावी नियन्त्रण करने के उद्देश्य से कार्ययोजना बनाकर अपराधियों के विरूद्ध कठोरतम विधिक कार्यवाही की जा रही है जिसके फलस्वरूप अपराध एवं कानून व्यवस्था की स्थिति सुदृढ़ है ।
● वर्ष 2022 में वर्ष 2016 के सापेक्ष आलोच्य अवधि में डकैती में 80.31 प्रतिशत, लूट में 61.51 प्रतिशत हत्या में 32.45 प्रतिशत, बलवा में 51.65 प्रतिशत, गृहभेदन में 5.59 प्रतिशत, चोरी में 17.22 प्रतिशत, रोड होल्डअप में 100 प्रतिशत व फिरौती हेतु अपहरण में 43.18 प्रतिशत की कमी आयी है। अपराधों पर अंकुश लगाये जाने हेतु निरन्तर प्रयास किये जा रहे हैं ।
● उक्त अवधि में महिलाओं के विरूद्ध घटित अपराधों में दहेज मृत्यु में 15.81 प्रतिशत, बलात्कार में 21.75 प्रतिशत व अपहरण में 9.17 प्रतिशत की कमी आयी है महिलाओं के विरूद्ध घटित होने वाले अपराधों पर पुलिस द्वारा नियंत्रण हेतु निरन्तर प्रयास किये जा रहे हैं। प्रदेश में एण्टी भू-माफिया पोर्टल पर अवैध कब्जे से सम्बन्धित 3,41,236 शिकायतें प्राप्त हुई हैं जिसमें से 3,39,552 शिकायतें निस्तारित की गई।
● अभियान के अन्तर्गत 70 हज़ार हेक्टेयर से अधिक क्षेत्रफल अवैध अतिक्रमण से अवमुक्त कराया गया है। 23,920 राजस्व वाद, 923 सिविल वाद एवं 4504 एफआईआर दर्ज करायी गयी है।
● 847 अतिक्रमणकर्ताओं को भू-माफिया के रूप में चिन्हित किया गया है, वर्तमान में 196 भू-माफिया जेल में निरूद्ध हैं।
● साइबर क्राइम की रोकथाम हेतु प्रदेश के प्रत्येक परिक्षेत्र में साइबर क्राइम पुलिस थाना की स्थापना की गयी है
● प्रदेश के समस्त थानों में (1531) साइबर हेल्प डेस्क की स्थापना की गयी है परिक्षेत्रीय मुख्यालयों पर बेसिक साइबर फोरेसिक लैब एवं पुलिस मुख्यालय पर एडवांस्ड डिजिटल साइबर फारेंसिक लैब की स्थापना करायी जा रही है।
● कर्तव्य पालन के दौरान शहीद / मृत पुलिस कर्मियों एवं उत्तर प्रदेश राज्य के मूल निवासी केन्द्रीय अर्द्ध सैन्य बलों / अन्य प्रदेशों के अर्द्ध सैन्य बलों अथवा भारतीय सेना में कार्यरत रहते हुये 73 शहीद / मृत कर्मियों के आश्रितों को 17 करोड़ 96 लाख रूपये की आर्थिक सहायता प्रदान की गयी।
● पुलिस विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के लिए आवासीय सुविधा उपलब्ध कराये जाने हेतु वित्तीय वर्ष 2023 2024 में 1000 करोड़ रूपये की व्यवस्था बजट में प्रस्तावित है।
● नवसृजित पुलिस कमिश्नरेट के कार्यालय एवं अनावासीय भवनों आदि की व्यवस्था हेतु 850 करोड़ रूपये व्यवस्था प्रस्तावित है।
● प्रदेश में पुलिस विभाग के अधिकारियों/कर्मचारियों को आवासीय सुविधा (शहरी क्षेत्र) उपलब्ध कराये जाने हेतु 400 करोडरूपये की व्यवस्था प्रस्तावित है। एसडीआरएफ के सुदृढीकरण हेतु नये वाहनों के क्रय के लिए 10 करोड़ रूपये की व्यवस्था प्रस्तावित है ।
● कोविड- 19 वैश्विक महामारी के सामने विश्व के ताकतवर समझे जाने वाले देश असहाय हो गये थे उस विषम परिस्थिति में माननीय प्रधानमंत्री जी के कुशल नेतृत्व में हमारे कर्मठ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने प्रदेश की जनता के सहयोग से प्रदेश को उस कठिन कालखण्ड से बाहर निकाला।
● कोविड कालखण्ड में जिन चुनौतियों का सामना करना पड़ा. उन्हें ध्यान में रखते हुये अत्यन्त त्वरित गति से प्रदेश में स्वास्थ्य अवसंरचना का विस्तार किया गया और प्रवासी श्रमिकों के पुनर्वास की अदभुत मिसाल प्रस्तुत की।

2023-24 का बजट उत्तर प्रदेश के सर्वागीण विकास के लिए

आज का बजट 698 लारव करोड़ से अधिक का बजट है। प्रदेश में कर चोरी रोकनी पड़ी।वित्तीय अनुशाषन को बनाए रखना पड़ा। जनता पर अतिरिक्त टैक्स लगाये बिना मंहगाई में कन्ट्रोल किया। आज के बजट में वित्तीय अनुशासन बनाये रखा गया हैं। 45 से 46 फीसदी से ज्यादा राजस्व प्राप्त हो रहा है।16 और 17 में बेरोजगारी दर 16 फीसदी थी। आज 4 फीसदी दर रह गई है। हमारे पास 5 एक्स्प्रेस वे है,आज के बजट में झांसी से चित्रकूट तक जोड़ने के लिये बजट की व्यवस्था की है। बुन्देलखण्ड में ग्रीन कॉरीडार बनाने की ब्यवस्था इस बजट में की है।

एयरकनेक्टीविटीमें 2 एयर पोर्ट थे,आज 9 एयरपोर्ट काम कर रहे हैं,आने वाले 2 साल में 21 एयरपोर्ट होगे। आगामी कुंभ को देखते हुये बसो के लिये एक हजार करोड की व्यवस्था की गई है। प्रमुख धर्मस्थलो में सड़को से जाने के लिये एक हजार करोड़ रुपये की व्यवस्था की गई है। एक जिला एक उत्पाद के लिये दो सौ करोड़ की धनराशि की ब्यवस्था इस बजट में की गई है। युवाओ को रोजगार के लिये प्रशिक्षण के लिये इस बजट में प्रावघान किया है। श्री अन्न मोटा अनाज के लिये 55 करोड़ रूपये का प्रावघान किया गया है।प्रदेश के अन्नदाता के लिये बजट में विशेष व्यवस्था की हैं, बंद चीनी मिलें चलाई जा रही है। गौवंश को देखभाल के लिये भी बजट में प्रावघान है, 750 करोड़ की व्यवस्था की गई है।

चुनाव आयोग के फैसले पर रोक लगाने से सुप्रीम कोर्ट ने किया इनकार, शिंदे गुट को भेजा नोटिस

शिवसेना के नाम और चुनाव चिन्ह के मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग के फैसले पर रोक लगाने इनकार कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि हम आदेश पर रोक नहीं लगा सकते, यह पार्टी के भीतर एक अनुबंधात्मक संबंध है।

सुप्रीम कोर्ट ने उद्धव ठाकरे की याचिका पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और चुनाव आयोग को नोटिस जारी कर दो हफ्ते में जवाब मांगा है। बैंक खाते और प्रॉपर्टी टेकओवर करने पर रोक नहीं है। सुप्रीम कोर्ट ने आयोग के आदेश की कार्यवाही पर रोक लगाने से इनकार किया है।

नाम और चुनाव चिन्ह पर चुनाव आयोग के फैसले के खिलाफ उद्धव ठाकरे की याचिका पर तीन जजों की स्पेशल बेंच ने सुनवाई की है। सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस पीएस नरसिम्हा और जस्टिस जेबी परदीवाला की बेंच ने सुनवाई की है। इस मामले की अगली सुनवाई सुप्रीम कोर्ट तीन हफ्ते बाद करेगा।   

आपको बता दें, उद्धव ठाकरे ने चुनाव आयोग के फैसले पर रोक लगाने की मांग की थी। चुनाव आयोग ने फैसला देते हुए शिवसेना पार्टी की मान्यता और तीन कमान का चिन्ह एकनाथ शिंदे को दे दिया था।

आप की शैली ओबेरॉय बनी दिल्ली की नई मेयर, भाजपा की रेखा गुप्ता को 34 वोटों से हराया

आम आदमी पार्टी (आप) की शैली ओबेरॉय ने दिल्ली मेयर चुनाव जीत लिया है। मेयर पद के लिए हुए चुनाव में शैली ओबेरॉय को 150 व भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की उम्मीदवार रेखा गुप्ता को 116 वोट मिले है। शैली ओबेरॉय ने रेखा गुप्ता को 34 वोटों से हराया है।

दिल्ली मेयर पद का चुनाव के लिए मतदान बुधवार को हुआ। इससे पहले दिल्ली महापौर चुनने के तीन असफल प्रयासों के बाद आखिरकार चौथी बार नगर निगम का यह चुनाव हुआ।

एमसीडी चुनाव चार दिसंबर को हुए थे और आप ने इसमें 134 वार्डों पर अपनी जीत दर्ज करा कर भाजपा के 15 साल पुराने शासन को समाप्त किया था। वहीं भाजपा ने 104 वार्डों पर अपनी जीत दर्ज कराई थी। जबकि कांग्रेस ने 9 सीटें जीती थीं।

दिल्ली के उपमुख्यमंत्री ने इस जीत पर ट्वीट कर कहा कि, “गुंडे हार गये, जनता जीत गयी। दिल्ली नगर निगम में आम आदमी पार्टी का मेयर बनने पर सभी कार्यकर्ताओं को बहुत बधाई और दिल्ली की जनता का तहे दिल से एक बार फिर से आभार। आप की पहली मेयर शैली ओबेरॉय को भी बहुत बहुत बधार्इ।”

आपको बता दें, सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद दिल्ली के मेयर का चुनाव बुधवार को हुआ।

जासूसी मामले में मनीष सिसोदिया पर सीबीआई करेगी केस, गृह मंत्रालय ने दी मंजूरी

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मनीष सिसोदिया के खिलाफ केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) जांच की मंजूरी दे दी है। उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने मंजूरी के लिए मामला गृह मंत्रालय भेज दिया था। और गृह मंत्रालय ने भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत जांच की मंजूरी दी है।

मनीष सिसोदिया पर आरोप है कि 2015-16 में केजरीवाल सरकार ने नियम और कायदों को ताक पर रखकर फीडबैक यूनिट (एफबीयू) बनाई थी। इस फीडबैक यूनिट ने सियासी हस्तियों सहित कुछ प्रभावी लोगों की जासूसी करवाई थी। और यह मामला सामने आने के बाद से ही भाजपा व अन्य दलों ने मामले की जांच की मांग की थी।

इस मामले में सीबीआई ने दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और अधिकारियों के खिलाफ केस चलाने के लिए मंजूरी भी मांगी थी। सीबीआई की तरफ से दिल्ली के उपराज्यपाल, एमएचए और वित्त मंत्रालय को इस बाबत पत्र भी लिखा था। जिसके बाद एलजी विनय सक्सेना ने इस मामले को केंद्र के पास भेज दिया था। और अब इस मामले को आगे बढ़ाते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने जांच की मंजूरी दी है।

सीबीआई ने अपनी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी थी कि वर्ष 2015 में दिल्ली की सत्ता में आने के बाद आम आदमी पार्टी (आप) सरकार ने फीडबैक यूनिट बनाई थी। आप का कहना था कि उन्होंने सतर्कता विभाग को मजबूत करने के मकसद से ऐसा किया था, किंतु इसके माध्यम से दिल्ली सरकार ने विरोधी नेताओं की जासूसी करवाई थी। और इसी वजह से सीबीआई ने मनीष सिसोदिया के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की अनुमति मांगी थी।

दादा साहेब फिल्म फेस्टिवल अवार्ड्स: ‘आरआरआर’ और ‘द कश्मीर फाइल्स’ फिल्म ऑफ द ईयर

दादा साहेब फाल्के इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल अवार्ड्स 2023 मुंबई में सोमवार को आयोजित किया गया। इसमें एसएस राजामौली की फिल्म ‘आरआरआर’ और विवेक अग्निहोत्री की फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ दादा साहेब टरनेशनल फिल्म फेस्टिवल अवॉर्ड मिला है। वहीं संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘गंगूबाई काठियावाड़ी’ की एक्ट्रेस आलिया भट्ट को सर्वश्रेष्ठ एक्ट्रेस का अवार्ड मिला है।

किस-किस को मिला कौन सा अवार्ड

साथ ही बेस्ट फिल्म: द कश्मीर फाइल्स, बेस्ट डायरेक्टर: आर बाल्की (‘चुप’), बेस्ट एक्टर: रणबीर कपूर (ब्रह्मास्त्र), मोस्ट प्रॉमिसिंग एक्टर: ऋषभ शेट्टी (कांतारा), बेस्ट एक्टर इन सपोर्टिंग रोल- मनीष पॉल जुगजुग जियो, फिल्मों में बेहतरीन योगदान का अवॉर्ड, बेस्ट वेब सीरीज: रेखा (रुद्र):, द एज ऑफ डार्कनेस क्रिटिक्स बेस्ट एक्टर: वरुण धवन (भेड़िया), फिल्म ऑफ द ईयर: आरआरआर, टेलीविजन सीरीज ऑफ द ईयर: अनुपमा, मोस्ट वर्सटाइल एक्टर ऑफ द ईयर: अनुपम खेर (द कश्मीर फाइल्स), टेलीविजन सीरीज़ में बेस्ट एक्टर: ज़ैन इमाम (फ़ना- इश्क में मरजावां), टेलीविज़न सीरीज़ में बेस्ट एक्ट्रेस: तेजस्वी प्रकाश (नागिन), बेस्ट मेल सिंगर: सचेत टंडन (मैय्या मैनु), बेस्ट फीमेल सिंगर: नीति मोहन (मेरी जान), बेस्ट सिनेमैटोग्राफर: पीएस विनोद (विक्रम वेधा), संगीत में उत्कृष्ट योगदान के लिए अवॉर्ड: हरिहरन को मिला है।