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वाघेला के घर चोरी, चौकीदार पर शक 

गुजरात के मुख्यमंत्री रहे और अब एनसीपी के नेता शंकरसिंह वाघेला के घर में लाखों की नकदी और गहने चोरी हो गए हैं। उनके घर पर तगड़ी सुरक्षा है फिर भी चोरी होने से पुलिस परेशान है। फिलहाल चोरी का शक चौकीदार पर जा रहा है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक चोरी को लेकर पेथापुर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई गई है। जिस चौकीदार पर शक जताया गया है उसकी पहचान बासुदेव नेपाली उर्फ शंभू गोरखा के रूप में हुई है। वारदात में उसकी पत्नी शारदा के भी शामिल होने की आशंका पुलिस को है।
जानकारी के मुताबिक शंभू गोरखा वाघेला के वसंत वागडो नामक बंगले में चौकीदार है। पुलिस में लिखवाई गयी रिपोर्ट के मुताबिक  बंगले से तीन लाख रुपयेके करीब की नकदी और दो लाख रुपये के गहने चोरी कर लिए गए। पुलिस के अनुसार, वाघेला के साथ काम करने वाले पेथापुर के निवासी ३५ साल के सूर्यसिंह हेमटूजी चावड़ा ने रविवार शाम एफआईआर दर्ज कराई।
इस एफआईआर में कहा गया है कि हमने चार साल पहले नेपाली को नौकरी पर रखा था और वह वसंत वागड़ो में अपनी पत्नी और बच्चों के साथ रहा करता था। ”इसी दो  फरवरी को वाघेला ने मुझे बताया कि नेपाली अपने बच्चों और पत्नी के साथ अक्टूबर में निकल गया था और तब से वापस नहीं लौटा। ७ फरवरी को अलमारी में ७  लाख रुपये के गहने और नकदी नहीं मिले, जहां उन्हें रखा गया था।
जिस कमरे में अलमारी रखी गई थी, वहां तक नेपाली और उसकी पत्नी की ही पहुंच थी।” पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। फिलहाल किसी की गिरफ्तारी इस मामले में नहीं हुई है।

मोदी के मंत्री महेश की प्रियंका पर भद्दी टिप्पणी – ‘पप्पू की पप्पी’ 

लोक सभा चुनाव पास आते-आते भाजपा नेताओं के बोल भी बिगड़ रहे हैं। अब मोदी सरकार में संस्कृति मंत्री महेश शर्मा ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के लिए बेहद अभद्र टिपण्णी की है।
उनके एक वीडियो में गौतमबुद्ध नगर से सांसद शर्मा ने कहा कि पप्पू कहता है कि पीएम बनूंगा, अब तो पप्पू की पप्पी (प्रियंका गांधी) भी आ गई। इनसे ऊपर उठकर देखना है तो आज हमारा शेर मोदी है। उनका इस भद्दी टिप्पणी वाला वीडियो बायरल हो गया है। वैसे महेश शर्मा ने बंगाल मी सीएम ममता बनर्जी पर भी भद्दी टिपण्णी की है।
मोदी के मंत्री की इस भद्दी टिप्पणी की जमकर आलोचना हो रही है। उन्होंने कहा – ”वह पप्पू कहता है मैं पीएम बनूंगा। मायावती, अखिलेश यादव, पप्पू और अब पप्पू की पप्पी भी आ गई है, वह प्रियंका क्या पहले हमारे देश की बेटी नहीं थी क्या? क्या कांग्रेस की बेटी, सोनिया परिवार की बेटी नहीं थी क्या, आगे नहीं रहेगी क्या? क्या नया लेकर आई है वह? पहले नेहरू, फिर राजीव गांधी, फिर संजय गांधी, फिर राहुल गांधी, फिर प्रियंका गांधी…और कोई होगा तो वह भी गांधी।”
बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ भी महेश ने भद्दी टिप्पणी की है। मोदी के मंत्री ने कहा – ”अगर ममता बनर्जी यहां आकर कथक डांस करने लगें तो उनकी कौन सुन रहा है। कर्नाटक के सीएम कुमारस्वामी यहां आकर गीत गाने लगे तो कौन सुन रहा उनकी। ७२ सीट इनकी हैं, २०० कहां से लाएंगे। आज भी इन लोगों ने यहां की माटी के, किसान के लाल चौधरी चरण सिंह, जो वास्तव में किसानों के मसीहा थे, उनकी भी यही दुर्गति की थी। पहले तो सरकार बनवा दी, फिर पीछे से तख्ता खींच लिया।”
इससे पहले महेश शर्मा भगवान को ”मूर्ख” बताने जैसा बयान भी दे चुके हैं। कुलमिलाकर मोदी सरकार में संस्कृति मंत्री की इस असंस्कृत टिप्पणी की जमकर निंदा हो रही है।

पर्रिकर के निधन पर राष्ट्रीय शोक

गोआ के मुख्यमंत्री और पूर्व रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर के निधन पर केंद्र सरकार ने सोमवार को राष्ट्रीय शोक का ऐलान किया है। पर्रिकर का सोमवार शाम पूरे राजकीय सम्मान के साथ ५ बजे अंतिम संस्कार किया जाएगा।
कल सुबह 9.30 बजे से 10.30 बजे पणजी के भाजपा दफ्तर में पर्रिकर की पार्थिव देह को अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। इसके बाद सुबह 10.30 बजे मनोहर पर्रिकर के पार्थिव शरीर को कला अकादमी लाया जाएगा, जहां पर शाम 4.00 बजे तक आम लोग अपने नेता को श्रद्धांजलि दे सकेंगे। शाम 4 बजे कला अकादमी से मीरामार तक मनोहर पर्रिकर की अंतिम यात्रा निकलेगी और ५ बजे उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
पर्रिकर के निधन पर राष्ट्रपति कोविंद, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी, गृह मंत्री राजनाथ सिंह सहित कई नेताओं ने दुःख का इजहार किया है। केंद्र सरकार ने गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के निधन पर सोमवार को राष्ट्रीय शोक का ऐलान किया है। गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी, केंद्र शासित प्रदेशों और राज्य की राजधानियों में कल राष्ट्रध्वज आधा झुका रहेगा।  सोमवार सुबह १० बजे केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक बुलाई गई है जिसमें परंपरा के मुताबिक पर्रिकर के निधन पर दुःख और उनके योगदान पर प्रशंसा का प्रस्ताव पास किया जाएगा।
रिपोर्ट्स में बताया गया है कि पर्रिकर की शनिवार देर रात तबीयत बहुत बिगड़ जाने के बाद उन्हें जीवनरक्षक प्रणाली पर रखा गया। पर्रिकर के परिवार में दो पुत्र और उनका परिवार है। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रचारक के तौर पर शुरुआत कर गोवा के मुख्यमंत्री और देश के रक्षा मंत्री बनने वाले पर्रिकर की छवि हमेशा ही बहुत सरल और सामान्य व्यक्ति की रही। वे सभी दलों में सर्वस्वीकार्य नेता थे। गोआ में भाजपा उनके ही कारण मजबूत हुई।
पर्रिकर का जन्म 13 दिसंबर, 1955 को हुआ और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रचारक के रूप में करियर शुरू किया। आईआईटी बंबई से स्नातक होने के बाद भी वह संघ से जुड़े रहे। सक्रिय राजनीति में पर्रिकर का पदार्पण 1994 में पणजी सीट से बीजेपी टिकट पर चुनाव जीतने के साथ हुआ। वह 2014 से 2017 तक मोदी सरकार में रक्षा मंत्री रहे।

प्रियंका गांधी यूपी मिशन पर

कांग्रेस महासचिव बनने के बाद प्रियंका गांधी लगातार यूपी पर फोकस कर रही हैं और परदे के पीछे की राजनीति में भी वे सक्रिय हैं। प्रियंका चार दिन के दौरे पर उत्तर प्रदेश में हैं और लगातार कार्यकर्ताओं के अलावा और भी कई वर्गों के प्रतिनिधियों से संपर्क साध कर बैठकें कर रही हैं।
प्रियंका रविवार को लख़नऊ पहुंचीं। सुबह चार दिवसीय दौरे पर पहुंचीं। यहां पहुंचने के बाद उन्होंने दिन में सबसे पहले लोकसभा उम्मीदवारों के साथ बैठक की। इसके बाद उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों समेत कई कर्मचारी संगठनों से मुलाकात की। बातचीत के दौरान उन्होंने कर्मचारियों की मांगों पर विचार करने का आश्वासन दिया।
बाद में उन्होंने मीडिया विंग के साथ अलग से बैठक कर प्रवक्ताओं, टीवी पैनलिस्टों के साथ लोकसभा चुनाव को लेकर रणनीति पर चर्चा की। दिनभर की बैठक के बाद शाम को वह सड़क मार्ग से ही प्रयागराज के लिए रवाना हो गईं। प्रयागराज से सोमवार को वह बहुप्रतिक्षित गंगा यात्रा की शुरूआत करेंगी।
प्रियंका लोगों से सीधा संपर्क करने के लिए पत्र का भी सहारा ले रही हैं। लखनऊ पहुंचने से पहले प्रियंका ने एक पत्र जारी किया। इसमें उन्होंने कहा -”प्रदेश की राजनीति में एक ठहराव के कारण आज युवा, महिलाएं, किसान, मजदूर परेशानी में हैं। वे अपनी बात अपनी पीड़ा साझा करना चाहते हैं। लेकिन राजनीतिक गुणा- गणित के शोर में युवाओं, महिलाओं, किसानों व मजदूरों की आवाज प्रदेश की नीतियों से पूरी तरह गायब है।’
उन्होंने कहा – ”इस धरती से आत्मिक रुप से जुड़ी रही हूं। मैं मानती हूं कि प्रदेश में किसी भी राजनीतिक परिवर्तन की शुरूआत आपकी बात सुने बगैर आपकी पीड़ा साझा किए बगैर नहीं हो सकती है। इसलिए सीधा आपसे एक सच्चा संवाद करने मैं आपके द्वार पहुंच रही हूं।”
प्रियंका ने पात्र में लिखा – ”मैं आपको विश्वास दिलाना चाहती हैं कि आपकी बातों को सुनकर सच्चाई व संकल्प की बुनियाद पर हम राजनीति में परिवर्तन लाएंगे। हमें एक साथ मिलकर आपके मुद्दों को हल करने की तरफ बढ़ेंगे। गंगा सच्चाई और समानता का प्रतीक है। और हमारी गंगा-जमुनी संस्कृति का चिन्ह है। वे किसी से भेदभाव नहीं करतीं। गंगा जी उत्तरप्रदेश का सहारा है। मैं गंगा जी का सहारा लेकर भी आपके बीच पहुंचूंगी।’
प्रियंका सोमवार सुबह करीब साढ़े आठ बजे प्रयागराज में संगम जाकर पूजा-अर्चना करेंगी। प्रयागराज जिले के छतनाग, दुमदुमा, सिरसा और कौधरिया इलाकों में लोगों से मिलेंगी। जहां सड़क है वहां कार से जाएंगी और नदी से सटे गांवों में स्टीमर से पहुंचेंगी। वे सोमवार को ही प्रयागराज से भदोही के सीतामणी और रामपुर घाट होते हुए मिर्जापुर के विंध्याचल पहुंचेंगी। वे यहां कालीन बुनकरों से लेकर वकीलों के प्रतिनिधियों से मुलाकात करेंगी। वहीं रात्रि विश्राम करेंगी। इससे पहले वे यहां एक मंदिर भी जाएंगी।
मंगलवार को वे विंध्याचल से निकल कर मौलाना इस्माइल चिश्ती की मजार पहुंचेंगी। पूरे दिन प्रियंका मिर्जापुर के ग्रामीण और शहरी इलाकों में जनसंपर्क करेंगी। शाम को रोड शो होगा।
प्रियंका बुधवार सुबह वाराणसी पहुंचेंगी। रास्ते में शीतला माता मंदिर के दर्शन भी करेंगी। वाराणसी में सबसे पहले प्रियंका सुल्तानकेश्वर पहुंचेंगी। वहां से प्रशासन की अनुमति मिली तो स्टीमर के जरिए रामनगर जाएंगी। वहां, प्रियंका मल्लाहों से मिलेंगी। प्रियंका पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के पैतृक घर भी जाएंगी। वे पुलवामा हमले के शहीद महेश यादव के परिजनों से भी मिलेंगी।
कांग्रेस नेता प्रियंका जैन धर्म के प्रतिनिधियों से मुलाकात करेंगी और फिर बाबा विश्वनाथ के दर्शन करेंगी। वहां से प्रियंका दशाश्वमेध घाट पहुंचेंगी और मंदिरों में पूजा अर्चना करेंगी। उनका कार्यकर्ताओं के साथ होली मिलन का कार्यक्रम भी रखा गया है।

दो विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी प्रत्याशी

भाजपा ने आखिर रविवार को आंध्रप्रदेश और अरुणाचल में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी। आंध्रप्रदेश के लिए १२३ जबकि अरुणाचल प्रदेश के लिए ५४ सीटों के उम्मीदवारों के नाम का भाजपा ने ऐलान कर दिया है।
उधर कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव के लिए २७ और उम्मीदवारों की चौथी सूची जारी कर दी है। इसमें उत्तर प्रदेश की ७, केरल की १२, छत्तीसगढ़ की ५, अरुणाचल प्रदेश की २ और अंडमान-निकोबार की एक सीट के लिए प्रत्याशी घोषित किए गए हैं।  घोषित नामों में प्रमुख नाम शशि थरूर का भी है जिन्हें तिरुवनंतपुरम निर्वाचन क्षेत्र (केरल) से जबकि अरुणाचल प्रदेश के पूर्व सीएम नबाम तुकी को भी चुनाव मैदान में उतारा गया है। कैराना से हरेंद्र मलिक और मेरठ से डॉ ओम प्रकाश शर्मा चुनाव मैदान में उतारे गए हैं।
इस बीच पटना में एनडीए की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद जदयू, भाजपा और लोजपा के बीच सीटों का बंटवारा हो गया है। इससे पहले शनिवार रात को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह की उपस्थिति में भाजपा की केन्द्रीय चुनाव समिति की बैठक में विभिन्न नामों पर चर्चा हुई।

गोआ के सीएम पर्रिकर का निधन

लम्बे समय से अस्वस्थ चल रहे गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर का रविवार को  निधन हो गया। वे ६३ साल के थे और अग्नाशय कैंसर से पीड़ित थे। लम्बे समय से उनका इलाज भी चलता रहा था लेकिन रविवार देर शाम उनका निधन हो गया।
उनके निधन पर  दूसरी पार्टियों के नेताओं ने भी दुःख जताया है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मनोहर पर्रिकर के निधन पर ट्वीट करके दुःख जताया है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी ट्वीट करके पर्रिकर के निधन पर संवेदना जताई है। कुछ समय पहले ही गोवा के मुख्यमंत्री कार्यालय ने एक बयान जारी कर पर्रिकर के स्वास्थ्य की स्थिति को बेहद चिंता जनक बताया था।
गोवा के सीएमओ की तरफ से ट्वीट कर बताया गया था – ”मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर की हालत बेहद गंभीर है। डॉक्टर उन्हें ठीक करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।” गौरतलब है कि पर्रिकर के स्वास्थय में पिछले कुछ दिन से काफी गिराबट दिख रही थी। गोवा के मेडिकल कॉलेज में उन्हें भर्ती कराया गया था। पिछले शनिवार को भी बताया गया था कि पर्रिकर की तबीयत काफी बिगड़ गई है हालांकि भाजपा ने एक बयान जारी कर उनके स्वास्थ्य में सुधार की बात कही थी।
शनिवार को भाजपा विधायक और गोवा विधानसभा के उपाध्यक्ष माइकल लोबो ने मीडिया को बताया था कि पिछली रात से पर्रिकर की तबीयत काफी खराब है और चिकित्सक उनका इलाज कर रहे हैं। इलाज के लिए वे न्यूयॉर्क भी गए थे।

मोदी और शाह ट्वीटर पर अब ‘चौकीदार’

”मैं भी चौकीदार” अभियान की शुरुआत के एक दिन बाद ट्वीटर पर पीएम मोदी और भाजपा अध्यक्ष अब ”चौकीदार” के उपनाम से जाने जायेंगे। दोनों ने अपने-अपने नाम से पहले ”चौकीदार” शब्द जोड़ा है जिसके बाद पीएम का ट्वीटर पर नाम अब ”चौकीदार नरेंद्र मोदी” और भाजपा अध्यक्ष का ”चौकीदार अमित शाह” है। इनके अलावा भाजपा के कई नेताओं और मंत्रियों ने भी अपने नाम के साथ ”चौकीदार” शब्द जोड़ लिया है।
रविवार को पीएम मोदी ने जैसे ही ट्विटर पर अपने नाम से पहले चौकीदार जोड़ा, उसके बाद भाजपा नेताओं में ऐसा करने की होड़ लग गयी। केंद्रीय मंत्री पियूष गोयल, जेपी नड्डा, पूनम महाजन, अमित मालवीय, पीपी चौधरी, मीनाक्षी लेखी, विजेंद्र गुप्ता, छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम रमन सिंह, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, लोक सभा में भाजपा दल के मुख्य सचेतक अनुराग ठाकुर समेत कई भाजपा नेता अब ट्विटर पर ”चौकीदार” बन गए हैं।
ट्विटर पर चौकीदार होने के बाद अमित शाह ने लिखा – ”जिसने बनाया स्वच्छता को संस्कार,  वो है चौकीदार। #MainBhiChowkidar, कहो दिल से #ChowkidarPhirSe’ जबकि पीएम मोदी ने ”मैं भी चौकीदार” अभियान लांच करते हुए कहा था – ”हर देशवासी जो भ्रष्टाचार, गंदगी और सामाजिक बुराइयों से लड़ रहा है, वो एक चौकीदार है। भारत के विकास के लिए कड़ी मेहनत करने वाला हर व्यक्ति चौकीदार है। आज हर भारतीय कह रहा है #मैं भी चौकीदार। इसके बाद ट्विटर पर #MainBhiChowkidar ट्रेंड करने लगा था।
पिछले लोक सभा चुनाव में भाजपा ने ”चायवाला” स्लोगन देकर लोगों का दिल जीतने की कोशिश की थी जबकि इस बार वह ”चौकीदार” का नैरा देकर लोगों के दिल में जगह बनाने की कोशिश कर रही है। उधर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी लगातार – ”चौकीदार चोर है” के स्लोगन की साथ अपनी जनसभाओं में लोगों इ नारा लगवा रहे हैं। देखना है चुनाव में जनता इन नारों पर क्या रुख अपनाती है।

फैज़ल ने बनाई जेके पीपुल्स मूवमेंट पार्टी

इसी साल जनवरी में आईएएस पद से इस्तीफ़ा देकर सुर्ख़ियों में आये २०१० बैच के यूपीएससी टॉपर शाह फैसल ने जम्मू कश्मीर पीपुल्स मूवमेंट पार्टी के गठन का ऐलान किया है। याद रहे शाह ने कश्मीर में हत्याओं के मामलों पर केंद्र सरकार के  गंभीर न होने का आरोप लगाते हुए नौकरी छोड़कर राजनीति में आने का ऐलान किया था जिसके बाद वे सोशल मीडिया में सुर्ख़ियों में रहे थे।
अब फैसल ने रविवार को श्रीनगर के राजबाग स्थित गिंदुन मैदान में एक रैली में अपनी पार्टी के नाम और इसके गठन का ऐलान किया। इस मौके पर कश्मीरी मूल की जेएनयू छात्र संगठन नेता शहला रशीद ने भी उनकी नवगठित पार्टी में शामिल होने का ऐलान किया।
इस मौके पर शाह ने कहा – ”हमारी पार्टी कश्मीर के शांतिपूर्ण समाधान के लिए काम करेगी। यहां रहने वाले लोगों की इच्छा के अनुसार,  हम सिल्ट रुट की फिर से शुरूआत करेंगे। हम उन ताकतों से लड़ेंगे जो धर्म के आधार पर जम्मू-कश्मीर को बांटने की कोशिश कर रहे हैं। हम नौजवान युवाओं, हम स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए काम करेंगे और हम राज्य से भ्रष्टाचार को खत्म करेंगे।”
फैसल ने कहा – ”जम्मू कश्मीर में तब तक विकास का कोई लाभ नहीं होगा, जब तक हालात बेहतर नहीं होते और कश्मीर में अमन नहीं होता। इसके लिए नौजवानों की भूमिका बहुत अहम है।” शाह ने कहा कि उनकी सोच और राजनीति दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल से प्रभावित है। साथ ही उन्होंने पाकिस्तान के पीएम इमरान खान की राजनीति के तरीके की भी तारीफ की और कहा कि केजरीवाल और खान दोनों ने विरोध और चुनौतियां के साथ राजनीति की शुरुआत की। ”हमें भी ऐसी ही चुनौतियों के बीच अपने लिए रास्ता बनाना है क्योंकि हम जनता के लिए काम करना चाहते हैं।”

घोष होंगे देश के लोकपाल !

सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश पिनाकी चंद्र घोष भारत के पहले लोकपाल हो सकते हैं। उनके नाम की घोषणा अभी आधिकारिक रूप से नहीं की गयी है।
लोकपाल नियुक्त करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन, सर्विच्च न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई और एडवोकेट मुकुल रोहतगी वाली चयन समिति ने घोष के नाम पर मुहर लगाई है। जस्टिस घोष के अलावा इस लोकपाल में न्यायपालिका से हाईकोर्ट के चार पूर्व न्यायाधीश, चार आईएएस और आईपीएस और अन्य सेवाओं के सेवनिबृत्त अधिकारी होंगे।
 गौरतलब है कि न्यायमूर्ति पीसी घोष मई २०१७ में सर्वोच्च न्यायालय के नयायधीश के रूप में सेवनिबृत्त हुए थे। इससे पहले वे कोलकाता और आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रह चुके  हैं।
सर्वोच्च न्यायालय से सेवनिबृत्त होने के बाद वह जून २०१७ से मानवाधिकार आयोग के सदस्य हैं। लोकपाल चयन समिति की बैठक में उनका नाम अंतिम किया गया। पुदुचेरी की ले. गवर्नर किरण बेदी ने लोकपाल की नियुक्ति पर खुशी जाहिर करते हुए अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा – ”लोकपाल की घोषणा के बारे में जानकार बहुत खुशी हुई। यह देश की सभी भ्रष्टाचार विरोधी प्रणालियों को मज़बूत करेगा और सभी स्तरों पर सतर्कता के काम को बढ़ावा देगा।”
गौरतलब है कि लोकपाल के सर्वप्रथन और सबसे मजबूत लड़ाई स्वयंसेवी अण्णा हजारे ने लड़ी और कांग्रेस शासन के समय आंदोलन चलाया जिसे  समर्थन मिला।  हालाँकि भाजपा शासन के समय अण्णा हज़ारे ने कई बार आंदोलन की बात की। उन्होंने फरवरी में इस मांग के लिए अनशन भी शुरू किया हालांकि इसे कुछ दिन बाद हे ख़त्म कर दिया क्योंकि उन्हें आश्वाशन दिया गया कि केंद्र सरकार लोकपाल नियुक्त करने को तैयार है। वैसे अण्णा जिस तरह का लोकपाल चाहते हैं वैसी शक्तियां मोदी सरकार लोकपाल को देगी या नहीं यह देखना होगा।

जीएसटी बड़ी गलती, मोदी की तरफ से मैं माफी मांगता हूँ : राहुल गांधी

पीएम मोदी की तरफ से जनता से माफी मांगते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को जीएसटी को लेकर कहा कि लोक सभा चुनाव के बाद कांग्रेस की सरकार मोदी की इस गलती को सुधारेगी और इसे दुरुस्त करेगी। उत्तराखंड के देहरादून की इस रैली में भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री बीसी खंडूरी के बेटे मनीष खंडूरी ने राहुल गांधी की मौजूदगी में कांग्रेस का हाथ थाम लिया।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार के जीएसटी को निशाना बनाते हुए व्यापारियों से कहा कि जीएसटी से कारोबारियों का नुकसान हुआ है। उन्होंने जीएसटी को गलती बताते हुए वादा किया कि कांग्रेस सत्ता में आने पर इसे ठीक करेगी।
इस रैली में पीएम नरेंद्र मोदी पर राफेल डील, जीएसटी और किसान सम्मान निधि योजना को लेकर सीधा निशाना साधा। राहुल गांधी ने जीएसटी से कारोबारियों को नुकसान पहुंचने का जिक्र करते हुए कहा – ”पीएम मोदी की इस भयंकर गलती के लिए मैं आपसे उनकी तरफ से माफी मांगता हूं। हम चुनाव के बाद हमारी सरकार आने पर गब्बर सिंह टैक्स को सच्ची जीएसटी में बदलेंगे, जिसमें एक साधारण टैक्स होगा।”
पीएम किसान सम्मान निधि योजना पर राहुल ने वित्त मंत्री के रूप में पीयूष गोयल  के बजट भाषण पर कहा कि संसद में पांच मिनट तक भाजपा के सभी सांसदों ने नरेंद्र मोदी की तरफ देखकर तालियां बजाईं। राहुल ने कहा – ”मैंने खड़गेजी से पूछा ये तालियां क्यों बजा रहे हैं। उन्होंने बताया कि हिंदुस्तान के किसान को प्रतिदिन साढ़े तीन रुपये देने का फैसला किया है।”
कांग्रेस अध्यक्ष ने रैली में कहा – ”एक चोर को आप ३० हजार करोड़ देते हो और हिंदुस्तान के किसानों को आप दिन का साढ़े तीन रुपये देते हो और बेवकूफ बनाने के लिए ताली बजाते हो।”
इस जनसभा में गांधी ने राफेल का मुद्दा भी जोर-होर से उठाया। राहुल ने कहा – ”जो शख्स कागज का हवाई जहाज नहीं बना सकता है, उसे पीएम मोदी ने दुनिया के सबसे बड़ा रक्षा सौदा दे दिया। ५२६ करोड़ का राफेल १६०० करोड़ में नरेंद्र मोदी ने ले लिया। अनिल अंबानी ने १० दिन पहले कंपनी बनाई और उसे इतना बड़ा कॉन्ट्रैक्ट दे दिया।”