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यह मेरा आखिरी चुनाव : हेमा मालिनी 

मथुरा से भाजपा प्रत्याशी और फिल्म अभिनेत्री हेमा मालिनी ने कहा है कि यह उनका आखिरी चुनाव है। हेमा, जो २०१४ में मोदी लहर में चुनाव जीत गईं थीं इस बार लोक सभा हलके में लोगों की इस बात पर नाराजगी झेल रही हैं कि वे पिछले पांच साल में हलके में बहुत कम आईं।
अपना नामांकन भरने के बाद हेमा मालिनी ने यह ऐलान किया कि उनका आखिरी चुनाव है। उनके मुताबिक वो अगली बार किसी युवा को आगे आने का मौका देंगी और खुद संगठन के लिए काम करना चाहेंगी। सोमवार को नामांकन दाखिल करने से पहले हेमा मालिनी ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ पूजा अर्चना की थी।
भाजपा के चुनाव संयोजक डीपी गोयल और चार अन्य प्रस्तावकों के साथ नामांकन भरने के बाद हेमा ने कहा – ”यह मेरा आखिरी चुनाव है। मैं इसके बाद कोई चुनाव नहीं लड़ूंगी और इसकी जगह संगठन में रहकर जनता की भलाई के कार्य करना चाहूंगी। बरसों से मेरा सपना था कि मैं मथुरा के लिए कुछ कर सकूं। इसलिए, पिछले पांच वर्षों में काफी-कुछ करने की कोशिश की लेकिन, अभी बहुत कुछ करना रह गया है। उम्मीद करती हूं कि यहां की जनता मुझे वह सब भी करने का मौका देगी। मैं इस नगरी को कृष्ण काल के समान ही भव्य एवं दिव्य नगरी बनाना चाहती हूं।”
इस चुनाव में कई दिग्गज पहले ही पार्टी ने बाहर कर दिए हैं। लिहाजा अगले चुनाव तक भाजपा के कई और पुराने चेहरे चुनावी राजनीति से गायब हो जायेंगे।

आसाराम की याचिका खारिज 

उम्रकैद (लाइफ टर्म) की सजा काट रहे आसाराम (बापू) को हाईकोर्ट से मंगलवार बड़ा झटका लगा है। हाईकोर्ट ने उनकी सजा पर रोक की गुहार वाली आसाराम की याचिका खारिज कर दी। यही नहीं, कोर्ट ने आसाराम की जमानत अर्जी भी खारिज कर दी है।
आसाराम पर बलात्कार और हत्या का मामला है और इसी मामले में वह राजस्थान की जोधपुर जेल में बंद है। जोधपुर के ही आश्रम में एक नाबालिग के साथ दुष्कर्म का उसे २०१३ में दोषी करार दिया गया था। जोधपुर की अदालत ने उसे उम्रकैद की सजा सुनाई थी।
फैसले को देखते हुए जोधपुर जेल के आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी गई थी। वहां पहले से ही निषेधाज्ञा लागू थी। एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के मुताबिक साबरमती नदी के किनारे एक झोंपड़ी से शुरुआत करने से लेकर देश और दुनियाभर में ४०० से अधिक आश्रम बनाने वाले आसाराम ने चार दशक में १० हज़ार करोड़ रुपये का साम्राज्य खड़ा कर लिया था।
आसाराम और चार अन्य सहआरोपियों के खिलाफ पुलिस ने पॉक्सो अधिनियम, किशोर न्याय अधिनियम और भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत छह नवंबर 2013 को पुलिस ने आरोपपत्र दायर किया था। पीड़िता ने आसाराम पर उसे जोधपुर के नजदीक मनाई इलाके में आश्रम में बुलाने और 15 अगस्त 2013 की रात उसके साथ बलात्कार करने का आरोप लगाया था।
रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर की रहने वाली पीड़िता मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा स्थित आसाराम के आश्रम में पढ़ाई कर रही थी। फैसले के बाद पीड़िता के पिता ने कहा – ”हमें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा था और हमें खुशी है कि न्याय मिला।” उन्होंने कहा कि परिवार लगातार दहशत में जी रहा था और इसका उनके व्यापार पर भी काफी असर पड़ा।

सुखराम पोते समेत कांग्रेस में शामिल 

नरसिम्हा राव सरकार में संचार क्रांति के मसीहा माने जाने वाले पूर्व संचार मंत्री सुख राम सोमवार को अपने पोते आश्रय शर्मा के साथ कांग्रेस में शामिल हो गए। पहले वे कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मिले और बाद में एक प्रेस कांफ्रेंस में प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने सुख राम के कांग्रेस में शामिल होने की घोषणा की।
इस मौके पर सुख राम ने कहा कि वे कुछ महीने बाहर रहने के बाद दुबारा अपने घर लौट आये हैं। दिलचस्प यह है कि सुख राम के पुत्र और आश्रय के पिता अनिल शर्मा हिमाचल की भाजपा सरकार में केबिनेट मंत्री हैं। देखना दिलचस्प होगा कि क्या वे जयराम सरकार से अब इस्तीफा देंगे ?
साल २०१७ के विधानसभा चुनाव से ऐन पहले सुख राम, अनिल शर्मा और आश्रय शर्मा भाजपा में शामिल हो गए थे। उस समय अनिल शर्मा कांग्रेस की वीरभद्र सिंह सरकार में भी मंत्री थे। भाजपा ने उन्हें उनकी मंडी सीट से टिकट दिया और जीतने के बाद उन्हें जयराम ने भी मंत्री का पद दिया।
माना जा रहा है कि सुख राम अपने पोते के लिए मंडी लोक सभा सीट से टिकट मांग रहे थे लेकिन भाजपा ने वहां शनिवार को सीटिंग एमपी राम स्वरुप को ही दोबारा टिकट घोषित कर दिया था। सुख राम इसके बाद दिल्ली चले गए थे और कांग्रेस के कुछ बड़े नेताओं से उनकी मुलाकात हुई थी। आज सुबह जाकर वे राहुल गांधी से मिल पाए जिन्होंने कांग्रेस में उनके लौटने के आग्रह को स्वीकार कर लिया।
यह अभी शाम तक पता चलेगा कि क्या कांग्रेस उनके परिवार में से किसी को मंडी से टिकट देती है। सुख राम दूर संचार घोटाले के बाद विवादों में आ गए थे और उनके घर से ४ करोड़ रूपये मिलने के बाद कांग्रेस से उन्हें बाहर जाना पड़ा था। इसके बाद उन्होंने भाजपा की प्रेम कुमार धूमल सरकार बनने में मदद की थी और अपने तीन विधायकों तक को भाजपा में शामिल करवा दिया था।
उनकी पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह से नहीं पटती लिहाजा आज की प्रेस कांफ्रेंस में साफ़ तौर पर वीरभद्र सिंह का नाम लेकर कहा कि अब ऐसा कोइ मतभेद नहीं है। ” मैं अपने पौते को राहुल गांधी और वीरभद्र सिंह के हवाले कर रहा हूँ।” सुख राम हिमाचल में एक बड़े ब्राह्मण नेता हैं और मंडी लोक सभा हलके में उनका ख़ासा प्रभाव माना जाता है। उनके कांग्रेस में लौटने से भाजपा को झटका लगा है और लोक सभा चुनाव में इससे उसे फर्क पड़ सकता है।

भाजपा विधायक को सपना का करारा जवाब 

सपना चौधरी कांग्रेस में शामिल होने को लेकर भले दुविधा में हों, भाजपा के एक विधायक के सोनिया गांधी और उनके (सपना) को लेकर अपमानजक बयान पर उन्होंने (सपना ने) ट्वीट कर कहा कि ”शायद उनकी संस्कृति महिलाओं का अपमान करने की है”।
सपना ने कहा – ”राहुल गांधी मेरे बड़े भाई की तरह हैं लेकिन भाजपा के इस विधायक के सस्ते विचार ने मुझे हैरान कर दिया है। एक राष्ट्रीय पार्टी के विधायक का बयान बेहद अपमानजनक और निंदनीय है। महिलाओं का अपमान करना क्या उनकी संस्कृति है”?
दरअसल यूपी के इन भाजपा विधायक सुरिंदर सिंह ने डांसर वाली बेहद अपमानजनक टिपण्णी की थी। इसमें उन्होंने कहा था – ”राहुलजी भी अपनी कुल  परंपरा को आगे बढ़ाएं यह अच्छी बात है। उनकी माताजी भी इटली में इसी पेशे से थीं, आज उन्होंने सपना को भी अपना बना लिया। मैं तो धन्यवाद दूंगा राहुलजी को कि जैसे आपके पिताजी ने सोनिया गांधी को अपना बना लिया, आप भी आज भारत की राजनीति में सपना को अपना बनाकर राजनीति की नई पारी की शुरुआत करें। इसके लिए आपको साधुवाद।”
भाजपा विधायक की यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी और मशहूर डांसर सपना चौधरी पर की गई इस अपमानजनक टिप्पणी ने राजनीतिक दलों ही नहीं सोशल मीडिया यूजर्स ने भी सुरिंदर सिंह की आलोचना का अवसर दे दिया। जब सुरेंद्र सिंह ने यह विवादित बयान दिया उस वक्त तक सपना के कांग्रेस में शामिल होने की खबर फ़ैल चुकी थी। हालाँकि, बाद में सपना ने कांग्रेस में शामिल नहीं होने की बात कही है।
सुरिंदर सिंह के बयान पर सपना ने ट्वीट कर जवाब दिया और लिखा कि राहुल गांधी  उनके बड़े भाई जैसे हैं। ”भाजपा के इस विधायक के सस्ते विचार ने मुझे हैरत में डाल दिया है। विधायक का बयान बेहद अपमानजनक और निंदनीय है और महिलाओं का अपमान करना क्या उनकी संस्कृति है ?”
आम आदमी पार्टी नेता संजय सिंह ने भी भाजपा विधायक को इस अपमानजनक ब्यान के लिए कोसा – ”यदि आपकी सोनिया गांधी के साथ प्रतिद्वंदिता है, तो चुनाव लड़कर जीतें। आपत्तिजनक टिप्पणियों के लिए आप क्यों इतना नीचे गिर गए हैं?
पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती ने भी ट्वीट किया – ”हमें ऐसे गंदे दिमागों को साफ करने के लिए फिनाइल कीटाणुनाशक के एक विशेष ब्रांड की ज़रुरत है। जब एक सत्तारूढ़ दल के विधायक के पास इस तरह के कचरे को बोलने के लिए दुस्साहस है, तो आपको पता होना चाहिए कि इसे शीर्ष से मंजूरी दी गई है।” भाजपा के यह विधायक सुरिंदर सिंह पहले भी अपमानजनक और विवादित टिप्णियां करते रहे हैं।

सीबीआई से जांच रिपोर्ट तलब की सुप्रीम कोर्ट ने 

सर्वोच्च न्यायालय ने समाजवादी पार्टी के नेता मुलायम सिंह यादव और उनके बेटों अखिलेश और प्रतीक यादव के खिलाफ आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक संपत्ति के मामले में सोमवार को सीबीआई को जांच रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया है। इस तरह का आदेश देने की मांग करने वाली याचिका पर सुनवाई के दौरान सर्वोच्च अदालत ने यह निर्देश दिया।
रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई और न्यायमूर्ति दीपक गुप्ता की पीठ ने सीबीआई को इस मामले में जांच की स्थिति बताने के संबंध में दो सप्ताह के भीतर अपना जवाब दाखिल करने के लिए कहा है। अदालत में यह याचिका वकील विश्वनाथ चतुर्वेदी ने दायर की है जिसकी मांग है कि सीबीआई को मुलायम, अखिलेश और प्रतीक यादव की संपत्तियों की जांच की रिपोर्ट अदालत में रखने का निर्देश दिया जाए।
इस याचिका में चतुर्वेदी ने कहा है कि जांच पूरी हो गई थी और पहली नजर में पाया गया था कि यादव परिवार के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला बनता है। इस जांच को छह साल बीतने के बाद भी सीबीआई ने रिपोर्ट किसी अदालत में पेश नहीं की। साल २०१३ में किए गए एक आकलन में ये संपत्ति आय से २४ करोड़ रुपये अधिक पाई गई थी।
गौरतलब है कि सर्वोच्च अदालत ने मार्च २००७ में चतुर्वेदी की जनहित याचिका पर सीबीआई को मुलायम, अखिलेश और पत्नी डिंपल और भाई प्रतीक यादव की संपत्तियों की जांच करने का आदेश दिया था। हालांकि २०१२ में सर्वोच्च अदालत ने डिंपल को इस मामले से यह कह कर बाहर कर दिया था कि वह किसी सार्वजनिक पद पर नहीं थीं। अब सर्वोच्च अदालत के निर्देश से यादव परिवार के लिए चुनाव के पास दिक्कत पैदा हुई है।

राहुल की न्यूनतम आय की घोषणा

लोक सभा चुनाव के लिए एक बड़ी घोषणा में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को देश में गरीबी ख़त्म करने और आर्थिक रूप से समानता (इनकम गैप ख़त्म करने के लिए) की अपनी योजना का ऐलान करते हुए देश के २० प्रतिशत बिलकुल गरीब परिवारों को साल भर में ७२,००० रूपये की सुनिश्चित करने का वादा किया।
राहुल ने कहा कि पिछले तीन-चार महीने से इसे लेकर मंथन किया गया है और अगले चुनाव में कांग्रेस के सत्ता में आते ही इसे लागू कर दिया जायेगा और यह दुनिया की पहली ऐसी बड़ी योजना है। इससे योजना से देश के करीब २५ करोड़ लोगों को फायदा मिलेगा। अब कांग्रेस इसे अपने घोषणा पात्र में शामिल करेगी।
एक तरह से इस योजना को ”मनरेगा पार्ट-२” कहा जा सकता है। मानो किसी व्यक्ति की मासिक आय ६,००० रूपये ही है तो उसका कानूनी अधिकार १२,००० रूपये मासिक कमाने का होगा। यानी बाकी के ६,००० रूपये मासिक उसे सरकार की तरफ से सुनिश्चित किये जायेंगे। जाहिर है इस योजना से बड़े पैमाने पर नौकरियों का भी रास्ता भी खुल जाएगा।
राहुल ने कहा की कांग्रेस ने व्यापक विमर्श के बाद इसका पूरा खाका तैयार कर लिया है और पार्टी मानती है कि यदि अमीरों को सरकार (मोदी सरकार) करोड़ों दे सकती है तो सरकार वहीं पैसा गरीबों को क्यों नहीं दे सकती।
गांधी की इस बड़ी योजना के मुताबिक साल भर में करीब ७२,००० रूपये का लाभ हर गरीब को मिलेगा जो इस योजना के तहत आएगा। कांग्रेस अध्यक्ष के मुताबिक करीब २५ करोड़ देशवासियों को इस योजना का लाभ मिलेगा। राहुल ने कहा कि यह दुनिया की अपनी तरह की पहली ऐसी महत्वाकांक्षी योजना है और इसके लागू होने से देश में हर व्यक्ति को प्रति महीना १२,००० रूपये कमाने का कानूनी अधिकार मिल जाएगा।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि यह योजना देश में गरीबी ख़त्म करने के लिए एक बहुत बड़ा कदम होगा। ”हमारा लक्ष्य देश में गरीबी को पूरी तरह ख़त्म कर देने का है। जिस तरह दुनिया भर के आर्थिक विशेषज्ञों से व्यापक विचार-विमर्श के बाद इस पर अमल का फैसला किया गया है उससे इसके रफाल रहने की १०० प्रतिशत गारंटी होगी।
राहुल की इस घोषणा को अगले चुनाव के लिहाज से ”मास्टर स्ट्रोक” माना जाएगा क्योंकि देश में अगले चुनाव के लिए बेरोजगारी सबसे बड़ा मुद्दा है। किसानों के लिए पहले से ही राहुल गांधी मैदान में डटे हैं और उन्हें किसानों के अधिकार की लड़ाई का सबसे बड़ा राजनीतिक अगुआ कहा जा सकता है। छत्तीसगढ़, राजस्थान और मध्य प्रदेश में कांग्रेस ने किसानों के मुद्दे के बूते ही भाजपा को पटखनी दे दी और सरकार बनते ही १० दिन के भीतर जिस तरह किसानों की क़र्ज़ माफी का ऐलान हुआ उससे भाजपा, खासकर पीएम मोदी ने भी, किसानों को लेकर योजनाओं की झड़ी लगा दी।

कई दिग्गजों के नामांकन 

लोकसभा चुनाव में ११ अप्रैल को होने वाले पहले चरण के मतदान के लिए नामांकन दखिल करने का सोमवार आखिरी दिन है। आज अभी तक  मुताबिक पूजा-अर्चना के बाद आज कई दिग्गज उम्मीदवार नामांकन दाखिल कर रहे हैं जिनमें नितिन गडकरी, अशोक चव्हाण, फारूक अब्दुल्ला, अखिलेश यादव, चिराग पासवान, राज बब्बर, हेमा मालिनी, जीतनराम मांझी और जनरल वीके सिंह शामिल हैं।
आज बिहार की चार सीटों समेत देशभर के २० राज्‍यों की ९१ लोकसभा सीटों पर बड़े नेता नामांकन दाखिल करने जा रहे हैं। गडकरी, हेमा सहित कई नेताओं ने सुबह मंदिरों में जाकर पूजा-अर्चना की और अपनी जीत की कामना की। आज नामांकन दाखिल करने वालों में महाराष्ट्र के नागपुर से नितिन गडकरी, पूर्व सीएम अशोक चव्हाण और प्रीतम मुंडे, मथुरा से हेमामालिनी, गाजियाबाद से जनरल वीके सिंह, आजमगढ़ से अखिलेश यादव, कर्नाटक के तुमकुर से एचडी देवगौड़ा, जम्‍मू-कश्‍मीर की राजधानी श्रीनगर से फारुख अब्‍दुल्‍ला, बिहार के जमुई से चिराग पासवान, गया से जीतनराम मांझी शामिल हैं।
फतेहपुर सीकरी लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी राज बब्बर और भाजपा प्रत्याशी प्रो. एसपी सिंह बघेल अपना नामांकन दाखिल करेंगे। गाजियाबाद लोकसभा सीट पर नामांकन का आज आखिरी दिन है। भाजपा के वीके सिंह, सपा-बसपा गठबंधन की ओर से सुरेश बंसल और कांग्रेस की डॉली शर्मा अपना नामांकन दाखिल करेंगे।

तीन आतंकी पकड़े 

जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों ने जेईएम तीन आतंकियों को गिरफ्तार किया है। आशंका है कि यह आतंकी किसी बड़ी शाजिस को अंजाम देने की तैयारी में थे।
रिपोर्ट्स के मुताबिक सुरक्षाबलों ने जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर तीन आतंकियों को गिरफ्तार कर लिया। इन आतंकियों के पास से बड़ी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद भी बरामद हुआ है। पकडे गए आतंकियों की पहचान शाहिद भट्ट, रईस हुर्राह, इशाक लोन नामक के रूप में हुई है। तीनों आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े बताए जा रहे हैं।
बताया गया है कि सेना की २ राष्ट्रीय राइफल्स (आरआर) ने आशंका होने पर जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर परिमपोरा के पास लगे नाके पर एक मारुती कार को रोका। कार में तीन युवक सवार थे। इनकी तलाशी ली गई तो गाड़ी में से हथियार बरामद हुए, जिसके बाद इन लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया। उनसे पूछताछ के बाद जानकारी मिली कि वे आतंकी हैं और किसी बड़ी वारदात की फिराक में थे।

आगरा एक्सप्रेस वे पर बस जली, ४ की मौत 

आगरा एक्सप्रेस वे पर बस को आग लगने के एक हादसे में चार लोगों की मौत हो गयी है जबकि तीन लोग घायल हुए हैं। आग की यह घटना सोमवार तड़के की है जब यूपी सरकार की एक डबल डेकर बस आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे के रास्ते दिल्ली से लखनऊ जा रही थी। आग से बस पूरी तरह जल गयी।
रिपोर्ट्स  घायलों को सैफई के अस्पताल में भर्ती किया गया है। बस एक डिवाइडर से टकरा गई, जिसके बाद उसमें आग लग गई। आग में झुलसने से तीन सवारियों और परिचालक की मौत हो गई। तीन घायल सैफई अस्पताल में भर्ती किये गए हैं। पुलिस के मुताबिक  मैनपुरी फिरोजाबाद सीमा पर मीठेपुर गांव के पास आगे जा रही एक बस से टक्कर टालने की कोशिश में यूपी परिवहन की बस का चालक नियंत्रण खो बैठा और उसका बस डिवाइडर से जा टकराई।
पुलिस के मुताबिक दिल्ली से लखनऊ जा रही यह बस आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे पर दूसरी गाड़ी को ओवरटेक करने के चक्कर में ७७ माइलस्टोन के पास डिवाइडर से टकरा गई  जिससे उसमें आग लग गई। आग से बस पूरी तरह जलकर राख हो गई। मरने वालों में बस का परिचालक भी शामिल है।
सूचना मिलते ही अग्निशमन विभाग की दो गाड़ी और अन्य प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे गए। करीब एक घंटे की कोशिश के बाद आग पर काबू पाया जा सका हालांकि तब तक बस राख हो चुकी थी। मृतकों का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है।

सोपोर में २ आतंकी ढेर

जम्मू कश्मीर के बारामुला जिले के सोपोर में आतंकियों और सुरक्षा बलों के बीच चल रही मुठभेड़ ख़त्म हो गई है और इसमें २ आतंकियों को ढेर किया गया है। मुठभेड़ स्थल से सुरक्षाबलों ने बड़ी मात्रा में गोला बारूद के अलावा दो एके-४७, तीन ग्रेनेड और मैगजीन बरामद हुए हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक सोपोर के मीर मोहल्ला वारपोरा में एक सूचना के आधार पर गुरुवार को सेना की २२ राष्ट्रीय राइफल्स (आरआर), सीआरपीएफ और जम्मू कश्मीर पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) के जवानों ने घेराबंदी कर तलाशी अभियान शुरू किया था। इस दौरान इलाके में छिपे आतंकियों ने फायरिंग कर दी थी जिसके जवाब में सुरक्षा बालों ने जवाबी फायरिंग की।
पुलिस ने बताया कि तीन दिन  से चल रहे ऑपरेशन में स्थानीय लोगों की सुरक्षा का खास ध्यान रखा गया और यही कारण है कि ऑपरेशन काफी लंबा खिंचा। इस मुठभेड़ में जैश के दो आतंकी मार गिराए गए, जिनमें से एक स्थानीय और दूसरा पाकिस्तानी है। स्थानीय आतंकी की शिनाख्त सोपोर के रहने वाले ताहिर मौलवी के तौर पर हुई है जो आठ महीने से इलाके में जैश की गतिविधियों को अंजाम दे रहा था।
शुक्रवार देर शाम तक रुक-रुक कर हो रही गोलीबारी के दौरान दो आतंकी मारे गए थे। वहां तीसरे आतंकी की मौजूदगी की आशंका के चलते आपरेशन उसके बाद भी जारी रहा।