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राहुल के उड़ते जहाज के इंजन में खराबी

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के जहाज के इंजन में शुक्रवार को खराबी आ गयी जिसके चलते उन्हें वापस दिल्ली लौटना पड़ा। वे बिहार चुनाव अभियान के लिए जा रहे थे।
विमान के इंजन में खराबी के कारण कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को मजबूरन दिल्ली लौटना पड़ा है। शुक्रवार को उन्हें बिहार, ओडिशा और महाराष्ट्र में तीन रैलियों को संबोधित करना है जिनमें से बिहार की रैली बाद में उन्होंने सम्वोधित की।
राहुल ने जहाज़ के इंजन में खराबी के कारण लेट होने की जानकारी खेद जताते हुए ट्वीट करके दी। उन्होंने कहा कि तीनों रैलियों में देर हो जाएगी। हालांकि, बाद में वे दिल्ली से दुबारा बिहार पहुंचे और चुनाव रैली सम्वोधित की।
राहुल ने सुबह ट्वीट किया – ”पटना जाते वक्त मेरे विमान के इंजन में खराबी आ गई। मुझे मजबूरन दिल्ली लौटना पड़ रहा है। लिहाजा समस्तीपुर (बिहार), बालासोर (ओडिशा) और संगमनेर (महाराष्ट्र) कै रैलियों में देरी होगी। आपको कष्ट देने के लिए खेद है।”
गौरतलब है ककि पिछले साल २६ अप्रैल को राहुल चार्टर्ड विमान से दिल्ली से कर्नाटक के हुबली जा रहे थे। विमान के हवा में हिचकोले खाने के बाद उसकी इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी थी। इस मामले में नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने जांच रिपोर्ट भी सरकार को सौंपी थी। एक टीवी चैनल ने रिपोर्ट के हवाले से दावा किया था कि तकनीकी खराबी पर पायलट काबू नहीं पाते तो २०  सेकंड में गंभीर परिणाम हो सकते थे और विमान क्रैश भी हो सकता था।
इसी तरह कुछ दिन पहले राहुल गांधी के चेहरे पर एक कार्यक्रम के वक्त रहस्यमयी हरी लेजर किरणें एक वीडियो में दिखने के बाद हंगामा मच गया था। हालांकि, गृह मंत्रालय ने बाद में दावा किया था कि छानबीन में सामने आया है कि यह हरी किरणें किसी मोबाइल फोन की थीं जो उनका वीडियो बना रहा था।

गायक दलेर मेहंदी भाजपा में शामिल

अभिनेता सनी देओल और सूफी गायक हंसराज हंस के बाद पंजाबी गायक दलेर मेंहदी भी भाजपा में शामिल हो गए हैं। पंजाब में भाजपा कांग्रेस और अकाली दल के बाद तीसरे नंबर की पार्टी है। देखा है क्या भाजपा उन्हें चुनाव मैदान में उतारेगी।
दलेर मेहंदी शुक्रवार राजधानी दिल्ली में दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी और केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन की मौजूदगी में भाजपा में शामिल हुए। इससे पहले हरियाणा की पॉपुलर कलाकार सपना चौधरी भी मनोज तिवारी के नामांकन के वक्त उनके साथ दिखी थीं।
पंजाबी गायक हंसराज हंस को भाजपा ने दिल्ली की नॉर्थ-वेस्ट सीट से चुनाव मैदान में उतारा है जबकि सनी देओल को गुरदासपुर से चुनाव मैदान में उतारा जा सकता  है। दलेर मेंहदी भी अब भाजपा में शामिल हो गए हैं तो चर्चा है कि उन्हें भी पंजाब की किसी सीट से भाजपा मैदान में उतार सकती है।

मोदी की बायोपिक पर रहेगी रोक

सर्वोच्च न्यायालय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बनी बायोपिक की रिलीज पर चुनाव आयोग के फैसले को बदलने से इंकार कर दिया है। एक याचिका में इस फैसले पर रोक की गुहार लगाई गयी थी।
अब सर्वोच्च अदालत ने आयोग की तरफ से इस बायोपिक पर रोक को हटाने से इनकार कर दिया है। चुनाव आयोग ने बायोपिक को १९ मई से पहले रिलीज करने पर रोक लगाई हुई है। सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को स्पष्ट कहा कि चुनाव आयोग का फैसला सही और वैध है।
आयोग का मानना था कि अगर चुनाव के दौरान इस फिल्म को रिलीज किया गया तो एक विशेष राजनीतिक दल को इसका भरपूर लाभ मिलेगा। रिपोर्ट में कहा गया है कि इसके मद्देनजर आयोग का यह फैसला सही है कि १९ मई को लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण की वोटिंग के बाद फिल्म को रिलीज किया जाए।
गौरतलब है कि पीएम मोदी की बायोपिक १२ अप्रैल को रिलीज होनी थी, लेकिन  ऐतराज के बाद चुनाव आयोग ने इसकी रिलीज पर रोक लगा दी थी। चुनाव आयोग ने सोमवार को फिल्म से संबंधित अपनी रिपोर्ट एक सीलबंद लिफाफे में सुप्रीम कोर्ट को सौंपी थी। अब आयोग के फैसले के मुताबिक मोदी की बायोपिक १९ मई (चुनाव के अंतिम चरण के मतदान तक) तक रिलीज नहीं हो पाएगी।

मोदी ने नामांकन भरा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को वाराणसी लोक सभा सीट से अपना नामांकन भर दिया। इससे पहले मोदी ने गुरूवार को बड़ा रोड शो भी किया था जिसमें बड़ी संख्या में उनके समर्थक शामिल हुए। आज उनके नामांकन के मौके पर एनडीए के कुछ घटक दलों के नेता भी शामिल हुए। पीएम ने भाजपा कार्यकर्ताओं को सम्वोधित करते हुए दावा किया कि चुनाव तो उन्होंने गुरूवार को ही जीत लिया था, अब बूथ जीतना है।
पीएम ने गुरूवार को बड़ा रोड शो किया था। आज उन्होंने नामांकन दाखिल कर दिया। नामांकन से पहले कई कार्यक्रम आयोजित किए गए। अस्सी घाट पर ”सुबह-ए-बनारस” कार्यक्रम का आयोजन किया गया और उसके बाद मोदी ने भाजपा  कार्यकर्ताओं को संबोधित किया।
मोदी ने नामांकन से पहले काल भैरव मंदिर में दर्शन किये। वहां से सीधे कलेक्टर के दफ्तर पहुंचे। मोदी के नामांकन में हिस्सा लेने के लिए एनडीए के नेता प्रकाश सिंह बादल, नीतीश कुमार, राम विलास पासवान आदि मौजूद थे।
बाद में मोदी मध्य प्रदेश के सीधी और जबलपुर में चुनाव जनसभाएं करने के लिए निकल गए।

नौसेना प्रमुख मामले में एएफटी का सरकार को १५ मई तक फैसले का आदेश

वाइस एडमिरल करमबीर सिंह को नया नौसेना प्रमुख बनाए जाने को लेकर अंडमान निकोबार कमांड के चीफ वाइस एडमिरल बिमल वर्मा के आर्म्ड फोर्सेज टिब्यूनल (एएफटी) में याचिका दायर करने के बाद एटीएफ ने सरकार को १५ मई तक अपना फैसला कर ले। इस मामले पर ट्रिब्यूनल २० मई को सुनवाई करेगा।
गौरतलब है निकोबार कमांड के चीफ वाइस एडमिरल बिमल वर्मा, वाइस एडमिरल करमबीर सिंह को नया नौसेना प्रमुख बनाए जाने को लेकर आर्म्ड फोर्सेज टिब्यूनल (एएफटी) में याचिका दायर की है। एडमिरल वर्मा का कहना है कि उनकी वरिष्ठता को नजरअंदाज कर उनके जूनियर को सरकार नया नौसेना प्रमुख सरकार बनाने जा रही है।
गुरुवार को सुबह साढ़े १० बजे ट्रिब्यूनल में इस मामले पर सुनवाई हुई। जिसके बाद सरकार को आदेश दिया कि वह १५ मई तक अपना फैसला कर ले। इस मामले में २० मई को एटीएफ में सुनवाई होगी।
गौरतलब है कि पहले वाइस एडमिरल वर्मा ट्रिब्यूनल गए थे लेकिन उसके बाद उन्होंने अपनी याचिका वापस ले ली थी। अब वे फिर से ट्रिब्यूनल में गए हैं। उन्होंने ट्रिब्यूनल की सलाह पर अपनी याचिका वापस ली थी। उसके बाद उन्होंने रक्षा मंत्रालय में ११ अप्रैल को नेवी एक्ट के तहत सरकार के फैसले के खिलाफ वैधानिक शिकायत दायर की, लेकिन दस दिन बीत जाने के वावजूद अभी तक कोई जवाब नहीं मिला है। लिहाजा वे दोबारा ट्रिब्यूनल पहुंच गए हैं।
नौसेना प्रमुख एडिमरल सुनील लांबा ३१ मई को रिटायर हो जायेंगे। उसके बाद ही सरकार की तरफ से नियुक्त किये गए वाइस एडमिरल करमबीर सिंह को नौसेना प्रमुख का पदभार संभालना है। सेना में अमूनन वरीष्ठता के आधार पर ही चीफ बनाया जाता है लेकिन मौजूदा सरकार ने दिसंबर २०१६ में थल सेना प्रमुख के तौर जनरल बिपिन रावत को जब नियुक्ति दी थी तब भी उनसे दो वरिष्ठ लेफ्टिनेंट जनरल मौजूद थे।

कश्मीर में २ आतंकी ढेर

कश्मीर के अनंतनाग जिले में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में २ आतंकी ढेर कर दिए गए हैं। यह आतंकी बिजबेहड़ा में गुरुवार सुबह हुई मुठभेड़ में मारे गए।
रिपोर्ट्स के मुताबिक सुरक्षाबलों को इलाके के बागेंदर मोहल्ला में कुछ आतंकियों के छिपे होने की जानकारी मिली थी। इसके बाद उनकी खोज शुरू की गयी। खोज के दौरान आतंकियों ने गोलीबारी शुरू कर दी। इस दौरान दोनों तरफ से गोलीबारी हुई जिसमें दो आतंकी ढेर हो गए।
पुलिस के मुताबिक यह आतंकी चुनावों के दौरान कोइ वारदात करने की फिराक में थे। मारे गए आतंकियों की पहचान सफदर अमीन भट और बुरहान अहमद गनी के रूप में की गई है। उनके पास से एक एके राइफल और एक एसएलआर बरामद हुई  है। अभियान में सेना, विशेष अभियान दल (एसओजी), पुलिस और सीआरपीएफ के जवान शामिल थे।
इस बीच जिले में कई जगहों पर प्रतिबंध लागू किए गए हैं। अफवाह फैलने की आशंका को देखते हुए यहां इंटरनेट सेवा भी अस्थायी तौर पर बंद कर दी गई है।  बल इलाके में कड़ी नज़र रखे हुए हैं।

चुनाव आयोग का सुझाव, १९ मई से पहले रिलीज न हो मोदी की बायोपिक

चुनाव आयोग ने पीएम मोदी की बायोपिक ”पीएम नरेंद्र मोदी” को १९ मई से पहले रिलीज नहीं करने का सुझाव दिया है। चुनाव आयोग के मुताबिक उसकी राय में देश में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए ऐसा किया जाना चाहिए।
पहले यह बॉयोपिक ११ अप्रैल को रिलीज़ होनी थी लेकिन फिल्म को विपक्षी पार्टियों के जबरदस्त विरोध के चलते रिलीज़ होने से रोक दिया गया था। फिल्म निर्माता इस फिल्म के लिए सुप्रीम कोर्ट तक गए और वहां इस फिल्म की रिलीज़ का फैसला चुनाव आयोग पर छोड़ दिया गया। आयोग को फिल्म देखकर ये तय करना था कि इस फिल्म से चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन होता है या नहीं? साथ ही विपक्ष के आरोपों के अनुसार, क्या इस फिल्म से भाजपा और नरेंद्र मोदी को लोकसभा चुनाव २०१९ में कोई मदद मिल सकती है।
इस बात पर भी फैसला लिया जाना है। अब चुनाव आयोग के अधिकारियों की इस राय का सीधा अर्थ है कि मोदी की बायोपिक में ऐसा कुछ तो है, जो आचार संहिता का उल्लंघन है और चुनाव परिणाम पर असर डाल सकता है। फिलहाल अभी  सम्भावना बनी हुई है कि यह बायोपिक शायद चुनाव ख़त्म होने से पहले रिलीज न हो पाए।

‘आप’ ने जारी किया घोषणा पत्र

लोक सभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी (आप) ने अपना घोषणा पत्र जारी कर दिया है। आप प्रमुख दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को यह घोषणा पत्र दिल्ली में प्रेस कांफ्रेंस में जारी किया।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, वरिष्ठ नेता गोपाल राय, संजय सिंह के अलावा पार्टी के सभी सात उम्मीदवार मौजूद थे। घोषणा पत्र जारी करते हुए  केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा पार्टी का सबसे बड़ा प्रयास होगा। उनके मुताबिक २०१९ का यह चुनाव किसी एक पार्टी या मैनिफेस्टो का चुनाव नहीं, भारत के इतिहास में यह टर्निंग पॉइंट साबित हो सकता है।
केजरीवाल ने कहा – ”२०१९ का यह चुनाव भारत के संविधान को बचाने का चुनाव है।  अगर भारत बचेगा तो पार्टियां बचेंगी, मैनिफेस्टो बचेगा। यह चुनाव भाजपा की इस लाइन को हटाने का चुनाव है।” केजरीवाल ने कहा कि आम आदमी पार्टी का बस एक एजेंडा है और वह है अमित शाह और मोदीजी की जोड़ी को केंद्र में सरकार बनाने से रोकना। ”जो भी सरकार बने इनके अलावा, आम आदमी पार्टी उसका समर्थन करेगी।”
केजरीवाल ने कहा कि ७० साल पुरानी दिल्ली को पार्टी पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाएगी, उसके लिए जो भी करना पड़ेगा, करेंगे। दिल्ली की सातों सीटें अहम है। केजरीवाल ने दिल्ली वालों से अपील है कि पीएम बनाने के लिए वोट मत देना, दिल्ली को पूर्ण राज्य बनाने के लिए वोट देना। ”यदि दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा मिलेगा तो  महिलाएं सुरक्षित होंगी, दिल्ली पुलिस में खाली पड़े दो तिहाई पद भरे जायेंगे, दिल्ली पुलिस का आधुनिकीकरण किया जाएगा, दिल्ली कॉलेज में बच्चों को दाखिल नहीं मिलता, दिल्ली के बच्चों के लिए ८५ फीसदी सीट आरक्षित कर देंगे, दिल्ली में कॉलेज खोलने, ६० फीसदी नंबर आने वाले बच्चों को भी दाखिला मिलेगा।”
आप नेता ने कहा – ”दिल्ली सरकार की नौकरी में दिल्ली के लोगों के लिए ८५ फीसदी नौकरी आरक्षित की जाएगी, पूर्ण राज्य बनने के बाद कर्मचारियों को पक्का किया जाएगा, दिल्ली के इलाकों को हरा भरा किया जाएगा, दस साल में दिल्ली वालों को सस्ती और आसान किश्तों में घर बनाकर दिया जाएगा, डीडीए भ्रष्टाचार का अड्डा बन चुकी है लिहाजा एंटी करप्शन ब्रांच (एसीबी) को वापस दिल्ली सरकार के अंदर लेकर आएंगे।

झगड़े के दौरान रोहित का गला दब गया : अपूर्वा

यूपी और उत्तराखंड के पूर्व सीएम दिवंगत एनडी तिवारी के बेटे रोहित शेखर की हत्या के मामले में नया मोड़ आया है। बुधवार को पुलिस ने उनकी पत्नी अपूर्वा को हत्या के मामले में गिरफ्तार किया था। अब अपूर्वा ने हत्या की बात तो स्वीकार की है लेकिन कहा है कि झगड़े के दौरान ऐसी परिस्थिति बनी कि उनके हाथ से रोहित का गला दब गया।
इस ब्यान के बाद दिल्ली पुलिस के सामने पेचीदगी वाली स्थिति पैदा हो गयी है। सुप्रीम कोर्ट में वकील अपूर्वा के खिलाफ पति रोहित के मर्डर के पर्याप्त सबूत होने का दावा पुलिस ने किया है। अपूर्वा ने साकेत कोर्ट में कबूल किया कि रोहित शेखर की हत्या उन्हीं के हाथों हुई है।
कोर्ट में दिए अपने बयान में अपूर्वा ने बताया कि  उत्तराखंड से लौटने के बाद रोहित और उसके बीच काफी झगड़ा हुआ था। इसी बीच कुछ ऐसे हालात बने कि रोहित का गला दब गया, जिससे उनका दम घुट गया। अपूर्वा के बयान से यह मामला धारा ३०२ (हत्या) से धारा ३०४ (गैरइरादतन हत्या) की तरफ जा सकता है।
दिल्ली पुलिस की जांच टीम ने भी इस हत्या को सुनियोजित नहीं माना है। ऐसे में पुलिस को यह साबित करना मुश्किल होगा कि यह इरादतन हत्या का ही मामला है।हालांकि अपूर्वा के लिए भी कई चुनौतियाँ अपनी बात साबित करने के लिए रहेंगी। गैर इरादतन हत्या मामले में दोषी को कुछ साल की ही सजा होती है हालाँकि ३०२ में हत्या आरोप साबित होने पर यह सजा कहीं ज्यादा कड़ी होती है।

न्यायालय के खिलाफ साजिश मामले में अदालत ने जांच समिति गठित की

न्यायालय के खिलाफ साजिश के आरोप के मामले में सर्वोच्च न्यायालय ने अपना फैसले में जांच समिति गठित करने का आदेश दिया है। न्यायमूर्ति एके पटनायक की अगुआई में इस मामले की जांच होगी। कोर्ट ने यह भी कहा है कि प्रधान न्यायाधीश  गोगोई पर लगाए गए आरोप इस जांच की परिधि से बाहर होंगे। इस बीच सीजेआई यौन उत्पीड़न मामले में जस्टिस रमना ने खुद को जांच पैनल से अलग कर लिया है। पीड़ित के ऐतराज के बाद उन्होंने यह फैसला किया है।
जस्टिस पटनायक हलफनामे और सबूतों के आधार पर मामले की जांच करेंगे।  सीबीआई, आईबी और दिल्ली पुलिस को जस्टिस पटनायक को जांच में सहयोग करने को कहा है। हालांकि, कोर्ट ने कहा कि प्रधान न्यायाधीश गोगोई पर लगाए आरोप इस जांच की परिधि से बाहर होंगे और सिर्फ साज़िश मामले की जांच होगी।
जस्टिस पटनायक सीलबंद लिफाफे में जांच रिपोर्ट कोर्ट को सौंपेंगे।
गुरुवार सुबह वकील उत्सव बैंस ने अतिरिक्त हलफनामा और सीलबंद सबूत कोर्ट को दिए हैं। इस दौरान उत्सव ने कहा कि वो एक और हलफनामा देकर कोर्ट को बताना चाहते हैं कि इस पूरे मामले में कोई जज या उनका रिश्तेदार असर डालने वालों में नहीं है। स्पेशल बेंच ने दोनों पक्षों की दलील सुनी।
इस मामले में बड़ी साजिश का इशारा करते हुए अदालत ने कहा कि बड़े और पावरफुल लोग इस साजिश के पीछे हो सकते हैं लेकिन वे जान लें कि वे आग से खेल रहे हैं। सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कहा कि हमारे पास दस्तावेजों का निरीक्षण करने का अधिकार है। विशेषाधिकार वाले दस्तावेजों पर अटॉर्नी जनरल अपना कानूनी तर्क दें। इस पर अटार्नी जनरल केके वेणुगोपाल ने कोर्ट स्टाफ की नियुक्ति और व्यवहार के नियम बताए।
अटार्नी जनरल ने कहा कि कोर्ट की नौकरी से निलंबित कर्मचारियों ने वकील से सम्पर्क किया था और वो प्रेस क्लब में प्रेस कॉन्फ्रेंस करना चाहते थे। साक्ष्य  अधिनियम कहता है कि कोई वकील बिना उसके मुव्वकिल की इजाजत कम्युनिकेशन को नहीं बता सकता, लेकिन यहां तो कोई मुव्वकिल नहीं है। इस मामले में साक्ष्य अधिनियम की धारा १२६ लागू नहीं हो सकती।  सीआरपीसी के सेक्शन ९० के मुताबिक कोर्ट को अगर जरूरत लगता है तो वो दस्तावेजों को समन कर सकता है।