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देवेंद्र फडणवीस की ‘कौन सी बात’ उद्धव ठाकरे को चुभ गई?

शिवसेना चीफ उद्धव ठाकरे ने आज अपने नाराजगी का कारण बता ही दिया। शिवसेना विधायक पद के नेता के चुनाव के बाद उन्होंने खुलासा किया कि वह देवेंद्र फडणवीस के उस बयान पर नाराज हैं जिसमें उन्होंने कहा था कि वह अगले 5 सालों तक महाराष्ट्र के चीफ मिनिस्टर बने रहेंगे और बीजेपी शिवसेना के बीच 50:50 जैसे किसी फार्मूले पर हुई डील नहीं हुई थी।

उद्धव ठाकरे ने नाराजगी व्यक्त करते कहा कि वह मित्र पक्ष को मित्र पक्ष की तरह ही मानते हूहैं शत्रु पक्ष नहीं। लेकिन देवेंद्र फडणवीस को दिवाली के मौके पर भले ही अनौपचारिक रूप से लेकिन मुख्यमंत्री पद और गठबंधन को लेकर उस तरह का स्टेटमेंट नहीं देना चाहिए था सारा मामला उसी के बाद बदला है ।

उद्धव ठाकरे का यह वक्तव्य शिवसेना के विधायक दल की नेता के तौर पर एकनाथ शिंदे के चुने जाने के बाद आया है । उन्होंने कहा,’ मेरे और अमित शाह के बीच जो तय हुआ है बीजेपी उस पर अमल करें।हम स्थिर सरकार के लिए तैयार हैं। मैं मित्र पक्ष को शत्रु पक्ष नहीं मानता मुझे पूरा विश्वास है कि सब कुछ बढ़िया ढंग से चलेगा।’

गौरतलब है कि दिवाली के दौरान भैया दूज के दिन चीफ मिनिस्टर फडणवीस ने पत्रकारों को मुख्यमंत्री निवास स्थान ‘वर्षा’ में आमंत्रित किया था। उसी दौरान एक अनौपचारिक बात चीत मेंं उन्होंने कहा था कि अगले 5 सालों तक वह चीफ मिनिस्टर बने रहेंगे। शिवसेना बीजेपी के बीच 50:50 जैसा कोई फार्मूला तय नहीं हुआ था। साथ ही उन्होंने आने वाले सप्ताह में शपथ विधि का भी जिक्र किया था।यही बात उद्धव ठाकरे को चुभ गई।और देखते ही देखते महाराष्ट्र की राजनीति में भूचाल आ गया जो फिलहाल थमने का नाम नहीं ले रहा है।

भाजपा का अपना कोइ स्वतंत्रता सेनानी नहीं, इसलिए पटेल को अपनाना उस पार्टी की मजबूरी : प्रियंका गांधी

सरदार वल्लभ भाई पटेल को अपनी विरासत का नेता बताने की भाजपा की कोशिश पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कड़ा कटाक्ष किया है। गुरूवार को इंदिरा गांधी की जयंती और पटेल के जन्मजयंती पर प्रियंका ने ट्वीट कर कहा कि पटेल विचार से निष्ठावान कांग्रेसी थे लेकिन भाजपा पटेल को इसलिए अपनाने की कोशिश कर रही  है क्योंकि खुद भाजपा का अपना कोइ स्वतंत्रता सेनानी महापुरुष नहीं है।

ट्वीट में प्रियंका ने कहा – ‘सरदार पटेल कांग्रेस के निष्ठावान नेता थे जो कांग्रेस की विचारधारा के प्रति समर्पित थे। वह जवाहरलाल नेहरू के करीबी साथी थे और आरएसएस के सख्त खिलाफ थे। आज भाजपा के उन्हें अपनाने की कोशिशें करते हुए और उन्हें श्रद्धांजलि देते देख के बहुत खुशी होती है, क्योंकि बीजेपी के इस एक्शन से दो चीजें स्पष्ट होती हैं। पहला- उनका अपना कोई स्वतंत्रता सेनानी महापुरुष नहीं है। तकरीबन सभी कांग्रेस से जुड़े थे। दूसरा – सरदार पटेल जैसे महापुरुष को एक न एक दिन उनके शत्रुओं को भी नमन करना पड़ता है।’

गौरतलब है कि भाजपा ने मोदी के सत्ता में आने के बाद सरदार पटेल को अपनी विरासत का नेता बताना शुरू किया है। यही नहीं मोदी के गरीग नगर गुजरात, जो पटेल की भी जन्मधरती है, में पटेल का करोड़ों की लागत से ‘स्टेच्यू आफ यूनिटी’ बनाया है जिसे एक टूरिस्ट स्थल के रूप में विकसित किया गया है। खुद पीएम मोदी पटेल को कांग्रेस में ‘तिरस्कृत’ करने के आरोप लगाते रहे हैं। आज पटेल की जन्मजयंती पर भी मोदी ने उन्हें ‘स्टेच्यू आफ यूनिटी’ जाकर श्रद्धांजलि दी और कहा कि जम्मू कश्मीर में धारा ३७० ख़त्म करने का उनकी सरकार का फैसला पटेल को समर्पित है।

इस बीच खबर है कि पिछले ऑल इंडिया रेडियो पिछले ६० साल से मनाई जा रही   सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर इस बार उनके नाम पर एक घंटे का व्याख्यान प्रसारित नहीं करेगा। इस साल ऑल इंडिया रेडियो ने अपनी योजना को बदल दिया है। पहले इस दिन आकाशवाणी प्रख्यात लोगों के व्याख्यान प्रसारित करता था।  लेकिन इस बार आकाशवाणी एक रेडियो रिपोर्ट प्रसारित करेगा, जिसमें गुजरात में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह के भाषणों के अंश होंगे। इसका कोई कारण अभी सामने नहीं आया है कि ऐसा क्यों किया गया है।

इंडिगो का ३०० जहाज खरीदने का आर्डर

भारत की सबसे बड़ी उड्डयन कंपनी इंडिगो ने भारत के इतिहास का विमान खरीदने का अब तक का एक बड़ा आर्डर दिया है। इंडिगो ने यूरोप की एयर बस इंडस्ट्री को ए३२० नियो श्रेणी के ३०० विमानों की आपूर्ति का ऑर्डर दिया है। गौरतलब है कि भारत में घरेलू उड्डयन में इंडिगो का एक तरह से एकाधिकार है और उसकी देश की कुल उड्डयन इंडस्ट्री में ४७ फीसदी डोमेस्टिक शेयर है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक बाजार हिस्सेदारी के हिसाब से देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो ए३२० नियो और ए३२१ के अलावा बेड़े में लंबी दूरी वाले ए३२१ एक्सएलआर को भी शामिल करेगी।  गौरतलब है कि इंडिगो ने पिछले कुछ महीनों में अपनी अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में भी इजाफा किया है और अब वह ज्यादा डेस्टिनेशन पर जा रही है। इंडिगो ने इंस्ताबुल, रियाद, हो ची मिन्ह, चेंगदु और यांगून समेत कई अंतरराष्ट्रीय गंतव्यों के लिए पिछले महीनों में उड़ान सेवा शुरू की है।

कंपनी ने सौदे की राशि का अभी खुलासा नहीं किया है लेकिन इस फील्ड के जानकारों के मुताबिक यह ठेका करीब ३३ अरब डॉलर (२.३ लाख करोड़ रुपए अनुमानित) हो सकता है। खरीद को लेकर इंडिगो ने आधिकारिक रूप से कहा – ‘यह एयरबस के लिए किसी एक एयरलाइन से सबसे बड़ा ऑर्डर होगा।’ इंडिगो के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) रोनोजॉय दत्ता के हवाले से कंपनी ने कहा – ‘यह ऑर्डर  हिस्टोरिक है। भारत में विमानन क्षेत्र में वृद्धि जारी रहने की उम्मीद है। हम और ग्राहकों को सेवा और कम किराए की पेशकश समेत अपने अन्य वादे पूरा करने की राह पर हैं।’

इंडिगो ने कहा – ‘एयरलाइन ने ए३२१ एक्सएलआर को शामिल करने का निर्णय किया है क्योंकि हमें अपने परिचालन का दायरा बढ़ाने की जरूरत है।’

ऑपरेशन बगदादी का वीडियो जारी किया अमेरिका ने

खतरनाक आतंकी अबु बक्र अल-बगदादी और उसके उत्तराधिकारी के मारे जाने के तीन दिन के भीतर अमेरिका ने बगदादी के ठिकाने पर किये देश की डेल्टा फोर्स के आपरेशन का वीडियो जारी करदिया है। इस वीडियो में दिखाई दे रहा है कि कैसे इस आपरेशन को अंजाम दिया गया।

गौरतलब है कि शनिवार की आधी रात सीरिया के इदलिब में बने कंपाउंड पर अमेरिकी सेना ने हमला किया था जिसमें बगदादी को मार गिराया गया था। कंपाउंड में ही बगदादी ने अपना ठिकाना बनाया हुआ था। याद रहे बगदादी की मौत के दूसरे दिन  ही अमेरिका ने उसके संभावित उत्तराधिकारी को भी एयरस्ट्राइक में मार गिराने का दावा किया था। संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ इस्लामिक स्टेट का मुकाबला करने वाले कुर्द नेतृत्व मिलिशिया के प्रमुख मजलूम आब्दी ने भी ट्विटर पर इस उत्तराधिकारी के मरने की जानकारी दी थी।

वीडियो जारी होने के वक्त अमेरिका ने यह भी दावा किया है कि डेल्टा फोर्स के सौ जवानों ने आठ हेलिकॉप्टर से धावा बोला था और चंद मिनटों में बगदादी का नामो निशान मिटा दिया गया। जब ये ऑपरेशन चल रहा था तो कुछ और आतंकी भी वहां हलचल की आवाजें सुनकर आ गए। इन पंद्रह आतंकियों को भी मार दिया गया।

इस बीच अमेरिकी सेना ने कहा है कि सुरंग में बगदादी को अंत तक दौड़ाने वाला जख्मी हुआ कुत्ता अब ठीक है और ड्यूटी पर लौट आया है। माना जाता है कि सुरंग के बंद कोने के मुहाने पर आखिरी वक्त में यही कुत्ता था जो बगदादी के सामने खड़ा था जिसकी दहशत से बगदादी ने खुद को विस्फोटकों से उड़ा लिया।

अमेरिकी सेना के मुताबिक बगदादी के खात्मे के बाद उसका डीएनए टेस्ट किया गया जिसमें उसकी पहचान हो गयी। इसके बाद उसके शव के विस्फोट में हुए टुकड़ों को समंदर में फेंक दिया गया।

एकनाथ शिंदे बने शिव सेना विधायक दल नेता

एकनाथ शिंदे शिवसेना विधायक दल के नेता।  शिव सेना की कुछ देर पहली हुई बैठक में उन्हें नेता चुना गया। उनके नाम का प्रस्ताव आदितय ठाकरे ने रखा।

इसके साथ एक महत्वपूर्ण फैसले में शिव सेना ने आदित्य ठाकरे को उनकी जीत पर बधाई का प्रस्ताव भी पास किया।

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के सात दिन बाद भी नई सरकार के गठन  का रास्ता अभी भी साफ नहीं हो सका है। चुनाव नतीजों में बीजेपी और शिवसेना के गठबंधन को स्पष्ट बहुमत के बाद भी दोनों दलों के बीच सरकार बनाने को लेकर खींचतान जारी है।

शिवसेना के नवनिर्वाचित विधायकों ने आज हुई बैतहक में एकनाथ को विधायक दल का नेता चुना। मध्य मुंबई स्थित शिवसेना भवन में यह बैठक हुई।

फिलहाल सत्ता में भागीदारी को लेकर दोनों दल आमने-सामने हैं। आज सुबह भी शिव सेना नेता संजय राऊत ५०-५० की बात दोहरा चुके हैं।

मुर्मू बने जम्मू कश्मीर के पहले उपराज्यपाल

गिरीश चंद्र मुर्मू जम्मू-कश्मीर के पहले उपराज्यपाल हो गए हैं। उन्होंने गुरूवार को पद की शपथ ली। जम्मू कश्मीर उच्च न्यायालय की मुख्य न्यायाधीश गीता मित्तल ने श्रीनगर स्थित राजभवन में मुर्मू को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब मूर्मु उनके प्रधान सचिव थे।

केंद्र शासित प्रदेश होने से पहले जम्मू कश्मीर को पूर्ण राज्या का दर्जा हासिल था। देश के इतिहास में यह पहला मौका है जब किसी पूर्ण राज्य को केंद्र शासित प्रदेश बनाया गया है। इस तरह देखा जाये तो यह जम्मू कश्मीर की एक राज्य के रूप में  ‘डिमोशन’ है। अलवत्ता देश में यूटी पूर्ण राज्य बनते रहे हैं।

मुर्मू गुजरात कैडर के १९८५ बैच के आईएएस अधिकारी हैं। उन्हें तब से पीएम मोदी का पसंदीदा अफसर माना जाता रहा है जब वे गुजरात के मुख्यमंत्री मोदी के प्रधान सचिव (प्रिंसिपल सेक्रेटरी) थे। मोदी के पीएम बनने के बाद मुर्मू को केंद्रीय वित्त मंत्रालय में व्यय विभाग का सचिव पद सौंपा गया था।

जम्मू कश्मीर और लद्दाख को दो केन्द्र शासित प्रदेश बनाए जाने के बाद जीसी मुर्मू ने प्रदेश के पहले उप राज्यपाल की शपथ ले ली है। इससे पहले लद्दाख के पहले राज्यपाल आरके माथुर ने पद की शपथ ली थी।

कृतज्ञ राष्ट्र ने पुण्य तिथि पर इंदिरा गांधी को याद किया

पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि के अवसर पर गुरुवार को पूर्व उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। आज ही लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की १४४वीं जयंती भी है और इस मौके पर उन्हें देश याद कर रहा है।

सन १०७१ में पाकिस्तान के दो टुकड़े कर बांग्लादेश बनाने की हिम्मत दिखाने वाली इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि पर अंसारी, सोनिया, मनमोहन, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उनकी समाधि शक्ति स्थल पहुंचकर उन्हें श्रद्धा-सुमन अर्पित किए। इंदिरा गांधी की ३१अक्टूबर, १९८४ को हत्या कर दी गई थी।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी दादी को याद करते हुए ट्वीट किया – ‘आज मेरी दादी इंदिरा गांधी जी का बलिदान दिवस है। आप के फौलादी इरादे और निडर फैसलों की सीख हर कदम पर मेरा मार्गदर्शन करती रहेगी। आपको मेरा शत् शत् नमन।’

उधर सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर देश उन्हें याद कर रहा है। उनकी जयंती को देश राष्ट्रीय एकता और अखंडता दिवस के तौर पर मनाया जा रहा है। पीएम मोदी ने गुरुवार को सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती के मौके पर केवाड़िया में ‘स्टेच्यू ऑफ यूनिटी’ पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस दिन को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाता है।

उधर इंदिरा गांधी की पुण्य तिथि पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी उन्हें श्रद्धांजलि दी।  उन्होंने ट्वीट किया – ‘आज मेरी दादी इंदिरा गांधीजी का बलिदान दिवस है। आप के फौलादी इरादे और निडर फैसलों की सीख हर कदम पर मेरा मार्गदर्शन करती रहेगी। आपको मेरा शत् शत् नमन।’

पीएम मोदी और अमित शाह ने भी इंदिरा गांधी को श्रद्धांजलि दी। है पीएम मोदी ने ट्वीट किया – ‘देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को उनकी पुण्यतिथि पर विनम्र श्रद्धांजलि।’ गृहमंत्री अमित शाह ने भी उन्हें श्रद्धांजलि दी है।

इस बीच सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर पीएम मोदी ने केवाड़िया में ‘स्टेच्यू ऑफ यूनिटी’ पर आयोजित कार्यक्रम में वहां मौजूद सरकारी कर्मचारियों को एकता की शपथ दिलाई। मोदी ने ट्वीट किया – ‘महान सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर श्रद्धांजलि। देश के प्रति उनका योगदान स्मरणीय है।’

केवड़िया में भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया है जिसमें देश भर के लोग शामिल हुए हैं। सरदार पटेल को इस कार्यक्रम के जरिए अलग अलग रूपों में याद किया जा रहा है।

उधर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने इंदिरा गांधी को श्रद्धांजलि देते हुए ट्वीटर पर एक तस्वीर शेयर की है जिसमें एक श्लोक भी लिखा है। प्रियंका ने लिखा – ‘यह वह पहला श्लोक है जिसे हमारी दादी ने मेरे भाई और मुझे सिखाया अक्सर हमें देख कर इसकी पहली पंक्ति बोलती थीं और हम इसे पूरा करते थे। आज इसकी आख़िरी पंक्ति दिल में गूंज रही है।’

दिग्गज सीपीआई नेता गुरुदास दासगुप्ता का निधन

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) के दिग्गज नेता और पूर्व सांसद गुरुदास दासगुप्ता का निधन हो गया है। वे ८३ वर्ष के थे। पश्चिम बंगाल से ताल्लुक रखने वाले दासगुप्ता तीन बार राज्यसभा और दो बार लोकसभा के सदस्य रहे। वे क्रिकेट के भी शौक़ीन थे और बंगाल क्रिकेट संघ (कैब) के सदस्य रहे।
रिपोर्ट्स के मुताबिक दासगुप्ता पिछले कुछ महीने से फेफड़ों के कैंसर से पीड़ित थे।  दासगुप्ता का जन्म ३ नवंबर, १९३६ को हुआ था। उनका निधन पश्चिम बंगाल में कोलकाता स्थित उनके निवास पर सुबह ६ बजे के करीब हुआ। सेहत ठीक न होने के कारण उन्होंने पार्टी के सभी पद छोड़ दिए थे हालांकि वे अभी भी भाकपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी परिषद के सदस्य थे। उनके परिवार में पत्नी और बेटी हैं।
वामपंथी राजनीति के दिग्गज नेताओं में शुमार गुरुदास दासगुप्ता का देश की राजनीति में भी बड़ा दखल रहा। वे देश के बड़े नेताओं में गिने जाते थे। साल १९८५ वे  पहली बार राज्यसभा के लिए चुने गए। इसके बाद १९८८ में उन्हें दोबारा राज्यसभा के लिए चुना गया। दासगुप्ता खुलकर अपनी बात रखने के लिए जाने जाते थे।
इसके बाद १९९४ में वे लगातार तीसरी बार राज्यसभा के लिए चुने गए। तीन बार राज्यसभा सदस्य रहने के बाद २००४ में उन्होंने लोकसभा चुनाव लड़ा और जीता।
इस दौरान वह वित्त समिति और पब्लिक अंडरटेकिंग समिति के सदस्य रहे। साल २००९ के लोकसभा चुनावों में वे फिर मैदान में उतरे और फिर जीत हासिल की।
साल २००९ में जीत के बाद वे लोकसभा में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई)  संसदीय दल के नेता चुने गए। वह कई संसदीय समितियों से भी जुड़े रहे।
संगीत और क्रिकेट भी दासगुप्ता को बहुत प्रिय था। वे बंगाल क्रिकेट संघ (कैब) के सदस्य भी रहे।

पाकिस्तान में चलती ट्रेन में आग, ६५ की मौत

पाकिस्तान में एक बड़े हादसे में ६५ लोगों की मौत हो गयी है। चलती ट्रैन में सिलेंडर फटने से यह हादसा हुआ है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक यह हादसा पाकिस्तान की कराची-रावलपिंडी तेजगाम एक्सप्रेस में गुरुवार सुबह हुआ। चलती ट्रेन में एलपीजी का सिलेंडर फट गया। इस हादसे में ६५ लोगों की मौत हो गई।

अभी तक की जानकारी के मुताबिक हादसे में ३० लोग घायल भी हुए हैं जिनमें कुछ की हालत गंभीर है। जानकारी के मुताबिक आग लगने की जानकारी मिलते ही पुलिस और बचाव दलों ने बचाव कार्य शुरू कर दिया है। आग लगने से तीन बोगियां पूरी तरह जल गईं। लोग इसमें झुलसकर मर गए।

हादसा तब हुआ जब खाना पकाने के लिए इस्तेमाल किए गए गैस कनस्तर में धमाका हो गया। उस समय ट्रेन चल रही थी। धमाके के बाद ट्रेन में आग लग गयी। कराची-रावलपिंडी तेजगाम एक्सप्रेस जैसे ही रहीम यार खान रेलवे स्टेशन के करीब लियाकतपुर पहुंची तो धमाके के बाद ट्रेन की एक बोगी में आग लग गई।

चूँकि टर्म चल रही थी, धमाके के बाद इसमें आग फैलने में देर नहीं लगी। कई यात्री इसकी चपेट में आ गए। कहा गया है कि हादसे के वक्त ट्रेन में सभी यात्री सो रहे थे। बचाव दलों ने घटना की सूचना मिलते ही लोगों को बाहर निकाला वहीं कुछ गंभीर रूप से घायल हुए लोगों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।

यूटी बने जम्मू कश्मीर और लद्दाख

धारा ३७० ख़त्म होने और जम्मू कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा ख़त्म होने के बाद जम्मू कश्मीर और लद्दाख अब केंद्र शासित रदेश (यूटी) बन गए हैं। दोनों जगह उप राज्यपाल नियुक्त किये गए हैं। जम्मू कश्मीर के लिए जैसी मुर्मू जबकि आरके माथुर लद्दाख के उप राज्यपाल बनाये गए हैं।

जम्मू-कश्मीर राज्य के विभाजन के बाद लद्दाख केंद्र शासित प्रदेश हो गया है जिसके लिए नियुक्त उप राज्यपाल पूर्व मुख्य सूचना आयुक्त (सीआईसी) राधा कृष्ण माथुर ने लेह में गुरुवार को शपथ ली। जम्मू-कश्मीर और लद्दाख (Ladakh) बुधवार-गुरूवार की आधी रात १२ बजे से केंद्र शासित राज्य हो गए।

अब भारत में कुल २८ राज्य और नौ केंद्र शासित राज्य हो गए हैं। बदलाव के बाद अब दोनों जगह केंद्र की योजनाएं लागू होंगी। यही नहीं अब इन केंद्र शासित प्रदेशों में रनबीर पेनल कोड की जगह आईपीसी और सीआरपीसी की धाराएं लागू होंगी।

अगस्त में संसद के दोनों सदनों से बिल पास होने के बाद जम्मू-कश्मीर विधानसभा के साथ और लद्दाख बिना विधानसभा के केंद्र शासित प्रदेश बना है। यह भी सरकार की तरफ से कहा गया था कि भविष्य में यदि, संभावना बनी तो जम्मू कश्मीर को पूरे राज्य का दर्जा भी दिया सकता है।