भाजपा का अपना कोइ स्वतंत्रता सेनानी नहीं, इसलिए पटेल को अपनाना उस पार्टी की मजबूरी : प्रियंका गांधी

सरदार वल्लभ भाई पटेल को अपनी विरासत का नेता बताने की भाजपा की कोशिश पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कड़ा कटाक्ष किया है। गुरूवार को इंदिरा गांधी की जयंती और पटेल के जन्मजयंती पर प्रियंका ने ट्वीट कर कहा कि पटेल विचार से निष्ठावान कांग्रेसी थे लेकिन भाजपा पटेल को इसलिए अपनाने की कोशिश कर रही  है क्योंकि खुद भाजपा का अपना कोइ स्वतंत्रता सेनानी महापुरुष नहीं है।

ट्वीट में प्रियंका ने कहा – ‘सरदार पटेल कांग्रेस के निष्ठावान नेता थे जो कांग्रेस की विचारधारा के प्रति समर्पित थे। वह जवाहरलाल नेहरू के करीबी साथी थे और आरएसएस के सख्त खिलाफ थे। आज भाजपा के उन्हें अपनाने की कोशिशें करते हुए और उन्हें श्रद्धांजलि देते देख के बहुत खुशी होती है, क्योंकि बीजेपी के इस एक्शन से दो चीजें स्पष्ट होती हैं। पहला- उनका अपना कोई स्वतंत्रता सेनानी महापुरुष नहीं है। तकरीबन सभी कांग्रेस से जुड़े थे। दूसरा – सरदार पटेल जैसे महापुरुष को एक न एक दिन उनके शत्रुओं को भी नमन करना पड़ता है।’

गौरतलब है कि भाजपा ने मोदी के सत्ता में आने के बाद सरदार पटेल को अपनी विरासत का नेता बताना शुरू किया है। यही नहीं मोदी के गरीग नगर गुजरात, जो पटेल की भी जन्मधरती है, में पटेल का करोड़ों की लागत से ‘स्टेच्यू आफ यूनिटी’ बनाया है जिसे एक टूरिस्ट स्थल के रूप में विकसित किया गया है। खुद पीएम मोदी पटेल को कांग्रेस में ‘तिरस्कृत’ करने के आरोप लगाते रहे हैं। आज पटेल की जन्मजयंती पर भी मोदी ने उन्हें ‘स्टेच्यू आफ यूनिटी’ जाकर श्रद्धांजलि दी और कहा कि जम्मू कश्मीर में धारा ३७० ख़त्म करने का उनकी सरकार का फैसला पटेल को समर्पित है।

इस बीच खबर है कि पिछले ऑल इंडिया रेडियो पिछले ६० साल से मनाई जा रही   सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर इस बार उनके नाम पर एक घंटे का व्याख्यान प्रसारित नहीं करेगा। इस साल ऑल इंडिया रेडियो ने अपनी योजना को बदल दिया है। पहले इस दिन आकाशवाणी प्रख्यात लोगों के व्याख्यान प्रसारित करता था।  लेकिन इस बार आकाशवाणी एक रेडियो रिपोर्ट प्रसारित करेगा, जिसमें गुजरात में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह के भाषणों के अंश होंगे। इसका कोई कारण अभी सामने नहीं आया है कि ऐसा क्यों किया गया है।