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अहंकार …के समंदर में कई सिकंदर डूब गए…- शिवसेना

अब लगभग यह तय हो गया है कि शिवसेना, बीजेपी के सामने झुकने को तैयार नहीं। और वह किसी भी हालत में आदित्य ठाकरे को चीफ मिनिस्टर के रूप में देखना चाहती है। शिवसेना के सांसद संजय राउत ने ट्वीट कर बीजेपी पर जो तंज कसा है उससे तो यही लगता है। ट्विट पर गौर फरमाएं’ ‘साहिब.. मत पालिए …अहंकार इतना वक्त के समंदर में कई सिकंदर डूब गए…!’

इसके पहले संजय राउत कह चुके हैं कि अगर शिवसेना चाहे तो सरकार बना सकती है। कल शिवसेना विधायक दल के नेता पद चुने जाने के दौरान संजय राउत ने विधायकों से कहा था कि शिवसेना अभी तक बीजेपी के सामने झुकी नहीं है और जब तक 50:50 फार्मूले पर बीजेपी राजी नहीं हो जाती तब तक शिवसेना अपने स्टैंड पर कायम रहेगी।

उद्धव ठाकरे ने भी ने भी अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कह दिया था कि देवेंद्र फडणवीस को भले इस बात का जिक्र नहीं करना चाहिए था कि शिवसेना बीजेपी के बीच 50:50 फार्मूले और पर कोई डील नहीं हुई थी। और वह खुद अगले 5 सालों तक महाराष्ट्र के चीफ मिनिस्टर बने रहेंगे।

संजय राउत एनसीपी चीफ शरद पवार से भी मुलाकात कर चुके हैं हालांकि उन्होंने इस मुलाकात को राजनीतिक तूल न देने की बात कही है लेकिन राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि वह सत्ता के नये समीकरण बनाने की जुगत में शरद पवार के घर पहुंचे थे। राउत का कहना था कि यदि शिवसेना फैसला करती है तो उसे स्थिर सरकार बनाने के लिए आवश्यक संख्या मिल जाएगी। उनका कहना था कि महाराष्ट्र की जनता ने 50-50 फॉर्म्युले के आधार पर सरकार बनाने का जनादेश दिया है और वह शिवसेना का सीएम चाहती है,और लिख लीजिए शिवसेना का ही सीएम होगा।

दूसरीओर बीजेपी खेमे में फिलवक्त चुप्पी बनी हुई है। माना जा रहा है कि शिवसेना को बीजेपी की तरफ से डिप्टी चीफ मिनिस्टर का पद दिए जाने के साथ-साथ अन्य 13 मंत्री पद के ऑफर पर वह शिवसेना के रिएक्शन का इंतजार कर रही है। हालांकि शिव सेना के आइडियल रवैया को देखते हुए महाराष्ट्र बीजेपी के कुछ नेताओं में उन्हें शिव सेना को अपना रवैया बदलने की सलाह दी थी। बीजेपी शिवसेना गठबंधन के अन्य मित्र पक्ष कि नेता रामदास अठावले ने तो शिवसेना को सलाह दी थी कि उन्हें बीजेपी के ऑफर को मान लेना चाहिये।फिलहाल बीजेपी रुको और देखो के मोड पर है।वह अपनी ओर से पहल करने से अपने आप को रोक रही है ताकि शिवसेना की प्रक्रिया पर वहां अपना रुख और फैसला जहिर कर सके।

धुएं से बेहाल दिल्ली में ‘हेल्थ इमरजंसी’ घोषित

पड़ौसी हरियाणा और पंजाब से पराली का धुआं और दिवाली पर जमकर की गयी पटाखेबाजी खुद दिल्ली बालों पर ही भारी पड़ी है। हालत नाजुक देखते हुए शुक्रवार को दिल्ली में ‘हेल्थ इमरजंसी’ घोषित कर दी गयी है। दिल्ली सरकार ने स्कूलों की भी ५ नवंबर तक छुट्टी कर दी है।

सर्वोच्च न्यायालय के एक पैनल ने शुक्रवार को दिल्ली-एनसीआर में ‘पब्लिक हेल्थ इमरजंसी’ की घोषणा कर दी और ५ नवंबर तक निर्माण कार्यों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। यही नहीं इस दौरान पटाखे फोड़ने पर भी प्रतिबंध रहेगा। दरअसल दिल्ली-एनसीआर में हवा की गुणवत्ता गुरुवार रात और खराब हो गई और अब ५०० के  गंभीर स्तर पर जा पहुँची है।

पर्यावरण प्रदूषण (रोकथाम और नियंत्रण) प्राधिकरण (ईपीसीए) ने इसे लेकर उत्तर प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली के मुख्य सचिवों को पत्र भी लिखा है। पत्र में कि हमें इसे सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल के रूप में लेना होगा क्योंकि वायु प्रदूषण का सभी पर, विशेष रूप से हमारे बच्चों पर प्रतिकूल स्वास्थ्य प्रभाव पड़ेगा।

शहरवासियों को निर्देश दिये गए हैं  कि वे घर से बाहर मुंह पर मास्क पहनकर ही निकलें। पंजाब और हरियाणा में प्रतिबंध के बावजूद लगातार पराली जलाए जाने के कारण दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) की वायु गुणवत्ता बहुत ज्यादा बिगड़ गई है। सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (सफर) इंडिया के अनुसार दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) ५०० पर पहुंच गया है जो ‘अति गंभीर’ श्रेणी में आता है।

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार शाम कहा – ‘दिल्ली गैस चैंबर बन चुकी है लोगों से आग्रह है कि मास्क लगाकर ही घरों से बाहर निकलें।’ दिल्ली सरकार ने स्कूलों की भी ५ नवंबर तक छुट्टी कर दी है।

रोहतांग में बर्फबारी

हिमाचल में मौसम ने करवट बदल ली है। कई इलाकों में ठण्ड पड़ रही है जबकि कई जगह मौसम ठंडा होने को है। कुल्लू- मनाली सहित लाहुल-स्पीति की ऊंची चोटियों पर गुरूवार की रात बर्फबारी भी शुरु हो गयी है।

जानकारी के मुताबिक गुरुवार और शुक्रवार की दरमियानी रात कुल्लू- मनाली सहित लाहुल-स्पीति की ऊंची चोटियों पर बर्फबारी हुई है। बर्फबारी के बाद बारालाचा, शिंकुला दर्रे और कुंजम जोत सहित समस्त ऊंची चोटियों पर बर्फ की चादर दिखने लगी है।

बर्फबारी की ख़बरों के बाद मनाली में शुक्रवार को प्रदेश से बाहर से होटलों की बुकिंग अचानक तेज हो गयी है। सुबह बर्फ के दीदार को सैलानियों का मेला दिखा जो मनाली से ही पहाड़ियों पर बर्फ देखकर आनंदित हो रहे थे।

उधर कई सैलानी शुक्रवार को रोहतांग दर्रे के लिए निकल गए जहां अभी सैलानियों की ज्यादा भीड़ नहीं है। वहां गए सैलानियों ने ताजा बिछी बर्फ का आनंद उठाया और बर्फ़ीली वादियों को कैमरों में कैद किया।

पहाड़ों पर बर्फ से तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। मनाली और केलंग में मौसम ठंडा हो गया है। हालांकि अभी तक मनाली-लेह, मनाली- दारचा जांस्कर और मनाली काजा मार्ग वाहनों के लिए खुले हैं। लेकिन अगर हालात ऐसे ही रहे और बर्फबारी का दौर जारी रहा तो इन मार्गों पर जल्द ही वाहनों की आवाजाही बंद हो जाएगी।

झारखंड विधानसभा चुनाव ३० नवंबर से ५ चरणों में

झारखंड में विधानसभा चुनाव की घोषणा हो गयी है। चुनाव आयोग ने शुक्रवार को ऐलान किया कि वहां वोटिंग ३० नवम्बर से शुरू होकर पांच चरणों में २० दिसंबर तक चलेगी। मतों की गिनती २३ दिसंबर को की जाएगी।

पहले चरण का मतदान ३० नवम्बर को, दूसरा ७ दिसंबर को, तीसरा १२, चौथा १६ और पांचवां चरण का मतदान २० दिसंबर का होगा। पहले संभावना थी कि दिल्ली विधानसभा के चुनाव कार्यक्रम की घोषणा भी आयोग कर सकता है लेकिन ऐसा नहीं हुआ। याद रहे साल २०१४ के विधानसभा चुनाव में भाजपा वहां सबसे बड़ी पार्टी बनी थी। बाद में कुछ दूसरे विधजायकों को तोड़कर उसने अपने साथ मिला लिया था। अब वहां भाजपा की ही सरकार है।

हाल ही में कांग्रेस समेत कुछ विपक्षी दलों के ६ विधायक भाजपा में शामिल हुए हैं।

कुल ८१ में से भाजपा के वहां ३७, जेएमएम की १९, कांग्रेस के ७ विधायक हैं। आयोग ने झारखंड के साथ दिल्ली विधानसभा के चुनाव का कार्यक्रम घोषित नहीं किया है।

दिल्ली विधानसभा का कार्यकाल अगले साल २२ फरवरी को पूरा होगा।

बता दें कि वर्तमान में झारखंड में बीजेपी की सरकार है। साल 2014 में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी राज्य में सबसे बड़ी पार्टी बनी थी। हाल ही में महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा के चुनाव नतीजे भाजपा के उतने अनुकूल नहीं रहे हैं। हरियाणा में उसे बहुमत ही नहीं मिला जबकि महाराष्ट्र में भी उसकी सीटें २०१४ के मुकाबले १८ घाट गईं। वहां सरकार बनाने का पेंच अभी भी फंसा हुआ है क्योंकि भाजपा की सीटें घटने के बाद उसकी सहयोगी शिव सेना वहां उसपर लगातार सीएम बनाने को लेकर टकराव कर रही है।

गैर-सब्सिडी घरेलू गैस सिलेंडर महंगा हुआ

सरकार ने रसोई गैस सिलेंडर फिर महंगा कर दिया है। कीमतों में यह बढ़ौतरी १४.२ किलो भार के गैर-सब्सिडी वाले घरेलू गैस सिलेंडर के लिए की गयी है और बाजार भाव में सीधे ७७ रुपए का इजाफा किया गया है।

जानकारी के मुताबिक सरकार की तरफ से यह बढ़ौतरी लगातार तीसरे महीने हुई है। यदि देखें तो तीन महीनों में घरेलू गैस सिलेंडर के बाजार भाव में करीब १०५ रुपए का इजाफा हुआ है। वहीं, कमर्शियल सिलेंडर पर १९३ रुपए बढ़ौतरी हुई है। तीन माह पहले अगस्त में घरेलू सिलेंडर ६११.५० रुपए में मिल रहा था जबकि कॉमर्शियल सिलेंडर १०९५ रुपए में उपलब्ध था।

नए भाव के मुताबिक देश के प्रमुख महानगरों में बिना-सब्सिडी वाला गैस सिलेंडर करीब साढ़े ७६ रुपये महंगा हुआ है। पहली नवंबर से दिल्ली में १४.२ किलो के बिना सब्सिडी वाले सिलेंडर के लिए उपभोक्ता को अब ६८१.५० रुपये, कोलकाता में ७०६,  मुंबई और चेन्नई में क्रमश: ५१ और ६९६ रुपये अदा करने होंगे।

उधर १९ किलो सिलेंडर की कीमत दिल्ली में १२०४ रुपये हो गई है। कोलकाता में यह १२५८, मुंबई में ११५१.५० रुपये और चेन्नई में १३१९ रुपये होगी। रसोई गैस के दामों में लगातार तीसरे माह बढ़ोतरी होने से उपभोक्ता पर जबरदस्त बोझ पड़ा है।

श्रीकरतारपुर साहिब जाने के लिए यात्री पंजीकरण शुरु

भारत से श्रीकरतारपुर साहिब जाने के लिए यात्रियों का पंजीकरण आज से शुरु हो गया है। वहां जाने की इच्छा रखने वालों के लिए सेवा केंद्रों में मुफ्त पंजीकरण की सुविधा प्रदान की गयी है। इस बीच पकिस्तान के पीएम इमरान खान ने शुक्रवार सुबह बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि उचित पहचान पत्र वाले भारतीय यहां बिना पासपोर्ट के आ पाएंगे।

रिपोर्ट्स के मुताबिक श्रीकरतारपुर साहिब जाने के लिए यात्रियों का पंजीकरण शुक्रवार को शुरु हो गया। पंजीकरण के लिए सेवा केंद्र बनाये गए हैं जहां इसके लिए निशुल्क सुविधा प्रदान की गयी है।

उधर शुक्रवार सुबह पकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने घोषणा की कि ऐसे भारतीय जिनके पास उचित (वैलिड) पहचान पत्र होगा, उन्हें श्रीकरतारपुर साहिब जाने के लिए पासपोर्ट की ज़रुरत नहीं रहेगी।

एक ट्वीट में इमरान ने कहा – ‘भारतीय श्रद्धालुओं को दस दिन पहले पंजीकरण नहीं कराना होगा। उद्घाटन के दिन और गुरुजी के ५५०वें जन्मदिन पर श्रद्धालुओं से कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा।”

गौरतलब है कि पीएम नरेंद्र मोदी ९ नवंबर को करतारपुर कॉरिडोर का उद्घाटन करेंगे। अप्लाई करने के लिए श्रद्धालु को ऑपरेटर को एप्लीकेशन फार्म, पासपोर्ट साइज फोटो देनी होगी। किसी भी तरह की अन्य जानकारी के लिए पंजाब राज्य ई-गवर्नेंस सोसाइटी के हेल्पलाइन नंबर ८२८३८-४२३२३ पर कांटेक्ट किया जा सकता है।

इमरान का ट्वीट –

@ImranKhanPTI
For Sikhs coming for pilgrimage to Kartarpur from India, I have waived off 2 requirements: i) they wont need a passport – just a valid ID;   ii) they no longer have to register 10 days in advance. Also, no fee will be charged on day of inauguration & on Guruji’s 550th  birthday.

महत्पूर्ण भारतीयों की जासूसी के लिए इस्तेमाल हुआ इज़रायली स्पाइवेयर : व्हॉट्सऐप

फेसबुक के स्वामित्व वाले व्हॉट्सऐप की इस खुलासे कि भारत में पत्रकारों से लेकर सामाजिक कार्यकर्ताओं के फोन हैक किए गए, से देश में हंगामा मच गया है। अब उन लोगों के नाम भी धीरे-धीरे सामने आने लगे हैं, जिनकी जासूसी की गयी। सरकार ने कहा है कि इस मामले में व्हॉट्सऐप से जानकारी मांगी गयी है।

व्हाट्सएप ने कहा है कि इजराइली स्पाईवेयर ‘पेगासस’ के जरिये कुछ अज्ञात इकाइयां वैश्विक स्तर पर जासूसी कर रही हैं। भारतीय पत्रकार और मानवाधिकार कार्यकर्ता भी इस जासूसी का शिकार बने हैं। कंपनी ने कहा कि मई में उसे एक ऐसे साइबर हमले का पता चला जिसमें उसकी वीडियो कॉलिंग प्रणाली के जरिये प्रयोगकर्ताओं को मालवेयर भेजा गया।

रिपोर्ट्स के मुताबिक इज़रायली स्पाइवेयर ‘पेगासस’ के ज़रिए इन लोगों की जासूसी करवाई गयी है। इस जासूसी का भंडाफोड़ अंग्रेजी अखबार ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ ने किया है। इसके बाद देश भर में हंगामा मैक गया है। व्हॉट्सऐप ने कहा है कि उसकी तरफ से कुछ दिन पहले उन लोगों को इसकी जानकारी दी गयी थी जिनको टारगेट किया गया है।

इस जासूसी का निशाना चार महाद्वीपों के उपयोगकर्ता बने हैं। इनमें राजनयिक, राजनीतिक विरोधी, पत्रकार और वरिष्ठ सरकारी अधिकारी शामिल हैं। व्हॉट्सएप ने, हालांकि, साफ़ नहीं किया है कि किसके कहने पर पत्रकारों और सामाजिक कार्यकर्ताओं के फोन हैक किए गए हैं। भारत के सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने इस बारे में व्हॉट्सऐप को पत्र लिखकर अपना जवाब देने को कहा है।

रिपोर्ट्स में बताया गया है कि सर्विलांस ऑपरेटरों ने भारत में पत्रकारों, मानवाधिकार कार्यकर्ताओं को इज़रायली स्पाइवेयर ‘पेगासस’ के ज़रिए निशाना बनाया। इस मामले में व्हाट्सएप की तरफ से इजरायली सर्विलांस फर्म एनएसओ ग्रुप पर मुकदमा दायर किये जाने की सूचना है। हालांकि, एनएसओ ने व्हाट्सएप के लगाए आरोपों का खंडन किया है।

अखबार में बताया गया है कि इजरायली टेक फर्म ने मैसेजिंग ऐप का उपयोग करने वालों से बहुमूल्य जानकारी चुराने के लिए दुर्भावनापूर्ण सॉफ़्टवेयर के साथ लगभग १४०० ‘लक्ष्य उपकरणों’ को संक्रमित करने की कोशिश की। मुकदमा कैलिफोर्निया की संघीय अदालत में दायर किया गया है। व्हाट्सएप के मुख्य अधिकारी कैथकार्ट ने कहा कि वैसे तो एनएसओ कंपनी सरकार के लिए काम करती है, लेकिन हमनें अपनी रिसर्च में पाया है कि १०० से ज्यादा यूजर्स कंपनी के निशाने पर थे। एनएसओ ने इस सॉफ्टवेयर को खास तकनीक से तैयार किया है। कंपनी इस सिस्टम के जरिए किसी भी एंड्रॉयड, आईओएस और ब्लैकबैरी के ऑपरेटिंग सिस्टम को आसानी से हैक कर सकती है।

दिल्ली एयरपोर्ट पर संदिग्ध बैग, आरडीएक्स की आशंका

दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर गुरूवार-शुक्रवार की रात एक संदिग्ध बैग मिला है। इसकी जांच की जा रही है। सीआईएसएफ इसकी जांच कर रही है और उसका कहना है कि इस बैग में आरडीएक्स हो सकता है। यह बैग टर्मिनल ३ पर मिला है।

अमूनन इस तरह के बैग में क्या है, इसकी जांच में करीब १०-१२ घंटे का समय लगता है। यह बैग आईजीआई एयरपोर्ट के टर्मिनल ३ पर मिला है। काफी देर बाद भी इस बैग को लेने कोइ नहीं आया जिसके बाद सुरक्षा दस्ता चौकस हो गया। हवाई अड्डे के उस क्षेत्र में एमएम सीसीटीवी खंगाले जा रहे हैं।

टर्मिनल ३ पर सीआईएसएफ ने इस बैग को अपने कब्जे में ले लिया। इसकी जांच अभी की जा रही है। सीआईएसएफ ने कहा है कि बैग में आरडीएक्स होने की आशंका है।

‘तहलका’ की जानकारी के मुताबिक दिल्ली हवाई अड्डे, जहाँ पहले से ही सुरक्षा बहुत कड़ी है, अब उसे और मजबूत कर दिया गया। संदिग्ध बैग की जांच की जा रही है। इसे सुरक्षा में वैसे एक बड़ी चूक कहा जा सकता है क्योंकि टर्मिनल ३ तक इस तरह का संदिग्ध बैग पहुँच जाना चिंता की बात है।

यदि इस बैग में सचमुच आरडीएक्स मिलता, जैसा कि सीआईएसएफ ने आशंका जताई है, तो यह बात और भी गंभीर हो जाती है।

आदित्य ठाकरे गवर्नर कोश्यारी से क्यों मिले ?

आदित्य ठाकरे आज अपने नवनिर्वाचित 56 विधायकों के साथ महाराष्ट्र के गवर्नर भगतसिंह कोश्यारी से मिलने पहुंचे। आदित्य ठाकरे ने बताया कि उन्होंने गवर्नर से मिलकर उन्हें महाराष्ट्र के किसानों की तकलीफों से अवगत कराया और असमय वर्षा से हुए किसानों के नुकसान की भरपाई के लिए केंद्र के जरिये मुआवजा दिए जाने की मांग की।

महाराष्ट्र में सरकार निर्माण को लेकर पूछे गए सवालों को उन्होंने चतुराई से टाल दिया उन्होंने कहा कि इन का मामले मेंं उद्धव ठाकरे का निर्णय फाइनल होगा।

आदित्य ठाकरे के गवर्नर से मिलने को लेकर कई कयास लगाए जा रहे थे। महाराष्ट्र में सरकार के निर्माण को लेकर बीजेपी शिवसेना के बीच टसल बढ़ता ही जा रहा है। जिसे देखते हुए आदित्य की इस मुलाकात पर सबकी नजरें लगीं थी।

इससे पहले बीजेपी विधायक दल के नेता चुने जाने के बाद प्रतिनिधि मंडल के साथ देवेंद्र फडणवीस गवर्नर से मिल चुके हैं। उन्होंने इसे सौजन्य मुलाकात का नाम दिया था।

आज शिवसेना ने अपने विधायक दल का नेता एकनाथ शिंदे को चुन लिया है। उन्हें नेता चुने जाने के बाद गवर्नर से मुलाकात की गई। विधायक दल नेता चुने जाने से पहले मीटिंग में निर्वाचित विधायकों को समझाने की कोशिश की गई कि शिवसेना बीजेपी के सामने झुकने को तैयार नहीं है जब तक 50:50 फार्मूले पर कोई निर्णय नहीं हो जाता।

फिलहाल बीजेपी की तरफ से इस मामले में कोई स्टेटमेंट नहीं आया है। बीजेपी के खेमे से खबर है कि उसने शिवसेना को डेप्युटी चीफ मिनिस्टर के पद के साथ-साथ 13 मिनिस्ट्रियल पोस्ट का आफर रखा है। ऑफर में महत्वपूर्ण बात यह है कि वह शिवसेना को मलाईदार मंत्री पद देने से बच रही है। कयासलगाया जा रहा है कि इस ऑफर से शिवसेना और बीजेपी के बीच टसल और बढ़ सकता है।

‘हम सरकार बना सकते हैं’: नवाब मलिक (एनसीपी लीडर)

‘यदि बीजेपी फ्लोर में अपना बहुमत साबित करने में असफल हुई तो एनसीपी और कांग्रेस मिलकर सरकार बनायेगी।’ वरिष्ठ नेता नवाब मलिक ने महाराष्ट्र में सरकार निर्माण को लेकर शििवसेना बीजेपी के बीच चल रही खिंचातानी पर पूछे गए सवालों के जवाब देते हुए कहा।

एनसीपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने आगे कहा,’ हमने तय किया है कि हम बीजेपी शिवसेना सरकार बनने पर विपक्ष में बैठेंगे और मजबूत विपक्ष की भूमिका निभाएंगे लेकिन यदि ऐसा ही चलता रहा तो जनता के प्रति हमारी जवाबदेही बनती है।’

यह पूछने पर कि सरकार बनाने को लेकर बीजेपी और शिवसेना के बीच सामंजस्य निर्माण होता नहीं दिख रहा है। ऐसे हालात में एनसीपी सरकार बनाने की सोच सकती है? इसपर नवाब मलिक का कहना था कि अगर बीजेपी अकेले ही सरकार बनाने की कोशिश करती है और शिवसेना उन्हें साथ नहीं देती व बीजेपी फ्लोर पर अपना बहुमत साबित करने में कामयाब नहीं होती तो राजनीतिक समीकरण बिल्कुल बदल सकते हैं। ऐसे में एनसीपी कांग्रेस के साथ पर्यायी सरकार बनाने से पीछे नहीं हटेंगी। बीजेपी सरकार बन भी जाए तो इस बात की कोई गारंटी नहीं 5 साल पूरे करने की कर लेगी। लेकिन उनकी पार्टी चाहती है सरकार बने और महाराष्ट्र की जनता की तकलीफें कम हो। एनसीपी विपक्ष की भूमिका में जनता के हित में बात करेगी व सरकार के गलत निर्णय पर सरकार के कान उमेठने से नहीं चुकेगी।

मलिक से यह पूछने पर कि क्या आदित्य ठाकरे इतने इतने मच्योर हैं कि वह महाराष्ट्र के चीफ मिनिस्टर का पद संभाल सकते हैं ?उन्होंने कहा कि यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा क्योंकि जब देवेन्द्र फडणवीस नए नए चीफ मिनिस्टर बने थे तब भी उनकी काबिलियत पर लोगों ने संदेह किया था।लेकिन वह 5 साल तक चीफ मिनिस्टर बने रहे और अगले 5 साल तक चीफ मिनिस्टर बनने का दावा कर रहे हैं।

महाराष्ट्र विधानसभा के नतीजों को निकले लगभग 1 सप्ताह बीत चुके हैं लेकिन सुबे का चीफ मिनिस्टर कौन बनेगा इसको लेकर बीजेपी और शिवसेना के बीच पेंच फंसा हुआ है ।शिवसेना का दावा है कि चुनाव से पहले बीजेपी के साथ मुख्यमंत्री के पद को लेकर फिफ्टी फिफ्टी की डील हुई थी जिसके अनुसार राज्य का सीएम ढाई साल शिवसेना का होगा और ढाई साल बीजेपी का होगा। लेकिन देवेंद्र फडणवीस ने इस तरह के किसी डील की बात से स्पष्ट तौर पर इंकार कर दिया है। देवेंद्र फडणवीस ने तो यहां तक कह दिया कि वह सूबे के मुख्यमंत्री के तौर पर अगले 5 साल तक रहेंगे ।

विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद शिवसेना के नेता सांसद संजय राऊत ने ट्विटर पर एक तस्वीर शेयर की थी जिस तस्वीर में बाघ के गले में घड़ी और हाथ में कमल था। बाघ शिवसेना, घड़ी एनसीपी और कमल बीजेपी को दर्शाता है। वैसे भी कॉन्ग्रेस ने शिवसेना को बाहर से समर्थन देने की बात कही है। वैसे इस बात से भी इंकार नहीं किया जा सकता कि बीजेपी को सबक सिखाने के लिए कांग्रेस और एनसीपी की मदद से शिवसेना सरकार बनाएं ।फिलहाल राजनीतिक गलियारों में कई ऑप्शन का बाजार गर्म है।