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फारूक अब्दुल्ला की नजरबंदी प्रशासन ने तीन महीने बढ़ाई

फारूक अब्दुल्ला (८२) की नजरबंदी  अवधि तीन महीने के लिए बढ़ा दी गई है। वे पीएसए के तहत बंद हैं। शनिवार को अधिकारियों ने यह जानकारी देते हुए बताया कि फारूक उपकारागार में परिवर्तित अपने घर में रहेंगे।

मोदी सरकार अगस्त के पहले हफ्ते में जम्मू कश्मीर राज्य का विशेष दर्जा हटाने और उसके विभाजन का बिल संसद में लेकर आई थी जिसके बाद जम्मू कश्मीर के कई बड़े नेताओं को नजरबन्द कर दिया गया था। इनमें पांच बार सांसद रहे फारूक अब्दुल्ला भी शामिल हैं जो इस समय भी लोकसभा के सदस्य हैं। यह सभी नेता उसी दिन से वह हिरासत में हैं।

गौरतलब है कि १७ सितम्बर को नेशनल कांफ्रेस नेता फारूक अब्दुल्ला पर सख्त माने जाने वाला जन सुरक्षा कानून (पीएसए) लगा दिया गया था। अधिकारियों ने बताया था कि नेकां अध्यक्ष पर पीएसए के सरकारी आदेश के तहत मामला दर्ज किया गया है जो किसी व्यक्ति को बगैर सुनवाई के तीन से छह महीने तक जेल में रखने की इजाजत देता है।

लोकसभा में भी जम्मू कश्मीर के नेताओं को नजरबन्द रखने को लेकर विपक्ष विरोध जता चुका है। फारुक अब्दुल्ला के निकटजनों के मुताबिक वे हृदयरोगी हैं। उनकी किडनी का भी प्रत्यारोपण हुआ है। इसके अलावा वह शुगर से भी पीड़ित हैं। उन्हें गुपकार स्थित उनके घर में ही कैद किया गया है। गृह विभाग ने उनके घर को एक सबसाईडरी जेल का दर्जा दे रखा है।

फारूक के पुत्र और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला भी चार अगस्त से ही हिरासत में हैं। उमर को हरि निवास में नजरबंद रखा गया है। अब शनिवार को केंद्र शासित जम्मू कश्मीर प्रशासन ने पीएसए के ही तहत फारूक की कैद और तीन माह के लिए बढ़ा दी है।

गंगा घाट की सीढ़ियों पर फिसले मोदी, मची अफरातफरी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कानपुर में राष्ट्रीय गंगा परिषद की पहली बैठक में शिरकत की। गंगा में यात्रा के बाद जब पीएम मोदी वापस घाट लौटे तो बोट से उतरने के बाद सीढिय़ां चढ़ते हुए उनका पैर फिसल गया जिससे वह गिर पड़े।  एसपीजी के जवानों ने उन्हें उठाया हालंकि उनके गिरने से वहां अफरा-तफरी मच गई।

पीएम मोदी ने बोट में सवार होकर गंगा के सौन्दर्य का जायजा लिया। पीएम के नौकायन के लिए प्रयागराज से डबल डेकर मोटर बोट मंगाई गई थी। वह बंद कर दिए गए सीसामऊ नाले तक गए और वहां बने सेल्फी प्वाइंट को देखा। करीब ४५  मिनट तक पीएम वहां रहे। अटल घाट पर गंगा यात्रा के बाद मोदी वापस घाट पर लौट रहे थे कि एक सीढ़ी पर उनका पांव फिसल गया जिससे वे गिर पड़े।

प्रधानमंत्री को गिरता देख वहां हड़बड़ाहट मच गयी। तुरंत एसपीजी के जवानों ने उन्हें उठाया। कुछ रिपोर्ट्स में बतया गया है कि जिस सीढ़ी पर पीएम का पैर फिसला,  उसी सीढ़ी पर निरीक्षण के दौरान कुछ अधिकारी भी गिर चुके थे। इसके बाद अफसरों ने एसपीजी को इस बाबत बता दिया था कि अटल घाट पर एक सीढ़ी अपेक्षाकृत ऊंची है।

उधर आज की बैठक में नमामि गंगे परियोजना के अगले चरण और नए एक्शन प्लान पर चर्चा हुई। इसके बाद मोदी ने परियोजना के असर का निरीक्षण करने के लिए अटल घाट पर नौकायन भी किया। सुबह पीएम विशेष विमान से कानपुर के चकेरी एयरपोर्ट पर उतरे तो सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ मंत्रिमंडल के सहयोगियों और   केंद्रीय मंत्रियों ने स्वागत किया।

नमामि गंगे के अभियान में लगे पीएम मोदी ने नेशनल गंगा कांउसिल की पहली बैठक में नमामी गंगे की परियोजनाओं का हाल जाना और उसमें गिर रहे नालों का जायजा लिया। करीब दो घंटे की लंबी बैठक में नमामि गंगे के अगले चरण और नए एक्शन प्लान को लेकर विमर्श के साथ ही कई महत्वपूर्ण निर्णय लिये गए। उन्होंनेनमामी गंगे मिशन के तहत प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।

इस बैठक में केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत, बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी और कई अफसर शामिल हुए। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को भी न्योता भेजा गया था, लेकिन वे शामिल नहीं आईं।

देश में ‘अंधेर नगरी चौपट राजा’ : सोनिया गांधी

कांग्रेस ने शनिवार को दिल्ली के रामलीला मैदान में ”भारत बचाओ” रैली का आयोजन  कर भाजपा और मोदी सरकार के खिलाफ हमला बोला। अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और अन्य नेता शामिल हुए। इस मौके पर एक बड़े जनसमूह को संबोधित करते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि  नागरिकतासंशोधन कानून भारत की आत्मा को तार-तार कर देगा। ये देश की आत्मा पर चोट है। असम और पूर्वोत्तर राज्यों में इसके खिलाफ बड़ा विरोध प्रदर्शन हो रहा है।

सोनिया गांधी ने कहा –  ”मैं देश की जनता से कहना चाहती हूं कि हम लोकतंत्र बचाने के लिए कोई भी कुर्बानी देने को तैयार हैं। हम आखिरी सांस तक देश की रक्षा करेंगे। आज देश में अंधेर नगरी चौपट राजा जैसा माहौल है। सबका साथ सबका विकास नहीं हो रहा। अर्थव्यवस्था तबाह हो गई है। कालाधन ख़त्म करने की बातें थोथी साबित हुई हैं। इसके लिए कानून बनाया लेकिन कालाधन कहां है। इस बात की जांच होनी चाहिए या नहीं।”

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि कंपनियों को बेचे जाने के खिलाफ जांच होनी चाहिए या  नहीं।आज हमारा पैसा बैंकों में भी सुरक्षित नहीं है, घरों में सुरक्षित नहीं है। जगह-जगह से छोटे कारोबारियों के आत्महत्या करने की खबरें मिल रही हैं। मजदूर भाइयों को दो वक्त की रोटी नहीं मिल रही है। छोटे-बड़े कारोबारी, जिन्होंने बैंकों से लोन लिया है, वे परेशान हैं। आप बताइए कि हम लोग अपने लिए संघर्ष करने के लिए तैयार हैं कि नहीं। मेरी बहनें अपना पेट काटकर परिवार पालती हैं। आज महंगाई से वो त्रस्त हैं।”

गांधी ने कहा कि अब समय आ गया है कि हम लोग अपने-अपने घरों से निकले और आंदोलन करें। ”आज जब मैं अपने अन्नदाता किसान भाइयों की ओर देखती हूं तो मुझे बहुत दुख होता है। उन्हें खाद नहीं मिलती। पानी-बिजली की सुविधाएं नहीं मिलतीं। फसल के उचित दाम नहीं मिलते। ऐसे में सरकार को बताइए कि हम उनके खिलाफ संघर्ष को तैयार हैं कि नहीं।”

उनसे पहले पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने रैली में कहा कि आज से तकरीबन छह  साल पहले मोदीजी ने देश की जनता को सब्जबाग दिखलाए थे। ”उन्होंने देश की जनता से वादा किया था कि वो देश को खुशहाल बना देंगे। किसानों से वादा किया था कि उनकी आमदनी दोगुनी कर दी जाएगी। युवाओं से वादा किया था कि हर साल दो करोड़ रोजगार देंगे लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ।”

मनमोहन सिंह ने कहा – ”आज साबित हो गया है कि जो वादे मोदी जी ने देश की जनता के साथ किए थे, वो उन्हें पूरा करने में नाकाम रहे।”

रैली को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी संबोधित किया। राहुल ने कहा – ”मैं करोड़ों लोगों से आज इस माध्यम से बात कर रहा हूं, आप लोग देश को बांटते नहीं हो। आप लोग खून-पसीने से देश को खड़ा करते हो। आज देश को बांटा जा रहा है। सत्ता के लिए हमारे प्रधानमंत्री कुछ भी करेंगे। टीवी पर नरेंद्र मोदी रोज दिखाई देते हैं। टीवी पर तीस सेकेंड के एड के लिए कितने पैसे देने पड़ते हैं, आप जानते हो। मोदीजी को दिखाने का पैसा कौन दे रहा है।”
किसानों का मुद्दा उठाते हुए राहुल गांधी ने कहा – ”किसान आत्महत्या कर रहे हैं। आपने देश को मजबूत करने के लिए नरेंद्र मोदी को चुना लेकिन ऐसा नहीं हुआ। मैंने संसद में पूछा कितने किसानों ने आत्महत्या की लेकिन उनके नेता जवाब देते हैं कि हमें नहीं मालूम। ये लोग देश को बांटने का काम करते हैं। देश को तोड़ने का काम करते हैं।”

कांग्रेस नेता ने कहा कि ये लोग आपकी कॉल का रेट बढ़ा देंगे और कारोबारियों का कर्ज माफ कर देंगे। ”जब तक देश की जनता के पास पैसे नहीं होंगे, तब तक देश की अर्थव्यवस्था आगे नहीं जा सकती। नरेंद्र मोदी ने आपकी जेब से पैसा निकाल लिया। इस देश का सबसे ज्यादा नुकसान प्रधानमंत्री ने किया है। पिछले पांच साल में नरेंद्र मोदी ने अडानी को ५० कॉन्ट्रैक्ट दिए हैं। देश के एयरपोर्ट पकड़ा दिए। ये कॉन्ट्रैक्ट क्यों दिए। एक लाख ४० हजार करोड़ रुपए के १५-२० अमीर लोगों के कर्ज माफ कर दिए।”

राहुल गांधी ने कहा – ”कल मुझसे बीजेपी के लोग माफी मांगने के लिए कह रहे थे।  भाइयों-बहनों लेकिन मेरा नाम राहुल सावरकर नहीं है, मेरा नाम राहुल गांधी है। मर जाऊंगा लेकिन माफी नहीं मागूंगा। माफी नरेंद्र मोदी को मांगनी है, माफी अमित शाह को मांगनी है।”

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रैली में कहा –  ”आरएसएस का प्रचारक मोदी आज देश पर राज कर रहा है। इनकी नीतियां देश के पक्ष में हरगिज नहीं हैं।  आज देश बदहाली की ओर आगे बढ़ रहा है। दुनिया के दूसरे देश भी भारत को संदिग्ध निगाहों से देख रहे हैं। इस सरकार ने अर्थव्यवस्था का कबाड़ा कर दिया है।”

रैली में प्रियंका गांधी ने कहा -”भारत कैसा देश है? यह एक ऐसे आंदोलन से पैदा हुआ देश है, जिसने विश्व के सबसे बड़े साम्राज्य को हराने के लिए अहिंसा और प्रेम की शक्ति का इस्तेमाल किया। यह प्रेम, अहिंसा और भाईचारे का देश है।”

प्रियंका गांधी ने कहा – ”आज देश की जीडीपी पाताल में चली गई है। वैसे सही कहें तो हर बस स्टॉप, हर अखबार पे दिखता है कि मोदी है तो मुमकिन है। असलियत ये है कि बीजेपी है तो १०० रुपए किलो की प्याज है, बीजेपी है तो ४५ साल में सबसे ज्यादा बेरोजगारी मुमकिन है, बीजेपी है तो चार करोड़ नौकरियां नष्ट होना मुमकिन है।”
गांधी ने कहा – ”इस सरकार में महंगाई-बेरोजगारी बढ़ती जा रही है। बीजेपी है तो महंगाई भी मुमकिन है। बीजेपी है तो १५ हजार किसानों की आत्महत्या मुमकिन है आज प्याज के दाम आसमान छू रहे हैं। डीजल-पेट्रोल की कीमतें बढ़ती जा रही हैं और ये सब इस सरकार की विफलता का सबूत है।”

प्रियंका ने कहा – ”नागरिकता संशोधन कानून विभाजन की वजह बनेगा। आवाज नहीं उठाई तो विभाजन होगा। देश प्यारा है तो आवाज उठाएं। देश में बदहाली पसर चुकी है। अर्थव्यवस्था को इस सरकार ने नष्ट कर दिया है। बेरोजगारों की संख्या बढ़ती जा रही है। उद्योग खत्म हो रहे हैं। नोटबंदी ने जनता की कमर तोड़ दी है। इस सरकार में अपराधियों का बोलबाला है।”

पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने कहा – ”मोदी सरकार ने महज छह महीने में अर्थव्यवस्था को तहस-नहस कर दिया। इस सरकार के मंत्रियों को कुछ पता नहीं है। कल वित्त मंत्री ने कहा कि सब कुछ ठीक है, हम दुनिया में सबसे ऊपर हैं। सिर्फ एक बात उन्होंने नहीं कही और वो ये है कि अच्छे दिन आने वाले हैं।”

सुखबीर बादल लगातार तीसरी बार चुने गए शिअद के अध्यक्ष

सुखबीर सिंह बादल तीसरी बार शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष चुने गए हैं। शिअद के स्थापना दिवस पर पार्टी डेलीगेट्स ने उन्हें फिर से इस पद के लिए चुना। पार्टी डेलीगेट्स का इजलास आज अमृतसर में हुआ।
जानकारी के मुताबिक शनिवार को हुए डेलीगेट इजलास में सुखबीर लगातार तीसरी बार सर्वसम्मति से पार्टी अध्यक्ष चुना गया। उनके मुकाबले और कोइ उम्मीदवार मैदान में नहीं था लिहाजा उनका चुनाव सर्वसम्मति से हुआ। बताया गया है कि अध्यक्ष पद के पार्टी के किसी अन्य नाम का डेलीगेट्स ने प्रस्ताव नहीं किया। इसके बाद उन्हें सर्वसम्मति से अध्यक्ष घोषित कर दिया गया।
वे लगातार तीसरी बार शिअद के अध्यक्ष बने हैं। सुखबीर पंजाब के उपमुख्यमंत्री भी रहे हैं। इजलास में उन्हें अध्यक्ष चुने जाने के बाद शिअद की वर्किंग कमेटी और अन्य पदाधिकारियों के मनोनयन का अधिकार भी दिया गया।
अमृतसर में एसजीपीसी के मुख्यालय तेजा सिंह समुदरी हाल में आयोजित इजलास में पंजाब और अन्य राज्यों से आए पार्टी के करीब ६०० डेलीगेट्स मौजूद थे। सुखबीर  सिंह बादल को पार्टी अध्यक्ष चुने जाने पर सबने एकसुर सहमति जताई। सुखबीर इससे पहले भी दो बार सर्वसम्मति से अध्यक्ष चुने जा चुके हैं।

खिलाडिय़ों को मिले प्राथमिकता : जफर इकबाल

प्रतिभा की कमी किसी में नहीं है। खिलाडिय़ों को प्रोत्साहन के साथ परिश्रम करने की जरूरत होती है और कोई भी चैंपियन खिलाड़ी अपने देश के लिए खेल सकता है। सरकारों और संस्थानों को चाहिए कि खिलाडिय़ों को उचित मौका मुहैया कराएं। हॉकी के पूर्व कप्तान जफर इकबाल ने कहा कि अन्य देशों में जो छात्र खेलों में रुचि रखते हैं उनको शिक्षा और नौकरी में विशेष प्राथमिकता दी जाती है। अपने देश में भी ऐसा किया जाना चाहिए।

हॉकी के मशहूर खिलाड़ी जफर इकबाल पिछले दिनों नई दिल्ली के संगम विहार स्थित हमदर्द पब्लिक स्कूल में आयोजित ‘सैयद हामिद मेमोरियल टूर्नामेंट’ के समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। इस दौरा हमदर्द शिक्षण समाज के सचिव सैयद समर हामिद और हमदर्द पब्लिक स्कूल की मैनेजर जकिया माजिद सिद्दीकी व हमदर्द पब्लिक स्कूल की प्रिंसिपल सहर सैयद मौजूद रहीं।

इस दौरान सैयद समर हामिद ने बताया कि जफर इकबाल ने कैसे हॉकी में देश को चैंपियन बनाया। उन्होंने यादें ताजा करते हुए कहा कि मॉस्को ओलंपिक 1980 में स्वर्णपदक इन्हीं के नेतृत्व में जीता था। देश का नाम रोशन करने में जफर इकबाल का बड़ा योगदान है। जफर को पद्मश्री और अर्जुन अवॉर्ड से नवाजा जा चुका है। इस दौरान खेल और एक्सरसाइज से होने वाले फायदों पर भी प्रकाश डाला गया कि कैसे युवा अपने आपको फिट रख सकते हैं।

पूर्वोत्तर राज्यों, पश्चिम बंगाल में नागरिकता क़ानून के खिलाफ प्रदर्शन जारी, हिंसा भी

असम सहित पूर्वोत्तर राज्यों में नागरिकता (संशोधन) कानून का विरोध जारी है ही, उधर पश्चिम बंगाल में इसे लेकर कई जगह प्रदर्शन शुरू होने और हिंसा की खबरें हैं। असम में कर्फ्यू में ढील दी गयी है, हालांकि प्रदर्शन बड़े स्तर पर अभी भी जारी हैं। कई जगह स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।

नागरिकता कानून के खिलाफ बंगाल में हो रहे हिंसक विरोध प्रदर्शनों के बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की लोगों से शान्ति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा – ”लोकतांत्रिक तरीके से विरोध करें और कानून को हाथ में न लें। तोड़-फोड़ करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”

उधर पूरे असम में इंटरनेट सेवाओं पर रोक १६ दिसंबर तक बढ़ा दी गई है। शनिवार को नागरिकता संशोधन क़ानून के विरोध में असम में प्रदर्शन जारी रहे। मेघालय और त्रिपुरा में तनावपूर्ण हालात बने हुए हैं और जगह जगह प्रदर्शन हो रहे हैं। मेघालय के शिलॉन्ग में लगाए गए कर्फ्यू में स्थिति बेहतर होने के बाद सुबह १० बजे से शाम सात बजे तक ढील दी गई है।

 नगा छात्र संघ (एनएसएफ) के छह घंटे के बंद के बीच नगालैंड के कई हिस्सों में शनिवार को स्कूल, कॉलेज और बाजार बंद रहे और सड़कों से वाहन नदारद रहे। वैसे किसी अप्रिय घटना की खबर नहीं है। सुबह छह बजे से बंद शुरू हो गया था।प्रदर्शनकारी परीक्षाओं में शामिल होने जा रहे छात्रों, ड्यूटी पर जा रहे चिकित्सा कर्मियों, मीडिया कर्मियों और विववाह-शादियों में शामिल होने जा रहे लोगों को सड़कों से जाने दे रहे हैं।

डिब्रूगढ़ में सुबह ८ बजे से दोपहर २ बजे तक कर्फ्यू में छूट दी गई। गुवाहाटी में लगाए गए कर्फ्यू में सुबह नौ बजे से शाम चार बजे तक ढील दी गई है। दिसपुर, उजान बाजार, चांदमारी, सिलपुखुरी और जू रोड सहित कई स्थानों पर दुकानों के बाहर लंबी कतारें नजर आईं। ऑटो-रिक्शा और साइकिल-रिक्शा सड़कों पर नजर आएं लेकिन बसें अब भी नदारद रहीं। शहर में पेट्रोल पंप भी खोल दिए गए हैं, जहां वाहनों की लंबी कतारें दिखीं। वैसे स्कूल और कार्यालय अब भी बंद हैं।

इस बीच पश्चिम बंगाल में नागरिकता (संशोधन) कानून के खिलाफ प्रदर्शन में  प्रदर्शनकारियों ने कई जगह सड़कें और रेल मार्ग बाधित रखे। मुर्शिदाबाद और उत्तरी २४ परगना जिलों और हावड़ा (ग्रामीण) से हिंसा की खबरें मिली हैं। मुर्शिदाबाद में राष्ट्रीय राजमार्ग ३४ और जिले की गई अन्य सड़कों को बाधित कर दिया गया। बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को स्थिति नियंत्रित करने के लिए मौके पर भेजा गया है।

पूर्वी रेलवे के सियालदह-हसनाबाद के बीच रेल सेवाएं भी बाधित हैं। रेलवे के एक प्रवक्ता ने बताया कि प्रदर्शनकारी सुबह छह बजकर २५ मिनट से शोंडालिया और काकड़ा मिर्जापुर स्टेशनों पर पटरी पर धरना दे रहे हैं।

उधर बिहार में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने नागरिकता संशोधन अधिनियम के विरोध में २१ दिसंबर को ‘बिहार बंद” का आह्वान किया है। पार्टी ने आरोप लगाया है कि भाजपा सरकार ने संविधान की धज्जियां उड़ा दी हैं।

इस बीच मुंबई में रहने वाले असम के लोगों ने नागरिकता संशोधन अधिनियम के खिलाफ शहर के आजाद मैदान में प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में अभिनेत्री दीपान्निता शर्मा ने भी हिस्सा लिया।

दर्दनाक : जनरल मैनेजर मेट्रो के आगे कूदा, रात में पत्नी ने बेटी के साथ दे दी जान

आर्थिक तंगी से जूझ रहे गोल्डन टिप्स चाय कंपनी में जनरल मैनेजर ने शुक्रवार को दिल्ली के जेनएयू मेट्रो स्टेशन पर मेट्रो के आगे कूदकर जान दे दी। इसके बाद देर रात उसकी पत्नी ने अपनी पांच साल की बेटी को मारने के बाद खुद फंदा लगाकर पंखे से लटक गई।

नोएडा के पॉश इलाके में रहने वाले चेन्नई के 33 वर्षीय भरत जे इसी साल नेपाल की राजधानी काठमांडू से शिफ्ट हुए थे। वे सेक्टर 128 की जेबी पवेलियन कोर्ट में रहते थे। साथ में उनकी पत्नी शिवरंजनी और पांच वर्षीय बेटी जयश्री साथ रहती थी।

पुलिस ने बताया कि भरत जे सुबह रोज की तरह नोएडा स्थित अपने घर से कंपनी जाने के लिए निकले थे। सुबह करीब 11.30 बजे जेएनयू मेट्रो स्टेशन पर ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी।

 दिल्ली पुलिस ने शव को राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले गई और परिजनों को सूचना दी। बदहवास पत्नी अपने देवर के साथ राममनोहर लोहिया अस्पताल गई। और बाद में वह सदमा बर्दाश्त नहीं कर पाई। देर रात ही उसने अपने फ्लैट में बेटी को पहले मारकर बाद में खुद भी पंखे से लटककर जान दे दी।

चेन्नई निवासी भरत की बेटी जयश्री केजी में पढ़ती थी। इससे पहले भरत काठमांडू में बिग मार्ट में नौकरी करते थे और सितंबर में ही परिवार के साथ दिल्ली आए थे और नोएडा में रहने लगे। उनका छोटा भाई दिल्ली में पायलट कोर्स में एडमिशन के लिए कोचिंग ले रहा है।

दिल्ली चुनाव में ‘आप’ के लिए काम करेंगे प्रशांत किशोर

नागरिकता बिल का समर्थन करने पर खुले रूप से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और अपनी पार्टी जेडीयू के खिलाफ सामने आने के बाद जाने माने रणनीतिकार प्रशांत किशोर अब दिल्ली के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) के लिए काम करेंगे।

कुछ समय पहले की किशोर ने तमिलनाडु में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए डीएमके की रणनीति बनाने की ज़िम्मेदारी संभालने की भी घोषणा की थी। प्रशांत किशोर जल्दी ही पार्टी प्रमुख एमके स्टालिन से मुलाक़ात करने वाले हैं। उनके कंपनी  ”आईपैक” स्ट्रेटेजी का काम करती है।

प्रशांत किशोर, जो पहले से ही पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी और तृणमूल कांग्रेस के लिए भी काम कर रहे हैं, के इस फैसले से भाजपा के लिए चुनौती बनेगी क्योंकि प्रशांत बहुत प्रभावी चुनाव रणनीतिकार माने जाते रहे हैं। खुद भाजपा किसी समय किशोर की सेवाएं ले चुकी है।

दिल्ली विधानसभा चुनाव में प्रशांत किशोर के आम आदमी पार्टी के लिए काम करने की जानकारी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने एक ट्वीट करके दी है। ट ट्वीट में केजरीवाल ने लिखा – ”आपसे ये बात साझा करते हुए खुशी हो रही है कि प्रशांत किशोर हमारे साथ आ रहे हैं। वह हमारे साथ काम करेंगे। उनका स्वागत है।”
यह रहे प्रशांत किशोर एक मौके पर कांग्रेस के लिए भी काम कर चुके हैं।

याद रहे प्रशांत किशोर ने मोदी सरकार के नागरिकता बिल के खिलाफ खुले रूप से विरोध जताया है। उन्होंने जेडीयू के इस बिल का समर्थन करने पर ट्वीट किया था – “धर्म के आधार पर नागरिकता के अधिकार में भेदभाव करने वाले नागरिकता संशोधन विधेयक को जेडीयू का समर्थन मिलते हुए देखकर निराशा हुई। यह पार्टी के संविधान के विषम है जिसके पहले पन्ने पर ही तीन बार धर्मनिरपेक्ष शब्द लिखा हुआ है और जिसका नेतृत्व कदाचित गांधीवादी आदर्शों की राह पर चलता है।”

सीएम केजरीवाल का ट्वीट –
Arvind Kejriwal

@ArvindKejriwal
Happy to share that @indianpac is coming on-board with us. Welcome aboard!

ब्रिटेन में बोरिस जॉनसन की कंजरवेटिव पार्टी को बहुमत

ब्रिटेन में हुए आम चुनाव के नतीजे शुक्रवार को आने शुरु हो गए हैं और इनसे जाहिर होता है कि ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की कंजरवेटिव पार्टी को बहुमत मिल गया है और उनकी पार्टी बहुमत के आंकड़े – ३२६ – से आगे निकल गयी है। विपक्षी लेबर पार्टी को २०० के आसपास सीटें मिली हैं। कंजरवेटिव पार्टी के अपने दम पर बहुमत हासिल करने से ब्रेक्जिट की प्रक्रिया में तेजी आने की संभावना है।

ब्रिटेन में ६५० सीटों वाली संसद में कंजरवेटिव पार्टी के बहुमत के लिए आवश्यक ३२६ सीटों का आंकड़ा पार करते हुए करीब ३६३ सीटों पर जीतने की संभावना है।

विपक्षी लेबर पार्टी ने अपनी कई पारंपरिक सीटें गंवा दे हैं। पीएम बोरिस जॉनसन ने कहा है कि उन्हें अब एक नया जनादेश मिला है जिससे वह ब्रिटेन को यूरोपीय यूनियन से अलग करने वाली ब्रेक्जिट को लागू कर सकेंगे।

नतीजे आने के बाद पाउंड ने डॉलर के मुकाबले करीब दो प्रतिशत की छलांग लगाई और १.३४ डॉलर पर पहुंच गया है। यूरो के मुकाबले पाउंड में १.६ प्रतिशत की तेजी रही और यह ८३.२५ पेंस पर पहुंच गया। एक्जिट पोल के बाद वैश्विक बाजारों में भी उत्साह देखा जा रहा है।

इस बीच ब्रिटेन के आम चुनाव में पीएम बोरस जॉनसन की जीत पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उन्हें बधाई दी है। मोदी ने कहा – ”पीएम बोरिस जॉनसन को भारी बहुमत से जीत पर बधाई। मैं उन्हें भारत-यूके के करीब संबंधो के लिए एक साथ काम करने की आशा करता हूं”।

Narendra Modi

@narendramodi
Many congratulations to PM @BorisJohnson for his return with a thumping majority. I wish him the best and look forward to working together for closer India-UK ties.

राहुल के ब्यान पर लोकसभा में भाजपा का हंगामा

देश में बढ़ती रेप और लड़कियों-महिलाओं की बर्बर हत्या की घटनाओं को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के ”रेप इन इंडिया” ब्यान पर शुक्रवार को  लोकसभा में भाजपा ने जमकर हंगामा किया। राहुल ने यह ब्यान संसद से बाहर झारखंड के गोड्डा में एक चुनाव सभा में दिया था। उनका कहना ”नरेंद्र मोदी ने कहा था मेक इन इंडिया लेकिन आजकल आप जहां कहीं भी देखते हैं, तो वह रेप इन इंडिया है।
इस ब्यान को लेकर लोकसभा में जमकर हंगामा हुआ। स्मृति इरानी समेत भाजपा  की तमाम महिला सांसदों ने राहुल गांधी पर निशाना साधा और उनसे माफी की मांग की।
हालांकि, डीएमके की सदस्य कनीमोई ने कहा कि राहुल गांधी का ब्यान दरअसल ‘मेक इन इंडिया’ के स्लोगन पर कटाक्ष था और उनके कहने का मकसद देश में बढ़ रहे रेप मामलों को लेकर यह कहना था कि मेक इन इंडिया का क्या यह नारा है कि देश में इस तरह की घटनाएं हों। कनीमोई ने राहुल के ब्यान का बचाव करते हुए कहा कि इस तरह की घटनाएं मेक इन इंडिया का मजाक उड़ाती हैं।
गौरतलब है कि झारखंड के गोड्डा में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने उत्तर प्रदेश में नरेंद्र मोदी (भाजपा) के विधायक के महिला के साथ बलात्कार का मुद्दा उठाते हुए कहा था कि यह अभागी  लड़की बाद में एक दुर्घटना की शिकार हुई लेकिन (पीएम) नरेंद्र मोदी ने एक शब्द भी नहीं कहा। बता दें कि लोकसभा के अलावा राज्यसभा में भी शुक्रवार को राहुल गांधी के बयान को लेकर हंगामा हुआ। बाद में स्पीकर ने लोक सभा की कार्यवाही को १२ बजे तक स्थगित कर दिया।
इरानी ने राहुल गांधी के बयान की निंदा करते हुए कहा कि वे (राहुल गांधी) रेप को राजनीतिक हथियार के तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं। क्या वे चाहते हैं कि महिलाओं के साथ रेप हो? इस दौरान भाजपा की तमाम महिला सांसद लोकसभा में अपनी जगह पर खड़ी हो गईं और राहुल गांधी माफी मांगो के नारे लगाने लगीं।