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अलग-अलग हादसों में १८ मजदूरों की मौत

देश भर में मंगलवार को विभिन्न सड़क हादसों में १८ गरीब मजदूरों की मौत हो गयी। बड़ा हादसा बिहार के भागलपुर में सुबह हुआ जब ९ प्रवासी मजदूरों की जान चली गयी। महाराष्ट्र में हादसे में ४ मजदूरों की जान गयी है। एक और हादसे में पुलिस के खौफ से दो मजदूरों ने पल से छलांग लगा दी जिनमें से एक की मौत हो गयी।
बिहार के भागलपुर में मंगलवार सुबह हादसे में नौ प्रवासी मजदूरों की मौत हो गई। यह घटना नौगछिया की है जहाँ ट्रक और बस के बीच सीधी टक्कर हुई। घटना में कई और मजदूरों के घायल होने की जानकारी मिली है।
दूसरी घटना महाराष्ट्र के सोलापुर में स्टेट ट्रांसपोर्ट की बस के डंपर से टकराने की है जहाँ तीन प्रवासी मजदूरों की मौत हुई है जबकि बस चालक की भी जान चली गयी है। बस में झारखंड के प्रवासी मजदूर सवार थे। घायल मजदूरों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
उत्तर प्रदेश के महोबा जिले में सोमवार देर रात मजदूरों से भरा ट्रक पलट गया जिससे तीन महिला मजदूरों की मौत हो गई, जबकि १२ जख्मी हो गए। हादसा पनवाड़ी थाना क्षेत्र के झांसी-मिर्जापुर हाइवे के महुआ मोड़ पर हुआ। पुलिस ने बताया कि इस ट्रक में २२ लोग सवार थे।
एक और हादसे में पुलिस के खौफ से दो मजदूरों ने पल से छलांग लगा दी जिनमें से एक की मौत हो गयी।

देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या एक लाख के पार, ३१६३ लोगों की मौत  

देश में कोरोनावायरस के मामले अब तेजी से बढ़ रहे हैं और भारत में मंगलवार को कुल संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर एक लाख के पार पहुंच गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय  के जारी आंकड़ों के मुताबिक देश में कोरोनावायरस से अब तक ३१६३ लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि, वर्तमान में  कोविड-१९ के सक्रिय संक्रमितों की संख्या ५८,८०२ ही है और ३९,१७४ लोग अब तक स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं।

नए आंकड़ों के मुताबिक देश में संक्रमितों की संख्या १०१,१३९ हो गई है जबकि पिछले २४ घंटे में कोरोना के ४९७० नए मरीज सामने आये हैं और १३४ लोगों की मौत हुई है। राहत यह है कि ३९,१७४ मरीज कोरोना को हराकर घर वापस आ गए हैं। इस  तरह देश में यह दर ३८.७३ फीसदी है।

देश भर में कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित महाराष्ट्र है जहाँ संक्रमितों का आकंड़ा ३५ हजार के पार पहुंच गया है। सोमवार को महाराष्ट्र में कोरोना के २०३३ मामले सामने आए और इस दौरान ५१ लोगों की जान गई। महाराष्ट्र में अब तक १२४९ लोगों की कोरोनावायरस से मौत हो चुकी है।

दूसरे नंबर पर गुजरात है जहाँ अब तक ६९४ लोगों की जान गयी है। वहां कुल मामले ११,७४५ हैं।

सीएम उद्धव ठाकरे बने विधान परिषद के सदस्य

महाराष्ट्र के चीफ मिनिस्टर उद्धव ठाकरे ने विधान परिषद के सदस्य के तौर पर शपथ ली। चीफ मिनिस्टर उद्धव साथ अपोजिशन पार्टी के आठ अन्य कैंडिडेट ने भी एम एल सी विधान परिषद की सदस्यता की शपथ ली। निर्विरोध निर्वाचित घोषित किये गये सभी कैंडिडेट विधान परिषद की उन नौ सीटों के लिए थे जो 24 अप्रैल 2020 को खाली हुई थीं।

सीएम उद्धव ठाकरे के साथ साथ विधान परिषद की उपसभापति के तौर पर शिवसेना की नीलम गोरे नेे शपथ ली । बीजेपी के रणजीत सिंह मोहिते पाटिल, गोपीचंद पाडलकर, प्रवीण दटके और रमेश कराड, एनसीपी के शशिकांत शिंदे, अमोल मितकरी और कांग्रेस के राजेश राठौड़ ने भी शपथ ली।

नौ कैंडिडेट का कार्यकाल पूरा होने के बाद खाली हुई सीटों को भरने के लिए चार मई को चुनाव प्रक्रिया शुरू हुई थी। हालांकि कोरोना वायरस महामारी के चलते शुरूूआत में चुनाव प्रक्रिया स्थगित कर दी गई थी। महाराष्ट्र के गवर्नर भगत सिंह कोश्यारी ने इलेक्शन कमिशन को पत्र लिखकर विधान परिषद के चुनाव कराने का अनुरोध किया था ताकि उद्धव ठाकरे सीएम बनने के छह माह के भीतर विधायिका में निर्वाचित हो संवैधानिक प्रावधान को पूरा कर सकें। राज्य मंत्रिमंडल ने शुरुआत में सिफारिश की थी कि गवर्नर अपने कोटे से ठाकरे को विधान परिषद में मनोनीत करें। राज्य मंत्रिमंडल के दो दफा सिफारिश के बावजूद गवर्नर द्वारा उद्धव ठाकरे को विधान मंडल के उच्च सदन में मनोनीत नहीं किए जाने के चलते गवर्नर कोश्यारी को सत्तारूढ़ महाराष्ट्र विकास आघाडी के आलोचना का शिकार भी बनाना पड़ा था। गौरतलब है कि सीएम ठाकरे ने इस मामले में हस्तक्षेप के लिए पीएम नरेंद्र मोदी से भी गुज़ारिश की थी।

शर्तों के साथ दिल्ली में वाहन चलाने की इजाजत, मार्केट भी ऑड इवन के हिसाब से खुलेंगी : केजरीवाल

दिल्ली सरकार ने लॉक डाउन के छोटे चरण में पाबंदियों और छूट की सोमवार को घोषणा की है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि आपसी दूरी के नियम के पालन के साथ दिल्ली में कई सेवाओं को शुरू करने की इजाजत होगी।

केजरीवाल ने सोमवार शाम एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा कि कोरोना की जब तक वैक्सीन नहीं आएगी, तब तक यह खत्म नहीं होगा लिहाजा हमें इसके साथ ही जीना होगा। उन्होंने कहा कि सबको मास्क पहनना अनिवार्य रहेगा।

केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में शर्तों के साथ बस, ऑटो, कैब, टैक्सी को इजाजत दी जाएगी और बाजार भी ऑड-ईवन के नियम से खुलेंगे। सीएम ने बताया कि दिल्ली में अब रेस्टोरेंट खोले जाएंगे हालांकि उससे सिर्फ सिर्फ होम डिलिवरी होगी। स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स भी खोले जाएंगे लेकिन उसमें दर्शकों की जाने की इजाजत नहीं होगी।

सीएम ने कहा कि ऑटो रिक्शा, ई रिक्शा, साइकल रिक्शा (एक पैसेंजर) के साथ जबकि टैक्सी और कैब दो पैसेंजर के साथ चल सकेंगे। ग्रामीण सेवा, फटफट सेवा भी दो पैसेंजर के साथ जबकि आरटीवी ज्यादा से ज्यादा ११ पैजेंसर के साथ चल सकेगी। बसें भी शुरू होंगी लेकिन एक बस में २० से ज्यादा पैसेंजर जाने की इजाजत नहीं होगी। बसों में आपसी दूरी का सख्ते से पालन कराया जाएगा।

उन्होंने कहा कि बस में हर पैसेंजर की स्क्रीनिंग होगी जबकि फोर व्हीलर में दो  पैजेंसर और टू व्हीलर में एक व्यक्ति ही जा सकेगा। सभी मार्केट ऑड -ईवन के नियम से खोले जाएंगे। शादी कार्यक्रम की इजाजत होगी लेकिन केवल ५० मेहमान शामिल होने के ही मंजूरी होगी। अंतिम संस्कार के लिए केवल २० लोगों को इजाजत होगी।

केजरीवाल के मुताबिक निर्माण गतिविधि की इजाजत होगी, लेकिन मजदूर केवल दिल्ली वाले होंगे। सभी इंडस्ट्री खोली जाएंगी, लेकिन इंडस्ट्री के टाइम अलग-अलग होंगे। सारे मार्केट खुल जाएंगे लेकिन मार्केट और मार्केट कॉन्पलेक्स में ऑड इवन होगा। सभी प्राइवेट और सभी सरकारी दफ्तर खुल जाएंगे। बॉर्डर पर सभी जरूरत की सेवा वाले लोगों को इजाजत दी जाएगी। सभी तरह का माल ले जा रहे ट्रकों को आने-जाने की इजाजत होगी।

क्या-क्या रहेगा बंद
मेट्रो नहीं चलेगी, कालेज, स्कूल, होटल, शिक्षण संस्थान, सिनेमा हॉल, शॉपिंग मॉल, बार, ऑडिटोरिम बंद रहेंगे। बड़े सांस्कृतिक, राजनीतिक या धार्मिक समारोह के आयोजन की इजाजत नहीं होगी। शाम ७ से सुबह ७ तक घर से निकलने पर पाबंदी रहेगी जबकि ६५ साल के ऊपर की उम्र के लोग, प्रेग्नेंट महिलाएं को घर में रहना होगा। सैलून बंद रहेंगे। कारपूल-यार कार शेयरिंग की इजाजत नहीं होगी, हर सवारी उतरने के बाद ड्राइवर की जिम्मेदारी होगी कि वह सवारी वाले इलाके को सैनिटाइज करेगा। पैंसठ साल से ऊपर और १० साल से नीचे के बच्चे, गर्भवती महिलाएं या अन्य गंभीर बीमारी वाले लोगों को बाहर निकलने की इजाजत नहीं होगी। जिस दुकान पर आपसी दूरी सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन नहीं होगी वह बंद कर दी जाएगी। कंटेनमेंट जॉन के अंदर किसी भी तरह की कोई गतिविधि की इजाजत नहीं दी जाएगी। इस बीच दिल्ली में कोरोना संक्रमितों की संख्या १० हजार के पार चली गयी है।

बांग्लादेश के डॉक्टरों ने किया कोरोना की दवा बनाने का दावा

भारत में जहां संक्रमितों की तादाद एक लाख के करीब पहुंच चुकी है, वहीं पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश में भी इसके मामलों में तेजी से इजाफा दर्ज किया जा रहा है। इस बीच, पड़ाेस से एक अच्छी खबर आई है। वहां स्थानीय स्तर पर बनाई गई दवा का कोरोना वायरस के मरीजों में सकारात्मक परिणाम मिले हैं। बांग्लादेश में 22 हजार से अधिक संक्रमण के मामले सामने आ चुके हैं, जबकि 238लोगों की मौत हो चुकी है।
बांग्लादेशी डॉक्टरों की एक टीम ने कोरोना वायरस संक्रमण की दवा बनाने का दावा किया है। टीम के दावे के मुताबिक, दो दवाओं को मिलाकर ऐसा एंटीडॉट तैयार किया है, जिसके परिणाम मरीजों पर चौंकाने वाले मिले हैं। शोधकर्ता और बांग्लादेश मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में मेडिसिन विभाग के प्रमुख प्रोफेसर मोहम्मद तारिक आलम का कहना है कि हमने कोरोना के 60 मरीजों पर दवा का इस्तेमाल किया है और परिणाम सकारात्मक मिले हैं। जिन मरीजों को दो दवाओं के एंटीडॉट का मिश्रण दिया गया, वे मरीज महज कुछ दिनों में ही ठीक होकर अपने घर पहुंच गए।
बांग्लादेश के जाने-माने विशेषज्ञ प्रोफेसर तारिक के मुताबिक, जानवरों में कीड़े मारने वाली दवा आईवरमेक्टिन के सिंगल डोज के साथ एंटीबायोटिक डॉक्सीसाइक्लिन को मिलाकर एंटीडॉट तैयार किया गया। उन्होंने बताया कि उनकी टीम कोरोना के मरीजों को यही दोनों दवाएं दे रही है। अस्पताल में भर्ती होने वाले अधिकतर ऐसे मरीज थे जिनको सांस लेने में तकलीफ थी और उनकी कोरोना वायरस की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी।
महज चार दिन में ठीक हो गए मरीज
प्रोफेसर तारिक की मानों तो यह दवा बेहद कारगर है। संक्रमित मरीजों को इसे देने के 4 दिन बाद ही पीड़ित ठीक हो गए साथ ही दवा का कोई साइड इफेक्ट भी मरीजों में देखने को नहीं मिला। ठीक हो चुके सभी मरीजों पर अभी भी नजर रखी जा रही है।  हम सरकार से सम्पर्क करके इस इलाज को अंतररष्ट्रीय स्तर पर ले जाने की कोशिश कर रहे हैं। इसके अलावा रिसर्च को अंतरराष्ट्रीय जर्नल में भी प्रकाशित करया जाएगा।

सीबीएसई की बची परीक्षाओं की डेट-शीट जारी

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने १०वीं और १२वीं बोर्ड की परीक्षा के बाकी पेपर्स के लिए डेटशीट सोमवार को जारी कर दी। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने एक ट्वीट में डेट शीट जारी की और पूरे परीक्षा कार्यक्रम को अपलोड किया है।
पहले की जानकारी के अनुसार ही १०वीं की परीक्षा सिर्फ नॉर्थ ईस्ट दिल्ली में होगी,  जबकि १२वीं की परीक्षाएं देशभर में आयोजित की जाएंगी। लॉकडाउन के चलते  बोर्ड ने १८ मार्च से सभी परीक्षाएं स्थगित की थीं।

सीबीएसई १२वीं की बची बोर्ड परीक्षा की तिथियां –

पहली जुलाई – होम साइंस, २ जुलाई – हिन्दी इलेक्टिव और हिन्दी कोर, ३ जुलाई – फिजिक्स (नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के लिए), ४ जुलाई – एकाउंटेंसी (नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के लिए), ६ जुलाई – केमिस्ट्री (नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के लिए) और ७ जुलाई – इन्फॉर्मेटिक्स प्रैक्टिकल (न्यू), कंप्यूटर साइंस (न्यू), इन्फॉर्मेटिक्स प्रैक्टिकल (ओल्ड), कंप्यूटर साइंस (ओल्ड), ८ जुलाई – इंग्लिश इलेक्टिव-एन,  इंग्लिश इलेक्टिव-सी, इंग्लिश कोर (नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के लिए), ९ जुलाई – बिजनेस स्टडीज, १० जुलाई – बायोटेक्नोलॉजी,  ११ जुलाई – जियोग्राफी, १३ जुलाई – सोशियोलॉजी, १४ जुलाई – पॉलिटिकल साइंस (नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के लिए) और १५  जुलाई – मैथमेटिक्स, इकोनॉमिक्स, हिस्ट्री, बायोलॉजी (नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के लिए)।
इसके अलावा सीबीएसई १०वीं की बची बोर्ड परीक्षाओं (सिर्फ नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली) की तिथियां और डेटशीट –

पहली जुलाई – सोशल साइंस, २ जुलाई- साइंस थ्योरी, साइंस (बिना प्रैक्टिल के), १०  जुलाई- हिंदी कोर्स ए, हिंदी कोर्स बी, १५ जुलाई- इंग्लिश कम्युनिकेटिव, इंग्लिश भाषा और साहित्य।

सीबीएसई १०वीं की बची बोर्ड परीक्षाओं (सिर्फ नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली) की तिथियां और डेटशीट –
पहली जुलाई – सोशल साइंस, २ जुलाई- साइंस थ्योरी, साइंस (बिना प्रैक्टिल के), १०  जुलाई- हिंदी कोर्स ए, हिंदी कोर्स बी और १५ जुलाई- इंग्लिश कम्युनिकेटिव, इंग्लिश भाषा और साहित्य।

चक्रवाती तूफान ‘अंफान’ को लेकर ओडिशा, पश्चिम बंगाल को चेतावनी जारी

कोरोना के कहर के बीच तूफान ”अंफान” बंगाल की खाड़ी में एक तीव्र और भयंकर चक्रवाती तूफान में बदल रहा है। मौसम विभाग ने चेतावनी जारी कर कहा है कि अगले २४ घंटे के भीतर यह भीषण चक्रवाती तूफान में तब्दील हो सकता है।

जानकारी के मुताबिक अंफान के कारण पूरे इलाके में अति भीषण या भीषण बारिश के साथ तूफ़ान आ सकता है और समुद्र में ऊंची लहरें उठ सकती हैं। एनडीआरएफ  महानिदेशक एसएन प्रधान ने एक संदेश में कहा है कि हम हालत पर पूरी नजर बनाए हुए हैं और राज्य सरकारों, मौसम विभाग और सबंधित एजंसियों के संपर्क में हैं। खतरे को देखते हुए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल ने ओडिशा और पश्चिम बंगाल में अपनी १७ टीमें (हरेक टीम ४५ सदस्य) तैनात की हैं जबकि अन्य को तैयार रखा गया है।

विभाग की चेतावनी के बाद ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने तटीय जिलों जाजपुर, भद्रक, बालासोर, मयूरभंज, गंजम, जगतसिंहपुर, गजपति, नयागढ़, कटक, केंद्रपाड़ा, खुर्दा और पुरी के डीसी को सतर्क रहने का निर्देश दिया है। ओडिशा में चक्रवात का प्रभाव कम होने के तुरंत बाद बिजली, पानी की आपूर्ति, सड़कें साफ करने, बचाव और राहत अभियान शुरू करने की अभी से तैयारी की गई है।

एनडीआरएफ ने सात टीमें पश्चिम बंगाल में तैनात की हैं जबकि अन्य टीमों को ओडिशा के जिलों-दक्षिणी २४ परगना, उत्तरी २४ परगना, पूर्वी मिदनापुर, पश्चिमी मिदनापुर, हावड़ा और हुगली जिले में तैनात किया गया है। टीमें ओडिशा के पुरी, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, जाजपुर, भद्रक, बालासोर और मयूरभंज जिले में भी तैनात की गई हैं।

तमिलनाडु में भी चक्रवात का खतरा बढ़ गया है। रविवार को वहां चली तेज हवाओं के

देश में कोविड-१९ के ५६,३१६ सक्रिय मरीज, अब तक ३,०२९ की मौत

देश में इस समय कोविड-१९ के सक्रिय मरीजों की संख्या ५६,३१६ हो गयी है जबकि जनवरी से अब तक कुल ९६,१६९ संक्रमण के मामले हुए हैं। देश भर में इस वायरस से अब तक ३,०२९ लोगों की जान गयी है जबकि ३६,८२४ लोग स्वस्थ होकर घर जा  चुके हैं। वैसे पिछले २४ घंटों में देश में अब तक के सबसे ज्यादा ५२४२ मामले सामने आए हैं जबकि १५७ लोगों की मौत हुई है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक सबसे ज्यादा मौत के मामले महाराष्ट्र में १,१९८ हुए हैं जबकि गुजरात दूसरे नंबर पर है, जहाँ ६५९ लोगों की जान कोविड-१९ इ गयी है। राजधानी दिल्ली में १४८, मध्य प्रदेश में २४८, पश्चिम बंगाल में २३८, उत्तर प्रदेश में ११२, राजस्थान में १३१, तमिलनाड में ७९, आंध्र प्रदेश में ५०, पंजाब में ३५, तेलंगाना में ३४, कर्नाटक में ३७ और हरियाणा में १४ लोगों की मौत हुई है।
उधर दुनिया भर में अब तक इस महामारी से ३,१६,७११ लोगों की मौत हुई है जबकि कुल कोरोना मामले ४,८०४,७६५ मामले हैं। अमेरिका में अब तक सबसे ज्यादा ०,९७८ लोगों की जान गयी है जबकि इंग्लैंड में ३४,६३६, स्पेन में २७,६५०, इटली में ३१,९०८, फ्रांस में २८,१०८, रूस में २,६३१, ब्राज़ील में १६,१२२, जर्मनी में ८,०४९, ईरान में ६,९८८ लोगों की मौत हुई है।

लॉक डाउन ४ :  मेट्रो, स्कूल, कॉलेज और हवाई सेवा बंद रहेगी, दो राज्य सहमति से चला सकेंगे बसें-निजी वाहन

लॉक डाउन अब ३१ मई तक बढ़ा दिया गया है। इसके लिए गृह मंत्रालय ने गाइडलाइन्स भी जारी कर दी हैं। लॉक डाउन का चौथा चरण सोमवार से शुरू हो जाएगा। लॉकडाउन-४ में भी मेट्रो, स्कूल, कॉलेज और हवाई सेवा बंद रहेगी। दो राज्य आपसी सहमति से बसें और निजी वाहनों को चला सकते हैं।

गृह मंत्रालय ने लॉकडाउन ४ के लिए जो गाइडलाइन जारी की हैं उनके मुताबिक सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनना अनिवार्य रहेगा, सार्वजनिक स्थलों पर थूकना मना होगा और जो इसका उल्लंघन करेगा उसपर जुर्माना लगेगा। सार्वजनिक स्थलों और परिवहन में आपसी दूरी लागू रहेगी। शादियों में ५० लोग और किसी की मृत्यु  पर २० से ज्यादा लोग इक्कठा नहीं हो सकेंगे।

मुताबिक दुकानों में दो गज की दूरी का पालन करना होगा और पांच आदमी से ज्यादा लाइन में नहीं इक्कट्ठा होंगे। सरकारी सेवकों के कामों में बाधा डालने पर सख्त कार्यवाही होगी और इसमें एक साल तक सजा का प्रावधान रहेगा। फाल्स क्लेम करने पर कार्रवाई होगी और साथ ही फाल्स वार्निंग देने वालों पर भी सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसमें एक साल तक सजा का प्रावधान होगा।

उन सरकारी कर्मचारियों पर भी कार्रवाई होगी जो एनडीएमए एक्ट का उल्लंघन  करते पाए जाएंगे। जो सरकारी कर्मचारी अपनी जिम्मेदारी या ड्यूटी को पूरा करने में आनाकानी या मना करेंगे उनको एक साल तक सजा का प्रावधान होगा।

लॉकडाउन-४ में भी मेट्रो, स्कूल, कॉलेज और हवाई सेवा बंद रहेगी। हालांकि दो राज्य आपसी सहमति से बसें और निजी वाहनों को चला सकते हैं। स्पोर्ट कॉम्पलेक्स और स्टेडियम खुल सकते हैं, लेकिन दर्शकों को वहां जानी की अनुमति नहीं होगी।

इस लॉकडाउन के दौरान शाम ७ बजे से सुबह के ७ बजे के बीच सिर्फ जरूरी सर्विस को छोड़कर बाकी किसी भी तरह की व्यक्तिगत मूवमेंट प्रतिबंधित रहेगी। अपने इलाके में लॉकडाउन का सख्ती से पालन करवाने के लिए धारा १४४ लगाए जाने का पूरा अधिकार स्थानीय प्रशासन को दिया गया है। वरिष्ठ नागरिक, १० साल से कम के बच्चों का सामान्यतः बाहर निकलना बंद ही रहेगा।

नेतन्याहू व गैंट्ज 18-18 महीने रहेंगे प्रधानमंत्री

इजरायल में लंबी खींचतान के बाद आखिरकार एकबार फिर बेंजामिन नेतन्याहू ने रविवार को प्रधानमंत्री पद की शपथ ले ली। हालांकि इस बार उन्हें अपनी विरोधी पार्टी से समर्थन मिला है, जिसके साथ आधा-आधा कार्यकाल यानी 18-18 महीने पीएम पद साझा करना होगा।

यह शपथग्रहण तीन दिन पहले ही होना था, लेकिन मंत्री पद को लेकर लिकुड पार्टी में अंदरूनी कलह के कारण शपथग्रहण को टालना पड़ा था। आखिर में प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के नेतृत्व में नई सरकार का गठन हो गया।

नेतन्याहू और उनके विरोधी से सत्ता में साझीदार बने बेनी गैंट्ज ने नई सरकार के गठन की घोषणा की थी। चार दिन तक चले खींचतान के बाद 36 कैबिनेट मंत्री और 16 उपमंत्रियों ने पद की शपथ ली। पूर्व सैन्य प्रमुख रहे नेतन्याहू और गैंट्ज ने पिछले महीने एलान किया था कि कोरोना वायरस महामारी और गंभीर आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहे देश को उबारने के लिए निजी मतभेदों को भुलाकर मिलकर सरकार बनाने का फैसला किया था।

आलोचकों ने महामारी के कारण पहले ही इजरायल में बेरोजगारी में 25 फीसदी की बढ़ोतरी को देखते हुए इतना बड़ा मंत्रिमंडल बनाने की आलोचना की है।

वीटो पावर दोनों पार्टियों के पास
सत्ता के बंटवारे के तहत पहले 18 महीने नेतन्याहू देश के प्रधानमंत्री होंगे, जबकि शेष 18 महीने गैंट्ज प्रधानमंत्री होंगे। इसी तरह कैबिनेट में भी दोनों दलों के बराबर-बराबर मंत्री होंगे। इसे बावजूद नेतन्याहू के हिस्से में कम ही मंत्री पद आएंगे, क्योंकि उन्होंने कई छोटे दलों को भी अपनी पार्टी में शामिल कर लिया है। वहीं किसी बड़े फैसले पर दोनों पक्षों के पास वीटो पावर होगा।