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गहलोत ने कहा, हम विधानसभा में विश्वास मत लाएंगे, उन्होंने पायलट से मिलाया हाथ  

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरूवार शाम कांग्रेस विधायक दल की  बैठक के बाद कहा कि 14 अगस्त से शुरू होने वाले विधानसभा के सत्र में वे विश्वास मत लाएंगे। उन्होंने कहा कि उनके पास पहले ही बहुमत था। उधर भाजपा भी विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव लाने की घोषणा कर चुकी है।

आज शाम कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई जिसमें सचिन पायलट और मुख्यमंत्री गहलोत के बीच 35 दिन के बाद पहली बार मुलाकात हुई। दोनों ने कांग्रेस  आलाकमान के दूत वरिष्ठ नेता वेणुगोपाल के सामने एक दूसरे के साथ हंस कर बात की और हाथ भी मिलाया।

बैठक के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा – ‘हममें कल विधानसभा में खुद  विश्वास मत लाएंगे। किसी भी एमएलए की शिकायत है उसे दूर करेंगे। अभी चाहें अभी मिल लें। बाद में चाहे बाद में मिल लें।’

मुख्यमंत्री आवास पर कांग्रेस विधायक दल की बैठक में पायलट और गहलोत गुट के सभी विधायक एकसाथ नजर आए। बैठक के दौरान ही गहलोत ने ऐलान किया कि विधानसभा में कांग्रेस खुद विश्वास प्रस्ताव पेश करेगी। सामने देखने से तो ऐसा ही लगता है कि कांग्रेस की लड़ाई ख़त्म हो गयी है, हालांकि, भाजपा अविश्वास प्रस्ताव लाने की बात क्यों कर रही है, यह थोड़ा हैरानी पैदा करने वाला सवाल है।

पायलट के रुख से नहीं लगता कि वे कोई खेल कर रहे हैं, या किसी बड़े ड्रामे की तैयारी में हैं। वैसे राजनीति के बारे में कभी कोई भविष्यवाणी नहीं की सकती। आज पायलट और उनके समर्थक विधायक सीएम अशोक गहलोत से उनके आवास पर मुलाकात करने पहुंचे।

इससे पहले कांग्रेस ने आज पायलट गुट के दो बड़े नेताओं भंवरलाल शर्मा और विश्वेंद्र सिंह (दोनों विधायक) का कांग्रेस निलंबन वापस ले लिया। बाद में पायलट और बागी विधायकों के पार्टी में लौटने को लेकर सीएम गहलोत ने कहा कि पिछले एक महीने में पार्टी में जो भी गलतफहमी हुई है, हमें देश, राज्य, लोगों और लोकतंत्र के हित को देखते हुए उसे भूलने की जरूरत है।

आज सचिन पायलट की गहलोत से काफी दिन बाद पहली मुलाकात होगी ; फिर होगा क्या, क्या पता, क्या खबर !

राजस्थान की राजनीति का अभी पटाक्षेप नहीं हुआ है। पिछले एक महीने में एक बार भी गहलोत सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की बात नहीं करने वाली राज्य भाजपा ने गुरूवार को विधायक दल की बैठक में अचानक फैसला किया है कि वह 14 अगस्त के विधानभा सत्र में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाएगी। उधर कांग्रेस के दो विधायकों भंवरलाल शर्मा और विश्वेन्द्र सिंह का निलंबन रद्द कर दिया गया है, जिनपर यह कार्रवाई उनका नाम ऑडियो सामने आने पर आने पर की गयी थी। कांग्रेस विधायक दल की भी आज शाम 5 बजे बैठक है, जिसमें नाराज रहे सचिन पायलट का एक महीने  दिन बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से सामना होगा।

भाजपा ने गहलोत सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का जो प्रस्ताव आज विधायक दल की बैठक में पास किया, वह बहुत आश्चर्यजनक है। वह भी तब जब सचिन पायलट दोबारा ‘कांग्रेस के साथ खड़े’ हो चुके हैं, भाजपा का यह नया पैंतरा राजनीतिक हलकों में बहुत दिलचस्पी से देखा जा रहा है। भाजपा का अभी तक यही कहना रहा है कि उसके पास बहुमत नहीं है। वैसे सच यह भी है कि गहलोत ने अपने समर्थक विधायकों को अभी भी ‘बाड़ेबंदी’ में रखा हुआ है। क्यों, यह अभी समझ से परे है ? क्या गहलोत को अभी भी किसी ‘षड्यंत्र’ का खतरा है?

पिछले दिनों पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया भी दिल्ली गयी थीं, जबकि आज भी भाजपा के कुछ बड़े नेता अचानक जयपुर पहुंचे हैं। यह घटनाक्रम दिलचस्पी पैदा कर रहा है। विपक्ष के नेता गुलाब चंद कटारिया ने आज कहा कि विधानसभा सत्र में वे सब मुद्दे लाएं जाएंगे, जो कांग्रेस की अंदरूनी लड़ाई के कारण सरकार के ठप्प हो जाने के कारण इस दौरान उभरे हैं।

आज कांग्रेस विधायक दल की बैठक में सचिन पायलट का मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से सामना होगा। करीब 35 दिन बाद। इस मुलाकात होगा, भी कहना कठिन है। क्या इस बैठक में गहलोत समर्थक विधायक पायलट पर हमला करेंगे ? या पायलट समर्थक विधायक सीएम को घेरेंगे ? देखना होगा। कांग्रेस आलाकमान के दूत केसी वेणुगोपाल जयपुर पहुँच चुके हैं। गहलोत समर्थक विधायक अभी भी होटल फेयरमाउंट में ‘बाड़ेबंदी’ में हैं। विधायक दल की बैठक सीएम हाउस में होगी, न कि होटल में।

गहलोत, बुधवार को राज्यपाल कलराज मिश्र से मिले थे, और उन्हें सचिन पायलट सहित 125 समर्थक विधायकों की सूची भी अपनी तरफ से दी थी। अब शुक्रवार को राजस्थान विधानसभा का सत्र है। जाहिर है कांग्रेस इसके लिए अपने विधायकों को व्हिप जारी करेगी। व्हिप के बाद यदि कोई भी विधायक, पार्टी के फैसले के ख़िलाफ जाता है तो उसकी सदस्यता खतरे में पड़ जाएगी।

आज जयपुर में निश्चित ही बहुत कुछ होने वाला है। भाजपा के अचानक सक्रियता ने खेल दिलचस्प किया है, जो सचिन पायलट के वापस कांग्रेस के साथ खड़े होने के बाद एकतरफा समझा जा रहा था। सदन में भाजपा अविश्वास प्रस्ताव लाती है तो गहलोत को इसे जीतना ही होगा। अभी तक की चर्चा तो यही है कि गहलोत विश्वास प्रस्ताव ला सकते हैं। यदि गहलोत प्रस्ताव जीत जाते हैं तो अगले छह महीने तक गहलोत की सरकार को  दुबारा विश्वास नहीं जीतना होगा।

आज ही 14 अगस्त के विधानभा सत्र से ऐन पहले कांग्रेस के दो विधायकों भंवरलाल शर्मा और विश्वेन्द्र सिंह का निलंबन रद्द कर दिया गया है, जिनपर यह कार्रवाई उनका नाम ऑडियो सामने आने पर की गयी थी। नाराज विधायकों के खिलाफ भी इस दौरान जो मामले बनाये गए थे, वे सब वापस ले लिए गए हैं।

सुप्रीम कोर्ट ने यह आज बसपा इ उन 6 विधायकों को विधानसभा सत्र में शामिल होने की इजाजत दी दी है, जिनके कांग्रेस में विलय को बसपा और भाजपा के एक विधायक ने चुनौती दी हुई है।

कोविड-19 : सबसे ज्यादा 66,999 मामले सामने आए, अब तक 47,033 की मौत

देश में गुरुवार सुबह तक पिछले 24 घंटे में अब तक के सबसे ज्यादा  66,999 मामले सामने आये हैं। देश में इस महामारी से मरने वालों की संख्या भी तेजी से बढ़ते हुए  47,033 पहुँच गयी है जबकि अच्छी खबर यह है कि रिकवरी रेट कुछ बेहतर होकर 70.76 प्रतिशत हो गया है।
स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से गुरुवार सुबह जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, देश में कोरोना संक्रमितों की अब तक की संख्या 23,96,637 हो गई है। पिछले 24 घंटे में (बुधवार सुबह 8 से गुरुवार सुबह 8 बजे के बीच) कोरोना के 66,999 नए मामले सामने आए हैं। एक दिन में मामलों की यह सबसे बड़ी संख्या है। इस दौरान 942 कोविड-19 संक्रमितों की जान भी चली गयी।
अब तक देश भर में 16,95,982 मरीज ठीक हो चुके हैं और कुल 47,033 लोगों की जान गई है। रिकवरी रेट कुछ बढ़ोतरी के बाद 70.76 प्रतिशत हो गया है जबकि  पॉजिटिविटी रेट 8.06 प्रतिशत है। देश भर में अब तक 2,68,45,688 सैंपल टेस्ट किए जा चुके हैं।
पिछले 24 घंटे में जिन पांच राज्यों में कोरोना के सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं, इनमें महाराष्ट्र में 12,712), आंध्र प्रदेश में 9597, कर्नाटक में 7883, तमिलनाड में 5871और उत्तर प्रदेश में 4475 मामले हैं, जबकि इस दौरान महाराष्ट्र में 344,  तमिलनाड 119, कर्नाटक 112, आंध्र प्रदेश 93 और उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में 54-54 लोगों की मौत हुई है।
उधर दुनियाभर में नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक 2.6 करोड़ से ज्यादा लोग कोविड-19 के संक्रमण की चपेट में हैं। अब तक दुनिया भर में वायरस ने 7.49 से ज्यादा लोगों की ज़िंदगी लील ली है।

राम मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष 82 वर्षीय महंत नृत्य गोपाल दास कोरोना संक्रमित

राम मंदिर ट्रस्ट और कृष्ण जन्म भूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास की वीरवार सुबह तबीयत खराब हो गई है। इसके बाद उनकी कोरोना की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। नोडल अधिकारी डॉक्टर भूदेव सिंह और डीएम ने भी उनके संक्रमित होने की पुष्टि की है। कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आने से स्वास्थ्य विभाग प्रशासन व सरकार में हड़कंप मच गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डीएम राम मिश्रा से बात कर सभी सुविधाएं देने को कहा है।
82 साल के महंत नृत्य गोपाल दास 8 दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अयोध्या में भूमिपूजन में शामिल हुए थे। बुधवार को महंत नृत्य गोपाल दास श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मनाने के लिए मथुरा में थे। यहां बहुत से भक्तों और संतों के बीच पूजा-अर्चना में शामिल लोगों के भी संक्रमित होने की आशंका है।
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फोन पर महंत की सेहत की जानकारी ली। योगी ने डॉक्टर नरेश त्रेहन से बात कर उन्हें पांच सितारा गुड़गांव के मेदांता अस्पताल में भर्ती किये जाने की भी चर्चा है।
गोपालदास कृष्ण जन्माष्टमी पर बुधवार रात श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर आयोजित प्राकट्योत्सव कार्यक्रम में शामिल हुए थे। हर बार वे इस कार्यक्रम में शामिल होते हैं, लेकिन इस बार वे अयोध्या से पवित्र सरयू जल भी बाल गोपाल के अभिषेक के लिए लेकर गए थे। वे जन्मस्थान में ठाकुरजी के अभिषेक के समय भी बैठे रहे थे। उनके शिष्य ने ही अभिषेक की परंपरा निभाई थी।
महंत बीते मंगलवार से मथुरा के सीताराम मंदिर में ठहरे हुए थे। वीरवार अचानक तबियत बिगड़ने के बाद उनकी जांच कराई गई। उनके शिष्य धर्मेंद्रदास ने बताया कि चिंता की कोई बात नहीं है। उनको सांस लेने में तकलीफ हुई है। दवा दिए जाने के बाद बुखार उतर गया है।

कोरोना के बुन्देलखण्ड में जब मामले बढ रहे है ,तब सरकार बाजारों को खोलने की अनुमति दे रही है

जैसे-जैसे देश में कोरोना वायरस का कहर बढ रहा है, वैसे –वैसे कोरोना के बचाव के तौर पर देश की स्वास्थ्य सेवायें लचर होती जा रही है और प्रशासनिक अफसर लोगों को जागरूक करने के वजाये औपचारिकता निभा रहे है। उत्तर –प्रदेश और मध्य- प्रदेश के हिस्से वाले बुन्देलखण्ड में कोरोना कहर बढ रहा है । बुन्देलखण्ड में हर रोज औसतन 5 सौ से अधिक मामले आ रहे है और तकरीबन 6 से 7 लोगों की मौतें हो रही है। ऐसे में सरकार का दायित्व बनता है ,कि कोरोना की रोकथाम के लिये कारगर उपाय उठाये । ताकि कोरोना को रोका जा सके । पर ऐसा नहीं हो पा रहा है। बल्कि कोरोना को लेकर सरकार से लेकर जनमानस लापरवाह बनकर ऊभरा है । आलम ये है कि लोगों के बीच इस बात का मैसेज है कि कोरोना का कहर सालों- साल का है , कब तक घरों में रहेगे । उत्तर –प्रदेश के हिस्से वाले बुन्देलखण्ड में पहले कोरोना की रोकथाम के लिये जिला प्रशासन बाजारों को सुबह 9 से शाम 5 बजे तक की अनुमित दिये था और पुलिस भी बिना मास्क पहने वालों के खिलाफ कार्यवाही भी कर रही थी। पर अब 12 अगस्त से सरकार ने बाजारों को सुबह 7 से शाम 7 बजे तक की अनुमति दे दी है। जिसके कारण बाजारों में अब पहले जैसी भीडभाड आम बात साबित हो रही है। यही हाल मध्य प्रदेश के हिस्से वाले बुन्देलखण्ड का है जहां पर पहले लाँकडाउन जैसे हालत रहे 5 अगस्त रहे है । लेकिन अब यहां पर भी सरकार ने बाजारों को बे रोक-टोक खोलने की अनुमति दे दी है । ऐसे में यहां पर जमकर भीडभाड देखी जा रही है। ऐसे हालात और सरकार लापरवाही को लेकर बुन्देलखण्ड वासियों ने तहलका संवाददाता को बताया कि जब देश में कोरोना का कहर नहीं था तब देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 25 मार्च से मई के अंत तक लाँकडाउन लगा कर सबको घरों में कैद कर दिया था। अब देश में जब 60 हजार से ज्यादा मामले आ रहे और सैकडों लोगों की मौते हो रही है । तो ऐसे में सरकार को सख्ती बरतनी चाहिये थी। पर ऐसा ना होने से देश में कोरोना का कहर बढेगा और देश के पिछडे क्षेत्रों में शुमार बुन्देलखण्ड में कोरोना को रोकना मुश्किल होगा। झांसी जिला निवासी राजेश का कहना है कि सरकार ना जाने कौन से नियमों के आधार पर काम कर रही है। ऐसे में  जनता लापरवाही के कारण कोरोना की गिरफ्त में आ रही है। भगवान दास का कहना है कि सरकार को भली- भाँति मालूम है कि बुन्देलखण्ड में स्वास्थ्य सेवाये लचर है, तो ऐसे में लोगों को जागरूक करके रोका जा सकता है पर अब ऊल्टा हो रहा है जब मामले बढ रहे है। तो सरकार बाजारों को खोलने की अनुमति दे रही है । जो बुन्देलखण्डवासियों को घातक साबित होगा। अब पुलिस और प्रशासन भी सुस्त हो गया है । जो लोगों के लिये चिंता की बात है । बताते चले बुन्देलखण्ड के गांवों में कोरोना के मामले दिन व दिन बढ रहे है। बुन्देलखण्ड के मध्य- प्रदेश और उत्तर – प्रदेश के हिस्से में कुल 13 जिले है जो इस समय कोरोना की चपेट में है ।

संजय दत्त को स्टेज थ्री फेफड़ों का कैंसर, इलाज के लिए जाएंगे अमेरिका

दो हफ्ते पहले यानी 29 जुलाई को ही 61 साल के हुए फिल्म अभिनेता संजय दत्त को फेफड़ों का कैंसर होने की खबरों ने प्रशंसकों के साथ ही फ़िल्म जगत को सकते में डाल दिया। हर कोई हैरान हो गया और उनकी सेहत की बेहतरी के लिए दुआ जरने लगा। मंगलवार देर रात की इस खबर ने बॉलीवुड को हुला दिया।
‘वास्तव’ अभिनेता की पत्नी मान्यता ने बुधवार को वक्तव्य जारी कर संजू बाबा को लेकर किसी भी तरह की अफवाहें न फैलाने और न ही यकीन करने का आग्रह किया है। उन्होंने प्रशंसकों की दुआओं के लिए शुक्रिया भी किया। उम्मीद जताई पिछले वक़्त काफी दुरूह रहा है, आगे ख़ुदा ने चाहा तो जल्द सेहत याब होकर काम पर लौटेंगे।
संजय दत्त अपना इलाज कराने के लिए जल्द ही अमेरिका रवाना होंगे। दिग्गज अभिनेता 8 अगस्त को मुंबई के लीलावती अस्पताल में सांस में दिक्कत होने पर भर्ती हुए थे। कोविड रिपोर्ट निगेटिव आई थी।मेडिकल ऑब्जर्वेशन के बाद सोमवार को डिस्चार्ज हो गए थे। मंगलवार शाम को संजय दत्त ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर अपने बीमार होने और इलाज के लिए काम से छीटे अवकाश पर जाने की जानकारी दी।
उन्होंने लिखा, मैं कुछ मेडिकल ट्रीटमेंट लेने के लिए काम से छोटा अवकाश ले रहा हूं। मेरा परिवार और दोस्त मेरे साथ हैं और मैं अपने चाहने वालों से दुखी होने या बेकार की अटकलें नहीं लगाने की अपील करता हूं। आपके प्यार और दुआओं से मैं जल्द लौटूंगा। इसके बाद देर रात ये खबर सामने आई कि संजय दत्त को फेफड़ों का कैंसर है, जो तीसरी स्टेज पर पहुंच चुका है।

फेसबुक पोस्ट को लेकर बेंगलुरु में बड़े पैमाने पर हिंसा, तीन लोगों की मौत, 60 पुलिस कर्मी घायल, शहर में धारा 144

कर्नाटक के बेंगलुरु में बड़े पैमाने पर हिंसा हुई है। इसमें तीन लोगों की जान चली गयी है और वहां धारा 144 लागू कर दी गयी है। यह हिंसा एक फेसबुक पोस्ट के बाद कुछ लोगों के हंगामा करने के साथ हुई। वहां 200 से अधिक वाहन जला दिए गए हैं।

जानकारी के मुताबिक मंगलवार देर रात एक फेसबुक पोस्ट के बाद इससे नाराज कुछ लोगों ने हंगामा मचाया। उन्होंने पुलिस स्टेशन और एक विधायक के घर को आग के हवाले कर दिया। बुधवार सुबह बेंगलुरु की सड़कों पर तांडव की भयंकर तस्वीर दिखी। कई वाहनों को जला दिया गया, एटीएम तोड़ा गया और एक विधायक और आसपास के अन्य घरों पर पत्थरों से हमला किया गया। इससे काफी नुकसान हुआ है।

अभी तक की ख़बरों के मुताबिक इस हिंसा में तीन लोगों की मौत हुई है, जबकि 60 पुलिसवाले भी घायल हुए हैं। पुलिस के मुताबिक करीब 200-250 वाहनों में आग लगाई गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने ट्वीट कर हिंसा की निंदा की है। सीएम ने लिखा कि दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने के आदेश दिए गए हैं, साथ ही सरकार भीड़ के खिलाफ सही कार्रवाई कर रही है। येदियुरप्पा ने लिखा कि मीडिया, पुलिस और लोगों पर हमला करना ठीक नहीं है, ये बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। लोग शांति बनाकर रखें।

पूरे बेंगलुरु में धारा 144 लगा दी गई है जबकि हिंसा वाले इलाके में कर्फ्यू लगा दिया गया है, जो आज रात 12 बजे तक रहेगा। बाद में हालात के मद्देनजर अगला फैसला किया जाएगा। मामला बेंगलुरु के हाली पुलिस स्टेशन इलाके में कांग्रेस विधायक के करीबी के एक फेसबुक पोस्ट से भड़का। कुछ लोगों ने इसपर आपत्ति की और शिकायत कराने पुलिस स्टेशन में पहुंचे, हालांकि, पुलिस ने आपसी तरीके से मामला सुलझाने के लिए कहा। इसके बाद हिंसा का तांडव हुआ।

भारतीय मूल की कमला हैरिस अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेट बिडेन की उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार बनीं  

अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के लिए भारतीय मूल की कमला हैरिस को डेमोक्रेट्स ने अपना उपराष्ट्रपति उम्मीदवार बनाया है। राष्ट्रपति पद के पार्टी उम्मीदवार जो बिडेन ने ट्वीट करके इसकी जानकारी दी है। कमला भारतीय मूल की पहली महिला हैं, जो इतने बड़े पद के लिए उम्मीदवार बनी हैं।

यह चुनाव तीन नवंबर को होने हैं। डेमोक्रेट्स के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जो बिडेन ने अपने उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में भारतीय मूल की कमला हैरिस के  नाम का ऐलान किया है। भारतीय मूल की कमला हारिस अमेरिकी सीनेटर हैं और  डेमोक्रेट्स की ओर से उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार होंगी।

बिडेन ने ट्विटर पर इसका ऐलान किया है। इसके बाद से लगातार कमला के लिए हर  तरफ से बधाइ संदेश आ रहे हैं। घोषणा करते हुए बिडेन ने ट्विटर पर लिखा, -‘कमला हैरिस को इस जंग में अपना साथी बनाकर वह काफी खुश हैं। उनकी गिनती देश के सबसे अच्छे सीनेटर में होती है। मैंने इनके साथ काफी लंबे वक्त तक काम किया है।  उन्होंने महिलाओं और बच्चों के लिए शानदार काम किया और भविष्य को तैयार किया है।’

इसके बाद कमला हैरिस ने भी ट्वीट किया। इसमें उन्होंने लिखा – ‘पार्टी का शुक्रिया। जो बिडेन लोगों को जोड़ने वाले इंसान हैं और अपने राजनीतिक करियर में उन्होंने यही किया है। मुझे खुशी है कि मैं उनकी उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार बनी हूं और वो जो भी कहेंगे मैं अपने कमांडर इन चीफ की बात मानूंगी।’

कमला हैरिस 55 साल की हैं और भारतीय मूल की पहली महिला हैं, जो इतने बड़े पद के लिए उम्मीदवार बनी हैं। वो भारतीय मूल की भी पहली महिला थीं जो सीनेटर चुनी गई थीं। याद रहे कमला हैरिस ने शुरु में राष्ट्रपति पद के लिए भी अभियान छेड़ा था। हालांकि, कुछ समय बाद नाम वापस लेते हुए जो बिडेन के समर्थन का ऐलान किया था। अमेरिका में भारतीय मूल के 14.50 लाख से ज्यादा मतदाता हैं, जिनका अब जो बिडेन को लाभ मिल सकता है।

कमला हैरिस को लेकर जो बिडेन का ट्वीट –
Joe Biden
@JoeBiden
Let’s go win this, @KamalaHarris

मस्तिष्क सर्जरी के एक दिन बाद भी पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की हालत नाजुक, सेना अस्पताल ने बताया वेंटिलेटर पर

मस्तिष्क की सर्जरी के एक दिन बाद भी पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की हालत नाजुक बनी हुई है। उन्हें जीवनरक्षक प्रणाली (वेंटिलेटर) पर रखा गया है। एक दिन पहले ही मुखर्जी ने ट्वीट करके यह भी जानकारी दी थी, इलाज के दौरान वे कोविड-19 में भी पॉजिटिव पाए गए हैं।

सेना के रिसर्च एंड रेफरल (आरएंडआर) अस्पताल ने मंगलवार को पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की हालत नाजुक बताई है। आरएंडआर के मुताबिक उन्हें जीवनरक्षक प्रणाली पर रखा गया है। एक दिन पहले ही खून जमा होने के कारण उनके मस्तिष्क की सर्जरी की गई है। मुखर्जी को सोमवार को ही अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सर्जरी से पहले उनमें कोविड-19 की भी पुष्टि हुई थी।

अस्पताल की तरफ से जारी मेडिकल बुलेटिन में जताया गया है कि पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को 10 अगस्त को गंभीर हालत में दिल्ली छावनी स्थित सेना के आरएंडआर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अस्पताल में की गई चिकित्सीय जांच में उनके मस्तिष्क में बड़ा थक्का पाया गया था। इसके बाद उनकी आपातकालीन जीवनरक्षक सर्जरी की गई। सर्जरी के बाद भी उनकी हालत नाजुक बनी हुई है और उन्हें जीवनरक्षक प्रणाली पर रखा गया है।

इस बीच राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मुखर्जी के जल्द स्वस्थ होने की कामना की है। कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी मुखर्जी के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की है। इन नेताओं ने मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी से बात की और  उनके पिता की सेहत के बारे में पूछा है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह मुखर्जी का हाल जानने अस्पताल गए थे।

मशहूर शायर राहत इंदौरी का निधन

जाने माने शायर राहत इंदौरी का निधन हो गया है। उन्होंने करीब नौ घंटे पहले खुद ट्वीट करके बताया था कि कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद नहीं अस्पताल में भर्ती किया गया है। उनकी शायरी का अंदाज बहुत अनोखा था और सत्ताओं के ऊपर उनके तंज लाजवाब हैं।

ट्वीट में उन्होंने लिखा था कि उनके घर बार-बार फोन न करें और जैसे ही वे होंगे, खुद इसकी सूचना देंगें। राहत इंदौरी का जन्म 1950 में हुआ था। इंदौरी का कोरोना वायरस संक्रमण से निधन हुआ है। उनका कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आया था। इसके बाद वे इलाज के लिए इंदौर के अरविंदो अस्पताल में भर्ती हुए थे।

कोरोना संक्रमण के बाद वे अस्पताल में सुबह भर्ती हुए थे और इसकी जानकारी उन्होंने खुद अपने फेसबुक अकाउंट पर भी दी थी। शाम को अचानक उन्हें तीन दिल के दौरे आए और उन्होंने अस्पताल में ही अंतिम सांस ली। डाक्टरों के अनुसार दोनों फेफड़ों में कोरोना का संक्रमण, किडनी में सूजन थी और सांस लेने में तकलीफ होने के कारण वे अस्पताल में भर्ती हुए थे।

इंदौरी ने ट्वीट में लिखा था – ”कोविड के शुरुआती लक्षण दिखाई देने पर उनका कोरोना टेस्ट किया गया, जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। अरविंदो अस्पताल में एडमिट हूं, दुआ कीजिए जल्द से जल्द इस बीमारी को हरा दूं। एक और इल्तेजा है, मुझे या घर के लोगों को फोन ना करें, मेरी खैरियत ट्विटर और फेसबुक पर आपको मिलती रहेगी।”

राहत काफी पढ़े-लिखे थे और पीएचडी भी की थी। उनके निधन पर कई जानी मानी हस्तियों ने दुःख जताया है। उनकी शायरी का अंदाज बहुत अनोखा था और सत्ताओं के ऊपर उनके तंज लाजवाब हैं।