Home Blog Page 776

स्वास्थ्य कर्मचारियों की मांगें ना मानी, तो 24 घंटे की हड़ताल की चेतावनी

कोरोना महामारी में दिन–रात एक कर लोगों के स्वास्थ्य का ध्यान रखने वाले दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर तीन दिवसीय असहयोग आंदोलन कर दिल्ली सरकार को चेतावनी दी है, अगर हमारी मांगों को नहीं माना गया, तो आने वाले दिनों में 24 घंटे तक का आदोंलन किया जायेगा।

दिल्ली राज्य स्वास्थ्य कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के अध्यक्ष सुभाष ने बताया कि दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य कर्मचारियों ने अभी 7 से 9 सितम्बर तक 3 दिवसीय असहयोग आंदोलन किया है। और अपनी मांगों को लेकर एक ज्ञापन दिल्ली सरकार के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल और दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन को सौंपा है। समिति के महासचिव बलवंत ने बताया कि एक ओर तो पहले सरकार कहती रही है कि स्वास्थ्य कर्मचारियों की मांगों को कभी अनदेखा नहीं किया जायेंगा। लेकिन अब उनकी मांगों को कोई सरकार सुनती नहीं है।

प्रमुख मांगों में आऊटसोसिंग तुरन्त रूकनी चाहिये। ग्रुप डी और सी में खाली पद तुरन्त भरना चाहियें। काँन्ट्रैक्ट के सभी कर्मचारियों को पक्का किया जाना जाये। कोरोना काल में डेथ होने पर कर्मचारियों को घर में जाकर चेक दिया जाये सहित अन्य मांगों से सरकार को अवगत कराया है। कर्मचारी नेता व मीडिया प्रभारी राजनारायण ने बताया कि एक ओर तो सरकार तामाद दावे कर कर्मचारियों को आश्वासन देती है कि कर्मचारियों की मांगों को तुरन्त सुना जायेगा पर धरातल पर कुछ नहीं है। अगर सरकार ने शीघ्र ही मांगों को नहीं माना तो 24 घंटे की हड़ताल करने को स्वास्थ्य कर्मचारी मजबूर होगें।

देश में अबतक 73,890 लोगों की मौत, कोविड-19 संक्रमित 43,70,129 हुए

देश में कोरोना संक्रमण के ताजा आंकड़े बता रहे हैं कि संक्रमण का दायरा बढ़ रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक सुबह 8 बजे तक पिछले 24 घंटे में देश में 1115 लोगों की इस संक्रमण से मौत हुई है जबकि 89,706 नए लोग संक्रमित पाए गए हैं।

मंत्रालय के मुताबिक देश में वर्तमान में कोविड-19 के सक्रिय मामले 8,97,394 हैं।

देश में अबतक कुल 73,890 लोगों की संक्रमण के कारण मौत हो चुकी है जबकि  कुल 43,70,129 कोरोना वायरस संक्रमण के मामले सामने आ चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग के आज सुबह जारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटे में देश में कोरोना से 1115 लोगों की मौत हुई है जबकि 89,706 नए संक्रमित सामने आये हैं।

महाराष्ट्र में एक्टिव मामलों की संख्या 2,43,809 है वहीं अबतक इससे 27,407 लोगों की मौत हुई है। दिल्ली में संक्रमितों की संख्या 22,377 हैं जबकि मरने वालों की संख्या 4,618 लोगों की मौत हो चुकी है। तमिलनाड में एक्टिव मामलों की संख्या 50,213 है जबकि मरने वालों की संख्या 8,012 है।

उत्तर प्रदेश में एक्टिव मामलों की संख्या 63,256 है जबकि मरने वालों की संख्या 4047, पश्चिम बंगाल में 23,254 संक्रमित हैं जबकि मरने वालों की संख्या 3,677 है। उधर असम में संक्रमितों की संख्या 29,206 है और 378 लोगों की मौत हुई है।

चीन ने माना अरुणाचल के पांच युवक उसके पास, केंद्रीय मंत्री रिजिजू बोले वापस लाया जाएगा

अरुणाचल प्रदेश से पिछले दिनों लापता हुए पांच भारतीय चीन में मिले हैं। अरुणाचल प्रदेश के कांग्रेस विधायक निनॉन्ग एरिंग ने ट्वीट कर इसकी जानकारी सार्वजनिक की थी और आशंका जताई थी कि चीन सेना ने उनका अपहरण किया हो सकता है। अब  यह बात सच निकली है और केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने मंगलवार शाम कहा कि चीनी सेना ने इस बात की पुष्टि की है कि अरुणाचल प्रदेश से लापता 5 युवक उनके पास हैं।

रिजिजू ने एक ट्वीट में इस जानकारी को साझा किया है। उन्होंने कहा कि चीनी सेना पीएलए ने भारतीय सेना की ओर से हॉटलाइन पर भेजे गए संदेश का जवाब दिया है। उन्होंने पुष्टि की है कि लापता युवक उनके इलाके में पाए गए हैं। युवकों को भारत को सौंपने के लिए प्रक्रियाओं को पूरा किया जा रहा है।

कांग्रेस विधायक एरिंग ने इस जानकारी वाले अपने ट्वीट में पीएमओ को भी टैग किया था। ट्वीट में विधायक ने कहा था कि उनकी जानकारी के मुताबिक अरुणाचल के सुबनसिरी जिले के पांच लोगों को अगवा किया गया है। उन्होंने भारत सरकार से तुरंत कार्रवाई की मांग की थी।

कांग्रेस विधायक के ट्वीट के बाद देश भर में इसे लेकर चिंता जताई गयी थी। केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने भी 5 राज्य निवासियों को लेकर चिंता जाहिर करते हुए कहा था कि भारतीय सेना ने रविवार को अपने पीएलए के समकक्ष को हॉटलाइन संदेश भेजा था। अब उसका जबाव आ गया है और यह 5 लोग चीन के पास है और इन्हें वापस करने की प्रक्रिया शुरू की गयी है। यह सभी भारतीय कब स्वदेश लौटेंगे, इसकी जानकारी अभी नहीं है।

राज्यसभा उप सभापति चुनाव में विपक्ष उम्मीदवार खड़ा करेगा, कांग्रेस की बैठक में फैसला

पार्टी में उठे हाल के बवाल के बाद कांग्रेस अब संसद के आने वाले मानसून सत्र की तैयारी में जुट गयी है। सत्र पर रणनीति के लिए कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से पार्टी के संसदीय रणनीति समूह के साथ  बैठक की जिसमें विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गयी।

इस बैठक में पार्टी के तमाम बड़े नेता भी शामिल हुए जिनमें गुलाम नबी आज़ाद और कपिल सिब्बल भी उपस्थित हुए। बैठक की अध्यक्षता सोनिया गांधी ने की। जानकारी के मुताबिक बैठक में फैसला हुआ कि राज्यसभा के उप सभापति के चुनाव के लिए विपक्ष की तरफ से उम्मीदवार खड़ा किया जाएगा। चुनाव 14 सितंबर को होना है।

जानकारी के मुताबिक बैठक में फैसला हुआ कि इस सिलसिले में यूपीए के सभी घटक दलों से बातचीत की जाएगी और अन्य सभी समान विचारधारा वाले दलों को भी साथ लेने की कोशिश की जाएगी। बता दें कि ऊपरी सदन में जदयू के राज्यसभा सदस्य हरिवंश नारायण सिंह का कार्यकाल समाप्त हो जाने के बाद यह पद रिक्त हो गया है। हरिवंश फिर से राज्यसभा के लिए चुने गए हैं।

इस पद के लिए किस पार्टी का उम्मीदवार होगा, इस बारे में सहयोगी दलों के साथ विचार-विमर्श करने के बाद कोई निर्णय किया जाएगा। इसके बाद ही उम्मीदवार का चयन होगा। बैठक में कांग्रेस ने यह भी फैसला किया है कि संसद के सत्र के दौरान दोनों सदनों में कांग्रेस चीन के साथ गतिरोध, कोरोना वायरस संकट और जीडीपी विकास दर में गिरावट समेत कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर सरकार को घेरेगी।

बैठक में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भी उपस्थित थे। राज्य सभा और लोकसभा के वरिष्ठ नेता बैठक में शामिल रहे। इनमें राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद, उप नेता आनंद शर्मा, लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, दोनों सदनों के मुख्य सचेतक, पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी और कुछ अन्य नेता शामिल हैं। याद रहे आजाद, शर्मा और तिवारी उन 23 नेताओं में हैं जिन्होंने हाल में कांग्रेस में संगठनात्मक बदलाव की मांग करते हुए सोनिया गांधी को एक पत्र लिखा था।

बैठक में यह फैसला भी हुआ है कि कांग्रेस सरकार की तरफ से संसद में मंजूरी के लिए लाए जा रहे कुछ अध्यादेशों का विरोध करेगी। इन अध्यादेशों में दिवाला और  ऋणशोधन अक्षमता संहिता (आईबीसी) में संशोधन संबंधी अध्यादेश और पीएम केयर्स कोष में अनुदान पर आयकर में शत प्रतिशत की कटौती से संबंधित अध्यादेश शामिल हैं। सत्र में हालांकि, कांग्रेस कोरोना को देखते हुए सांसदों के वेतन में कटौती का तो समर्थन करेगी लेकिन सांसद निधि के निलंबन से जुड़े अध्यादेश का विरोध करेगी।

अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती गिरफ्तार, अदालत में पेशी होगी

नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) की टीम ने मंगलवार शाम 4 बजे अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती को गिरफ्तार कर लिया है। उन्हें ड्रग्स मामले में गिरफ्तार किया गया है और उनका मेडिकल करने के बाद एनसीबी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये 7 बजे के बाद अदालत में उनकी पेशी करेगी।

रिपोर्ट्स के मुताबिक सुशांत सिंह राजपूत केस से जुड़े ड्रग्स मामले की जांच के दौरान अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती को गिरफ्तार किया गया। आज उनसे पूछताछ का तीसरा दिन था। इस तरह एनसीबी की टीम ने ड्रग्स मामले में तीन दिन पूछताछ करने के बाद उन्हें गिरफ्तारी किया है।

एनसीबी के हवाले से कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया है कि, रिया ने कथित तौर पर स्वीकार किया है कि कुछ मौकों पर उसने भी ड्रग्स लीं। रिपोर्ट्स के मुताबिक उन्होंने अपने भाई शौविक और सुशांत के साथ ड्रग्स लीं। इनमें कहा गया है कि एनसीबी ने बताया कि रिया ने कथित तौर पर गांजे की बड्स सिगरेट के साथ इस्तेमाल की थीं। हालांकि, वो किसी ड्रग पैडलर के सीधे संपर्क में नहीं थी, लेकिन लॉकडाउन के बाद जब ड्रग्स मिलना बंद हो गया था, तब रिया ने शौविक से कहकर ड्रग्स मंगाई थीं।

अभी यह साफ़ नहीं है कि एनसीबी रिया का रिमांड मांगेगी या नहीं। अभी तक की ख़बरों के मुताबिक शायद उनका रिमांड एनसीबी न मांगे। इसके बाद देखना होगा कि क्या रिया के वकील उनकी जमानत की अर्जी डालते हैं या नहीं। एनसीबी से पूछताछ के दौरान रिया ने बताया कि सुशांत बहुत पहले से ड्रग्स लेता आ रहा है और सुशांत के कहने पर उसी के लिए ड्रग्स मंगाई थीं। रिपोर्ट्स में कहा गया है कि रिया और उसके भाई शौविक को आमने-सामने बिठाकर पूछताछ हुई, तो रिया रोने लगीं।  बता दें कि एनसीबी को मोबाइल फोन चैट रिकॉर्ड और  अन्य इलेक्ट्रॉनिक डाटा हासिल हुआ था, जिसमें प्रतिबंधित मादक पदार्थ की खरीद में इन लोगों की संलिप्तता सामने आई थी।

चार धाम परियोजना की सड़क को और चौड़ा करने की मांग को सुप्रीम कोर्ट ने ठुकराया

उत्तराखंड के चारधाम सड़क परियोजना के तहत पहाड़ी क्षेत्रों में सड़क की चौड़ाई बढ़ाने की सरकार की मांग को देश की सर्वोच्च अदालत ने ठुकरा दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय के 2018 के सर्कुलर के अनुसार सड़क निर्माण करने के लिए कहा है। सर्कुलर में सड़क की चौड़ाई 5.50 मीटर अधिकतम रखे जाने की बात है।
जस्टिस रोहिंगटन एफ नरीमन की अध्यक्षता वाली पीठ के समक्ष केंद्र की ओर से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा, चारधाम परियोजना के तहत सड़क निर्माण कार्य चल रहा है। मेहता ने अदालत से आग्रह किया कि पहाड़ी क्षेत्रों में सड़क की चौड़ाई सात मीटर रखने की इजाजत दी जाए। उन्होंने कहा कि इस परियोजना के अन्तगर्त चीन से जुड़ा सीमा क्षेत्र भी है। ऐसे में सेना के वाहन भी इस सड़क से होकर जाएंगे, लिहाजा चौड़ाई सात मीटर रखने की अनुमति दी जाए। लेकिन पीठ ने इसकी अनुमति देने से माना कर दिया।
पीठ ने स्पष्ट किया कि सड़क का निर्माण 2018 के सर्कुलर के हिसाब से ही किया जाए। साथ ही पीठ ने सरकार को चार धाम सड़क परियोजना के कारण वनक्षेत्र के होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए पौधारोपण करने का भी निर्देश दिया है।
चार धाम परियोजना का मकसद पहाड़ी राज्य उत्तराखंड के चार तीर्थस्थलों यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ को एक-दूसरे से जोडऩा है। इस परियोजना के पूरा हो जाने के बाद हर मौसम में तीर्थयात्री चार धाम की यात्रा कर सकेंगे। परियोजना के तहत 889 किलोमीटर सड़क चौड़ी की जानी है।  करीब 1200 करोड़ की लागत से प्रोजेक्ट की 400 किलोमीटर चौड़ीकरण किया जा चुका है। इस बीच 26 हजार से अधिक पेड़ काटे जा चुके हैं,  हालांकि पौधे लगाए भी जा रहे हैं।

पेट्रोल-डीजल के दामों में बढ़ोतरी के खिलाफ याचिका पर सुनवाई से सुप्रीम कोर्ट का इनकार

पेट्रोल व डीजल के दामों में रोजाना हो रही बढ़ोतरी के खिलाफ दायर याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने विचार करने से मंगलवार को इनकार कर दिया है।
जस्टिस रोहिंग्टन नरीमन की अध्यक्षता वाली पीठ ने याचिकाकर्ता की ओर से पेश वकील गौरव अग्रवाल से कहा, क्या आप सचमुच याचिका पर बहस करना चाहते हैं? अगर आप बहस करना चाहते हैं तो संभव है कि आप पर जुर्माना भी लगा दे। अदालत के रुख भांपकर केरल के वकील ने याचिका वापस लेने का फैसला किया।
बता दें कि कच्चे तेल का कीमत में 40 फ़ीसदी योगदान है। 60 फीसदी कीमत केंद्र व राज्य सरकारों द्वारा लिए जाने वाले टैक्स, परिवहन शुल्क, तेल कंपनियों का मुनाफा समेत कई अन्य चीजों पर तय होता है।

लद्दाख में फिर गोलीबारी, भारत ने कहा चीन कर रहा उकसावे वाली कार्रवाई

चीन के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर तनाव और बढ़ गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक पूर्वी लद्दाख सेक्टर में सोमवार रात गोलीबारी की ताजा घटना हुई है। हालांकि, भारतीय सेना ने मंगलवार को कहा कि चीन की और से उकसावे की कार्रवाई हुई है और हमने कभी एलएसी पार नहीं की।

रिपोर्ट्स के मुताबिक चीन की ओर से भारतीय क्षेत्र में हवाई फायरिंग की गई। कुछ देर तक फायरिंग जारी रही। अब स्थिति नियंत्रण में बताई गयी है। उधर चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने पीएलए के प्रवक्ता को उद्दत करते हुए लिखा है कि हालात स्थिर करने के लिए चीनी सैनिकों को मजबूर होकर जवाबी कार्रवाई करनी पड़ी।

हालांकि, भारतीय सेना ने मंगलवार को कहा कि चीन की और से उकसावे की कार्रवाई हुई है और हमने कभी एलएसी पार नहीं की। सेना ने कहा कि भारत एलएसी पर डिसइंगेजमेंट और हालात को डी-एस्केलेट करने के लिए प्रतिबद्ध है। चीन उकसावे वाली गतिविधियों जारी रखे हुए है।

चीनी सेना के प्रवक्ता सीनियर कर्नल जांग शियूली ने एक बयान जारी कर कहा कि भारतीय सैनिकों ने भारत-चीन सीमा के पश्चिमी हिस्से में एलएसी को पार किया और पंन्गोंग सो लेक के दक्षिणी किनारे के नजदीक शेनपाओ पहाड़ के इलाके में घुस गए।

बता दें भारत और चीन के रक्षा मंत्रियों की मॉस्को में एक बैठक हुई थी, लेकिन इसका कोई सकारात्मक नतीजा सामने नहीं आया था। तनाव कम करने के लिए दोनों देशों की ओर से सैन्य और कूटनीतिक स्तर पर स्थिति को सामान्य करने की कोशिश की जा रही है। सैन्य अधिकारियों की भी कई बैठकें हुई हैं।

यहाँ यह बताना भी दिलचस्प है कि विदेश मंत्री एस जयशंकर भी एससीओ की बैठक में शामिल होने के लिए मॉस्को का दौरा करने वाले हैं। उनकी भी चीनी विदेश मंत्री वांग यी के साथ द्विपक्षीय वार्ता प्रस्तावित है।

कोरोना काल में किसी भी बीमारी को हल्कें में ना लें

कोरोना के साथ-साथ अब मलेरिया और डेंगू का कहर लोगों के स्वास्थ्य पर विपरीत असर कर रहा है। कोरोना के कारण वैसे ही हेल्थ सिस्टम हिला हुआ है। ऐसे में मलेरिया और डेंगू के मामले बढ़ने से लोगों में भय व्याप्त होता जा रहा है। डाँक्टरों का कहना है कि मौसमी बीमारियों के दौरान अगर जरा सी लापरवाही की जाये तो स्वास्थ्य के लिये घातक हो सकती है। एम्स के डाँ आलोक कुमार का कहना है,बरसाती मौसम में संक्रमण तेजी से फैलता है। ऐसे में बचाव के तौर पर संक्रमित क्षेत्र में जाने से बचना चाहियें।

मैक्स के कैथ लैब के डायरेक्टर डाँ विवेका कुमार का कहना है कि कोरोना से बचाव के साथ हमें स्वास्थ्य के प्रति सजग रहना होगा,  सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के साथ मास्क जरूर लगाये । क्योंकि कोरोना काल में हार्ट रोगियों को काफी दिक्कत होने के मामलें सामने आ रहे है। कोरोना सबसे ज्यादा हमला उन लोगों पर कर रहा है जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम है, मधुमेह, उच्च –रक्तचाप से पीड़ित है।उनको अगर शरीर में कमजोरी है और गले में दर्द के साथ घबराहट हो रही है तो कोरोना की जांच के साथ स्वास्थ्य की जांच जरूर करवायें । डाँ एम सी शर्मा का कहना है कि कोरोना काल में किसी भी प्रकार की स्वास्थ्य संबंधी परेशानी को हल्कें में ना लें। क्योंकि जरा सी लापरवाही घातक हो सकती है। डाँक्टरों का कहना है कि जिनके मुंह में मास्क नहीं उसके पास ना आये –ना जाये ।

घोटाले में ईडी ने किया चंदा कोचर के पति दीपक को गिरफ्तार

प्रवर्तन निदेशालय ने वीडियोकॉन लोन घोटाले में सोमवार को दीपक कोचर को गिरफ्तार कर लिया। दीपक आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व एमडी और सीईओ तथा इस मामले की आरोपी चंदा कोचर के पति हैं। मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में दीपक को पूछताछ के लिए बुलाया गया था, जिसके बाद उनको गिरफ्तार कर लिया गया। दीपक कोचर को मंगलवार को अदालत में पेश किया जा सकता है।

प्रवर्ततन निदेशालय (ईडी) ने पूछताछ के दौरान लेनदेन के बारे में संतोषजनक जानकारी न दे पाने पर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। एक अधिकारी के मुताबिक, कर्ज गड़बड़ी के मामले में एजेंसी को कुछ नए दस्तावेज मिले हैं, जिसके बारे में पूछताछ के लिए उनकी गिरफ्तारी की गई है। ईडी और सीबीआई चंदा कोचर के एमडी व सीईओ रहते वीडियोकॉन को कर्ज देने में बरती गई अनियमितता की जांच कर रही है।

दीपक कोचर पर आरोप है कि 2009 और 2011 के बीच बैंक ने वीडियोकॉन समूह को 1,875 करोड़ रुपये कर्ज देने में भारी अनियमितता की गई। इसी मामले में चंदा, दीपक और वीडियोकॉन समूह के प्रवर्तक वेणुगोपाल धूत सहित कई अन्य के खिलाफ जांच चल रही है। ईडी के अलावा सीबीआई ने भी आपराधिक मामला दर्ज किया था।

इसी साल जनवरी में ईडी ने चंदा कोचर व उनके परिवार की करीब 78 करोड़ की चल-अचल संपत्ति जब्त की। सीबीआई ने सभी आरोपियों के खिलाफ आपराधिक षड्यंत्र, धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं में केस दर्ज किया है।