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अमित शाह ने टिकैत सहित कुछ नेताओं को शाम 7 बजे बैठक के लिए बुलाया

किसान आंदोलन से जबरदस्त दबाव में दिख रही मोदी सरकार इस आंदोलन को किसी भी तरह फैलने से पहले निपटाने की कोशिश में है। इस कड़ी में गृह मंत्री अमित शाह ने राकेश टिकैत सहित 14-15 आंदोलनकारी किसान नेताओं को शाम 7 बजे अनौपचारिक मुलाकात के लिए आमंत्रित किया है। टिकैत ने कहा है कि किसान नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल शाम को इस बैठक में जाएगा।

जानकारी के मुताबिक शाह की तरफ से दिल्ली सीमा पर आंदोलन पर बैठे किसानों को अब से कुछ देर पहले संदेश भेजा गया है। इसमें कहा गया है कि वह शाम 7 बजे किसान नेताओं से बातचीत करना चाहते हैं। जिन किसान नेताओं को यह सन्देश भेजा गया है उनमें राकेश टिकैत भी शामिल हैं। उन्होंने पुष्टि की है कि शाह की तरफ से उन्हें फोन आया था।

इस बीच इस निमंत्रण के बाद किसान नेताओं को लगने लगा है कि सरकार उनमें फूट डलवा सकती है। लिहाजा बातचीत में बहुत सावधानी बरतने की जरूरत है। अभी यह साफ़ नहीं है कि क्या शाह से बैठक का फैसला आंदोलनकारी 32 संगठनों की तरफ से है या नहीं।

आज  सुबह हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर भी अचानक दिल्ली पहुंचे और कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर से बातचीत की । उधर आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल को उनके जन्मदिन की बधाई देने के लिए फोन किया। उन्होंने जन्मदिन की बधाई के साथ बादल की सेहत का भी हालचाल लिया।

उधर तीन बजे ‘भारत बंद’ के तहत रास्ता रोको का समय ख़त्म हो गया। हालांकि, बंद शाम तक जारी रहेगा।

भारत बंद के मद्देनजर, मुंबई पुलिस सज्ज

मुंबई: भारत बंद के मद्देनजर, मुंबई पुलिस ने मंगलवार को शहर में किसी भी तरह की अप्रिय घटनाओं को रोकने और कानून-व्यवस्था बनाए रखने लिए पुख्ता सुरक्षा इंतजामात किए हैं।

पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने हर पुलिस स्टेशन को सतर्क रहने और कानून को अपने हाथ में लेने वाले के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।

पुलिस पीआरओ एस चैतन्य के अनुसार, शहर के प्रत्येक पुलिस स्टेशन को शहर में दुकानों, व्यवसायों या सार्वजनिक परिवहन को अवरुद्ध करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है।

राज्य में महाविकास अघाडी सरकार, शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस ने केंद्र सरकार के कृषि कानून का विरोध करने के लिए किसानों की हड़ताल का समर्थन किया है। वहीं, नवी मुंबई और पुणे सहित राज्य की मार्केट कमेटियां, मथाड़ी मजदूरों के समर्थन के कारण बंद हैं। संवेदनशील क्षेत्रों में स्टेट ट्रांसपोर्ट सेवाओं को एहतातियन बंद रखा गया है। मुंबई में रेलवे, बेस्ट, रिक्शा-टैक्सियां चल रही हैं। शिवसेना सांसद संजय राउत ने स्पष्ट किया कि चूंकि यह बंद राजनीतिक नहीं है, इसलिए किसी को भी आम नागरिकों पर बंद लादा नहीं जाना चाहिए। आमतौर पर यह माना जाता है कि यदि शिवसेना बंद पर उतरती है तो शहर अस्तत-व्यस्त हो जाता है और शहर लगभग जाम हो जाता है रुक जाता है लेकिन इस दफा शिवसेना उस मूड में नहीं है।

राजनीति नहीं किसानों की भावनाओं का समर्थन करना है। – राउत

संजय राउत ने महाराष्ट्र में विपक्ष को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि किसान आज सड़कों पर हैं, जिसके लिए न तो शिवसेना, एनसीपी और न ही तृणमूल कांग्रेस ने अपील की है। महाराष्ट्र में विपक्ष के नेता को समझना चाहिए कि सड़कों पर उतरे किसान को कोई राजनीतिक समर्थन नहीं है। उनके हाथ में कोई राजनीतिक झंडा नहीं है। इसलिए उन्हें इस बारे में सोचना होगा कि हम विपक्ष के नेता के रूप में क्या भूमिका निभा रहे हैं।

‘मुझे पूरे देश से जानकारी मिल रही थी। यहां तक ​​कि जहां भाजपा की सरकार है, बंद को अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है। क्योंकि बंद राजनीतिक नहीं है, यह भावनाओं का समर्थन करना है।’

चर्चा के माध्यम से इस मुद्दे को हल करना सरकार की नैतिक जिम्मेदारी है – सुप्रिया सुले

एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले ने कहा कि अगर समाज के किसी भी वर्ग में असंतोष है, तो सरकार की नैतिक जिम्मेदारी है कि वे उनसे चर्चा कर इसका समाधान करें। किसान रोटी देने वाला है।

वरिष्ठ समाजसेवी अन्ना हजारे का अनशन शुरू
वहीं वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने किसानों के आंदोलन का समर्थन करने के लिए सांकेतिक उपवास शुरू कर दिया है। अन्ना ने मांग की है कि किसानों को केंद्र और साथ ही राज्य कृषि मूल्य आयोग द्वारा अध्ययन किए गए कृषि वस्तुओं की लागत को देखते हुए कृषि वस्तुओं की कीमतों का उचित मूल्य दिया जाना चाहिए।

किसानों का भारत बंद 11 बजे से शुरू

किसानों का मोदी सरकार के तीन कृषि क़ानून के खिलाफ आज ‘भारत बंद’ है। कांग्रेस सहित 13 विपक्षी दल बंद का समर्थन कर रहे हैं। किसान संगठनों के मुताबिक उनका राष्ट्रव्यापी बंद 11 बजे से शुरू हो जाएगा जो दिनभर चलेगा। बंद के दौरान 3 बजे तक चक्काजाम किया जाएगा। इस दौरान एंबुलेंस और शादियों से जुड़े वाहनों को छोड़कर अन्य सभी वाहनों की आवाजाही पर रोक लगाएंगे। इस बीच कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी जिनका कल जन्मदिन है, ने किसानों की मांगों के हक़ में अपना जन्मदिन नहीं मनाने का फैसला किया है।

आज किसानों के इस बंद को पंजाब और हरियाणा के अलावा तमाम गैर भाजपा शासित राज्यों में जबरदस्त समर्थन मिल सकता है। किसान संगठनों ने कहा कि 11 बजे से बंद शुरू होगा, जो दिनभर रहेगा। तीन बजे तक चक्का भी जाम किया जाएगा। इस दौरान एंबुलेंस और शादी से जुड़े वाहनों को छोड़कर अन्य सभी वाहनों की आवाजाही पर रोक लगाएंगे।

बंद के कारण सब्जी, फल और दूध जैसी जरूरी चीजों की आपूर्ति भी बंद रहेगी। किसानों के समर्थन में सबसे ज्यादा सक्रिय कांग्रेस ने सभी जिला मुख्यालयों में प्रदर्शन की योजना बनाई है। पंजाब में सुबह आठ से शाम पांच बजे तक पेट्रोल पम्प बंद रहेंगे। वहीं बंद को देखते हुए झारखंड में परीक्षाएं टाल दी गई हैं।

महाराष्ट्र में संवेदनशील इलाकों में बसें नहीं चलाने का फैसला किया गया है। हरियाणा में भी पेट्रोल पंप तीन बजे तक बंद रहेंगे। गुजरात में विजय रूपाणी सरकार ने चेतावनी दी है कि जो भी जबरदस्ती बंद करवाने की कोशिश करेगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

अभी तक की ख़बरों के मुताबिक पंजाब के अलावा हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, महाराष्ट्र, तेलंगाना, छत्तीसगढ़, झारखंड में बंद को जबरदस्त समर्थन मिल सकता है। भाजपा के शासन वाले यूपी,  गुजरात ने बंद का समर्थन नहीं किया है जबकि पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार ने भी कहा है कि वह किसानों की मांगों का समर्थन करती हैं, लेकिन उनका राज्य बंद नहीं रहेगा।

उधर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, जिनका कल (9 दिसंबर) को जन्मदिन है, ने फैसला किया है कि कोरोना महामारी और किसान आंदोलन के कारण वे जन्मदिन नहीं मनाएंगी।

18 दिन में 15वीं बार बढ़े पेट्रोल-डीजल के दाम

एक ओर जहां किसानों का आंदोलन जारी है, तो दूसरी ओर सरकार तेल के दामों में इजाफा करके किसानों और मिडिल क्लास के लिए पहले से बनी मुसीबतों को और जटिल बनाती जा रही है। सरकारी तेल कंपनियों ने बीते 18 दिनों में 15 बार पेट्रोल-डीजल के दामों में बढ़ोतरी की है। इस दौरान डीजल की कीमतों में 3.41 रुपये का इजाफा किया जा चुका है, जबकि पेट्रोल की कीमत में 2.55 रुपये की बढ़ाेतरी हो चुकी है।  पेट्रोलियम के दाम पिछले दो सालों में शिखर पर पहुंच चुके हैं। मुंबई में पेट्रोल की कीमत 90 रुपये के पार हो चुकी है।

दिसंबर के पहले हफ्ते में अब तक पेट्रोल और डीजल के दाम में 6 बार बढ़ोतरी की जा चुकी है। इसके चलते दिसंबर में ही पेट्रोल 1 रुपए 37 पैसे और डीजल 1 रुपये 45 पैसे और महंगा हो चुका है।

दिल्ली में 8 साल पहले यानी जून 2012 में पेट्रोल 71 और डीजल 41 रुपये प्रति लीटर बिक रहा था। इस मतलब ये है कि डीजल 30 रुपए सस्ता हुआ करता था। वहीं, मुंबई में जून 2012 में यह फर्क 32 रुपए का था। अब पेट्रोल और डीजल के दाम में ज्यादा अंतर नहीं रह गया है। दिल्ली में सोमवार को पेट्रोल 83.71 और डीजल 73.87 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है। वहीं, मुंबई में अभी पेट्रोल 90.34 और डीजल 80.51 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है।

क्यों महंगा बिक रहा पेट्रोल-डीजल
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में ऐतिहासिक गिरावट के बाद सरकार ने पेट्रोल पर 10 रुपये और डीजल पर 13 रुपये प्रति लीटर उत्पाद शुल्क और बढ़ा दिया था।  नवंबर 2014 से जनवरी 2016 तक केंद्र सरकार ने इसमें नौ बार बढ़ाेतरी की गई। इससे कच्चे तेल की कीमतें गिरने का फायदा आम आदमी को नहीं मिला।

याहू की सूची में मोदी और राहुल गांधी सबसे ज्यादा सर्च किये जाने वाले नेता

सर्च इंजन याहू की इस साल की सबसे ज्यादा सर्च किए गए भारतीय नेताओं की सूची में टॉप दो पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी हैं। इससे पहले याहू ने देश के टॉप सेलेब्स की भी सूची जारी की थी जिसमें सबसे ऊपर दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत और उनके बाद मोदी, रिया चक्रवर्ती और राहुल गांधी का नाम था।

याहू 2020 में भारत में सबसे ज्यादा सर्च किए गए 10 नेताओं की सूची जारी की है।  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसमें नंबर एक पर हैं जबकि उनके बाद सबसे ज्यादा  राहुल गांधी को लोगों ने सर्च किया।

पीएम मोदी ने इस साल लॉकडाउन के अलावा  घोषणाएं कीं साथ ही चीन से सीमा पर तनाव को लेकर भी राष्ट्र को जानकारी दी थी। राहुल गांधी इस साल कोविड-19, लॉक डाउन और किसान बिल्लों को लेकर अपने विरोध और फिर से कांग्रेस अध्यक्ष बनाये जाने को लेकर खासे चर्चा में रहे हैं।

सूची में तीसरे नंबर पर गृह मंत्री अमित शाह है। इस साल सीएए विरोधी प्रदर्शनों के दौरान वहीं सबसे ज्यादा चर्चा में रहे। वे कोरोना से संक्रमित हुए तब भी लोगों ने उनके बारे में काफी सर्च किया था।

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे भी इस साल बहुत ज्यादा सर्च किये गए है। सितंबर में अभिनेत्री कंगना रणौत बनाम शिवसेना विवाद में उद्धव ठाकरे को सबसे ज्यादा सर्च किया गया। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ठाकरे के बाद पांचवें नंबर पर रहे। फरवरी में दिल्ली विधानसभा के चुनाव केजरीवाल को बहुत सर्च किया गया।

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की काम लोकप्रिय नहीं। लॉकडाउन के दौरान पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और केंद्र सरकार के बीच काफी विवाद हुआ था। उन्होंने केंद्र के फैसले पर सवाल उठाते हुए कहा था कि राज्यों में लगने वाले लॉकडाउन को केंद्र अकेले नहीं तय कर सकता है।

पूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न प्रणब मुखर्जी जिनका एक महीने दिल्ली के सेना अस्पताल में भर्ती रहने के बाद 31 अगस्त को निधन हो गया, को उस दौरान सबसे ज्यादा सर्च किया गया। उनके बाद सबसे ज्यादा सर्च किये नेताओं में क्रमशः वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस से भाजपा में गए ज्योतिरादित्य सिंधिया शामिल हैं।

इससे पहले याहू ने ही सबसे ज्यादा सर्च किये जाने वाले सेलेब्स (मशहूर हस्तियां) की सूची भी जारी की थी जिसमें पहले नंबर पर दिवंगत बॉलीवुड स्टार सुशांत सिंह राजपूत थे। उनके बाद पीएम मोदी  थे जबकि तीसरे और चौथे नंबर पर अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती और कांग्रेस नेता राहुल गांधी का नाम था। अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती सबसे ज्यादा सर्च की जानी वाली महिला सेलिब्रिटी रही थीं। उनके बाद क्रमशः अमित शाह, उद्धव ठाकरे, अरविंद केजरीवाल, ममता बनर्जी, अमिताभ बच्चन और कंगना रणौत रहे।

साल 2020 के टॉप न्यूजमेकर्स में पीएम मोदी पहले, सुशांत और रिया (संयुक्त दूसरे) और राहुल गांधी तीसरे स्थान पर रहे। अभिनेता सोनू सूद को एक विशेष स्थान हासिल हुआ।  उन्हें ‘हीरो ऑफ द ईयर’ चुना गया।

आंदोलनकारी किसानों से मिले केजरीवाल; राहुल गांधी ने कहा, ‘अडानी-अंबानी कृषि क़ानून’ रद्द होने से कम कुछ मंज़ूर नहीं

किसानों के आंदोलन में तेजी देख अब राजनीतिक दल उनके समर्थन में बोलने लगे हैं। कांग्रेस, जो शुरू से ही खुले रूप से किसानों के आंदोलन का समर्थन कर रही है, के बाद अब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी किसानों से मिले हैं। सोमवार को उन्होंने अपने सदस्यों के साथ किसानों से भेंट की। उधर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, जो शुरू से ही किसानों के हक़ में मुखर रहे हैं, ने मंगलवार को एक ट्वीट करके कहा कि ‘अडानी-अंबानी कृषि क़ानून’ रद्द करने होंगे  और कुछ भी मंज़ूर नहीं !’
बता दें किसान आंदोलन के 12वें दिन लाखों की संख्या में किसान दिल्ली सीमा पर आंदोलन कर रहे हैं। मंगलवार को किसान संगठनों ने ‘भारत बंद’ का आह्वान किया है जिसे कांग्रेस सहित अन्य दलों ने भी समर्थन दिया है। इसके अलावा उनकी मोदी सरकार से 9 दिसंबर को एक और बैठक प्रस्तावित है जबकि पिछली बैठकों में कोई नतीजा नहीं निकला है क्योंकि किसानों ने साफ़ कर दिया है कि कृषि क़ानून आपस लिए बगैर वो आंदोलन नहीं रोकेंगे।
पंजाब और हरियाणा कांग्रेस के सभी सांसद 11 बजे से जंतर-मंतर पर धरने पर बैठेंगे। पंजाब के 8 और हरियाणा से एक राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा धरने में शामिल होंगे। एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार भी 9 दिसंबर को किसानों के प्रदर्शन पर राष्ट्रपति से मुलाकात करेंगे जबकि एनसीपी और समाजवादी पार्टी, बसपा समेत 11 विपक्षी दलों ने 8 दिसंबर को ‘भारत बंद’ का समर्थन किया है। सपा नेता अखिलेश यादव भी धरने पर बैठे हैं। उधर भारतीय किसान संघ भारत बंद में शामिल नहीं होगा क्योंकि उसका कहना है कि ‘वार्ता से सहमति होने के बाद बंद नहीं होना चाहिए’।
उधर सिंघु बार्डर पर धरना कर रहे किसानों से सोमवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी मिले। केजरीवाल ने कहा – ‘हम किसानों की सभी मांगों का समर्थन करते हैं। उनकी सभी मांग जायज हैं। जब किसान बॉर्डर पर आए तो केंद्र सरकार और  दिल्ली पुलिस ने 9 स्टेडियम हमारी सरकार से अस्थायी जेल बनाने के लिए मांगे थे। उनका प्लान था, किसानों को दिल्ली आने देंगे और जेल में रखेंगे। हम लोगों ने अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनी और स्टेडियम वाली बात नहीं मानी। हमारे ऊपर दबाव था। कई फोन आए थे  लेकिन हम नहीं झुके।’ सीएम ने किसानों के लिए किए गए इंतजामों का भी जायजा लिया।
इस बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को ट्वीट करते हुए कहा –  ‘अडानी-अंबानी कृषि क़ानून रद्द करने होंगे और कुछ भी मंज़ूर नहीं’!’

सर्वोच्च न्यायालय ने नए संसद भवन के प्रोजेक्ट के काम पर रोक लगाई, किसी भी आदेश से पहले कोई निर्माण नहीं

सर्वोच्च न्यायालय ने सोमवार को केंद्र सरकार को बड़ा झटका देते हुए नए संसद भवन के सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के तरीके पर नाराजगी जताई है। प्रोजेक्ट के काम पर रोक लगाते हुए सर्वोच्च अदालत ने आदेश दिया कि किसी भी आदेश से पहले निर्माण संबंधी कोई काम नहीं किया जाएगा। बता दें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से 10 दिसंबर को इसकी आधारशिला रखा जाना प्रस्तावित है।

इस प्रोजेक्ट के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई है जिस पर सुनवाई की जा रही है। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रखा हुआ है। लेकिन सर्वोच्च अदालत का कोई फैसला आने से पहले ही काम शुरू हो जाने पर सुप्रीम कोर्ट ने सख्त नाराजगी जताई है। हालांकि, अदालत ने नए संसद भवन के शिलान्यास कार्यक्रम पर रोक नहीं लगाई है। सोमवार को प्रोजेक्ट पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। सुप्रीम कोर्ट ने मामले में सुनवाई में कहा कि सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट पर किसी भी आदेश से पहले निर्माण संबंधी कोई काम नहीं किया जाएगा। साथ ही कोई तोड़फोड़ भी नहीं की जाएगी। सर्वोच्च अदालत ने कहा कि नए संसद भवन का शिलान्यास कार्यक्रम किया जा सकता है और इसपर रोक नहीं है।

आज अदालत में केंद्र सरकार ने सर्वोच्च अदालत की बात मान ली है। केंद्र सरकार की ओर से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने सुप्रीम कोर्ट को भरोसा दिया कि कोई भी फैसला आने से पहले काम शुरू नहीं किया जाएगा। बता दें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से 10 दिसंबर को इसकी आधारशिला रखा जाना प्रस्तावित है।
नई संसद के निर्माण के साथ प्रोजेक्ट के तहत नए संसद भवन, साझा केंद्रीय सचिवालय के अलावा तीन किलोमीटर लंबे राजपथ फिर से विकसित किये जाना का प्रस्ताव है। उपराष्ट्रपति आवास को नॉर्थ ब्लॉक और प्रधानमंत्री के आवास को साउथ ब्लॉक के पास शिफ्ट किये जाने की भी बात कही गयी है। स्पीकर ओम बिड़ला के मुताबिक नया संसद भवन अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस और दुनिया के बेहतरीन भवनों में से एक होगा।

आंध्र के एलुरु में रहस्यमय बीमारी का कहर, 292 गिरफ्त में, एक की मौत

आंध्र प्रदेश के पश्चिमी गोदावरी जिले के एलुरु में रहस्यमय बीमारी काहर बनकर आई है। इसकी चपेट में सबसे ज़्यादा बच्चे हैं। कई बच्चों की उम्र तो चार साल से भी कम है। रविवार रात तक 292 लोग इस रहस्यमय बीमारी की चपेट में आ चुके थे। इनमें से एक प्रौढ़ व्यक्ति की मौत हैओ गई।
स्वास्थ्य महकमे से जुड़े अधिकारियों को संदेह है कि यह दूषित पानी पीने का मामला हो सकता है। हालांकि, वायरल इंसेफेलाइटिस की आशंका भी वजह ही सकती है।
एलुरु सरकारी अस्पताल के अधीक्षक डॉ. मोहन ने न्यूज एजेंसी को बताया कि, बीमार पड़ने वाले लोगों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इसके मद्देनजर 100 अतिरिक्त बेड की व्यवस्था की गई है। महज 12 घंटे अंतराल में 140 लोगों को अस्पताल में भर्ती किया गया, जिन्हें फिलहाल छुट्टी दे दी गई है। बीमारी के लक्षण में ​मतली आना और बेहोशी शामिल है।
लोगों के अचानक बीमार पड़ने का कारण अभी पता नहीं चल पाया है। इलाके जिलाअधिकारी ने कहा, बीमार लोगों के खून के नमूने लिए गए हैं और जांच की जा रही हैं। एलुरु शहर के कुछ इलाके और चार सोसायटी के लोग बीमार हुए हैं।  प्रभावित इलाकों में पानी की जांच के लिए डोर टू डोर सर्वे करने का फैसला किया गया है।
आंध्र प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री ए काली कृष्णा श्रीनिवास ने मामले की गंभीरता को समझते हुए कहा कि स्थानीय डॉक्टरों की मदद के लिए विजयवाड़ा से टीम भेजी गई है। यह टीम बीमारी के कारणों और उसके निदान का काम करेगी।

दूसरे टी-20 में ऑस्ट्रेलिया को हराकर भारत ने 2-0 की अजेय बढ़त बनाई

ऑस्ट्रेलिया से वन-डे सीरीज 1-2 से हारने के बाड़े भारत ने रविवार को ऑस्ट्रेलिया से तीन मैचों की टी-20 सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त बना ली है। दूसरे मैच में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 6 विकेट से हरा दिया। हार्दिक पांडये को ‘मैन आफ द मैच चुना गया’ जिन्होंने 22 गेंदों में 42 नाबाद रन बनाए।  कप्तान के रूप में कोहली ने टी-20 सीरीज जीतने का सिलसिला बनाए रखा है।

भारत ने सिडनी क्रिकेट ग्राउंड (एससीजी) में खेले गए मैच में ऑस्ट्रेलिया को 6 विकेट से हरा दिया। ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20.0 ओवर में 5 विकेट के नुकसान पर 194 रन बनाए थे। जवाब में 195 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारत की टीम ने 19.4 ओवर में 4 विकेट के नुकसान पर 195 रन बनाए।

भारत के लिए शिखर धवन ने 52, विराट कोहली ने 40, केएल राहुल ने 30, सैमसन ने 15 और अय्यर ने 12 रन बनाए। भारत के लिए बॉलिंग में नटराजन ने 2, शार्दुल और चाहल ने 1-1 विकेट लिया।

मैच में भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। ऐसे में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए कप्तान मैथ्यू वेड के अर्धशतक के दम पर 20 ओवर में 5 विकेट खोकर 194 रन बनाए।

भारत ने इस मैच में 3 बदलाव टीम में किए थे। रवींद्र जडेजा की जगह युजवेंद्र चहल को मौका दिया गया, जबकि मोहम्मद शमी को आराम देकर उनकी जगह शार्दुल ठाकुर टीम में आए। वहीं, मनीष पांडे के स्थान पर श्रेयस अय्यर को मौका मिला। उधर, ऑस्ट्रेलियाई कप्तान आरोन फिंच चोटिल थे जबकि जोश हेजलवुड को आराम दिया गया। फिंच के स्थान पर मार्कस स्टोइनिस और हेजलवुड की जगह डैनियल सैम्स को जगह मिली। मिचेल स्टार्क की जगह एंड्रयू टाय टीम में चुने गए।

भारत की टीम को 195 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए सलामी बल्लेबाज शिखर धवन और केएल राहुल ने तूफानी शुरुआत दिलाई। दोनों ने पहले 5 ओवर में 56 रन जोड़े। हालांकि, अगले ही ओवर में केएल राहुल 22 गेंदों में 30 रन बनाकर एंड्रयू टाय की गेंद पर स्वेप्सन के हाथों कैच आउट हुए। धवन ने अच्छी पारी खेली और वो 52 रन बनाकर आउट हुए।

संजू सैमसन इस मैच में भी फेल रहे और 15 रन बनाकर कैच आउट हो गए। कप्तान विराट कोहली ने 40 रन की पारी खेली और डेनियल शम्स की गेंद पर 40 रन बनाकर आउट हो गए।

टॉस हारने के बाद बल्लेबाजी करने उतरी ऑस्ट्रेलिया के लिए आज कप्तानी कर रहे मैथ्यू वेड और डार्सी शॉट ने पारी की शुरुआत की। कप्तान वेड ने तूफानी बल्लेबाजी करते हुए टीम को तेज शुरुआत दिलाई। चार ओवर में 46 रन जोड़कर भारत के खिलाफ ठोस शुरुआत की। पांचवें औवर में पिछले मैच में डेब्यू करने वाले टी नटराजन ने भारत को पहली सफलता दिलाई। 9 गेंद पर 9 रन बनाकर शॉट श्रेयस अय्यर द्वारा बाउंड्री पर लिए गए शानदार कैच के बाद वापस लौटे।

पावरप्ले में ऑस्ट्रेलिया ने एक विकेट गंवाकर 59 रन जोड़े।इस दौरान वेड ने 24 गेंद पर 47 रन बनाए। वेड ने 25 गेंद पर 10 चौके और 1 छ्क्के की मदद से अपना अर्धशतक पूरा किया और वे 58 रन बनाकर रन आउट होकर वापस लौटे। स्मिथ के शॉट पर भारतीय कप्तान विराट कोहली से कैच छूटा और उन्होंने निराशा में स्ट्राइकर के छोर की तरफ गेंद फेंका और केएल राहुल ने वेड को रन आउट कर वापस भेजा।

किसान-सरकार बैठक बेनतीजा, एक और बैठक 9 को संभव, किसानों ने बैठक में ‘मौन विरोध’ प्रदर्शित किया  

तीन कृषि कानूनों के मुद्दे पर किसानों और केंद्र सरकार में 5 घंटे से ज्यादा चली 5वीं बैठक भी शनिवार को बेनतीजा ख़त्म हो गयी। एक और बैठक 9 दिसंबर को 11-12 बजे हो सकती है। किसानों ने सरकार से कहा है कि जो उसका फैला है वह लिखित में किसानों को दे जिसके बाद ही वो अगली बैठक को लेकर फैसला करेंगे। आज दिलचस्प यह भी रहा कि किसानों ने बैठक में मौन विरोध किया। किसान पहले ही 8 दिसंबर को ‘भारत बंद’ का ऐलान कर चुके हैं।

विज्ञान भवन में किसानों और सरकार के बीच आज पांचवें दौर की बातचीत में किसानों ने साफ कर दिया कि वे अपनी मांगों से टस से मस नहीं होंगे। उधर आज भी किसानों ने सरकार का खाना नहीं खाया और एक वाहन से उनके लिए अपना खाना विज्ञान आया। किसान नेताओं ने लाइन में लग कर प्लेट में भोजन लिया और वहीं जमीन पर बैठकर खाना खाया।

बता दें इस बैठक से पहले सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार सुबह कैबिनेट के वरिष्‍ठ साथियों को आवास पर बुलाया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और कृषि नरेंद्र सिंह तोमर इस मीटिंग में मौजूद रहे। बैठक में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर किसानों से बातचीत आग्रह किया कि वो प्रदर्शन में शामिल बुजुर्गों और बच्चों को घर भिजवा दें।

किसान संगठनों के प्रतिनिधियों ने मीटिंग में केंद्र सरकार से साफ कहा कि वो अपनी मांगों से पीछे हटने वाले नहीं हैं। उन्होंने कहा – ‘हमारे पास एक साल का राशन-पानी है। हम कई दिनों से सड़क पर हैं। अगर सरकार चाहती है कि हम सड़क पर ही रहें तो हमें कोई दिक्कत नहीं है। हम हिंसा का रास्ता नहीं चुनेंगे। इंटेलिजेंस ब्यूरो आपको सूचना देगा कि हम प्रदर्शन स्थल पर क्या करने जा रहे हैं। हम कॉर्पोरेट फार्मिंग नहीं चाहते हैं। इस कानून से सरकार फायदे में रहेगी न कि किसान।’

एक मौके पर बैठक में किसान नेताओं ने साफ कह दिया कि सरकार को हमारी मांगों पर एक फैसला लेना होगा वरना, हम बैठक से बाहर जा रहे हैं। बैठक के दौरान, किसानों के प्रतिनिधियों ने केंद्र सरकार से पिछली बैठक का पॉइंटवाइज जवाब देने की मांग की। इसपर सरकार राजी हो गई। बैठक में किसानों ने कहा कि उन्‍हें इस पूरे विवाद का कोई अंतिम और पक्‍का हल चाहिए।