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दिल्ली में भी बर्ड फ्लू की दस्तक, संजय झील की सभी बतखें मारीं

दिल्ली, उत्तराखंड और महाराष्ट्र में भी बर्ड फ्लू की पुष्टि हो गई।  इसके साथ ही अब तक दस राज्य एवियन इंफ्लूएंजा या बर्ड फ्लू की चपेट में आ चुके हैं। दिल्ली के मयूर विहार फेज-3 से चार, संजय झील से तीन और द्वारका से एक मृत पक्षी का सैंपल भोपाल लैब भेजा गया था। सभी आठों सैंपल पॉजिटिव पाए गए हैं। इसके बाद संजय झीकल की सभी बत्तखों को मारने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। दिल्ली सरकार ने डिब्बाबंद चिकन पर भी रोक लगा दी है।
उत्तराखंड में देहरादून और कोटद्वार में मरे पक्षियों में फ्लू की पुष्टि हो गई है। वहीं महाराष्ट्र के परभणी, मुंबई, ठाणे, बीड और डपोली में पक्षियों की मौत की वजह बर्ड फ्लू ही है। परभणी में अकेले 80 हज़ार मुर्गियों को मार दिया गया है।
इससे पहले यूपी, मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, हिमाचल, हरियाणा और केरल में भी इस बीमारी की पुष्टि हो चुकी है।

ऋषभ पंत की शानदार बल्लेबाजी से भारत ने तीसरा टेस्ट मैच ड्रा करवाया

भारत के बल्लेबाजों ने तीसरे टेस्ट के आखिरी दिन बेहतरीन बल्लेबाजी करते हुए सिडनी में मैच ‘ड्रॉ’ करा दिया। इस तरह चार मैचों की सीरीज अभी भी 1-1 की बराबरी पर है जबकि चौथा और आखिरी टेस्ट 15 जनवरी से ब्रिसबेन में होना है, जहाँ बारिश की बहुत संभावना रहती है। चोटिल विकेटकीपर ऋषभ पंत ने शानदार बल्लेबाजी की, हालांकि शतक से तीन रन से चूक गए।

दोनों पारियों के आधार पर ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 407 रनों का बड़ा और कठिन लक्ष्य दिया। लेकिन चोट के बावजूद मैदान में अपने नंबर से ऊपर खेलने उतरे विकेटकीपर ऋषभ पंत ने शानदार और जीत के लक्ष्य के साथ बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया की नींद हराम कर दी। उन्होंने लगभग एक दिवसीय अंदाज में बल्लेबाजी की और एक मौके पर लग रहा था कि भारत यह मैच जीत रहा है।

हालांकि, उनके आउट होने के बाद भारतीय बल्लेबाजों ने रिस्क नहीं लिया और मैच ‘ड्रा’ के इरादे से खेलते हुए विकेट बचाने की कोशिश की जिसमें वे सफल रहे। चोटिल   हनुमा विहारी और रविचंद्रन अश्विन नाबाद पवेलियन लौटे। दोनों ने क्रीज पर रहकर करीब 44 ओवर बल्लेबाजी की।

भारत ने दूसरे सत्र में चेतेश्वर पुजारा (77) और ऋषभ पंत (97) के विकेट गंवाए। विशाल लक्ष्य के जवाब में पांचवें दिन का खेल खत्म होने तक भारतीय टीम ने 5 विकेट गंवाकर 334 रन बनाए और मैच बचा लिया। हनुमा विहारी (23) और रविचंद्रन अश्विन (39) नाबाद पवेलियन लौटे। ऑस्ट्रेलिया के लिए दूसरी पारी में नाथन लॉयन और पैट कमिंस ने 2-2 विकेट चटकाए और पैट कमिंस के खाते में एक विकेट आया।

किसान आंदोलन पर सुप्रीम कोर्ट की केंद्र सरकार को बड़ी फटकार, सरकार से कहा ‘आप क़ानून होल्ड नहीं कर सकते तो हम कर देते हैं

किसानों के आंदोलन को लेकर सोमवार को सर्वोच्च न्यायालय ने केंद्र सरकार को जमकर फटकार लगाई है। सर्वोच्च अदालत ने किसान आंदोलन के दौरान किसानों की मौत पर भी गहरी चिंता जताई और सरकार से पूछा कि वह बताये कि किसानों से क्या बात कर रही है। अदालत ने सरकार से कहा कि आंदोलन संभालने के आपके तरीके से हम बहुत निराश हैं। सर्वोच्च अदालत ने एक मौके पर पूछा कि आप (कृषि) क़ानून ‘होल्ड’ कर रहे हैं या नहीं ? आप नहीं करते तो हम कर देंगे। अदालत ने कहा कि वह किसी भी संगठन के आंदोलन के खिलाफ नहीं है। अदालत ने कहा कि कानूनों की जांच के लिए कमिटी बनाएंगे।

प्रधान न्यायाधीश एसए बोबडे ने सुनवाई के दौरान कहा कि ‘आप हल नहीं निकाल पा रहे हैं। लोग मर रहे हैं। आत्महत्या कर रहे हैं। महिलाओं और वृद्धों को भी बैठा रखा है। हम कमिटी बनाने जा रहे हैं। चाहे आपको हम पर भरोसा हो या नहीं। हम देश का सुप्रीम कोर्ट हैं। अपना काम करेंगे।’

किसानों के मसले पर आज सर्वोच्च अदालत में सुनवाई चल रही है। अदालत ने केंद्र सरकार से पूछा कि बाह बताये कि किस तरह का समझौता कर रहे हैं। हर दिन हालत ख़राब हो रहे हैं। अदालत ने सरकार से कहा कि ‘हम आपसे बहुत निराश हैं’।

अदालत ने कहा कि हम कृषि मामलों के विशेषज्ञ नहीं हैं। हमारा मकसद समस्या का हल निकलना है। हर दिन हालत खराब हो रही है। सर्वोच्च न्यायालय ने केंद्र सरकार को जमकर फटकार लगाई है। सर्वोच्च अदालत ने सरकार से पूछा कि वह बताये कि  किसानों से क्या बात कर रही है।

किसानों के मुद्दे पर सुप्रीम ‌कोर्ट की सुनवाई में सॉलिसीटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि बहुत बड़ी संख्या में किसान संगठन कानून को फायदेमंद मानते हैं। प्रधान न्यायाधीश एसए बोबडे ने कहा कि हमारे सामने अब तक कोई नहीं आया है जो ऐसा कहे। अगर एक बड़ी संख्या में लोगों को लगता है कि कानून फायदेमंद है तो कमिटी को बताएं। आप बताइए कि कानून पर रोक लगाएंगे या नहीं। नहीं तो हम लगा देंगे।

अटॉर्नी जनरल ने कहा कि कानून से पहले एक्सपर्ट कमिटी बनी। कई लोगों से चर्चा की। पहले की सरकारें भी इस दिशा में कोशिश कर रही हैं। प्रधान न्यायाधीश ने कहा कि यह दलील काम नहीं आएगी कि पहले की सरकार ने इसे शुरू किया था। उन्होंने  कहा कि आपने कोर्ट को बहुत अजीब स्थिति में डाल दिया है। लोग कह रहे हैं कि हमें क्या सुनना चाहिए, क्या नहीं। लेकिन हम अपना इरादा साफ कर देना चाहते हैं, हल निकले। अगर आपमें समझ है तो कानून के अमल पर ज़ोर मत दीजिए। फिर बात शुरू कीजिए। हमने भी रिसर्च किया है। एक कमिटी बनाना चाहते हैं।

प्रधान न्यायाधीश ने कहा हम ये नहीं कह रहे है कि आप कानून को रद्द करें। हम बहुत बकवास सुन रहे है कि कोर्ट को दखल देना चाहिए या नही। हमारा उद्देश्य सीधा है कि समस्या का समाधान निकले। हमने आपसे पूछा था कि आप कानून को होल्ड पर क्यों नही रख देते ? उन्होंने कहा कि ये सरकार को मदद नही करने वाला कि  किसी दूसरे सरकार ने शुरू किया था। किस तरह का समझौता आप कर रहे हैं ?

अटॉर्नी जनरल को रोकते हुए प्रधान न्यायाधीश कहा कि जब हम आपसे क़ानून की संवैधानिकता के बारे में पूछ रहे हैं तो आप हमको उसके बारे बताइए, कानून के फायदे के बारे में मत बताइए। केंद्र सरकार को फटकार लागते हुए राधान न्यायाधीश ने कहा कि हम आपसे बहुत निराश हैं। आपने कहा कि हम बात कर रहे हैं। क्या बात कर रहे हैं ? किस रह का निगोशिएशन कर रहे हैं ?

भारतीय क्षेत्र में पकड़े गए चीन के सैनिक को भारत ने वापस लौटाया

भारत ने सोमवार को उस चीनी सैनिक को वापस चीन को लौटा दिया जिसे सादे कपड़ों में शुक्रवार को भारतीय लद्दाख क्षेत्र में घूमते हुए पकड़ा गया था। यह दूसरी बार है जब चीन से चल रहे तनाव के बीच कोई चीनी सैनिक भारत के इलाके में पकड़ा गया था। पिछली बार भी भारत ने चीनी सैनिक को तीसरे दिन लौटा दिया था। चीन ने कल ही भारत से यह कहते हुए कि यह भटककर भारतीय इलाके में चला गया है, उसे लौटाने को कहा था।

भारतीय सेना ने शुक्रवार को इस चीनी सैनिक को लद्दाख में गिरफ्तार किया था। इसके बाद चीन ने पीएलए सैनिक को तुरंत वापस लौटाने की मांग की थी। पीएलए सैनिक को पूर्वी लद्दाख के चुशुल सेक्टर में गुरुंग हिल के पास भारतीय सीमा में घूमता हुआ पाया गया था जिसके बाद उसे भारतीय सेना ने गिरफ्तार कर लिया था।

बता दें शनिवार को भारतीय सेना ने जानकारी दी थी कि 8 जनवरी की सुबह एक चीनी सैनिक एलएसी पार कर चला गया आया था जिसे भारतीय सैनिकों ने हिरासत में ले लिया था। चीनी सैनिक के साथ नियमों के तहत कार्यवाही की जा रही है। याद रहे पिछले साल चीन के साथ संघर्ष और चीन के बड़ी संख्या में एलएसी पर सैनिकों को भेजने के बाद भारत ने भी एलएसी पर भारी मात्रा में सेना की तैनाती की है।

सिडनी में भारतीय क्रिकेटरों पर लगातार दूसरे दिन नस्ली टिप्पणी  

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्‍ट सीरीज के तीसरे मैच में लगातार दूसरे दिन भारतीय क्रिकेटरों पर नस्ली टिप्पणी की गई। इस कारण चौथे दिन रविवार को 10 मिनट तक खेल भी रुका रहा। इस बीच, सुरक्षाकर्मियों ने स्टेडियम से टिप्पणी करने वाले छह दर्शकों को उठाकर मैदान से बाहर ले गए और पुलिस के हवाले कर दिया।

इस मामले में बीसीसीआई पहले ही मैच रेफरी से घटना की शिकायत दर्ज करा चुका है। रविवार को मोहम्मद सिराज के खिलाफ फिर टिप्पणी की गई। इससे पहले शनिवार को सिराज के साथ ही तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को निशाना बनाकर कमेंट किये गए थे। दर्शकों के इस भद्र व्यवहार की चौतरफा निंदा हो रही है।

ज्यादातर क्रिकेटरों ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। इस बीच, भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली जो इस समय यपितृत्व अवकाश लेकर भारत लौट आए हैं। कोहली ने सिराज के खिलाफ की गई नस्ली टिप्पणी को ‘अभद्र व्यवहार की चरम सीमा’ करार देते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। नस्ली दुर्व्यवहार पूरी तरह से अस्वीकार्य है। सीमा रेखा पर क्षेत्ररक्षण करते समय मुझे भी घटिया बातें सुननी पड़ी हैं और यह अभद्र व्यवहार की चरम सीमा है। मैदान पर इस तरह की घटनाएं देखना दुखद है।

 बीसीसीआई सूत्रों का कहना है कि रविवार को दर्शक दीर्घा से सिराज को कथित रूप से ब्राउन डॉग और बिग मंकी कहा गया। सिराज ने कप्तान अजिंक्य रहाणे और स्क्वॉयर लेग अंपायर से इस बाबत शिकायत की। एक दिन पहले भी सिराज और बुमराह के लिए अपशब्द कहे थे।

देवेंद्र फड़नवीस, राज ठाकरे की सुरक्षा पर कैंची? ठाकरे सरकार विरोधियों के निशाने पर

ठाकरे सरकार ने राज्य में भाजपा नेताओं की सुरक्षा व्यवस्था को कम कर दिया है, जिसमें विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फड़नवीस भी शामिल हैं। भाजपा के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष हरिभाऊ बागड़े, केंद्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे, पूर्व मंत्री चंद्रकांत पाटिल, राजकुमार बडोले, शोभताई फड़नवीस, अंबरीश अत्रम, सुधीर मुनगेश्वर, विधायक राम कदम, प्रसाद लाड, माधव भंडारी, मुंबई कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष कृपा शंकर सिंह की सुरक्षा व्यवस्था में कटौती कर दी गयी है।

सरकार ने मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे, केंद्रीय राज्य मंत्री रामदास आठवले, पूर्व मंत्री आशीष शेलार, दीपक केसरकर, पूर्व राज्यपाल राम नाइक, फड़नवीस अमृता की पत्नी और बेटी दिविजा की सुरक्षा को कम करने का फैसला किया है। एमएनएस अध्यक्ष राज ठाकरे की जेड सुरक्षा हटा दी गई है और उनके काफिले में एक बुलेटप्रूफ वाहन को भी हटा दिया गया है। हालांकि, कई मामलों में अदालत में सरकार का प्रतिनिधित्व कर चुके वकीलों उज्जवल निकम और कांग्रेसी नेता शत्रुघ्न सिन्हा की सुरक्षा को बढ़ा दिया गया है।

विधान परिषद के सभापति रामराजे नाइक-निंबालकर और बहुजन कल्याण मंत्री विजय वडेट्टीवार की सुरक्षा को बढ़ा दिया गया है। शिवसेना के विधायक वैभव नाइक के साथ, साथ संदीपन भौमरे, अब्दुल सत्तार, दिलीप वाल्से-पाटिल और सुनील केदार को पुलिस सुरक्षा प्रदान की गई है। विधान परिषद में विपक्ष के नेता प्रवीण दरेकर और विधानसभा के उपाध्यक्ष नरहरी जिरवाल को वाई दर्जा दिया गया है, जबकि पूर्व विधायक प्रकाश शेंडगे, उपमुख्यमंत्री अजीत पवार की पत्नी सुनेत्रा, युवा सेना के सचिव वरुण देसाई और राज्य योजना आयोग के अध्यक्ष राजेश क्षीरसागर को एक्स-स्तरीय सुरक्षा दी गई है।

भाजपा नेताओं ने पुलिस सुरक्षा कटौती की आलोचना की है। भाजपा के मुख्य प्रवक्ता केशव उपाध्याय ने कहा कि ठाकरे सरकार ने यह फैसला बदला लेने के लिए किया है। विधायक राम कदम ने सरकार पर विपक्ष को चुप कराने की कोशिश करने का आरोप लगाया है।

भाजपा के गोपीचंद पडलकर ने ठाकरे पर तंज कसते हुए कहा कि जिनके घरों के आसपास सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है जिन्हें जरूरत नहीं है। देवेंद्र फडणवीस की सुरक्षा को हटाने का निर्णय उन्हेंने बदले की भावना से उठाया गया कदम बताया है।

सुरक्षा कटौती के साथ, अब राजनीतिक आरोप प्रत्यारोप का खेल जारी है। इस बीच, राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने गृह मंत्री अनिल देशमुख को फोन कर और उनकी सुरक्षा कम करने को कहा। विपक्ष का आरोप है कि शरद पवार को फोन सरकार पर लगाए जा रहे आरोपों को निराधार करने की एक कोशिश है। भाजपा सांसद नारायण राणे ने चेतावनी दी है कि उनकी जान को खतरा है यदि उन्हें किसी तरह का नुकसान पहुंचा तो उसके लिए राज्य सरकार जिम्मेदार होगी।

हरियाणा के बाद उत्तर प्रदेश में भी बर्ड फ्लू की पुष्टि

केरल, मध्य प्रदेश, हिमाचल, राजस्थान, गुजरात और हरियाणा के बाद अब उत्तर प्रदेश में बर्ड फ्लू की पुष्टि हो गई है। उत्तर प्रदेश में कानपुर के एक प्राणी उद्यान में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है। यह जानकारी शनिवार को केंद्र की ओर से दी गई।

केंद्र की ओर से बताया गया कि देश में अब तक सात राज्य एवियन इंफ्लूएंजा की चपेट में आ चुके हैं। कई राज्यों में कौवों समेत अन्य पक्षियों की मौत की खबरें आ रही हैं।

केंद्र के अनुसार, दिल्ली, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र में इस बीमारी की पुष्टि होने बाकी है। इन राज्यों ने अपने यहां मृत पाए गए पक्षियों के सैंपल जांच के लिए भेजे हैं और इनकी रिपोर्ट अभी नहीं आई है। इस बीच, कर्नाटक और ओडिशा सरकारों ने अपने यहां बर्ड फ्लू का कोई मामला नहीं मिलने का एलान किया है।

दिल्ली में तीन बड़े पार्क बंद
राजधानी दिल्ली में बर्ड फ्लू की आशंका में विशेष सतर्कता बरती जा रही है। दिल्ली के तीन पार्कों संजय झील, द्वारका सेक्टर 9 और उत्तम नगर के हस्तसाल के पार्क को आम लोगों के लिए बंद कर दिया गया है। बता दें कि एक दिन पहले ही शुक्रवार को इन तीनों जगहों पर तीन दर्जन से अधिक कौवे मृत पाए गए थे। इसके साथ ही दिल्ली में गाजीपुर मंडी को अगले 10 दिन के लिए बंद कर दिया गया है। यानी इस दौरान मुर्गा मंडी पूरी तरह से बंद रहेगी साथ ही किसी भी राज्य से पक्षियों की खरीद पर रोक लगा दी गई है।

महाराष्ट्र के भंडारा सरकारी अस्पताल में आग की घटना में 10 बच्चों की मौत

महाराष्ट्र के भंडारा जिला अस्पताल में एक बड़े हादसे में आग की घटना में 10 बच्चों की मौत हो गयी है। मरने वाले बच्चों की उम्र एक से तीन महीने के बीच बताई गयी है। घटना शुक्रवार रात की है। कुछ बच्चों को सुरक्षित निकाल लिया गया। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं।

जानकारी के मुताबिक जिला अस्पताल में रात 2 बजे अस्पताल के सिक न्यूबॉर्न केयर यूनिट में आग लग गयी। इस आग में 10 बच्चों की जान चली गयी जबकि सात बच्चों को बचा लिया गया है। आग लगने की बजह शॉर्ट सर्किट को माना जा रहा है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक बचाव अभियान चला कर कुछ बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। आग लगते समय वार्ड में कुल 17 बच्चे थे। बच्चों की मौत से उनके परिजनों पर ग़मों का पहाड़ टूट पड़ा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने घटना पर गहरा दु:ख जताया है।

जानकारी के मुताबिक अस्पताल के स्पेशल न्यूबॉर्न यूनिट में जिस समय आग लगी 17 बच्चे भर्ती थे। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड ने सात बच्चों को बचा लिया। मरने वाले बच्चों की उम्र एक से तीन महीने के बीच बताई गयी है।

आईएसआई की जासूसी करने में सेना का पूर्व जवान गिरफ्तार

पाकिस्तानी सीमा पर पठानकोट में तैनाती के दौरान से ही जवान सौरभ शर्मा सेना से जुड़ी गोपनीय जानकारियों को दुश्मन देश को भेजने लगा था। छह साल बीत जाने के बाद अब उसे यूपी एटीएस ने गिरफ्तार किया है। उसी की निशानदेही पर गुजरात के गोधरा से अनस को भी दबोचा गया है। सौरभ शर्मा हापुड़ का रहने वाला है।
2014 से गोपनीय सूचनाएं पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी व अन्य देशों को भेजता था। अपर पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने बताया, सौरभ को शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया। एटीएस के अनुसार, शुरुआती पूछताछ में उसने अपना अपराध स्वीकार कर लिया।
उसने बताया कि वह गोपनीय सूचनाएं व्हाट्सएप के जरिये पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी की एक महिला अधिकारी को भेजता था। बदले में उसे उस महिला ने विभिन्न माध्यमों और बैंक खातों में पैसे भेजे थे। सूत्रों के मुताबिक, कुछ पैसे सौरभ ने  पत्नी के खातों में भी स्‍थानांतरण करवाएं हैं। इस मामले की भी जांच की जा रही है।

मशहूर फैशन डिजाइनर सत्य पॉल का निधन

विख्यात फैशन डिजाइनर और भारतीय साड़ी को मॉडर्न पुट देने के लिए जाने जाने वाले सत्य पॉल का 79 वर्ष की आयु में कोयम्बटूर में निधन हो गया। उनके पुत्र पुनीत नंदा ने बताया कि पॉल को दिसंबर में दौरा पड़ा था। इसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्होंने सतगुरु के इशा फाउंडेशन योग केंद्र में ले आये थे, जहां पर उन्होंने आखिरी सांस ली।
नंदा ने सोशल मीडिया पर लिखा, 2 दिसंबर 2020 को दौरा पड़ने के बाद वह अस्पताल में थे और वह अस्पताल से जल्द से जल्द बाहर आना चाहते थे। अंतत: डॉक्टरों ने उन्हें इशा योग केंद्र ले जाने की अनुमति दे दी। बता दें कि 2015 से इशा योग केंद्र ही उनका घर था।
सतगुरु ने उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए ट्वीट किया, अपने नाम के अनुरूप ही एक शानदार उदाहरण सत्य पॉल ने अथाह जुनून और अविश्वसनीय भागीदारी के साथ जीया। भारतीय फैशन उद्योग पर आपका विशिष्ट दृष्टिकोण ही आपके लिए श्रद्धांजलि है। हमारे साथ आपका रहना सौभाग्य की बात है।
साठ के दशक में रिटेल से की शुरुआत 
सत्य पॉल ने 60 के दशक में रिटेल कारोबार से अपना सफर शुरू बकिया था। बाद में उन्होंने भारतीय हथकरघा उत्पादों को यूरोप और अमेरिका के महंगे रिटेल स्टोर तक पहुंचाया। 1980 में उन्होंने एल’अफेयर के नाम से भारत में पहला साड़ी बुटीक खोला। इसके बाद उन्होंने फैशन की दुनिया में के आयाम गढ़े। उनकी एक अलग पहचान बन गई थी।