Home Blog Page 685

किसान नेता बोले-पूरी मोदी सरकार बंगाल में, इसलिए हम भी यहां आए

नंदीग्राम में खेला होबे, नंदीग्राम और सिंगूर में किसान महापंचायत का होगा अयोजन

पश्चिम बंगाल में सियासी घमासान बढ़ता ही जा रहा है। एक ओर जहां भाजपा और तृणमूल कांग्रेस एक दूसरे पर हिंसा के जरिये राजनीतिक फायदा उठाने की फिराक में हैं, तो दूसरी ओर किसान संगठनों ने भी केंद्र सरकार के खिलाफ लगता है हर मोर्चे पर कमर कस ली है। शायद इसी को देखते हुए अब दिल्ली की सीमाओं पर डटे किसानों का एक बड़ा दल पश्चिम बंगाल में सियासी माहौल में गरमी पैदा करने पहुंच गया है। राकेश टिकैत, मेधा पाटकर और योगेंद्र यादव जैसे दिग्गज बंगाल की जमीन पर पहुंचकर भाजपा के खिलाफ माहौल बनाने के लिए किसान पंचायतों का आयोजन कर रहे हैं।
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने शनिवार को ट‌्वीट किया-बंगाल में मुट्ठी भर चावल मांगने वाले दूसरे राज्यों में किसानों को धान मूल्य नहीं देते एक अन्य ट‌वीट में उन्होंने कहा कि कन्याकुमारी से कश्मीर तक यात्रा करने वाले समूह को तमिलनाडु पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर यात्रा रोकी गई। देश का हर किसान इसकी निंदा करता है।
बंगाल के सियासी घमासान में अब किसान आंदोलन की एंट्री होने के साथ राकेश टिकैत शनिवार को कोलकाता के भवानीपोरा में आयोजित किसान महापंचायत में शामिल हुए। इस दौरान टिकैत ने कहा कि आप भाजपा को वोट मत दीजिए, भले चाहे किसी और पार्टी को दे दीजिए। हम यहां क्रांतिकारियों की धरती से अपनी लड़ाई आगे बढ़ाने आए हैं। जब तक कानून वापसी नहीं, तब तक घर वापसी नहीं।
टिकैत यहीं नहीं रुके, उन्होंने कहा कि जब पूरी सरकार दिल्ली छोड़कर बंगाल में चुनाव प्रचार करने में व्यस्त है। इसीलिए हमारे सारे नेता भी यहां पहुंच गए हैं। सरकार किसानों से बात नहीं कर रही। हम आंदोलन पूरे साल चलाने के लिए तैयार हैं। जब सरकार आंदोलन वापस नहीं ले लेती, हमारा आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि जहां-जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जाएंगे, हम उन्हें फॉलो करेंगे।
किसानों की महापंचायत नंदीग्राम और सिंगूर व आसनसोल में आयोजित होनी है। नंदीग्राम इस बार का हॉट केंद्र बन गया है। यहां से ममता बनर्जी के साथ उनके खास रहे अब भाजपाई शुभेंदु अधिकारी के बीच मुख्य मुकाबला है। यानी बंगाल का खेला होबे का केंद्र नंदीग्राम हो गया है। यहां  शुक्रवार शाम को ही टिकैत महापंचायत को संबोधित करेंगे।  किसान मोर्चा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि हम बंगाल के किसानों से अपील करते हैं कि वे भाजपा का बहिष्कार करें और उसे वोट न दें। चुनाव में करारी हार के बाद भाजपा सरकार कृषि कानून वापस लेना ही पड़ेगा।
इस मौके पर योगेंद्र यादव ने कहा कि हम किसी पार्टी का समर्थन नहीं कर रहे हैं और न ही लोगों से किसी पर्टिकुलर पार्टी को वोट देने के लिए कह रहे हैं। हमारा मकसद है कि भाजपा को सबक सिखाया जाए। उन्होंने कहा कि सरकार के कानों तक हमारी बात पहुंचाने के लिए जरूरी है कि आगामी चुनाव में उसे नुकसान पहुंचे।
सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटकर ने कहा कि सरकार कुछ कॉरपोरेट्स के हाथों देश को बेचने की कोशिश कर रही है। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वे सावधानी से अपने मताधिकार का प्रयोग करें। किसानों का अपमान करने के लिए केंद्र की निंदा करते हुए पाटकर ने कहा कि ब्रिटिश शासकों ने भी इसका सहारा नहीं लिया था, जिसे मौजूदा सरकार कानून का रूप दे रही है।

वाजपेयी सरकार में वित्त मंत्री रहे यशवंत सिन्हा टीएमसी में शामिल

भाजपा (एनडीए) सरकारों में वित्त मंत्री सहित अन्य पदों पर रह चुके बिहार के बड़े नेता यशवंत सिन्हा शनिवार को ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी में शामिल हो गए हैं। मोदी सरकार बनने के बाद लगातार केंद्र की भाजपा सरकार के खिलाफ मुद्दे उठाने वाले सिन्हा के बेटे जयंत भाजपा से ही सांसद हैं।
पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा तब टीएमसी में शामिल हुए हैं जब बंगाल में विधानसभा के चुनाव चल रहे हैं। सिन्हा को अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल में कई अहम मंत्रालयों का कार्यभार मिला लेकिन मोदी के सत्ता में आने के बाद उन्हें दरकिनार किया गया। इससे आहत होकर सिन्हा लगातार मोदी सरकार की निंदा करते रहे हैं।
बता दें यशवंत सिन्हा प्रशासनिक अधिकारी रह चुके हैं और 1984 में उन्होंने प्रशासनिक सेवा से इस्तीफा देकर पार्टी ज्वाइन की थी। अटल सरकार ही नहीं, सिन्हा  भाजपा संगठन में भी कई महत्वपूर्ण पदों पर रहे हैं। वर्ष 1988 में सिन्हा राज्यसभा के लिए भी चुने गए थे।
सिन्हा के टीएमसी में जाने से पार्टी को बंगाल में हिंदी भाषी मतदाताओं का  है। सिन्हा बड़े राजनीतिक नेता हैं और पिछले काफी समय से वे बयानों के आलावा किसी राजनीतिक दल से नहीं जुड़े थे।

10,000 रन बनाने वाली दूसरी महिला बल्लेबाज बनीं मिताली राज

भारतीय महिलाएं रोजना नया कीर्तिमान स्थापित कर रही हैं। खिलाड़ी से लेकर फाइटर पायलट तक हर जगह अपनी प्रतिभा के दम पर जांबाजी का प्रदर्शन कर रही हैं। शुक्रवार को भारतीय महिला वनडे टीम की कप्तान मिताली राज ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीसरे वनडे में एक और कीर्तिमान अपने नाम किया। वे अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में 10 हजार रन पूरे करने वाली दुनिया की दूसरी और भारत की पहली महिला बल्लेबाज बन गई हैं। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में आठ शतक और 75 अर्द्धशतक लगा चुकी हैं। लखनऊ में दक्षिण अफ्रीकी टीम के खिलाफ 35 रन पूरी करते ही यह रिकॉर्ड बनाया। हालांकि भारतीय महिला टीम ने यह मैच गंवा दिया।
दिग्गज भारतीय बल्लेबाज मिताली ने अपने करियर में 46.73 की औसत से 10,001 रन पूरे कर लिए हैं। इससे पहले इंग्लैंड की पूर्व कप्तान चार्लेट एडवर्ड्स ही दुनिया की ऐसी बल्लेबाज हैं, जिन्होंने 10 हजार के आंकड़े को पार किया है। चार्लेट के नाम 10,273 रन बनाए हैं। यानी मिताली उनके रिकॉर्ड तोड़ने से महज 272 रन पीछे हैं। चार्लेट 2017 में संन्यास ले चुकी हैं।
मिताली राज ने अब तक 212 वनडे में 50.53 की औसत से 6,974 रन बनाए हैं। वनडे में सबसे ज्यादा रन बनाने वाली महिला क्रिकेटर भी हैं। वहीं, 89 टी-20 मैचों में उनके नाम 2,364 रन हैं। जबकि, 10 टेस्ट में मिताली ने 663 रन बनाए हैं।
मिताली वनडे और टी-20 में भारत की सबसे ज्यादा रन बनाने वाली महिला क्रिकेटर हैं। जबकि, टेस्ट में तीन क्रिकेटर ने उनसे ज्यादा रन बनाए हैं। मिताली के नाम दुनिया में सबसे ज्यादा 212 वनडे खेलने का रिकॉर्ड भी है यानी 200 वनडे खेलने वाली अकेली महिला क्रिकेटर हैं।
पुरुष और महिला दोनों वर्ग में मिताली राज सबसे लंबे वक्त (21 साल 254 दिन) तक वनडे खेलने वाली दुनिया की दूसरी क्रिकेटर भी हैं। मिताली से आगे सिर्फ भारतीय क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर हैं, जिनका वनडे करियर 22 साल, 91 दिन का रहा है। मिताली ने श्रीलंका के सनथ जयसूर्या को पीछे छोड़ा है। जयसूर्या का वनडे करियर 21 साल, 184 दिन का रहा।

‘टूलकिट’ मामले में आरोपी शुभम चौधरी की जमानत पर 15 मार्च को सुनवाई

कोर्ट ने आरोपी शुभम चौधरी की अर्जी पर 15 मार्च को सुनवाई का फैसला किया है।  कोर्ट ने आदेश दिया है कि 15 मार्च तक पुलिस आरोपी शुभम कर चौधरी के खिलाफ कोई कोरेसिव एक्शन नहीं लिया जाये।

बॉम्बे हाईकोर्ट ने हाल ही में पर्यावरणविद् शुभम कर चौधरी को ट्रांजिट अग्रिम जमानत दी थी। ग्रेटा थनबर्ग के द्वारा शेयर की गई ‘टूलकिट’ दस्तावेज के संबंध में दिल्ली पुलिस द्वारा दर्ज मामले में शुभम कर चौधरी की जमानत अर्जी पर पटियाला हाउस कोर्ट में 15 मार्च को सुनवाई होगी।

आरोपी निकिता जैकब और शांतुन मुलुक की जमानत याचिका पर भी पटियाला हाउस कोर्ट में 15 मार्च को सुनवाई होगी।  गौरतलब है कि कोर्ट ने पिछले दिनों इन आरोपियों की अग्रिम जमानत की अवधि बढ़ाते हुए 15 मार्च तक गिरफ्तारी से सुरक्षा भी दी थी।

शुभम के वकील ने कोर्ट से आपील की थी, कि इस मामले में बाकी आरोपियों की जमानत अर्जी पर कोर्ट 15 मार्च को सुनवाई करने वाला है इसलिये आरोपी शुभम कर चौधरी की अर्जी पर भी 15 मार्च को सुनवाई होनी चाहिये।

ममता पर हमले की जिम्मेदारी चुनाव आयोग को लेनी होगी: तृणमूल कांग्रेस

तृणमूल कांग्रेस ने अपनी पार्टी सुप्रीमो और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री पर हमले को लेकर निर्वाचन आयोग पर निशाना साधा है। नंदीग्राम में चुनाव प्रचार के दौरान हमले में चोटिल हुईं सीएम ममता बनर्जी को सुरक्षा मुहैया कराने में नाकाम रहने पर निर्वाचन आयोग की वीरवार को सिर्फ निंदा ही नहीं की, बल्कि पार्टी की ओर से कहा गया कि आयोग को इसकी जिम्मेदारी लेनी होगी। क्योंकि विधानसभा चुनाव के ऐलान के बाद कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी उसी की है, वह इससे बच नहीं सकता।
तृणमूल कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने दावा किया कि यह हमला तृणमूल प्रमुख की जान लेने का गहरा षड्यंत्र था। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने पड़ोसी राज्यों से असामाजिक तत्वों को हिंसा करने के लिए नंदीग्राम बुलाया था। तृणमूल के प्रतिनिधिमंडल ने आयोग के अधिकारियों से मुलाकात करने के बाद निर्वाचन आयोग पर भाजपा नेताओं के आदेशानुसार काम करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी पर हमला होने की आशंका के बावजूद आयोग ने खास सुरक्षा के कदम नहीं उठाए।
तृणमूल महासचिव पार्थ चटर्जी ने कहा कि बंगाल में कानून-व्यवस्था की स्थिति अच्छी थी, लेकिन चुनावों की घोषणा के बाद कानून-व्यवस्था निर्वाचन आयोग की जिम्मेदारी बन गई। उन्होंने कहा कि इसे इत्तफाक कहें या कुछ और आयोग ने राज्य पुलिस के डीजीपी को जिस हटा दिया, उसके अगले ही दिन माननीय मुख्यमंत्री पर हमला हो गया। निर्वाचन आयोग ने वीरेंद्र को पश्चिम बंगाल के पुलिस महानिदेशक पद से तत्काल प्रभाव से हटाने का मंगलवार को आदेश दिया था और उनकी जगह पी नीरजनयन को नियुक्त किया है।
तृणमूल नेता चटर्जी ने दावा किया कि वरिष्ठ भाजपा नेताओं के कई बयानों से ये पर्याप्त संकेत मिले थे कि बनर्जी पर हमला हो सकता है और ये जानकारियां होने के बावजूद मुख्यमंत्री को सीएम को पर्याप्त सुरक्षा मुहैया नहीं कराई गई। उन्होंने कहा कि जब ईसी प्रशासन का प्रभारी है, तो ममता बनर्जी पर हमले की जिम्मेदारी कौन लेगा? ईसी को इस घटना की जिम्मेदारी लेनी होगी। उन्होंने कहा कि भाजपा आयोग से जिस अधिकारी को हटाने के लिए कह रही, उसे हटाया जा रहा है।
इससे पहले, राज्य के मंत्री चटर्जी के नेतृत्व में तृणमूल कांग्रेस के तीन सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल ने आयोग के अधिकारियों से मुलाकात की और मामले में शिकायत दर्ज कराई। प्रतिनिधिमंडल ने मामले की संपूर्ण जांच कराए जाने की मांग की। इसी बीच, भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने भी निर्वाचन आयोग के अपफसरों से मुलाकात करके सीएम पर हमले की घटना की विस्तृत जांच कराए जाने की मांग की।

मदन मित्रा बोले-यह घटना कहीं और होती तो दूसरा ’गोधरा’ कांड हो जाता
अपनी पार्टी तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो और मुख्यमंत्री पर हमला होने से उस पार्टी के नेताओं का गुस्सा होना स्वाभाविक है। पार्टी के वरिष्ठ नेता मदन मित्रा ने कहा कि ऐसा लगता है कि यह वारदात खास तरह से प्रशिक्षित लोगों के जरिये अंजाम दी गई। उन्होंने कहा कि अगर इस प्रकार की घटना किसी अन्य राज्य में होती, मान लीजिए गुजरात तो यह एक और गोधरा का सबब बन सकती थी। यह उनकी हत्या की साजिश थी। उन्होंने कहा कि उम्मीदवार होने के नाते मैं आरोप लगा रहा हूं, लेकिन पुलिस हमारी बात नहीं सुन रही है। यहां गुंडागर्दी चल रही है। जनता को मालूम है ये सब कौन कर और करवा रहा है?

माकपा ने 5 मंत्रियों समेत 33 विधायकों के टिकट काटे

केरल में सत्ताधारी मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने अपने 83 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है। विधानसभा चुनाव में पार्टी ने आम लोगों के साथ ही नेताओं को भी चौंकाते हुए 33 मौजूदा विधायकों और 5 मंत्रियों के टिकट काट दिए हैं। सत्ताधारी दल ने वित्त मंत्री थॉमस इसाक का भी टिकट काट दिया यगा है।
पार्टी ने अपने उम्मीदवारों की सूची में 12 महिलाओं को मौका दिया है। इसके अलावा कई युवा चेहरे भी उतारे हैं। पार्टी ने एक फॉर्मूला बनाया हैकि जो दो बार से ज्यादा चुना जा चुका है उसको टिकट नहीं मिलेगा।

सत्ताधारी पार्टी के एक नेता का कहना है कि सत्ताविरोधी लहर से निपटने के लिए इतने ज्यादा मौजूदा विधायकों के टिकट काटे गए हैं। 140 विधानसभा सीटों वाले केरल में सीपीएम कुल 85 सीटों पर लड़ रही है, जिनमें से 83 सीटों पर उसने उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है। पिछली बार यानी 2016 में एलडीएफ गठबंधन ने 140 सीटों में से 91 सीटों पर जीत दर्ज की थी।

पार्टी का कहना है कि उत्तर केरल की मंचेश्वरम और इडुक्की जिले की देवीकुलम सीट पर बाद में उम्मीदवार का फैसला किया जाएगा। सीपीएम की लिस्ट में विजयराघवन की पत्नी प्रोफेसर आर. बिंदु को भी शामिल किया गया है। हालांकि कानून मंत्री एके बालन की पत्नी को पार्टी ने टिकट नहीं दिया है। उनकी उम्मीदवारी का कांग्रेस के दिग्गज नेता शशि थरूर ने विरोध किया था।
इस साल विधानसभा चुनाव में पीडब्ल्यूडी मंत्री जी सुधाकरण, कानून मंत्री एके बालन, शिक्षा मंत्री सी. रवींद्रन, उद्योग मंत्री ईपी जयराजन और वित्त मंत्री थॉमस इसाक जैसे मंत्रियों का टिकट काट दिया गया है।

नंदीग्राम में नामांकन के बाद सीएम ममता बनर्जी पर हमला, पैर में चोट लगी

पश्चिम बंगाल में जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं, सियासी सरगर्मियां तेज होती जा रही हैं। यहां पर हमले होना अब पुरानी बात हो गई है। नंदीग्राम में सबसे हाॅट मुकाबला है। बुधवार को यहां पर प्रचार के दौरान सीधा टीमएमसी प्रमुख और राज्य की मुख्यमंऋी पर हमला किया गया। इससे हालात का अंदाजा लगा सकते हैं। हालांकि इस पर भी सियासत शुरू हो गई है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नंदीग्राम से अपना नामांकन भर दिया है। नामांकन से पहले ममता बनर्जी ने नंदीग्राम के सबसे पुराने शिव मंदिर के दर्शन किए और भगवान शिव की पूजा-अर्चना की। मंदिर में जाने से पहले ममता बनर्जी ने पैदल मार्च भी किया, जिस दौरान कार्यकर्ताओं ने खेला होबे का नारा लगाया। वहीं वीरवार को वह कालीघाट से घोषणापत्र भी जारी करेंगी।
पैर में चोटिल होने के बाद ममता ने कहा कि 4-5 घंटे तक एक भी पुलिस अधिकारी मौजूद नहीं था। ममता ने बताया कि कुछ लोगों ने उन्हें पीछे से धक्का दे दिया। उन्होंने कहा कि 4-5 लोगों ने गाड़ी एकदम बंद कर दी। बहुत चोट लग गई। विरोधी गुट पर इस हमले की आशंका जताई जा रही है।

कार्यक्रम के दौरान कोई स्थानीय पुलिस भी मौजूद नहीं थी। यह निश्चित रूप से एक साजिश थी। इस हमले के बाद सीएम ममता बनर्जी को सड़क मार्ग से ग्रीन कॉरिडोर बनाकर नंदीग्राम से कोलाकाता लाया जा रहा है। नंदीग्राम में टीएसी छोड़ने वाले शुभेंदु अधिकारी से मुख्य मुकाबला है। शुभेंदु कई बार बयान देकर दावा कर चुके हैं कि वह ममता बनर्जी को 50 हजार से अधिक मतों से हराएंगे।

भाजपा बोली-नाटक कर रही हैं ममता बनर्जी
प्रचार के दौरान ममता बनर्जी के पैर में चोट लगने के बाद सियासी बयानबाजी भी शुरू हो गई है। इसी क्रम में भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि ममता दीदी नाटक रही हैं। उन्होंने कहा कि ममता दीदी ऐसे ड्रामा करके सहानुभूति पाने की कोशिश कर रही हैं। उन्होंने कहा कि अगर उन पर हमला हुआ तो मामले की सीबीआई जांच करवाएं।

तीरथ सिंह रावत बने उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री; राजभवन में सादे समारोह में ली शपथ

तमाम कयासों के विपरीत भाजपा ने बुधवार सुबह पूर्व शिक्षा मंत्री तीरथ सिंह रावत को उत्तराखंड का नया मुख्यमंत्री नियुक्त किया और उन्हें भाजपा विधायक दल ने  एक बैठक में अपना नया नेता चुना। इसके बाद शाम 4.15 बजे रावत ने नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले ली। तीरथ ने कहा कि उन्होंने कभी सोचा नहीं था कि वे मुख्यमंत्री बनेंगे।
उत्तराखंड की राज्यपाल ने राजभवन में एक सादे समारोह में उन्हें शपथ दिलाई। समझा जाता है कि तीरथ की नियुक्ति आलाकमान ने ही की और बाद में विधायक दल ने उनके नाम पर मुहर लगाने की औपचारिकता पूरी की।
इसके बाद तीरथ राज्यपाल से मिले और अपना नियुक्ति पत्र उन्हें सौंपा। इसके बाद शाम 4.15 बजे रावत ने नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले ली। इससे पहले मंगलवार को त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। नए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत पौड़ी गढ़वाल से सांसद हैं। उन्हें छह महीने के भीतर अब विधानसभा का चुनाव लड़ना होगा।
उनका कार्यकाल एक साल ही रह पायेगा क्योंकि सरकार पहले ही चार साल पूरे कर चुकी है। भाजपा के प्रेक्षक रमन सिंह भी सुबह विधायक दल की बैठक में उपस्थित थे। फैसले के तुरंत बाद पूर्व  त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मीडिया के लोगों से कहा कि बैठक में तीरथ सिंह रावत को नया नेता चुना गया है। तीरथ सिंह पार्टी में प्रदश अध्यक्ष, संगठन मंत्री और सरकार में शिक्षा मंत्री भी रहे हैं।

केरल चुनाव से ऐन पहले पीसी चाको ने दिया कांग्रेस से इस्तीफा

पिछले एक साल से पार्टी से नाराज चल रहे पीसी चाको ने बुधवार को कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने अपना इस्तीफा पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेजा है।
चुनाव से ऐन पहले वरिष्ठ नेता पीसी चाको ने पार्टी से नाता तोड़ा है। चाको पिछले एक साल से पार्टी से खफा चल रहे थे। अब उन्होंने अपना इस्तीफा पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेज दिया है।
बता दें केरल में 6 अप्रैल को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होना है। इससे पहले चाको का इस्तीफा कांग्रेस के लिए झटका माना जा रहा है। वह पिछले साल से ही पार्टी से असंतुष्ट थे और उनके पार्टी छोड़ने की चर्चा हो रही थी लेकिन चाको ने इसके लिए चुनाव का समय चुना है।
देखना है कि चाको क्या अब भाजपा या सीपीएम में शामिल होते हैं या और कोई फैसला करते हैं। भाजपा में हाल ही में मेट्रोमैन श्रीधरन भी शामिल हुए थे। केरल में कांग्रेस चुनाव जीतने के लिए जी तोड़ कोशिश कर रही है।

ममता बनर्जी ने नंदीग्राम से किया नामांकन दाख़िल; सुवेंदु से है मुकाबला

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को नंदीग्राम विधानसभा सीट से अपना नामांकन दाखिल कर दिया। भाजपा के चुनौती को स्वीकार करते हुए उन्होंने उसके सबसे बड़े चेहरे सुवेंदु अधिकारी के खिलाफ ताल ठोककर भाजपा और अधिकारी दोनों को रक्षात्मक कर दिया है। नामांकन दाखिल करने से पहले ममता बनर्जी ने शिव मंदिर में पूजा अर्चना की।
अपनी परम्परागत सीट भवानीपुर में उन्होंने अपने विश्वस्त सहयोगी सोवनदेब चटर्जी को मैदान में उतारा है। हल्दिया में रोड शो के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नामांकन दाखिल करने पहुंचीं। भाजपा के उम्मीदवार शुवेंदु अधिकारी भी नंदीग्राम पहुंच गए हैं और पैदल मार्च निकाल रहे हैं। अभी तक वे नंदीग्राम से ममता और टीएमसी की ताकत के बूते चुनाव लड़ते रहे हैं, जबकि इस बार उन्हें अपनी नई पार्टी भाजपा से चुनाव लड़ना है।
दिलचस्प यह है कि अधिकारी ममता बनर्जी को नंदीग्राम में ‘बाहरी’ बता रहे हैं। हालांकि, ममता नंदीग्राम आंदोलन से ही राजनीति में ताकतवर होकर उभरी हैं और वहां उन्हें बच्चा-बच्चा पहचानता है।
आज ममता बनर्जी के साथ कार्यकर्ताओं की बड़ी संख्या रही। शिव मंदिर में पूजा करने के बाद ममता बनर्जी हल्दिया पहुंचीं। बंगाल में चुनाव प्रचार के लिए तृणमूल कांग्रेस का स्लोगन ‘बांग्ला निजेर मेकेई चाई’ यानी’ अर्थात बंगाल अपनी बेटी चाहता है है। हल्दिया के मंजूश्री मोड़ से एसडीओ ऑफिस तक पदयात्रा के बाद ममता ने अपना परचा दाखिल किया।