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मशहूर गायक नरेंद्र चंचल का निधन, लता मंगेशकर, मोदी ने शोक जताया

मशहूर भजन गायक नरेंद्र चंचल का निधन हो गया है। चंचल (80) कुछ समय से विमार थे और उनका दिल्ली के अपोलो अस्पताल में इलाज चल रहा था और यहीं  शुक्रवार उनका निधन हुआ। उनके कई भजन बहुत ज्यादा लोकप्रिय हुए। पीएम मोदी और लता मंगेशकर सहित कई हस्तियों ने चंचल के निधन पर शोक जताया है।

चंचल ने कई फिल्मों के लिए भी पार्शव गायन किया। इनमें बॉबी, बेनाम और रोटी कपड़ा और मकान जैसी फ़िल्में शामिल हैं। ‘चलो बुलावा आया है’ और ‘ओ जंगल के राजा मेरी मैया को लेके आजा’ जैसे उनके भजन बहुत ज्यादा लोकप्रिय हुए।

उन्हें माता का अनन्य भक्त माना जाता था और वे वैष्णों देवी मंदिर में भी कई कार्यक्रम कर चुके हैं। चंचल हर साल 29 दिसंबर को वैष्णों देवी जाते थे और साल के आखिरी दिन परफॉर्म भी करते थे।

उनका जन्म 16 अक्टूबर, 1940 को अमृतसर के नमक हांडी में हुआ था। उनका पालन पोषण बहुत ही धार्मिक वातावरण में हुआ और बहुत संघर्ष के बाद उन्हें बॉलीवुड में काम मिला। चंचल ने अपनी बायोग्राफी ‘मिडनाइट सिंगर’ भी लिखी जिसमें उन्होंने अपने संघर्ष का विस्तृत जिक्र किया है।

चंचल वैसे तो देवीमां के भक्ति गीतों के लिए जाने-जाते थे लेकिन उन्होंने बॉलीवुड में भी कई हिट गानों को आवाज दी। चंचल को ‘बेस्ट मेल प्लेबैक सिंगर’ का ‘फिल्मफेयर अवॉर्ड’ भी मिला। बॉलीवुड में उनकी गायकी की शुरुआत ऋषि कपूर की फिल्म ‘बॉबी’ से 1973 में हुई। इसके बाद ‘बेनाम’, ‘रोटी कपड़ा और मकान’ और ‘अवतार’ जैसी फिल्मों में उनके गाए गाने फेमस हुए। इसके बाद उन्होंने खुद को भजन गायकी की तरफ मोड़ लिया और इसी में रम गए।

लता मंगेशकर का ट्वीट –
@mangeshkarlata
मुझे अभी पता चला की बहुत गुणी गायक, मातारानी के भक्त नरेंद्र चंचल जी का आज स्वर्गवास हुआ। ये सुनके मुझे बहुत दुख हुआ। वो बहुत अच्छे इंसान थे। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें। मैं उनको विनम्र श्रद्धांजली अर्पण करती हूँ।

कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव जून में, विधानसभा चुनाव के बाद होगा

कांग्रेस नए अध्यक्ष के लिए चुनाव देश की कुछ विधानसभाओं के लिए होने वाले चुनावों के बाद करेगी। यह चुनाव जून के आखिर में होगा। कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) की शुक्रवार हुई बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा हुई और यह फैसला किया गया कि विधानसभा चुनाव निबटाकर अध्यक्ष का चुनाव किया जाए।

इस साल पांच विधानसभाओं के लिए चुनाव होने हैं। इनमें से पुडुचेरी में कांग्रेस की सरकार है जबकि अन्य चार में नहीं। असम और केरल में कांग्रेस वापसी की कोशिश कर रही है जबकि पश्चिम बंगाल में वह सीपीएम और तमिलनाड में डीएमके के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी। पार्टी को इन पांच राज्यों में चुनाव पर ध्यान देना है और यदि वह चुनाव से पहले अध्यक्ष के चुनाव में उलझी तो प्रचार प्रभावित हो सकता है।

असम में कांग्रेस ने बदरुद्दीन अज़मल की पार्टी से समझौता किया है और एनआरसी के मुद्दे से उपजे विवाद के बाद पार्टी भाजपा के खिलाफ पूरी ताकत से चुनाव में उतरना चाहती है। राहुल गांधी चूंकि चुनाव प्रचार के लिए कांग्रेस का सबसे बड़ा चेहरा हैं, फिलहाल पार्टी अध्यक्ष के चुनाव को रोककर उसके बाद ही करना चाहती है।

आज कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में अध्यक्ष सोनिया गांधी ने किसानों के मुद्दे को जोर शोर से उठाने की बात कहीं और कहा आने वाले संसद सत्र में कांग्रेस इसे पूरी ताकत से उठाएगी। कांग्रेस शुरू से ही मोदी सरकार के तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रही है। सोनिया गांधी ने बैठक में कहा कि किसानों के मुद्दे पर सरकार का रुख घमंडी और असंवेदनशीलता दिखता है। सोनिया ने कहा कि नए कृषि कानूनों को जल्दबाजी में लागू किया गया और इस पर संसद में सही तरीके से चर्चा तक नहीं की गई क्योंकि सरकार अमीरों को फायदा देना चाहती थी।

बैठक में कांग्रेस ने अर्नब गोस्वामी चैट लीक गेट की भी चर्चा की और इस चैट के कुछ अंशों जिनमें पुलवाला, बालाकोट आदि की अग्रिम जानकारी होने की बात सामने आती है, को बहुत गंभीर मुद्दा बताया। सोनिया ने बैठक में अरनब की कथित वॉट्सएप चैट का हवाला देते हुए कहा कि दूसरों को देशभक्ति और राष्ट्रवाद का प्रमाणपत्र बांटने वाले अब पूरी तरह बेनकाब हो गए हैं।  उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा से पूर्ण रूप से समझौता किया गया।

कांग्रेस को भरोसा है कि केरल, पुडुचेरी और असम विधानसभा चुनाव में उसका प्रदर्शन अच्छा रहेगा जबकि तमिलनाड और बंगाल में भी वह अच्छी सीटें जीतेगी। केरल से राहुल गांधी अध्यक्ष हैं और उनके वहां से लड़ने भर से पार्टी ने लोकसभा चुनाव में जबरदस्त प्रदर्शन किया था। वायनाड के सांसद के नाते भी राहुल का प्रदर्शन बहुत बेहतर रहा है।

हाल में एक एजेंसी ने अपने सर्वे में बताया था कि देश भर में लॉक डाउन में सबसे बेहतर काम करने वाले सांसदों में राहुल गांधी तीसरे नंबर पर थे। ऐसे में चुनाव प्रचार में उनके उतरने से केरल में कांग्रेस अपने साझीदारों के साथ सत्ता में लौटने की पक्की उम्मीद कर रही है, जहाँ इस समय वाम मोर्चा की सरकार है।

यदि कांग्रेस विधानसभा चुनावों में अच्छा प्रदर्शन करती है तो कांग्रेस के भीतर इससे माहौल अच्छा होगा। नेताओं और कार्यकर्ताओं की निराशा घटेगी। कांग्रेस में बड़ा वर्ग राहुल गांधी को दोबारा अध्यक्ष बनाना चाहता है। हाल में जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने भी कहा था कि विरोधी राहुल गांधी को जिस मर्जी भाषा में पुकारें, सच यह है कि देश में राहुल गांधी ही अकेले ऐसे नेता हैं जो नरेंद्र मोदी की नीतियों के खिलाफ मजबूती से खड़े रहे हैं। महबूबा और पीडीपी के अलावा फारूक अब्दुल्ला और उनकी पार्टी एनसी भी कांग्रेस के साथ नजदीकी बढ़ाना चाहती है।

आज की कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में यह फैसला किया गया है कि मई में पार्टी के अध्यक्ष सहित आंतरिक चुनाव कराए जाएंगे।

‘तहलका’ की जानकारी के मुताबिक आज की बैठक में महासचिव केसी वेणुगोपाल ने सेंट्रल इलेक्शन अथॉरिटी का शेड्यूल पढ़ा और बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष के लिए मई में चुनाव होंगे। यह चुनाव पांच राज्यों के चुनाव के बाद होंगे। बैठक में कहा गया कि आंतरिक चुनाव के चलते पार्टी का विधानसभा चुनाव से ध्यान बंटे।

बैठक के बाद कांग्रेस नेताओं किसी वेणुगोपाल और रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि जून के आखिर तक पार्टी अध्यक्ष का चुनाव करेगी। बैठक में इसे लेकर फैसला हुआ है। बैठक में तीन प्रस्ताव भी पास किये गए।

कर्नाटक के शिवमोगा में विस्फोट में अब तक 15 लोगों की मौत

कर्नाटक के शिवमोगा जिले में पिछली रात हुए विस्फोट में अब तक 15 लोगों की जान जा चुकी है। हादसा तब हुआ जब रात को ट्रक में भरकर ले जाए जा रहे विस्फोटक में धमाका हो गया। इस हादसे में कई लोग घायल हुए हैं। पीएम नरेंद्र मोदी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस हादसे पर गहरा शोक जताते हुए जान गंवाने वालों के परिजनों से संवेदना जताई है।

हादसा रात करीब 10.20 बजे हुआ जब अब्बलगेरे गांव के पास डायनामाइट ब्लास्ट हो गया। इस हादसे में अब तक 15 मजदूरों की मौत हो चुकी है। धमाका इतना जबरदस्त था कि आसपास के कई घरों के शीशे टूट गए और शिवमोगा के नजदीकी जिले चिकमंगलूर तक इसकी आवाज सुनाई दी। पुलिस के मुताबिक जिस जगह ये हादसा हुआ वो शिवमोगा शहर से करीब 5 किलोमीटर दूर है। मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने घटना की रिपोर्ट तलब कर उच्च-स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। पुलिस और अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर पूरे इलाके को सील कर दिया गया है।

हादसा तब हुआ जब एक ट्रक में रखी जिलेटिन की छड़ों में शक्तिशाली विस्फोट हो गया। विस्फोट इतना जबरदस्त था कि शहर के लोग इसे भूकंप के झटके समझकर घबराकर घरों से बाहर निकल भागे। शहर के बाहरी इलाके में स्थित हनासोडू गांव के पास यह धमाका हुआ था जेलेटिन की छड़ों से भरे ट्रक के परखच्चे उड़ गए। सभी पीड़ित बिहार के रहने वाले थे और स्टोन क्रशिंग स्थल पर मजदूरी करते थे।

धमाका इतना तेज था कि शिवमोगा के नजदीकी जिले चिकमंगलूर तक इसकी आवाज सुनाई दी।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कर्नाटक के शिवमोगा जिले में विस्फोट से हुए जानमाल के नुकसान पर अहरा दुख जताया है। मोदी ने कहा कि राज्य सरकार प्रभावितों को हरसंभव मदद पहुंचा रही है। राहुल गांधी ने भी मृतकों के परिजनों से संवेदना जताई है।

पुणे में सीरम इंस्टीट्यूट के भवन में आग की घटना में 5 की मौत

महाराष्ट्र के पुणे में गोपालपट्टी स्थित एसआईआई परिसर में स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के टर्मिनल-1 के नजदीक भवन में आग की घटना में 5 लोगों की मौत हो गयी है। इन लोगों के बुरी तरह जले शव मिले हैं। यह सभी  इंस्टीट्यूट के कर्मचारी हो सकते हैं। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा है कि आग की इस घटना की जांच की जाएगी।

बता दें  इंस्टीच्यूट के निदेशक अदार पूनावाला ने पहले बताया था कि आग पर काबू पा लिया गया है, हालांकि, उन्होंने जान माल के नुक्सान की बात नहीं की थी। टीवी विजुअल्स में भवन की खिड़कियों से भयंकर धुंआ उठते देखा गया था। दावा किया गया है कि आग लगने की घटना से कोविड-19 वैक्सीन का उत्पादन प्रभावित नहीं होगा। अब पता चला है कि आग की घटना में 5 लोगों की मौत हो गयी है। इन लोगों के बुरी तरह जले शव मिले हैं।

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा है कि आग की इस घटना की जांच की जाएगी। पुणे सीरम इंस्टीट्यूट के सीईओ अदार पूनावाला ने इस बात की पुष्टि की है कि हादसे में पांच लोगों की मौत हुई है। ट्वीट करके उन्होंने कहा – ‘मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना।’

बता दें सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया कोरोना की वैक्सीन कोविशिल्ड बना रही है, जिसकी आपूर्ति भारत समेत कई देशों में की जा रही है। जानकारी के मुताबिक पुणे के मंजरी में स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के नए प्लांट में आग लगी है। करीब  300 करोड़ की लागत से बने इस प्लांट में कोरोना वैक्सीन कोविशिल्ड का बड़े पैमाने पर प्रोडक्शन करने की योजना है।

बाइडन ने पद संभालते ही ट्रम्प के ‘पेरिस जलवायु समझौता’, ‘मुस्लिम ट्रैवल बैन’ से जुड़े फैसले पलटे  

अमेरिका में नई सरकार बनते ही पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के फैसले बदलने का क्रम शुरू हो गया है। जो बाइडन ने राष्ट्रपति की कुर्सी पर बैठते ही सबसे पहला जो बड़ा फैसला किया है वह पेरिस जलवायु समझौते पर दोबारा हस्ताक्षर करना है, जिसे ट्रम्प ने नवंबर में खत्म कर दिया था। इसके अलावा बाइडन ने अमेरिका में ‘मुस्लिम ट्रैवल बैन’ को भी खत्म कर दिया है।

राष्ट्रपति की कुर्सी पर बैठते ही बाइडन ने कई महत्वपूर्ण फैसले किये और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कई आदेशों को पलट दिया। व्हाइट हाउस की दी गयी जानकारी के मुताबिक नए राष्ट्रपति ने जलवायु परिवर्तन पर पेरिस समझौते में अमेरिका की फिर से वापसी के लिए उसपर हस्ताक्षर कर दिए हैं। बाइडन ने पेरिस जलवायु समझौते में दोबारा शामिल होने का ऐलान करते हुए कहा कि देश की जनता से चुनाव के दौरान उन्होंने इसका वादा किया था।

इसके अलावा बाइडन ने कोरोना वायरस के खिलाफ जंग तेज करने के इरादे से एक महामारी कंट्रोल करने के एक फैसले पर दस्तखत किये। इस आदेश के मुताबिक, उन्होंने मास्क को और सोशल डिस्टेंसिंग को अनिवार्य कर दिया है। बाइडन ने ट्रंप के एक और फैसले को पलटते हुए अमेरिका में ‘मुस्लिम ट्रैवल बैन’ को भी खत्म कर दिया है। ट्रंप ने इसके तहत कुछ मुस्लिम देशों और अफ्रीकी देशों के अमेरिका में ट्रेवल पर रोक लगा दी थी।
बाइडन ने  मैक्सिको बॉर्डर पर दीवार बनाने के ट्रंप के फैसले को भी पलट दिया और इसके लिए फंडिंग भी रोक दी। इस फैसले के बाद मैक्सिको ने जो बाइडेन की प्रशंसा की है। इतना ही नहीं, अमेरिका राष्ट्रपति जो बाइडेन ने राष्ट्रपति बनने के तुरंत बाद कीस्टोन एक्सएल पाइपलाइन के विस्तार पर भी रोक लगाने के आदेश पर दस्तखत किए हैं। कीस्टोन एक तेल पाइपलाइन है, जो कच्चे तेल को अल्बर्टा के कनाडाई प्रांत से अमेरिकी राज्यों इलिनोइस, ओक्लाहोमा और टेक्सास तक ले जाती है। बाइडन ने कीस्टोन एक्सएल पाइपलाइन के खिलाफ बात की थी और यहा कहा था ‘टार सैंड्स’ की हमें जरूरत नहीं है। बाइडन के राष्ट्रपति अभियान का एक प्रमुख वादा कीस्टोन एक्सएल परियोजना को रद्द करने की प्रतिबद्धता थी।

पीएम मोदी दूसरे चरण में लगवाएंगे कोरोना का टीका, उनके बाद सभी मुख्यमंत्रियों का भी आएगा नंबर

देश में टीकाकरण अभियान की सुस्त रफ़्तार देखते हुए अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दूसरे अभियान के दौरान कोरोना का टीका लगाएंगे। उनके बाद देश के मुख्यमंत्री भी ऐसा करेंगे। अभी तक की रिपोर्ट्स के मुताबिक टीकाकरण को लेकर लोगों के मन में भरी आशंकाओं के चलते टीकाकरण की रफ़्तार धीमी है।

वैसे तो अब तक लाखों लोग टीका लगवा चुके हैं, खबर है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वैक्सीनेशन के दूसरे चरण में कोरोना वैक्सीन लगवाएंगे। इसके साथ ही सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को भी दूसरे फेज में टीका लगाया जाएगा। दूसरे चरण में 50 साल से ज्यादा वालों को कोरोना का टीका लगाया जाएगा, जिसमें पीएम मोदी और कमोवेश सभी राज्यों के मुख्यमंत्री भी शामिल हैं।

पीएम मोदी ने 16 जनवरी को देशभर में टीकाकरण अभियान की शुरुआत की थी।

सरकार के मंत्री और स्वास्थ्य अधिकारी जनता को लगातार भरोसा दिला रहे हैं कि  वैक्सीन का कोई साइड इफेक्ट नहीं होगा।  हालांकि, इसके बावजूद कुछ ऐसे मामले आये हैं जिनमें लोगों को विपरीत परिस्थिति का सामना करना पड़ा है। एकाध मामले में टीका लगवाने के बाद व्यक्ति की मौत भी हुई, हालांकि, स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि यह मौत टीके से नहीं हुई है।

शेयर मार्केट में उछाल, सेंसेक्स पहली बार 50 हज़ार पार

अमेरिका में नई सरकार के गठन और मजबूत वैश्विक संकेतों के दम पर घरेलू शेयर बाजार वीरवार को नई ऊंचाई पर पहुंच गया। बीएसई सेंसेक्स पहली बार 50 हजार के स्तर को पार कर गया। सुबह सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 270 अंक के साथ 50,070 अंक पर पहुंच गया, जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 14,700 अंक के ऊपर कारोबार कर रहा था।
रिलायंस, बजाज फाइनेंस, आईसीआईसीआई और एक्सिस बैंक जैसे शेयरों के दम पर शेयर बाजार इतिहास में पहली बार 50 हजार के अंक को पार कर गया। जेके टायर के शेयरों में सबसे अधिक 9 फीसदी की उछाल देखी गई।
सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 27 बढ़त के साथ खुले यानी हरे रंग पर कारोबार कर रहे थे। बजाज फाइनेंस और बजाज फिनसर्व के शेयर 4 फीसदी और 3 फीसदी की तेजी के साथ खुले। दिसंबर तिमाही के नतीजों के घोषणा के बाद इन कंपनियों के शेयरों में तेजी का रुख जायँ है। बजाज ऑटो के शेयरों में भी एक फीसदी की तेजी रही। कंपनी वीरवार यानी आज अपने दिसंबर तिमाही के नतीजों की घोषणा भी करने वाली है।
इससे पहले, बुधवार को घरेलू शेयर बाजार में तेजी दर्ज की गई थी औए सेंसेक्स नई रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया था। बीएसई का 30 शेयरों वाला सूचकांक सेंसेक्स 393.83 अंक की बढ़त के साथ 49,792.12 अंक के नये रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुआ। इसी तरह निफ्टी 123.55 अंक की बढ़त के साथ 14,644.70 अंक के उच्च स्तर पर पहुंच गया था।

दिल्ली में चोर पीपीई किट पहनकर 25 किलो सोना उड़ा गया; बाद में पकड़ा गया, सोना भी बरामद

राजधानी दिल्ली के कालकाजी इलाके में एक चोर तमाम सुरक्षा बंदोबस्त को धता बताते हुए एक शोरूम से 25 किलो सोना उड़ाकर ले गया। उसने चोरी करते समय पीपीई किट पहन रखी थी। करीब 12 करोड़ का यह सोना बाद में उसी से बरामद कर लिया गया।

पुलिस ने मामले के आरोपी शेख नूर को कुछ घंटे में ही गिरफ्तार कर लिया और उसके पास से सोना भी बरामद हो गया है। जब सुबह शोरूम को मालिक ने खुला पाया और भीतर जाकर देखा तो वहां रखी करोड़ों की ज्वेलरी गायब थी। इसके बाद पुलिस में रिपोर्ट की गयी।

गणतंत्र दिवस से पहले चोरी की इस बड़ी वारदात ने सुरक्षा इंतजामों की पोल भी खोल कर रख दी है। घटना दिल्ली की कालकाजी मार्केट में अंजली ज्वेलर्स के बहुमंजिला ज्वेलरी शोरूम की है। चोरी (बाद में बरामद) की गयी ज्वेलरी की कीमत करीब 12 करोड़ रूपये बताई गयी है। पुलिस ने बताया कि वारदात करते हुए चोर ने पीपीई किट पहन रखी थी।

सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट गई और बाद में चोर को पकड़ लिया गया। ज्वेलरी शोरूम में हमेशा हथियारबंद सुरक्षाकर्मी तैनात रहते हैं और घटना के समय भी चार हथियारबंद सुरक्षाकर्मी तैनात थे लेकिन इसके बावजूद घटना हो गयी। जांच के समय पुलिस ने एक चोर को सीसीटीवी कैमरे में सीढ़ियों से उतरता हुआ देखा जिसने पीपीई किट पहनी थी। इसके बाद उसने तलाश शुरू की और उसे पकड़ लिया। सारा सोना भी उसके पास से बरामद हो गया है।

अमेरिका में बाइडन युग शुरू; शपथ ली, कमला हैरिस उप राष्ट्रपति बनीं

जो बाइडन अमेरिका के नए राष्ट्रपति बन गए हैं। वाशिंगटन में कैपिटल हिल में कुछ देर पहले उन्होंने अपने पद की शपथ ली। भारतीय मूल की कमला हैरिस उप राष्ट्रपति बनी हैं। पूर्व राष्ट्रपति अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज बुश, बिल क्लिंटन और बराक ओबामा समारोह के अलावा निवर्तमान उप राष्ट्रपति माइक पेंस भी शपथ समारोह में  उपस्थित रहे। कमला हैरिस के शपथ के बाद जेनिफर लोपेज ने म्यूजिकल प्रस्तुति दी। शपथ के बाद बाइडन ने कहा – ‘अमेरिका को एकजुट करना मेरा लक्ष्य है’।

इस तरह आज अमेरिका में ट्रम्प युग का अंत हो गया और बाइडन युग की शुरुआत हो गयी है। करीब पौने सात बजे ट्रम्प ने व्हाइट हाउस पत्नी मिलानिया के साथ छोड़ दिया। वे पहले ही कह चुके थे कि बाइडन के शपथ समारोह में शामिल नहीं होंगे। बाइडन से पहले भारतीय मूल की कमला हैरिस उपराष्ट्रपति पद की शपथ ली।

शपथ ग्रहण समारोह कैपिटल हिल में हुआ जहाँ अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज बुश, बिल क्लिंटन और बराक ओबामा समारोह में मौजूद रहे। ओबामा ने बाइडन को बधाई देते हुए कहा – ‘ये आपका समय है।’

कड़ी सुरक्षा के बीच समारोह हुआ। करीब 25 हजार नेशनल गार्ड अमेरिकी राजधानी में तैनात किए गए। निवर्तमान उपराष्ट्रपति माइक पेंस शपथ ग्रहण समारोह में पत्नी केरेन पेंस के साथ कैपिटल हिल पहुंचे।

उधर आज शाम बम की धमकी के बाद अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट को खाली करा दिया गया। सीएनएन के मुताबिक, सुप्रीम कोर्ट में बम की धमकी दी गई थी, जिसके बाद उसे खाली करा दिया गया।

शपथ के बाद बाइडन ने कहा – ‘अभी बहुत कुछ किया जाना बाकी है। देश को रिपेयर किये जाने की जरूरत है। हम अमेरिका के भविष्य को सुरक्षित करेंगे। मेहनत से तरक्की के लिए काम करेंगे। अमेरिका को एकजुट करना मेरा लक्ष्य है।’

सरकार-किसानों में फिर नहीं बनी बात; क़ानून एक साल स्थगित करने की बात कबूल नहीं, कल चर्चा करेंगे, 22 को फिर बैठक  

किसान संगठन और सरकार के बीच 10वें दौर की बातचीत खत्म हो गई है। बैठक के बाद कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर ने कहा कि 22 को फिर बैठक होगी। उन्होंने कहा कि बैठक में सरकार ने कानूनों को एक-डेढ़ साल स्थगित रखने का प्रस्ताव दिया है। हालांकि, किसान युनियन नेता राकेश टिकैत ने तहलका से बातचीत में कहा – ‘यह सरकार का पक्ष है। हमारी मांग तीनों कानूनों को खत्म करने और एमएसपी को क़ानून बनाने की है। कल हम बैठकर बात करेंगे और जो बहुमत का फैसला होगा आपको बताएंगे।’

आज की बैठक करीब 6 घंटे चली। इसमें सरकार ने कृषि कानूनों को एक-डेढ़ साल स्थगित रखने और एक कमेटी बनाने का प्रस्ताव दिया। सरकार ने कहा कमेटी जो सिफारिश दे उसपर बात की जा सकती है। हालांकि, किसान नेताओं ने अपनी मांगों पर दृढ़ रहने का फैसला किया। वैसे वे 22 को एक और बैठक के लिए तैयार हो गए हैं। बातचीत में 40 किसान नेता शामिल हुए।

तहलका से बातचीत में राकेश टिकैत ने कहा – ‘एमएसपी पर क़ानून बने…तीनों क़ानून रद्द हों, यही हमारी मांगें हैं। किसानों को अब अपडेट करेंगे। राजी नहीं होंगे तो कुछ नहीं होगा। जो मंत्री जी ने बताया वह सरकार का प्रस्ताव है। कल चर्चा करेंगे। जो बहुमत का फैसला होगा कल आपको बताएंगे। हमारी 26 की ट्रैक्टर परेड कार्यक्रम के मुताबिक होगी।’

बैठक में 10वें दौर की बातचीत के दौरान सरकार ने नए कृषि कानूनों के निलंबन का एक साल का प्रस्ताव रखा था, लेकिन किसान नेताओं ने इसे नामंजूर कर दिया। दरअसल सरकार ने किसानों को प्रस्ताव दिया कि एक निश्चित समय के लिए कानून पर रोक लगा दी जाए और एक कमेटी का गठन किया जाए, जिसमें सरकार और किसान दोनों हो, लेकिन किसान संगठन इस प्रस्ताव पर नहीं राजी हुए। साथ ही सरकार की ओर से ये भी अपील की गई कि इस प्रस्ताव के साथ-साथ आपको आंदोलन भी खत्म करना होगा।