Home Blog Page 683

नंदीग्राम में केंद्रिय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की रैली में हमला, कार्यकर्ता घायल

नंदीग्राम में केंद्रिय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की रैली में भारतीय जनता पार्टी (BJP) कार्यकर्ताओं पर हमला कराया गया है। बताया जा रहा है कि ये हमला तृणमूल कांग्रेस (TMC) कार्यकर्ताओं द्वारा कराया गया है।

धर्मेंद्र प्रधान की यह चुनावी रैली नंदीग्राम के सोनचुरा में हो रही थी। घायल कार्यकर्ता को केंद्रीय मंत्री ने हॉस्पिटल पहुंचाया। पूरे मामले की जानकारी देकर चुनाव आयोग से हिंसा रोकने की मांग की गई है।

गौरतलब है कि हमले में एक भाजपा कार्यकर्ता बुरी तरह जख्मी हुआ है।  नंदीग्राम-1 दक्षिण मंडल के युवा मोर्चा अध्यक्ष पूरन चन्द्र पात्रो का सिर फटा है।

माना जा रहा है, चुनावों में तृणमूल कांग्रेस को भारतीय जनता पार्टी की कठिन चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। पश्चिम बंगाल में 294 सीटों के लिए इस बार चुनावी माहौल काफी गरम है।

राज्‍य में आठ चरणों में वोटिंग होनी है। पश्चिम बंगाल में पहले चरण की वोटिंग 27 मार्च को होगी और 29 अप्रैल को अंतिम राउंड की वोटिंग होगी। वोटों की गिनती दो मई को होगी और इसी दिन परिणाम घोषित किए जाएंगे।

 

 

 

परमबीर सिंह का तबादला, हेमंत नंगराले मुंबई के नए पुलिस कमिश्नर

मुकेश अंबानी की सुरक्षा से जुड़े मामले में मुंबई के पुलिस कमिश्‍नर परम बीर सिंह को मुंबई पुलिस प्रमुख पद से हटा दिया गया है। इस बात की घोषणा महाराष्‍ट्र सरकार द्वारा बुधवार को की गई।

हेमंत नंगराले मुंबई के नए पुलिस कमिश्नर बनाए गए हैं जबकि परमबीर सिंह को होमगार्ड का डीजी बनाया गया है। मुकेश अंबानी मामले में एक पुलिस अफसर के गिरफ्तारी और सामने आए सनसनीखेज खुलासों का खामियाजा परम बीर सिंह को भुगतना पड़ा है।

पुलिस अधिकारी सचिन बजे की गिरफ्तारी के बाद इस मामले में मुंबई के पुलिस महकमे में शीर्ष स्‍तर पर यह बदलाव आया है।

गौरतलब है कि मुकेश अंबानी के मुंबई स्थित निवास एंटीलिया के पास विस्‍फोटक से लदी SUV लावारिस हालत में पाए जाने के मामले में राष्‍ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने पिछले सप्‍ताह पुलिस अधिकारी सचिन बजे को गिरफ्तार किया था।

विस्फोटक लदे वाहन की बरामदगी मामले की जांच कर रही एन. आई. ए ने गिरफ्तार पुलिस अधिकारी सचिन वजे के दफ्तर की भी तलाशी ली है। इस मामले में एन. आई. ए ने एक काली मर्सिडीज कार को भी जब्त किया है।

दिल्ली के जंतर-मंतर पर आम आदमी पार्टी का प्रदर्शन

दिल्ली के जंतर-मंतर पर बुधवार को आम आदमी पार्टी (आप) द्वारा संसद में एनसीटी एक्ट से संबंधित एक बिल के विरोध में प्रदर्शन किया जा रहा है। इस प्रदर्शन में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, आप पार्टी के सांसद, विधायक, मंत्री, पार्षद व अन्य सभी कार्यकर्ता भाग लेंगे।

दिल्ली के कैबिनेट मंत्री गोपाल राय ने प्रेसवार्ता को संबोधित कर कहा कि, “केंद्र सरकार इस विधेयक को लाकर दिल्ली की सरकार को कमज़ोर करना चाहती है। यदि यह विधेयक पास होता है तब सारी शक्तियां उपराज्यपाल के पास होंगी।

हाल ही में हुए दिल्ली के विधानसभा चुनाव में भाजपा को करारी हार का सामना करना पड़ा व लगातार लोग आप का समर्थन कर रहें है। जिसके चलते भाजपा परेशान है। और इसीलिए वह इस विधेयक को लाकर दिल्ली पर नियंत्रण पाने की कोशिश कर रही है।“

यह बिल साफतौर पर उपराज्यपाल को मिलने वाली शाक्तियों को बढ़ाता है। केंद्र सरकार द्वारा यह बिल लाने के उपरांत किसी भी प्रकार के बिल या फिर कानून बनाने के लिए दिल्ली सरकार को उपराज्यपाल से अनुमति की आवश्यकता होगी।

आपकों बता दें, आम आदमी पार्टी (आप) के साथ-साथ कांग्रेस भी लगातार इस बिल का विरोध कर रही है। व इस बिल के विरोध में कांग्रेस भी बुधवार को प्रदर्शन करेगी।

भाजपा सांसद का शव दिल्ली स्थित आवास पर लटका मिला

हिमाचल प्रदेश के मंडी से भाजपा सांसद रामस्वरूप शर्मा बुधवार को दिल्ली स्थित अपने आवास पर संदिग्ध हालात में मृत पाए गए। फंदे से लटके सांसद को राममनोहर लोहिया अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। दिल्ली पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
पिछले महीने ही सात बार के निर्दलीय सांसद ने मुम्बई के एक होटल में खुदकुशी कर ली थी। शर्मा के निधन के कारण आज होने वाली भाजपा संसदीय दल की बैठक को रद्द कर दिया गया है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि सांसद के एक स्टाफ ने सुबह 8.30 बजे जानकारी दी कि आरएमएल अस्पताल के पास गोमती अपार्टमेंट में भाजपा सांसद रामस्वरूप शर्मा ने आत्महत्या कर ली है। घटनास्थल पर जब अधिकारी पहुंचे तो उनका कमरा अंदर से बंद था। दरवाजा तोड़कर खोला गया को उनका शव फंदे से लटका मिला। रामस्वरूप शर्मा मंडी से दूसरी बार सांसद चुने गए थे।
फिलहाल उनकी खुदकुशी के कारण का पता नहीं चल सका है। वहीं, लोकसभा में रामस्वरूप शर्मा और मनोहर लाल सैनी को श्रद्धांजलि देने के बाद बुधवार को सदन की कार्यवाही दोपहर एक बजे तक के लिए स्थगित तक दी गई।
निर्दलीय सांसद का होटल में मिला था शव
मुंबई के एक होटल में गत 22 फरवरी को दादरा नगर हवेली के सांसद मोहन भाई सांजीभाई डेलकर का शव मिला था। मरीन ड्राइव स्थित होटल में डेलकर के शव के साथ ही गुजराती में लिखा सुसाइड नोट भी बरामद किया गया था। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
महाराष्ट्र और गुजरात से सटे केंद्रशासित प्रदेश दादरा और नागर हवेली से सात बार के लोकसभा सांसद 58 वर्षीय डेलकर ने अफसरों के प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था। कई दलों ने संसद सत्र में भी डेलकर की मौत मामले की जांच कराए जाने और इसमें संलिप्त अफसरों पर कार्रवाई की मांग की है।

उत्तर प्रदेश के पंचायत चुनाव के रास्ते, 2022 विधानसभा चुनाव के बदलाव की तैयारी में किसान

उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव में भले ही आरक्षण को लेकर पेंच फंसा हो लेकिन, प्रत्याशियों के बीच चुनावी माहौल दिन व दिन गर्म होता जा रहा है। बताते चले कि 2020 में कोरोना के कारण पंचायत के चुनाव होने थे। लेकिन लाँक डाउन के कारण चुनाव ना हो सकें।

तहलका संवाददाता को उत्तर प्रदेश के पंचायत चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों ने बताया कि इस बार का चुनाव देश की और उत्तर प्रदेश की राजनीति में अहम् भूमिका निभाने वाले है। इस लिहाज से प्रदेश में चुनाव में चाहे वर्ष 2015 के आधार पर हो या 2021 के आरक्षण के आधार वाले योगी सरकार के आरक्षण वाले फार्मूले के आधार पर हो। इससे चुनाव में पंचायत के चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों पर कोई असर पड़ने वाला नहीं है।

पंचायत का चुनाव लड़ने वाले नेता धीरज सिंह ने बताया कि इस बार के चुनाव में केन्द्र और उत्तर प्रदेश सरकार की नीतियों और बढ़ती महंगाई को चुनावी मुद्दा बनाया जायेगा। जो कि अभी तक ग्राम पंचायत के चुनाव में नहीं होता था। बताते चले ग्राम पंचायत के रास्ते प्रदेश के नेता आगामी 2022 के विधान सभा चुनाव की राजनीति तय करना चाहते है। क्योंकि इस बार ग्राम पंचायत के चुनाव में किसान आंदोलन को चुनाव में प्रमुखता से सपा , कांग्रेस, और अन्य राजनीतिक दल बढ़े जोर शोर से चुनाव में मुद्दा बनाएंगे।

कांग्रेस पार्टी के नेता अमरीश रंजन ने बताया कि उत्तर प्रदेश के पंचायत चुनाव से ही प्रदेश की योगी सरकार की सारी राजनीति सामने आ जायेगी क्योंकि योगी सरकार में किसान और मजदूर परेशान ही नहीं बल्कि दुखी है। इसलिये ग्रामीण नेता ये चाहते है कि जैसे भी जल्दी चुनाव हो ताकि प्रदेश और देश  की राजनीति नया रास्ता खुल सकें।

मौजूदा वक्त में किसान आंदोलन और बढ़ती मंहगाई के कारण देश के किसानों को काफी परेशानी का समाना करना पड़ रहा है। जिसके कारण गांव के किसान बदलाव के मूड़ में है। किसानों का कहना है कि पंचायत के चुनाव में ही 2022 के बदलाव की आहट् सुनाई देगी।

अभिनेत्री गौहर खान दो महीने तक नहीं कर सकेंगी शूटिंग

मुंबई में फिल्म कामगारों की सबसे बड़ी संस्था फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लायज (एफडब्लूआईसीई) ने मंगलवार को फिल्म अभिनेत्री गौहर खान पर  दो महीने तक शूटिंग लिए प्रतिबंध लगा दिया है। इस दौरान अभिनेत्री का फिल्मी कार्यों से जुड़े सभी तरह की गतिविधियों में हिस्सा नहीं ले सकेंगी। दरअसल, गौहर पर आरोप है कि कोरोना संक्र्रमित होने के बावजूद शूटिंग करती रहीं। इससे दूसरे कलाकारों पर संक्रमित होने का खतरा रहा।
गौहर खान ने कथित रूप से कोवडि-19 नियमों का पालन नहीं किया और पूरी यूनिट को खतरे में डाला। इस मामले में गौहर खान के खिलाफ आपराधिक केस भी दर्ज किया गया है। इस बीच, कुछ लोगों ने मामले में गौहर खान की गलती नहीं होने की बात भी कही।
हाल ही में विवादों में रही वेब सीरीज ‘तांडव’ में काम कर चुकीं अभिनेत्री गौहर खान के खिलाफ मुंबई शहर की महानगर पालिका ने सोमवार को आपराधिक मामला दर्ज कराया था। बीएमसी ने गौहर खान के घर का निरीक्षण करने पर पाया था कि कोरोना संक्रमित होने की रिपोर्ट आने के बाद भी उन्होंने क्वारंटीन अवधि के दौरान घर पर रहने की अनिवार्यता का पालन नहीं किया। अपने घर पर रहकर पूरी नहीं की। इतना ही नहीं, गौहर पर निगेटिव रिपोर्ट हासिल करने का भी आरोप है।
बता दें कि पिछले दो हफ्तों से देशभर में खासकर महाराष्ट्र, पंजाब, मध्य प्रदेश, गुजरात में तेजी से कोरोना संक्रमण के मामले बढ़े हैं। महाराष्ट्र में लगातार बढ़ रहे कोरोना के मामलों से एक बार फिर फिल्म उद्योग पर प्रभावित होने की आशंका में एफडब्लूआईसीई बेहद चिंतित है। इससे लाखों लोगों की रोजी रोटी चलती है। फिल्मों, टीवी सीरियल और वेब सीरीज की शूटिंग शुरू हो जाने के बाद अब धीरे-धीरे इंडस्ट्री गति पकड़ ही रही है, कि मामले फिर से बढ़ने शुरू हो गए हैं।
ऐसे हालात में किसी भी संक्रमित शख्स के शूटिंग में शामिल होने को बेहद गंभीरता से लिया गया है और आगे भी लिया जाएगा। इस बारे में फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लाईज (एफडब्लूआईसीई) की मंगलवार बैठक हुई। काफी विचार-विमर्श के बाद इस नतीजे पर पहुंचे कि उन पर दो महीने का प्रतिबंध लगा दिया है। इस अवधि के बाद भी कोई फिल्म, टीवी या सीरीज निर्माता उनसे काम ले सकेगा या नहीं, इस बारे में फिर से निर्देश जारी किया जाएगा।

इसका मतलब ये है कि गौहर खान जिस किसी भी फिल्म, सीरियल या वेब सीरीज में बीएमसी की सीमा के अंदर काम करेंगी, उस पर फेडरेशन से संबद्ध किसी भी यूनियन का कर्मचारी काम नहीं करेगा। फेडरेशन ने ये चेतावनी भी दी है कि अगर कोई निर्माता इस बारे में गौहर खान की मदद करता पाया गया तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।

कर्मचारियों के हितों की रक्षा की जाएगी, सभी बैंकों का निजीकरण नहीं होगा: निर्मला सीतारमण

बैंकों के निजीकरण और विनिवेश संबंधी फैसलों के विरोध में बैंक कर्मचारीयों की 2 दिन की हड़ताल जारी है,  जिसके बीच आज वित्त मंत्री सीतारमण का बयान आया है कि सभी बैंको को निजीकरण नही किया जायेगा।

निर्मला सीतारमण ने भरोसा दिलाते हुए कहा कि देश के सभी  बैंको को निजीकरण नहीं किया जाएगा बलकि जिन बैंकों का निजीकरण होगा, उनके सारे कर्मचारियों के हितों की रक्षा की जाएगी। सरकार ने बजट में दो सरकारी बैंकों के निजीकरण की घोषणा की थी, हालांकि इनके नाम अभी नही बताये गये है।

गौरतलब है कि यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन के तले दो दिन की हड़ताल जारी है जिसमें नौ बड़ी बैंक यूनियन शामिल हैं। हड़ताल के चलते 15 और 16 मार्च को बैंक सेवांए बाधित रहेगी।

सीतारमण के मुताबिक, दो बैंकों के निजीकरण का निर्णय सोचा-समझा फैसला है। इसमें किसी प्रकार की कोई जल्दबाजी नहीं है। सरकार चाहती हैं कि बैंक देश की आकांक्षाओं पर खऱे उतरें। वित्त मंत्री ने आश्वासन दिया कि बैंकों के सभी मौजूदा कर्मचारियों के हितों की रक्षा हर कीमत पर की जाएगी।

सीतारमण ने स्पष्ट किया है जिन बैंकों का निजीकरण होना भी है,  निजीकरण के बाद भी ये बैंक पहले की तरह काम करते रहेंगे. इसमें स्टॉफ के हितों को कोई नुकसान नहीं पहुंचने दिया जाएगा.

सीतारमण ने बताया कि केंद्रीय कैबिनेट ने डेवलपमेंट फाइनेंस इंस्टीट्यूशन (DFI) के गठन को मंजूरी दे दी है।  इसके तहत वित्तीय फंडिंग के साथ विकास कार्य सुनिश्चित किया जाएगा।

सीतारमण के अनुसार पहले भी निवेश फंड बनाने के प्रयास किए जाते रहे हैं, लेकिन लंबे समय का जोखिम देखते हुए कोई भी बैंक इसमें हाथ डालने को तैयार नहीं था।

वित्त मंत्री के मुताबिक, पिछले बजट में हमने कहा था कि बुनियादी ढांचे और विकासपरक योजनाओं की फंडिंग के लिए एक नेशनल बैंक गठित किया जाएगा. सरकार विकासपरक वित्तीय संस्थानों के लिए कुछ सिक्योरिटीज (प्रतिभूति) भी जारी करने पर विचार कर रही है. इससे लागत कम होगी. इससे डीएफआई को प्रारंभिक पूंजी जुटाने और अन्य स्रोतों से पैसा इकट्ठा करने में मदद मिलेगी. इसका बॉन्ड मार्केट में भी सकारात्मक असर देखने को मिलेगा.

 

कोरोना के बढ़ते मामले 2020 मार्च की याद दिला रहे है, लोगों में भय

जैसे –जैसे गर्मी का मौसम बढ़ता जा रहा है वैसे –वैसे देश में कोरोना का कहर विकराल रूप धारण करता जा रहा है। देश के जाने –माने डाँक्टरों का कहना है कि वैक्सीन लगवाने के साथ –साथ हमें सावधानी के तौर पर मुंह में मास्क, सेनेटाइजर के साथ सोशलडिस्टेंसिंग का पालन करना होगा। अन्य़था कोरोना घातक परिणाम सामने आ सकते है।

मैक्स अस्पताल के कैथ लैब के डायरेक्टर डाँ विवेका कुमार का कहना है कि पहली बात तो ये है कि कोरोना गया ही नही था। लेकिन लोगों ने लापरवाही के तौर पर कोरोना से बचाव के तौर पर मुंह में मास्क तक लगाना बंद कर दिया था। जिसके कारण कोरोना अब फिर से तेज गति से बढ़ने लगा है।

एम्स के डायरेक्टर डाँ रणदीप गुलेरिया का कहना है कि कोरोना को अगर समय रहते काबू नहीं किया गया तो इसके परिणाम घातक हो सकते है। कोरोना को लेकर सरकार बचाव की तो बात करती है लेकिन बाजारों में सही मायने में कोरोना की रोकथाम पर कोई कार्रवाई तक नहीं करती है। जिसके कारण कोरोना का फैलाव तेजी से हो रहा है।सरकारी और निजी अस्पतालों तक में कोरोना से बचाव के तौर पर कोई नियम का पालन तक नहीं हो रहा है।

बस दिखावे के तौर पर सैनेटाइजर का प्रयोग हो रहा है।अस्पतालों में स्वास्थ्य कर्मचारी तक मुंह पर मास्क तक नहीं लगाते है। जिसके कारण अस्पतालों में कोरोना का संक्रमण फैलने लगता है।मौजूदा वक्त में देश में कोरोना  के बढ़ते मामले मार्च 2020 के मार्च के दिनों के याद दिला रहे है। और लोगों में आशंका पैदा कर रहे है कि कहीं कोरोना का बढ़ता प्रकोप किसी मुसीबत में ना डाल दें।

बैंक निजीकरण पर बैंककर्मियों की हड़ताल जारी; राहुल ने किया समर्थन

सार्वजनिक बैंकों के निजीकरण के विरोध में बैंककर्मियों की देशव्यापी हड़ताल मंगलवार को दूसरे दिन भी जारी है और इसका बैंक से जुड़े कामों पर व्यापक असर पड़ा है। बैंकों के दरवाजों पर ताले लटके हैं और अधिकारी और कर्मचारी बैंकों में नहीं पहुंचे हैं। इस बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बैंकों के निजीकरण के खिलाफ हड़ताल कर रहे बैंक कर्मचारियों का समर्थन किया है।
हड़ताल के कारण लगातार दूसरे दिन बैंकिंग कामकाज ठप दिख रहा है और बैंकों में नकदी की निकासी और चेक/नकदी जमा नहीं होने से लोगों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी है। कारोबारी लेनदेन पर भी हड़ताल का व्यापक असर पड़ा है।
बैंक यूनियन के इस आह्वान पर दो दिन से करीब 10 लाख बैंक कर्मचारी और अधिकारी हड़ताल में शामिल हुए हैं। बैंक कर्मियों-अधिकारियों की नौ यूनियनों (एआईबीईए, एआईबीओसी, एनसीबीई, एआईबीओए, बीईएफआई, आईएनबीओसी, एनओबीडब्ल्यू और एनओबीओ) के संगठन यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस ने दो दिन की हड़ताल का आह्वान किया है। बैंक यूनियनों ने नेताओं ने मंगलवार को कहा कि हड़ताल के कारण पहले दिन करीब 70 हजार करोड़ रुपए का लेनदेन बाधित हुआ।
इस बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बैंकों के निजीकरण के खिलाफ हड़ताल कर रहे बैंक कर्मचारियों का समर्थन किया है। साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार पब्लिक सेक्टर के बैंकों को बेचकर देश की वित्तीय सुरक्षा के साथ गंभीर समझौता कर रही है।
राहुल गांधी ने एक ट्वीट में कहा -‘सरकार लाभ का निजीकरण और नुकसान का राष्ट्रीयकरण कर रही है। पब्लिक सेक्टर के बैंकों को बेचकर देश की वित्तीय सुरक्षा के साथ गंभीर समझौता किया जा रहा है। मैं हड़ताल कर रहे बैंक कर्मचारियों के साथ खड़ा हूं।’

बंगाल में भाजपा में दूसरे दलों से आए लोगों को टिकट से कलह

पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री पद के मजबूत चेहरे की कमी झेल रही भाजपा के सामने एक और संकट आ गया है। वहां टीएमसी से आने वाले नेताओं को टिकट के मामले में पहले से भाजपा में काम कर रहे नेताओं पर तरजीह देने से गुस्सा भड़क गया है। दो बड़े नेताओं सोवन चट्टोपाध्याय और बैसाखी बंदोपाध्याय ने जहाँ दो दिन पहले इसी कारण भाजपा छोड़ दी थी वहीं दूसरे लोगों को टिकट देने के विरोध में हुगली जिले में, तृणमूल से भाजपा में शामिल हुए रबींद्रनाथ भट्टाचार्य को उम्मीदवार बनाने पर कार्यकर्ताओं ने भारी नाराजगी जताई और तोड़फोड़ की।
बंगाल के कई हिस्सों में चुनाव से ऐन पहले भाजपा के पुराने नेताओं को दरकिनार कर हाल में भाजपा का दामन थामने वाले लोगों को टिकट देने से पार्टी में बगावत शुरू हो गयी है। टिकट बंटवारे को लेकर बंगाल में कई जगह विरोध प्रदर्शन और तोड़फोड़ देखने को मिली है। सरकार के पूर्व मुख्य आर्थिक सलाहकार अशोक लाहिड़ी को अलीपुरद्वार सीट से उम्मीदवार बनाने और गोरखा जनमुक्ति मोर्चा छोड़कर भाजपा में आए बिशाल लामा को कालचिनी से उतारने का उत्तर बंगाल में विरोध हो रहा है और स्थानीय नेता सड़कों पर उतर आए हैं।
हुगली जिले में, टीएमसी से भाजपा में आये रबींद्रनाथ भट्टाचार्य को उम्मीदवार बनाने पर कार्यकर्ताओं ने नाराजगी जताते हुए तोड़फोड़ की है। श्यामपुर से तनुश्री चक्रवर्ती को टिकट दिया गया है, जो हाल में भाजपा में आई हैं जबकि हावड़ा जिले की पंचला सीट से मोहितलाल घाटी को टिकट मिलने पर नाराज भाजपा कार्यकर्ताओं ने पार्टी कार्यालय में तोड़फोड़ की है। कई जिला स्तरीय नेताओं ने टिकट न मिलने पर पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।
बता दें तीन दिन पहले ही कई दशक से बेहाला पूर्व सीट का प्रतिधित्व कर रहे टीएमसी से भाजपा में आये सोवन चट्टोपाध्याय टिकट न मिलने से नाराज होकर इस्तीफा दे चुके हैं जबकि एक और बड़ी नेता भाजपा में शामिल हुईं बैसाखी बंदोपाध्याय ने भी टिकट न मिलने पर भाजपा छोड़ दी। इस तरह भाजपा में पुराने नेताओं और पार्टी का हाल ही में दामन थामने वालों के बीच तकरार चरम पर पहुँच गयी है और इसका नतीजों पर असर पड़ने से इंकार नहीं किया जा सकता।