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देश में एक दिन में 21,566 नए मामले, 28 लोगों की हुई मौत

देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 21,566 नए मामले सामने आए हैं। इस तरह अब देशभर में कोरोना के कुल सक्रिय मामलों की संख्या 1,48,881 हो गयी है। रिकवरी दर 98.46 फीसदी है।

स्वास्थ्य मंत्रालय के सुबह जारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटे में कोरोना से 18,294 लोग ठीक हुए। अब तक कुल 4,31,50,434 कोरोना से ठीक हो चुके हैं।पिछले 24 घंटे में 28 लोगों की जान गई है।

रोजाना का पॉजिटिविटी रेट 4.25 फीसदी है और साप्ताहिक रेट 4.51 फीसदी। पिछले 24 घंटे में 29,12,855 लोगों को वैक्सीन दी गयी है।

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बुधवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 686 नए मामले सामने आये, जबकि संक्रमण दर 4.74 फीसदी रही। विभाग के बुलेटिन के मुताबिक कोविड-19 के मामलों की संख्या बढ़ कर 19,45,664 हो गयी है।

मरने वालों का आंकड़ा 26,296 पर स्थिर है। दिल्ली में उपचाराधीन मामलों की संख्या 2,153 है।

मूसेवाला हत्याकांड के संदिग्धों से मुठभेड़, शूटर जगरूप मारा गया

खबर है कि पंजाब पुलिस ने सिंगर सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड मामले में संदिग्धों के साथ मुठभेड़ में एक शूटर जगरूप रूपा को मार दिया है। घटनास्थल पर दो शूटर के साथ मुठभेड़ चल रही है। पुलिस ने घटनास्थल पर लोगों को घरों से बाहर न निकलने की सलाह दी है।

याद रहे मूसेवाला हत्याकांड के आरोपी तीन शूटर फरार थे। इनमें से दो शूटर जगरूप रूपा और मनप्रीत के साथ अब पंजाब पुलिस की मुठभेड़ अमृतसर के अटारी बॉर्डर के पास चल रही है।

खबर है कि इनमें से एक जगरूप रूपा को पुलिस ने मार गिराया है, हालांकि अभी तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।

बता दें मनप्रीत ने ही हत्या वाले दिन मूसेवाला पर सबसे पहली गोली चलाई थी। मूसेवाला मामले में एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें सिंगर को मारने के बाद उनके हमलावर जश्‍न मनाते दिख रहे थे। यह वीडियो एक शूटर के मोबाइल से पुलिस को मिला था।

सुप्रीम कोर्ट से फैक्ट चेकर जुबैर को यूपी के मामलों में अंतरिम ज़मानत

सर्वोच्च न्यायालय ने बुधवार को Alt News के को-फाउंडर और फैक्ट चेकर मोहम्मद जुबैर को उत्तर प्रदेश से जुड़े सभी मामलों में अंतरिम ज़मानत दे दी। जुबैर के खिलाफ गठित यूपी की विशेष जांच टीम (एसआईटी) भी भंग हो गई है। हालांकि, सर्वोच्च अदालत ने उनके खिलाफ दायर 6 एफआईआर को रद्द करने से इनकार किया है।

सर्वोच्च अदालत ने बुधवार को जुबैर के खिलाफ सभी एफआईआर दिल्ली पुलिस को ट्रांसफर कर दी हैं। अदालत ने कहा कि अब जुबैर के खिलाफ सभी मामलों की जांच दिल्ली पुलिस करेगी और मामला दिल्ली हाई कोर्ट के क्षेत्राधिकार में रहेगा।

अब न्यायालय के आदेश के मुताबिक, जुबैर को इस मामले में कोई नई एफआईआर दर्ज होने पर संरक्षण रहेगा। अगर जुबैर चाहेंगे तो दिल्ली उच्च न्यायालय में याचिका डालकर एफआईआर रद्द करने की मांग कर सकेंगे।

हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने जुबैर के खिलाफ दर्ज छह एफआईआर रद्द करने से इनकार कर दिया है। इसके लिए अभियुक्त को दिल्ली हाईकोर्ट से अपील करने को कहा गया है। यूपी सरकार ने आज सुनवाई में सर्वोच्च अदालत में जुबैर की याचिका के खिलाफ सख्त दलीलें दी थीं।

सरकार ने अदालत में अपनी दलील में कहा कि ‘आरोपी पत्रकार नहीं हैं। वह खुद को फैक्ट चेकर कहते हैं। इनके ट्वीट ज़हर फैला रहे हैं। उन्हें इन ट्वीट्स के लिए पैसे मिलते हैं। उन्हें दुर्भावनापूर्ण ट्वीट्स के लिए अधिक पैसा मिलता है। यूपी पुलिस को सूचित करने के बजाय वह उन वीडियो और भाषणों का लाभ उठाते हैं जो सांप्रदायिक विभाजन पैदा कर सकते हैं।’

“दलित होने के कारण नहीं मिलता सम्मान”, योगी सरकार से नाराज राज्यमंत्री दिनेश खटीक ने दिया इस्तीफा

उत्तर प्रदेश सरकार में जल शक्ति विभाग के राज्यमंत्री दिनेश खटीक ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपना इस्तीफा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, योगी आदित्यनाथ और राजभवन को भेजा है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक दिनेश खटीक ने अपने इस्तीफे में अधिकारियों पर दलितों को उचित मान-सम्मान न मिलने का आरोप लगाया है। और कहा कि, वह दलित है इसलिए उनको नजरअंदाज किया गया है।

दिनेश खटीक ने आरोप लगाया है कि दलित होने की वजह से उन्हें किसी भी प्रकार की बैठक की सूचना नहीं दी जाती, साथ ही उनकी सुनवार्इ भी नहीं होती। और राज्यमंत्री के अधिकार के तौर पर उन्हें केवल गाड़ी दे दी गर्इ है।

जानकारी के मुताबिक दिनेश खटीक ने ‘नमामि गंगा’ व ‘हर घर जल योजना’ में नियमों की अनदेखी, ट्रांसफर पोस्टिंग में भ्रष्टाचार हो रहा है। मैं दलित समाज से हूं, इसलिए मेरी बात नहीं सुनी जाती। और मेरी अनदेखी से दलित समाज आहत है। मेरा कोई मंत्री के तौर पर अस्तित्व नहीं है साथ ही मुझे मेरे मंत्रालय में हो रहे कार्यों के बारे में बताया जाता है। मैं आहत होकर अपना त्यागपत्र दे रहा हूं।“

आपको बता दें, “उत्तर प्रदेश में विपक्ष के नेता अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा कि, जहाँ मंत्री होने का सम्मान तो नहीं परंतु दलित होने का अपमान मिले…ऐसी भेदभावपूर्ण भाजपा सरकार से त्यागपत्र देना ही अपने समाज का मान रखने के लिए यथोचित उपाय है। कभी-कभी बुलडोजर उल्टा भी चलता है।“

विक्रमसिंघे 134 वोट के साथ श्रीलंका के राष्ट्रपति चुने गए

तीन महीने से गंभीर आर्थिक और राजनीतिक संकट का सामना कर रहे श्रीलंका में आज हुए राष्ट्रपति के चुनाव में कार्यवाहक राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे को नया राष्ट्रपति चुन गया है। उन्हें आज हुए चुनाव में 134 मत मिले। दूसरे नंबर पर दुल्लास अल्हाप्पेरुमा रहे जिन्हें 82 वोट मिले।

चुनाव में कुल तीन उम्मीदवार मैदान में थे जिनमें से एक रानिल विक्रमसिंघे भी थे जो हाल तक देश के प्रधानमंत्री थे और इस समय कार्यवाहक राष्ट्रपति हैं। उधर इस चुनाव से पहले विपक्ष के नेता साजिथ प्रेमदासा ने अनुरोध किया है कि ‘चाहे जो राष्ट्रपति बने भारत के सभी राजनीतिक दल और भारत की जनता इस आपदा से बाहर आने के लिए मां लंका और यहां के लोगों की मदद करते रहें’।

जहाँ तक राष्ट्रपति चुनाव की बात है इसमें तीन उम्मीदवारों में मुकाबला था। चौथे साजिथ प्रेमदासा मुकाबले से बाहर हो गए थे। अब मुकाबला रानिल विक्रमसिंघे, दुल्लास अल्हाप्पेरुमा और वामपंथी जनता विमुक्ति पेरामुना (जेवीपी) के नेता अनुरा कुमारा दिसानायके के बीच था।

सांसदों ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए इन तीन उम्मीदवारों के नाम प्रस्तावित किये थे। श्रीलंका की संसद 44 साल में पहली बार त्रिकोणीय मुकाबला था। कार्यवाहक राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे और दुल्लास अल्हाप्पेरुमा के बीच कांटे की टक्कर मानी जा रही थी।

याद रहे देश के राष्ट्रपति और एक समय श्रीलंका की जनता में लोकप्रिय राजपक्षे परिवार के सदस्य गोतबाया राजपक्षे के देश में उत्पन्न हुए गंभीर आर्थिक संकट को सुलझाने में नाकाम रहने के बाद सड़कों पर उतरी जनता के विरोध प्रदर्शनों के बीच देश छोड़कर भागे राजपक्षे के अपने पद से इस्तीफा देने के बाद राष्ट्रपति का चुनाव हो रहा था।

सत्तारूढ़ श्रीलंका पोदुजाना पेरामुना (एसएलपीपी) के ज्यादातर सांसद पार्टी से अलग हुए गुट के नेता अल्हाप्पेरुमा को राष्ट्रपति और प्रमुख विपक्षी नेता सजित प्रेमदासा को प्रधानमंत्री चुने जाने के हक़ में थे। लेकिन अनुभवी रानिल विक्रमसिंघे को फिलहाल सबसे मजबूत उम्मीदवार माना जा रहा था।

विक्रमसिंघे संसद में अपनी पार्टी के इकलौते सांसद हैं, उनके हक में यही बात थी कि वे काफी अनुभवी हैं। विपक्षी एसजेबी नेता प्रेमदासा भी अल्हाप्पेरुमा के समर्थन में दिख रहे थे। प्रेमदासा ने खुद को राष्ट्रपति पद की दौड़ से अलग कर लिया था। इस तरह अल्हाप्पेरुमा और प्रेमदासा साथ दिख रहे थे।

श्रीलंका राजनीति के जानकार हाल में जनता की तरफ से नेताओं के खिलाफ सख्त रुख अपनाने के बाद उनमें उपजी असुरक्षा की भावना को भी चुनाव से जोड़कर देख रहे थे। इसे देखते हुए वे विक्रमसिंघे को मजबूत मान रहे हैं, क्योंकि सांसदों को लगता था कि किसी अन्य नेता के मुकाबले विक्रमसिंघे कड़े फैसले लेने में ज्यादा क्षमतावान हैं।

ऋषि सुनक ब्रिटिश पीएम पद के और करीब, तीसरे मतदान के बाद टॉप पर

संसद में कंजरवेटिव पार्टी के सदस्यों के बीच तीसरे दौर के मतदान में भी बढ़त बनाकर भारतीय मूल के ब्रिटिश नेता ऋषि सुनक ने देश का प्रधानमंत्री बनने की दौड़ में खुद को मजबूती से बनाए रखा है। तीसरे दौर के मतदान के बाद पद की दौड़ में शामिल सुनक के प्रतिद्वंदी टॉम तुगेंदत सबसे कम मत लेकर बाहर हो गए हैं।

रिपोर्ट्स के मुताबिक सोमवार के मतदान में ब्रिटेन का अगला प्रधानमंत्री बनने के लिए चांसलर रहे ऋषि सुनक सबसे आगे हैं जिन्हें ब्रिटिश संसद के कंजरवेटिव पार्टी सदस्यों के बीच वोटिंग में शीर्ष स्थान मिला है।

सुनक को तीसरे दौर के मतदान में 115 मत मिले। उनके प्रतिद्वंदियों व्यापार मंत्री पेनी मोर्डंट को 82, विदेश सचिव लिज़ ट्रस को 71 मत और केमी बैडेनोच को 58 मत मिले। आज (मंगलवार) शाम होने वाले अगले दौर के मतदान में इस सूची के और घटने की सम्भावना है।

गुरुवार को पूरी तस्वीर सामने आएगी जब मैदान में दो ही प्रतिद्वंदी बचेंगे। बता कि अपने पक्ष में प्रचार ऋषि सुनक नीतियों में ईमानदारी लागू करने पर जोर दे रहे हैं। बता दें जो भी विजयी रहेगा वह कंजर्वेटिव पार्टी का अगला नेता बनेगा और 5 सितंबर तक बोरिस जॉनसन की जगह नया प्रधानमंत्री बनेगा।

अरुणाचल में भारत-चीन सीमा पर बीआरओ के 19 मजदूर लापता

देरी से सामने आई एक खबर के मुताबिक अरुणाचल प्रदेश में भारत-चीन सीमा के नजदीक बसे कुरुंग कुमे जिले में बीआरओ (सीमा सड़क संगठन) के 19 श्रमिक दो हफ्ते से लापता हैं। यह इलाका चीन से लगती एलएसी (नियंत्रण रेखा) के नजदीक है। असम के इन मजदूरों को खोजने के लिए बड़ा अभियान शुरू किया गया है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक यह मजदूर दो हफ्ते पहले सीमा सड़क निर्माण स्थल दामिन सर्कल से लापता हो गए थे। यह स्थल राजधानी ईटानगर से करीब 300 किमी दूर लेकिन चीन के साथ नियंत्रण रेखा के पास है। कुछ ख़बरों के मुताबिक इलाके में इलाके की कुमेई नदी में एक मजदूर का शव मिला है, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।

प्रशासनिक अधिकारियों के मुताबिक घटना की जांच को लेकर कुछ टीम इलाके में भेजी गयी हैं। इन मजदूरों के ठेकेदार की तरफ से एक गुमशुदगी रिपोर्ट दायर की गयी है जिसमें कहा गया है कि असम से आए ये 19 प्रवासी मजदूर 5 जुलाई को दामिन सर्कल में बीआरओ के सड़क निर्माण स्थल पर बनाए श्रमिक शिविर से कथित तौर पर लापता हो गए थे।

रिपोर्ट्स के मुताबिक ठेकेदार ने उन्हें कथित तौर पर ईद-उल-अजहा त्यौहार में अपने घर असम जाने के लिए छुट्टी देने से इनकार कर दिया था। पुलिस के मुताबिक एफआईआर 13 जुलाई को दर्ज कराई गई है।

सुप्रीम कोर्ट ने अग्निपथ योजना याचिकाएं दिल्ली उच्च न्यायालय को ट्रांसफर कीं

सर्वोच्च न्यायालय ने मंगलवार को अग्निपथ योजना से जुड़ी सभी याचिकाओं को दिल्ली उच्च न्यायालय को ट्रांसफर कर दिया है। अब अग्निपथ योजना के खिलाफ इन सभी याचिकाओं की सुनवाई हाईकोर्ट में होगी।

बता दें अग्निपथ योजना के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में भी तीन याचिकाएं दाखिल की गई थीं। सुप्रीम कोर्ट ने अब अपने पास लंबित इन याचिकाओं को भी दिल्ली हाईकोर्ट में सुनवाई के लिए ट्रांसफर कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार कहा कि याचिकाकर्ता हाईकोर्ट के आदेश के बाद सुप्रीम कोर्ट में आ सकते हैं।

कोर्ट में सरकार की तरफ से कहा गया कि इस तरह योजना को अलग-अलग हाईकोर्ट में चुनौती दी गयी है। केंद्र सरकार के लिए महाधिवक्ता ने सर्वोच्च अदालत में कहा कि दिल्ली हाई कोर्ट में भी याचिका दाखिल की गई है और हम चाहते हैं कि सभी 6 याचिकाओं को एक साथ सुना जाए। न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने इसपर कहा कि ‘आप एक ट्रांसफर पिटीशन दायर करिए। हम हाईकोर्ट को सभी याचिकाएं सुनवाई करने को भेज देंगे।’

याद रहे याचक एमएल शर्मा ने कहा था कि सभी याचिकाओं की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट ही करे क्योंकि लगातार कई राज्यों में लगातार याचिकाएं दाखिल हो रही हैं। उन्होंने कहा कि अदालत हमें यहां सुन ले।

विपक्ष का संसद में बढ़ती महंगाई और जीएसटी पर हंगामा, दोनों सदनों की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक स्थगित

संसद का मानसून सत्र सोमवार, 18 जुलाई से शुरू हो गया है। और मंगलवार यानी आज संसद के मानसून सत्र का दूसरा दिन है। बढ़ती महंगाई को लेकर विपक्ष ने राज्यसभा व लोकसभा में जमकर हंगामा किया। साथ ही यह हंगामा आज भी जारी है।

लोकसभा में कांग्रेस सांसदों ने स्पीकर को तख्तिया दिखाएं साथ ही विपक्षी सांसदों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। विपक्ष के हंगामे के चलते लोकसभा स्पीकर ने कार्यवाही को दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया है।

वहीं दूसरी तरफ राज्यसभा में विपक्षी दलों के सदस्यों ने महंगाई, आवश्यक खाद्य पदार्थों पर सेवा कर (जीएसटी) लगाए जाने साथ ही रक्षा सेवाओं में भर्ती की अग्निपथ योजना जैसे मुद्दों पर चर्चा के लिए कार्यस्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया था। किंतु सभापति एम वेंकैया नायडू ने इन्हें अस्वीकार कर दिया था।

कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा है कि कुछ आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि, महंगाई और जीएसटी दर में बढ़ोतरी के विरोध में आज विपक्षी दल एक साथ आए है। और हम सब इसके खिलाफ लड़ेंगे।

संसद का मानसून सत्र हंगामे के साथ शुरू हुआ हैं। और सत्र के पहले दिन यानी सोमवार को भी इन्हीं सब मुद्दों को लेकर हंगामे के चलते राज्यसभा की कार्यवाही को एक घंटे के भीतर ही दिन भर के लिए स्थगित कर दिया गया था।

आपको बता दें, मानसून सत्र 12 अगस्त तक चलेगा, इसमें संसद की कुल 18 बैठकें होगी। इस सत्र के अंतर्गत सरकार ने 32 बिल सूचीबद्ध करवाए हैं, इनमें से 24 नए बिल होंगे।

संसद का मानसून अधिवेशन शुरू, राष्ट्रपति के लिए मतदान भी आरंभ

संसद का मॉनसून सत्र राजधानी दिल्ली में शुरू हो गया है। इसके काफी हंगामा भरे रहने की संभावना है क्योंकि कांग्रेस सहित विपक्ष ने अग्निवीर योजना सहित कई गंभीर मसलों पर चर्चा का नोटिस दिया है। उधर सरकार सत्र के दौरान दो दर्जन अध्यादेश या बिल पेश करेगी। इस बीच राष्ट्रपति पद के लिए संसद सहित देश भर की विधानसभाओं में मतदान शुरू हो गया है।

संसद का सत्र 12 अगस्त तक चलेगा। सत्र प्रारंभ होने से पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने सदन में गहन चिंतन और चर्चा पर जोर दिया है। उन्होंने आज कहा – ‘संसद के दोनों सदनों में सदस्यों के बीच संवाद होना चाहिए। नीतियों और निर्णय में गहन चिंतन हो, सबका प्रयास हो। सबके प्रयास से ही उत्तम निर्णय होता है।’

मानसून सत्र में हंगामे के पूरे आसार हैं। कांग्रेस सदस्यों ने महंगाई, अग्निपथ समेत अन्य मुद्दों पर चर्चा के लिए अलग-अलग नोटिस दिए हैं। जांच एजेंसियों के कथित दुरुपयोग के समेत कई और मुद्दों को भी विपक्ष उठाने की तैयारी में है।

इससे पहले सत्र को लेकर बुलाई सर्वदलीय बैठक में पीएम मोदी की गैरमौजूदगी पर कांग्रेस ने हमलावर रुख अपनाया। पार्टी ने पूछा कि क्या यह ‘असंसदीय’ नहीं?

इस बीच देश के अगले राष्ट्रपति को चुनने के लिए मतदान शुरू हो गया है। संसद में बने मतदान केंद्र पर पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह के अलावा विभिन्न राज्यों की राजधानियों में कई मुख्यमंत्रियों सहित मंत्री, विधायक और दिल्ली में सांसद मतदान कर रहे हैं। एनडीए ने द्रौपदी मुर्मू और विपक्ष ने यशवंत सिन्हा को उम्मीदवार बनाया है। मुर्मू को 27 दलों का समर्थन मिला है जिससे उनका पलड़ा काफी भारी दिख रहा है।