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पचास साल पहले लापता वायुसेना विमान के टुकड़े, सैनिकों के अवशेष मिले

पचास साल पहले १९६८ में लापता हो गए भारतीय वायुसेना के एएन-12 विमान के टुकड़े और सैनिकों के अवशेष हिमाचल प्रदेश की लाहुल घाटी में मिले हैं। कुछ साल पहले भी ऐसे ही एक जहाज़ और एक सैनिक के अवशेष मिले थे।

एजेंसियों के मुताबिक सैनिक और जहाज़ के ये अवशेष और टुकड़े माउंटेनरिंग कैंपेन में जुटे आहोरकों को हादसे के 50 साल बाद मिले हैं। 1968 में चंडीगढ़ से लेह जा रहे इस एयर क्राप्ट में 102 लोग सवार थे। ये अवशेष पहली जुलाई के चंद्रभागा- 13 चोटी के ”क्लीन अप अभियान” पर गई पर्वतारोहियों की टीम को मिले हैं। इस टीम के नेता राजीव रावत ने बताया है कि उन्हें पहले विमान के कुछ हिस्से मिले। कुछ ही दूरी पर एक सैनिक का शरीर दिखा। उनका कहना है कि टीम ने इन सब की तस्वीरें ली और 16 जुलाई को सेना के ऑल्टीट्यूट वॉर स्कूल को सतर्क किया। इसके बाद इस क्षेत्र में खोज अभियान शुरू किया गया।

पचास साल पहले इस विमान के लापता होने के वक्त कई सवाल उठे थे। बताया गया था कि खराब मौसम के चलते पायलट ने लेह के पास आने के बाद वापस लौटने का फैसला किया था। लेकिन इसके बाद विमान का कोई पता नहीं चला था। इससे पहले 2003 में एबीवी इस्टीट्यूट माउंटेनरिंग एंड अलाइड स्पोर्ट्स मनाली ने दक्षिण ढाका के ग्लेशियर में विमान के मलबे की खोज की थी और कुछ साल पहले भी ऐसा ही एक विमान और उसके टुकड़ों के अलावा एक सेंक का शव मिला था।

चार दिन तक ४० लोगों ने किया गैंगरेप, पंचकूला का मामला

हरियाणा के पंचकूला के मोरनी स्थित गेस्ट हाउस में नौकरी का झांसा देकर 22 साल की एक महिला से गैंगरेप का मामला पुलिस ने दर्ज़ किया है। मनीमाजरा पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

आरोप है कि इस बेहद शर्मनाक घटना में इस महिला से करीब 40 लोगों के दुष्कर्म किया। पीड़िता के आरोप के मुताबिक रायपुररानी-मोरनी मार्ग पर कंबवाला गांव के एक गेस्ट हाउस में चार दिन तक बंधक बनाकर 40 लोगों ने उसके साथ गैंगरेप किया। मामला अब पंचकूला पुलिस को ट्रांसफर कर दिया है । मीडिया में रिपोर्ट छपने के बाद मामला बड़े अधिकारियों की नजर में आया जिसके बाद पुलिस हरकत में आई। शुक्रवार को मोरनी चौकी इंचार्ज, महिला थाने की एएसआई और इलाके के सिक्योरिटी एजेंट को निलंबित कर दिया गया।

महिला ले आरोप के मुताबिक उसे खाने में नशीला पदार्थ मिलाकर आरोपी उससे दुष्कर्म करते रहे। चार दिन के बाद जाकर महिला किसी तरह आरोपियों के चंगुल से भागी और घर पहुंचकर पति को घटना की जानकारी दी। आरोप है कि जब महिला पति के साथ पंचकूला पुलिस को शिकायत देने गयी तो पुलिस ने उसकी नहीं सुनी। बाद में महिला ने मनीमाजरा थाने में शिकायत दर्ज कराई।

इस बीच पुलिस ने तीन आरोपियों को हिरासत में ले लिया है और उनसे छताछ की जा रही है। डीसीपी आरके मीणा ने मीडिया को बताया कि मामले की जांच के लिए एएसपी अंशु सिंगला के नेतृत्व में विशेष जाँच दल (एसआईटी) का गठन कर दिया है।

जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक महिला के पति को आरोपियों ने झांसा दिया था कि वह उसकी पत्नी की 12 हजार रुपये माह पर गेस्ट हाउस में नौकरी लगवा देंगे। झांसे में फंसकर महिला का पति 15 जुलाई को पत्नी को बाइक पर बैठाकर उसे रामगढ़ ले गया। रामगढ़ में आरोपी एक सफेद रंग की कार में मिले और यहां से महिला को अपने साथ ले गए जबकि उसका पति वापस लौट आया। पति को उन लोगों ने बताया कि उसकी पत्नी हफ्ते में एक बार छुट्टी पर घर आया करेगी ।

पति ने जब अगले दिन पत्नी को फोन किया तो जवाब ठीक तरह से नहीं मिला। उधर, गेस्ट हाउस ले जाकर आरोपियों ने महिला को बंधक बना लिया और विरोध करने पर उसे नशे की दवा देकर बेसुध कर दिया और उससे दुष्कर्म करते रहे। अब महिला ने बताया है कि उसे नहीं मालूम था कि नौकरी के बहाने वे उसकी इज्जत से खिलवाड़ करेंगे। वह तो गरीबी के कारण नौकरी के लिए गयी थी।

मोदी फ्रांस तो राहुल क्रोएशिया : शिव सेना

भाजपा की सहयोगी शिव सेना ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की लोक सभा में परफॉर्मेंस की सराहना करते हुए इसकी तुलना विश्व कप के फाइनल से की है। सेना नेता संजय राउत ने कहा – ”जैसे विश्व कप फुटबाल में जीत तो फ्रांस की हुई लेकिन खेल के लिए तारीफ़ क्रोएशिया की हुई वैसा ही अविश्वास प्रस्ताव पर बहस को लेकर कहा जा सकता है।”

शिवसेना नेता ने लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान कांग्रेस प्रमुख राहुल गांधी के भाषण के बाद उनकी प्रशंसा करते हुए शुक्रवार को कहा कि वह अब ‘‘राजनीति के असली स्कूल से ग्रैजुएट’’ हो चुके हैं। संजय राउत ने यहाँ तक कहा कि राहुल ने मोदी साहब को झप्पी नहीं दी सरकार को झटका दिया है। गौतलब है कि शिव सेना ने भाजपा को झटका देते हुए अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया था।

पिछले कुछ समय से शिव सेना ने लगातार मोदी सरकार की खिंचाई और राहुल की तारीफ़ की है। महाराष्ट्र सरकार में भाजपा की सहयोगी शिवसेना ने लोक सभा का एक उपचुनाव भी दो महीने पहले भाजपा के खिलाफ लड़ा था।

संजय राउत ने कहा, ‘‘कांग्रेस प्रमुख अब राजनीति के असली स्कूल से ग्रैजुएट हो चुके हैं।’ राउत ने कहा कि अपना भाषण खत्म करने के बाद प्रधानमंत्री को राहुल गांधी द्वारा गले लगाना असल में नरेंद्र मोदी के लिए हैरत भरा था। उन्होंने कहा कि राहुल ने सदन में परिपक्वता दिखाई है। राउत ने कहा, ‘‘यह गले लगाना नहीं था बल्कि मोदी के लिए आश्चर्य था।’’ उन्होंने कहा कि भाजपा के लिए आज जैसे और ‘‘झटके’’ होंगे। सेना ने अपनी पत्रिका ”सामना” में भी राहुल के लिए तारीफ़ के पुल बंधे हैं।

मॉब लिंचिंग : अलवर में पीट पीट कर हत्या

सुप्रीम कोर्ट की सख्त हिदायत और प्रधानमंत्री के संसद में मॉब लिंचिंग को लेकर सख्ती करने के भरोसे के कुछ ही घंटे के भीतर राजस्थान के अलवर में गो तस्करी के शक में एक व्यक्ति की पीट-पीट कर हत्या कर दी गयी।

ख़बरों के मुताबिक रामगढ़ इलाके के लल्लावंडी गांव में एक व्यक्ति कथित तौर पर दो गाय लेकर कहीं जा रहा था की इससे बीच कुछ लोगों ने उसकी गो तस्कर समझकर पिटाई शुरू कर दी। उसकी इतनी पिटाई की गयी कि उसकी जान ही चली गयी। भीड़ तंत्र का शिकार हुए व्यक्ति का नाम अकबर खान बताया गया है। ख़बरों के मुताबिक वह हरियाणा के कोलगांव का रहने वाला था। घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी है हालांकि अभी कोई गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है।

गौरतलब है कि पिछले साल भी इस इलाके में पहलू खान नाम के व्यक्ति की पीट-पीट कर हत्या कर दी थी। कुछ दिनों से देश के अलग-अलग हिस्सों से भीड़ के लोगों की पीट-पीट कर हत्या किए जाने के मामले सामने आ रहे हैं। एक हफ्ता पहले ही सुप्रीम कोर्ट ने इस मसले पर गंभीर चिंता जाहिर की थी। कोर्ट ने अपने फैसले में कहा था कि कोई कानून अपने हाथ में नहीं ले सकता। देश को भीड़तत्र बनने की इजाजत नहीं दी जा सकती। साथ ही संसद को इस मसले पर क़ानून बनाने को भी कहा था।

संसद में भी शुक्रवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गंधी और विपक्ष के नेताओं ने मॉब लिंचिंग के मामल में गंभीर चिंता जताई थी। राहुल ने प्रधानमंत्री पर आरोप लगाया था कि वे इस तरह के गंभीर मुद्दों पर चुप्पी ओढ़े रखते हैं।

विलय के बाद शामिल हुआ एसबीआई दुनिया के टॉप 50 बैंकों में

एसबीआई में पांच अन्य बैंकों के विलय को राज्यसभा से मंजूरी मिलने के साथ ही अब यह बैंक संपत्ति के हिसाब से दुनिया की टॉप 50 बैंकों में शामिल हो गया है।

जहाँ बैंक का कस्टमर बेस 25 करोड़ से बढ़कर अब 37 करोड़ हो गया है, वहीं सरकार की तरफ से कहा गया कि इससे बैंक का लाभ बढ़ाने और ग्राहकों को बेहतर सेवाएं देने में मदद मिलेगी।

राज्यसभा से भी विधेयक को मंजूरी मिलने से अब SBI में स्टेट बैंक ऑफ़ बीकानेर, स्टेट बैंक ऑफ़ त्रावणकोर, स्टेट बैंक ऑफ पटियाला, स्टेट बैंक ऑफ मैसूर और स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद पूरी तरीक़े से शामिल हो जाएंगे।

वित्त राज्य मंत्री शिव प्रताप शुक्ल का मानना है कि इस विलय से इन बैंकों की लागत में न सिर्फ कमी आयेगी बल्कि संसाधनों के उपयोग को युक्तिसंगत बनाया जा सकेगा।

विधेयक पर हुई चर्चा के दौरान कांग्रेस के जयराम रमेश सहित कुछ सदस्यों ने एसबीआई के निजीकरण को लेकर आशंका जताई। कई सदस्यों ने बैंकों के नियमन एवं निगरानी प्रणाली को दुरूस्त बनाये जाने की आवश्यकता पर बल दिया।

देश भर में एसबीआई की ब्रांच नेटवर्क 24,000 से ज्यादा हैं और एटीएम की संख्या 60 हजार के करीब है।

अफवाहों पर रोक लगाने के लिए व्हाट्सऐप उठा रहा है क़दम

व्हाट्सऐप ने अब मैसेज फॉरवर्ड करने की सीमा तय करने का फैसला किया है ताकि झूठी जानकारी को फैलने से रोका जा सके।

हाल के दिनों व्हाट्सऐप के ज़रिए भेजे गए अफवाहों के कारण भारत में भीड़ द्वारा दर्जनों लोगों की हत्या के कई मामले सामने आए हैं।

इन हादसों के चलते भारत सरकार ने व्हाट्सऐप को चेतावनी दी है कि अगर उसने कोई कदम नहीं उठाया तो उसे क़ानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है।

बता दें कि भारत व्हाट्सऐप का सबसे बड़ा बाज़ार है, यहां 20 करोड़ से ज़्यादा लोग व्हाट्सऐप का इस्तेमाल करते हैं। व्हाट्सऐप ने अनुसार भारत के लोग किसी भी दूसरे देश से ज़्यादा संदेश, फोटो और वीडियो साझा करते हैं।

इस सोशल मीडिया कंपनी ने एक ब्लॉग पोस्ट में कहा कि वह भारत में व्हाट्सऐप पर मैसेज फॉरवर्ड करने की सीमा की टेस्टिंग कर रही है जहां दुनियाभर में सबसे ज़्यादा मैसेज और वीडियो फॉरवर्ड किए जाते हैं।

कंपनी की योजना है कि भारत में मैसेज फॉरवर्ड करने की सीमा पांच कर दी जाए। इसके अलावा मैसेज के बगल में नज़र आने वाले में “क्विक फॉरवर्ड ” बटन को हटाने के बारे में भी विचार किया जा रहा है।

अभी तक व्हाट्सऐप के ग्रुप में 256 से ज़्यादा लोग नहीं हो सकते. जिन संदेशों को हिंसा की वजह माना जा रहा है, उन्हें 100 से ज़्यादा सदस्यों वाले कई ग्रुप्स में फॉरवर्ड किया गया था।

भारत में व्हाट्सऐप के एक प्रवक्ता ने बीबीसी को बताया कि एक व्यक्ति एक संदेश को पांच बार से ज़्यादा फॉरवर्ड नहीं कर पाएगा।

हालांकि, ये नए नियम ग्रुप के दूसरे सदस्यों को वही मैसेज आगे पांच लोगों को फॉरवर्ड करने से नहीं रोक पाएगा। व्हाट्सऐप का मानना है कि उसके इस कदम से एक मैसेज पहले से कम लोगों तक पहुंचेंगे।

व्हाट्सऐप ने ये बदलाव मॉब लिंचिंग की कई घटनाओं के बाद किए हैं. अप्रैल 2018 से अबतक हुई इन घटनाओं में 18 से ज़्यादा लोगों की मौत गई. मीडिया रिपोर्ट्स में तो मरने वालों की तादाद और ज़्यादा बताई गई है।

विश्वास मत जीती मोदी सरकार

भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार ने विपक्ष के लाये अविश्वास प्रस्ताव पर हुई वोटिंग में 325 वोट हासिल किये जबकि विपक्ष के पक्ष में 126 वोट पड़े। इस तरह विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव फेल हो गया और सरकार जीत गयी। एक सदस्य को वोट के लिए सदन में स्ट्रेचर पर लाया गया। शिव सेना और बीजू जनता दल वोटिंग में नहीं शामिल हुए।

विपक्ष के सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जवाब देते हुए कहा कि नकारात्मक सोच हॉबी है। और वे सज धज कर अपनी नकारात्मकता को बता रहे हैं। मोदी ने शुरू में यह शेर पड़ा – ”न माझी न रहबर, न हक़ में हवाएं हैं, कश्ती भी ज़र्ज़र, यह कैसा सफर है।”

मोदी ने कहा विपक्ष का ज़ोर मोदी हो हटाने पर है। कहा अभी मतदान नहीं हुआ, जय पराजय भी नहीं हुई फिर भी कुछ लोग यहाँ (सत्ता में) बैठना चाहते हैं। उनका इशारा राहुल की तरफ था जिन्होंने भाषण के बाद प्रधानमंत्री की कुर्सी के पास जाकर उन्हें खड़े होने और गले मिलने का संकेत किया था। मोदी ने कहा लेकिन यहाँ तो देश की १३५ करोड़ जनता बिठाती है। यह उनका अहंकार है। जो खुद को भाग्य विधाता मानते हैं और जनता को नहीं मानते वही ऐसी बात करते हैं कि २०१९ में हम मोदी को हराएंगे। मोदी ने अपना भाषण कांग्रेस और बिना नाम लिए राहुल पर फोकस रखा। बोले की वे मैं भी प्रधामंत्री बनूँगा, इस का ट्रायल चल रहा है अविश्वाश प्रस्ताव के बहाने।

कांग्रेस को सलाह दी जब आपको अपने साथियों की परिक्षा लेने है इसके लिए अविश्वास प्रस्ताव का बहाना तो न लीजिये। कहा हम यहाँ इसलिए हैं की हमें सबा सो करोड़वासियों का आशीर्वाद है। हमारे पास संख्या बल है। कमसे कम देश की जनता के मत का तो सम्मान कीजिये।

जब मोदी कांग्रेस पर अकर्मण कर रहे थे, राहुल अपनी सीट पर बैठे मुस्कुरा रहे थे। इस दौरान सदन में हंगामा हुआ। विपक्ष और सत्तापक्ष के सदस्यों में बहस जिससे प्रधान मंत्री का भाषण रुका। नारे लगते रहे।

मोदी ने कहा हम सबका साथ सबका विकास की नीति पर काम कर रहे। १८००० गाँव में बिजली पहुंचाई। निचले तबकों के लोगों के लिए काम कर रहे। उत्तर पूर्व को गलत नीतियों से अलग थलग कर दिया। बैंकों का राष्ट्रीय कारन गरीबों के नाम पर किया लेकिन गरीब का कोइ कल्याण नहीं हुआ। जान धन की योजना से यह काम हमने किया। विधवा योजना से लेकर उज्ज्वला योजना का जिक्र मोदी ने किया और कहा इन योजनाओं से हमने गरीब का कल्याण किया। कहा कि ५ करोड़ देशबासी गरीबी से बहार आये हैं यह एक विदेशी एजेंसी ने बताया है। लेकिन विपक्ष को इन बातों पर भी भरोसा नहीं।

प्रधानमंत्री के भाषण के दौरान विपक्षी बेंचों से लगातार नारे लगते रहे। हालांकि प्रधानमंत्री ने अपने सरकार की योजनाओं के बारे में बताना जारी रखा। यह भी बताया की कैसे उनकी सरकार बनने के बाद कैसे एलईडी बल्ब सस्ते हुए। लाखों बल्ब स्ट्रीट लाइट के लिए लगे। आठ की जगह १२० मोबाइल बनाने वाली कंपनियां देश में बन गईं लेकिन विपक्ष इसे सुनना नहीं चाहता। जब हमने डिजिटल की बात की सदन के कुछ बड़े नॉलेज वाले लोगों ने कहा यह कैसे हो सकेगा। हमारे पास तो इंफ्रास्ट्रक्चर ही नहीं। उनका देश की जनता पर विश्वास नहीं है।

मोदी ने कहा कि हम आज दुनिया की छठी सबसे बड़ी इकॉनमी हैं। मोदी ने विपक्ष से कहा अरे इस पर तो गौरव करना सीखो। यह हमारा जैकारा है। तक्नालोजी से हमने ९०,००० करोड़ रूपये बचाने का काम किया। काळा धन पर लगाम कसी। काळा धन वाली कंपनियों पर हम शिकंजा कसने वाले हैं। बेनामी सम्पति का कानून सदन ने पास किया लेकिन २० साल तक दबा कर रखा गया। किसे बचाना चाहते थे आप।

कहा कांग्रेस को खुद पर अविश्वास है। यही उनकी कार्यशैली है। उन्हें स्वच्छता पर विश्वास नहीं , चीफ जस्टिस पर विश्वास नहीं, ईवीएम पर विशवास नहीं क्योंकि उन्हें खुद पर भरोसा नहीं। प्रक्रिया को प्रभावित करके वाली चीजें हमने बंद की, भ्रष्टाचार पर लगाम कसी तो उन्हें परेशानी हुई। आजकल शिब भक्ति की बातें हो रही हैं। मैं भी शिबजी को प्रार्थना करता हूँ। मैं प्रार्थना करता हूँ की आप २०२४ में फिर से अविश्वास प्रस्ताव लाएं। मेरी आपको शुभकामनायें हैं।

यहाँ डोकलाम पर चर्चा हुई। लेकिन जब विषय की जानकारी नहीं होती तो कई बार बात उल्टी पद जाती है। जब सारा तंत्र और देश की चिंतन कर रहा था और जनाब चीन के राजदूत के साथ बैठक करते हैं। कभी कहा मिले कभी कहा नहीं मिले। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा उनके अध्यक्ष चीन के राजदूत से नहीं मिले। पर बाद में मन लिया मिले। हर जगह बचकाना हरकत करते रहेंगे।

राफेल पर मोदी ने कहा कि मैं कल्पना भी नहीं कर सकता की सत्य को इस तरह रौंदा जा सकता है। देश की सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर इस तरह की राजनीति बुरी बात है। दोनों देशों को इस तरह की बात पर खंडन जारी करना पड़ा। बिना सबूत कहा। देश की जनता जानती है। अब आपको (राहुल) सुधरने का मौक्का है सुधर जाओ। दो देशों के बीच समझौता हुआ पूरी पारदर्शिता के साथ हुआ है। राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर ऐसे बचकाने बयानों से बचा जाए। नामदार से प्रार्थना करता हूँ कि देश के सेना अध्यक्ष को कैसी भाषा का प्रयोग किया गया।

सर्जिकल स्ट्राइक पर मोदी ने कहा कि सेना को अपमानित करने का काम विपक्ष ने किया। कहा मोदी को गालियां दिज्ये सेना को नहीं। कांग्रेस ने अस्थरिता फैलाने के लिए अविश्वास के जरिये षड़यंत्र किया। कहा की कहा गया कौन कहता है हमारे पास नंबर नहीं। १९९६ को याद किया और कहा हमारे पास २७२ का दावा किया। और अटल जी की सरकार को गिरना पड़ा। देश को चुनाव से पहले चुनाव में जाना पड़ा।

कांग्रेस ने चौधरी चरण सिंह की सरकार समर्थन वापस लेकर गिराई। यही चंदरशेखर के साथ किया। यह कांग्रेस की फितरत रही है। यही खेल चलता रहा। १९९७ में भी यही किया। प[ेहले देवेगौड़ा को अपमानित किया फिर इन्दर कुमार गुजराल के साथ यही किया।

कांग्रेस ने दो बार सरकारों को खरीदने का काम किया।

यह भी कहा गया पीएम मेरी आँख नहीं दाल सकते। गरीब मां का बेटा भला नामदार की आँख में आँख कैसे दाल सकता है। देसाई से लेकर जय प्रकाश नारायण और प्रणब मुखर्जी और शरद पवार ने आँख में आँख डालने की कोशिश की तो आपने उसका क्या हल किया। हम तो कामदार हैं। ”और आँखों में आँखे डालने की बात करने वालों की आँखों का खेल आज पूरे देश ने देखा। उनका इशारा राहुल की तरफ था।

हम चौकीदार भी हैं भागीदार भी हैं लेकिन आपकी तरह। गरीबों की दुःख दर्द के भागीदार हैं। लेकिन सौदागर नहीं हैं। इस बीच सत्ता पक्ष के सदस्यों ने मोदी मोदी के नारे लगाने शुरू कर दिए। मोदी ने कहा कांग्रेस का एक ही मंत्र है। या तो हम ही रहेंगे और हम नहीं तो देश में अस्थिरता रहेगी। अफवाहें उड़ाई जाती हैं। दुष्प्रचार किया जाता है। आरक्षण ख़त्म होने की अफवाह फैलाई जाती है। राजनीति के लिए यह सब हो रहा है। दलितों, पिछड़ों को इमोशनल ब्लैकमेल किया। चुनाव जीतने का शार्ट कट अपनाया गया। धरा ३५६ का बार बार दुरूपयोग करने वाले हमें सबक सिखाते हैं। एक परिवार की आकांक्षाओं की पूर्ति के लिए सरकारें तोड़ी गईं। ऐसे लोग भला हमें यहाँ कैसे देख सकते हैं। कांग्रेस ज़मीन से काट चुकी है। उनके साथ जाने वाले भी डूबेंगे। वो अहंकार से भरे हैं।

अब सत्ता उच्च वर्ग से बहार आ चुकी है और निचले वर्ग के पास पहुँच गयी है। इस लिए कांग्रेस का प्रभाव ख़त्म हो गया है। यह बात किसी और ने नहीं कर्नाटक चुनाव के आसपास चिदंबरम ने लिखी थी।

आंध्र प्रदेश के विभाजन किया जोर और जुल्म से। तब हमने कहा था तेलगु हमारी मां है। आपने चुनाव में नतीजा देख लिया। न यह (आंध्र) मिला न वो मिला (तेलंगाना) उन्हें (कांग्रेस को) और ऐसा बटबारा किया की आज तक मामला गर्म है। लेकिन एनडीए की सरकार ने विकास के लिए योजना बनाई। टीडीपी ने अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए हमसे किनारा किया। में चंद्र बाबू को कहा था की आप वाईएसआर के जाल में फंस रहे हो। यदि हम किसी एक प्रदेश को स्पेशल पैकेज देते हैं तो दूसरे प्रदेश पर इसका दुष्प्रभाव पड़ता है। आंध्रा की जनता को भरोसा दिलाया की राजधानी से लेकर हर विकास में पीछे नहीं रहेंगे।

हमने वर्षों से लटकी एक रैंक एक पेंशन दिया। जीएसटी आपके काम लटकाने की नीति के कारण देर से आया। किसानों के हक़ में फैसले आपने लटकाये। राष्ट्रीय कृषि नीति में ५० प्रतिशत वाली बात कांग्रेस खा गयी और जनता को झूठा विश्वास दिलाते रहे। इकॉनमी पर श्वेत पत्र वाइट पेपर लाने की बात थी। हमने जब चीजें देखी तो हैरान रह गए। २००८ में कांग्रेस को लगने लगा की सरकार २००९ के चुनाव में चली जाएगी तो बैंकों को लूटने का काम शुरू कर दिया। आज़ादी के ६० साल में बैंकों ने लोन १८ लाख करोड़ क़र्ज़ दिया लेकिन २९१४ से पहले छह साल में ५२ लाख करोड़ क़र्ज़ दे दिया। यह टेलीफोन बैंकिंग का कमाल था। अपने चहेतों को खजाना लुटा दिया। लोन पर लोन दिया। जो गया सो गया। इस कुचक्र के बैंकों को एनपीए के जाल में फंसा दिया। हमने इसकी जांच शुरू की। बारीकी से देखा। एनपीए बढ़ने का कारण यूपीए के फैसले थे।

हमने सुधार की नीति बनाई है। जो टैक्स सरकार के खाते में नहीं जाते थे उसमें सुधार की कोशिश की है। कई नीतिगत निर्णय लिए हैं जिनका असर आने वाले सालों में दिखेगा। आज देश बहुत बड़े संकट में है। कांग्रेस जब तक सत्ता में रही देश के बैंकों को लूटती रही।

मोदी ने अपने भाषण में अपनी योजनाएं भी गिनाईं और कहा कि इनसे हरेक सेक्टर में बदलाव लाने में मदद मिली है। सबका साथ विकास में माँगा। चर्चा में भाग लेने वालों का आभार जताया। कहा आंध्र प्रदेश के विकास में कमी नहीं रखेंगे।

पीएम चौकीदार नहीं, भागीदार : राहुल गांधी

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लोक सभा में अविश्वास प्रस्ताव पर कहा कि मोदी सरकार जुमलों की सरकार है। आंध्र प्रदेश के प्रतिनिधि ने सदन में अपना जो दुःख बताया है वह पूरे देश का दुःख है। राहुल ने कहा कि जुमलों की सरकार का पहला उदहारण हरेक के खाते में १५ लाख डालना था। लेकिन हुआ क्या।

दूसरा जुमला था हर साल दो करोड़ युवाओं को रोजगार का वादा। लेकिन पिछले चार साल में सिर्फ ४ लाख लोगों को रोजगार मिला। राहुल ने कहा यह मेरे नहीं लेबर ब्यूरो के आंकड़े हैं। जीएसटी ने छोटे व्यापारी को बरबाद किया। आपने बेरोजगारी फैला दी इससे और गरीबों की जेब में हाथ डालकर  उनका पैसा लूट लिया। जियो के इश्तहार पर पीएम का फोटो आ चुका है। यह वो शक्तियां हैं जो  इनकी मदद करती हैं। १०-२० बड़े बिजनसमैन हैं जिनकी यह मदद करते हैं। गरीबों के लिए आपके दिल में जगह नहीं है।

पीएम ने कहा था मैं देश का चौकीदार हूँ। मैं पीएम नहीं चौकीदार हूँ । लेकिन जब अमित शाह के पुत्र जयंत शाह पर आरोप लगा और कहा गया कि पीएम के मित्र (अमित शाह) के बेटे की आमदन एक महीने में १६००० गुना बढ़ा गयी तो पीएम चुप रहते हैं। इस बीच स्पीकर ने कहा जो सदन में नहीं उनकी नाम कार्यवाही से हटाने होंगे।

राहुल ने राफेल डील पर कहा डिफेंस मिनिस्टर यहाँ बैठी हैं। कहा था देश को जहाज की कीमत बताउंगी। डिफेन्स मिनिस्टर ने बाद में साफ़ बोला कि आंकड़ा नहीं दे सकती। क्योंकि दोनों देशों में सीक्रेट समझौता है। मैं फ्रांस के राष्ट्रपति से मिला। मैंने उनसे पूछा तो उन्होंने साफ़ कहा ऐसा कोइ सम्झौटा नहीं। जाओ पूरे देश को बताओ। राहुल ने कहा सीधे देश के पीएम के दबाव में आकर रक्षा मंत्री ने देश से झूठ बोला। पूछा – क्यों और किसकी मदद हो रही, देश को बताइये।

इस बीच भाजपा के विरोध के बाद स्पीकर ने कहा कि रक्षा मंत्री को वे अपना पक्ष रखने का अवसर देंगी। राहुल ने कहा कि रक्षा मंत्री ने देश से झूठ बोला। राहुल ने कहा दुनिया जानती है कि देश के पीएम किसके निकट हैं। राफेल डील पर देश को बताया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, ”राफेल हवाईजहाज की हमारी डील में इसका दाम 520 करोड़ रुपये था, मगर पता नहीं क्या हुआ प्रधानमंत्री जी फ्रांस गये और जादू से हवाईजहाज का दाम 1650 करोड़ रुपये हो गया।”

पीएम एक्सप्लेन करें क्यों एचएएल से वापस लिया। पीएम को बताना चाहिए। मैं जनता हूँ पीएम मुस्कुरा रहे हैं। वे मेरी आँखों में झाँक नहीं पा रहे।

पीएम चौकीदार नहीं भागीदार हैं : राहुल

इस बीच भाजपा के अनंत कुमार ने राहुल के आरोप पर कहा कि वे ऐसा नहीं कर सकते। यह नियमों के खिलाफ है। पर राहुल ने कहा कि मैंने देश के सामने रख दिया है। राहुल ने कहा पीएम चौकीदार नहीं भागीदार हैं। हमारे पीएम चाइना के पीएम के साथ झूला झूल रहे थे तब चीन के सैनिक डोकलाम में घुसपैठ कर रहे थे। पीएम बिना एजेंडा चीन जाते हैं और डोकलाम पर चुप रहते हैं। आपमें दम नहीं है। हमारे सैनिक देश की रक्षा करते हैं आप झूला झूलते हैं। आप देश के गिनती के अपने मित्रों का कर्जा माफ़ करते हैं और अपने दोस्तों की जेब में पैसा डालते हैं।

इस बीच स्पीकर ने नसीहत देते हुए तथ्यों के साथ बोलने को कहा। उन्होंने कहा सब को बोलने का अधिकार है तथ्यों के साथ बोलने पर रोक नहीं। अनंत कुमार ने कहा राहुल जो बोल रहे उसके तथ्य सदन में रखने चाहियें। इस समय सदन में हंगामा देखने को मिला।

हंगामे के बीच स्पीकर ने सदन को स्थगित किया। पौने दो बजे तक सदन स्थागित किया।

स्पीकर ने सदन दोबारा शुरू होने पर कहा कि डीबेट अच्छी तरह से हो। राहुल से कहा आप नाम लेकर  आरोप लगाएं तो मंत्री को भी बोलने का अधिकार मिलता है। मैं सदन में इतने साल से हूँ। मैंने बड़े लोगों को सदन में बोलते सुना है। आरोप जिसपर हैं तो उसे बोलने का अधिकार है। सीधा डिफेंस मिनिस्टर पर आरोप हैं तो उन्हें बोलने का अधिकार देना होगा। आरोप के प्रूफ भी देने पड़ते हैं। गलत बात जहाँ होगी उसे कार्यवाही से हटाना होगा। भाषा और डेकोरम बनाकर रखें। पीएम के खिलाफ आंकड़े जो रखे हमें नहीं मालुम कितने सच। बाद में भाषण देखकर फैसला करूंगी।

राहुल ने दुबारा बोलना शुरू किया। किसानों के कर्ज माफी की बात उठाई। कर्नाटक सरकार ने एक ही बार में जो पीएम ने दिया उससे कहीं ज्यादा दिया। इसके बाद महिलाओं के लिए कहा कि एक विदेशी पत्रिका ने देश में महिलाओं की दुर्दशा के बारे में लिखा। हज़ारों साल से ऐसा नहीं हुआ। अब पहली बार देश की सरकार अपनी महिलाओं की इज्जत नहीं बचा पा रही। गैंग रेप होता है। देश की दुनिया में खराब छवि बन रही है। जहाँ भी देखो रेप की ख़बरें आ रही हैं। उनपर पूरे देश में अत्याचार हो रहा। दलितों, गरीबों, आदिवासियों पर अत्याचार हो रहे हैं। प्रधानमंत्री चुप रहते हैं। इससे देश की छवि खराब हो रही।

लगातार आक्रमक भाषण देते हुए राहुल ने कहा देश में जिस किसी को उठकर पीट दिया जाता है। पीएम चुप रहते हैं। इस बीच भाजपा के अनुराग ठाकुर और अन्य सदस्य शोर करने लगे। स्पीकर ने सबको चुप रहने को कहा। राहुल ने कहा जब ऐसी बात होती है फ़र्ज़ बनता है देश को बताएं। सत्तापक्ष का शोर चलता रहा। राहुल ने कहा जब भी किसी को पीटा, कुचला जाता है तो यह अंबेडकर  के संबिधान पर हमला होता है। जब आपके मंत्री संबिधान को बदलने की बात करते हैं तो देश के संबिधान की इंसल्ट करते हैं। हम ऐसा नहीं होने देंगे।

राहुल ने कहा कि पीएम और शाह अलग-अलग व्यकितत्व हैं। लेकिन एक चीज में दोनों एक जैसे हैं। दोनों सत्ता हारना नहीं चाहते। अभी जब स्थगन के दौरान में अंदर गया तो भाजपा के ही सदस्यों ने मुझे मेरी स्पीच पर बधाई दी। यही फीलिंग पूरे देश में है। अब अगले चुनाव में हम सब मिलकर प्रधानमंत्री को हराने जा रहे हैं। मेरे दिल में पीएम के खिलाफ गुस्सा है या नफरत नहीं है। मैं तो पीएम, भाजपा और आरएसएस का आभारी हूँ जिन्होंने मुझे हिन्दुस्तानी होने का अर्थ समझाया। वे लाठी मारें, झूठ बोले लेकिन देश के प्रति प्यार होना चाहिए। आपने मुझे हिन्दू होने का मतलब समझाया। आपने मुझे शिबजी का मतलब समझाया। आपका धन्यवाद। यह हमारे देश का इतिहास है। भाजपा को कहा – आपके लिए मैं पप्पू हूँ, लेकिन मेरे दिल में आपके लिए नफरत नहीं। मैं कांग्रेस हूँ। आपके दिल से नफरत बाहर निकालूंगा। आप सबको कांग्रेस में बदलूंगा।

राहुल गांधी के गंभीर आरोपों का रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने जवाब दिया। उन्होंने कहा कि 25 जनवरी 2008 को फ्रांस के साथ सीक्रेसी अग्रीमेंट कांग्रेस की ही सरकार ने किया था, हम तो इसे आगे बढ़ा रहे हैं। इस अग्रीमेंट में राफेल डील भी शामिल है। रक्षा मंत्री ने कहा कि जब कांग्रेस की सरकार थी उस समय तत्कालीन रक्षा मंत्री एके एंटनी ने फ्रांस की सरकार के साथ सीक्रेसी अग्रीमेंट्स किया था। उन्होंने कहा कि अब कांग्रेस के अध्यक्ष जब फ्रेंच प्रेजिडेंट से मिले तो क्या बात हुई, नहीं पता। आपको बता दें कि पूरा मामला राफेल की कीमत को लेकर है। कांग्रेस का आरोप है कि मोदी सरकार ने प्लेन की कीमत बढ़ा दी।

रक्षा मंत्री ने आगे फ्रेंच प्रेजिडेंट द्वारा एक भारतीय मीडिया समूह को दिए इंटरव्यू का हवाला देते हुए कहा, ‘सवाल का जवाब देते हुए फ्रांस के राष्ट्रपति ने साफ कहा था कि आपके साथ (भारत से) कॉमर्शल अग्रीमेंट्स हैं और आपके पास प्रतिद्वंद्वी भी हैं और ऐसे में हम आपको डील की डीटेल नहीं दे सकते हैं।’

राहुल ने कहा कि कुछ ही दिन पहले एक नया जुमला स्ट्राइक हुआ। ये एमएसपी का जुमला था। प्रधानमंत्री ने पूरे देश में 10 हजार करोड़ का फायदा दिया है और कर्नाटक की सरकार ने सिर्फ एक प्रदेश में 34000 करोड़ रुपये का फायदा दिया। उन्होंने कहा कि किसान कहता है प्रधानमंत्री जी आपने हिंदुस्तान के सबसे अमीर लोगों का ढाई लाख करोड़ का कर्जा माफ किया हमारा भी थोड़ा कर्ज माफ कीजिये। लेकिन वित्त मंत्री कहते हैं नहीं किसानों का कर्जा माफ नहीं होगा।

अपना भाषण ख़त्म करके राहुल प्रधानमंत्री के पास गए और कुछ शब्द कहे और लौटे। मोदी ने उन्हें वापस आने का इशारा किया। फिर लौटे राहुल मोदी के गले मिले और उनसे हाथ मिलाया। मोदी ने भी मुस्कुरा कर उनकी पीठ पर हाथ रखा।

राहुल के खिलाफ विशेषधिकार हनन का नोटिस देगी भाजपा

इस बीच संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने बताया है कि राहुल के खिलाफ पार्टी सदन में विशेषधिकार हनन का नोटिस देगी। उन्होंने राफेल पर राहुल के आरोपों को संसदीय नियमों का उल्लंघन बताया और कहा कि उनके आरोप तथ्यों पर आधारित नहीं। कहा कि राहुल ने नियमों को पानी में बहा दिया।

उधर सदन में गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि देश को भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी पर विश्वास है। उन्होंने अविश्वास प्रस्ताव को देश की जनता के बहुमत का मजाक बताया। कहा जिस नेता के कहने पर लोगों लोगों ने एलपीजी सिलिंडर गरीबों को देने के लिए सब्सिडी छोड़ दी। उन्होंने कहा कि जनता का भरोसा कुछ कष्टों के बावजूद भाजपा और मोदी पर है। उनसे पहले समाजवादी पार्टी के मुलायम सिंह यादव ने भी कुछ मुद्दों पर सरकार की खिंचाई की।

अब हो सकता है कि अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग के समय कांग्रेस सदन से वाकआउट करे क्योंकि टीडीपी का अविश्वास प्रस्ताव आंध्र प्रदेश को विशेष दर्जे पर था।

अविश्वास प्रस्ताव : सेना वोटिंग में हिस्सा नहीं लेगी, बीजू जनता दल ने वाकआउट किया

शिव सेना नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ विपक्ष के अविश्वास प्रताव पर वोटिंग में हिस्सा नहीं लेगी। शिव सेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने पार्टी की बैठक के बाद मीडिया के लोगों से बातचीत में यह जानकारी दी। सेना के फैसले से भाजपा को झटका लगा है क्योंकि सेना भाजपा सर्कार में लम्बे समय से भाजपा की सहयोगी रही है। हालाँकि दोनों के बीच रिश्तों में पिछले कुछ समय से खटाई दिखने को मिली है। जून में लोक सभा के उपचुनाव में भी शिव सेना भाजपा के खिलाफ माराष्ट्रा में लड़ी थी। राउत ने कहा की सबको मालुम है कि सरकार क्या कर रही है। उन्होंने कहा की वोटिंग के समय सेना सदन से अनुपस्थित रहेगी। हालाँकि सेना नेता ने कहा कि सेना सरकार में बनी रहेगी।

बीजू जनता दल ने सदन से वाकआउट किया। इसके एक सदस्य ने कहा कि १० साल यूपीए और ४ साल भाजपा का राज लोगों की उम्मीदों के खिलाफ रहा और इससे ओडिसा की जनता का कोइ भला नहीं हुआ लिहाजा पार्टी चर्चा में हिस्सा नहीं लेगी।

बीजेडी के २० संसद हैं। कांग्रेस ने चर्चा का समय बढ़ने की मांग की लेकिन स्पीकर ने कहा कि पहले से तय समय के मुताबिक ही चर्चा होगी यानी करीं ६ घंटे। शाम ६ बजे अविश्वास मत पर वोटिंग होगी। मत पर चर्चा शुरू हो गयी है।

मोदी 4 साल में 84 देश गए ; 1,484 करोड़ रुपये हुए ख़र्च

जून 2014 के बाद से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 84 देशों की यात्रा के दौरान चार्टर्ड उड़ानों, विमानों के रखरखाव और हॉटलाइन सुविधाओं पर 1,484 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं।

रिपोर्ट्स के मुताबिक़ विदेश मामलों के राज्य मंत्री वीके सिंह ने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में राज्यसभा में यह जानकारी दी।

आंकड़ों के अनुसार, 15 जून, 2014 और 10 जून, 2018 के बीच की अवधि के दौरान प्रधानमंत्री के विमान के रखरखाव पर 1088.42 करोड़ रुपये और चार्टर्ड उड़ानों पर 387.26 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे. हॉटलाइन पर कुल व्यय 9.12 करोड़ रुपये का हुआ।

भाषा की एक ख़बर के मुताबिक़ नरेंद्र मोदी ने मई 2014 में प्रधानमंत्री पद संभालने के बाद से 42 विदेशी यात्राओं में कुल 84 देशों का दौरा किया।

सिंह द्वारा प्रदान किए गए विवरण में 2017-18 और 2018-19 में उनकी विदेशी यात्राओं के दौरान हॉटलाइन सुविधाओं पर हुआ खर्च शामिल नहीं है। वर्ष 2018-19 में यात्राओं के लिए चार्टर्ड उड़ानों की लागत भी शामिल नहीं है।

वीके सिंह के अनुसार, प्रधानमंत्री ने 2015-16 में अधिकतम 24 देशों का दौरा किया और वर्ष 2017-18 में 19 तथा 2016-17 में 18 देशों का दौरा किया।

वर्ष 2014-15 में, पीएम मोदी ने 13 देशों का दौरा किया, जिसमें प्रधानमंत्री के बतौर जून 2014 में उन्होंने पहला दौरा भूटान का किया था।

पीटीआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक़ 2018 में मोदी ने 10 देशों का दौरा किया, जिसमें उनका अंतिम दौरा पिछले महीने का चीन रहा।  वर्ष 2014-15 में विदेशी गंतव्यों के लिए चार्टर्ड उड़ानों की लागत 93.76 करोड़ रुपये थी, जबकि वर्ष 2015-16 में यह लागत 117 करोड़ रुपये थी।

रिपोर्ट में बताया गया है कि 2016-17 में, लागत 76.27 करोड़ रुपये तथा वर्ष 2017-18 में, चार्टर्ड उड़ान पर खर्च 99.32 करोड़ रुपये था।