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बीजापुर में २ नक्सली ढेर

छत्तीसगढ़ के बीजापुर इलाके में सुरक्षा बलों ने रविवार को एक मुठभेड़ में २ नक्सलियों को ढेर कर दिया है। यह मुठभेड़ रविवार सुबह हुई और सुबह उस इलाके में सुरक्षा बलों ने दो नक्सलियों के शव बरामद किये।
रिपोर्ट्स के मुताबिक मुठभेड़ के बाद रविवार सुबह पुलिस ने घटनास्थल से दो नक्सलियों के हथियार समेत शव बरामद किये हैं। खुफिया जानकारी के आधार पर तेलंगाना की विशेष नक्सल विरोधी ग्रेहाउंड इकाई, छत्तीसगढ़ पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) और जिला बल ने अंतरराज्यीय सीमा के पास एक अभियान शुरू किया था, जिसके बाद पामेद के पास जंगलों में सुबह करीब आठ बजे मुठभेड़ हुई।
पुलिस के मुताबिक जब सुरक्षा बल पामेड़ में जंगलों की घेराबंदी कर रहे थे तब मुठभेड़ शुरू हुई। पुलिस के एक अधिकारी ने कहा -‘‘ मुठभेड़ खत्म होने के बाद मौके से दो नक्सलियों के शव बरामद किए गए हैं”। पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी नक्सली पामेड़ के जंगल में रात में मीटिंग करने वाले हैं। जिसके बाद ग्रे हाउंड और बीजापुर पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए मौके पर पहुंचकर नक्सलियों पर हमला कर दिया। अंधेरा होने के कारण माओवादी सुरक्षाबल को देख नहीं पाए जिसकी वजह से उन्हें संभलने का भी मौका नहीं मिला। पुलिस के मुताबिक घटनास्थल से कुछ हथियार भी बरामद हुए हैं।

हाँ, विवादित ढांचा गिराने में मैं शामिल थी : साध्वी प्रज्ञा

भोपाल लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा ने फिर विवादित बयान देते हुए दावा किया है कि वे अयोध्‍या गई थीं और विवादित ढांचे पर चढ़कर उसे तोड़ा भी था। उन्होंने कहा कि ”इस पर मुझे गर्व है”। वैसे कुछ राजनीतिक जानकार साध्वी के इन बयानों को ”पूर्व नियोजित और चुनाव में ध्रुवीकरण की भाजपा की कोशिश” भी बता रहे हैं। उधर निर्वाचन आयोग ने इस ब्यान पर साध्वी को एक और नोटिस थमा दिया है।
शहीद हेमंत करकरे पर विवादित ब्यान के बाद अब साध्वी के नए ब्यान ने फिर विवाद पैदा कर दिया है। आयोध्या पर साध्वी ने कहा – ”ईश्वर ने मुझे अवसर और शक्ति दी थी, इसलिए मैंने यह काम (विवादित ढांचा गिराना) किया। मैंने देश का कलंक मिटाया था। मैं आगे भी अयोध्‍या जाऊंगी और वहां राम मंदिर निर्माण में मदद करूंगी। कोई भी हमें ऐसा करने से नहीं रोक सकता है। राम ही राष्‍ट्र हैं और राष्‍ट्र ही राम है”।
साध्वी के इस ब्यान पर निर्वाचन अयोग ने स्वत: संज्ञान (सु-मोटो) लेते हुए ऐसा विवादित बयान देने पर साध्वी प्रज्ञा को आचार संहिता के उल्लंघन का नोटिस भेजा है। उन्हें विवादित बयानों पर निर्वाचन अयोग का यह दूसरा नोटिस है। इससे पहले हेमंत करकरे को लेकर अपमानजक टिप्पणी पढ़ी उन्हें आयोग का नोटिस मिल चुका है।
अयोध्या का विवादित ढांचा गिराए जाने को लेकर साध्वी प्रज्ञा का यह बयान बहुत अहम् माना जा रहा है, क्योंकि भाजपा के कई बड़े नेता तक साफ़-साफ़ इस तरह का ब्यान देने से गुरेज करते रहे हैं। हालांकि, राजनीति के जानकार इसे भाजपा/साध्वी की रणनीति और चुनाव के कथित ध्रुवीकरण की कोशिश मान रहे हैं। कुछ का कहना है कि भोपाल में साध्वी का मुकाबला कांग्रेस के जिन दिग्विजय सिंह के साथ है, वि एक मजबूत प्रत्याशी हैं लिहाजा साध्वी ने पहले मालेगांव मामले पर ब्यान देकर अपने प्रति सहानुभूति अर्जित करने और अब अयोध्या का राग छेड़कर ध्रुवीकरण की वे कोशिश कर रही हैं।
इस बीच मध्य प्रदेश में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने साध्वी प्रज्ञा के बयान पर कहा – ”यह भाजपा का असली चेहरा है। वह शहीद को देशद्रोही कह रहे हैं। ऐसे राष्ट्रवाद पर धिक्कार है, जो शहीद को देशद्रोही करार दे। ये कैसा राष्ट्रवाद है, जिसमें उन्होंने ३० साल तक अपने कार्यालय पर देश का झंडा नहीं फहराया? अफजल और मसूद अजहर को प्लेन में बैठाकर अफगानिस्तान तक छोड़ा”। फिलहाल साधी के बयानों पर राजनीतिक हलकों में तूफ़ान मचा है।

चीफ जस्टिस को बदनाम करने के लिए मुझे पैसा ऑफर किया गया था : सुप्रीम कोर्ट वकील का दावा

सर्वोच्च न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई पर एक पूर्व महिला कर्मचारी के कथित यौन उत्पीड़न के आरोपों के बीच सुप्रीम कोर्ट के ही एक वरिष्ठ वकील उत्सव बैंस ने सनसनीखेज दावा करते हुए आरोप लगाया है कि ”प्रधान न्यायाधीश को बदनाम करने के लिए उनके पास भी कुछ लोग आए थे और उन्हें रिश्वत देने की कोशिश की थी”।
यह दावा वकील उत्सव बैंस ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट किया है।  बैंस के मुताबिक उन्हें चीफ जस्टिस रंजन गोगोई के खिलाफ यौन उत्पीड़न की ऐसी जबरदस्त कहानी गढ़ने का ऑफर आया था, जिससे सीजेआई को इस्तीफा देने पर मजबूर होना पड़े। गौरतलब है कि यौन उत्पीड़न के आरोप लगने के बाद शनिवार को सुप्रीम कोर्ट में इस मसले पर विशेष सुनवाई की गई, जिसमें चीफ जस्टिस ने सभी आरोपों को निराधार बताया है।
उधर वकील उत्सव बैंस ने फेसबुक पर अपनी पोस्ट में दावा किया है कि ”फिक्सरों की मांग ठुकराने के बाद उन्होंने ये पूरा मामला चीफ जस्टिस को बताने का प्रयास किया, इसके लिए वो चीफ जस्टिस के आवास पर भी गए लेकिन वो उस वक्त घर पर मौजूद नहीं थे”। बैंस के मुताबिक ”इसकी डिटेल्स भी खंगाली जा सकती हैं”।

श्रीलंका में सीरियल ब्लास्ट, १३७ की मौत

पड़ौसी देश श्रीलंका में लम्बे समय के बाद आतंकी घटना हुई है। वहां देश की राजधानी कोलम्बो में सीरियल ब्लास्ट हुए हैं जिसमें कम से कम १३७ लोगों की मौत हो गयी है। श्रीलंका लम्बे समय तक आतंकवाद की चपेट में रहा है हालाँकि पिछले कुछ साल से वाहन शांति रही है। अब सीरियल ब्लास्ट होने के बाद श्रीलंका में आतंकवाद उभरने के खतरे की आशंका है। इस बीच विदेश मंत्री सुषमा स्वाराज ने कहा है कि वो वहां भारतीय राजदूत के संपर्क में हैं। मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है।
शुरुआती खबर के मुताबिक कोच्चीकेड चर्च में बम विस्फोट हुआ है। एक अन्य रिपोर्ट में कहा गया कि कोच्चिकेड कोलंबो में सेंट एंथोनी चर्च के परिसर में एक विस्फोट की सूचना मिली। रविवार को कोलम्बो में धमाके चर्च और होटल में हुए हैं। ईस्टर पर्व के दौरान यह बम  धमाके हुए हैं।
अभी तक की रिपोर्ट्स के मुताबिक श्रीलंका में कुल छह धमाके हुए, जिनमें से तीन चर्च में, दो होटल में और एक अन्य जगह पर हुआ है। धमाके में मृतकों की संख्या लगातार बढ़ रही है। अभी तक की खबर के मुताबिक ४९ लोगों के मरने और ३०० से ज्यादा के घायल होने की सूचना है।
पुलिस ने कहा कि विस्फोट रविवार सुबह (स्थानीय समयानुसार) सुबह ८.४५ बजे हुआ। कोलंबो नेशनल हॉस्पिटल ने कहा कि कम से कम १०० लोगों को अस्पताल में भर्ती किया गया है। देश के प्रधानमंत्री बाहर हैं और वे बेंटोला से लौट रहे हैं।
देश में इमरजेंसी मीटिंग बुलाई गई है। बचाव कार्य तेजी से चल रहा है। सरकार ने लोगों से शांति बनाए रखने और घरों से बाहर न निकलने की अपील की है। उन्होंने कुछ विदेशी नागरिकों समेत कई कैजुअल्टी होने की आशंका जाहिर की है।

आगरा-लखनऊ एक्‍सप्रेसवे हादसे में ७ की मौत

एक बड़े सड़क हादसे में रविवार को उत्तर प्रदेश में सात लोगों की मौत हो गयी जबकि ३० से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। यह हादसा आगरा-लखनऊ एक्‍सप्रेसवे पर मैनपुरी के पास एक बस और ट्रक में भिड़ंत हो गयी।
हादसे में ७ लोगों की मौत हो गई और ३० से ज्यादा घायल हो गए। दिल्‍ली से वाराणसी जा रही एक बस ट्रक से जा भिड़ी जिससे यह हादसा हुआ। घायलों को अस्‍पताल में भर्ती किया गया है। हादसे के बाद घटनास्थल पर चीत्‍कार मच गई।  लोगों के चिल्‍लाने की आवाज पर आसपास के लोग जमा हुए और पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पुलिस पहुंची और बस में फंसे लोगों को ग्रामीणों की मदद से बाहर निकाला गया जिनमें से ७ की जान जा चुकी है।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने सड़क हादसे पर दुःख व्यक्त किया है और प्रभावितों के परिजनों से संवेदना जताई है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी हादसे पर गहरी संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने जिला प्रशासन के अधिकारियों से घायलों को समुचित चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध कराने को कहा है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक हादसा इतना भीषण था क‍ि बस का आगे का हिंसा पूरी तरह तबाह हो गया। घटना शन‍िवार-रव‍िवार की मध्या रात्रि की है। गंभीर रूप से घायलों को सैफई पीजीआई अस्पताल भेजा गया है। टक्कर इतना खतरनाक थी कि पुलिस ने क्रेन की मदद से शवों को बाहर निकाला।

न्यायपालिका की स्वतंत्रता खतरे में : प्रधान न्यायाधीश

सर्वोच्च न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई के खिलाफ एक महिला की तरफ से लगाए गए कथित यौन उत्पीड़न के आरोपों पर शनिवार को सुप्रीम कोर्ट में विशेष बेंच में सुनवाई हुई। इस दौरान प्रधान न्यायाधीश गोगोई ने अपने ऊपर लगे आरोपों को बेबुनियाद बताया और कहा कि इसके पीछे कोई बड़ी ताकत होगी, जो  सीजेआई के कार्यालय को निष्क्रिय करना चाहते हैं।
प्रधान न्यायाधीश ने सुनवाई के दौरान कहा – ”मैंने आज अदालत में बैठने का असामान्य और असाधारण कदम उठाया है क्योंकि चीजें बहुत आगे बढ़ चुकी हैं। मैं इस कुर्सी पर बैठूंगा और बिना किसी भय के न्यायपालिका से जुड़े अपने कर्तव्य पूरे करता रहूंगा। बीस साल की सेवा के बाद यह सीजेआई को मिला इनाम है।”
जस्टिस गोगोई ने कहा कि इसके पीछे कोई बड़ी ताकत होगी, वे सीजेआई के कार्यालय को निष्क्रिय करना चाहते हैं। लेकिन न्यायपालिका को बलि का बकरा नहीं बनाया जा सकता। रंजन गोगोई ने कहा – ”यह अविश्वसनीय है। मुझे नहीं लगता कि इन आरोपों का खंडन करने के लिए मुझे इतना नीचे उतरना चाहिए। कोई मुझे धन के मामले में नहीं पकड़ सकता है। लोग कुछ ढूंढ़ना चाहते हैं और उन्हें यह मिला।  न्यायाधीश के तौर पर बीस साल की निस्वार्थ सेवा के बाद मेरा बैंक बैलेंस ६.८०  लाख रुपये है।”
जस्टिस गोगोई ने स्पष्ट कहा – ”मैं इस कुर्सी पर बैठूंगा और बिना किसी भय के न्यायपालिका से जुड़े अपने कर्तव्य पूरे करता रहूंगा।” वहीं, जस्टिस अरुण मिश्रा ने कहा कि इस तरह के अनैतिक आरोपों से न्यायपालिका पर से लोगों का विश्वास डगमगाएगा। इस दौरान अदालत के भीतर जस्टिस रंजन गोगोई ने कहा कि इसकी भी जांच होनी चाहिए कि इस महिला को यहां (सुप्रीम कोर्ट) में नौकरी कैसे मिल गई जबकि उसके खिलाफ आपराधिक केस है। अटॉर्नी जनरल ने कहा कि पुलिस द्वारा कैसे इस महिला को क्लीन चिट दी गई।
चीफ जस्टिस ने कहा कि न्यायपालिका की स्वतंत्रता खतरे में है। ”इस आरोप से मैं बेहद आहत हुआ हूं।” इस पूरे मामले पर मीडिया को संयम बरतने की सलाह दी गई है।
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट की एक पूर्व महिला कर्मचारी ने सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस रंजन गोगोई के खिलाफ कथित यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। इस महिला कर्मचारी ने शपथ पत्र देकर सुप्रीम कोर्ट के सभी जजों को आरोप लगाने वाला यह पत्र भेजा था।  इस पूरे मामले की सुनवाई के लिए एक स्पेशल बेंच का गठन किया गया और शनिवार को इस मसले पर सुनवाई हुई।

करकरे बाले ब्यान पर साध्वी प्रज्ञा को चुनाव आयोग का नोटिस

भाजपा नेता और भोपाल लोक सभा सीट से उसकी प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा के २६/११  मुंबई आतंकी हमले के शहीद हेमंत करकरे को लेकर दिए अपमानजनक बयान को  आचार संहिता का उल्लंघन मानते हुए चुनाव आयोग ने उन्हें नोटिस जारी किया है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक भोपाल के जिला निर्वाचन अधिकारी ने भाजपा प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा को नोटिस जारी कर एक दिन में जवाब मांगा है। निर्वाचन अधिकारी ने साध्वी प्रज्ञा के शहीद हेमंत करकरे पर की गई टिप्पणी को चुनावी आचार संहिता का उल्लंघन माना है. भोपाल के जिला निर्वाचन अधिकारी ने नोटिस में बताया है कि यदि साध्वी एक दिन के भीतर अपना जवाब नहीं देती है तो उनके खिलाफ एक तरफा कार्रवाई की जाएगी।
गौरतलब है है कि सितंबर २००८ में महाराष्ट्र के मालेगांव में ब्लास्ट हुआ था जिसमें  सात लोगों की मौत हो गई थी। यह ब्लास्ट रमजान के वक्त हुआ था। ब्लास्ट के पीछे हिंदू संगठन का हाथ होने की बात सामने आई थी जिसके बाद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर, स्वामी असीमानंद समेत कई लोगों को आरोपी बनाया गया था।
फिलहाल यह मामला कोर्ट में विचाराधीन है और साध्वी प्रज्ञा जमानत पर हैं। भाजपा ने उन्हें भोपाल से कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के मुकाबले चुनाव में उतारा है। इसे लेकर भाजपा की विपक्षी दल निंदा कर रहे हैं। यहाँ बता दें पीएम नरेंद्र मोदी ने मालेगांव धमाके की आरोपी साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के लोकसभा चुनाव लड़ने का बचाव किया है। मोदी का कहना है कि राहुल गांधी और सोनिया गांधी भी जमानत पर बाहर हैं।
हालांकि, साध्वी प्रज्ञा ने भोपाल में दो दिन पहले एक कार्यक्रम में शहीद हेमंत करकरे को लेकर बेहद अपमानजनक टिप्पणी कर दी थी। उनके मुताबिक मालेगांव ब्लास्ट  मामले में करकरे ने उनके साथ बहुत बुरा बर्ताव किया था।
साध्वी प्रज्ञा ने अपने इस ब्यान में कहा था कि उन्होंने हेमंत करकरे को कहा था ”मेरा श्राप है तेरा सर्वनाश होगा। इसके ठीक सवा महीने बाद आतंकवादियों ने हेमंत करकरे को मार दिया था और यह मेरे श्राप का नतीजा था।” उनके इस ब्यान से देश में सिआसी तूफ़ान उठ खड़ा हुआ और भाजपा की खूब किरकिरी हुई। इसके बाद साध्वी से ब्यान दिलवाकर कहलवाया गया कि ”यह उनका निजी ब्यान था और इससे भाजपा का कोइ लेना देना नहीं था”। साथ ही उन्होंने इस ब्यान के लिए माफी  भी माँगी थी।

मोदी पर बनी वेबसीरीज़ ‘अ जर्नी ऑफ ए कॉमन मैन’ पर भी आयोग की रोक

बायोपिक के बाद चुनाव आयोग ने शनिवार को पीएम मोदी पर बनी वेबसीरीज़ ”अ जर्नी ऑफ ए कॉमन मैन” पर भी रोक लगा दी है। आयोग ने साथ ही निर्माताओं से इस वेबसीरीज़ के ऑनलाइन कंटेंट हटाने का भी निर्देश दिया है।
चुनाव आयोग ने इरॉस नाऊ को आदेश दिया कि वह इस वेब सीरीज के सभी एपिसोड्स की स्ट्रीमिंग अपने सभी मीडियम पर बंद करने को कहा है। दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने चुनाव आयोग को पीएम नरेंद्र मोदी पर बनी वेब सीरीज को लेकर एक पत्र लिखा था जिसके बाद आयोग का यह फैसला आया है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक चुनाव आयोग को दिए गए इस पत्र में निर्वाचन अधिकारी ने लिखा कि पीएम नरेंद्र मोदी पर बन रही वेब सीरीज को अभी चुनाव आयोग ने प्रमाणित नहीं किया है। चुनाव आयोग से वेब सीरीज को लेकर कांग्रेस पार्टी ने भी शिकायत की थी।
याद रहे इससे पहले विवेक ओबेरॉय स्टारर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बायोपिक फिल्म “पीएम नरेंद्र मोदी” को भी चुनाव आयोग ने रिलीज से ठीक एक दिन पहले बैन कर दिया था। आयोग ने इसे चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन माना है।

सोपोर में आतंकी ढेर

जम्मू-कश्मीर में शनिवार को एक मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने एक आतंकी को ढेर कर दिया। मुठभेड़ कश्मीर के सोपोर में शनिवार तड़के हुई।
रिपोर्ट्स के मुताबिक शनिवार तड़के सेनी की ३२आरआर गश्त पार्टी सोपोर के वाटरगाम में गश्त कर रही थी तभी छिपे आतंकियों ने गोलीबारी शुरू कर दी। सुरक्षा बलों ने इसका मुंहतोड़ जवाब दिया। कुछ देर तक चली गोलीबारी में एक आतंकी को सुरक्षा बलों ने ढेर कर दिया। मारे गए आतंकी के पास से एक पिस्तौल और तीन हथगोले बरामद किया गया है।
अभी आतंकी की पहचान नहीं हो पाई है। फिलहाल, इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। इससे पहले १३ अप्रैल को भी शोपियां में सेना ने दो आतंकियों को मार गिराया था। गहंड इलाके में मुठभेड़ के बाद सेना को यह सफलता मिली थी।
छह अप्रैल को भी शोपियां के इमाम साहिब इलाके में सेना ने दो आतंकियों का मार गिराया था जबकि २८ मार्च को भी सुरक्षा बलों ने शोपियां और हंदवाड़ा में पांच आतंकियों को मार गिराया था।

पूर्वा एक्सप्रेस हादसे में २० घायल

हावड़ा से नई दिल्ली जा रही पूर्वा एक्सप्रेस के १२ कोच शुक्रवार देर रात पटरी से उतर गए जिससे २० से ज्यादा यात्री घायल हो गए। हादसे का कारण कपलिंग टूटना बताया जा रहा है। पूर्वा एक्सप्रेस में सवार ९०० यात्रियों को लेकर स्पेशल ट्रेन कानपुर से दिल्ली  भेजी गयी।
हादसे के बाद इस रूट पर चलने वाली ११ ट्रेनों को शनिवार दिन भर के लिए रद्द कर दिया गया है। हादसा कानपुर में रूमा गांव के नजदीक  देर रात एक बजे हुआ। रेलवे ने बताया कि  घायलों में किसी की हालत गंभीर नहीं है। दुर्घटनाग्रस्त पूर्वा एक्सप्रेस (ट्रेन संख्या १२३०३) हावड़ा से नई दिल्ली जा रही थी।
पूर्वा एक्सप्रेस कानपुर पहुंचने वाली थी, लेकिन इससे पहले ही रूमा के पास ट्रेन के १२ डब्बे पटरी से उतर गए। इनमें १० सवारी डब्बे, एक पैंट्री कार और एक पॉवर कार शामिल हैं। इनमें चार डब्बे ट्रैक के पास पलट भी गए। कपलिंग टूटने की वजह से हादसे की आशंका जताई जा रही है।
कुछ यात्रियों ने बताया कि पहले तेज आवाज सुनाई दी और फिर ट्रेन के कोच अलग हो गए। अधिकारीयों के मुताबिक घायलों को अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती किया गया।