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लखनऊ में शार्ट सर्किट से ५ लोग ज़िंदा जले

लखनऊ में बुधवार सुबह एक बड़े हादसे में पांच लोग ज़िंदा जल गए। इंदिरानगर इलाके की मायावती कॉलोनी में यह घटना हुई जब गैस चूल्हे के एक गोदाम में आग लग गई। इसमें एक बच्चे समेत पांच लोगों की मौत हो गई।
रिपोर्ट्स के मुताबिक मरने वाले सभी लोग प्रतापगढ़ के रहने वाले थे। इंदिरानगर के मायावती कॉलोनी के पास राम विहार फेज-२ में एक घर में बनाए गए गैस चूल्हे के गोदाम में शॉर्ट सर्किट के कारण आग लग गई। इसमें एक बच्चे समेत पांच लोगों की मौत हो गई है। कालोनी में टीएन सिंह अपने परिवार के साथ रहते थे। उनके घर के एसी में रात करीब डेढ़ बजे शॉर्ट सर्किट से आग लग गई। बताया जा रहा है कि सभी की मौत दम घुटने से हुई है।
टीएन सिंह परिवार मूलरूप से प्रतापगढ़ के पट्टी के रहने वाला है। उनका गैस चूल्हा की आपूर्ति का काम है। उन्होंने यहां पूरे मकान को गोदाम बना रखा है। मृतकों की पहचान सुमित सिंह, सुमित की पत्नी जूली सिंह, उनकी छह माह की बेटी बेबी, डब्लू सिंह और वंदना सिंह के रूप में हुई है।
पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। पाँचों लोगों का पोस्टमार्टम कराया गया है।

त्रिलोकपुरी सिख हिंसा में १५ आरोपी बरी

सन १९८४  में पूर्वी दिल्ली के त्रिलोकपुरी इलाके में हुई सिख हिंसा के सिलसिले में सर्वोच्च न्यायालय ने १५ आरोपियों को मंगलवार को बरी कर दिया। निचली अदालत ने इन्हें दोषी ठहराया था।
गौरतलब है कि दायर ८८ दोषियों की अपील पर २२ साल बाद दिल्ली हाईकोर्ट ने पिछले साल अक्टूबर में फैसला सुनाया था। हाईकोर्ट ने सभी दोषियों की सजा को बकरार रखा था और दोषियों से सरेंडर करने को कहा था। निचली अदालत ने १९९६  में पांच-पांच साल कैद की सजा सुनाई थी। इन अपीलों पर २२ साल बाद हाईकोर्ट का फैसला आया। था इस मामले में ९५ शव बरामद हुए थे लेकिन किसी भी दोषी पर हत्या की धाराओं में आरोप तय नहीं हुए थे।
इससे पहले १९८४ के सिख विरोधी दंगों के मामले में दोषी पाए गए करीब ८० से ज्यादा लोगों की अपील पर सुनवाई करते हुए दिल्ली हाईकोर्ट ने फैसला सुरक्षित रखा था। इन लोगन पर दो नवंबर, १९८४ को कर्फ्यू का उल्लंघन कर हिंसा करने का आरोप था। इस हिंसा में त्रिलोकपुरी में करीब ९५ लोगों की मौत हो गई थी और करीब सौ घरों को जला दिया गया था।

राहुल को विदेशी नागरिकता पर गृह मंत्रालय का नोटिस

लोकसभा चुनाव के बीच कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने विदेशी नागरिकता की शिकायत पर नोटिस जारी किया है। मंत्रालय के नोटिस में राहुल गांधी को कहा गया है कि वह नागरिकता को लेकर शिकायत पर अपनी वास्तविक स्थिति १५ दिन के भीतर बताएं।
गृह मंत्रालय ने यह नोटिस भाजपा सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी की शिकायत पर जारी किया है। सुब्रह्मण्यम पहले से यह आरोप लगाते रहे हैं कि कांग्रेस अध्यक्ष के पास ब्रिटेन की नागरिकता है। अमेठी के निर्वाचन अधिकारी ने हाल ही में इसी तरह की नागरिकता पर सवाल उठाती एक शिकायत पर जांच के बाद राहुल गांधी का नामांकन रद्द करने की याचिका खारिज कर दी थी।
गृह मंत्रालय में निदेशक (नागरिकता) बीसी जोशी की तरफ से जारी नोटिस में कहा गया है – ”मुझे यह कहने का निर्देश प्राप्त हुआ है कि इस मंत्रालय को डॉ. सुब्रह्मण्यम स्वामी की ओर से एक शिकायत मिली है। इसमें जानकारी दी गई है कि बैकऑप्स लिमिटेड नामक कंपनी को वर्ष २००३ में यूनाइटेड किंगडम में पंजीकृत की गयी थी,   जिसका पता ५१ साउथगेट स्ट्रीट, विंचेस्टर, हैम्पशर एसओ२३ ईएच था, और आप उसके निदेशकों में से एक और सचिव थे।”
पत्र में आगे लिखा गया है – ”शिकायत में यह भी जानकारी दी गई है कि १० अक्टूबर, २००५ और ३१ अक्टूबर, २००६ को दाखिल की गई कंपनी की वार्षिक रिटर्न में आपकी जन्मतिथि १९ जून, १९७० बताई गई है, और आपने अपनी नागरिकता ब्रिटिश बताई है।” शिकायत के अनुसार, १७ फरवरी, २००९ को दी गई कंपनी की डिसॉल्यूशन अर्ज़ी में भी राहुल गांधी की नागरिकता ब्रिटिश बताई गई है। गृह मंत्रालय ने कहा – ”आपसे आग्रह है कि इस मामले में वास्तविक स्थिति से इस खत के मिलने के एक पखवाड़े के भीतर मंत्रालय को अवगत कराएं।”

मायावती को झटका देकर गुना से बसपा प्रत्याशी कांग्रेस में शामिल

बसपा प्रमुख मायावती को कांग्रेस को मंगलवार को उस समय जोरदार झटका दिया है। गुना से ज्योतिरादित्य सिंधिया के ख़िलाफ़ खड़े बसपा उम्मीदवार लोकेंद्र सिंह राजपूत कांग्रेस में शामिल हो गए हैं।
शनिवार को गुना में मायावती की राजपूत के पक्ष में रैली होने वाली थी। हालांकि राजपूत के मायावती को गच्चा देने से बसपा प्रमुख को बड़ा झटका लगा है। सिंधिया को राजपूत के कांग्रेस में आने से चुनाव में फ़ायदा मिल सकता है। लोकेंद्र सिंह राजपूत ने सिंधिया की मौजूदगी में कांग्रेस की सदस्यता ली। सिंधिया इस सीट से चार बार चुनाव जीत चुके हैं। अब उनका मुख्या मुकाबला भाजपा के केपी यादव से होगा।
दिलचस्प यह है कि यादव भी पहले सिंधिया के क़रीबी हुआ करते थे। उत्तर प्रदेश में प्रियंका गांधी की जबरदस्त सक्रियता से पहले ही मायावती अपसेट मानी जाती हैं। यह माना जाता है कि महागठबंधन से कांग्रेस को दूर रखने के पीछे मायावती ही थीं। अब कांग्रेस एक विरोधी की तरह उन्हें परेशान कर रही है। अभी तक की चुनाव रैलियों में मायावती ने कांग्रेस को उतना ही निशाने पर रखा है जितना भाजपा को।
इससे पहले उत्तर प्रदेश में बसपा के कद्दावर नेता रहे नसीमुद्दीन सिद्दिकी भी कांग्रेस में चले गए थे और बिजनौर लोकसभा सीट से उन्हें पार्टी ने टिकट भी दे दिया था।

छत्तीसगढ़ में ६ नक्सली गिरफ्तार

छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में पुलिस ने एक बड़ी कामयाबी में छह माओवादियों को गिरफ्तार।  उनसे पूछताछ में बहुत अहम जानकारियां मिली हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक अरनपुर इलाके से सुरक्षाबलों ने इन ६ माओवादियों को गिरफ्तार किया। इन सभी नक्सलियों पर तीन पर चार लाख रूपए का इनाम घोषित था। सूचना पर सर्चिंग पर निकले सुरक्षाबलों ने अरनपुर से इन्हें गिरफ्तार किया है। पुलिस इनसे पूछताछ में कई जानकारियों मिलने का दावा कर रही है।
पुलिस ने अलग-अलग स्थानों से इन नक्सलियों को गिरफ्तार किया जिनमें एक  महिला नक्सली भी शामिल है। दंतेवाड़ा के एसपी अभिषेक पल्लव ने बताया कि पुलिस ने जिले के अरनपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत नीलवाया गांव में तीन नक्सलियों को गिरफ्तार किया है। नक्सलियों के खिलाफ अक्तूबर २०१८ में नीलवाया हमले में शामिल होने का आरोप है और इस हमले में दूरदर्शन के कैमरामैन और तीन पुलिस कर्मियों की मृत्यु हुई थी।
 पल्लव ने बताया कि क्षेत्र में नक्सलियों की सूचना के बाद डीआरजी और जिला बल के संयुक्त दल को गस्त में रवाना किया गया था। बाद में दल ने घेराबंदी कर तीन नक्सलियों जनमिशिया प्लाटून के सदस्य हुंगा कोर्राम और किशोर माडवी और  चेतना नाट्य मंडली की सदस्य जोगी कोर्राम को गिरफ्तार कर लिया। अधिकारी ने बताया कि दोनों प्लाटून सदस्यों के सर पर एक लाख रुपये का ईनाम घोषित है।

चौथे चरण में ६४ फीसदी मतदान

लोकसभा चुनाव के चौथे चरण के लिए सोमवार को करीब ६४ फीसदी मतदान हुआ है। आज नौ राज्यों की ७२ सीटों के लिए वोट पड़े। अंतिम रिपोर्ट्स में यह आंकड़ा कुछ बढ़ सकता है। मुम्बई में कई अभिनेताओं-अभिनेत्रियों ने भी मतदान किया।
चौथे चरण के लिए बिहार की पांच, जम्मू-कश्मीर की एक (आंशिक), झारखंड की तीन, मध्य प्रदेश की छह, महाराष्ट्र की १७, ओडिशा की छह, उत्तर प्रदेश की १३, पश्चिम बंगाल की आठ और राजस्थान की १३ सीटों के लिए वोट पड़े। इन ७२  लोकसभा सीटों पर कुल ९४३ उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं जबकि १२.७९ करोड़ पात्र मतदाता थे।
प्रमुख उम्मीदवारों में भाकपा के कन्हैया कुमार, भाजपा के बैजयंत पांडा, कांग्रेस की उर्मिला मातोंडकर, समाजवादी पार्टी की डिंपल यादव, तृणमूल कांग्रेस की शताब्दी रॉय और कांग्रेस के मिलिंद देवड़ा शामिल हैं।
चुनाव आयोग की तरफ से ६ बजे तक के जारी आंकड़ों के मुताबिक बिहार में ५३.६७,  जम्मू कश्मीर में ९.७९, झारखंड में ६३.७६, मध्यप्रदेश में ६५.८६, महाराष्ट्र में ५१.२८, ओडिशा में ६४.०५, राजस्थान में ६२.९३, उत्तर प्रदेश में ५३.१२ और पश्चिम बंगाल में  ७६.४७ फीसदी मतदान हुआ।
सुप्रियो के खिलाफ एफआईआर
लोकसभा चुनाव के चौथे चरण में सोमवार को बंगाल में हिंसा के बीच केंद्रीय मंत्री और आसनसोल सीट से उम्मीदवार बाबुल सुप्रियो के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए गए हैं। उन पर चुनाव आयोग ने पोलिंग अफसर को धमकाने के आरोप में कार्रवाई करने को कहा है।
सुप्रियो आसनसोल के पोलिंग बूथ १९९ पर पोलिंग ऑफिसर को डांटते दिखे। बाबुल ने पूछा – आप क्यों खड़े हो यहां? अपनी जगह पर बैठो। इसके बाद जब वे यहां से बाहर निकले तो तृणमूल कार्यकर्ताओं ने उनकी गाड़ी में तोड़फोड़ कर दी। यहां सुरक्षाबलों और कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हुई। सुरक्षाबलों को उन्हें काबू करने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा। आसनसोल में सुप्रियो के खिलाफ तृणमूल ने मुनमुन सेन को उम्मीदवार बनाया है।
उधर ओडिशा में बीजू जनता दल ने भाजपा के खिलाफ बूथ कैप्चरिंग को लेकर ओडिशा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को शिकायत की है। इस शिकायत में भाजपा पर बूथ कैप्चरिंग का आरोप लगाया गया है। शिकायत पत्र में कहा गया है कि ”भाजपा के गुंडों ने जाजपुर संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले बारी विधानसभा क्षेत्र के १२ बूथों पर बूथ कैप्चरिंग की, जबकि आज मतदान हो रहा था।”
शत्रुघ्न, सनी का नामांकन
बिहार की पटना साहिब सीट से कांग्रेस उम्मीदवार शत्रुघ्न सिन्हा ने सोमवार को अपना नामांकन दाखिल किया। उधर पंजाब की गुरदासपुर सीट से भाजपा प्रत्याशी  अभिनेता सनी देओल ने नामांकन दाखिल किया।

मोदी का दावा, दीदी के ४० एमएलए उनके संपर्क में

बीच चुनाव में पीएम मोदी ने सोमवार को बंगाल में एक चुनाव रैली में दिलचस्प दावा किया कि ”दीदी (ममता) के ४० विधायक उनके संपर्क में हैं और वे २३ मई के बाद पार्टी छोड़ देंगे।” आम तौर पर पार्टियों के अध्यक्ष या नेता तो ऐसे दावे कर देते हैं, यह पहला मौका है जब पीएम ने ऐसा दावा किया है। टीएमसी ने पीएम के दावे पर कड़ा संज्ञान लेते हुए इसे ”हारस्ट्रेडिंग को बढ़ावा देने की कोशिश” करार दिया है।
पीएम मोदी ने सोमवार को पश्चिम बंगाल के श्रीरामपुर में चुनाव रैली में यह दावा किया। मोदी ने कहा – ”तृणमूल कांग्रेस के ४० विधायक मेरे संपर्क में हैं। २३ मई के बाद सारे विधायक पार्टी छोड़ देंगे।” मोदी ने यह भी कहा – ”पहले सिर्फ मोदी को गालियां दी जाती थी, अब ईवीएम को भी दी जा रही हैं। तृणमूल कांग्रेस के गुंडे लोगों को वोट डालने से रोक रहे हैं। विपक्ष का प्रचार अभियान मोदी को गालियां देने पर केन्द्रित है। अगर आप इन्हें निकाल देंगे तो कुछ नहीं बचेगा।”
मोदी ने यह दावा करते हुए आगे कहा –  ”हर तरफ कमल खिलने वाला है। भाजपा के चुनाव जीत जाने पर आपके सभी विधायक आपको छोड़ देंगे। आपके पैर के नीचे से राजनीतिक जमीन खिसक गई है।” पीएम ने साथ ही टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी पर भाई-भतीजावाद करने का आरोप लगाते हुए इस बात पर जोर दिया कि वह अपने भतीजे को पश्चिम बंगाल में राजनीतिक तौर पर स्थापित करना चाहती हैं।
उन्होंने ममता पर प्रधानमंत्री पद की उनकी महत्वाकांक्षा को लेकर तंज कसते हुए कहा – ‘दीदी, दिल्ली दूर है। चंद सीटों के दम पर, दीदी दिल्ली नहीं पहुंच सकतीं। दिल्ली अभी दूर है। दिल्ली जाना केवल एक बहाना है। उनका वास्तविक इरादा अपने भतीजे को राजनीतिक रूप से स्थापित करना है। वह प्रधानमंत्री बनने का सपना भी नहीं देख सकतीं।” उन्होंने राज्य में टीएमसी पर चुनाव में धांधली का आरोप लगाते हुए कहा कि उसके गुंडे मतदाताओं को वोट डालने से रोक रहे हैं।
इस बीच मोदी के टीएमसी विधायकों वाले बयान पर टीएमसी भड़क गई है। पार्टी नेता डेरेक ओ ब्रायन ने सवाल उठाया कि क्या पीएम हॉर्सट्रेडिंग को बढ़ावा दे रहे हैं। ओ ब्रायन ने ट्विटर पर एक ट्वीट में कहा – ”टीएमसी पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव आयोग जाएगी और हॉर्स ट्रेडिंग की शिकायत करेगी।”

श्रीलंका में नए पुलिस चीफ, चीफ जस्टिस और रक्षा सचिव नियुक्त

श्रीलंका में नए चीफ जस्टिस, नए पुलिस प्रमुख और रक्षा मंत्रालय के नए सचिव नियुक्त किये गए हैं। साथ ही किसी भी तरह से चेहरा ढंकने पर भी प्रतिबंध लगा दिया है। सरकार ने हाल में देश में हुए ब्लास्ट्स में २५३ लोगों की मौत के बाद यह कदम उठाये हैं।
राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना ने इन बड़े बदलाव के आदेश जारी किये हैं। राष्ट्रपति ने सोमवार को नए चीफ जस्टिस के पद पर अटॉर्नी जनरल जयंथा जयसूर्या नियुक्त किया है। पूर्व आर्मी कमांडर जनरल एसएच शांथा कोट्टेगोडा को रक्षा मंत्रालय का नया सचिव नियुक्त किया। जयसूर्या ने राष्ट्रपति कार्यालय में चीफ जस्टिस के रूप में सोमवार को ही शपथ भी ले ली।
इसके अलावा सीनियर डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल सीडी विक्रमरत्ने को नया पुलिस प्रमुख बनाया गया है। राष्ट्रपति ने सॉलिसिटर जनरल दपुला डी लिवेरा को एक्टिंग अटॉर्नी जनरल और पूर्व आईजीपी एनके इलंगाकून को रक्षा मंत्रालय के लिए सलाहकार नियुक्त किया है। राष्ट्रपति ने पुलिस चीफ पुजिथ जयसुंदरा को सस्पेंड कर दिया है। जयसुंदरा ने बम धमाकों की खुफिया जानकारी मिलने के बावजूद विफलता की जिम्मेदारी लेने से इनकार कर दिया था।
इसके अलावा राष्ट्रपति ने एक आदेश जारी कर देश में किसी भी तरह से चेहरा ढंकने पर भी प्रतिबंध लगा दिया है। सिरिसेना ने कहा कि उन्होंने आपातकालीन शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए चेहरा ढंकने को प्रतिबंधित करने का आदेश दिया है। यह आदेश सोमवार से प्रभावी हो गया।
राष्ट्रपति कार्यालय के बयान के मुताबिक इस  प्रतिबंध का ताल्लुक देश की सुरक्षा से है। व्यक्ति का चेहरा ढंका होने से उसकी पहचान में मुश्किल होती है। लिहाजा अब कोई भी चेहरा ढंककर नहीं चल सकेगा। हाल ही में स्थानीय मुस्लिम धर्मगुरुओं ने भी महिलाओं से अपील की थी कि वे चेहरे को न ढंकें। इस्लामिक चरमपंथियों के  धमाके किए जाने के बाद देश का मुस्लिम समुदाय खौफ में है।
इस बीच प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने कहा है कि श्रीलंकाई सेना ने ईस्टर के दिन हुए फिदायीन धमाकों से जुड़े इस्लामिक चरमपंथियों पर कड़ी कार्रवाई की है। सेना ने कई चरमपंथियों को मार गिराया या फिर गिरफ्तार कर लिया है। देश वापस सामान्य हो रहा है। ”सरकार के पास इस्लामिक चरमपंथियों और देश में गैरकानूनी तरीके से रह रहे विदेशी धर्मगुरुओं के साथ सख्ती से निपटने के लिए कड़ा कानून है।”

भड़काऊ ब्यान पर गिरिराज को चुनाव आयोग का नोटिस

बेगूसराय से भाजपा उम्मीदवार और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के खिलाफ चुनाव आयोग ने नोटिस जारी किया है। चुनाव जनसभा में विवादित बयान देने को लेकर सिंह को यह नोटिस मिला है। गिरिराज सिंह ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की मौजूदगी में मंच से मुस्लिम समुदाय को चेतावनी दी थी कि अगर कब्र के लिए तीन हाथ जगह चाहिए तो इस देश में वंदेमातरम गाना होगा और भारत माता की जय कहनी होगी।
गिरिराज सिंह अपने भड़काऊ बयानों के लिए जाने जाते रहे हैं। अब चुनाव आयोग के नोटिस की वजह गिरिराज सिंह का भड़काऊ और साम्प्रदायिक भाषण रहा। सिंह ने पिछले बुधवार को पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के कार्यक्रम में अपने भाषण के दौरान अन्य बातों की चर्चा करने के अलावा कहा कि कुछ लोग बिहार की धरती को रक्तरंजित करना चाहते हैं, सांप्रदायिक आग फैलाना चाह रहे हैं, लेकिन भाजपा जब तक है न बिहार में ऐसा होगा और न बेगूसराय की धरती पर वे ऐसा होने देंगे।
गिरिराज ने इस सभा में राजद के दरभंगा उम्मीदवार अब्दुल बारी सिद्दिकी के एक कथित वक्‍तव्‍य की चर्चा करते हुए कहा था कि राजद उम्मीदवार दरभंगा में कहते हैं कि वंदे मातरम मैं नहीं बोलूंगा। बेगूसराय में भी कुछ लोग आकर बड़े भाई का कुरता और छोटे भाई का पायजामा पहनकर भ्रमण कर रहे हैं। लेकिन मैं उन्हें कहना चाहता हूं कि जो वंदे मातरम नहीं गा सकता, जो भारत की मातृभूमि को नमन नहीं कर सकता वो इस बात को याद रखें कि अरे गिरिराज के नाना-दादा सिमरिया घाट में गंगा नदी के किनारे मरे, उसी भूमि पर कोई कब्र नहीं बनाया लेकिन तुम्हें तो तीन हाथ जगह चाहिए। तुम ऐसा नहीं कर पाओगे तो देश तुम्हें कभी माफ नहीं करेगा।
अब चुनाव आयोग ने गिरिराज के इस ब्यान को आचार संहिता के उल्लंघन के दायरे में मानते हुए उन्हें नोटिस जारी कर दिया है।

अवमानना मामले में राहुल का एक और हलफनामा

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ”चौकीदार चोर है” वाले अपने बयान पर सोमवार को सर्वोच्च न्यायालय में एक और हलफनामा दायर किया है। राहुल गांधी ने इसमें पुरानी दलीलों को ही आधार बनाया है और कहा कि उनका मकसद सुप्रीम कोर्ट का अपमान करना नहीं था। उन्होंने कहा कि उन्होंने शीर्ष अदालत से जोड़कर टिप्पणी करने के लिए खेद व्यक्त किया था।
राहुल गांधी ने भाजपा सांसद मीनाक्षी लेखी की तरफ से दायर मानहानि मामले पर शीर्ष कोर्ट की ओर से जारी नोटिस पर ये जवाब दाखिल किया है। इसी बहाने उन्होंने यह भी कहा है कि भाजपा भी सुप्रीम कोर्ट के फैसले को राफेल मामले में क्लीन चिट बनाकर बाहर फायदा उठा रही है।
सर्वोच्च अदालत इस मामले की सुनवाई मंगलवार को करेगी। याद रहे पत्रकारों से बातचीत के दौरान राफेल डील को लेकर सुप्रीम कोर्ट के एक आदेश के बाद राहुल गांधी ने कहा था कि सुप्रीम कोर्ट ने कह दिया है कि चौकीदार चोर है। इसे लेकर वरिष्ठ वकील और भाजपा सांसद मीनाक्षी लेखी ने सुप्रीम कोर्ट में राहुल गांधी के खिलाफ अवमनना याचिका दायर की थी।
लेखी ने याचिका में आरोप लगाया था कि राहुल गांधी ने अपनी व्यक्तिगत टिप्पणियों को शीर्ष अदालत के मुंह में डाला है और इस तरह उन्होंने गलत धारणा पैदा करने का प्रयास किया है। सुप्रीम कोर्ट ने पिछले हफ्ते राहुल के इस बयान पर उनसे सफाई मांगी थी। सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि ऐसी कोई टिप्पणी हमारी नहीं है।
दरअसल सुप्रीम कोर्ट ने राफेल डील मामले में केंद्र सरकार को बड़ा झटका देते हुए इस पर उसकी आपत्तियां खारिज कर दी थीं। सुप्रीम कोर्ट की तीन जजों की बेंच ने कहा था कि जो कागजात अदालत में पेश किए गए वो मान्य हैं। सुप्रीम कोर्ट ने सरकार की आपत्तियां खारिज करते हुए कहा कि लीक हुए दस्तावेज मान्य हैं और उसकी जांच की जाएगी। सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि राफेल से जुड़े जो कागजात आए हैं, वो सुनवाई का हिस्सा होंगे।
राहुल गांधी ने २२ अप्रैल को दायर हलफनामे में माना कि सुप्रीम कोर्ट ने नहीं कहा था कि चौकीदार चोर है। राहुल ने सर्वोच्च अदालत में हलफनामा दाखिल कर खेद प्रकट किया था और कहा था कि चुनाव की उतेजना में उनके मुंह से यह बयान निकल गया।