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येति नहीं, भालू के पांव के निशान थे : नेपाल

भारतीय सेना के हिममानव येति के पैरों के निशान मिलने के दावे को नेपाल ने गलत करार दिया है। नेपाली अधिकारियों ने इस दावे का खंडन करते हुए कहा है कि तस्वीरों में दिख रहे निशान भालू के पैरों के हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक येति पर पुस्तक लिखने वाले एक विशेषज्ञ ने भी इन निशानों को भालू का बताया है। गौरतलब है कि सेना के जन सूचना विभाग ने अपने ट्विटर हैंडल से तस्‍वीरें शेयर करते हुए बर्फ से भरे क्षेत्र में रहस्यमयी हिममानव येति के पैरों के निशान देखे जाने की बात कही थी।
रिपोर्ट्स के मुताबिक नेपाल सेना के ब्रिगेडियर जनरल बिज्ञान देव पांडे ने कहा है कि जिस भारतीय दल को पैरों के निशान मिले थे, उनके साथ नेपाल आर्मी की एक टीम भी थी। जिसे स्थानीय लोगों ने बताया था कि ये भालू के पैरों के निशान थे, जो उस इलाके में अक्सर नजर आते हैं। ”सामान ढोने वाले मजदूरों ने भी कहा था कि उस इलाके में इस तरह के पैरों के निशान मिलना आम बात है।”
भारतीय सेना के दावे को नेपाल के अधिकारियों ने खारिज करते हुए कहा कि इस तरह के पैरों के निशान इलाके में कई बार देखे जा चुके हैं, यह भालू के पैरों के निशान हैं।

पुलवामा हमला ‘भाजपा ने चुनाव जीतने के लिए’ करवाया, वाघेला का आरोप

एक समय भाजपा के दिग्गज नेता रहे और गुजरात के पूर्व सीएम शंकर सिंह वाघेला ने भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बड़े गंभीर आरोप लगाए हैं। अब एनसीपी के नेता वाघेला ने आरोप लगाया है कि भाजपा ने कथित तौर पर राजनीतिक फायदा उठाने के लिए एक साजिश के तहत जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकी हमला करवाया जिसमें सीआरपीएफ के ४० से ज्यादा जवान शहीद हो गए थे।
वाघेला ने बुधवार को आरोप लगाया कि ”साल २००२ के गोधरा कांड की तरह ही पुलवामा हमला भी बीजेपी की साजिश है।” गुजरात के वरिष्ठ नेता बाघेला ने एक और सनसनीखेज खुलासा किया है कि ”पुलवामा हमले में आतंकियों ने जिस वाहन में विस्फोटक भर उसे सीआरपीएफ काफिले के पास ले जाकर उड़ाया था, उसका शुरुआती रजिस्ट्रेशन नंबर गुजरात (जीजे) था।
वाघेला ने भाजपा पर लगाए आरोपों को साबित करने के लिए ये भी कहा कि सीआरपीएफ के काफिले पर हमले के लिए जो गाड़ी इस्तेमाल की गई थी, उसका रजिस्ट्रेशन नंबर गुजरात का ही था। उन्होंने कहा की भाजपा चुनाव जीतने के लिए षड्यंत्र रच रही है।
एनसीपी नेता वाघेला ने पुलवामा आतंकी हमले की प्रतिक्रिया के रूप में भारतीय वायु सेना की बालाकोट में एयर स्ट्राइक के दावों पर भी सवाल उठाया है। वाघेला ने कहा – ”बालाकोट में आईएएफ एयरस्ट्राइक में एक भी आतंकी की मौत नहीं हुई। किसी भी अंतर्राष्ट्रीय एजेंसी ने भारत के दावे की पुष्टि नहीं की कि बालाकोट एयरस्ट्राइक में २०० आतंकी मारे गए।” वाघेला ने आरोप लगाया कि बालाकोट एयरस्ट्राइक भी कथित तौर पर सुनियोजित साजिश थी।
वाघेला ने पुलवामा हमले को लेकर भाजपा और केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा – ”जब खुफिया एजेंसियों ने जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमले की साजिश की सूचना दी थी तो फिर सावधानी क्यों नहीं बरती गई। अगर बालाकोट में आतंकी कैंप के बारे में पहले से पता था तो फिर पहले कार्रवाई क्यों नहीं हुई। भाजपा  इन सभी साजिशों का हिस्सा रही है और राजनीतिक फायदे के लिए ऐसा कर रही है।”
वरिष्ठ नेता ने कहा कि ”गुजरात के भाजपा नेता काफी परेशान हैं और बंधुआ मजदूर जैसी जिंदगी बिता रहे हैं। वहां विकास का जो मॉडल पेश किया गया है वो बुरी तरह फेल हो चुका है।”

वाड्रा मामले में ईडी को जवाब के लिए हाईकोर्ट से मिला एक हफ्ते का वक्त

धनशोधन मामले में रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट में गुरूवार को सुनवाई हुई। इसमें कोर्ट ने ईडी को जवाब दाखिल करने के लिए एक हफ्ते का वक्त दिया है। इस मामले पर अगली सुनवाई अब १६ जुलाई को होगी।
याद रहे पिछली सुनवाई में ईडी ने रॉबर्ट वाड्रा की याचिका का विरोध किया था। इस पर कोर्ट ने ईडी को दो हफ्ते में दर्ज एफआईआर पर जवाब दायर करने को कहा था।  इसके अलावा हाई कोर्ट की डिवीजन बेंच ने निचली अदालत की कार्रवाई पर रोक लगाने से इनकार किया था। वाड्रा ने अपने खिलाफ दायर दर्ज मनी लॉन्ड्रिंग के तहत दर्ज एफआईआर को चुनौती दी है और उसे रद करने की मांग की है।
गौरतलब है कि इससे पहले पटियाला हाउस कोर्ट ने वाड्रा को पांच लाख रूपए के निजी मुचलके पर अग्रिम जमानत दे चुका है। जमानत के दौरान कोर्ट ने वाड्रा को निर्देश दिया था कि वो ईडी की जांच में सहयोग करेंगे और गवाहों को प्रभावित नहीं करेंगे। अब इस मामले पर अगली सुनवाई १६ जुलाई हो होगी।

मुंबई हमले के महज १४ दिन बाद चीन लश्कर प्रमुख हाफिज सईद को वैश्विक आतंकी घोषित करने पर सहमत हो गया था : मनमोहन सिंह

सम्भवता पहली बार पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने गुरूवार को कहा कि उनके कार्यकाल में भी कई बार सर्जिकल स्ट्राइक की कार्रवाई की गई थी, लेकिन उन्होंने कभी इसका चुनावी फायदा उठाने की कोशिश नहीं की। पूर्व पीएम ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी का सैन्य कार्रवाइयों का चुनावी इस्तेमाल करना ‘शर्मनाक और अस्वीकार्य” है।
पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा – ”कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार के कार्यकाल में भी बाहरी खतरों से निपटने के लिए सेना को खुली छूट थी। उस दौरान भी कई सर्जिकल स्ट्राइक हुईं। हमने सैन्य अभियान भारत विरोधी तत्वों को जवाब देने के लिए किया न कि चुनावी लाभ लेने के लिए।”
सिंह ने कहा कि आर्थिक मोर्चे पर मोदी सरकार की आलोचना करते हुए उसे अक्षम्य रूप से असफल बताया। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार अपनी आर्थिक मोर्चे की असफलता को छिपाने के लिए वे सैन्य बलों के शौर्य की आड़ ले रही है, जो शर्मनाक और अस्वीकार्य है। मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित होने का श्रेय पीएम मोदी को देने की भाजपा नेताओं की कोशिश पर मनमोहन ने कहा – ”मुंबई हमले के महज १४ दिन बाद चीन लश्कर प्रमुख हाफिज सईद को वैश्विक आतंकी घोषित करने पर सहमत हो गया था। यूपीए सरकार ने मुंबई हमले के उस मास्टरमाइंड पर अमेरिका से १० मिलियन डॉलर का इनाम भी घोषित करवाया। फर्क सिर्फ यह है कि हमने कभी इस तरह के ऑपरेशन के बारे में बातें नहीं कीं।”
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अंग्रेजी अखबार हिन्दुस्तान टाइम्स से बातचीत में कहा कि भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता अस्वीकार्य है। ”पुलवामा आतंकी हमला हमारे सबसे सुरक्षित राजमार्ग पर हुआ जिसमें सीआरपीएफ के ४० जवान शहीद हो गए। यह खुफिया और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से चिंताजनक है। यह बात सामने आई है कि सीआरपीएफ और बीएसएफ जवानों को हवाई मार्ग के जरिये ले जाने का अनुरोध कर रहे थे जिसे मोदी सरकार ने खारिज कर दिया।”
मनमोहन सिंह ने कहा – ”सरकार ने खुफिया विभाग और जम्मू-कश्मीर पुलिस की उस जानकारी की भी अनदेखी की जिसमें आईईडी धमाके की संभावना जताई गई थी।
रिपोर्ट्स के मुताबिक पूर्व प्रधानमंत्री से पूछा गया कि वे मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के परमाणु हथियार को लेकर दिए हालिया बयान को कैसे देखते हैं, तो उन्होंने कहा कि हमारी न्यूक्लियर क्षमता हमारी ताकत और सुरक्षा है। ”पंडित नेहरू ने हमारी न्यूक्लियर क्षमताओं की नींव रखी थी। इंदिरा गांधी ने पहला परमाणु परीक्षण किया था। इसी का परिणाम था कि १३ दिन वाली वाजपेयी सरकार ने हमारे परमाणु हथियार का परीक्षण किया था। लेकिन परमाणु सुरक्षा और शांति इस ताकत से जुड़ी हमारे देश की दो बड़ी जिम्मेदारियां हैं।
इस बातचीत में मनमोहन सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा के मामले में मोदी सरकार बिलकुल विफल रही है। उन्होंने कहा कि पिछले पांच साल में अकेले जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमले १७६ प्रतिशत बढ़ गए। ”सीमा पर पाकिस्तान द्वारा युद्धविराम उल्लंघन करने में १,००० प्रतिशत की वृद्धि हुई है। हमारे सुरक्षा केंद्रों पर १७ बड़े आतंकी हमले हुए हैं। जीडीपी के हिसाब से रक्षा क्षेत्र के लिए खर्च पिछले ५७ साल में सबसे कम रहा है। क्या यह इस सरकार के प्रदर्शन और प्राथमिकताओं के बारे में नहीं बताता?”

बालाकोट न होता तो बीजेपी १६० सीटों तक सिमट जाती : सुब्रमण्यम स्वामी

वरिष्ठ भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने अपने ताजे ब्यान से भाजपा खेमे में बड़ी चिंता पैदा कर दी है। स्वामी ने कहा है कि पुलवामा के बाद मोदी सरकार ने बालाकोट ”एयर स्ट्राइक” न की होती तो भाजपा इस लोक सभा चुनाव में महज १६० सीटों तक सिमट जाती। स्वामी ने कहा कि भाजपा यदि २३० सीटों तक सिमटी तो मोदी शायद फिर पीएम न बन सकें। इस बार के लोक सभा चुनाव के अभी भी तीन चरण बाकी हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि इस चुनाव में अभी भी भाजपा को बहुमत नहीं मिलेगा। उनके मुताबिक भाजपा ज्यादा से ज्यादा २२०-२३० सीटें ही जीत पाएगी। भाजपा नेता का यह दावा एक साक्षात्कार में सामने आया है। स्वामी ने कहा कि यदि भाजपा २२० से २३० सीटों तक सिमटती है तो शायद नरेंद्र मोदी फिर से पीएम न बन सकें।
रिपोर्ट्स के मुताबिक स्वामी ने कहा – ”मान लीजिए बीजेपी २२० या २३० सीटों तक अटक जाती है और एनडीए के सहयोगी करीब ३० सीटें जीतते हैं तो आंकड़ा २५० तक ही जा पायेगा। ऐसे में भी बीजेपी को ३० और सीटों की जरूरत पड़ेगी।”
मोदी के फिर से पीएम बनने के प्रश्न पर सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा यह अन्य सहयोगियों पर निर्भर करेगा। बहुमत के लिए ३० या ४० और सीटों की जरुरत पड़ेगी।  सरकार बनाने के लिए बीएसपी (बहुजन समाज पार्टी) और बीजू जनता दल (बीजेडी) जैसे दल समर्थन कर सकते हैं। हालांकि उन्होंने कहा कि पटनायक पहले ही कह चुके हैं कि वह (मोदी) दूसरे कार्यकाल के योग्य नहीं हैं। वहीं मायावती ने अभी अपनी कोइ राय  नहीं दी है। क्या मायावती एनडीए के साथ जा सकती हैं, पर स्वामी ने कहा कि मायावती एनडीए में शामिल हो सकती हैं और अगर वो नेतृत्व में बदलाव चाहती हैं तो इस पर उन्हें (एनडीए को) कोई आपत्ति नहीं होगी।
स्वामी का मानना है कि अगर पुलवामा हमले के बाद सरकार के बालाकोट में एयर स्ट्राइक करने से फायदा मिला और ऐसा नहीं किया होता तो बीजेपी को काफी नुकसान होता। उन्होंने कहा कि पुलवामा हमले के बाद अगर मोदी सरकार ने बालाकोट में एयर स्ट्राइक नहीं किया होता तो बीजेपी महज १६० सीटों तक सिमट जाती।

वंजारा, अमीन इशरत जहाँ मुठभेड़ मामले में आरोप मुक्त करार

इशरत जहां मुठभेड़ मामले में सीबीआई की विशेष अदालत ने पूर्व डीजीपी वंजारा और एनके अमीन को आरोप मुक्त कर दिया है। गुजरात सरकार ने दोनों पूर्व अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा चलाने की अनुमति देने से इनकार कर दिया था जिसके बाद विशेष अदालत का यह फैसला आया है।
गौरतलब है कि सीबीआई ने सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी डीजी वंजारा और एनके अमीन के खिलाफ मुकदमा चलाने की अनुमति मांगी थी हालांकि गुजरात सरकार ने मार्च २०१९ में इन दोनों के खिलाफ मुकदमा चलाने की अनुमति देने से मना कर दिया था। अब सरकार के इस फैसले के बाद सीबीआई कोर्ट ने गुरुवार को दोनों को आरोप मुक्त करने का फैसला सुनाया है।
यह मामला १५ जून, २००४ को मुंब्रा की इशरत जहां (१९), जावेद शेख उर्फ प्रणेश पिल्लै, अमजद अली अकबर अली राणा और जीशान जौहर को अहमदाबाद के पास पुलिस ने एक फर्जी मुठभेड़ में मार देने से जुड़ा है।
सीबीआई ने विशेष सीबीआई कोर्ट से कहा था कि इशरत जहां और तीन अन्य लोगों को फर्जी मुठभेड़ में मारने वाले पूर्व अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा चलाने की अनुमति दी जाए। हालांकि गुजरात सरकार ने मुकदमा चलाने की अनुमति नहीं दी।
याद रहे इससे पहले सीबीआई की विशेष अदालत ने दोनों पूर्व अधिकारियों को बरी करने की मांग करने वाले आवेदन को भी खारिज कर दिया था। तब अदालत ने सीबीआई से पूछा था कि वो अपना रूख स्पष्ट करें। क्या वो दोनों पूर्व अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा चलाने के लिए राज्य सरकार से अनुमति चाहते हैं या नहीं। इसके बाद फिर सीबीआई ने दोनों पूर्व अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा चलाने की अनुमति देने के लिए राज्य सरकार को पत्र लिखा लेकिन मार्च में सीबीआई की मांग को सरकार ने ठुकरा दिया।
वंजारा और अमीन उन सात आरोपियों में शामिल हैं, जिनके खिलाफ इस मामले में सीबीआई ने आरोपपत्र दाखिल किए थे। वंजारा पूर्व डीआईजी हैं और एनके अमीन रिटार्यड एसपी है।

मसूद अज़हर वैश्विक आतंकी घोषित

आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर का नाम संयुक्त राष्ट्र की वैश्विक आतंकवादियों की सूची में शामिल कर लिया गया है। चीन ने भी इस बार इसके लिए कोइ रोड़ा नहीं अटकाया गया है। एक और आतंकी सरगना हाफिज सईद पहले  से इस सूची में शामिल है।
चीन ने पहले की तरह इस बार इस मामले में वीटो नहीं किया क्योंकि उसपर अमेरिका सहित कई देशों का जबरदस्त दवाब था। इस फैसले से मोदी सरकार को बड़ी सफलता मिली है। मसूद को  सूची में डालने के लिए अंतर्राष्ट्रीय प्रयास की कोशिश पिछ्ली कांग्रेस के नेतृत्व वाली मनमोहन सिंह सरकार ने की थी।
मसूद अज़हर को वैश्विक आतंकी की सूची में डालना भारत सरकार की एक बड़ी कूटनीतिक जीत है क्योंकि भारत काफी लंबे समय से खासकर १४ फरवरी को पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद से इसके लिए जोर दे रहा था और चीन लगातार अपनी वीटो का इस्तेमाल कर रोड़ा अटका रहा था।
मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित होने से उसके खातों पर रोक लगेगी और वह स्वतंत्रता से घूम नहीं पायेगा। संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका, फ्रांस और यूके इसके लिए मांग कर रहे थे लेकिन चीन उसका बचाव कर रहा था। चीन ने १३ मार्च को जैश सरगना मसूद अज़हर को ग्लोबल आतंकी घोषित करने के प्रस्ताव पर वीटो लगा दिया था तभी से अमेरिका समेत कई बड़े देश चीन के इस कदम की आलोचना कर रहे थे। आज  की घटना से पाकिस्तान को बड़ा झटका लगा है।

जब मोदी को अपशब्द वाले नारे पर बच्चों को डांट दिया प्रियंका गांधी ने

उत्तर प्रदेश के अमेठी में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और बच्चों के एक समूह का वीडियो सोशल मीडिया पर बड़ी चर्चा में आ गया है। इसमें वे ”चौकीदार चोर है” के नारे लगते बच्चों के साथ खड़ी दिखती हैं हालांकि, जब बच्चों के नारों की भाषा पीएम को लेकर अभद्र होती है तो वो उन्हें डांट देती हैं। अमेठी में राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव में दोबारा किस्मत आजमा रहीं स्मृति ईरानी ने भी इस वीडियो को शेयर  किया है लेकिन प्रियंका की आलोचना करते हुए सिर्फ पहले हिस्से को।
अब जबकि इस वीडियो का पूरा हिंसा सामने आया है तो सोशल मीडिया पर लोग प्रियंका गांधी की बच्चो को मोदी के खिलाफ अभद्र भाषा इस्तेमाल करने पर रोकने के लिए तारीफ़ कर रहे हैं। वीडियो में ”चौकीदार चोर है” के बीच बच्चे अचानक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए अभद्र भाषा (गाली) का इस्तेमाल करते हैं तो प्रियंका गांधी चौंक जाती हैं। इसके बाद उन्होंने बच्चों को रोका और कहा – ”ये वाला नहीं, अच्छा नहीं लगेगा। अच्छे बच्चे बनो।” इसके बाद बच्चे ”राहुल गांधी जिन्दावाद” के  नारे शुरू कर देते हैं।
कांग्रेस महासचिव भाई और पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी की संसदीय सीट अमेठी में मंगलवार को प्रचार कर रही थीं जब बच्चों के एक समूह से उनका सामना हो गया।  ये स्कूली बच्चे लगा रहे थे, जो ”चौकीदार चोर है, चौकीदार चोर है” के नारे लगा रहे थे। बच्चों ने जब तक पीएम मोदी के लिए अपशब्द नहीं कहे, तब तक प्रियंका गांधी उनकी तरफ देखकर मुस्कुरा रही थीं। लेकिन अचानक वो मुंह पर हाथ रखे अवाक दिखती हैं। बच्चों ने पीएम मोदी के लिए कुछ अपशब्द कहना शुरू कर दिया। इस पर प्रियंका ने तुरंत पीछे हटकर बच्चों को रोका और कहा- ”ये वाला नहीं, अच्छा नहीं लगेगा। अच्छे बच्चे बनो।”
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने भी वीडियो के एक हिस्से को शेयर करते हुए लिखा –  ”सोचिए एक प्रधानमंत्री को कितना कुछ सहना पड़ता है। क्या इससे लुटियंस वालों में गुस्सा दिखाई दिया?” स्मृति ईरानी ने जो वीडियो शेयर किया है, वह ”एडिट” किया हुआ है। इस वीडियो में उस हिस्से को हटा दिया गया, जिसमें प्रियंका मोदी को अपशब्द बोलने पर बच्चो को रोकती और डांटती हैं।
आम आदमी पार्टी की नेता अलका लांबा ने भी वीडियो पोस्ट करते हुए कहा – ”मुझे उसकी प्रतिक्रिया पसंद आई। और अच्छा है, उन्होंने बच्चों को सही समय पर रोका।”

मोदी के खिलाफ सिपाही यादव का नामांकन रद्द

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ वाराणसी सीट से सपा प्रत्याशी के तौर पर नामांकन करने वाले बीएसएफ के बर्खास्त सिपाही तेज बहादुर यादव का नामांकन रद्द हो गया है। सपा ने उन्हें तीन दिन पहले ही अपनी पहले  से घोषित उम्मीदवार को हटाकर यादव को उम्मीदवार बनाया था।
इस तरह यादव का मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने का सपना टूट गया है। निर्वाचन अधिकारी की तरफ से जारी किए गए दो नोटिसों का जवाब देने बुधवार दोपहर ११  बजे तेज बहादुर यादव अपने वकील के साथ आरओ से मिलने पहुंचे थे। इसके बाद निर्वाचन अधिकारी तेज बहादुर के नामांकन पत्र को खारिज कर दिया। अब शालिनी यादव सपा की तरफ से चुनावी मैदान में मोदी को टक्कर देंगी।
नामांकन पत्र के नोटिस के जवाब देने के दौरान तेज बहादुर के समर्थकों और पुलिस के बीच जमकर नोकझोंक हुई, जिसके बाद पुलिस ने समर्थकों को कचहरी परिसर से बाहर कर दिया। मंगलवार को नामांकन पत्रों की जांच में बीएसएफ से बर्खास्त किए जाने के संबंध में दो नामांकन पत्रों में अलग-अलग जानकारी सामने आने के बाद उन्हें नोटिस दिया गया था। प्रेक्षक प्रवीण कुमार की मौजूदगी में नामांकन पत्रों की जांच शुरू हुई।
जांच के दौरान जिला निर्वाचन अधिकारी सुरेंद्र सिंह द्वारा यादव को बीएसएफ से बर्खास्तगी के संबंध में दो नामांकन पत्रों में अलग-अलग जानकारी देने पर नोटिस देकर २४ घंटे में बीएसएफ से अनापत्ति प्रमाण पत्र लेकर प्रस्तुत करने को कहा गया था। इससे पहले यादव ने अपना एक वीडियो जारीकर आरोप लगाया था कि उनका नामांकन रद्द करने का ”षड्यंत्र” हो रहा है।

गढ़चिरौली नक्सली हमले में १६ जवान शहीद

महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में नक्सलियों ने सड़क बनाने वाली कांस्ट्रक्शन साइट को  पूरी तरह जला देने की घटना के बाद बुधवार को गढ़चिरौली में ही वाहन को ब्लास्ट करके उड़ाने से १६ जवानों की मौत हो गयी है और कुछ गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। ”तहलका” की जानकारी के मुताबिक यह हमला सी-६० कमांडो की गश्त पर टीम पर किया है। यह वाहन महा पुलिस क्वूआरटी का था। ब्लास्ट्स से उसके परखचे उड़ गए हैं।
भाजपा के गढ़चिरोली के एमपी महादेव नेते ने इस हमले में १५ जवानों और एक चालक के शहीद होने की पुष्टि की है। महाराष्ट्र के एफएमडी डीजीपी बीएल बोहरा ने भी घटना की पुष्टि की है।
इस बीच कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस घटना पर गहरा दुःख जताया है और  हमने की निंदा की है। अभी तक की जानकारी के मुताबिक इस ब्लास्ट में कमसे कम १६ जवानों की मौत की खबर है जबकि कई जवान बुरी तरह जख्मी हुए हैं। यह ब्लास्ट सड़क के बीचों बीच किया गया है। इसमें अभी तक की खबर के मुताबिक सुरक्षा बलों की गाड़ी को उड़ा दिया है। यह सुरक्षा बल उस समय पेट्रोलिंग पर थे।
इससे पहले नक्सलियों ने गढ़चिरौली में नक्सलियों ने सड़क बनाने वाली कांस्ट्रक्शन साइट को पूरी तरह जला दिया। नक्सलियों ने गढ़चिरौली जिले के कुरखेड़ा नामक जगह पर रोड कांस्ट्रक्शन के उपकरणों में आग लगा दी. देखते ही देखते सड़क बनाने वाले वाहन और वहां पर उपलब्ध बहुत सारे उपकरण एकसाथ जलकर खाक हो गए। देश के लिए आतंकवाद की तरह नक्सल भी एक बहुत बड़ी समस्या बनती जा रही है।
नक्सली लगातार विकास कार्य में बाधा डालने की कोशिशों में लगे रहते हैं।  नक्सलवादी लगातार ऐसी घटनाओं को अंजाम देते रहते हैं, जो इलाके के विकास से जुड़ी हुई हों। बताया जा रहा है कि इस दौरान सड़क निर्माण कार्य में लगीं  २७ मशीनों और कई गाड़ियों में नक्सलियों ने आग के हवाले कर दिया।