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कोर्ट के साथ हाईड एंड सीक खेल नहीं चलेगा : प्रधान न्यायाधीश

सर्वोच्च न्यायालय ने सोमवार को राफेल डील मामले में केंद्र सरकार को फटकार लगाई है। केंद्र सरकार ने जवाबी हलफनामे के लिए और वक्त मांगा और कहा कि मंगलवार को होने वाली सुनवाई टाल दी जाए। इस पर प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई ने कहा कि वो इस संबंध में आदेश जारी करेंगे।
इस दौरान मेंशनिंग में नाम न बोलने पर बेंच में शामिल सीजेआई नाराज हो गए और उन्होंने केंद्र सरकार के वकील को फटकार लगाई। एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के मुताबिक इसके साथ ही पीएम मोदी और अमित शाह के कथित तौर पर आचार संहिता उल्लंघन मामले में अभिषेक मनु सिंघवी को भी फटकार लगाई। सीजेआई रंजन गोगोई ने कहा कि सब कोर्ट के साथ हाइड एंड सीक का खेल क्यों खेल रहे हैं?
सीजेआई ने कहा कि केंद्र के वकील कह रहे हें कि वो जवाबी हलफनामा दाखिल करना चाहते हैं लेकिन ये नहीं बता रहे कि वो राफेल में हलफनामा दाखिल करना चाहते हैं। इसलिए उनको और वक्त चाहिए तो वो सुनवाई टालना चाहते हैं। उनको कहना चाहिए कि कल (मंगलवार) दो बजे होने वाली राफेल मामले की सुनवाई में वो जवाबी हलफनामा दाखिल करना चाहते है। इसी तरह सिंघवी भी पीएम मोदी और अमित शाह का नाम नहीं ले रहे। आपको ये सब बंद करना चाहिए। कोर्ट के साथ हाईड एंड सीक खेल नहीं चलेगा।

भाजपा ने चुनाव आयोग से की राहुल की शिकायत

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर चुनावी सभाओं में पीएम नरेंद्र मोदी और भाजपा  अध्यक्ष अमित शाह के खिलाफ टिप्पणी की शिकायत लेकर भाजपा ने सोमवार को  चुनाव आयोग के पास शिकायत की।
केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी और विजय गोयल ने चुनाव आयोग से पश्चिम बंगाल में मतदान के दौरान हिंसा के मामले को भी उठाया और प्रदेश के सभी बूथों पर  केंद्रीय बल तैनात करने की मांग भी की। नकवी ने मीडिया से कहा कि राहुल गांधी ने न सिर्फ आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया है, बल्कि चुनाव नियमों को भी तोड़ा है। नकवी ने कहा – ”कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के द्वारा बार-बार देश के पीएम  और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के लिए अभद्र और अपमानजनक भाषा का प्रयोग किया जा रहा है। यह आचार संहिता का उल्लंघन है।
भाजपा नेता ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष की इस भाषा को लेकर चुनाव आयोग से शिकायत की गई है। उन्होंने कहा – ”राहुल गांधी के अनर्गल बयान पर सुप्रीम कोर्ट ने भी संज्ञान लिया है। पीएम को चोर कहना, अपराधी कहना और अमित शाह को हत्या का आरोपी कहना, यह चुनावी कानूनों में पूरी तरह से अपराध की श्रेणी में आता है।”

वाराणसी में अब तेज बहादुर गठबंधन प्रत्याशी

वाराणसी में पीएम मोदी के खिलाफ कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी तो नहीं उतरीं, समाजवादी पार्टी ने अपना (गठबंधन) उम्मीदवार ज़रूर बदल दिया है। मोदी के खिलाफ समाजवादी पार्टी-बीएसपी गठबंधन के प्रत्याशी अब बीएसएफ के बर्खास्त जवान तेज बहादुर यादव होंगे।
पार्टी ने पहले इस सीट से शालिनी यादव को उतारा था जो कांग्रेस से समाजवादी  पार्टी में शामिल हुई थीं। शालिनी यादव बाद में अपना नामांकन वापस ले लेंगी।
कांग्रेस छोड़कर सपा में आईं शालिनी यादव को पहले वाराणसी से टिकट दिया गया था जिसके बाद आज पार्टी ने उम्मीदवार बदलने का फैसला किया है।
बीएसएफ के बर्खास्त जवान तेज बहादुर पहले भी नामांकन कर चुके हैं लेकिन कहा जा रहा है कि उनका पर्चा किसी वजह से खारिज हो गया था। यह भी कहा जा रहा है कि उन्‍होंने टिकट के लिए एसपी अध्‍यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात की जिसके बाद  देने का फैसला हुआ।
दिलचस्प बात यह है कि शालिनी यादव भव्य जुलुस निकालकर नामांकन करने  पहुंची थीं। ान गठबंधन ने अपना प्रत्‍याशी बदल दिया है। कांग्रेस ने मोदी के खिलाफ पांच बार विधायक रह चुके अजय राय को मैदान में उतारा है।

‘आम्रपाली’ ग्रुप के खिलाफ अदालत की शरण में धोनी

पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने आम्रपाली ग्रुप के खिलाफ सर्वोच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है। आम्रपाली में धोनी  ने एक पेंट हाउस खरीदा था, जिसका पोजेशन कंपनी ने उन्हें नहीं दिया।
सुप्रीम कोर्ट की तरफ से नियुक्ति फोरेंसिक ऑडिटर्स को धोनी ने बताया कि कंपनी ने उन्हें देनदारों की सूची में भी शामिल नहीं किया। आवंटन रद्द होने के डर से धोनी अब कोर्ट की शरण में गए हैं। गौरतलब है कि धोनी ने विवादों में घिरे आम्रपाली समूह से साल २००९ में नोएडा के सेक्टर ४५ में पांच बीएचके और फैमिली लाउंज वाला पेंटहाउस महज २० लाख रुपये में खरीदा था, जिसका बाजार मूल्य सवा करोड़ था। कंपनी ने लेकिन उन्हें पेंटहाउस का पोजेशन नहीं दिया।
सुपीम कोर्ट के ऑडिटर रवि भाटिया और पवन कुमार ने पाया कि धोनी उन अन्य ६५५ लोगों में शामिल है, जिन्होंने करोड़ों का फ्लैट महज २० लाख में खरीदा है। ऑडिटर ने धोनी और कंपनी दोनों से इस मामले में पूछताछ की जिन्हें धोनी ने बताया कि न उन्हें  न ही उनके परिवार के किसी सदस्य को कंपनी की तरफ से किसी तरह का कोई फंड दिया गया है। धोनी के मुताबिक आम्रपाली उन्हें कई करोड़ रुपये का बकाया भुगतान करने में विफल रही है और साथ ही कहा कि कंपनी का ब्रांड एंबेसडर होने के कारण उन्हें फ्लैट की कीमत में रियायत दी गई थी।
कोर्ट में पेश की अपने रिपोर्ट में ऑडिटर ने कहा कि कंपनी ने कुछ मामलों में कंपनी ने फ्लैट महज एक रुपया प्रति वर्ग की दर से बेचे हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि आम्रपाली समूह की विभिन्न आवास परियोजनाओं में करोड़ों की अघोषित धन का निवेश किया गया था। कंपनी ने खरीदारों से नकद में लगभग १५९ करोड़ रुपये प्राप्त किए। सुप्रीम कोर्ट ने संकेत दिया कि आम्रपाली के अन्य आवास परियोजनाओं को पूरा करने के लिए इस तरह की कीमतों पर बेचे गए फ्लैटों का आवंटन रद्द किया जा सकता है और पैसे जुटाने के लिए नीलामी की जा सकती है जिसके बाद धोनी सुप्रीम कोर्ट पहुंचे हैं।

एक सीट पर खुद को सीमित नहीं कर सकती थी : प्रियंका

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने आखिर उत्तर प्रदेश की वाराणसी लोकसभा सीट से चुनाव नहीं लड़ने को लेकर खुद खुलासा किया है कि चूँकि उनके जिम्मे ४१ सीटों को जिताने का जिम्मा है, एक सीट पर खुद को सीमित करके यह संभव नहीं होता।
प्रियंका ने इससे पहले कहा था कि यदि कांग्रेस अध्यक्ष उन्हें चुनाव का आदेश देते हैं तो वे वाराणसी से मैदान में उतरने के लिए तैयार हैं। वैसे बीच में यह भी चर्चा रही कि बसपा प्रमुख मायावती प्रियंका गांधी को वाराणसी से गठबंधन का उम्मीदवार बनाने के लिए तैयार नहीं हुईं। इसका कारण यह चर्चा में रहा कि मायावती महसूस करती हैं कि प्रियंका के लड़ने से कांग्रेस को बहुत मजबूती मिलती और इसका सबसे ज्यादा नुक्सान बसपा को ही होता।
कांग्रेस के भीतर प्रियंका गांधी को एक तेजतर्रार रणनीतिकार के रूप में देखा जा रहा है। उनके साथ काम करने वाले नेताओं का मानना है कि प्रियंका में राजनीति की गहरी समझ है और वे बहुत चतुराई से रणनीति तैयार कर रही हैं। साथ ही उनके ब्यान भी शुद्ध रूप से राजनैतिक रणनीति वाले होते हैं।
याद रहे २८ मार्च को रायबरेली में यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी के प्रचार के लिए  पहुंचीं प्रियंका से जब कार्यकर्ताओं ने चुनाव लड़ने की मांग की तो उन्होंने पलटकर कार्यकर्ताओं से ही पूछ लिया कि वाराणसी से चुनाव लड़ूं क्या? हालांकि, प्रियंका गांधी और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच पूरी बातचीत अनौपचारिक थी।
इसके बाद इस चर्चा को बल मिला कि प्रियंका वाराणसी से पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ सकती हैं। यूपी की राजनीति पर नजर रखने वालों का मानना है कि यदि यह मुकाबला होता तो शायद बहुत दिलचस्प होता क्योंकि भाजपा के भीतर प्रियंका के वाराणसी से लड़ने की ख़बरों से हलचल थी। अब कांग्रेस ने वाराणसी से पांच बार के विधायक अजय राय को टिकट दे दिया है जो २०१४ में भी कांग्रेस प्रत्याशी थे।

छत्तीसगढ़ में २ जवान शहीद

छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा पर नक्सलियों से मुठभेड़ में पुलिस के दो जवान शहीद हो गए हैं। बीजापुर इलाके में इस मुठभेड़ में हुई क्रॉस फायरिंग में दो ग्रामीण भी घायल हो गए जिनकी हालत नाजुक बताई गयी है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक शहीद जवानों में कांस्टेबल अरविंद मिंज और सहायक सुक्खू हपका हैं। क्रॉस फायरिंग में जो दो  मीण घायल हुए हैं उनकी हालत गंभीर है और उनकी जान बचने के लिए उनका इलाज तेलंगाना के चेरला में अखिला अस्पताल में  चल रहा है।
जानकारी के मुताबिक छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा पर पामेड़ा इलाके में घात लगाकर बैठे नक्सलियों ने जवानों पर जबरदस्त फायरिंग कर दी। फायरिंग में दो जवान शहीद हो गए। यह जवान पामेड़ा थाने से सर्चिंग पर निकले थे। टोंगगुड़ा इलाके में नक्सली घात लगाकर बैठे थे जिन्होँने जवानों पर अंधाधुंध गोलियां बरसा दीं।
टोंगगुड़ा सघन माओवादी इलाका है। फायरिंग में कांस्टेबल अरविंद मिंज और सहायक सुक्खू हपका शहीद हो गए।
उधर गढ़चिराैली जिले (महाराष्ट्र) में गंडरवाही जंगल में पुलिस से मुठभेड़ में दाे महिला नक्सली मारी गईं। इनमें एक रामकाे कमला मनकू पर १६ लाख और दूसरी शिल्पा मनु दुर्वा पर चार लाख का इनाम था।

कैलिफोर्निया गोलीबारी में महिला की मौत

अमेरिका के कैलिफोर्निया में एक बंदूकधारी के यहूदी प्रार्थनास्थल पर गोलीबारी करने की घटना में एक महिला की मौत हो गयी है। तीन लोग इस हमले में घायल हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक हमलावर बुलेटप्रूफ जैकेट और हेलमेट पहने हुए था।
रिपोर्ट्स के मुताबिक हमला करने वाला महज १९ साल का किशोर है जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। घटना में जिस व्यक्ति की मौत हुई है वो एक बुजुर्ग महिला हैं। तीन लोग जख्मी हुए हैं। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने घटना पर संवेदना व्यक्त करते हुए कहा – ”हमें यहूदी विरोधी विचारधारा को हराना चाहिए। पूरा अमेरिका पीड़ित यहूदी समुदाय के साथ खड़ा है।”
सैन डिएगो काउंटी के शेरिफ बिल गोर के मुताबिक इस गोलीबारी में चार लोग घायल हो गए थे जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां घायल बुजुर्ग महिला ने दम तोड़ दिया। तीन अन्य घायलों की हालत स्थिर बताई गयी है। इनमें एक बच्ची, यहूदी धर्मगुरु और एक युवक शामिल हैं।
हमलावर की सोशल मीडिया अकाउंट से जानकारियां जुटाई जा रही हैं। उसने हमले से आधा घंटा पहले एक लेटर भी पोस्ट किया था। घटना के बाद ड्यूटी से लौट रहे एक अफसर ने हमलावर पर फायर किया। इस दौरान भागने की कोशिश में वह कार में फंस गया। इसके बाद पुलिस ने हमलावर को गिरफ्तार कर लिया। उसके पास एक एआर-१५ राइफल मिली, जिससे उसने लोगों पर गोलियां चलाईं।
याद रहे, छह महीने पहले भी एक हमलावर ने पीटसबर्ग के ट्री ऑफ लाइफ प्रार्थनास्थल पर ११ लोगों की हत्या कर दी थी। अमेरिका में यहूदी समुदाय पर यह सबसे बड़ा हमला था।

हिमाचल हादसे में मरने वालों की संख्या १२ हुई

हिमाचल के चंबा जिले में बनीखेत के पास एक सड़क हादसे में शनिवार देर शाम हुए हादसे में मरने वालों की संख्या १२ हो गयी है। कुछ लोग अभी भी घायल हैं और अस्पताल में उनका इलाज चल रहा। है
हादसा बनीखेत इलाके के पंचपुला में हुआ जब एक निजी बस गहरी खाई में जा गिरी। इस हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर १२ हो गई है। कई लोग इस हादसे में घायल हुए हैं। गंभीर रूप से घायल लोगों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
हादसा हिमाचल में पठानकोट-डलहौजी मार्ग पर हुआ। बस पठानकोट से चम्बा जा रही थी। हादसे की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई और फिर उसने दुर्घटना में मारे लोगों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।
पुलिस के मुताबिक पठानकोट-डलहौजी मार्ग पर एक निजी बस शनिवार को बनीखेत के पास पंचपुला में खाई में गिर गई। हादसे में मारे गए लोगों की संख्या बढ़कर १२ हो गई। डीएसपी डलहौजी के नेतृत्व में एक पुलिस टीम हादसे की जांच कर रही है।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने जिला प्रशासन को तत्काल राहत अभियान सुनिश्चित करने और दुर्घटना के पीड़ितों को हर संभव सहायता प्रदान करने का निर्देश दिया। पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और प्रेम कुमार धूमल ने भी दुःख जताया है।

भाजपा प्रत्याशी गौतम गंभीर के खिलाफ एफआईआर दर्ज़

क्रिकेटर से राजनेता बने गौतम गंभीर के खिआफ़ एफआईआर दर्ज करने के निर्देश चुनाव आयोग ने दिए हैं। गौतम पूर्वी दिल्ली से भाजपा के उम्मीदवार हैं और चुनाव से कुछ दिन पहले ही भाजपा में शामिल हुए हैं।
जानकारी के मुताबिक पूर्वी दिल्ली के रिटर्निंग अफसर ने भाजपा उम्मीदवार गौतम गंभीर के खिलाफ बिना अनुमति के पूर्वी दिल्ली में रैली आयोजित करने के लिए प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया है। गौतम का इस सीट पर कांग्रेस के अरविंदर लवली और आम आदमी पार्टी की आतिशी मार्लेना से मुकाबला है।
पूर्व क्रिकेटर गंभीर चुनाव से कुछ समय पहले ही भाजपा में शामिल हुए हैं। चुनाव आयोग ने कहा कि गंभीर ने २५ अप्रैल को दिल्ली के जंगपुरा में अपनी रैली के लिए अनुमति नहीं ली थी। गंभीर के खिलाफ दिल्ली पुलिस अधिनियम के तहत गैर-संज्ञेय रिपोर्ट दर्ज की जा रही है।
गौरतलब है कि दिल्ली की एक अदालत ने शुक्रवार को कहा कि वह आप नेता आतिशी मार्लेना की उस आपराधिक शिकायत पर एक मई को सुनवाई करेगी जिसमें उन्होंने गंभीर पर जनप्रतिनिधित्व कानून का उल्लंघन करके एक से अधिक क्षेत्रों में मतदाता के रूप में कथित रूप से नामांकन करने का आरोप लगाया गया है। आरोप लगाया गया कि पूर्वी दिल्ली के भाजपा प्रत्याशी गंभीर ने दो अलग क्षेत्रों करोलबाग और राजेंद्र नगर में मतदाता के रूप में जानबूझ कर और अवैध रूप से नामांकन किया।

मोदी की बायोपिक को लेकर निर्माता चुनाव आयोग पहुंचे

सुप्रीम कोर्ट के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बायोपिक की रिलीज १९ मई तक रोकने के फैसले को जारी रखने के फैसले के एक दिन बाद बायोपिक के निर्माता शनिवार दोपहर एक बार फिर चुनाव आयोग के दरवाजे पहुंचे हैं। इन निर्माताओं ने गुहार लगाई है कि जहाँ चुनाव हो चुके हैं वहां इस बायोपिक फिल्म को रिलीज करने की इजाजत दे दी जाए।
पीएम मोदी की बायोपिक के निर्माता के निर्माता शनिवार को चुनाव आयोग पहुंचे। चुनाव आयोग ने बायोपिक रोकने के लिए आचार संहिता का हवाला दिया है। देश में अभी भी चार और चरण का चुनाव बाकी है। हालांकि, निर्माताओं ने गुहार लगाई है कि जहाँ-जहाँ चुनाव हो चुके हैं वहां पीएम मोदी की बायोपिक फिल्म को दिखाने की इजाजत दी जाए।
विपक्ष ने मोड की बायोपिक चुनाव के समय दिखाने को लेकर बहुत कड़ा रुख दिखाया था जिसके बाद चुनाव आयोग को इस पर फैसला लेना पड़ा था। शुक्रवार को सर्वोच्च न्यायालय ने भी चुनाव आयोग के रोक वाले फैसले को बहाल रखा था। अब निर्माता फिर नई गुहार लगाकर आयोग पहुँच गए हैं।