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महाराष्ट्र के सीएम का लाखों का पानी बिल बकाया

”नया भारत” का नारा देने वाली भाजपा की एक हकीकत यह भी है कि महाराष्ट्र के उसके मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के सरकारी बंगले में इस्तेमाल होने वाले पानी का करीब ७,४४,९८१ रूपये का बिल बकाया है। बिल जमा न होने से अब सीएम के बंगले ”वर्षा” को डिफॉल्टर घोषित कर दिया गया है। आरटीआई से ली जानकारी से यह बात सामने आई है।
जानकारी में जो सामने आया है उसके मुताबिक सीएम और उनके मंत्रियों के बंगलों के यह बकाये २००१ से हैं। यहां यह भी याद रखने योग्य बात है कि महाराष्ट्र इस समय गंभीर  जल संकट का सामना कर रहा है।
बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने पानी का बिल नहीं चुकाने के कारण मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के बंगले को ”डिफॉल्टर” घोषित कर दिया है। आरटीआई के जरिए सामने आई जानकारी के मुताबिक फडणवीस के इस सरकारी आवास ही नहीं उनके मंत्रियों के बंगलों की भी यही हालत है।
आरटीआई कार्यकर्ता शकील अहमद शेख ने बीएमसी से आरटीआई के जरिए जो जानकारी माँगी है उसके मुताबिक डिफॉल्टर लिस्ट में फडणवीस सरकार के १८ मंत्री शामिल हैं और उनपर पानी बिल के लाखों रुपये बकाया हैं।
जानकारी के मुताबिक मंत्री सुधीर मुनगंटीवार, विनोद तावडे, पंकजा मुंडे, एकनाथ शिंदे, रामदास कदम जैसे कई वरिष्ठ मंत्रियों के लाखों के पानी बिल बकाया हैं। आरटीआई के मुताबिक इन सभी ने वर्ष २००१ से पानी बिल का भुगतान नहीं किया है। हालांकि आरटीआई में यह भी सामने आया है कि इतना बकाया होने के बावजूद बीएमसी ने अभी तक इनमें से किसी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की।

आरबीआई के डिप्टी गवर्नर आचार्य का इस्तीफा

मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में भी उच्च पदों पर बैठे कुछ लोगों के इस्तीफों का दौर चला था और अब उनके दूसरे कार्यकाल में भी इसकी शुरुआत हो गयी है। खबर है कि भारतीय रिज़र्व बैंक के अभी तक के सबसे युवा डिप्टी गवर्नर विरल आचार्य ने इस्तीफा दे दिया है। उनके कार्यकाल के ख़त्म होने में अभी छह महीने का वक्त और था।
आचार्य वित्तीय क्षेत्र में प्रणालीगत जोखिम क्षेत्र में विश्लेषण और शोध के क्षेत्र में बड़ा नाम हैं। आईआईटी मुंबई के छात्र रहे आचार्य ने १९९५ में कंप्यूटर साइंस और इंजीनियरिंग में स्नातक और न्यूयार्क विश्वविद्यालय से २००१ में वित्त में पीएचडी की।
पिछले छह महीने में रिजर्व बैंक से इस्तीफा देने वाली आचार्य दूसरे बड़े पदाधिकारी हैं। याद रहे इससे पहले पिछले साल दिसंबर में आरबीआई के गवर्नर उर्जित पटेल ने  निजी कारणों का हवाला देते हुए अपने पद से इस्‍तीफा दे दिया था। हालांकि यह बात कमोवेश जाहिर ही हो गयी थी कि उनके इस्तीफे के पीछे कारण मोदी सरकार के साथ ”मतभेद” थे।
न्यूयार्क विश्वविद्यालय के वित्त विभाग में अर्थशास्त्र के प्रोफेसर रहे आचार्य को तीन साल के कार्यकाल के लिए २३ जनवरी, २०१७ को आरबीआई में शामिल किया गया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक आरबीआई में अब तीन डिप्टी गवर्नर एनएस विश्वनाथन, बीपी कानूनगो और एमके जैन हैं।

बिहार में बच्चों की मौत पर सुप्रीम कोर्ट चिंतित

बिहार में चमकी बुखार से १५२ बच्चों की मौत पर गहरी चिंता जताते हुए सर्वोच्च  न्यायालय ने इस मामले में केंद्र के अलावा बिहार और यूपी की सरकारों को नोटिस जारी कर सात दिन के भीतर रिपोर्ट तलब की है। इस रोग को तकनीकी भाषा में एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) कहा जाता है।
बिहार में चमकी बुखार से बच्चों की मौत को लेकर दो जनहित याचिकाएं   (पीआईएल) दायर की गयी हैं जिनपर सुनवाई के लिए सर्वोच्च अदालत ने सहमति जताते हुए यह नोटिस जारी किये हैं साथ ही इन मौतों पर गहरी चिंता भी जताई है।
अदालत इस मामले पर सुनवाई सोमवार को करेगी। चमकी बुखार से अकेले मुजफ्फरपुर के अस्पतालों में ही १३० से ज्यादा बच्चों की जान जा चुकी है।
केंद्र ने मौतों के कारण  जानने के लिए अपनी टीमें बिहार भेजी हैं। खबर है कि अमेरिका के डाक्टरों का दल भी इन मौतों के कारण और रोग के बारे में जानने के लिए बिहार पहुंचा है। दो वकीलों ने इस मुद्दे पर जनहित याचिकाएं दायर की हैं।
बिहार में एक तरह से यह रोग महामारी जैसा स्वरुप ले रहा है जिससे लोगों में चिंता पसरी है। अभी तक की ख़बरों के मुताबिक कुछ लोग रोग वाले इलाकों से पलायन कर दूसरे इलाकों को चले गए हैं।
अब सर्वोच्च अदालत ने केंद्र के अलावा यूपी और बिहार सरकारों से स्‍वास्‍थ्‍य केंद्रों में इस बीमारी से निपटने के लिए उपलब्‍ध सुविधाओं पर रिपोर्ट तालाब की है। केंद्र और राज्‍य सरकारों को सात दिन के भीतर रिपोर्ट अदालत को सौंपनी है। इस मामले में दायर याचिकाओं में कहा गया है कि प्रभावित इलाकों में केंद्र और बिहार सरकार को ५०० आईसीयू स्थापित करने और मेडिकल एक्सपर्ट टीम भेजने के निर्देश दिए जाएं।  साथ ही १०० मोबाइल आईसीयू मुजफ्फरपुर भेजे जाएँ और मेडिकल बोर्ड बनाया जाए।
वाइए बिहार सरकार की इन मौतों पर ”चिंता” इस तथ्य से जाहिर हो जाती है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार २० दिन के बाद लोगों का हाल जानने मुजफ्फरपुर गए। तब तक १०० से ज्यादा बच्चों की मौत हो चुकी थी। लिहाजा जब सीएम वहां पहुंचे तो उन्हें गुस्से से भरे लोगों के विरोध प्रदर्शन सहने पड़े।

जबरन गर्भपात नहीं किया तो जाति पंचायत ने बहिष्कृत कर दिया!

मुंबई: महाराष्ट्र के धुले जिले के एक गांव की 15 वर्षीय बालिका और उसके परिवार का जीवन दूभर कर रखा है गांव की जाति पंचायत ने। उस परिवार का अपराध इतना ही था कि उसने अपनी 15 वर्षीय उस बालिका का गर्भपात कराने से इंकार कर दिया था, जो 8 महीने की गर्भ से थी। दरअसल जाति पंचायत सदस्य के किसी रिश्तेदार पर ही पीड़िता के साथ बलात्कार करने का आरोप लगाया गया था जिसके चलते वह गर्भवती हो गई थी। इस आरोप से गुस्साए पंचायत ने उन्हें जाति से बहिष्कृत करने का फरमान जारी कर दिया। बालिका के परिवार ने इस बाबत जब पुलिस से शिकायत की तो जाति पंचायत में उन पर ₹11000 का दंड ठोक दिया।

मामला धुले के धोंडगीपाड़ा नामक गांव का है।पीड़िता के माता-पिता मजदूरी के सिलसिले में गुजरात गए थे। अप्रैल महीने में जब वह गांव लौटे तो उन्हें पता चला कि उनकी बेटी गर्भवती है । पीड़िता के परिवार का आरोप है पंचायत सदस्य के किसी रिश्तेदार में उनकी बेटी के साथ जबरदस्ती की जिसके चलते वह गर्भवती हुई। जब उन्होंने इसकी शिकायत पंचायत से की तो बजाय शिकायत दर्ज करने और आरोपी के खिलाफ कार्रवाई करने के, पंचायत ने परिवार को आदेश दिया कि गर्भपात की गोलियां खिलाकर बालिका का गर्भपात करा दिया जाए ।लेकिन बालिका के परिवार ने इस आदेश को मानने से इनकार कर दिया। इतना ही नहीं परिवार ने पिंपलनेर पुलिस थाने में इस बाबत शिकायत दर्ज की। आरोप है कि स्थानीय पुलिस ने शुरुआत में इस मामले को दर्ज करने में आनाकानी की। नवल ठाकरे नामक स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता की दखलंदाजी के बाद पुलिस ने 19 मई को पंचायत के खिलाफ जन शिकायत दर्ज की गई। परिवार के इस कदम से पंचायत और गुस्से में आ गई और उसने नया फरमान जारी किया की परिवार यह शिकायत वापस ले और बतौर दंड ₹11000 भरे।

इस बीच 30 मई को उस बालिका ने धुले के सरकारी अस्पताल में एक बच्ची को जन्म दिया ।फिलहाल वह नवजात बच्ची के साथ अपने मामा के गांव में रह रही है। परिवार को डर है कि पंचायत की दबंगई के चलते वह लोग गांव में चैन से जी नहीं सकेंगे। सूत्रों के मुताबिक गांव पंचायत में उस परिवार को बहिष्कृत कर रखा था जिसके चलते वह सार्वजनिक स्थल से न तो पानी भर सक रहे थे और न ही सामाजिक जीवन का हिस्सा बन पा रहे थे। उन्हें फोन पर धमकियां दी जा रही थी और पुलिस में लिखाई गई रिपोर्ट वापस लेने के लिए दबाव डाला जा रहा था।

पिंपरनेर पुलिस के अनुसार इस मामले में दो अलग-अलग धाराओं के तहत एफ आई आर दर्ज की गई है। पहला मामला आईपीसी 376 और पास्को के तहत की गई है और आरोपी युवक को गिरफ्तार किया गया। दूसरा मामला जात पंचायत द्वारा बहिष्कृत किए जाने के खिलाफ धारा 504, 506 व 2016 अधिनियम के अंतर्गत दर्ज किया गया है। इस मामले में भी कुछ लोगों को गिरफ्तार किया गया। फिलहाल दोनों मामलों की जांच चल रही है। पुलिस के अनुसार पीड़िता और उसके परिवार को सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी पुलिस की है और वह उसे निभा रही है। पीड़िता का भाई गांव में ही रह रहा है। सूत्रों का सवाल है कि यदि पुलिस के दावे सही है तो क्या वजह है कि पीड़िता अपने गांव छोड़कर अपने मामा के घर रह रही है और क्यों उनके परिवार पर अभी भी दबाव डाला जा रहा ।

बाड़मेर में राम कथा में टेंट गिरा, १५ की मौत

एक बड़े हादसे में राजस्थान में राम कथा के दौरान पंडाल गिरने और करंट लगने से १५ लोगों की मौत हो गयी है। घटना बाड़मेर की जहाँ रामकथा चल रही थी, लेकिन अचानक हुई बारिश और तेज तूफान आने से पंडाल गिर गया जिससे बिजली का करंट लगने से  १५ लोगों की जान चली गयी।
जानकारी के मुताबिक ४३ लोग घायल हुए जिनमें कुछ की हालत गंभीर है। हादसा तब हुआ जब पंडाल के नीचे काफी संख्या में लोग मौजूद थे और रामकथा चल रही थी। बारिश से पंडाल में करंट फैल गया।
पंडाल गिरने से वहां भगदड़ मच गई और लोग चिलाने लगे। बारिश के चलते पंडाल के आसपास काफी पानी जमा हो गया और बिजली की तारों से करंट फ़ैल गया। इससे से १५ लोगों की जान चली गयी और कई घायल भी हुए हैं।
अभी भी राहत कार्या चल रहा है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने  शोक व्यक्त किया है। पीएम मोदी ने भी ट्वीट किया है और मृतकों के परिजनों से दुःख जताया है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी ट्वीट से परिजनों से संवेदना जताई है।
पंडाल में दबे लोगों को निकाला गया है जिनमें कई घायल हैं। अभी तक की जानकारी के मुताबिक ज्यादातर लोगों  की मौत करंट और डैम घुटने से हुई है। मुख्यमंत्री गहलोत के मुताबिक स्थानीय प्रशासन द्वारा राहत और बचाव का कार्य किया जा रहा है। ”संबंधित अधिकारियों को हादसे की जांच करने, घायलों का शीघ्र उपचार सुनिश्चित करने और प्रभावितों और उनके परिजनों को हरसंभव सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।”

बसपा में मायावती ने दिए भाई, भतीजे को बड़े औहदे

बसपा प्रमुख मायावती ने रविवार को पार्टी की बैठक में कुछ बड़ी नियुक्तियों का ऐलान किया है। इनमें से दो पद उन्होंने परिवार में ही रखे हैं। मायावती ने भाई आनंद  कुमार को पार्टी का उपाध्यक्ष और भतीजे आकाश को पार्टी का राष्ट्रीय संयोजक नियुक्त किया है। इसके साथ ही दानिश अली को लोकसभा में बसपा संसदीय दल का नेता बनाया गया है।
लखनऊ में हुई बैठक में मायावती ने यह नियुक्तियां कीं। मायावती ने एक बार पहले भी भाई आनंद कुमार को बसपा का उपाध्यक्ष बनाया था लेकिन २०१८ में हटा दिया था। उधर भतीजे आकाश को मायावती ने पहली बार पार्टी में कोइ बड़ा ओहदा देते हुए राष्ट्रीय संयोजक का जिम्मा सौंपा है। हाल के महीनों में, खासकर लोक सभा चुनाव के दौरान आकाश मायावती के लगातार साथ रहकर राजनीति के दांव-पेच सीखते रहे हैं।
वैसे चुनाव से पहले आकाश पार्टी या राजनीति में कहीं सक्रिय नहीं दीखते थे।  हालांकि चुनाव प्रचार अचानक मायावती के साथ दिखने लगे थे तो राजनीतिक हलकों में कयास लगने शुरू हो गए थे कि मायावती भतीजे आकाश को राजनीति  तैयार कर रही हैं। अब उन्हें बड़ा पद मिलने से यह साबित भी हो गया है।
इसके अलावा भाई आनंद कुमार को मायावती ने पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया है। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रामजी गौतम को राष्ट्रीय  संयोजक की जिम्मेदारी दी गई है।
बैठक में जल्दी होने वाले उपचुनाव को लेकर भी चर्चा हुई। मायावती पहले ही ऐलान कर चुकी हैं कि बसपा यह चुनाव अकेले लड़ेगी।

राजधानी दिल्ली में क़ानून व्यवस्था चौपट

देश की राजधानी दिल्ली में क़ानून व्यवस्था की हालत चौपट हो गयी है। लगातार हत्याओं और दिल दहला देने वाली घटनाओं से राजधानी के लोग दहशत में हैं। सरकार लोगों के जहन से डर निकालने में फेल हो गयी है। राजधानी में दो दिन के भीतर क़त्ल की घटनाओं में ९ लोगों की जान चली गयी है जिनमें रविवार को बसंत विहार में हुआ ट्रिप्पले मर्डर भी शामिल है।
सबसे पहले बात साउथ वेस्ट दिल्ली के वसंत विहार की जहाँ के थाना इलाके के वसंत अपार्टमेंट में एक बुजुर्ग दंपती और नौकरानी की गला रेतकर हत्या कर दी गयी। रविवार को हुए इस तिहरे हत्याकांड से लोग दहशत में भर गए हैं और खुद को असुरक्षित समझ रहे हैं।
दिल्ली पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम सूचना पाकर मौके पर पहुंची और शवों को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। फिलहाल हत्या किसने की, इसका पता नहीं चल सका है। अभी जांच चल रही है।
उधर द्वारका  इलाके में पति-पत्नी की चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई। पुलिस के मुताबिक दंपति की हत्या द्वारका के मोहन गार्डन इलाके में उनके घर में की गई। दंपति की पहचान हरिबल्लभ सिंह और शांति देवी के रूप में हुई है। पुलिस को अपराधियों का कोई सुराग नहीं मिला है। पुलिस घटना की छानबीन कर रही है
पुलिस को शनिवार शाम सात बजे हरिबल्लभ और शांति सिंह की हत्या की जानकारी मिली। दंपति बिहार के रहने वाले थे। उनका २२ साल का एक बेटा और २७ साल की एक बेटी है, जो मोहन गार्डन एक्सटेंशन में रहते हैं।
इससे पहले शुक्रवार की रात महरोली इलाके में एक टीचर ने अपनी पत्नी और तीन बच्चों की गला रेत कर हत्या कर दी थी। फिलहाल उपेन्द्र शुक्ला को गिरफ्तार किया गया है, जो डिप्रेशन से पीड़ित बताइए जाता है।

मध्य प्रदेश में रेत खदान में दबकर ५ की मौत

मध्य प्रदेश के बड़वानी इलाके में एक रेत खदान के धंसने से पांच मजदूरों की मौत  गयी है। हादसे के बाद गुस्साए परिजनों ने चार घंटे तक विरोध प्रदर्शन किया और शवों को नहीं उठाने दिया।
रिपोर्ट्स के मुताबिक कलेक्टर अमित तोमर और एसपी डीआर तेनीवार वहां पहुंचे और उन्होंने समझा बुझाकर मामला शांत कराया। पुलिस ने ट्रैक्टर मालिक गणेश पटेल को भी अभिरक्षा में ले लिया है, जो वहां खुदाई करवा रहा था। ग्रामीणों ने बताया कि सुबह नर्मदा किनारे ग्राम छोटा बड़दा में शमशान घाट के पास खदान में अवैध रूप से रेत खनन किया जा रहा था। ट्रैक्टर मालिक गणेश सहित चालक को पुलिस ने हिरासत में लिया है।
दिलचस्प बात यह है कि प्रदेश के गृह मंत्री और राजपुर के विधायक बाला बच्चन ने दो हफ्ते पहले ही नर्मदा किनारे अवैध रूप से संचािलत हो रही रेत खदानों को बंद करने के निर्देश अफसरों को दिए थे। अब जिस खदान में पांच लोगों की जान चली गयी वह उन्हीं में से एक है।
बताया गया है कि खदान पर ट्रैक्टर मालिक गणेश पटेल के लिए मजदूर लखन पिता धुरजी, लल्लू, परसराम, प्रभु और राकेश मरने वालों में शामिल हैं। यह लोग रेत निकाल रहे थे कि अचानक खदान धंस गयी। इससे यह भीतर दब गए और उनकी दम घुट जाने से मौत हो गई।

घाटी में ४ आतंकी ढेर

अमरनाथ यात्रा से पहले कश्मीर घाटी में बढ़ती आतंकी वारदातों के बीच सुरक्षा बलों ने कश्मीर के शोपियां जिले में रविवार सुबह एक मुठभेड़ में ४ आतंकियों को ढेर कर दिया। आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ हुई जिसमें सुरक्षाबलों को यह बड़ी कामयाबी मिली।
जानकारी के मुताबिक दक्षिण कश्मीर के दारमदोरा कीगम क्षेत्र में मुठभेड़ के दौरान सुरक्षाबलों ने आतंकवादियों को पूरी तरह घेर लिया। आतंकियों को सरेंडर करने को कहा गया लेकिन जब उनकी तरफ से गोलियां चलने लगीं तो सुरक्षाबलों ने आतंकी ठिकाने का उड़ा दिया।
इस मुठभेड़ में शुरू में दो आतंकवादी मारे गए थे हालांकि जब आपरेशन ख़त्म होने के बाद के बाद सैन्य बल उनके तबाह हुए ठिकाने पर पहुंचे तो पाया कि वाहन चार आतंकियों के शव पड़े हैं। अब यह आपरेशन ख़त्म हो गया है। मुठभेड़ स्थल से बड़ी  मात्रा में गोला-बारूद और हथियार मिले हैं।
बताया गया है कि मारे गए आतंकवादियों की पहचान शौकत अहमद, सुहैल युसूफ, रफी हसन और आजाद अहमद के रूप में हुई है और यह सभी कश्मीर के रहने वाले थे और जाकिर मूसा के आतंकी संगठन अंसार गजवतुल हिंद से जुड़े थे।

डिफेंस अफसरों को हनीट्रैप में फांसती ‘सेजल कपूर’!

मुंबई : पाकिस्तानी महिला जासूस द्वारा नकली फेसबुक अकाउंट बनाकर डिफेंस अफसरों को हनी ट्रैप में फांस देश की सुरक्षा संबंधी सीक्रेट इंफॉर्मेशन आई एस आई तक पहुंचाने का रैकेट अब जोर पकड़ता जा रहा है। मिली जानकारी के अनुसार डिफेंस सर्विसेज के तकरीबन 100 अफसरों के अकाउंट्स हैक किये जा चुके हैं और उनसे सीक्रेट इंफॉर्मेशन चुराई जा चुकी है।

सेजल कपूर के नाम से फर्जी अकाउंट बनाकर आई एस आई की महिला जासूस, अफसरान को अपने जाल में फंसाती है और उनसे सुरक्षा संबंधित गोपनीय जानकारी हासिल कर लेती है। पिछले साल मिलिट्री इंटेलीजेंस , और और महाराष्ट्र व उत्तर प्रदेश पुलिस की टीम ने ब्रह्मोस्त्र मिसाइल से इंजीनियर के तौर पर जुड़े निशांत अग्रवाल को गिरफ्तार किया गया था। जांच के दौरान खुलासा हुआ कि सेजल में निशांत से देश की सुरक्षा संबंधित कई गोपनीय जानकारी हासिल कर ली थी।हनी ट्रैप का यह रैकेट तेजी से पांव पसार रहा है।

सेजल ने न सिर्फ आर्मी, नेवी, एयरफोर्स बल्कि पैरामिलिट्री सर्विसेज के अफसरों को भी शिकार बना चुकी है। महाराष्ट्र ,राजस्थान, पंजाब ,मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के पुलिस अफसरों को भी फांस रखा है।

सेजल अपनी ख़ूबसूरत पिक्चर्स और वीडियो भेज कर अफसरों से फ्रैंडशिप बनाया करतीऔर चैट के लिए उन्हें विस्पर व ग्रैविटी रैट ऐप इंस्टाॅल करने की गुजारिश करती फिर बड़ी चालाकी से चैट के लिए कोड पूछती।एक बार कोड मिलते ही आई एस आई एजेंट उस अफसर के कंप्यूटर को हैक कर लेते और कंप्यूटर की सारी जानकारी पलक झपकते उनके पास पहुंच जाती। इतना ही नहीं उस अफसर के पासवर्ड और अन्य एक्सेस भी उनके हवाले हो जाता है।

सेजल के फेसबुक अकाउंट से पता चलता है कि वह इंग्लैंड मेनचेस्टर किंग ग्रोथ कंपनी से जुड़ी हुई है।