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ज़ोरदार बारिश से थम सी गई मुंबई!

इतवार की शाम से मुंबई, नवी मुंबई, ठाणे,पालघर आदि इलाकों में हो रही लगातार बरसात के चलते लोगों की दुश्वारियां की बढ़ती जा रही है। जोरदार बरसात की वजह से जगह-जगह जल भर गया है।

मध्य मुंबई के दादर हिंदी माता सायन किंग सर्कल आदि इलाकों में पानी भर जाने से लोग घुटनों तक भरे पानी में चलने को मजबूर थे। आसपास के स्कूलों ने जोरदार बारिश के चलते हैं छुट्टी का ऐलान कर दिया था। जलजमाव की वजह से वाहन चालकों को दिक्कत हो रही है। पश्चिम रेलवे के मरीन लाइन स्टेशन के ओवर हेड वायर टूट जाने की वजह से पश्चिम रेलवे की लोकल सेवाएं प्रभावित रहीं। पश्चिम, मध्य एवं हार्बर लाइन की पटरियों में बारिश का पानी भर जाने की वजह से लोकल रेलवे अपने समय से लेट चल रही हैं। पुणे के करीब एक मालगाड़ी के पटना से उतर जाने की वजह से मध्य रेलवे की दूर जाने वाली गाड़ियां प्रभावित हुई हैं। जलभराव के चलते बेस्ट की बसों की हालत भी लगभग इसी तरह है।
मौसम विभाग के अनुसार मुंबई शहर में रात 8:00 बजे से सुबह 6:00 बजे तक 91.22 मिलीमीटर बरसात हो चुकी है। मौसम विभाग ने आने वाले 24 घंटों जोरदार बारिश की चेतावनी दी थी। आज भी पूरे दिन मुंबई में मौसमी बारिश अपना रंग दिखाएगी।

हाई टाइड के चलते मुंबई के भीतरी इलाकों में समुद्र का पानी भर आया था जिसके चलते परेशानियां और बढ़ गईं। मौसम विभाग की माने तो मुंबई व आसपास के इलाकों और कोंकण में जोरदार बारिश हो सकती है।

कांग्रेस के नए अध्यक्ष के तौर पर सुशील कुमार शिंदे का नाम चर्चा में

लोकसभा चुनाव में करारी शिकस्त के बाद राहुल गांधी के देश की सबसे पुरानी पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के फैसले के चलते नये अध्यक्ष की खोज पर विराम लग सकता है। मिली जानकारी के अनुसार गांधी परिवार के नजदीकी 77 वर्षीय कद्दावर नेता सुशील कुमार शिंदे का नाम चर्चा में है। माना जा रहा है की उनके नाम पर आलाकमान की लगभग मुहर लग चुकी है।

कांग्रेस के अध्यक्ष पद के नाम के लिए वरिष्ठ नेताओं में अशोक गहलोत, गुलाम नबी आजाद, मलिकार्जुन खरगे, जनार्दन द्विवेदी, एके एंटनी और मुकुल वासनिक आदि के नामों का भी जिक्र चल रहा था।

फिलहाल सुशील कुमार शिंदे को भी इस बाबत अंतिम मुक्कमल जानकारी नहीं दी गई है।

एक पुलिस अधिकारी से गृह मंत्रालय तक का पद संभालने वाले शिंदे कभी भी आलाकमान के निर्देशों का उल्लंघन करते नहीं दिखे। महाराष्ट्र में जब विलासराव देशमुख मुख्यमंत्री बने तो उस वक्त उनका नाम भी उस रेस में था लेकिन उन्हें आंध्र प्रदेश का राज्यपाल बना दिया गया। शिंदे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष का पद भी संभाल चुके हैं शिंदे।सोनिया गांधी के करीबियों में शुमार शिंदे यूपीए शासनकाल में कई महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके हैं।

यह बात दीगर है की हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में उनकी हार हुई लेकिन अगले 3 महीनों में होने जा रहे हैं महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव के देखते महाराष्ट्र में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण होगी। शरद पवार से उनके अच्छे रिश्ते के चलते कांग्रेस और एनसीपी के बीच मैत्रीपूर्ण संबंध बने।

1941 में महाराष्ट्र के एक दलित परिवार में जन्मे सुशील कुमार शिंदे ने सोलापुर की अदालत में वकालत की। उसके बाद महाराष्ट्र पुलिस में शामिल हो गये। खाकी वर्दी उन्हें रास नहीं आई और सफेद कुर्ता पजामा पहन, शरद पवार के कहने पर 1971 में राजनीति के मैदान में उतर गए।

पुणे में दिवार गिरने से १५ की मौत

महाराष्‍ट्र के पुणे में पार्किंग की दीवार गिरने से १५ लोगों की मौत हो गई है। यह सभी लोग मजदूर हैं जो नीचे झुग्गियों में रह रहे थे। दिवार का मलवा  झुग्गियों पर जा गिरा।
यह पुणे का कोंढवा इलाका है। भारी बारिश से सोसाइटी के परिसर, जहाँ वहां वाहन  भी पार्क थे, की दीवार शुक्रवार आधी रात डेढ़ बजे नीचे झुग्गियों पर गिर गई। हादसे में १५ लोगों की मौत हो गई। मृतकों में नौ पुरुष, दो महिलाएं और चार बच्चे शामिल हैं। झुग्गियों में मलवा गिरने के बाद के बाद तीन लोगों को सुरक्षित निकाल लिया  गया। एनडीआरएफ की टीम मौके पर रेस्क्यू में जुटी रही।
रिपोर्ट्स के मुताबिक बड़ा तालाब मस्जिद क्षेत्र में हादसे वाली जगह झुग्गियां तराई  इलाके में हैं। सोसाइटी के परिसर की दीवार ऊपरी हिस्से में थी। बारिश के बाद करीब ४५ फुट लंबी दीवार मिट्टी धंसने से ढह गई और झुग्गियों पर गिर गई। पुणे के जिलाधिकारी नवल किशोर राम ने बिल्डर के खिलाफ केस दर्ज करने का आदेश दिया।
बिल्डिंग में रह रहे लोगों में से कुछ ने आधी रात को तेज आवाज सूनी जिससे  खुल गयी। देखने पर उन्होंने पाया कि नीचे कम्पाउंड की दीवार ढह गयी है। तब तक शोर सुनकर कुछ और वहां जमा हो गए। इन लोगों ने इसकी सूचना दी और खुद बचाव कार्य शुरू किया।
हादसे में पार्किंग में खड़ी कारों को भी नुक्सान पहुंचा है। जान गंवाने वाले ज्यादातर लोग बिहार के रहने वाले हैं। घटना के बाद निर्माण कार्य रोकने का आदेश जारी कर दिया गया है। पुलिस ने  घटना की जांच शुरू कर दी है।

मुंबई, नवी मुंबई और आसपास इलाकों में झमाझम बारिश, प्रशासन की खुली पोल, मुंबई की गति पड़ी धीमी!

पिछले कई दिनों से बरसात की प्रतीक्षा कर रहे मुंबईकरों के चेहरे आज खिल उठे। बूंदें बरस रही हैं और बड़ी तेजी से बरस रही है। इस बरसात ने भले ही मुंबईकरों को राहत दी है लेकिन साथ ही मुंबई की तेज गति को ब्रेक लगा दिया है । सुबह-सुबह अपने गंतव्य थानों के लिए निकले नौकरी पेशा लोगों की गति सड़कों में पानी भर जाने और लोकल ट्रेन की पटरियों पर पानी ठहरने से थम सी गई हैं । स्कूल जाने के लिए निकले बच्चों की परेशानियां भी बढ़ गई।हालांकि कई इलाकों में बारिश कम हो गई है फिर भी पानी का जमाव दुश्वारियां पैदा कर रहा है। कहीं पर पेड़ गिरे हुए हैं कहीं पर मुंबई महानगर पालिका के आधे-अधूरे कामों के चलते सड़कों पर जाम लगा हुआ है। विजिबिलिटी के मामले में हालात ये हैं कि लोगों को अपनी कार की हेडलाइट जलाकर ड्राइव करना पड़ रहा है। इसमें कोई दो राय नहीं कि मानसून से पहले मानसून से पैदा होने वाली स्थितियों से निपटने की तैयारियों की डींगे हांकने वाले बीएमसी, राज्य प्रशासन और रेलवे की पोल मुंबई की पहली बारिश ने खोलकर रख दी है। बारिश के चलते 8 फ्लाइटों ने विलंब से उड़ाने भरी ,एक फ्लाइट को अहमदाबाद डायवर्ट करना पड़ा।जहां तक मुंबई की लाइफ लाइन लोकल रेलवे का सवाल है वह अपने समय से विलंब चल रही हैं। सेंट्रल रेलवे लोकल और हार्बर रेलवे की सेवाएं ज्यादा प्रभावित हुई हैं।

मुंबई और मुंबई के पूर्वी और पश्चिमी उपनगरों में बांद्रा ,सांताक्रूज, कलिना, अंधेरी ,जोगेश्वरी, बोरीवली ,मालाड़,माहीम,दादर, घाटकोपर ,मुलुंड ,धारावी ,प्रभादेवी, चर्चगेट आदि इलाकों मे बारिश हो रही है।

मुंबई से सटे थाने, नवी मुंबई, पालघर आदि इलाकों में झमाझम बारिश की तस्वीरें सामने आ रही हैैं। मुंबई के अलावा महाराष्ट्र के कई इलाकों में भी बारिश हो रही है। स्कायमेट और मौसम विभाग ने दिनभर बारिश की सूचना दी है।

मुंबई के लिए यह बारिश सुखद है बशर्ते बरसात इसी तरह होती रहे और मुंबई के जलाशयों में जल का स्तर बढ़ जाए वरना मुंबई को वाटर सप्लाई करने वाले जलाशयों में पानी का स्तर बहुत ही कम हो गया है जिसके चलते अलर्ट भी जारी करना पड़ गया था।

जमकर नहीं हुई बारिश तो पानी पानी के लिए तरसेंगे मुंबईकर!

बरसात के इस मौसम में यदि समय रहते जोरदार बारिश नहीं हुई तो मुंबईकरों को पानी के लिए तरसना पड़ सकता है। रिपोर्ट की मानें तो रिजर्व स्टॉक के जरिए सिर्फ 31 जुलाई तक ही वाटर सप्लाई हो सकती है ।महानगर में वाटर सप्लाई करने वाली मशीनों में पानी 5 फ़ीसदी से भी कम बचा हुआ है।

आमतौर पर मानसून का सीजन जून के दूसरे सप्ताह से शुरू हो जाता है लेकिन मुंबई मैं अभी तक मानसून में उस तरह से दस्तक नहीं दी है। रिपोर्ट्स बताते हैं कि मुंबई में और मानसून का पैटर्न बदल रहा है। अमन सिंह की तुलना में मुंबई में 30% तक बारिश के दिन काम हो जायेंगे भले ही जुलाई और अगस्त में बारिश हो सकती है लेकिन वह औसत से कम होगी। जानकारों का मानना है कि शहर में पेड़ की संख्या कम होने से प्रदूषण के चलते ग्लोबल वार्मिंग की समस्या बढ़ती जा रही है अलनीनो का प्रभाव मानसून पर पड़ रहा है।

मुंबई में पिछले साल 26 जून तक शहर में 75 9.9mm, उपनगर में 741.8 एमएम बारिश हुई थी जबकि इस साल उसी अवधि में शहर में केवल 178 .8 एमएम और उपनगर में 18 3.6 एमएम बारिश हुई है आंकड़ों पर गौर करें बीते साल की तुलना में अब तक मुंबई में लगभग 75 फ़ीसदी बारिश कम हुई है। फिलहाल राहत की खबर यह है कि दो जुलाई के बाद अच्छी बारिश हो सकती है। आमतौर पर 30 सितंबर मानसून खत्म हो जाता है लेकिन संभावना है अक्टूबर में भी बारिश हो सकती है।

एनडीए 1 कार्यकाल में विज्ञापन पर कुल खर्च 5909 करोड़

प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी की एनडीए 1 सरकार में सभी प्रकार के विज्ञापनों पर 5909 करोड़ 39 लाख 51 हजार रुपये खर्च किए हैं। केंद्र सरकार के ब्यूरो ऑफ आउटरीच एंड कम्युनिकेशन विभाग ने एक आरटीआई के जवाब में यह जानकारी दी

आरटीआई एक्टिविस्ट अनिल गलगली के इस सवाल के जवाब में कि वर्ष 2014-15 से वर्ष 2018-19 इन 5 वर्ष के कार्यकाल में एनडीए सरकार ने प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और आउटडोर मीडिया पर कुल कितने पैसे खर्च किए हैं? के जवाब में एनडीए 1 में पहले वर्ष यानी 2014-15 के वित्तीय वर्ष में 979 करोड़ 66 लाख रुपए , 2015-16 के वित्तीय वर्ष 1162 करोड़ 47 लाख रुपए , 2016-17 में 1258 करोड़ 32 लाख और 2017-18 के वित्तीय वर्ष में सर्वाधिक 1313 करोड़ 57 लाख विज्ञापनों पर खर्च किए जाने की बात कही गई है। पांचवे और अंतिम वर्ष 2018-19 में विज्ञापन पर मचा बवाल के बाद मोदी सरकार ने खर्च पर कुछ हद तक लगाम लगाने की कोशिश की थी। तो भी यह खर्च 1195 करोड़ 37 लाख 51 हजार हो ही गया था।

समाजवादी पार्टी के नेता आबू असिम आज़मी इस खर्च पर सवाल उठाते हुए पूछते हैं जबकि देश में गरीबी बढ़ रही है। पिछले 45 साल में बेरोजगारी सबसे ज्यादा बढ़ी है इस दौरान।लाखों लोग रोजगार के लिए तरस रहे हैं तो इस खर्च का क्या औचित्य है? शहरों की हालत गांवों से भी खराब है।शहरों में बेरोजगारी की दर गांवों की तुलना में 2.5 फीसदी अधिक है. 7.8 फीसदी शहरी युवा बेरोजगार हैं, तो वहीं गांवों में यह आंकड़ा 5.3 फीसदी है। अन्नदाता किसान आत्महत्याएं कर रहे हैं।नोटबंदी और जी एस टी ने व्यापारियों की कमर तोड़कर रख दी है आम आदमी के घर के पैसों में डाका डाल दिया है सरकार ने। ऐसे में जनता के पैसों का इस्तेमाल खुद की पब्लिसिटी में खर्च करने वाली सरकार को शर्म से डूब जाना चाहिए।

इस रिपोर्ट पर बीजेपी नेता और मीरा – भायंदर के डेप्युटी मेयर चंद्रकांत वैती अपना पक्ष रखते हुए कहते हैं यदि यूपीए सरकार के कार्यकाल के दौरान विज्ञापनों पर हुए खर्च को आज के रेट से कैलकुलेट किया जाए तो यह दिए जा रहे आंकड़े से ज्यादा बैठेगा। वैसे भी हर चीज का रेट बढ़ गया है। एडवर्टाइजमेंट की दरें दुगनी चौगुनी हो गई हैं। तो इस खर्च ने ज्यादा दिखना ही है। इस बात पर भी गौर किया जाना चाहिए कि हर सरकार का यह अपना अधिकार है कि वह अपने अच्छे कार्यों का विज्ञापन करें और लोगों तक पहुंचाएं इसमें किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए।

हालांकि कांग्रेसी नेता मामले में कुछ बोलने के लिए उत्सुक नजर नहीं आए।

मराठा रिजर्वेशन पर बॉम्बे हाई कोर्ट का बड़ा फैसला । सीएम फडणवीस ने किया स्वागत

मुंबई : महाराष्ट्र सरकार के मराठा रिजर्वेशन पर फैसला बरकरार रखते हुए बॉंबे हाईकोर्ट ने कहा कि रिजर्वेशन पर निर्णय सरकार का अधिकार है। हालांकि कोर्ट ने यह भी कहा कि कोर्ट 16 फीसदी रिजर्वेशन के पक्ष में नहीं है और रिजर्वेशन 12-13 फीसदी से अधिक नहीं होना चाहिए। रिजर्वेशन के विरोध व समर्थन करने वाले रिटस पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने अपना निर्णय दिया।

गौरतलब है कि चीफ मिनिस्टर देवेंद्र फडणवीस की अगुवाई वाली सरकार ने एजुकेशन और गवर्नर जाॅब्स में मराठा समाज को 16 फीसदी रिजर्वेशन हेतु पिछले साल 30 नवंबर को कानून बनाया था। मराठा आरक्षण की मांग को लेकर मराठाओं ने मूक मोर्चे निकाले। शुरुआत में शांतिपूर्वक निकलने वाले इन मोर्चों ने बाद में हिंसक रूप ले लिया था। हालांकि इसमें बाद में अन्य मुद्दे भी जोड़ दिए गए थे। महाराष्ट्र में चल रहे हैं मानसून सेशन में मराठा मोर्चा के दौरान कानून की जद में आए लोगों को बख्श दिए जाने की बात कही गई है।

कांग्रेस के शासन में महाराष्ट्र के चीफ मिनिस्टर पृथ्वीराज चव्हाण ने 25 जून 2014 में मराठा समाज को 16 फ़ीसदी प्रथम मुस्लिम समाज को 5 फ़ीसदी आरक्षण की मंजूरी दी थी लेकिन उसी वर्ष नवंबर में हाईकोर्ट ने इस पर रोक लगा दी। इस बीच बीजेपी की सरकार आई और मराठों की मांग के सामने झुकते हुए एजुकेशन और गवर्नरनमेंट जाॅब्स में मराठा समाज को 16 फीसदी रिजर्वेशन का कानून बना दिया।

इस बीच महाराष्ट्र के चीफ मिनिस्टर है देवेंद्र फडणवीस ने मराठा आरक्षण के बाबत मुंबई हाई कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए खुशी व्यक्त की। उन्होंने विधानसभा में जानकारी देते हुए कहा कि ओबीसी रिजर्वेशन को ठेस न पहुंचाते हुए मराठा समाज को रिजर्वेशन दिया गया है। सीएम ने इसका श्रेय मराठा समाज को दिया। और साथ ही अपने मित्र पक्ष शिवसेना, विपक्ष और अन्य सभी के प्रति आभार प्रकट किया।

लुधियाना जेल में गोलीबारी, एक की मौत

पंजाब में लुधियाना की सेंट्रल जेल में गोलीबारी की खबर है। जानकारी के मुताबिक जेल में दो गुटों के बीच झगड़ा हो गया जो बाद में गोलीबारी में तब्दील हो गया। कमसे कम एक व्यक्ति की इस गोलीबारी में मौत हो गयी है।
”तहलका” को मिली जानकारी के मुताबिक झगड़ा कैदियों और पुलिस के बीच हुआ जिसमें एक की मौत हो गई है। गुरूवार को देर रात भी जेल के भीतर विवाद हुआ था। आज यह विवाद खूनी जंग में तब्दील हो गया। जेल के अंदर फायरिंग हुई है। कई पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। फायरिंग में संदीप सूद की मौत हुई है।
पता चला है कि बुधवार रात जेल में सन्नी नाम के कैदी की मौत हो गई। इसके बाद वहां कैद अपराधियों ने पुलिस पर हमला कर दिया। उनका आरोप था कि सन्नी को पुलिस ने मारा है। जेल में मौजूद १५० के करीब अपराधी पुलिस के साथ भिड़ गए। जिसके हाथ में जो आया, उसी के साथ एक-दूसरे पर पिल पड़ा।
जानकारी के मुताबिक पुलिस ने हालात पर काबू पाने के लिए फायरिंग की। रह-रहकर गोलियों की आवाज जेल के भीतर से सुनी जा रही है। एक व्यक्ति की मौत की पुष्टि हुई है। कई कैदी और कई पुलिस वाले इस टकराव में घायल हुए हैं।

मुख्यमंत्री कौन होगा भूलकर सिर्फ काम पर ध्यान दो -उद्धव ठाकरे

शिवसेना के मंत्री, विधायक, जिला प्रमुख और संपर्क प्रमुखों की बैठक में शिवसेना चीफ़ उद्धव ठाकरे ने कहा कि शिवसैनिकों को सीटों के बंटवारे और राज्य का मुख्यमंत्री कौन होगा इसकी चिंता नहीं करनी चाहिए बल्कि जन जन तक पहुंच कर इस तरह के काम करने चाहिए जिससे यह सवाल पूछे जाने पर कि जनता को न्याय कौन देगा? तो सवाल के जवाब में शिवसेना का नाम आना चाहिए।

उन्होंने कहा कि हमने एक चेतावनी दी तो किसानों को फसल बीमा के पैसे मिलने शुरू हो गए। एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें एक किसान को शिवसेना की वजह से ₹35000 मिले हैं। इसलिए किसानों के घर जाओ लेकिन वहां पर सिर्फ चाय मत पियो। जहां शिवसैनिक है वहां अन्याय करने वाला भाग जाना चाहिए जिस पर अन्याय हुआ है उसे दिलासा मिलनी चाहिए।

शिवसेना चीफ ने कहा हमने जो मुद्दे तैयार किए हैं उसे सरकार के समक्ष एक नीति के रूप में पेश करेंगे ।किसानों का कर्ज माफ करेंगे यह सिर्फ नारा नहीं बल्कि दिया गया वचन है हमारे द्वारा। कर्ज माफी नहीं हुई है उसका भी संज्ञान लेना वचन पूर्ति का ही एक हिस्सा है। हम वचन पूर्ण के बिना नहीं रहेंगे।

भारत को वापस लेने होंगे यूएस पर लगाए टैरिफ : ट्रम्प

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि भारत को अमेरिका पर लगाए गए टैरिफ वापस लेने होंगे। उन्होंने कहा कि इस बारे में बातचीत करने के लिए वह उत्सुक हैं। ओसाका में २८-२९ जून को जी-२० शिखर वार्ता होने वाली है जिसमें  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ट्रम्प से बैठक भी होनी है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक ट्रम्प ने ट्वीट में लिखा – ”मैं इस तथ्य के बारे में प्रधानमंत्री मोदी के साथ बात करने के लिए उत्सुक हूं कि भारत, संयुक्त राज्य अमेरिका के खिलाफ बहुत ज्यादा टैरिफ लगा रहा है। हाल ही टैरिफ में और इजाफा किया गया।  यह अस्वीकार्य है और टैरिफ को वापस लेना चाहिए।”
गौरतलब है क़ि जापान के ओसाका में होने जा रहे जी-२० शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए पीएम मोदी जापान पहुंच चुके हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप व्हाइट हाउस भी बुधवार को रवाना हो गए। सम्मेलन के दौरान मोदी महत्वपूर्ण बहुपक्षीय बैठकों में हिस्सा लेने के साथ ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप समेत दुनिया के प्रमुख नेताओं से भी मिलेंगे।
उधर शिखर सम्मलेन में हिस्सा लेने से पहले पीएम मोदी ने कहा – ”महिला सशक्तिकरण, कृत्रिम बुद्धिमता और आतंकवाद जैसी चुनौतियों से निपटने के लिये साझा प्रयास एजेंडे में प्रमुख होगा। शिखर सम्मेलन सुधरे हुए बहुपक्षवाद के लिये हमारे मजबूत समर्थन को फिर से दोहराने और सुदृढ़ करने का महत्वपूर्ण अवसर देगा, जो आज की तेजी से बदलती दुनिया में नियम आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था को संरक्षित रखने में बेहद अहम है।”

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का टैरिफ को लेकर ट्वीट –

I look forward to speaking with Prime Minister Modi about the fact that India, for years having put very high Tariffs against the United States, just recently increased the Tariffs even further. This is unacceptable and the Tariffs must be withdrawn!

— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) June 27, 2019