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रत्नेशलाल आईडीएसए के चेयरमैन,अपराजिता सरकार वाईस चेयरमैन निर्वाचित

हर्बालाईफ के कार्पोरेट मामलों के वरिष्ठ निदेशक डा. रत्नेश लाल को भारत में डायरेक्ट सैलिंग क्षेत्र की शीर्ष संस्था इंडियन डायरेक्ट सैलिंग एसोसिएशन (आईडीएसए) का चेयरमैन नियुक्त किया गया है। वह निर्वतमान चेयरमैन और ओरिफ्लेम के एशिया संभाग के कार्पोरेट मामले और पब्लिक पॉलिसी निदेशक विवेक कटोच का स्थान लेंगे।

आईडीएसए की आज यहां आयोजित 29वीं वार्षिक आम बैठक में नई कार्यकारिणी के लिये हुये चुनावों में डा. लाल का सर्वसम्मति से चेयरमैन पद के लिए चयन हुआ। अन्य पदों के चुनाव में मोदीकेयर की ग्रोथ ऑफिस प्रमुख सुश्री अपराजिता सरकार को वाईस चेयरमैन तथा एमवे इंडिया के कार्पोरेट मामलों के वाईस प्रैज़ीडेंट रजत बनर्जी को सचिव पद के लिये चुना गया। नई कार्यकारिणी का कार्यकाल दो वर्ष के लिये होगा।

अपनी नई भूमिका को लेकर डा. लाल ने कहा “आईडीएसए उपभोक्ता संरक्षण के अपने मूल उदेश्य के साथ देश के आर्थिक विकास में अपना योगदान मज़बूत करने तथा शहरी और ग्रामीण दोनों ही क्षेत्रों में रोज़गार और उद्यमिता के समान अवसर पैदा करने के लिए प्रतिबद्ध है। उपभोक्ता संरक्षण (प्रत्यक्ष बिक्री) नियम, 2021 लागू होने और राज्य-स्तरीय निगरानी तंत्र विकसित होने के साथ, हमारा अब अगला ध्यान इसमें स्पष्टता और एकरूपता सुनिश्चित करने के लिए राष्ट्रव्यापी सामंजस्य स्थापित करने पर है।”

निवर्तमान अध्यक्ष श्री कटोच ने कहा, “मेरे कार्यकाल के दौरान, इस उद्योग ने एक विश्वसनीय रिटेल चैनल के रूप में अपनी स्थिति मजबूत करने के साथ उपभोक्ताओं के साथ बेहतर जुड़ाव और विश्वास पैदा करने तथा डिजिटल क्षेत्र की नवीनताओं को अपनाया। मुझे इन उपलब्धियों पर गर्व है और विश्वास है कि उपलब्धियों की कड़ी उतरोत्तर जारी रहने के साथ डायरेक्ट सैलिंग लोगों को सशक्त बनाने के साथ देश की विकास गाथा में सार्थक योगदान देती रहेगी।”

अमरीका के वाशिंटन स्थित वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ डायरेक्ट सेलिंग एसोसिएशन (WFDSA) की रैंकिंग के अनुसार  भारत का डायरेक्ट सेलिंग उद्योग अब वैश्विक स्तर पर 11वें स्थान पर है। वर्तमान में 22,000 करोड़ रुपये से अधिक के बाज़ार आकार के साथ, यह देशभर में करीब 90 लाख लोगों को आजीविका के अवसर प्रदान कर रहा है।

प्रधानमंत्री मोदी के 75वें जन्मदिन पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दीं शुभकामनाएं

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 75वें जन्मदिन पर राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति समेत देशभर के नेताओं ने उन्हें शुभकामनाएं दीं। इस मौके पर उनके नेतृत्व और विकास कार्यों की सराहना की जा रही है। पीएम मोदी ने जन्मदिन की शुभकामनाएं के लिए राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति का आभार व्यक्त किया है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति को धन्यवाद देते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “आपकी शुभकामनाओं के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद और आभार राष्ट्रपति जी। 140 करोड़ देशवासियों के स्नेह और सहयोग से हम सशक्त, समर्थ और स्वावलंबी भारतवर्ष के निर्माण के लिए सदैव समर्पित रहेंगे। इस दिशा में आपके विजन और विचार हमारे लिए बहुत प्रेरणादायी हैं।”

उपराष्ट्रपति को जवाब देते हुए उन्होंने लिखा, “आपके शुभकामना संदेश के लिए धन्यवाद, उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन। आपकी शुभकामनाएं राष्ट्र की सेवा के लिए मेरे संकल्प को और मजबूत करती हैं।”

इससे पहले, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ‘एक्स’ पर अपने शुभकामना संदेश में कहा, “भारत के प्रधानमंत्री को जन्मदिन की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं। परिश्रम की पराकाष्ठा का उदाहरण प्रस्तुत करते हुए अपने असाधारण नेतृत्व से आपने देश में बड़े लक्ष्यों को प्राप्त करने की संस्कृति का संचार किया है। आज विश्व समुदाय भी आपके मार्गदर्शन में अपना विश्वास प्रकट कर रहा है। मैं ईश्वर से प्रार्थना करती हूं कि आप सदा स्वस्थ और सानंद रहें व अपने अद्वितीय नेतृत्व से राष्ट्र को प्रगति के नए शिखरों पर पहुंचाएं।”

उपराष्ट्रपति ने अपने संदेश में लिखा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं। आपके दूरदर्शी नेतृत्व में भारत वैश्विक मंच पर अपनी मजबूत पहचान बना रहा है और विकसित राष्ट्र के लक्ष्य की ओर तेजी से बढ़ रहा है। आपके दीर्घ, स्वस्थ और मातृभूमि की सेवा में समर्पित जीवन की कामना करता हूं।”

इस दौरान, पीएम मोदी ने देशवासियों को विश्वकर्मा जयंती की शुभकामनाएं भी दीं। अपने पोस्ट में पीएम मोदी ने कहा, “देशभर के अपने परिवारजनों को भगवान विश्वकर्मा जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं। सृष्टि के शिल्पकार की विशेष आराधना के इस पावन अवसर पर नवसृजन में जुटे सभी कर्मयोगियों को मेरा हृदय से अभिनंदन। आपकी प्रतिभा और परिश्रम सशक्त, समृद्ध और समर्थ भारतवर्ष के निर्माण में बहुत मूल्यवान है।”

भारतीय शेयर बाजार हरे निशान में खुला, आईटी शेयरों में तेजी

भारतीय शेयर बाजार बुधवार के कारोबारी सत्र में हरे निशान में खुला। सुबह 9:24 पर सेंसेक्स 223 अंक या 0.27 प्रतिशत की मजबूती के साथ 82,604 और निफ्टी 69 अंक या 0.28 प्रतिशत की बढ़त के साथ 25,308 पर था।

शुरुआती कारोबार में लार्जकैप के साथ मिडकैप और स्मॉलकैप में भी तेजी थी। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 156 अंक या 0.27 प्रतिशत की मजबूती के साथ 58,956 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 118 अंक या 0.64 प्रतिशत की तेजी के साथ 18,416 पर था।

सेक्टोरल आधार पर आईटी, रियल्टी, एनर्जी, इन्फ्रा, प्राइवेट बैंक, पीएसई, सर्विसेज और ऑयल एवं गैस इंडेक्स हरे निशान में थे, जबकि फार्मा और मेटल में लाल निशान में कारोबार हो रहा था।

सेंसेक्स पैक में बीईएल, अल्ट्राटेक सीमेंट, एचसीएल टेक, टीसीएस, टेक महिंद्रा, इन्फोसिस, ट्रेंट, एलएंडटी, एचडीएफसी बैंक, टाटा मोटर्स, कोटक महिंद्रा बैंक, टाटा मोटर्स, एक्सिस बैंक, आईटीसी और एनटीपीसी टॉप गेनर्स थे। एमएंडएम, इटरनल (जोमैटो), टाटा स्टील, पावर ग्रिड, भारती एयरटेल, टाइटन, बजाज फिनसर्व और आईसीआईसीआई बैंक टॉप लूजर्स थे।

जियोजित इनवेस्टमेंट्स के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार ने कहा कि भारतीय बाजार में मौजूदा रैली मजबूत आधार और सकारात्मक निवेशक धारणा का मजबूत मिश्रिण है। बाजार को उम्मीद है कि भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता के नए सिरे से शुरू होने से एक समझौता होगा, जिसके परिणामस्वरूप भारत पर लगाए गए 25 प्रतिशत दंडात्मक शुल्क वापस ले लिए जाएंगे। अगर ये उम्मीदें हकीकत में बदलती हैं, तो यह बाजार के लिए काफी सकारात्मक होगा।

वैश्विक स्तर पर बाजारों में मिलाजुला कारोबार हो रहा है। टोक्यो, शंघाई, हांगकांग और जकार्ता हरे निशान में थे, जबकि बैंकॉक और सोल लाल निशान में थे। अमेरिका बाजार मंगलवार के सत्र में लाल निशान में बंद हुए।

विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने मंगलवार को 308 करोड़ रुपए की इक्विटी खरीदी, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने इस महीने अपनी खरीदारी को आगे बढ़ाते हुए उसी दिन 1,518 करोड़ रुपए का निवेश इक्विटी में किया।

विशेषज्ञ देखभाल में रह रही नेत्रहीन हथिनी आर्या ने अभयारण्य में पूरे किये अपनी आज़ादी के 5 साल!

सौम्य व्यवहार वाली एशियाई हथिनी आर्या के लिए प्रत्येक वर्ष यह महीना बहुत ही महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि वह इस महीने वाइल्डलाइफ एसओएस एलिफेंट हॉस्पिटल कैंपस में अपनी स्वतंत्रता की पाँचवीं वर्षगांठ मना रही है। दशकों की कठिनाइयों के बाद 2020 में बचाई गई आर्या पूर्ण रूप से नेत्रहीन, कुपोषित और पैरों में दर्दनाक चोटों से पीड़ित थी। तब से, वह हाथी अस्पताल परिसर में गहन उपचार प्राप्त कर रही है।

समर्पित देखभाल और संतुलित आहार के साथ, आर्या को जिंदगी जीने का दूसरा मौका मिला है, उसका वजन स्थिर है, और वह अपनी सबसे करीबी साथी ज़ारा के साथ, जिसने भी हाल ही में पाँच साल पूरे किए हैं अपने पसंदीदा हरे चारे, तरबूज़ और कच्चे केले का आनंद ले रही है। आर्या को मानसून की सैर, ठंडे स्नान और अपनी ज़रूरतों के हिसाब से बनाए गए सुरक्षित आश्रय का आनंद मिलता है। आर्या और ज़ारा की दोस्ती हर गुजरते साल के साथ और भी गहरी हो गई है। उनकी रोज़ की सैर और एक दुसरे का साथ उनके भावनात्मक सुधार को उजागर करता है।

इस उपलब्धि को ध्यान में रखते हुए, टीम ने कच्चे और पके केले, तरबूज, पपीता, सेब, मक्का और ताजे हरे चारे से युक्त फल भोज तैयार किया, जबकि आर्या की 5वीं रेस्क्यू वर्षगांठ को खुशी और आनंद के साथ मनाने के लिए एक विशेष दलिया का केक भी बनाया गया।

वाइल्डलाइफ एसओएस के सह-संस्थापक और सीईओ, कार्तिक सत्यनारायण ने कहा, “ऐसे हर प्रताड़ित जानवर जिसने दर्द और यातनाएं झेली हो उसको जिंदगी जीने का दूसरा मौका मिलना चाहिए। ज़ारा के साथ मिलकर आर्या का हर दिन यह बदलाव, सहानुभूति और विशेषज्ञ देखभाल के प्रभाव को दर्शाता है।”

वाइल्डलाइफ एसओएस की सह-संस्थापक और सचिव, गीता शेषमणि ने कहा, “आर्या और ज़ारा का सफ़र दोस्ती और सुरक्षा से मिलने वाले आराम को दर्शाता है। उनकी कहानी हम सभी को उम्मीद देती है और हमें इन शानदार जीवों की रक्षा करने की हमारी ज़िम्मेदारी की याद दिलाती है।”

“आर्य जैसे हाथियों को सम्मानजनक जीवन प्रदान करना ही हमारा मिशन है। अभयारण्य में उनका फलना-फूलना अथक देखभाल और इस अटूट विश्वास का परिणाम है कि हर जीवन मायने रखता है,” डायरेक्टर कंज़रवेशन प्रोजेक्ट्स, बैजूराज ने कहा।

वित्त मंत्रालय के अफसर की मौत के मामले में BMW चालक महिला गिरफ्तार

दिल्ली छावनी मेट्रो स्टेशन के पास हुए दर्दनाक बीएमडब्ल्यू कार हादसे में वित्त मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी नवजोत सिंह की मौत के मामले में दिल्ली पुलिस ने बड़ा ऐक्शन लिया है। पुलिस ने आरोपी बीएमडब्ल्यू कार चालक गगनप्रीत कौर को गिरफ्तार कर लिया है। जानकारी के अनुसार, जैसे ही आरोपी महिला को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी मिली, पुलिस ने उसे तुरंत हिरासत में ले लिया।

पुलिस ने इस मामले में आरोपी महिला के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया है। गौरतलब है कि रविवार दोपहर हुए इस भीषण हादसे में वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग में उप सचिव के पद पर तैनात 52 वर्षीय नवजोत सिंह की मौत हो गई थी, जबकि उनकी पत्नी गंभीर रूप से घायल हो गईं थीं। हादसे के वक्त हरि नगर निवासी पति-पत्नी बंगला साहिब गुरुद्वारे से दर्शन कर अपने घर लौट रहे थे।

इस बीच, मृतक नवजोत सिंह के बेटे ने एक गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि अगर दुर्घटना के बाद उनके पिता को 20 किलोमीटर दूर स्थित अस्पताल ले जाने के बजाय पास के किसी अस्पताल में भर्ती कराया जाता, तो शायद उनकी जान बचाई जा सकती थी।

मणिपुर में शांति समझौते के बाद भी के घर में भीड़ ने लगाई आग

केंद्र सरकार के साथ हुए शांति समझौते से मणिपुर में अमन की जो उम्मीदें जगी थीं, उन्हें बड़ा झटका लगा है। राज्य के चुराचांदपुर जिले में एक बार फिर माहौल गरमा गया है। रविवार देर रात भीड़ ने यहां केंद्र के साथ शांति वार्ता में शामिल कुकी नेता कैल्विन ऐखेंथांग के घर को आग के हवाले कर दिया। वहीं, एक अन्य कुकी नेता के घर पर भी हमले की कोशिश की गई, जिसे स्थानीय लोगों ने नाकाम कर दिया।

यह घटनाक्रम ऐसे समय में हुआ है जब कुछ ही दिन पहले दो प्रमुख कुकी-जो समूहों, कुकी नेशनल ऑर्गनाइजेशन (KNO) और यूनाइटेड पीपल्स फ्रंट (UPF), ने केंद्र के साथ सस्पेंशन ऑफ ऑपरेशंस (SoO) समझौते पर फिर से हस्ताक्षर किए थे। इसमें उन्होंने राज्य में शांति बहाली के लिए काम करने का वादा किया था। इस घटना ने शांति प्रक्रिया की नाजुकता को उजागर कर दिया है। हालांकि, कुछ स्थानीय लोग आग लगने की वजह शॉर्ट सर्किट बता रहे हैं।

हिंसा के अलावा, नेशनल हाईवे-2 को फिर से खोलने को लेकर भी भ्रम की स्थिति बन गई है। सोमवार को कुकी-जो काउंसिल (KZC) ने स्पष्ट किया कि उन्होंने NH-2 को पूरी तरह से खोलने की कोई घोषणा नहीं की है। काउंसिल ने अपने बयान में कहा, “हमने सिर्फ कांगपोकपी जिले के लोगों से सुरक्षा बलों का सहयोग करने को कहा था, ताकि यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।” KZC ने कहा कि केंद्र के बयान को गलत समझा गया, जिससे बेवजह भ्रम फैला।

इसके साथ ही काउंसिल ने एक कड़ी चेतावनी भी जारी की है। बयान में कहा गया है कि मेइतेई और कुकी-जो समुदायों के बीच अभी कोई जमीनी समझौता नहीं हुआ है, इसलिए दोनों पक्षों के लोग एक-दूसरे के इलाकों में प्रवेश न करें। KZC ने चेतावनी दी कि कुकी-जो इलाकों का सम्मान करना जरूरी है और किसी भी तरह के उल्लंघन के गंभीर नतीजे होंगे, जिससे शांति और सुरक्षा की स्थिति और बिगड़ सकती है।

पंजाब के बाढ़ प्रभावित गांव 10 दिनों में गाद एवं मलबे से मुक्त होंगे: मुख्यमंत्री

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने शनिवार को घोषणा किया कि राज्य के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में 100 करोड़ रुपए की लागत से पुनर्वास एवं सफाई अभियान बड़े पैमाने पर शुरू किया जाएगा।

पत्रकारों से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि कई क्षेत्रों में अब बाढ़ का पानी कम हो रहा है लेकिन गांवों और कस्बों में कीचड़ और गंदगी बहुत फैली हुई है। उन्होंने कहा कि जन-जीवन सामान्य हो रता है इसलिए इन क्षेत्रों की सफाई का काम बहुत जरूरी है। इसके लिए राज्य सरकार 2300 प्रभावित गांवों और वार्डों में बड़े पैमाने पर सफाई अभियान शुरू करने जा रही है। श्री मान ने कहा कि प्रत्येक गांव के लिए सरकार ने टीमें गठित की हैं, जिनके पास जेसीबी मशीनें, ट्रैक्टर-ट्रॉलियां और श्रमिकों की व्यवस्था होगी। ये टीमें कीचड़ और मलबा हटाएंगी और प्रत्येक गांव की पूरी सफाई सुनिश्चित करेंगी।

मुख्यमंत्री ने आशंका व्यक्त किया कि बाढ़ के दौरान कई जानवरों की मृत्यु हुई है इसलिए ये टीमें इन पशुओं का उचित निपटारा करेंगी। इसके बाद प्रत्येक गांव में सफाई और फॉगिंग की जाएगी ताकि बीमारियों के फैलाव को रोका जा सके। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने इस पूरे अभियान के लिए 100 करोड़ रुपए का फंड रखा है, जिसमें से प्रत्येक प्रभावित गांव को शुरुआती फंड के रूप में एक लाख रुपए जारी किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री मान ने कहा कि इस फंड से अन्य जरूरतें भी पूरी की जाएंगी और सफाई का पूरा खर्च राज्य सरकार वहन करेगी।

इस अभियान के लिए समय-सीमा तय करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि 24 सितंबर तक सभी गांवों को साफ करके कीचड़ और मलबे से मुक्त कर दिया जाएगा और 15 अक्टूबर तक सार्वजनिक स्थानों पर मरम्मत का काम पूरा कर लिया जाएगा। इसी तरह उन्होंने कहा कि 22 अक्टूबर तक तालाबों की सफाई का काम पूरा कर लिया जाएगा, जिसके लिए सरकार ने पहले ही सभी जरूरी व्यवस्थाएं कर ली हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सुनिश्चित करना बहुत महत्वपूर्ण है कि बाढ़ के बाद कोई बीमारी न फैले और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं वाले किसी भी व्यक्ति को तुरंत चिकित्सा सहायता मिले। इस उद्देश्य के लिए उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सभी 2,303 बाढ़ प्रभावित गांवों में मेडिकल कैंप लगाएगी। उन्होंने कहा कि 596 गांवों में, जहां आम आदमी क्लीनिक पहले से मौजूद हैं, वहां मेडिकल कैंप, स्वास्थ्य सुविधाएं और दवाइयां उपलब्ध होंगी। बाकी 1,707 गांवों में ये मेडिकल कैंप स्कूलों, धर्मशालाओं, आंगनवाड़ी केंद्रों या पंचायत भवनों जैसी साझा जगहों पर लगाए जाएंगे।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने इस विशेष अभियान के लिए 550 एम्बुलेंस की व्यवस्था की है ताकि प्रभावित गांवों के लोगों को चिकित्सा सेवा प्राप्त करने में कोई देरी या परेशानी न हो। मान ने कहा कि अब तक की रिपोर्टों के अनुसार, 713 गांवों के लगभग 2.50 लाख पशु बाढ़ से प्रभावित हुए हैं और उनमें बीमारियों के फैलाव को रोकने के लिए सरकार ने विशेष अभियान शुरू किया है ताकि पशुपालकों की सहायता की जा सके। उन्होंने कहा कि पंजाब में धान की खरीद शुरू होने जा रही है और मंडियों में 16 सितंबर से खरीद शुरू करने के लिए व्यवस्थाएं पहले ही की जा चुकी हैं। अनाज मंडियों की बड़े पैमाने पर सफाई और मरम्मत की जा रही है और 19 सितंबर तक ये बाढ़ प्रभावित मंडियां भी खरीद के लिए तैयार हो जाएंगी।  

पंजाब पहुंचे राहुल गांधी, बाढ़ पीड़ितों से की मुलाकात

लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करने के लिए पंजाब पहुंच गए है। अमृतसर एयरपोर्ट पहुंचने के बाद वह घोनेवाल गांव पहुंचे। यहां उन्होंने बाढ़ प्रभावित लोगों से मुलाकात की और उनका दर्द जाना।

राहुल गांधी के साथ पंजाब कांग्रेस के प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग और विधानसभा में विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा भी मौजूद हैं। राहुल गांधी गुरदासपुर और पठानकोट भी जाएंगे। हालांकि, 5 दिन पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने पंजाब का दौरा किया था। उन्होंने हालात को देखते हुए पंजाब को 1600 करोड़ रुपए देने का ऐलान किया था।

बता दें कि पंजाब में बाढ़ से 23 जिलों के 2 हजार 97 गांव प्रभावित हुए है। लगभग 1 लाख 91 हजार 926 हेक्टेयर में फसलें डूब गईं। 15 जिलों में 52 लोगों की मौत हो चुकी है। अब तक 3 लाख 88 हजार 92 से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। प्रशासन और राहत एजेंसियों की ओर से राहत अभियान अभी तक चलाया जा रहा है।

टेक्सास में एक भारतीय नागरिक की हत्या मामले में राष्ट्रपति ट्रंप ने निंदा की

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने टेक्सास में एक भारतीय नागरिक की हत्या मामले की कड़ी निंदा की है। उन्होंने घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए आरोपी के खिलाफ ‘न्याय की पूरी सीमा तक’ मुकदमा चलाने का वादा किया। हत्यारे पर ‘प्रथम श्रेणी की हत्या का आरोप’ लगाया जाएगा।

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर पोस्ट किया, “मुझे टेक्सास के डलास में प्रतिष्ठित व्यक्ति चंद्र नागमल्लैया की हत्या से जुड़ी भयावह खबरों की जानकारी है। उनकी पत्नी और बेटे के सामने, क्यूबा से आए एक अवैध विदेशी ने, जिसे हमारे देश में कभी होना ही नहीं चाहिए था, बेरहमी से उनका सिर काट दिया।” उन्होंने हत्या के आरोपियों को छोड़ने के लिए पहले के बाइडेन प्रशासन को भी दोषी ठहराया। ट्रंप ने कहा, “इस व्यक्ति को पहले भी बाल यौन शोषण, कार चोरी जैसे अपराधों के लिए गिरफ्तार किया गया था, लेकिन अक्षम जो बाइडेन के कार्यकाल में उसे हमारी मातृभूमि में वापस छोड़ दिया गया क्योंकि क्यूबा ऐसे दुष्ट व्यक्ति को अपने देश में नहीं चाहता था। निश्चिंत रहें, मेरे शासन में इन अवैध अप्रवासी अपराधियों के प्रति नरमी बरतने का समय अब ​​खत्म हो गया है।”

10 सितंबर को 41 वर्षीय नागमल्लैया पर टेक्सास के डलास के एक मोटल में जानलेवा हमला किया गया और उनका सिर काट दिया गया। इस घटना के बाद पुलिस ने 37 वर्षीय मार्टिनेज को गिरफ्तार किया। उस पर नागमल्लैया का सिर काटने और उसे कूड़ेदान में छोड़ने के गंभीर आरोप हैं। सोशल मीडिया पर सामने आए एक विचलित करने वाले वीडियो में मार्टिनेज को एक कुल्हाड़ी लेकर पीड़ित का पीछा और हमला करते दिखाया गया। वीडियो से पता चला कि आरोपी ने नागमल्लैया का सिर धड़ से अलग कर दिया। फिर पीड़ित के सिर को मोटल की पार्किंग में लात मारी और कूड़ेदान में फेंक दिया। इसी बीच अमेरिकी गृह सुरक्षा विभाग (डीएचएस) ने घोषणा की कि आव्रजन और सीमा शुल्क प्रवर्तन (आईसीई) ने हमलावर को देश से ‘निकालने’ की प्रक्रिया शुरू कर दी है। डीएचएस की सहायक सचिव ट्रिशिया मैकलॉघली ने बाइडेन प्रशासन पर बिना दस्तावेज वाले प्रवासियों को देश में आने देने का भी आरोप लगाया।

उन्होंने कहा, “एक मोटल में पीड़ित की यह वीभत्स और बर्बर हत्या पूरी तरह से रोकी जा सकती थी, अगर बाइडेन प्रशासन के समय इस अवैध विदेशी को हमारे देश में नहीं छोड़ा जाता।” डीएचएस के अनुसार, मार्टिनेज ब्लूबोनेट डिटेंशन सेंटर में आईसीई डलास की हिरासत में था, जब तक कि उसे बाइडेन प्रशासन के तहत 13 जनवरी, 2025 को पर्यवेक्षण आदेश पर रिहा नहीं कर दिया गया।

एशिया कप 2025 के मुकाबले में भारत ने पाकिस्तान को 7 विकेट से हराया

एशिया कप 2025 के मुकाबले में भारत ने पाकिस्तान को 7 विकेट से करारी शिकस्त देकर न सिर्फ क्रिकेट के मैदान पर अपनी ताकत दिखाई, बल्कि पहलगाम हमले के पीड़ितों और भारतीय सेना को यह जीत समर्पित कर देश की भावनाओं का भी सम्मान किया।

कप्तान सूर्यकुमार यादव के नेतृत्व में टीम इंडिया ने ‘ऑपरेशन व्हाइट बॉल’ रणनीति के तहत पाकिस्तानी गेंदबाजों और बल्लेबाजों को धूल चटाई, जिससे पाकिस्तान को इतने गहरे जख्म लगे कि वे सालों तक भूल नहीं पाएंगे। टीम इंडिया ने अपने प्रदर्शन से यह साबित कर दिया कि चाहे मंच क्रिकेट का ही क्यों न हो, भारत अपने सम्मान और देशवासियों की भावनाओं के साथ कभी समझौता नहीं करेगा। मैच के दौरान कई ऐसे क्षण आए जो इस मुकाबले को सिर्फ एक खेल से कहीं ऊपर ले गए। इसकी शुरुआत टॉस के समय से ही हो चुकी थी, जब कप्तान सूर्यकुमार ने पाकिस्तान क्रिकेट टीम के कप्तान से हाथ नहीं मिलाया था।

क्रिकेट के मैदान पर पाकिस्तान को बुरी तरह हराते हुए टीम इंडिया ने अपने दबदबे का परिचय दिया और दिखाया कि जब बात देश के सम्मान की हो, तो टीम पीछे नहीं हटती। मैच के दौरान टीम इंडिया ने यह संदेश भी दिया कि ‘दुश्मनों’ से कतई हाथ नहीं मिलाया जाएगा, चाहे वह क्रिकेट का मैदान ही क्यों न हो। टीम इंडिया ने यह जीत पहलगाम में पीड़ितों और सेना के जवानों को समर्पित की, जो इस बात का प्रतीक है कि हर जीत सिर्फ ट्रॉफी के लिए नहीं, बल्कि भारत के वीरों के सम्मान में भी होती है। कप्तान सूर्यकुमार यादव ने कहा, “हम पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों के परिवारों के साथ खड़े हैं। हम अपनी एकजुटता व्यक्त करते हैं। हम अपनी जीत को अपने सभी सशस्त्र बलों को समर्पित करना चाहते हैं जिन्होंने अदम्य साहस दिखाया। आशा है कि वे हमें प्रेरित करते रहेंगे और जब भी हमें मौका मिलेगा, हम उन्हें मुस्कुराने का और भी अवसर देंगे।”

उपकप्तान शुभमन गिल ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया, “जीत पहलगाम के शहीदों और सशस्त्र बलों को समर्पित। भारत का जज्बा मैदान पर और मैदान से बाहर दोनों जगह जिंदा है। जय हिंद।” मुख्य कोच गौतम गंभीर ने भी कहा कि यह पहलगाम के पीड़ितों और सैनिकों के लिए है। हमारी एकजुटता दिखानी जरूरी थी। उन्होंने बयान दिया, “यह शानदार जीत है। अभी भी बहुत क्रिकेट बाकी है। यह मैच इसलिए महत्वपूर्ण था, क्योंकि हम पहलगाम हमले के पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ एकजुटता दिखाना चाहते थे। इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि हम भारतीय सेना को उनके सफल ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के लिए भी धन्यवाद देना चाहते हैं। हम अपने देश को गौरवान्वित और खुश करने की कोशिश करेंगे।” भारत में पाकिस्तान के खिलाफ मैच को लेकर सवाल थे। खासकर राजनीतिक पार्टियों ने भारत-पाकिस्तान मैच को लेकर सरकार पर निशाना साधा था। हालांकि, टीम इंडिया ने एशिया कप के इस हाई-वोल्टेज मैच में पाकिस्तान को करारी शिकस्त देकर हर सवाल का जवाब दे दिया है।