इमरान की कोर्ट में पेशी नहीं होगी, हिरासत में जहां रखा गया वहीं से होगी सुनवाई

पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी और उनसे हुए व्यवहार के बाद पाकिस्तान में तूफ़ान मच गया है। वहां हालत बहुत खराब हो गए हैं और कई जगह सेना अधिकारियों के घर पर हमले हुए हैं। खान की आज कोर्ट में पेशी नहीं होगी। कयास लगाए जा रहे है कि दोपहर 3 बजे सुनवाई हो सकती है।

बवाल और उबलते हालात को देखते हुए राजधानी इस्लामाबाद पुलिस लाइन में एक विशेष अदालत लगाई जाएगी। इसमें तोशख़ाना मामले में भी इमरान पर आरोप तय हो सकते हैं। इस्लामाबाद से जो तस्वीरें सामने आई हैं, उनमें दिख रहा है कि इमरान खान एक कुर्सी पर बेहद चिंतित मुद्रा में बैठे हैं।

इमरान खान को मंगलवार को इस्लामाबाद हाईकोर्ट के परिसर से गिरफ्तार कर खींचकर गाड़ी में बिठाकर पाकिस्तानी रेंजर्स ले गए थे। हाईकोर्ट ने भी इमरान की गिरफ़्तारी को वैधानिक ठहराया जिसके बाद पीटीआई समर्थक सड़कों पर उतरकर हिंसा और आगज़नी करने लगे। लाहौर में पीटीआई समर्थकों ने पीएमएनएल के दफ़्तर को आग के हवाले कर दिया। लंदन में पूर्व प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ़ के घर के बाहर इमरान समर्थकों ने बड़ी संख्या में जमा होकर इमरान की गिरफ़्तारी पर विरोध-प्रदर्शन किया।

खान के समर्थकों ने रावलपिंडी में सेना के मुख्यालय और लाहौर में कोर कमांडर के आवास पर धावा बोल दिया। खान को गिरफ्तार किए जाने की खबर फैलते ही पाकिस्तान के कई शहरों में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। कई जगह प्रदर्शनकारी हिंसक हो गए हैं। उन्होंने पुलिस वाहनों को आग के हवाले कर दिया और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया है।

लाहौर में, बड़ी संख्या में इमरान खान की पार्टी पीटीआई कार्यकर्ताओं ने कोर कमांडर के लाहौर आवास पर धावा बोल दिया और गेट और खिड़कियों के शीशे तोड़ दिए। ख़बरें हैं कि सेना के जवानों ने उग्र प्रदर्शनकारियों को रोकने की कोशिश नहीं की।  प्रदर्शनकारियों ने इस दौरान सेना के खिलाफ नारेबाजी की। साथ ही छावनी इलाके में विरोध प्रदर्शन किया।  

इस बीच अमेरिका, ब्रिटेन और कनाडा ने पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद राजनीतिक अशांति का हवाला देते हुए अपने नागरिकों के लिए नई ट्रैवल एडवाइजरी जारी की है।

अमेरिकी दूतावास की एडवाइजरी में कहा गया है कि ‘अमेरिकी दूतावास इस्लामाबाद में प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़पों की पहले की खबरों और छिटपुट प्रदर्शनों की निगरानी कर रहा है। ऐसे में पाकिस्तान की जगह कहीं और जाने की योजना बनाई जा सकती है।’