गैस सिलेडर के दाम बढ़ते ही बाजारों में दिखा महंगाई का असर

देश में आज ही से गैस सिलेंडर के दाम पचास रुपये बढ़ते ही बाजारों में मिठाई  और चाय की दुकानों पर महंगाई का असर देखने को मिलने लगा है। मिठाई वालों ने गैस के दामों में बढ़ोत्तरी को लेकर सरकार की नीतियों की  विरोध किया है। साथ मिठाईयों के दाम बढ़ाने के संकेत दिये है। बंगाली मार्किट में मिठाई विक्रेता वालों ने बताया कि सरकार तो अपनी मनमर्जी से गैस के दाम बढ़ाने में लगी है। वही मिठाई का सामान भी महंगा है।  उनका कहना है कि अगर मिठाई के दाम बढ़ाते है तो ग्राहकों को जीएसटी देना होगा। जिसका सीधा असर उपभोक्ताओं की जेब  पर पडे़गा।ऐसे में सरकार को ग्राहको और बाजार के हालात को देखते हुये जीएसटी को कम करना चाहिये। अन्यथा मिठाई के दाम बढेगे ही।वहीं चाय विक्रेताओं ने तहलका को बताया कि वे कमर्शियल गैस सिलेंडर का कनेक्शन ले पाते नहीं है। जो गैस से वो चाय बनाकर बेचते है। वो घरेलू गैस सिलेंडर होते है।सो उनको वो ब्लैक में खरीदतें है।उनका कहना है कि हाल में दूध के दाम बढ़े है और आने वाले दिनों में दूध के दाम बढ़ने वाले है। ऐसे में चाय के दाम बढ़ेगे सो उनकी बिक्री पर खासा असर पड़ेगा। चाय बिक्रेता भगवान दास ने बताया कि कोरोना काल में उनकी दुकान बंद रही फिर जैसे -तैसे दुकान दारी चली है। सो गैस और दूध के दामों में बढोत्तरी से उनकी दुकानदारी पर विपरीत असर पड़ सकता है।सड़क के किनारे चाय की दुकान चलाकर अपने परिवार का पालन पोषण करने वालों का कहना है कि सरकार को गरीबों के लिये कोई राहत देना चाहिये अन्य़था उनको जीवन -यापन करना मुस्किल होगा।